भोपाल, 13 जून । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि राज्य सरकार अनाथ हुए बच्चों की शिक्षा, आश्रय और भोजन की व्यवस्था करेगी और इससे संबंधित योजना शीघ्र ही घोषित की जाएगी।
श्री चौहान यहां वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी 52 जिलों में कोरोना की स्थिति की समीक्षा के साथ ही जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट समितियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान ने कहा कि सरकार ने कोरोना संकटकाल के दौरान कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों के संबंध में निर्णय लिए हैं, लेकिन ऐसे बच्चों की भी चिंता सरकार करेगी, जो कोविड के अलावा अन्य कारणों से अनाथ हुए हैं।
श्री चौहान ने कहा कि यह सरकार संवेदनशीलता के साथ कार्य करने वाली है। इसलिए हम कोविड के अलावा भी अनाथ हुए बच्चों की चिंता कर रहे हैं। सरकार इनके आश्रय, आहार और शिक्षा की व्यवस्था करेगी। इससे संबंधित योजना बनाकर शीघ्र ही घोषित की जाएगी।
उन्होंने संकेत दिए कि इस संबंध में समाज का सहयोग भी लिया जा सकता है।
इसके पहले श्री चौहान ने कहा कि राज्य में कोरोना की स्थिति और नियंत्रण में आ रही है। आज 274 नए काेरोना संक्रमित मिले। सिर्फ इंदौर, भोपाल और जबलपुर में ही दहाई की संख्या में प्रकरण हैं। संक्रमण दर घटकर 0़ 3 प्रतिशत हो गयी है। ब्लैक फंगस के इलाज की व्यवस्थाएं भी की गयी हैं। सरकार प्रतिदिन लगभग 80 हजार कोरोना जांच करने का प्रयास जारी रखेगी। राज्य के प्रत्येक कोने में जांच की जाएंगी। राज्य में कोविड केयर सेंटर चलते रहेंगे और किल कोरोना अभियान भी चलता रहेगा।
श्री चौहान ने कोरोना संक्रमण पर बेहतर काबू पाने के लिए वैक्सीनेशन अभियान पर भी जोर दिया और कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी भी इस दिशा में कार्य करें। जनजागरुकता भी इसके लिए जरुरी है। हम बार बार लॉकडाउन नहीं कर सकते हैं, इसलिए सभी इस बात को समझें और कोरोना रोकने के लिए आवश्यक सभी दिशानिर्देशों का पालन करें।
बैठक में विभिन्न जनप्रतिनिधि और सभी 52 जिलों के प्रशासन भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़े।
श्री चौहान ने कहा कि हमें संक्रमण को नियंत्रित भी करना है और रोजगार एवं व्यापार चलाना भी है। दुकानदारों, ग्राहकों, राहगीरों के लिए क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों को नियम बनाने होंगे। कोरोना से बचाव में मास्क रामबाण है, अत: मास्क के उपयोग, परस्पर दूरी बनाए रखने, बार-बार हाथ धोने और भीड़ न लगाने के संबंधी नियमों का हम सबको पालन करना होगा। जन-भागीदारी से यह व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करें और मध्यप्रदेश को देश में मॉडल राज्य के रूप में स्थापित करें।
उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना, मुख्यमंत्री कोविड-19 विशेष अनुग्रह योजना, मुख्यमंत्री कोविड योद्धा कल्याण योजना, मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना, मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकम्पा नियुक्ति योजना जैसी जन-हितैषी योजनाएँ लागू की गई हैं। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियाँ जिला स्तर पर इन योजनाओं का पूरी संवेदनशीलता और सक्रियता से क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।
अनलाॅक वाले स्थानों पर भीड़ को नियंत्रित करने क्राइसिस मैनेजमेंट दे अपना सुझाव- शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अनलाॅक वाले स्थानों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए क्राइसिस मैनेमेंट अपना सुझाव दें।
श्री चौहान ने आज ट्वीट के माध्यम से कहा कि “मैं देख रहा हूँ कि जहाँ हमने अनलॉक किया है, वहाँ कुछ-कुछ जगह भीड़ अनियंत्रित हो रही है। हमें यह नहीं होने देना है। हम बार-बार लॉकडाउन नहीं कर सकते। प्रदेश के हित को ध्यान में रखते हुए क्राइसिस मैनेजमेंट अपना सुझाव दें।
उन्हाेंने कहा है कि क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के लोग प्रदेश में संक्रमण की रोकथाम के साथ वैक्सीनेशन के लिए भी लोगों को जागरुक करें।