जम्मू-कश्मीर से आतंकी संगठन अल-बद्र का आतंकवादी गुलजार अहमद गिरफ्तार,पाकिस्तानी आकाओं के सम्पर्क से चला रहा था गतिविधियां attacknews.in

श्रीनगर, 24 अप्रैल । जम्मू कश्मीर के बडगाम जिले से सुरक्षा बलों ने अल-बद्र नामक संगठन से जुड़े एक आतंकवादी को गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से सुरक्षा बलों ने हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया है।

पुलिस के एक प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि आतंकवादी की मौजूदगी की पुख्ता सूचना पर सुरक्षा बलों में मध्य कश्मीर के चरार-ए-शरीफ क्षेत्र स्थित नागबल गांव में तलाशी अभियान चलाया।

उन्होंने कहा कि इलाके में तलाशी के दौरान, आतंकवादी को गिरफ्तार कर लिया गया जो हाल में अल-बद्र में शामिल हुआ था।

प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवादी की पहचान गुलज़ार अहमद भट के रूप में हुई है जो दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले स्थित बाथपोरा अरवानी का रहने वाला है।

उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार दहशतगर्द सीमा पार पाकिस्तान में बैठे अल-बद्र के आकाओं के करीबी संपर्क में था और दक्षिण कश्मीर में संगठन का सक्रिया आतंकवादी था।

प्रवक्ता ने बताया कि उसके पास से एक चीन निर्मित पिस्तौल, एक मैगजीन, पिस्तौल की 14 गोलियां, एके राइफल की दो मैगजीन, एके राइफल की 58 गोलियां और अल बद्र की आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है।

उन्होंने बताया कि उसके खिलाफ मामल दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है।

पुलवामा में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान नौगाम में भारतीय जनता पार्टी नेता के घर पर हमले में शामिल रहे तीन आतंकवादी मारे गए attacknews.in

श्रीनगर, 02 अप्रैल । जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में घेराबंदी तथा तलाश अभियान के दौरान सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान नौगाम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता के घर पर हमले में शामिल रहे तीन आतंकवादी शुक्रवार को मारे गए।

एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में खुफिया सूचना के आधार पर प्रदेश पुलिस के विशेष अभियान समूह, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) तथा राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) ने गुरुवार देर रात पुलवामा के काकपोरा में घेराबंदी तथा तलाश अभियान शुरू किया।

कश्मीर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि नौगाम हमले में शामिल आतंकवादियों के इस क्षेत्र में छिपे होने को लेकर जारी अलर्ट के बाद सुरक्षा ने अभियान शुरू किया था।

उन्होंने बताया कि आतंकवादियों ने गत गुरुवार को नौगाम में एक सिपाही की हत्या कर दी थी तथा उसके हथियार छीन लिए थे।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि सुरक्षा बलों के जवान काकपोरा के सभी निकाली बिंदुओं को बंद कर जब एक विशेष क्षेत्र की ओर बढ़ रहे थे, तो वहां छिपे हुए आतंकवादियों ने स्वचालित हथियारों से गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलियाँ चलाई।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि बाद में अंधेरे के कारण तलाश अभियान को रोक दिया गया। उन्होंने बताया कि आज सुबह सुरक्षा बलों के जवान जब आतंकवादियों की मौजूदगी वाले क्षेत्र की ओर बढ़ रहे थे, तो आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि इस दौरान सुरक्षा बलों के जवानों ने आतंकवादियों से बार-बार आत्मसमर्पण की अपील की। मुठभेड़ वाली जगह के आसपास के घरों में रह रहे लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया गया है।

बाद में मुठभेड़ के दौरान तीन अज्ञात आतंकवादी मारे गए। मारे गए आतंकवादियों के पास से बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए हैं, जिनमें एक ए के-47, एक पिस्तौल, एक सेल्फ लोडेड राइफल शामिल है। मारे गए आतंकवादियों की पहचान सुहैल लोन, निसार लोन तथा जुनैद है। नौगाम में भाजपा नेता के घर हमले के समय सुहैल बुर्का पहने हुए था।

पुलिस महानिरीक्षक ने नौगाम हमले के महज 24 घंटे के अंदर आतंकवादियों को मार गिराने पर सुरक्षा बलों के जवानों को बधाई दी। अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए पुलवामा में एहतियातन मोबाइल इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गयी है।

सोपोर में MSC दफ्तर में आतंकवादी हमला:पार्षद रियाज अहमद मीर,पुलिसकर्मी शफकत अहमद की मौके पर ही मौत, घायल भाजपा नेता शमसुद्दीन पीर ने भी दम तोड़ा attacknews.in

 

सोपोर 30 मार्च । जम्मू-कश्मीर के बारामूला में हुए आतंकवादी हमले में घायल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पार्षद शमसुद्दीन पीर की मंगलवार को मृत्यु हो गयी और इसके साथ ही इस हमले में मरने वालों की संख्या तीन हो गयी।

इस बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस के चार विशेष पुलिस अधिकारियों को हमले के समय उचित रूप से जवाबी कार्रवाई नहीं करने की वजह से निलंबित कर दिया गया है। इस हमले को लश्कर ए-तैयबा के दो आतंकवादियों ने अंजाम दिया था।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कई घंटों तक जिंदगी की जंग लड़ने के बाद भाजपा पार्षद शमसुद्दीन पीर ने मंगलवार को श्रीनगर के एसएचएमएस अस्पताल में आंखिरी सांस ली।

सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों ने सोपोर में एसएमसी दफ्तर पर हमला किया, जिसमें पार्षद रियाज अहमद मीर तथा पुलिसकर्मी शफकत अहमद की मौके पर ही मौत हो गयी थी, जबकि श्री शमसुद्दीन घायल हो गए थे।

सूत्रों ने कहा, “श्री शमसुद्दीन को घायल अवस्था में उपचार के लिए स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया, जहां से बेहतर उपचार के लिए उन्हें श्रीनगर के एसएचएमएस अस्पताल ले जाया गया, जहां आज उनकी मृत्यु हो गयी।”

कश्मीर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि लश्कर के दो आतंकवादियों ने सोपोर में हमला किया। उन्होंने कहा, “लश्कर के स्थानीय आतंकवादी मुदसीर पंडित तथा एक अन्य विदेश आतंकवादी इस हमले में शामिल थे।”

सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के सीमांत शहर कर्नाह में आतंकवादियों के ठिकाने का भंडाफोड़ करके भारी मात्रा में हथियार,गोले बारूद बरामद किये attacknews.in

 

श्रीनगर 29 मार्च । सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिले कुपवाड़ा के सीमांत शहर कर्नाह में आतंकवादियों के एक ठिकाने का भंडाफोड़ किया और वहां से भारी मात्रा में हथियार तथा गोले बारूद बरामद किये।

पुलिस प्रवक्ता ने साेमवार को बताया कि सेना और पुलिस ने खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए कर्नाह में ताड इलाके के धानी गांव में संयुक्त अभियान शुरू किया। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों को आतंकवादी ठिकाने का पता लगाने में काफी समय लगा। उन्होंने बताया कि घटनास्थल से पांच एके 47 राइफल, छह मैगजीन, सात पिस्तौल तथा नौ मैगजीन बरामद किये गये।

इस संबंध में कर्नाह थाना में एक मामला दर्ज किया गया है तथा पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है।

प्रवक्ता ने बताया कि इस सिलसिले में पूछताछ के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।

इस बीच, हथियारों और गोला-बारूद की बरामदगी से इस शांतिपूर्ण क्षेत्र में किसी भी संभावित अप्रिय घटना विफल कर दी गयी है और आतंकवादी संगठनों की नापाक इरादों को भी नाकाम कर दिया है।

जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग मुठभेड़ों में दो शीर्ष कमांडरों समेत 19 आतंकवादी मारे गये जबकि दो पुलिसकर्मियों समेत सुरक्षा बलों के चार जवान शहीद attacknews.in

श्रीनगर, 22 मार्च । जम्मू-कश्मीर में इस वर्ष जनवरी से नौ मुठभेड़ों के दौरान दो शीर्ष कमांडरों समेत 19 आतंकवादी मारे गये जबकि इस अवधि में दो पुलिसकर्मियों समेत सुरक्षा बलों के चार जवान शहीद हो गये।

कश्मीर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने सोमवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में स्थानीय आतंकवादियों से हिंसा का रास्ता छोड़ मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की।

उन्होंने कहा कि सामान्य जीवन जीने के लिये उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा, “वे (स्थानीय आतंकवादी) अभी आत्मसमर्पण कर सकते हैं या फिर मुठभेड़ के दौरान जब उन्हें आत्मसमर्पण का मौका दिया जाता है।”

श्री कुमार ने कहा कि इस साल अब तक नौ अलग-अलग मुठभेड़ों के दौरान 19 आतंकवादी मारे गये हैं। इनमें दो शीर्ष कमांडर-अल बद्र का प्रमुख अब्दुल गनी ख्वाजा और जैश-ए-मोहम्मद का सजाद अफगानी शामिल हैं।

शोपियां मुठभेड़: लश्कर-ए-तैयबा के चार आतंकवादी मारे गये

इधर आज जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षा बलों के तलाश एवं घेराबंदी अभियान के दौरान शुरू हुये मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के चार आतंकवादी मारे गये।

पुलिस के एक प्रवक्ता ने सोमवार को यह जानकारी दी। इस दौरान सुरक्षा बल का एक जवान भी घायल हा गया जिसे 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस बीच अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए शोपियां में एहतियात के तौर पर मोबाइल इंटरनेट सेवा रोक दी गई है।

प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवादियों की उपस्थिति की खुफिया सूचना मिलने के बाद राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर), जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने सोमवार तड़के शोपियां के मनिहाल गांव में संयुक्त रूप से तलाश एवं घेराबंदी अभियान शुरू किया।

उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान जब सुरक्षा बल के जवान एक विशेष क्षेत्र की तरफ जा रहे थे तब वहां छिपे आतंकवादियों ने उन पर गोली चलानी शुरू कर दी। इसके बाद जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की और मुठभेड़ शुरू हो गया। मुठभेड़ के दौरान चार आतंकवादी मारे गये हैं।

प्रवक्ता ने बताया कि आपसपास के घरों से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुठभेड़ में एक और आतंकवादी मारा गया जिसके बाद मारे जाने वाले आतंकवादियों की संख्या चार हो गई है।

कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए सुरक्षा बल के अतिरिक्त जवानों और पुलिस कर्मियों को आसपास के इलाकों में तैनात किया गया है। आतंकवादियों के पास से एक एके राइफल, तीन पिस्तौल और अन्य सामग्रियां बरामद की गई हैं।

अमरिंदर सिंह ने अब इस बात को स्वीकार कर लिया” किसानों का आंदोलन शुरू होने के बाद से ड्रोन द्वारा पाकिस्तान से हथियार भेजे जा रहे हैं attacknews.in

चंडीगढ़, 18 मार्च। देश में अक्तूबर, 2020 से किसानों का आंदोलन शुरू होने के बाद से सीमा पार से ड्रोन के माध्यम से राज्य में हथियारों की आपूर्ति बढ़ने को गम्भीरता से लेते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है “ मेरे होते कोई खालिस्तानी या पाकिस्तानी आतंकवाद से राज्य की शांति भंग नहीं सकेगा“।

श्री सिंह ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने इस गम्भीर मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी और उनसे सीमा पर तैनात केंद्रीय सुरक्षा बलों को सीमा पार से आने वाले ड्रोन को मारने के आदेश देने तथा इस सम्बंध में आवश्यक हथियार एवं उपकरण मुहैया कराने का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा कि राज्य में हालांकि इस समय खालिस्तानी सैल हालांकि सक्रिय नहीं हैं लेकिन इन्हें सीमा पार से ड्रोन के माध्यम से हथियार पहुंचाये जा रहे हैं ताकि राज्य में अशांति पैदा की जा सके। उन्होंने कहा ऐसे किसी भी प्रयास की कमर तोड़ दी जाएगी।

श्रीनगर में सक्रिय नौ आतंकवादियों की सूची जारी;वसीम कादिर मीर, शाहिद खुर्शीद, इरफान अहमद सोफी, बिलाल अहमद भट, शाकिब मंसूर डार, अबीरार नदीम भट, मुहम्मद यूसूफ डार उर्फ इस्स कांट्रू, मुहम्मद अब्बास शेख और उबैद शाफी डार की सूचना देने वाले को मिलेगा इनाम attacknews.in

श्रीनगर 14 मार्च । जम्मू कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर और उसके आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय नौ आतंकवादियों की सूची जारी की और इन सभी आतंकवादियाें की सूचना देने वाले को उचित ईनाम देने की घोषणा की है।

कश्मीर क्षेत्र पुलिस ने आधिकारिक ट्विटर पर आतंकवादियों की फोटो के साथ और अन्य विवरण जारी किया है। आतंकवादियाें के नाम वसीम कादिर मीर, शाहिद खुर्शीद, इरफान अहमद सोफी, बिलाल अहमद भट, शाकिब मंसूर डार, अबीरार नदीम भट, मुहम्मद यूसूफ डार उर्फ इस्स कांट्रू, मुहम्मद अब्बास शेख और उबैद शाफी डार हैं।

इनमें से सात श्रीनगर से है जो अधिकतर नए शहर के रहने वाले है जबकि एक बारामूला और अन्य कुलगाम से हैं। इनमें से एक आतंकवादी ने 2021 में और छह ने 2020 में आतंकवाद गतिविधियों में शामिल हुए। जबकि तीन अन्य कई वर्षों से आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय हैं।

पुलिस ने इन आतंकवादियों की जानकारी देने के लिए कई मोबाइल फोन और लैंडलाइन नंबर भी साझा किए हैं। उन्हाेंने इन आतंकवादियों की सूचना देने वालों को ईनाम देने का वादा किया है।

कश्मीर पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) विजय कुमार ने सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि आतंकवादी नाका पर हमले से लेकर आईईडी विस्फोट करने के अपने तौर-तरीके बदल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल अपने मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को फिर से शरू कर रहे हैं क्योंकि ऐसी संभावना जताई जा रही है कि घाटी में ‘स्टीकी बमों’ की तस्करी की गई है।

श्री कुमार ने कहा सुरक्षा बल आतंकवादियों की योजनाओं को विफल करने के लिए श्रीनगर शहर में तलाशी अभियान चला रहा है।

उतर प्रदेश का सहारनपुर बन गया विदेशी आतंकवादियों का गढ़: एकबार फिर से देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त दो बांग्लादेशी गिरफ्तार;पिछले साल नवम्बर में भी गिरफ्तार हुए थे;इससे पहले भी जारी है गिरफ्तारियों का सिलसिला attacknews.in

लखनऊ ,12 मार्च । उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने सहारनपुर में अवैध रुप से रह कर देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त दो बांग्लादेशी नागरिकों को आज गिरफ्तार कर लिया।

एटीएस प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एटीएस को महत्वपूर्ण सूचना प्राप्त हुई थी कि बाांग्लादेश का रहने वाला एक व्यकि भारत में अवैध रूप से रहकर देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त है। इस सूचना को विकसित करने पर यह बात प्रमाणित हुई कि तनवीर नामक एक व्यकि सहारनपुर में अपने अन्य साथियों के साथ रह रहा है और यहां देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं। तनवीर अपने साथियों के साथ भारत से भाग कर बाांग्लादेश जाने की फिराक में है।

सहारनपुर में रह रहे बांग्लादेश के नागरिक उमर मुहम्मद उस्मानी व उसके बेटे तनवीर को गिरफ्तार किया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि उमर ने पश्चिम बंगाल में अपना मतदाता पहचान पत्र भी बनवा लिया था। दोनों ने कूटरचित दस्तावेजों के जरिए आधार कार्ड व अन्य प्रपत्र हासिल कर लिए थे और खुद को भारतीय होने का दावा करते थे। एटीएस की टीम दोनों को शनिवार को लखनऊ स्थित कोर्ट में पेश करेगी।

आइजी एटीएस जीके गोस्वामी ने बताया कि बांग्लादेश के एक नागरिक के यहां अवैध ढंग से रहने व देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की सूचना मिली थी। छानबीन में सामने आया कि सहारनपुर में तनवीर नाम का युवक रह रहा है, जिसकी गतिविधियां संदिग्ध हैं।

एटीएस ने शुक्रवार को सहारनपुर के थाना मंडी क्षेत्र से तनवीर व उसके पिता उमर मुहम्मद को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। पिता-पुत्र मूल रूप से बांग्लादेश के कोक्स बाजार के निवासी हैं। दोनों यहां सहारनपुर की नदीम कालोनी में मुजफ्फर मस्जिद के पास रह रहे थे। दोनों के विरुद्ध एटीएस थाने में एफआइआर दर्ज की गई है। एटीएस ने उमर का भारतीय मतदाता पहचान पत्र, पैन कार्ड, आधार कार्ड, तनवीर का आधार कार्ड व बांग्लादेश का नागरिक कार्ड, दो बांग्लादेशी सिम कार्ड व पंजाब नेशनल बैंक की चेकबुक बरामद की है।

एटीएस ने बीते दिनों ही अलीगढ़ से रोहिंग्या हसन उर्फ फारुख व उन्नाव से उसके भाई शाहिद को गिरफ्तार किया था। दोनों यहां पहचान बदलकर रह रहे थे और सिंडीकेट के तहत रोहिंग्या को सूबे के कई जिलों में लाकर बसाने व काम दिलाने की गतिवधियों में लिप्त थे।

एटीस ने दोनों भाइयों से पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर छानबीन को आगे बढ़ाया था। सूत्रों का कहना है कि इसी कड़ी में हाथ लगी सूचनाओं के बाद सहारनपुर से अब बांग्लादेशी पिता-पुत्र की गिरफ्तारी हुई है।

सिंडीकेट से जुड़े हैं कई और के तार: एटीएस

अधिकारियों के अनुसार रोहिंग्या हसन जिस सिंडीकेट से जुड़ा है, उसमें शामिल कई लोगों से बांग्लादेशी उमर भी सीधे संपर्क में था। अब इनके आपसी कनेक्शन व अन्य सहयोगियों की तलाश की जा रही है। एटीएस उमर व उसके बेटे को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने की भी तैयारी कर रही है।

पिछले साल भी 15 साल से देश में छिपे दो संदिग्ध आतंकी हुए थे गिरफ्तार, दुबई से जुड़ा रहा इनका कनेक्शन:

इससे पहले पिछले साल 17, नवम्बर 2020, को
यूपी पुलिस की ATS ने दो संदिग्ध आतंकियों को सहारनपुर से गिरफ्तार किया था। शहर की मस्जिद के पास से स्पेशल टीम ने दोनों को कानून के शिकंजे में दबोच लिया. संदिग्ध आतंकी बांग्लादेश के रहने वाले है जो सगे भाई हैं. पुलिस के मुताबिक दोनों फर्जी दस्तावेजों के सहारे बीते डेढ़ दशक यानि 15 साल से भारत में छिपकर रह रहे थे।

विदेशी साजिश की आशंका

मस्जिद के पास स्थित घर से पकड़े गए दोनों संदिग्ध आतंकी इकबाल और फारुख लंबे समय से पुलिस के रेडार पर थे. जो अमेरिका और दुबई समेत कई देशों में रह रहे लोगो के सीधे संपर्क में थे. इनकी गतिविधियां भी संदिग्ध थीं लेकिन अब पुलिस को दोनों संदिग्ध आतंकियों से पूछताछ में बड़ा खुलासा होने की उम्मीद है. आशंका है कि दोनों भाई भारत के खिलाफ साजिश रचने वालों के संपर्क में थे. दोनों आरोपियों के पास से फर्जी आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड समेत विदेशी संपर्कों के पुख्ता सबूत भी बरामद हुए हैं।

पहले भी हो चुकी थी गिरफ्तारी

पहले भी फर्जी दस्तावेज के मामले में दोनों भाई 2 साल की जेल काट चुके हैं. जेल से बाहर आने के बाद दोनों अपने वतन लौटने के बजाए भारत में एक्टिव थे और यूपी के सहारनपुर में रह रहे थे।

आतंकवाद की पनाहगाह पाकिस्तान के लिए गले की हड्डी बना:FATF को 1 माह में देना हैं रिपोर्ट कि,, आतंकी संगठनों के लिए लुंज-पुंज कानून को बदलकर सख्त कार्रवाई की गई वरना काली सूची में डाल दिया जायेगा attacknews.in

पाकिस्तान को तीन एफएटीएफ मापदंडों को पूरा करने के लिए होगी अतिरिक्त विधेयक की आवश्यकता:

इस्लामाबाद, दो मार्च । पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर धन शोधन एवं आतंकवादियों के वित्त पोषण पर नजर रखने वाले वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की 27 बिंदुओं वाली कार्य योजना के तीन बचे हुए मापदंडों को जून की नई समयसीमा समाप्त होने से पहले पूरा करने के लिए एक और विधेयक की आवश्यकता होगी।

एक मीडिया रिपोर्ट में मंगलवार को यह बात कही गई।

एफएटीएफ ने पाकिस्तान को जून 2018 में ग्रे सूची में डाल दिया था और उससे 2019 के अंत तक धनधोशन एवं आतंकवादियों को वित्त पोषण रोकने के लिए कार्य योजना लागू करने को कहा था, लेकिन कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण इस समय सीमा को बढ़ा दिया गया था। एफएटीएफ ने पिछले महीने नई समय सीमा तय की थी।

पाकिस्तान धनशोधन एवं आतंकवाद को वित्त पोषण रोधी एफएटीएफ के नियमों का पालन नहीं करने वाले देशों की सूची में डाले जाने से बचने के लिए हालिया कुछ महीनों से काफी कोशिश कर रहा है। यदि पाकिस्तान को इस सूची में डाल दिया जाता है, तो पहले ही कमजोर उसकी अर्थव्यवस्था को और नुकसान होने की आशंका है।

‘डॉन’ समाचार पत्र ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि पाकिस्तान सरकार को बची हुई चिंताओं से निपटने के लिए विधेयक बनाने और अन्य कदमों में प्रगति को लेकर एफएटीएफ को एक महीने के भीतर अद्यतन रिपोर्ट भेजनी होगी।

रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार ने एफएटीएफ की अनिवार्यताओं को पूरा करने के लिए पिछले एक साल से अधिक समय में करीब तीन दर्जन कानूनों में बदलाव किया है, ऐसे में अतिरिक्त विधेयक लाने में कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए।

पाकिस्तान के वित्त मंत्री अब्दुल हफीज शेख ने धनशोधन रोधी राष्ट्रीय कार्यकारी समिति (एनईसी) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए एफएटीएफ समन्वय समिति के अध्यक्ष और उद्योग एवं उत्पादन मंत्री हम्माद अजहर और वित्तीय निगरानी इकाई (एमएमयू) से संघीय सरकार की एजेंसियों एवं सशस्त्र बलों के साथ विचार-विमर्श करके अतिरिक्त विधेयक के लिए तत्काल समय सीमा तय करने को कहा।

रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा देखा गया है कि पाकिस्तान ने पिछले दो साल में काफी प्रगति की है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी तारीफ की है, लेकिन बार-बार अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताएं पूरी नहीं हो पाने और समय सीमा के भीतर काम नहीं हो पाने के कारण गलत संदेश जाता है।

एनईसी को सूचित किया गया कि पाकिस्तान को एफएटीएफ को 30 दिन के भीतर बताना होगा कि वह एफएटीएफ द्वारा रेखांकित की गई अपनी कमियों को किस समय सीमा में पूरा करेगा और उसकी आगे की क्या योजना है।

रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान को एक अतिरिक्त विधेयक बनाना होगा, जिनमें मौजूदा ढांचे की उन कुछ कमजोरियों को दूर किया जाए, जो आतंकवादी संगठनों के लिए काम कर रहे लोगों को पकड़ने या उन पर प्रतिबंध लगाने समेत उनके खिलाफ कदम उठाने और उन पर मुकदमा चलाने की प्राधिकारियों की शक्तियों को सीमित करती हैं।

रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान को तीन शेष बिंदुओं पर काम करना हैं। उसे यह दिखाना होगा कि प्रतिबंधित व्यक्तियों एवं संगठनों के लिए काम करने वाले लोगों एवं संगठनों को निशाना बनाकर आतंकवाद के वित्तपोषण संबंधी जांच की गईं और अभियोग चलाए गए।

इसके अलावा पाकिस्तान को यह दिखाना होगा कि इन अभियोगों के कारण प्रभावशाली और पर्याप्त प्रतिबंध लगाए गए। पाकिस्तान को यह भी दिखाना होगा कि उसने सभी प्रतिबंधित आतंवादियों के खिलाफ वित्तीय प्रतिबंधों का प्रभावशाली क्रियान्वयन किया।

सूत्रों ने बताया कि बैठक में बताया गया कि तीन में से एक बिंदू पर काफी काम कर लिया गया है, लेकिन जिन दो बिंदुओं को दिखाने के लिए अतिरिक्त विधेयक की आवश्यकता है, उन क्षेत्रों में लक्ष्य हासिल करने में समय लगेगा।

लखनऊ समेत देश केअनेक हिस्सों में एक साथ आतंकी हमले से दहलाने की साजिश नाकाम पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया  के कमाण्डर समेत दो सदस्यों को गिरफ्तारी;बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद attacknews.in

लखनऊ,16 फरवरी । उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने लखनऊ समेत देश के विभिन्न हिस्सों में एक साथ आतंकी हमले की साजिश नाकाम करते हुए आतंकी संगठन पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के कमाण्डर समेत दो सदस्यों को आज शाम लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया और उनके कब्जे बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद ध किया गये है।
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार के अनुसार लखनऊ को बम धमाकों से दहलाने की साज‍िश नाकाम करते हुए एसटीएफ ने पीएफ के मिलिट्री कमांडर बदरुद्दीन को उसके साथी केरल के ही निवासी फिरोज खान को मंगलवार शाम करीब साढ़े बजे लखनऊ के कुकरैल तिराहे के पास से गिरफ्तार किया गया है। गुडम्बा इलाके से गिरफ्तार कर ल‍िया है। ये आतंकी लखनऊ को बम धमाकों से दहलाने केरल से आये थे। उनके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक भी बरामद हुए हैं।
उन्हेंने बताया कि लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध की आड़ में आग फैला चुके संगठन पीएफआइ ने अब देश-प्रदेश को दहलाने की साजिश रची थी।
बसंत पंचमी के आसपास लखनऊ में होने वाले हिन्दू संगठनों के कार्यक्रमों में आतंकी हमले के लिए पीएफआइ के दो आतंकी केरल से लखनऊ पहुंच भी गए, लेकिन वह अपने खौफनाक मंसूबों को पूरा कर पाते, उससे पहले एसटीएफ ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ ने विस्फोटक और हथियार बरामद कर आतंकी हमले की साजिश नाकाम कर दी। उनके निशाने पर कई नेता भी थे।
श्री कुमार ने बताया कि पीएफआइ के कमांडर केरल निवासी अन्सद बदरुद्दीन और केरल के ही निवासी फिरोज खान को मंगलवार शाम करीब साढ़े बजे लखनऊ के कुकरैल तिराहे के पास से गिरफ्तार किया गया है। दोनों आतंकी आज बसंत पंचमी के मौके पर धमाकों की योजना में शामिल थे। उनके कब्जे से 16 हाई एक्सप्लोसिव डिवाइस (मय बैट्री डेटोनेटर व लाल रंग का तार), .32 बोर की पिस्टल, सात कारतूस, 4800 रुपये, पैन कार्ड, चार एटीएम कार्ड, मेट्रो कार्ड के अलावा अन्य कार्ड और 12 रेलवे टिकट बरामद हुए हैं। दोनों के पास से कई चौंकाने वाले दस्तावेज मिले हैं, जिनके आधार पर आगे की छानबीन की जा रही है।

जम्मू में सात किलो आईईडी बरामद,पुलवामा जैसे आतंकी हमले की साजिश विफल,द रेसिस्टेंस फ्रंट और लश्कर ए मुस्तफा के दो मुख्य कमांडरों को किया था गिरफ्तार attacknews.in

जम्मू, 14 फरवरी । जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले की दूसरी बरसी के मौके पर रविवार को जम्मू पुलिस ने यहां जनरल बस स्टैंड से सात किलो शक्तिशाली विस्फोटक उपकरण (आईईडी) बरामद कर इस प्रकार के दूसरा हमला करने की साजिश को विफल कर दिया।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि खुफिया सूचना के आधार पर जम्मू पुलिस ने अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर बस अड्डे के आस-पास तलाश अभियान चलाया और इस दौरान सात किलो आईईडी जब्त किया गया।

जम्मू पुलिस ने यहां जनरल बस स्टैंड से 6.5 किलोग्राम शक्तिशाली विस्फोटक उपकरण (आईईडी) बरामद कर जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले की दूसरी बरसी के मौके पर इसी प्रकार के दूसरे हमले की साजिश विफल कर दी।

पुलिस ने पिछले कुछ दिनों में यहां द रेसिस्टेंस फ्रंट और लश्कर ए मुस्तफा के दो मुख्य कमांडरों को भी गिरफ्तार किया है।

जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक मुकेश सिंह ने रविवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इस खुफिया सूचना के आधार पर कि पुलवामा हमले की बरसी पर आतंकवादी संगठन जम्मू बस स्टैंड पर बड़े हमले को अंजाम दे सकता है, पुलिस तीन दिन से हाई अलर्ट पर थी। इसी आधार पर जम्मू पुलिस ने अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर सभी संवेदनशील स्थानों पर नाका स्थापित किये गये और बस अड्डे के आस-पास व्यापक तलाश अभियान चलाया गया।

जम्मू में आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद से जुड़े लश्कर ए मुस्तफा का स्वयंभू प्रमुख हिदायतुल्ला मलिक उर्फ हसनैन समेत 4 आतंकवादियों की गिरफ्तारी attacknews.in

जम्मू 06 फरवरी । जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग एवं जम्मू पुलिस ने संयुक्त अभियान के तहत जम्मू में आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद से जुड़े लश्कर ए मुस्तफा के स्वयंभू प्रमुख हिदायतुल्ला मलिक उर्फ हसनैन को गिरफ्तार कर उसके संगठन का एकप्रकार से सफाया कर दिया है।

इस अभियान की कड़ी के तौर पर अनंतनाग में पहली गिरफ्तारी अयाज भट की हुई थी तथा उसके पास से एक पिस्तौल भी बरामद की गयी थी। पूछताछ के दौरान उसकी ओर से किये गये खुलासे के आधार पर आतंकवादियों के दो अन्य सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें पम्पोर से रईस मीर और शाेपियां का शाकीर इट्टू शामिल था। इन दोनों के पास से दो ग्रैनेड भी बरामद किये गये थे। तीनाें की गिरफ्तारी के संबंध में अनंतनाग में तीन अलग-अलग मामले भी दर्ज किये गये।

अफगानिस्तान में सुरक्षाबलों ने अभियान चलाकर 40 तालिबानी आतंकवादियों को मार गिराया attacknews.in

काबुल, 25 जनवरी । अफगानिस्तान के दक्षिणी कंधार प्रांत में सुरक्षाबलों की ओर से चलाए गए एक अभियान में तालिबान के करीब 40 आतंकवादी मारे गए हैं।

अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने रविवार को एक वक्तव्य जारी कर यह जानकारी दी।

संबंधित अधिकारियों के मुताबिक तालिबानी आतंकवादी कंधार प्रांत के अर्घनदब जिले में सुरक्षा चौकियों को निशाना बनाकर हमला करने की योजना बना रहे थे।

मंत्रालय की ओर से जारी वक्तव्य के मुुताबिक सुरक्षाबलों ने वायु सेना की मदद से तालिबान के ठिकानाें पर निशाना बनाकर हमला किया जिसमें करीब 40 आतंकवादी मारे गए।

सुरक्षाबलों ने अपने इस अभियान में तालिबान के 13 विभिन्न प्रकार के हथियारों, पांच ठिकानों और दो अन्य ठिकानों को नष्ट कर दिया है। सुरक्षाबलों ने 17 विस्फोटकों को निष्क्रिय भी कर दिया।

गौरतलब है कि कतर की राजधानी दोहा में अफगान नेतृत्व और तालिबान प्रतिनिधियों के बीच चल रही वार्ता के बावजूद देश में हिंसा हो रही है।

पाकिस्तान में हिंदू मंदिर को जलवाने और तोड़फोड़ कर तबाह करवाने वाली पुलिस को बदनामी से बचाने के लिए लापरवाही दिखाने के आरोपी 12 पुलिस अधिकारी किए बर्खास्त,33 निलंबित attacknews.in

पेशावर, 14 जनवरी । पाकिस्तान में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की सरकार ने यहां एक हिंदू मंदिर को बचाने में ‘लापरवाही’ के दोषी पाये गये 12 पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया है।

एक चरमपंथी इस्लामी पार्टी के सदस्यों के नेतृत्व में भीड़ ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्थित इस मंदिर में आग लगा दी थी।

सरकार ने घटना के सिलसिले में 33 पुलिस अधिकारियों की एक साल की सेवा भी निलंबित कर दी है।

खैबर पख्तूनख्वा के करक जिले के तेरी गांव में 30 दिसंबर को भीड़ ने मंदिर पर हमला कर दिया था। इससे पहले ही हिंदू समुदाय के सदस्यों को दशकों पुराने मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए स्थानीय अधिकारियों से अनुमति मिली थी। भीड़ ने मंदिर के पुराने भवन के साथ ही नये निर्माण कार्यों को भी गिरा दिया।

कोहट क्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक तैयब हाफिज चीमा ने घटना की जांच के लिए पुलिस अधीक्षक (जांच प्रकोष्ठ) जहीर शाह को जांच अधिकारी नियुक्त किया था और एक सप्ताह के अंदर इस मामले में रिपोर्ट सौंपी गयी।

रिपोर्ट के आधार पर ही दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की गयी।

जम्मू-कश्मीर को दहलाने की कोशिश नाकाम:पुंछ में आईईडी से लैस मोटरसाइकिल का पता लगा, बड़ा हादसा टला attacknews.in

जम्मू, 10 जनवरी । जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के मेंढर सेक्टर में मोटरसाइकिल में लगे 2.4 किलोग्राम परिष्कृत उपकरण विस्फोटक (आईईडी) का समय रहते पता चलने से बड़ा हादसा टल गया। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।

पुंछ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रमेश अंगरल ने कहा कि आईईडी शनिवार को रात 10 बजे के आसपास एक पुलिस पार्टी को गोहलद रीलन-मेंढर रोड के किनारे मिला और रविवार को दोपहर एक बजे के आसपास बम निरोधक दस्ते द्वारा नियंत्रित विस्फोट में उसे नष्ट कर दिया गया ।

प्रारंभिक जांच का हवाला देते हुए अधिकारी ने कहा कि एक संदिग्ध आतंकवादी ने आईईडी लगा मोटरसाइकिल वहां छोड़ दिया और समझा जाता है कि वह पास के वन क्षेत्र में भाग गया।

एसएसपी ने कहा कि उसे पकड़ने के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी करने के बाद पुलिस और राष्ट्रीय राइफल्स द्वारा संयुक्त तलाशी अभियान जारी है ।

एसएसपी ने कहा कि बम निरोधक दस्ते ने बिना किसी क्षति के नियंत्रित विस्फोट में आईईडी को नष्ट कर दिया।

उन्होंने कहा कि कानून की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और दोषियों को सजा दिलाने के लिए जांच जारी है।