CBI ने मेडिकल कॉलेज में नामांकन घोटाले में दिल्ली,लखनऊ में मारे छापे,हाईकोर्ट के जजों के यहां भी छापामारी attacknews.in

नयी दिल्ली, 06 दिसम्बर ।केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की टीम एक निजी मेडिकल कॉलेज में नामांकन घोटाले को लेकर दिल्ली एवं लखनऊ के कुछ ठिकानों पर सुबह से छापे मार रही है।

सीबीआई सूत्रों ने शुक्रवार को यहां बताया कि जांच एजेंसी ने एक निजी मेडिकल कॉलेज के नामांकन में हुई अनियमितताओं को लेकर भारतीय दंड संहिता (अाईपीसी) और भ्रष्टाचार निरोधक कानून की विभिन्न धाराओं के तहत एक मुकदमा दर्ज किया है और इसी सिलसिले में आरोपियों के लखनऊ और दिल्ली स्थित आवासीय परिसरों पर छापे मारे जा रहे हैं।

सूत्रों ने बताया कि दिल्ली से गयी सीबीआई की एक टीम सुबह आठ बजे से ही छापे मार रही है और खबर लिखे जाने तक यह कार्रवाई जारी थी। छापे के दौरान सीबीआई को घपले से जुड़े कुछ दस्तावेज प्राप्त हुए हैं।

यह मामला लखनऊ में कानपुर रोड स्थित प्रसाद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज का है। यह मेडिकल कॉलेज एक समाजवादी पार्टी के नेता बी पी यादव और पलाश यादव का है। वर्ष 2017 में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) ने मेडिकल संस्थान का निरीक्षण किया था।

इस मामले के आरोपियों में उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश एवं एक पूर्व न्यायाधीश भी शामिल हैं और इनके अावासीय परिसरों पर भी छापे मारे जा रहे हैं।

अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि उच्चतम न्यायालय के आदेश पर एजेंसी द्वारा प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद तड़के छापेमारी की कार्रवाई आरंभ हुई।

उन्होंने बताया कि आठ स्थानों पर छापेमारी कर रही सीबीआई की टीम उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश के आवास पर भी गई थी।

जांच एजेंसी को इस साल के शुरू में तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई को एक पत्र लिखने के बाद मामला दर्ज करने की अनुमति मिली। इस पत्र में एजेंसी ने कहा था कि उसने तत्कालीन पूर्व प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा, जिनके संज्ञान में न्यायाधीश द्वारा कदाचार का मामला लाया गया था, के निर्देश पर न्यायाधीश और अन्य के खिलाफ प्रारंभिक जांच की थी।