Home / National / डा हर्षवर्धन “संडे संवाद “:शरीर में ऑक्सीजन की कमी कोरोना का ही लक्षण नहीं, सामुदायिक संक्रमण कुछ राज्यों तक सीमित,देश में मेडिकल ऑक्सीजन की कोई किल्लत नहीं,राज्यों को कोविड पैकेज की दूसरी किस्त जारी,केरल में ओणम के दौरान बरती गयी लापरवाही से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े attacknews.in

डा हर्षवर्धन “संडे संवाद “:शरीर में ऑक्सीजन की कमी कोरोना का ही लक्षण नहीं, सामुदायिक संक्रमण कुछ राज्यों तक सीमित,देश में मेडिकल ऑक्सीजन की कोई किल्लत नहीं,राज्यों को कोविड पैकेज की दूसरी किस्त जारी,केरल में ओणम के दौरान बरती गयी लापरवाही से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े attacknews.in

नयी दिल्ली 18 अक्टूबर । केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज कहा कि शरीर में ऑक्सीजन स्तर की कमी कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण का ही लक्षण नहीं है बल्कि यह अन्य कई बीमारियों के कारण हो सकता है!

डॉ हर्षवर्धन ने आज संडे संवाद में कहा कि अगर बुजुर्गों, बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अन्य बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों के ऑक्सीजन स्तर में कमी पायी जाती है तो उन्हें तत्काल डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि पल्स ऑक्सीमीटर शरीर में एसपीओ2 यानी ऑक्सीजन के सैचुरेशन स्तर का माप करता है। स्वस्थ व्यक्ति में यह 95 से 100 प्रतिशत के बीच रहता है। शरीर में ऑक्सीजन के एक खास स्तर की जरूरत होती है ताकि वह अच्छी तरह अपना काम कर सके।

राज्यों को 1,352 करोड़ रुपये की कोविड पैकेज की दूसरी किस्त जारी: हर्षवर्धन

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने बताया कि कोरोना वायरस कोविड-19 पर नियंत्रण पाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा कोविड पैकेज की दूसरी किस्त देश के 33 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को आवंटित कर दी गयी है।

डॉ हर्षवर्धन ने बताया कि मंंत्रालय ने कोविड-19 पर नियंत्रण पाने के लिए कोविड पैकेज के दूसरे चरण में अब तक कुल 1,352 करोड़ रुपये जारी किये हैं। यह राशि किस्तों में अगस्त, सितंबर और अक्टूबर माह के दौरान आवंटित की गयी है।

देश में मेडिकल ऑक्सीजन की कोई किल्लत नहीं: डॉ हर्षवर्धन

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि देश में मेडिकल ऑसीजन की कोई किल्लत नहीं है और कोरोना महामारी के कारण इसकी जरूरत बढ़ने पर सरकार इसकी उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार है।

डॉ हर्षवर्धन ने बताया कि वर्तमान में देश में मेडिकल ऑक्सीजन की उत्पादन क्षमता करीब 6,400 मीट्रिक टन हैं ।

कोरोना वायरस का सामुदायिक संक्रमण कुछ राज्यों तक सीमित : हर्षवर्धन

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने आज कहा कि कोरोना वायरस कोविड-19 का सामुदायिक संक्रमण देश के कुछ राज्यों तक ही सीमित है और पूरे देश में संक्रमण की स्थिति एक जैसी नहीं है।

डॉ हर्षवर्धन ने ‘संडे संवाद’ में यह जानकारी दी। यह सवाल पूछे जाने पर कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि राज्य में कोरोना का सामुदायिक संक्रमण देखा जा रहा है तो क्या देश के अन्य राज्यों में भी सामुदायिक संक्रमण चिह्नित हुआ है। इसका जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने बताया कि पश्चिम बंगाल सहित देश के कई राज्यों के कुछ हिस्सों में कोविड-19 का सामुदायिक संक्रमण हुआ है।

केरल से सबक लें अन्य राज्य : हर्षवर्धन

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने आज कहा कि केरल में ओणम के दौरान बरती गयी लापरवाही के कारण राज्य में कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े और अन्य राज्यों को इससे सबक लेकर आगामी त्योहारों के दौरान अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।

डॉ हर्षवर्धन ने बताया कि 30 जनवरी से तीन मई के बीच केरल में कोरोना वायरस के संक्रमण के मात्र 499 मामले रिपोर्ट हुये थे और संक्रमण के कारण दो मरीजों की मौत हुई थी। उस वक्त संक्रमण के अधिकतर मामले कासरगोड और कन्नूर जिले के थे। इसके बाद पर्यटन तथा व्यापार के कारण राज्य में और राज्य के बाहर लोगों की आवाजाही बढ़ने से कोरोना संक्रमण के मामले अन्य जिलों में भी बढ़ने लगे।

उन्होंने कहा कि ओणम त्योहार के कारण अगस्त और सितंबर में केरल में कोरोना संक्रमण के मामले और तेजी से बढ़े। ओणम त्योहार 22 अगस्त से दो सिंतबर तक रहा और इस दौरान पूरे राज्य में लोग जगह-जगह बड़ी संख्या में जमा हुये और उन्होंने कोविड-19 अनुकूल व्यवहार का समुचित रूप से पालन नहीं किया। केरल में सितंबर के पहले सप्ताह के दौरान कोरोना संक्रमण के करीब 2,000 नये मामलों की पुष्टि हर दिन हो रही थी लेकिन बाद में यहां हर दिन 7,000 से 8,000 नये मामले प्रतिदिन सामने आने लगे।

डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि शुरुआत में केरल ने कोरोना संक्रमण पर अच्छी तरह काबू पाया लेकिन बाद में लापरवाही के कारण केरल में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े और मामला गंभीर हो गया। इससे अन्य राज्यों को सीख लेनी चाहिए कि किस तरह ओणम के दौरान लापरवाही करने से वहां संक्रमण के मामले बढ़े। राज्याें को आगामी त्योहारों के दौरान अधिक सावधानी बरतनी चाहिए और कोविड-19 अनुकूल व्यवहार का पालन करना चाहिए। त्योहाराें के दौरान लापरवाही बरतने से पूरे देश में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ सकते हैं। इस पूरे साल यानी आगामी तीन माह के दौरान अधिक सर्तकता बरतने की जरूरत है।

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