रायपुर, 20 मई। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर पुलिस के वाहन को उड़ा दिया। इस घटना में सात पुलिस जवान शहीद हो गए हैं।
दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधिकारियों ने दूरभाष पर बताया कि जिले के किरंदुल थाना क्षेत्र के अंतर्गत किरंदुल और चोलनार गांव के मध्य नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर पुलिस वाहन को उड़ा दिया है। इस घटना में पुलिस के सात जवान शहीद हो गए हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले में किरंदुल से पालनार गांव के मध्य सड़क निर्माण कराया जा रहा है। निर्माण सामग्री पहुंचाने के लिए सुरक्षा बल को तैनात किया गया था। पुलिस दल के जवान सामग्री वाले वाहन के पीछे एक जीप में सवार थे। पुलिस का वाहन जब किरंदुल से चोलनार गांव के मध्य एक नाले के करीब पहुंचा तब नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया। इस घटना में पांच पुलिस जवान शहीद हो गए तथा दो अन्य जवान घायल हो गए।
उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने इस विस्फोट के लिए भारी मात्रा में विस्फोटक का इस्तेमाल किया था। विस्फोट के दौरान पुलिस वाहन कुछ फुट ऊपर उछल गया तथा घटनास्थल पर बड़ा गड्ढा हो गया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों ने पुलिस दल के छह हथियार भी लूट लिये है। जिसमें दो एके 47 राइफल, दो इंसास राइफल और दो एसएलआर शमिल हैं।
उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल के लिए अतिरिक्त पुलिस दल रवाना किया गया और शहीद जवानों के शवों और घायल जवानों को वहां से बाहर निकालने की कार्रवाई की गई। घायलों को किरंदुल के एनएमडीसी के अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां एक जवान की मृत्यु हो गई।
इधर एक अन्य जवान को बेहतर इलाज के लिए रायपुर भेजा गया था जहां उसकी भी मृत्यु हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के 16 वीं बटालियन के चार पुलिसकर्मी हवलदार विक्रम यादव, आरक्षक राजेश कुमार सिंह, रविनाथ पटेल और अर्जुन राजभर तथा जिला बल के तीन पुलिसकर्मी हवलदार रामकुमार यादव, आरक्षक टिकेश्वर ध्रुव और सहायक आरक्षक शालिक राम सिन्हा शहीद हुए हैं।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पिछले दिनों पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले और ओडिशा के मल्कानगिरि जिले तथा छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई थी जिसमें कई नक्सली मारे गए थे। इस नुकसान से नक्सली बौखलाए हुए हैं और बदला लेने के लिए उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है।
उन्होंने बताया कि क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान तेज कर दिया गया है तथा हमलावर नक्सलियों की खोज शुरू कर दी गई है।
नक्सलियों ने इस घटना को तब अंजाम दिया है जब केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह आज उत्तर क्षेत्र के जिले सरगुजा पहुंच रहे है। सिंह यहां सोमवार को सीआरपीएफ के बस्तरिया बटालियन के पासिंग आउट परेड में शामिल होंगे।
इधर राज्य के राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दंतेवाड़ा जिले में नक्सली वारदात की निंदा की है।
राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि राज्यपाल बलरामजी दास टंडन ने दंतेवाड़ा जिले में बारूदी सुरंग विस्फोट में शहीद हुए सुरक्षा बल के जवानों के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया है।
अधिकारियों ने बताया कि टंडन ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने घायल जवानों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
वहीं मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इस घटना में पुलिस बल के जवानों की शहादत पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘ हमारे पुलिस बल के जवानों ने सड़क निर्माण में सुरक्षा देने के लिए कर्त्तव्य पालन करते हुए अपने प्राणों की आहूति दी है। उनकी यह शहादत हमेशा याद रखी जाएगी।’’ सिंह ने कहा है कि यह नक्सलियों की कायरतापूर्ण हरकत है। इससे यह भी साबित होता है कि नक्सली इस जिले के ग्रामीणों और आदिवासियों तक सड़क जैसी बुनियादी सुविधा भी नहीं पहुंचने देना चाहते। इससे उनकी जन-विरोधी और विकास विरोधी मानसिकता उजागर होती है। इसके बावजूद हमारे पुलिस बल और सड़क निर्माण से जुड़े अधिकारियों, कर्मचारियों और श्रमिकों का मनोबल बहुत ऊंचा है।
उन्होंने कहा कि दंतेवाड़ा सहित सम्पूर्ण बस्तर संभाग के सभी जिलों में जनता को बारह मासी आवागमन की सुविधा दिलाने के लिए सड़कों का जाल बिछाने के लिए हम सब वचनबद्ध है।attacknews.in