नयी दिल्ली, 19 मार्च । केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भ्रष्टाचार के कथित संदेहास्पद मामलों में संबंधित राज्यों के सतर्कता विभाग के साथ मिलकर देशभर के 25 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के कम से कम 30 विभागों एवं संस्थानों पर शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया।
सीबीआई के प्रवक्ता आर. सी. जोेशी ने यहां बताया कि यह छापेमारी दिल्ली, मुंबई, जयपुर, बेंगलुरु, चंडीगढ और गुवाहाटी के अलावा इंफाल, पोर्ट ब्लेयर, इटारसी, आगरा, गोवा, मेरठ, इलाहाबाद, गोरखपुर, अहमदाबाद, जम्मू, हरिद्वार, नया रायपुर, अहमदाबाद, गांधीनगर, भुसावल, जगाधरी, फिरोजपुर, शिवाकाशी, जोधपुर, विशाखापट्टनम, रांची, बीकानेर, सवाई माधोपुर, धनबाद, कोचीन आदि में की गयी।
सीबीआई का दावा है कि इस छापेमारी के दौरान अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज और अन्य रिकॉर्ड बरामद हुए हैं।
सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि आज जिन संस्थानों विभागों पर छापेमारी की गई, उनमें फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, रेलवे, सीमा सुरक्षा संगठन, जनरल रिजर्व इंजीनियर फोर्स, एनआईटी मणिपुर, अंडमान पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री, नॉर्थ पोल फील्ड लिमिटेड, इंडियन आयल कारपोरेशन, डिफेंस एसेट ऑफिस, एनटीपीसी पश्चिमी प्रभाव द्वितीय, कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड, कस्टम एक्सपोर्ट डिवीजन, मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस एंड एनडीएमसी फायर डिपार्टमेंट, उत्तरी दिल्ली नगर निगम, बीएसएनएल, जीएसटी, पोस्टल डिपार्टमेंट, केंद्रीय लोक निर्माण विभाग आदि शामिल हैं।
सीबीआई के एक आला अधिकारी के मुताबिक यह छापेमारी राज्यों के विजिलेंस विभाग के साथ मिलकर की गई थी. इस छापेमारी का उद्देश्य भ्रष्टाचार पर रोकथाम करना था. सीबीआई इसके पहले भी भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए इस तरह की देशव्यापी छापेमारी करती रही है।
सीबीआई के आला अधिकारी के मुताबिक दस्तावेजों की छानबीन के बाद अनेक विभागों के अधिकारियों और अन्य लोगों के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज किए जा सकते हैं. फिलहाल दस्तावेजों की छानबीन का काम जारी है।
सीबीआई का दावा है कि इस छापेमारी के दौरान अनेक दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिनकी जांच का काम जारी है. सीबीआई के एक आला अधिकारी के मुताबिक यह छापेमारी राज्यों के विजिलेंस विभाग के साथ मिलकर की गई थी. इस छापेमारी का उद्देश्य भ्रष्टाचार पर रोकथाम करना था. सीबीआई इसके पहले भी भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए इस तरह की देशव्यापी छापेमारी करती रही है. सीबीआई के आला अधिकारी के मुताबिक दस्तावेजों की छानबीन के बाद अनेक विभागों के अधिकारियों और अन्य लोगों के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज किए जा सकते हैं. फिलहाल दस्तावेजों की छानबीन का काम जारी है।