भोपाल, 22 मार्च । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आर्थिक गतिविधियाँ प्रभावित न हों तथा जनता को परेशानी न हो, इसके मद्देनजर हमें कोरोना संक्रमण रोकने के लिए लॉकडाउन छोड़कर अन्य सभी उपाय करने होंगे।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार श्री चौहान कल रात अपने निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी उपस्थित थे।
कोरोना से बचने जागरुकता अभियान जरुरी-शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेशवासियों को हर स्थिति में फिर से फैल रहे कोरोना संक्रमण से बचाना है। इसके लिए जन-जागरूकता अभियान जरूरी है।
श्री चौहान आज मंत्रालय से वीडियो कान्फ्रेंस द्वारा जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से चर्चा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि ‘मेरी सुरक्षा-मेरा मास्क’ पर पालन करते हुए हर व्यक्ति को अपनी सुरक्षा के लिए मास्क का उपयोग करना है। प्रदेश में जागरूकता अभियान शुरु किया जा रहा है। अधिकारी हों या जन-प्रतिनिधि या फिर आम नागरिक, सभी मिलकर इस अभियान को सफल बनाएँ। कोरोना का कहर गहरा हो इसके पहले हमें अपने सुरक्षात्मक प्रयास तेज करने होंगे।
श्री चौहान ने कहा कि महाराष्ट्र से लगे हुए जिलों में सावधानी बढ़ानी होगी। रविवार को कुछ नगरों में लाक डाउन और कुछ जिलों में रात्रि 10 बजे बाजार बंद करने के निर्णय के बाद अब जागरूकता अभियान तेज करने का निर्णय लिया गया है। इसके अंतर्गत प्रदेश में मंगलवार 23 मार्च को पूर्वान्ह 11 बजे और शाम 7 बजे सायरन बजने पर सभी लोग दो मिनिट कार्य रोक कर मास्क पहनें, अन्य लोगों को भी मास्क के उपयोग के लिए प्रेरित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमण से बचाव के लिए मास्क ही सबसे महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए। बीस व्यक्तियों से अधिक की भागीदारी होने पर उस कार्यक्रम या बैठक की अनुमति जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप द्वारा प्रदान करने का निर्णय लिया जाए। इसके साथ ही मेलों और अन्य उत्सवों के संबंध में भी जिले के परिस्थिति अनुसार स्थानीय स्तर पर आवश्यक निर्णय लिया जाए।
श्री चौहान ने कहा कि जिलों में फेस मास्क की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए। जहाँ जरूरी हो पर्याप्त संख्या में मास्क आपूर्ति के लिए जिला स्तर पर स्व-सहायता समूहों से मास्क बनवाएँ और उनका उपयोग सुनिश्चित करें। उन्होंने जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से सुझाव भी प्राप्त किए।
वीडियो कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के जो मामले सामने आ रहे हैं, उनमें लगभग आधे प्रकरण दो बड़े नगरों इंदौर और भोपाल के हैं। इंदौर और भोपाल नगरों का प्रतिशत प्रदेश के कुल प्रकरणों का क्रमशः 27 और 25 है।
इस अवसर पर गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी और मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस भी उपस्थित थे।
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश में वैक्सीनेशन का कार्य प्रगति पर है। तीन माह में टारगेट ग्रुप का वैक्सीनेशन पूरा हो जाएगा।
श्री चौहान ने कहा कि जन-प्रतिनिधि और अधिकारी स्वयं मास्क लगाएँ और इसका फोटो ‘मेरा मास्क-मेरी सुरक्षा’ स्लोगन के साथ सोशल मीडिया पर पोस्ट भी करें। इस प्रचार अभियान का सकारात्मक परिणाम मिलेगा। हमें मध्यप्रदेश को लाक डाउन की ओर नहीं ले जाना है। प्रदेश में बहुत मुश्किल से अर्थ-व्यवस्था को पटरी पर लाने का कार्य हुआ है। छोटे कारोबारियों और रोज कमाने-खाने वालों को बढ़ते कोरोना संक्रमण से सर्वाधिक हानि होती है। प्रदेश की जनता के हित में हम सभी को फेस मास्क का उपयोग अनिवार्य रूप से करना है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा लोगों को सुबह 11 बजे और शाम 7 बजे मास्क लगाकर, मास्क लगाने की समझाइश दें। उन लोगों को रोकें-टोकें जिन्होंने मास्क नहीं लगाए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जन-कल्याण के इस कार्य में सभी धर्मगुरु भी सहयोग करें और लोगों को मास्क लगाने की अपील करें। इसके अलावा सभी जन-प्रतिनिधि जैसे सांसद, विधायक अनिवार्य रूप से नागरिकों को मास्क लगाने के लिए प्रेरित करें। इस कार्य में सामाजिक संगठन भी सक्रिय हों। एन.एस.एस और एन.सी.सी. जैसे संगठनों के कार्यकर्ता भी जुटें। सभी मिलकर कोरोना से बचाव के अभियान को सफल बनाएँ। दुकानों के बाहर सर्किल बनाए जाएँ ताकि लोग परस्पर दूरी के साथ खड़े हों और दुकानदार से सामान खरीदते समय संक्रमण को टाला जा सके।
श्री चौहान ने कहा कि कुछ सप्ताह यह अभियान निरंतर चले। हम सभी सतर्क रहें। मेले भी न लगाएँ। बीस से अधिक संख्या के आयोजन न हों। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप ये व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि कोरोना की रफ्तार थम जाए, इसके लिए सभी को जुटना होगा, तभी हम मध्यप्रदेश को सुरक्षित रखने में कामयाब होंगे। ‘मेरी होली-मेरे घर’ के नारे को लागू करें। अन्य त्यौहार भी परिवार के स्तर पर ही मनाए जाएँ। सोशल डिस्टेंसिंग के पालन में लापरवाही नहीं होना चाहिए।
वीडियो काँन्फ्रेंस में रतलाम से क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप द्वारा बताया गया कि राजस्थान और गुजरात सीमाओं के कारण सतर्कता बरती जा रही। अशोक नगर जिले के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप द्वारा सुझाव दिया गया कि होली के अवसर पर होने वाला करीला मेला संक्रमण से बचाव की दृष्टि से स्थगित करना उचित रहेगा।
निवाड़ी से बताया गया कि नजदीक ही उत्तरप्रदेश के नगर झाँसी में काफी संख्या संक्रमित लोग हैं, इसलिए सावधानी बरती जा रही है। वीडियो काँन्फ्रेंस में श्योपुर, विदिशा से भी भागीदारी हुई। इस अवसर पर अनेक जिलों से मुख्यमंत्री श्री चौहान को सरकार कार्यकाल का एक वर्ष पूरा होने पर बधाई भी दी गई।