भोपाल, 02 जनवरी ।मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों से आज कहा कि वे जनता की सेवा का मुख्य ध्येय बनाकर कार्य करें।
श्री चौहान ने नए वर्ष में पहली बार वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राज्य के सभी मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित किया। सुशासन को प्राथमिकता दे रहे श्री चौहान ने कहा कि जब वे यह कहते हैं कि ‘जनता ही मेरी भगवान है’, तो वे अंतरात्मा से यह बात कहते हैं। लोकतंत्र में तंत्र जनता के लिए ही होता है। यदि हम अहंकार में डूब जाएंगे, तो अपने कर्तव्यों का सही ढंग से पालन नहीं कर पाएंगे।
श्री चौहान ने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री, मंत्री और प्रशासनिक अधिकारी सब जनता की सेवा के लिए ही हैं। इसलिए वे जनता की सेवा को भगवान की सेवा मानते हैं। उन्होंने कहा कि इसलिए वे चाहते हैं कि आप सब भी इसी सोच के साथ कार्य करें और जनता की सेवा करें।
श्री चौहान ने कहा कि अभी बहुत कार्य करना शेष है। इसलिए पूरी प्रशासनिक मशीनरी तुरंत कार्य में जुट जाए। सरकार की प्राथमिकता गरीबों के कल्याण, प्रदेश के विकास और सभी वर्गों के कल्याण की है। हम लोग नीति बनाएंगे और उस पर ठोस अमल करने का कार्य प्रशासनिक अधिकारियों का है। इस कार्य में अधिकारी अपनी पूरी दक्षता लगाएं।
श्री चौहान ने कहा कि वे परिश्रम का सिर्फ उपदेश नहीं दे रहे हैं। वे स्वयं परिश्रम करेंगे। मंत्री भी इस पर अमल करेंगे और सारे प्रशासनिक अधिकारी भी इस पर अमल करें। उन्होंने कहा कि हम नए वर्ष में नए मापदंड स्थापित करें और परिश्रम के साथ इस दिशा में जुट जाएं।
मुख्यमंत्री ने वर्ष 2020 के शुरूआत में प्रारंभ हुए कोरोना के संकटकाल का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे अभूतपूर्व कठिन समय में हमने त्वरित फैसले करके उन्हें जमीन पर उतारने और आवश्यक व्यवस्थाएं करने में जो दक्षता दिखायी, इसी वजह से कोरोना इस राज्य में बहुत भयावह स्वरूप नहीं ले पाया। एक दो बार जरूर चिंताजनक हालात बनें, जब अस्पताल भर गए थे, लेकिन स्थितियां काबू में कर ली गयीं। सरकारी प्रयासों से व्यवस्थाएं बनायी गयीं और अब ताे कोरोना के वैक्सीन की शुरूआत होने लगी है।