भोपाल, 06 मई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के कारण उपजी स्थितियां काफी हद तक नियंत्रण में आयी हैं, लेकिन इस पर पूरी तरह काबू पाने के लिए पूरे राज्य में 15 मई तक कोरोना कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया गया है।
श्री चौहान ने यहां ‘किल कोरोना 2 अभियान’ के संबंध में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के विभिन्न जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और मैदानी अमले को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर चिंता जाहिर की कि इस बार कोरोना वायरस का संक्रमण गांवों में तक फैल गया है। इस वायरस की चेन की यहीं समाप्त करना होगा और इसके लिए 15 मई तक संपूर्ण मध्यप्रदेश में कोरोना कर्फ्यू रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जनप्रतिनिधि प्रशासनिक अमले के साथ मिलकर गांव गांव तक पहुंचे और कोरोना मरीजों की पहचान कर उनके घरों को छोटे छोटे केंटोनमेंट क्षेत्र के रूप में बनाए। इसके साथ ही संबंधित मरीज का तत्काल इलाज प्रारंभ किया जाए। यह कार्य सभी गांवों के साथ ही छोटे कस्बों और नगरों में भी किया जाए। ऐसा करने पर हम राज्य में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़कर इस पर प्रभावी तरीके से काबू पा सकते हैं।
श्री चौहान ने इस बात पर संतोष जाहिर किया कि अप्रैल माह में जिस तेजी के साथ कोरोना संक्रमण फैला था, अब मई माह की शुरूआत में इस पर काफी नियंत्रण पा लिया गया है। आने वाले दिनों में हमें इस संक्रमण को पूरी तरह समाप्त करने के लिए कार्य करना है।
उन्होंने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए सरकार की तरफ से किए जा रहे प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार चाहती है कि सभी गरीबों को इलाज मुफ्त हो और इसके लिए आयुष्मान योजना के साथ ही एक अन्य योजना पर सरकार कार्य कर रही है। एक दो दिन में यह घोषित हो जाएगी।
उन्होंने निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों को भारी भरकम बिल थमाने वाले संचालकों को चेताते हुए कहा कि प्रशासन इस पर भी नजर रखे हुए हैं। बेहतर कार्य करने वाले संचालकों को सम्मानित किया जाएगा, लेकिन जो इस विपत्ति के काल में मरीजों को लूट रहे हैं, वे गिद्ध के समान हैं और उनके खिलाफ सरकार भी सख्त कार्रवाई करेगी।
श्री चौहान ने बताया कि राज्य सरकार ने प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से निपटने के सारे उपाय कर लिए हैं। 90 से अधिक ऑक्सीजन संयंत्र लगाने की अनुमतियां जारी की गयी हैं। सरकार सिर्फ कोरोना की दूसरी लहर से ही नहीं, बल्कि आने वाले समय में कोरोना की कथित तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां भी शुरू कर रही है।
राज्य में अप्रैल माह में कोरोना के मरीजों की संख्या और इस वजह से मृत्यु के प्रकरण अभूतपूर्व तरीके से बढ़े हैं। इस वजह से अप्रैल माह से राज्य के सभी 52 जिलों में स्थानीय प्रशासन ने अपनी जरुरतों के हिसाब से कर्फ्यू लगाया हुआ है। सिर्फ अत्यावश्यक सेवाओं को इससे मुक्त रखा गया है।