नयी दिल्ली , 28 मार्च । सरकार ने बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) में विजया बैंक और देना बैंक के विलय से पहले उसमें (बीओबी) 5,042 करोड़ रुपये की पूंजी डालने का फैसला किया है।
बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ देना बैंक और विजया बैंक के विलय की योजना एक अप्रैल से अस्तित्व में आ जाएगी।
बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि वित्त मंत्रालय ने बुधवार को अधिसूचना के माध्यम से बैंक ऑफ बड़ौदा में 5,042 करोड़ रुपये की पूंजी डालने की फैसले की जानकारी दी।
बीओबी ने कहा , ” बैंक के इक्विटी शेयरों (विशेष प्रतिभूति / बॉन्ड) के तरजीही आवंटन के जरिए पूंजी डाली जाएगी। यह सरकार के निवेश के रूप में होगा। ”
विलय की योजना के मुताबिक , विजया बैंक के शेयरधारकों को प्रति 1000 शेयरों के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा के 402 शेयर मिलेंगे। वहीं , देना बैंक के शेयरधारकों को 1,000 शेयरों के बदले में बीओबी के 110 शेयर मिलेंगे।
सरकार ने पिछले साल सितंबर में बीओबी के साथ विजया बैंक और देना बैंक के विलय की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य भारतीय स्टेट बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के बाद तीसरा सबसे बड़ा बैंक बनाना है।
5 बैंको को सरकार ने दी पूंजी:
सार्वजनिक क्षेत्र के पांच बैंकों को सरकार से 21,428 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश मिला है। इन बैंकों को बृहस्पतिवार को अपने शेयरधारकों से सरकार को शेयरों के तरजीही आवंटन के जरिये पूंजी प्राप्त करने के प्रस्ताव पर मंजूरी मिल गई।
इन बैंकों को यह पूंजी निवेश 31 मार्च, 2019 को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष के लिए मिला है। इन बैंकों में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी), बैंक आफ बड़ौदा (बॉब) और यूनियन बैंक शामिल हैं।
पीएनबी ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि उसके शेयरधारकों की यहां हुई असाधारण आम बैठक में सरकार को तरजीही आधार पर 80,20,63,535 इक्विटी शेयर प्रीमियम के साथ 71.66 रुपये प्रति शेयर के मूल्य पर जारी और आवंटित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इससे बैंक को 5,908 करोड़ रुपये की पूंजी प्राप्त हुई है।
बैंक आफ बड़ौदा ने कहा कि वित्त मंत्रालय ने उसे 5,042 करोड़ रुपये की पूंजी डालने के फैसले के बारे में सूचित किया है।
यूनियन बैंक ने कहा कि पूंजी कोष जुटाने के लिए ऋणदाताओं की समिति (सीडीआरसीएफ) ने बृहस्पतिवार को 78.84 रुपये के निर्गम मूल्य पर सरकार को 52,15,62,658 इक्विटी शेयर जारी कर 4,111.99 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी दे दी।
इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने बयान में कहा कि उसके शेयरधारकों की 28 मार्च को हुई असाधारण आम बैठक में 14.12 रुपये (4.12 रुपये प्रीमियत सहित) प्रति शेयर के निर्गम मूल्य पर 2,69,54,67,422 इक्विटी शेयर तरजीही आधार पर सरकार को जारी करने के विशेष प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। बैंक को सरकार से 3,806 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश मिलेगा।
इससे बैंक में सरकार की हिस्सेदारी 89.39 प्रतिशत से बढ़कर 92.52 प्रतिशत हो जाएगी।
इसी तरह सेंट्रल बैंक आफ इंडिया ने 37.25 रुपये प्रति शेयर के मूल्य पर 68,72,48,322 शेयर जारी कर 2,560 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाई है। इससे बैंक में सरकार की हिस्सेदारी 89.40 प्रतिशत से बढ़कर 91.20 प्रतिशत हो गई।
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