शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि,कोरोना के बाद ‘ब्लैक फंगस’ के संक्रमण की 50 घटनाओं की पुष्टि हुयी मप्र में,प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार कम हो रहा है, पॉजिटिव प्रकरणों एवं सक्रिय प्रकरणों में कमी आ रही है
भोपाल, 12 मई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन होने से कोरोना महामारी धीरे-धीरे नियंत्रण में आ रही है। कोरोना के नए संक्रमित प्रकरणों की संख्या प्रदेश में अब चार अंकों में आ गई है।
श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामले में देश के बड़े राज्यों में मध्यप्रदेश 15वें स्थान पर आ गया है। पॉजिटिविटी दर 25 प्रतिशत से लगातार घटकर 14 प्रतिशत से नीचे आ गई है, लेकिन हमें निश्चिंत नहीं होना है। अभी अधिक सावधानी की जरूरत है। कोरोना संक्रमण को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए लंबा सफर तय करना है।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस अपने आप कम फैलता है। यह वायरस हमारे व्यवहार से ज्यादा फैलता है। यदि हम शादी ब्याह, भीड़ और बड़े समारोह में गए तो कोरोना संक्रमण तेज गति से फैलता है। जन-सहयोग से लागू कोरोना कर्फ्यू जब तक है तब तक कोई भी घरों से बाहर नहीं निकले। मई माह में शादी-ब्याह नहीं करें। जून माह में कोरोना संक्रमण नियंत्रित होने पर शादी-ब्याह आदि आयोजन छोटे स्तर पर किए जा सकते हैं।
श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण कुछ गाँव में भी फैला है। इसे नियंत्रित करने के लिए किल कोरोना अभियान चल रहा है। सरकारी अमला मेहनत के साथ घर-घर दस्तक दे रहा है। सरकारी अमले के साथ राजनैतिक, सामाजिक कार्यकर्ता, गाँव के वरिष्ठ जन शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि यदि सर्दी, जुकाम, बुखार आदि कोरोना के लक्षण हैं, तो छुपाए नहीं, बताएँ। उपचार संभव है। सरकार ने नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था की है। सरकारी अस्पतालों के साथ अनुबंधित निजी अस्पतालों में भी नि:शुल्क उपचार होगा। मरीज चाहे तो कोविड केयर सेंटर में जाकर भी अपना उपचार करवा सकते हैं। इस समय प्रदेश में 2 करोड़ 40 लाख आयुष्मान कार्ड धारी हैं। गरीब, निम्न मध्यम वर्गीय आयुष्मान कार्ड धारी कोरोना पीड़ितों का प्राइवेट अस्पताल में भी नि:शुल्क इलाज होगा। परिवार के पास एक आयुष्मान कार्ड है तो परिवार के बाकी सदस्यों का भी आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा।
श्री चौहान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के अनुसार यदि पॉजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से नीचे आती है तो यह कोरोना संक्रमण के नियंत्रित होने का संकेत है। ऐसे जिले जहाँ कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से नीचे आ गई है वहाँ 17 मई के बाद धीरे-धीरे वैज्ञानिक ढंग से कोरोना कर्फ्यू को हटाया जा सकेगा। जिन जिलों में पॉजिटिविटी रेट बढ़ा रहेगा वहाँ कोरोना कर्फ्यू नहीं खुलेगा। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि वे कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन करें।
श्री चौहान ने कहा कि ब्लैक फंगस बीमारी होने के समाचार मिल रहे हैं। लेकिन चिंता नहीं करें। इस बीमारी का भी नि:शुल्क इलाज कराएंगे। बीमारी होने की स्थिति में देर नहीं करें। शीघ्र बताएँ। इस बीमारी का भी इलाज संभव है। पूरा मध्यप्रदेश एक परिवार है। सबको मिलकर कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ना है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के उपायों का कड़ाई से पालन करना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किल-कोरोना अभियान को सफल बनाएँ। अस्पतालों में बिस्तर, ऑक्सीजन, दवाइयों की कोई कमी नहीं है। जन-सहयोग से किसी भी आपदा का सामना किया जा सकता है।
जिला, ब्लाक, ग्राम और शहर के वार्ड स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों का गठन किया गया है। इन समितियों के सदस्य जन-सहयोग से कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे हैं। कोविड केयर सेंटर में इलाज की व्यवस्था है। कोरोना की जड़ों पर अंतिम प्रहार की जरूरत है। गाँव और घर से बाहर नहीं निकले। कोरोना से पीड़ित होने पर आइसोलेशन में रहे। अपने गाँव, ब्लॉक, शहर और जिले को कोरोना मुक्त बनाएँ। सभी जन इस महा अभियान में जुटे। हमें अपने प्रदेश को कोरोना से बचाना है। शीघ्र ही सामान्य स्थिति प्राप्त करना है।
कोरोना के बाद ‘ब्लैक फंगस’ के संक्रमण की 50 घटनाओं की पुष्टि हुयी मप्र में
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहे मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण से उबरने के बाद मरीजों में ‘ब्लैक फंगस’ के संक्रमण की घटनाओं ने राज्य सरकार की चिंताएं बढ़ा दी हैं। राज्य में इस तरह के 50 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में ब्लैक फंगस के 50 रोगियों की पुष्टि हुयी है। इस तरह का संक्रमण बहुत भयानक है। श्री चौहान ने कहा कि ब्लैक फंगस के संक्रमण की घटनाएं चिंता का विषय है। इसमें नाक, मुंह, दांत, आंख, मस्तिष्क और अन्य अंग भी सक्रमित हो जाते हैं।
नकली इंजेक्शन मामले में शिवराज ने गुजरात के मूल आरोपियों को मध्यप्रदेश लाने के निर्देश दिए
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन इस राज्य के अस्पतालों में सप्लाई करने के मामले के खुलासे के बाद मुख्य आरोपियों को गुजरात से मध्यप्रदेश लाने के निर्देश आज पुलिस महानिदेशक को दिए।
श्री चौहान ने कोरोना सबंधी उच्च स्तरीय बैठक में ये निर्देश दिए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हुई बैठक में श्री चौहान ने सख्त तेवर दिखाते हुए कहा कि नकली इंजेक्शन गुजरात में बने और इन्हें मध्यप्रदेश में खपाया गया। नकली इंजेक्शन लगने से उन मरीजों की भी जान चली गयी होगी, जिन्हें शायद बचाया जा सकता था।
नर्सो की सेवा भावना और हौसले को सलाम-शिवराज
शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड जैसी विकट महामारी में नर्स अपनी जान की परवाह किए बिना दिन-रात मरीजों की सेवा समपूर्ण एवं पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ कर रहे हैं। इससे बड़ा कोई धर्म नहीं है। मैं प्रदेश की 8 करोड़ जनता की ओर से आपकी सेवा भावना और हौसले को सलाम करता हूँ। इस संकट के समय में हमारा सबसे बड़ा संबल आप हैं। आप दूसरों की सेवा के साथ स्वयं का भी ध्यान रखें।
श्री चौहान आज अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एवं वैबकास्टिंग के माध्यम से प्रदेश के नर्सिंग स्टाफ को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि फ्लौरेन्स नाइटिंगेल ‘लेडी विद द लैंप’ ने आज से 200 वर्ष पूर्व नर्सिंग की महान परंपरा को प्रारंभ किया। वे युद्ध के दौरान लालटेन लेकर एक-एक घायल सैनिक को ढूंढकर उनका इलाज करती थीं। उनके जन्मदिवस पर अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस मनाया जाता है। आज हम सब उनको प्रणाम करते हैं।
मध्यप्रदेश में पॉजिटिव एवं सक्रिय प्रकरणों में आई कमी
शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार कम हो रहा है तथा पॉजिटिव प्रकरणों एवं सक्रिय प्रकरणों में कमी आ रही है। प्रदेश में नए कोरोना प्रकरण 9 हजार से नीचे आ गए हैं।
श्री चौहान ने आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोनानियंत्रण कोर ग्रुप के सदस्यों से चर्चा कर प्रदेश के जिलों में कोरोना कीस्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 08 जिलों में नए प्रकरणों की संख्या 200 से अधिक है तथा 7 जिलों में साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 10 फीसदी से नीचे आ गई है। यह सब प्रशासन, जन-प्रतिनिधियों एवं जनता के समन्वय एवं दिन-रात मेहनत का परिणाम है।
शिवराज ने एसओपी फॉर मेडिकल ऑक्सीजन यूज का विमोचन किया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मेडिकल ऑक्सीजन के उपयोग संबंधी पुस्तिका ‘एस.ओ.पी. फॉर मेडिकल ऑक्सीजन यूज” का विमोचन किया।
मेडिकल ऑक्सीजन की एस.ओ.पी. प्रकाशित करने वाला मध्यप्रदेश पहला राज्य है। इस पुस्तिका में मध्यप्रदेश के शासकीय एवं निजी अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन के इस्तेमाल तथा अग्नि-सुरक्षा के संबंध में विस्तृत जानकारी है।