नयी दिल्ली 20 अप्रैल ।केन्द्र सरकार ने कोरोना महामारी के कारण विशेष रूप से हॉटस्पॉट क्षेत्रों में उत्पन्न स्थिति पर नजर रखने और वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए राज्यों के प्रयास में तेजी लाने के उद्देश्य से छह अंतर मंत्रालय केन्द्रीय टीमों का गठन किया है।
गृह मंत्रालय के आज जारी वक्तव्य में कहा गया है कि इनमें से दो-दो टीमों का गठन पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र के लिए और एक-एक टीम का गठन मध्य प्रदेश तथा राजस्थान के लिए किया गया है। ये टीम मौके पर ही स्थिति का आकलन करेंगी और राज्य प्राधिकरणों को आवश्यक निर्देश देंगी । साथ ही ये समूची स्थिति के बारे में केन्द्र सरकार को अपनी रिपोर्ट भी समय समय पर देंगी।
इन सभी टीमों को विभिन्न राज्यों में जल्द से जल्द अपने दौरे शुरू करने को कहा गया है।
मध्य प्रदेश के इंदौर , महाराष्ट्र के मुंबई एवं पुणे , राजस्थान के जयपुर और पश्चिम बंगाल के कोलकाता, हावड़ा, मेदिनीपुर पूर्व, 24 परगना उत्तर, दार्जिलिंग, कलिम्पोंग और जलपाईगुड़ी में स्थिति के गंभीर होने के मद्देनजर इन टीमों का गठन किया गया है। केन्द्रीय टीम दिशा-निर्देशों के अनुसार लॉकडाउन के उपायों के कार्यान्वयन, आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, सामाजिक दूरी बनाए रखने, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे की तैयारी, स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा और श्रमिकों एवं गरीब लोगों के लिए बनाए गए राहत शिविरों की स्थितियों से जुड़ी शिकायतों पर भी विशेष ध्यान देंगी।
केन्द्र ने यह कदम घोषित हॉटस्पॉट जिलों , उभरते हॉटस्पॉट , वायरस के व्यापक प्रकोप या क्लस्टरों की आशंका वाले स्थानों पर संबंधित दिशा-निर्देशों के उल्लंघन की घटनाओं के मद्देनजर यह कदम उठाया है ।
केन्द्र का मानना है कि यदि इन क्षेत्रों में उल्लंघन की घटनाएं जारी रहती हैं तो इन जिलों की आबादी के साथ-साथ देश के अन्य क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए भी गंभीर स्वास्थ्य खतरा उत्पन्न हो जायेगा। इसे ध्यान में रखकर केन्द्र ने राज्यों की मदद के लिए विशेषज्ञों की टीमों का गठन किया है।