भोपाल, 03 जून । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज बिजली कर्मियों को सख्त निर्देश दिए है कि बगैर किसी कारण के बिजली गुल होने पर जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी को बख्शा नही जायेगा।
श्री कमलनाथ ने प्रदेश में बिजली व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने और अनावश्यक कटौती न होने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि सरप्लस बिजली होने के बाद भी बिजली कटौती होना गंभीर है। उन्होंने इसके लिए जवाबदेह अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि बगैर किसी कारण के बिजली गुल होने पर जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि तकनीकी खामी और फाल्ट होने थे पर बिजली गुल होने अलावा अगर बिजली बगैर किसी कारण बंद रहती है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बिजली किसानों और आम जनता से जुड़ी एक अनिवार्य सुविधा है। बिजली महकमे से जुड़े हर स्तर के अधिकारी और कर्मचारियों को इस नागरिक सुविधा को हर स्थिति में सुचारू और बहाल रखने के लिये अथक प्रयास और पूरी संवेदनशीलता के साथ काम करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आम उपभोक्ताओं को 24 घंटे और कृषि कार्य के लिए 10 घंटे बिजली निरंतर बिजली का प्रदाय सुनिश्चित होना चाहिए। इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि बिजली उपलब्धता में आने वाली किसी भी तकनीकी खराबी और फाल्ट में त्वरित गति से सुधार सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने शिकायत व्यवस्था को भी दुरुस्त करने को कहा ताकि लोगों के फोन सुने जा सकें और उसका निराकरण तत्काल हो सके।
उन्होंने बारिश के पूर्व होने वाले मेंटेनेंस के लिए बिजली कटौती का समय इस तरह निर्धारित करने को कहा जिससे आम जनता को कोई परेशानी न हो। उन्होंने निर्देश दिए कि मेटेनेंस कार्य के लिये बिजली कटौती की सूचना पर्याप्त समय पूर्व आम जनता मिलना सुनिश्चित किया जाए।
जीतू पटवारी ने रिपोर्ट तलब की:
मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने अपने गृह नगर इंदौर में रविवार को हल्की बारिश के बाद घंटों ठप रही बिजली आपूर्ति के संदर्भ में कहा कि इस संबंध में अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की गयी है।
श्री पटवारी आज सुबह यहाँ कान्ह, सरस्वती नदी के शुद्धिकरण की कार्य प्रगति का निरीक्षण करने पहुँचे थे।
साइकिल से भ्रमण कर रहे श्री पटवारी ने संवाददाताओं के प्रश्नों का उत्तर देते हुये कहा कि इंदौर शहर के कई हिस्सों में रविवार शाम हल्की बारिश के बाद बिजली की लाइन टूट जाने की वजह से घंटों बिजली आपूर्ति ठप रही।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
श्री पटवारी ने नदी सफाई कार्य प्रगति से जुड़े एक प्रश्न का उत्तर देते हुये भारतीय जनता पार्टी उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि पहले की सरकार ने नदी शुद्धिकरण को लेकर सिर्फ बातें ही कीं थी। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस सरकार इस दिसंबर तक इंदौर में बह रही कान्ह, सरस्वती और चंद्रभागा नदियों को शुद्ध करने का कार्य पूरा कर लेगी।
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद की दावेदारी पर उन्होंने कहा कि उन्हें जो जवाबदारी दी गई है, वे उससे संतुष्ट हैं।
पिछले साल की तुलना में बिजली की आपूर्ति अधिक : एमडी
मध्यप्रदेश में भीषण गर्मी और कई स्थानों पर अघोषित बिजली कटौती के मामले सुर्खियों में आने के बीच एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक सुखवीर सिंह ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष अप्रैल व मई माह में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में लगभग 70 करोड़ यूनिट (12 प्रतिशत) अधिक बिजली आपूर्ति की गई।
उन्होंने बताया कि इस दौरान प्रदेश में बिजली की मांग में भी औसतन 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई। उन्होंने कहा कि आने वाले मानसून को ध्यान में रख कर प्रदेश के सभी क्षेत्रों में प्रत्येक फीडर का मेंटेनेंस किया जाना अति आवश्यक है, जिससे कि मानसून में निर्बाध व गुणवत्तापूर्ण बिजली की आपूर्ति संभव हो पाए।
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