लखनऊ 16 दिसम्बर । नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन सोमवार को लखनऊ समेत अन्य जिलों में भी फैल गया।
अलीगढ़,सहारनपुर,लखनऊ और वाराणसी समेत राज्य के कुछ अन्य जिलों में नये कानून के विरोध में हिंसक प्रदर्शन हुये हालांकि प्रशासनिक सूझबूझ और सुरक्षा बलों की चुस्ती के चलते हिंसा की वारदातें तूल नहीं पकड़ सकी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से कानून व्यवस्था बनाये रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है और साथ ही शरारती तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किये जाने की चेतावनी दी है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने बताया कि छात्रों ने पथराव किया था, लेकिन सुरक्षा बलों ने कुछ ही देर में स्थिति को नियंत्रण में कर लिया है। कालेज के भीतर और बाहर तनाव पूर्ण शांति है। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिये कालेज के बाहर बड़ी तादाद में पुलिस बल तैनात किया गया है।
उधर, अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी (अमुवि) में हिंसा के बाद ऐहतियात के तौर पर सोमवार को छात्रावास को खाली कराया गया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने आज से शुरू होने वाली परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है और पांच जनवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित कर दिया है। छात्रों से अवकाश के दौरान अपने घरों को लौटने को कहा गया है। छात्रों को अपने गंतव्य तक पहुंचाने के लिये जिला प्रशासन ने विशेष बसों का इंतजाम किया गया जबकि लंबी दूरी की कुछ ट्रेनो का ठहराव अलीगढ़ में करने के लिये रेल प्रशासन को पत्र लिखा गया ताकि अन्य राज्यों में रहने वाले छात्र घरों को लौट सके।
सहारनपुर में अर्द्धसैनिक बलों, पुलिस और पीएसी ने एसपी देहात विद्यासागर मिश्र की अगुवाई में सोमवार को फ्लैग मार्च किया । लोगों से शांति और सद्भाव के साथ रहने की अपील की। दारूल उलूम क्षेत्र को एक तरह से छावनी में तब्दील कर दिया गया। तीन दिन पूर्व दारूल उलूम के छात्रों ने हिंसक प्रदर्शन किया था और सड़कों पर उतरकर सरकार विरोधी नारे लगाए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से शांति बनाये रखने और अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की। श्री योगी ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के संदर्भ में कुछ निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा फैलाई जाने वाली किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें। प्रदेश सरकार हर नागरिक को सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए यह भी आवश्यक है कि सभी के द्वारा कानून का पालन किया जाए। राज्य में कायम अमन चैन के माहौल को प्रभावित करने की किसी को अनुमति नहीं हैं।
प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार की मनमानी बंद नहीं हुई तो वे यहां जोरदार आंदोलन करेंगे।आंदोलनकारियों ने आरोप लगाया कि नागरिकता संशोधन काननू राजनीतिक लाभ के लिए बनाया गया है। इससे देश की स्थिति और खराब होगी। इसलिए वे इसका विरोध करते रहेंगे।
पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया कि दिल्ली के जामिया मिलिया में छात्र हिंसा की घटना के बाद सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार गर्म हो गया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी में छात्र हिंसा पर उतारू हो गये। पुलिस अधिकारियों ने छात्रों को समझाने का भरसक प्रयास किया लेकिन पथराव कर रहे छात्रों ने उसे अनसुना कर दिया। छात्रों की भीड़ को तितर बितर करने के लिये पुलिस ने आंसू गैस का सहारा लिया। पथराव में एक दर्जन से अधिक पुलिस के जवान चुटहिल हुये है। परिसर में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
मऊ में नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन
संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ मऊ जिले के दक्षिण टोला क्षेत्र में लोगों ने सोमवार को हिंसक प्रदर्शन और आगजनी की।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक जिले के दक्षिण टोला थाना क्षेत्र के मिर्जा हाजीपुरा चौक पर स्थानीय लोगों ने संशोधित नागरिकता कानून और जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने दक्षिण टोला थाने को आग के हवाले करने की भी कोशिश की।
उन्होंने बताया कि हालात काबू में करने के लिये पुलिस को आंसू गैस और हवाई फायरिंग का सहारा लेना पड़ा। खबरों के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहन समेत कई गाड़ियां भी फूंक दीं।
जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि मिर्जा हादीपुरा में कुछ युवकों ने जामिया में पुलिस की कार्रवाई के विरोध में ज्ञापन देने की योजना बनायी थी। देखते ही देखते मौके पर भीड़ बढ़ने लगी। मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को हटाने का प्रयास किया। इससे नाराज भीड़ ने दक्षिण टोला थाने के आसपास पथराव और आगजनी की। हालांकि इसमें कोई जख्मी नहीं हुआ।
उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने मीडिया और पुलिस की कुछ मोटरसाइकिलों में आग लगा दी। हालांकि पुलिस ने हल्का बलप्रयोग कर स्थिति को काबू में कर लिया। वीडियो फुटेज देखकर उपद्रवियों की धरपकड़ की जाएगी।
जिलाधिकारी ने जिले में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू करने की घोषणा करते हुए आम नागरिकों से घरों में रहने की अपील की।
जिले में कर्फ्यू लागू होने की खबरों के बीच पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने इनका खण्डन करते हुए कहा कि कर्फ्यू नहीं लगाया है।
उन्होंने बताया कि अब स्थिति बिल्कुल शांतिपूर्ण है। प्रशासन ने उग्र प्रदर्शनकारियों को सख्ती से तितर—बितर कर दिया है।