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चीन ने अचानक पैंतरा बदला: कोरोनावायरस का उत्पत्ति स्थान ” वुहान ” में कोरोना संबंधी आंकड़े कर दिये संशोधित और संक्रमितों की संख्या 325 से बढ़कर हो गई 50 हजार से ज्यादा attacknews.in

वुहान, 17 अप्रैल ।चीन में कोरोना वायरस (कोविड-19) के उद्गम का केंद्र रहे वुहान ने शुक्रवार को कोरोना संक्रमितों और मौत के संशोधित आंकड़े जारी किये।

चीन की समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि चीन के वुहान में जारी संशोधित आंकड़ों के मुताबिक 16 अप्रैल के अंत तक कोरोना संक्रमितों के आंकड़े 325 बढ़कर 50,333 हो गये हैं और मृतकों की संख्या 1290 बढ़कर 3869 हो गयी है।

कोरोना महामारी निवारण एवं नियंत्रण के वुहान निगम मुख्यालय ने एक अधिसूचना में कहा कि आंकड़ों में संशोधन संबंधित नियम और कानून तथा इतिहास, लोगों और मृतकों के लिए जिम्मेदार होने के सिद्धांत के तहत किया गया है।

अधिसूचना के अनुसार इससे यह सुनिश्चित हुआ है कि कोरोना से जुड़ी जानकारी पारदर्शी एवं सार्वजनिक हैं और आंकडे सही हैं।

आंकड़ाें की विसंगतियों के चार कारण, जिन्हें अधिसूचना में सूचीबद्ध किया गया-

-कोरोना महामारी के शुरुआती दिनों में मरीजों की बढ़ती संख्या ने चिकित्सा संसाधनों और चिकित्सा संस्थानों की क्षमता को प्रभावित किया। अस्पतालों में इलाज ना मिलने के कारण कुछ मरीजों ने घर पर ही दम तोड़ दिया।

-मरीजों के इलाज के दौरान अस्पताल अपनी क्षमताओं से अत्याधिक कार्य कर रहे थे और रोगियों को बचाने और उपचार करने के लिए चिकित्सा कर्मचारियों को पहले से तैयार किया गया था, जिसके परिणामस्वरूप देरी से, गलत और भ्रामक रिपोर्टिंग हुई।

-कोरोना मरीजों के इलाज के लिए हुबेई प्रांत के वुहान शहर के जिलों में मंत्रालय द्वारा संचालित चिह्नित अस्पतालों के तेजी से बढ़ने के कारण कुछ अस्पताल महामारी सूचना नेटवर्क से नहीं जुड़ सके और समय रहते डेटा की रिपोर्ट करने में विफल रहे। इनमें कंपनियों, प्राइवेट अस्पताल और कुछ अन्य चिकित्सा संस्थान भी शामिल है।

-मृतकों में से कुछ की पंजीकृत जानकारी अधूरी थी और रिपोर्टिंग में दोहराव और गलतियां थीं।

मुख्यालय के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि महामारी से संबंधित बड़े आंकड़े और महामारी विज्ञान संबंधी जांच के लिए एक समूह को मार्च के अंत में गठित किया गया था।

आधिकारियों ने कहा कि समूह ने ऑनलाइन प्रणाली से जानकारी जुटाई और महामारी से जुड़े सभी लोकेशनों से पूरी जानकारी को इकट्ठा किया ताकि हर मामलों से जुड़ा तथ्य सही और हर एक आंकड़ा दुरुस्त हो।

अधिकारी ने कहा, “महामारी के आंकड़ों के पीछे आम लोगों के जीवन और स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी के साथ ही सरकार की विश्वसनीयता भी जुड़ी होती है। ”

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Dr.Sushil Sharma Admin/Editor

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