नयी दिल्ली, 27 दिसम्बर ।संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में सैकड़ों लोग जुमे की नमाज के बाद पुरानी दिल्ली में जामा मस्जिद के बाहर एकत्र हुए और शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन किया।
जामा मस्जिद के बाहर पुलिस की भारी तैनाती रही। वहां जुटे प्रदर्शनकारियों ने सीएए के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने ‘‘भारतीयों को मत बांटो’’ और ‘‘हम समानता चाहते हैं’’ जैसे नारे लगाए।
कांग्रेस नेता अलका लांबा और दिल्ली के पूर्व विधायक शोएब इकबाल भी प्रदर्शनकारियों के साथ थे।
मस्जिद में नमाज के बाद यह प्रदर्शन लगभग दो घंटे तक चला।
लांबा ने सरकार पर प्रहार करते हुए कहा, ‘‘देश में असल मुद्दा बेरोजगारी का है लेकिन आप (प्रधानमंत्री) लोगों को एनआरसी के लिए लाइन में खड़ा करना चाहते हैं जैसा नोटबंदी के दौरान किया गया था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘देश और संविधान के लिए लोकतंत्र की आवाज उठाना आवश्यक है। केंद्र सरकार तानाशाह नहीं हो सकती और लोगों पर अपना एजेंडा नहीं थोप सकती है।’’
वहीं, पूर्व विधायक इकबाल ने कहा, ‘‘जो लोग हिंसा करते हैं, वे हममें से नहीं हैं। यह आंदोलन है और यह जारी रहेगा। अगर कोई हमारी शांति को भंग करता है तो वह हममें से नहीं है। वह हमारे आंदोलन को भटकाना चाहता है। हम हिंसा बर्दाश्त नहीं करेंगे। पिछले शुक्रवार को जो हिंसा हुई, हम उसकी निन्दा करते हैं।’’
प्रदर्शनकारी मोहम्मद इस्माइल ने कहा, ‘‘हमें यह कानून नहीं चाहिए और सरकार को इसे वापस लेना चाहिए। देश के लोग कानून के खिलाफ आवाज उठाना बंद नहीं करेंगे।’’
वहीं, प्रदर्शनकारियों में शामिल मोहम्मद शाकिब ने कहा, ‘‘इस देश को एनआरसी, एनपीआर नहीं चाहिए। इस देश को रोजगार चाहिए। इस देश को अमन और शांति चाहिए।’’
पिछले शुक्रवार को जामा मस्जिद के पास दरियागंगज में एक प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। लोगों ने पुलिस अधिकारियों पर पथराव किया था और एक वाहन को आग लगा दी थी।
धीरे-धीरे स्थिति में सुधार हुआ है।
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर को पिछले सप्ताह हुई हिंसा के संबंध में गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस का कहना है कि जुमे की नमाज के बाद चंद्रशेखर ने ‘‘भड़काऊ भाषण’’ दिया था।
राजधानी में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन शांतिपूर्ण, कईं लोग हिरासत में लिए गए:
नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ दिल्ली के अलग अलग इलाकों में प्रदर्शन शांतिपूर्ण चल रहा है और इस दौरान कई लोगों को हिरासत में लिया गया।
जामिया के छात्रों ने उत्तर प्रदेश पुलिस की बर्बरता के खिलाफ उत्तर प्रदेश भवन का घेराव करने का आह्वान किया था लेकिन वहां पर धारा 144 लगाई गई थी। एक बस में सवार जामिया के छात्रों को कौटिल्य मार्ग स्थित असम भवन के पास से हिरासत में लिया गया जिसमें करीब 25 लोग सवार थे। इसके अलावा उत्तर भवन की ओर पैदल जाने की कोशिश कर रहे कुछ छात्रों को हिरासत में लिया गया है।
जामिया के एक छात्र आसिफ ने बताया कि वह मास कम्युनिकेशन के छात्र हैं और प्रदर्शन की रिपोर्टिंग करने के लिए जा रहे थे लेकिन उन्हें उत्तर प्रदेश भवन से काफी पहले ऑटो से उतार कर पुलिस हिरासत में लेकर मंदिर मार्ग थाने ले गई।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि उत्तर प्रदेश भवन की ओर जाने को कोशिश करने वाले करीब 40 छात्रों को विभिन्न इलाकों से हिरासत में लिया गया है।
जामिया के मेन गेट पर पिछले 15 दिनों से आंदोलन जारी है। उत्तर प्रदेश में पुलिस हिंसा के खिलाफ जामिया के कुछ छात्र आज से भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
भीम सेना तथा अन्य संगठनों की ओर से चंद्रशेखर को रिहा करने तथा नागरिकता कानून के खिलाफ प्रधानमंत्री आवास की ओर मार्च शुरू किया लेकिन पुलिस ने लोधी रोड पर ही रोक दिया। प्रदर्शनकारियाें ने अपने हाथ बांध रखे थे ताकि उन पर हिंसा करने का आरोप नहीं लगाया जा सके।
जामिया नगर के शाहीन बाग में भी पिछले दस दिन से लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां के लोग मथुरा रोड से नोएडा को जोड़ने वाली सड़क के बीचो बीच टेंट लगाकर आंदोलन कर रहे है जिससे मथुरा रोड पर हर दिन भारी जाम लग रहा है। फरीदाबाद से आने वाले वाहनों को आश्रम महारानी बाग होकर नोएडा भेजा जा रहा है।
जाफराबाद और सीलमपुर के इलाके में भी लोगों ने प्रदर्शन किया लेकिन पुलिस की मुस्तैदी और मस्जिद के इमामों की ओर से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के आह्वान के कारण किसी भी इलाके से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है।
उत्तर पूर्वी जिले के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार नमाज से पहले इलाके में पर्याप्त पुलिस और अर्धसैनिक बलों की 15 कंपनियां तैनात की गई। सीलमपुर, जाफराबाद, वेलकम और मुस्तफाबाद क्षेत्रों में फ्लैग मार्च कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई।
विभिन्न संगठनों की ओर से दिल्ली के अलग अलग स्थानों पर विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सुबह से ही पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किया। कुछ इलाकों में ड्रोन से निगरानी रखी गई ताकि सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता बनाया जा सके।