भोपाल, 26 मई । मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर काफी हद तक नियंत्रण में आने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि एक जून से आर्थिक गतिविधियां भी धीरे धीरे प्रारंभ की जाएंगी, लेकिन निकट भविष्य में कोरोना की तीसरी लहर रोकना भी जरुरी है।
श्री चौहान ने शाम को प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए यह बात कही।
उन्होंने बार बार जोर देकर कहा कि सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर रोकने के लिए रोड मैप बनाया है, लेकिन प्रत्येक नागरिक, धर्म गुरुओं और स्वैच्छिक संगठनों को भी कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण की अपनी जिम्मेदारी निभाना है।
तीसरी लहर नहीं रोक पाए, तो फिर भयानक स्थिति बन जाएगी।
साथ ही उन्होंने कहा कि लेकिन कोरोना रोकने संबंधी अनुशासन का पालन करके हम इसे रोक सकते हैं।
श्री चौहान ने कहा कि वे स्वयं और सरकार अनुशासन तथा कोरोना संबंधी नियमों का पूरी तरह पालन करते हुए कोरोना संक्रमण काबू रखने का क्रम रोकेगी नहीं।
लेकिन शादी विवाह, सार्वजनिक, धार्मिक और भीड़भाड़ वाले आयोजनों पर अंकुश बेहद जरुरी हैं।
इस कार्य में धर्म गुरु और प्रभावी व्यक्ति अपनी भूमिका सुनिश्चित करें।
सरकार कोविड केयर सेंटर बंद नहीं करेगी।
स्वास्थ्य संबंधी अन्य सुविधाएं भी और बढ़ाने का प्रयास रहेगा।
प्रतिदिन 70 हजार से अधिक टेस्टिंग जारी रखने का प्रयास भी होगा।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि आगामी कुछ समय तक काेरोना वायरस रहेगा ही और हमें उसके साथ रहकर अनुशासन के साथ जीने की आदत बनाना होगी।
अन्यथा इसकी कीमत चुकाना होगी।
मध्यप्रदेश पिछले एक वर्ष से अधिक समय से कोरोना के प्रकोप को झेल रहा है, लेकिन मार्च के बाद अप्रैल में कोरोना की दूसरी लहर ने सभी 52 जिलों में जबर्दस्त तबाही मचायी और लोगों के बीच हाहाकार मच गया था।
मई माह के तीसरे सप्ताह से स्थितियां नियंत्रित होना प्रारंभ हुयी और अब औसत संक्रमण दर पांच प्रतिशत के अंदर आ गयी है।
यह दर 25 प्रतिशत को भी पार कर गयी थी।
कुछ जिलों में संक्रमण दर 50 प्रतिशत से भी अधिक थी।
श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश उस स्थिति से भी गुजरा है, जब अस्पतालों के सभी बिस्तर भरे थे।ऑक्सीजन की व्यवस्था के लिए दिन-रात एक करने पड़ रहे थे। कितने ही लोगों को ऑक्सीजन लगी, कुछ लोग वेन्टीलेटर पर चले गए और कुछ लोग तो इस दुनिया से ही चले गए। क्या हम इस कष्ट को फिर से देखना चाहते हैं। इसीलिए सावधानी की रखने की
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना कर्फ्यू धीरे-धीरे खोला जाएगा। कौनसी गतिविधि कब आरंभ होगी। यह ग्राम, वार्ड, ब्लाक, नगर और जिला स्तर की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियाँ तय करेगी। अलग-अलग जिलों में स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार अलग-अलग व्यवस्थाएँ होंगी। यह भी स्थानीय स्तर पर ही तय होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश में संक्रमण नियंत्रण के लिए जन-समुदाय के सहयोग का मॉडल प्रभावी रहा है। आज बुद्ध पूर्णिमा है। प्रदेश को कोरोना मुक्त करने का संकल्प प्रदेशवासी लें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेशवासियों के नाम जारी संदेश में कहा कि कहा है कि आज बुद्ध पूर्णिमा है। आज ही के दिन बोधि वृक्ष के नीचे भगवान बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त किया था। भगवान बुद्ध ने कहा था- सर्वं दु:खं, दु:ख समुदय, दु:ख निरोध और दु:ख निरोध गामिनी प्रति पथ अर्थात दु:ख है़, दु:ख का कारण है और कारण का निवारण भी किया जा सकता है। हमें बुद्ध के बताए मध्यम मार्ग पर चलते हुए अनुशासित जीवन जीना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आज कोरोना संकट ने मानवता को एक बार फिर झकझोर कर रख दिया है। कोरोना वायरस के फैलने के कारण का निवारण किया जा सकता है। प्रदेश में सरकार के प्रयास और सभी के सहयोग से कोरोना संक्रमण अब नियंत्रण की स्थिति में है। रिकवरी रेट 93.39 प्रतिशत है, लेकिन सावधानी रखना बहुत जरूरी है।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के प्रकरणों संक्रमण में तेजी से गिरावट- शिवराज
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना के प्रकरणों में तेजी से गिरावट आ रही है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि अब प्रदेश के 45 जिलों में कोरोना संक्रमण पॉंच प्रतिशत से कम है। संक्रमण की दृष्टि से प्रदेश का देश में 19 वाँ स्थान है। आगामी 31 मई तक प्रदेश में कोरोना संक्रमण शून्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
कोरोना अनलॉक के लिए मंत्री समूह की बैठक 27 मई को
मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा की अध्यक्षता में कोरोना कर्फ्यू को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने के लिए विचार-विमर्श हेतु मंत्री समूह की बैठक 27 मई को सुबह 11:30 बजे मंत्रालय में आहूत की गई है।
अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा और विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (गृह) अशोक अवस्थी ने बताया है कि बैठक के सम्बंध में मंत्री समूह के सभी मंत्रियों को आवश्यक सूचना भेज दी गई है।
डॉ. राजौरा ने बताया है कि बैठक में जून माह से कोरोना कर्फ्यू को सुनियोजित रूप से चरणबद्ध प्रक्रिया के अनुरूप समाप्त किए जाने पर चर्चा होगी।
उन्होंने बताया कि अनलॉक के साथ सामान्य जनजीवन बहाल किए जाने के लिए प्रस्तावित रणनीति को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए मंत्री समूह द्वारा आवश्यक विचार विमर्श किया जाएगा ।