भोपाल, 28 अप्रैल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के सभी संभागीय मुख्यालयों में बड़े ऑक्सीजन प्लांट लगाये जाएंगे।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में संक्रमण की रफ्तार में कमी आई है। प्रदेश और देश के अन्य क्षेत्रों के अनुभव ने सिखाया है कि जहाँ भी जनता कर्फ्यू का कड़ाई से पालन किया गया, वहाँ पर संक्रमण में कमी आई है।
उन्होंने कहा कि जन-प्रतिनिधि आगामी 10 दिन तक पूरी कड़ाई से जनता कर्फ्यू को लागू करने के लिये आमजन का नेतृत्व करें। 18 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों की संख्या और प्रतिदिन वैक्सीनेशन डोज की उपलब्धता के आधार पर टीकाकरण का कार्यक्रम प्रारूप तैयार किया जाए। 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले व्यक्तियों, स्वास्थ्य कर्मचारियों और फ्रंटलाइन वर्कर के वैक्सीनेशन के कार्य की गति कम नहीं हो।
कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ना जरूरी – शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने से ही कोरोना पर विजय पाई जा सकती है। कोरोना एक्टिव केस के मामले में प्रदेश देश में 7 वें नंबर से बेहतर स्थिति में होकर 11 वें नंबर पर आ गया है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज यहाँ कोरोना नियंत्रण के संबंध में कोविड प्रभारी मंत्रियों, कमिश्नर, कलेक्टर्स, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक एवं जिले में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से वर्चुअली चर्चा करते हुए बताया कि प्रदेश में पॉजिटिव मरीजों की दर लगातार घट रही है। मंगलवार को यह दर 22.76 प्रतिशत थी। जो आज घटकर कर 21.71 प्रतिशत हो गई है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर लगातार बढ़ रही है। 23 अप्रैल को रिकवरी दर 80.41 प्रतिशत थी जो बढ़कर 81.75 प्रतिशत हो गयी है। इसके साथ रिकवर होने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है, जो कल तक कुल 11 हजार 577 थी। आज 14 हजार 156 हो गई है। प्रदेश के एक्टिव प्रकरण में आज पहली बार कमी देखने को मिली है। कल तक 94 हजार 276 एक्टिव प्रकरण थे, जो आज घटकर 92 हजार 773 हो गए हैं। प्रदेश के छिंदवाड़ा, शाजापुर, पन्ना, आगर-मालवा, उमरिया, कटनी, अनूपपुर, गुना, देवास और बड़वानी जिलों में प्रतिदिन नए पॉजिटिव केसों में कमी आई है।
श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के कुछ जिलों में नए पॉजिटिव केस निरंतर बढ़ रहे हैं, जिनमें इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन शामिल हैं। राज्य सरकार का प्रयास है कि सभी जिलों में ऑक्सीजन और इंजेक्शन का आवश्यकतानुसार वितरण किया जा सके।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में सबसे ज्यादा कारगर उपाय कोरोना कर्फ्यू है। जनता को प्रेरित कर इसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें। जनता कर्फ्यू कोई लॉकडाउन नहीं है, जनता द्वारा स्वयं संक्रमण से सुरक्षा के लिए लिया गया निर्णय है।
उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है प्रदेश के लगभग 90 प्रतिशत ग्राम पंचायतें, अपने गाँवों में कोरोना कर्फ्यू लगाने का स्वयं संकल्प ले चुकी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों के जिन क्षेत्रों में संक्रमण दर अधिक है, वहाँ किल कोरोना अभियान-2 चलाया जा रहा है। इसमें रीवा, सीहोर, सतना, रायसेन, दतिया, अनूपपुर, नीमच, शिवपुरी, नरसिंहपुर और श्योपुर जिले शामिल हैं। उन्होंने कहा कि संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों में माइक्रो कन्टेनमेंट क्षेत्र घोषित कर संक्रमण को वहीं रोक दें। सर्वे में संभावित मरीजों को तत्काल मेडिकल किट एवं सावधानी संबंधी ब्रोशर उपलब्ध करावाकर होम आईसोलेट कराये।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आज तक 69 हजार मरीज होम आईसोलेटेड हैं। प्रयास यह होना चाहिए कि मरीजों को अस्पताल ले जाने की जरूरत नहीं पड़े। वे होम आईसोलेशन में ही ठीक हो जायें। होम क्वारेन्टाइन एवं कोविड केयर सेंटर में मरीजों की देखभाल के लिए उनसे सतत संवाद रखें। जिन क्षेत्रों में संक्रमण केस अधिक आ रहे हैं, वहाँ माइक्रो प्लानिंग कर माइक्रो कन्टेन्मेंट एरिया बनायें।