नयी दिल्ली 31 मार्च। 12वीं कक्षा की अर्थशास्त्र और 10वीं कीगणित की परीक्षाओं के प्रश्न पत्र संदिग्ध रूप से लीक होने के बाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा इन विषयों की परीक्षा रद्द करने और उन्हें फिर से कराने के निर्णय के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर की गयी है.
शकरपुर निवासी रिपक कंसल द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि बिना जांच कराये सीबीएसई द्वारा फिर से परीक्षा आयोजित करने का कोई औचित्य नहीं है.
याचिका में कहा गया है, ‘यह गौर किया गया कि इस वर्ष 16 लाख 38 हजार 428 छात्र 10वीं की परीक्षा और 11 लाख 86 हजार 306 छात्र 12वीं की परीक्षा (सीबीएसई की) में उपस्थित हुए. और इसलिए जिस घटना की जांच चल रही है उसके पूरा हुए बिना छात्र समुदाय को दंडित करना और 28 मार्च 2018 को फिर से परीक्षा का नोटिस जारी करना छात्रों के मूलभूत अधिकारों को प्रभावित करता है और यह स्वेच्छाचारितापूर्ण, अवैध और असंवैधानिक है.’
इसने आरोप लगाया है कि परीक्षा शुरू होने से पहले सोशल मीडिया पर कई घंटे तक प्रश्न पत्र लीक होने की खबर चली.
याचिका में कहा गया है, ‘सूचना और शिकायतों के बावजूद सीबीएसई ने प्रश्न पत्रों के लीक होने से इनकार किया और छात्रों तथा अभिभावकों से भयभीत नहीं होने की अपील की.’ इसने बोर्ड को निर्देश देने की मांग की कि हो चुकी परीक्षाओं के आधार पर परिणाम घोषित किये जायें.attacknews.in