भोपाल 9 मई ।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंत्रालय में केन्द्रीय इस्पात, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान की मौजूदगी में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना नियंत्रण कोर ग्रुप के सभी जिलों के प्रभारी मंत्री और अधिकारियों के साथ कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार कम हो रहा है। नए पॉजिटिव मरीजों की संख्या 11 हजार 51 है, ग्रोथरेट 1.9% है तथा पॉजिटिविटी रेट 16.9% है। मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के माध्यम से हर गरीब एवं मध्यम वर्गीय व्यक्ति को हर जिले में नि:शुल्क उपचार की सुविधा दी जा रही है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए गाँव-गाँव, शहर-शहर में किल कोरोना अभियान चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत गाँवों में घर-घर सर्वे कर मरीजों की पहचान कर तुरंत उपचार चालू किया जा रहा है। शहरों में कोविड सहायता केन्द्रों के माध्यम से स्वास्थ्य जाँच, नि:शुल्क मेडिकल किट वितरण किया जा रहा है। हम शीघ्र ही कोरोना को पूरी तरह नियंत्रित कर लेंगे।
प्रदेश में कोरोना की अच्छी व्यवस्थाएँ
केन्द्रीय मंत्री श्री प्रधान ने मध्यप्रदेश में कोरोना नियंत्रण एवं व्यवस्थाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि टैस्टिंग अधिक से अधिक होनी चाहिए। जो भी टैस्ट कराने आये, सबके टैस्ट तत्काल किए जायें।
तीसरी लहर की पूरी तैयारी रखें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर (संभावित) की पूरी तैयारी रखें। इस संबंध में इंडियन कॉउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च तथा राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों से विचार-विमर्श कर तैयारियाँ की जायें। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि इसके लिए विशेषज्ञों की एक समिति का गठन कर लिया गया है।
होम आइसोलेशन की अच्छी व्यवस्था
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि होम आइसोलेशन की व्यवस्था परफैक्ट होनी चाहिए। यहाँ समय पर दवाएँ तथा निरंतर चिकित्सकीय सलाह मिलती रहे। आवश्यकतानुसार मरीजों को अस्पतालों में शिफ्ट किया जाए। बताया गया कि होम आइसोलेशन में रह रहे 1% मरीजों को अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।
सीहोर, कटनी, रतलाम, बालाघाट विशेष ध्यान दें
जिलेवार समीक्षा के दौरान सीहोर, कटनी एवं रतलाम जिलों को विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए गए। आई.सी.यू. बेड्स की संख्या बढ़ाई जाए, किल कोरोना अभियान सघन रूप से चलाया जाए तथा संक्रमण की चेन सख्ती के साथ तोड़ी जाए।
जिलों को कोरोना मुक्त करें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि जिन जिलों में संक्रमण कम है वहाँ कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन करें तथा किल कोरोना अभियान के माध्यम से संक्रमण की चेन तोड़कर जिलों को कोरोना मुक्त किया जाए। प्रदेश में छिंदवाड़ा, भिंड, बुरहानपुर, खंडवा तथा अशोकनगर जिलों में कोरोना के सबसे कम प्रकरण हैं।
11 जिलों में कोरोना के 200 से अधिक नए प्रकरण
जिलेवार समीक्षा में पाया गया कि अब प्रदेश के 11 जिलों में ही कोरोना के 200 से अधिक नए प्रकरण हैं। इंदौर में 1679, भोपाल में 1556, जबलपुर में 946, ग्वालियर में 861, रतलाम में 398, सीधी में 388, रीवा में 297, उज्जैन में 286, शिवपुरी में 244, सीहोर में 217 तथा सतना में 208 कोरोना के नए प्रकरण आए हैं।
19 हजार 710 कोविड मरीजों को नि:शुल्क उपचार
प्रदेश में मुख्यमंत्री कोविड सहायता योजना के अंतर्गत 19 हजार 710 कोविड मरीजों को नि:शुल्क उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है। इनमें से 15 हजार 579 कोविड मरीजों को शासकीय अस्पतालों में, 3,042 कोविड मरीजों को अनुबंधित अस्पतालों में तथा 1,079 मरीजों को आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत संबद्ध अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आज की स्थिति में उपचाररत मरीजों पर एक करोड़ 13 लाख 69 हजार 993 रूपए शासन द्वारा व्यय किया जा रहा है।
अस्पतालों द्वारा अधिक शुल्क वसूले जाने पर कार्यवाही
प्रदेश में निजी अस्पतालों द्वारा कोरोना मरीजों से अधिक शुल्क वसूले जाने पर 87 अस्पतालों के विरूद्ध कार्यवाही की गई और उनसे 24 लाख 54 हजार रूपए की राशि मरीजों को वापस दिलाई गई। साथ ही 32 व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। रेमडेसिविर आदि की कालाबाजारी पर भी निरंतर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
कोरोना के विरूद्ध लड़ाई में डॉक्टर्स सेवा देने आगे आयें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की चिकित्सकों से अपील
केन्द्रीय मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान एवं मुख्यमंत्री श्री चौहान ने “रजिस्ट्रेशन ऑफ डॉक्टर्स एज़ वॉलेंटियर” एप लॉन्च किया
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जनता को कोरोना से बचाने में डॉक्टर्स की भूमिका सर्वोपरि है। कोरोना के विरूद्ध इस लड़ाई में डॉक्टर्स स्वैच्छिक रूप से चिकित्सकीय सेवा देने के लिए आगे आयें। ”मैं एक डॉक्टर-मैं एक वॉलेंटियर” एप के माध्यम से वे स्वयं को वॉलेंटियर्स के रूप में पंजीकृत करें और कोरोना को समाप्त करने में अपना बहुमूल्य योगदान दें।
केन्द्रीय मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंत्रालय से ‘रजिस्ट्रेशन ऑफ डॉक्टर्स एज़ वॉलेंटियर’ एप को वर्चुअली लॉन्च किया। केन्द्रीय मंत्री श्री प्रधान ने कहा कि यह एप कोविड के विरूद्ध लड़ाई में उपयोगी साबित होगा। देश-विदेश के डॉक्टर्स इससे जुड़कर जनता को चिकित्सा परामार्श दे सकेंगे।
‘मैं एक डॉक्टर-मैं एक वॉलेंटियर’ एप
यह सेवा मैप आई टी के पोर्टल
एवं एमपी माईगव के पोर्टल
के माध्यम से दी जा रही है।
पोर्टल में मोबाइल नंबर दर्ज कर कोई भी चिकित्सक, जो प्रदेश में स्वैच्छिक सेवा देना चाहते हैं, अपना पंजीयन करा सकते हैं।
पोर्टल में पंजीयन उपरांत डॉक्टर्स की सूची संबंधित जिलों के कंट्रोल रूम एवं कलेक्टरों को उपलब्ध कराई जाएगी।
संबंधित जिला इन चिकित्सकों से संपर्क कर उन्हें वर्तमान में होम आइसोलेशन अथवा अन्य स्टेज पर पेशेंट्स की सूची उपलब्ध कराएगा तथा पेशेंट्स और डॉक्टर के बीच समन्वय का कार्य करेगा।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपयोग में लाए जाने वाले ई संजीवनी ओपीडी मोबाइल एप डाउनलोड करने के उपरांत पंजीकृत डॉक्टर प्रदेश के कोरोना पेशेन्ट्स को टेलीमेडिसिन माध्यम से चिकित्सीय परामर्श दे सकेंगे।
इस व्यवस्था के अंतर्गत डॉक्टर अपनी सेवा के क्षेत्र का चयन कर सकेंगे तथा अपनी सुविधानुसार सेवा देने के लिए दिन एवं समय भी पोर्टल पर दर्ज कर सकेंगे। डॉक्टर्स की उपलब्धता अनुसार मरीजों को उनसे संबद्ध कर चिकित्सकीय परामर्श दिया जा सकेगा।
इच्छुक डॉक्टर्स जिला कमांड एवं कन्ट्रोल सेंटर पर उपस्थित होकर भी मरीजों को टेली माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श दे सकेंगे।
इस सेवा के प्रदाय हेतु डॉक्टर्स का प्रदेश में होना आवश्यक नहीं है। देश-विदेश का कोई भी चिकित्सक सेवा दे सकेगा।