शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में कुछ स्थानों पर हुई बेमौसम बारिश को देखते हुए अधिकारियों को क्षति के आकलन के बाद किसानों को आवश्यक राहत देने के दिए निर्देश attacknews.in

भोपाल,14 मार्च । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कुछ स्थानों पर हुई बेमौसम बारिश को देखते हुए राज्य सरकार ने अधिकारियों को क्षति के आकलन के निर्देश दिए हैं। किसानों को फसलों की क्षति के आधार पर जरूरी राहत प्रदान की जाएगी।

श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के कुछ स्थानों पर बेमौसम बारिश और कहीं-कहीं हुई ओलावृष्टि से फसलों को पहुंची क्षति की जानकारी कल और आज मिली है। इस मामले में जिलों के कलेक्टर्स के साथ ही राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारियों से भी चर्चा हुई है। जिलों में कहीं-कहीं फसलें आड़ी हो गई हैं। क्षति का आकलन किया जा रहा है। संबंधित अधिकारी फील्ड में हैं और सर्वे कार्य कर रहे हैं। किसानों को जैसा नुकसान हुआ है, उन्हें आवश्यक राहत प्रदान की जाएगी

भोपाल के लाल परेड़ मैदान में लगा 10 दिनी देश भर के दस्तकारों, शिल्पकारों के दुर्लभ स्वदेशी हस्तनिर्मित उत्पादों का ‘हुनर हाट’,केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और शिवराज सिंह चौहान ने ‘तंदूरी चाय’ का लुत्फ उठाया attacknews.in

हुनर हाट कौशल के कद्रदानों का कुंभ साबित होगा: नकवी

भोपाल, 13 मार्च । केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज कहा कि उन्हें आशा है कि भोपाल में आयोजित ‘हुनर हाट’ कौशल के कद्रदानों का कुंभ साबित होगा।

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के लाल परेड़ मैदान में देश भर के दस्तकारों, शिल्पकारों के दुर्लभ स्वदेशी हस्तनिर्मित उत्पादों के 27वें ‘हुनर हाट’ का उद्घाटन श्री नकवी और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में किया गया।

इस अवसर पर मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा विशिष्ठ अतिथि के रूप में मौजूद रहे। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के सचिव पी के दास, अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

श्री नकवी ने कहा कि हुनर हाट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से दस्तकारों, शिल्पकारों की स्वदेशी विरासत को मौका और मार्केट उपलब्ध कराने का प्रभावी प्लेटफार्म है। यह आत्मनिर्भर भारत और समावेशी विकास के संकल्प को पूरा करता है। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि हुनर हाट में भाग ले रहे शिल्पकारों के उत्पाद ई-पोर्टल भी उपलब्ध हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भोपाल में आयोजित हुनर हाट कौशल के कद्रदानों का कुंभ साबित होगा।

केन्द्रीय मंत्री श्री नकवी ने हुनर हाट की जानकारी देते हुए बताया कि कारीगरों के उत्पाद के साथ-साथ खान-पान के भी विविध स्टॉल यहां मौजूद हैं। इसमें तंदूरी चाय की उन्होंने विशेष रूप से प्रशंसा की।

उन्होंने कहा कि तंदूरी रोटी का तो सुना है, पर तंदूरी चाय के बारे में पहली बार सुन रहे हैं। इस मौके पर श्री नकवी, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग तथा सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री सखलेचा ने भी तंदूरी चाय का जायका लिया।

श्री नकवी ने कहा कि ‘हुनर हाट’ देश भर के दस्तकारों, शिल्पकारों का ‘एम्प्लॉयमेंट और एम्पावरमेंट एक्सचेंज’ साबित हुए हैं। ‘हुनर हाट’ के जरिये अब तक 5 लाख 50 हजार से ज्यादा दस्तकारों, शिल्पकारों, कलाकारों को रोजगार और रोजगार के मौकों से जोड़ा गया है।

आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के साथ 75 ‘हुनर हाट’ के जरिये 7 लाख 50 हजार दस्तकारों, शिल्पकारों को रोजगार-रोजगार के मौकों से जोड़ा जायेगा।

उन्होंने कहा कि ‘हुनर हाट’ ई प्लेटफार्म के साथ ही पोर्टल पर भी देश-विदेश के लोगों के लिए उपलब्ध है, जहाँ लोग सीधे दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों के बेहतरीन स्वदेशी सामानों को देख-खरीद रहे हैं।

अगले ‘हुनर हाट’ गोवा (26 मार्च से 4 अप्रैल), देहरादून (9 से 18 अप्रैल), सूरत (23 अप्रैल से 2 मई) में आयोजित होंगे। इसके अतिरिक्त कोटा, हैदराबाद, मुंबई, जयपुर, पटना, प्रयागराज, रांची, कोच्चि, गौहाटी, भुवनेश्वर, जम्मू-कश्मीर आदि स्थानों पर भी इसी वर्ष ‘हुनर हाट’ के आयोजन होंगें।

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा 27वें ‘हुनर हाट’ का आयोजन ‘वोकल फॉर लोकल’ थीम के साथ लाल परेड ग्राउंड, भोपाल में 12 मार्च से 21 मार्च तक किया जा रहा है। यहां देश भर के 31 से ज्यादा प्रांतों के दस्तकार, शिल्पकार, कारीगर अपने दुर्लभ स्वदेशी हस्तनिर्मित उत्पाद बिक्री एवं प्रदर्शनी के लिए आएंगे।

भोपाल हुनरमंदों की कद्र जानता है-शिवराज

इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भोपाल हुनरमंदों की कद्र जानता है। हुनर हाट में आए देश के 31 राज्यों के कारीगरों को भोपाल की जनता से भरपूर सराहना मिलेगी।

श्री चौहान ने हुनर हाट का शुभारंभ किया। उन्होंने भोपाल वासियों से अपील की कि वे शहर में आए कलाकारों के हुनर को जरूर देखें।

केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित क्राफ्ट, कुज़ीन और कल्चर के संगम हुनर हाट में 31 राज्यों के कलाकार और हस्तशिल्पी अपने उत्पाद लेकर आएं हैं। हाट में कुल 250 स्टॉल लगाए गए, जिनमें 210 विभिन्न उत्पादों के और 40 स्टॉल खान-पान के हैं। मध्यप्रदेश के 15 शिल्पी भी हुनर हाट में भाग ले रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मैन ऑफ आइडियाज़ हैं। कोरोना के कठिन काल में उन्होंने आत्म-निर्भर भारत का संकल्प दिया। इससे प्रेरित होते हुए आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का रोडमेप विकसित कर प्रदेश में कार्य जारी है। आत्म-निर्भर भारत वोकल फॉर लोकल के बिना संभव नहीं हो सकता। लोकल उत्पाद की पहचान कारीगारों पर ही निर्भर है। कारीगारों की कला के प्रकटीकरण का मौका और उनके उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने का हुनर हाट एक सशक्त माध्यम है। ऐसे मंचों से ही आत्म-निर्भर कारीगर और आत्म-निर्भर दस्तकार बन सकेंगे। यह देश की एकता, आपसी मेलजोल और कारीगरों को राष्ट्रीय स्तर पर बाजार उपलब्ध कराने का मौका भी देता है। ऐसे ही प्रयासों से कारीगारों के उत्पादों के पहचान वैश्विक स्तर पर बन सकेगी।

श्री चौहान ने केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री नकवी से प्रतिवर्ष मध्यप्रदेश के किसी एक शहर में हुनर हाट आयोजित करने का निवेदन भी किया। उन्होंने कहा कि हस्तशिल्प की भारत में समृद्ध परंपरा रही है। जब पश्चिम के देश कपड़ा निर्माण में आरंभिक अवस्था में थे, तब हमारे कारीगरों ने ढाका की मलमल बना कर अपने हुनर को स्थापित कर दिया था। कारीगरों ने कोरोना काल में भी समाज की बहुत मदद की है। मास्क और पीपीई किट की आपूर्ति में इनका योगदान महत्वपूर्ण रहा।

श्री चौहान ने मध्यप्रदेश को 358 करोड़ रुपये जारी करने और 1 लाख 61 हजार 710 अल्पसंख्यक विद्यार्थियों को विभिन्न छात्रवृत्तियां प्रदान करने के लिए श्री नकवी का आभार व्यक्त किया।

श्री नकवी ने कहा कि हुनर हाट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से दस्तकारों, शिल्पकारों की स्वदेशी विरासत को मौका और मार्केट उपलब्ध कराने का प्रभावी प्लेटफार्म है। यह आत्म-निर्भर भारत और समावेशी विकास के संकल्प को पूरा करता है।

केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि हुनर हाट में भाग ले रहे शिल्पकारों के उत्पाद ई-पोर्टल भी उपलब्ध हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भोपाल में आयोजित हुनर हाट कौशल के कद्रदानों का कुंभ साबित होगा।

श्री नकवी ने अपने संबोधन में हुनर हाट की जानकारी देते हुए बताया कि कारीगरों के उत्पाद के साथ-साथ खान-पान के भी विविध स्टॉल यहाँ मौजूद हैं। इसमें तंदूरी चाय की उन्होंने विशेष रूप से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि तंदूरी रोटी का तो सुना है पर तंदूरी चाय के बारे में पहली बार सुन रहा हूँ। श्री चौहान ने समापन-सत्र के उपरांत तंदूरी चाय के स्टाल पर जाकर चाय पी।

हुनर हाट में चाय की चुस्कियों का आनंद लिया शिवराज और नकवी ने

‘वोकल फाॅर लोकल’ के तहत स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित ‘हुनर हाट’ की शुरूआत के मौके पर आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने ‘तंदूरी चाय’ का लुत्फ उठाया।

ऐतिहासिक लाल परेड मैदान पर आयोजित हुनर हाट की शुरूआत के मौके पर श्री चौहान, श्री नकवी और राज्य के सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने तंदूरी चाय की चुस्कियां लीं।

श्री चौहान ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए लिखा है ‘चाय तो मैंने बहुत पी हैं, लेकिन आज भोपाल में हुनर हाट में तंदूरी चाय पहली बार पी। इसका मजा भी कुछ अलग ही है। आप सब भी आकर इसका लुत्फ उठाएं।’ उन्होंने इसका एक आकर्षक फोटो भी ट्वीट पोस्ट किया है।

दस दिवसीय हुनर हाट की शुरूआत के मौके पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देश प्रदेश के स्थानीय शिल्पकारों और कारीगरों द्वारा निर्मित वस्तुएं देश और विश्व में बिक सकें, इसके लिए उनकी सरकार पूरा प्रयास करेगी। उन्होंने इस तरह के आयोजन के लिए श्री नकवी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि ये आयोजन प्रतिवर्ष होने चाहिए और अलग अलग शहरों में आयोजित किए जाने चाहिए।

श्री नकवी ने भी अपने संबोधन में हुनर हाट के आयोजन के उद्देश्यों से अवगत कराया और मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रति सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया। हुनर हाट में देश के विभिन्न हिस्सों के शिल्पकार अपने उत्पाद प्रदर्शित कर रहे हैं। यहां पर इन उत्पादों को विक्रय के लिए रखा गया है।

बेंगलुरु मे टीवी चैनलों द्वारा आपत्तिजनक या अश्लील वीडियो या कार्यक्रम प्रसारित किया तो पुलिस प्रकरण होग दर्ज;पुलिस ने कार्यक्रम संहिता का पालन करने को कहा attacknews.in

बेंगलुरु, 10 मार्च । शहर की पुलिस ने टीवी न्यूज चैनलों से ‘कार्यक्रम संहिता’ का पालन करने और आपत्तिजनक वीडियो प्रसारित करने से दूर रहने को कहा है, अन्यथा उन्हें कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।

पुलिस ने यह कदम कथित तौर पर एक पूर्व मंत्री की ‘सेक्स फॉर जॉब’ वीडियो क्लिप प्रसारित किये जाने के बाद उठाया है। हालांकि, पूर्व मंत्री ने इस वीडियो को फर्जी बताते हुए खारिज कर दिया है।

इस कथित कांड का वीडियो टीवी चैनलों द्वारा प्रसारित किये जाने पर कर्नाटक के मंत्री रमेश जरकीहोली के इस्तीफे के कुछ दिनों बाद बेंगलुरु पुलिस आयुक्त कमल पंत ने मंगलवार को एक आदेश जारी किया।

पंत ने आदेश में कहा है, ‘‘बेंगलुरु सिटी क्षेत्र के अधिकृत अधिकारी के तौर पर केबल टीवी नेटवर्क (नियमन) अधिनियम, 1995 के तहत प्रदत्त शक्तियों के मुताबिक जनहित में ऐसे सभी प्रसारण पर निषेध लगाया जाता है, जो कार्यक्रम संहिता (प्रोग्रामिंग कोड) की शर्तों के अनुरूप नहीं हैं।’’

उन्होंने कहा , ‘‘इस निर्देश का किसी भी तरह से उल्लंघन किये जाने पर केबल टीवी नेटवर्क अधिनियम,1994 की धारा 16 के तहत मुकदमा किया जाएगा।’’

आपत्तिजनक वीडियो की फुटेज प्रसारित करने से न्यूज चैनलों को रोकने के लिए सरकार के एक कानून लाने पर विचार करने के बीच यह आदेश आया है।

उल्लेखनीय है कि राज्य में कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन सरकार गिराने में जरकीहोली की एक अहम भूमिका रही थी , जिसके बाद 2019 में भाजपा के सत्ता में आने का मार्ग प्रशस्त हुआ था।

भाजपा में शामिल होने से पहले वह कांग्रेस के विधायक थे।

उन्होंने यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद तीन मार्च को मंत्री के तौर पर इस्तीफा दे दिया था।

शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में रोजगार देने को सरकार का मुख्य टास्क बताकर किये जा रहे हर संभव प्रयास की जानकारी देकर शासकीय सेवाओं में जितने आवश्यक पद है, उन्हें भरे जाने की हरी झंडी दी attacknews.in

भोपाल, 09 मार्च । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि रोजगार सरकार के लिए बड़ा टास्क है, इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। शासकीय सेवाओं में जितने आवश्यक पद है, उन्हें भरा जाएगा। इसके साथ ही स्व-रोजगार के लिए भी व्यापक व्यवस्थाएं की गयी हैं।

श्री चौहान आज स्वामी विवेकानंद केरियर मार्ग दर्शन योजना के अंतर्गत कौशल विकास और स्व-रोजगार के लिए महाविद्यालयों में प्रशिक्षण ले रहे 20 हजार से अधिक विद्यार्थियों से वर्चुअल संवाद कर रहे थे।

कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव तथा प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा अनुपम राजन भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को अपना स्वयं का व्यवसाय आरंभ करने के लिये ‘स्टार्ट योर बिजनस इन थर्टी डेज’ की सुविधा उपलब्ध है। इसके साथ ही कौशल उन्नयन और व्यवसायिक प्रशिक्षण की व्यवस्था, लोन की गारंटी और ब्याज पर अनुदान की सुविधा भी प्रदेश के युवाओं को उपलब्ध करायी जा रही है। राज्य सरकार हर कदम पर आपके साथ है।

श्री चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार मानते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति में व्यवसायिक शिक्षा की व्यवस्था भविष्य में युवाओं के लिये उपयोगी सिद्ध होंगी। स्वामी विवेकानंद केरियर मार्ग दर्शन योजना में ई-कामर्स, ऑनलाइन बैंकिंग और कम्प्यूटर कौशल पर प्रशिक्षण उद्यमशीलता के विकास में महत्वपूर्ण है।उन्होंने युवाओं को लक्ष्य निर्धारित कर अनुशासित होकर व्यवस्थित रूप से परिश्रम करने के लिये प्रेरित किया।

उन्होंने कहा कि जो पहल करते है, परिश्रम करते है, सफलता उन्हें ही मिलती है। उन्होंने कोरोनकाल में ऑनलाइन शिक्षण व्यवस्था जारी रखने के लिये उच्च शिक्षा विभाग को बधाई दी। उन्होंने कहा कि महाविद्यालयलीन स्तर पर व्यवसायिक प्रशिक्षण के नवाचार से मध्यप्रदेश की पूरे देश में अलग पहचान बनेंगी।

उच्च शिक्षा मंत्री श्री यादव ने कहा कि स्वामी विवेकानंद केरियर मार्ग दर्शन योजना मुख्यमंत्री द्वारा वर्ष 2006 में आरंभ की गई। इस योजना में पहली बार आधुनिक तकनीक के माध्यम से 498 शासकीय महाविद्यालयों के 18 हजार 800 विद्यार्थियों और 1600 प्रधायपकों ने एक साथ स्व-रोजगार और रोजगार का प्रशिक्षण प्राप्त किया। यह प्रशिक्षण नरोन्हा प्रशासन अकादमी द्वारा ऑनलाइन दिया गया है।

स्वामी विवेकानंद केरियर मार्ग दर्शन योजना के अंतर्गत विद्यार्थी अपनी रूचि के अनुसार दस विषयों में से किसी एक विषय में प्रशिक्षण ले सकते हैं। इसके अंतर्गत उन्नत कृषि कौशल, सौर ऊर्जा संयंत्र संधारण एवं विपणन, पशुधन, कुक्कुट, मधुमक्खी-मत्स्य पालन, पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन कौशल, ई-कामर्स एवं ऑनलाइन बैंकिंग, कराधान, आईटी.-जीएसटी, खाद्य पदार्थ निर्माण एवं प्र-संस्करण, खान एवं खनिज संबंधी स्व-रोजगार, बुनकर, छापा कला-वस्त्र निर्माण, पत्रकारिता और अनुवाद कार्य विषयों को शामिल किया गया है।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लगा सबसे बड़ा डर;प्रदेश में लापरवाही के कारण कोरोना से जीती हुई बाजी हार न जाये attacknews.in

जयपुर 07 मार्च । राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि प्रदेश वैश्विक महामारी कोरोना से जंग जीत चुका है और अब हम किसी लापरवाही से जीत हुई बाजी हार न जाये।

श्री गहलोत आज मुख्यमंत्री निवास से ऑनलाइन जयपुर के सिरोली में जाटव छात्रावास एवं सामुदायिक भवन का शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में आये कुछ लोग बिना मास्क के दिख रहे हैं जबकि अभी महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश हरियाणा सहित कई जगहों पर कोरोना का फिर प्रभाव देखने को मिल रहा हैं और विदेशों में तो अभी लॉकडाउन लगा हुआ हैं। उन्होंने कहा कि इग्लैंड में तो पिछले चार-छह महीनों से लॉकडाउन जारी हैं।

उन्होंने अपील करते हुए कहा कि अभी कोई लापरवाही नहीं बरतनी हैं और मास्क लगाकर रखना है तथा अपने परिवारों का ख्याल रखना है। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना काल में सरकार ने भी लोगों का ख्याल रखा और किसी तरह की कोई तकलीफ नहीं होने दी और अच्छा प्रबंध किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आगे भी ध्यान रखा जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में कोरोना से एक लाख 60 हजार लोगों की मौत हुई हैं। उन्होंने कहा कि सब लोग अपनी बारी के अनुसार कोरोना वैक्सीन लगवाये। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कोरोना हार चुका हैं। ऐसा न हो कि कहीं कोरोना से जीती हुई जंग लापरवाही के कारण हार जाये। उन्होंने कहा कि हालांकि कोरोना से जंग में तमाम लोगों ने सहयोग दिया और कहीं कोई कमी नहीं रखी।

इस अवसर पर उन्होंने सरकारी योजनाओं को गांव तक पहुंचाकर उसका लोगों को लाभ दिलाने की भी अपील की। उन्होंने जाटव छात्रावास एवं सामुदायिक भवन के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष से पांच लाख रुपए देने की घोषणा भी की। इस अवसर पर चिकित्सा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग भी कार्यक्रम से जुड़े।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार की शराबबंदी में महिलाओं और युवाओं की अग्रणी भूमिका बताते हुए सबसे आग्रह किया कि,शराबबंदी को लेकर गंभीर रहें, इसमें उनका कुछ भी व्यक्तिगत लाभ नहीं है attacknews.in

पटना 06 मार्च । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी से राज्य की स्थिति और बेहतर होने का दावा किया और कहा कि वह सबसे आग्रह करेंगे कि शराबबंदी को लेकर गंभीर रहें, इसमें उनका कुछ भी व्यक्तिगत लाभ नहीं है।

श्री कुमार ने शनिवार को यहां टीपीएस कॉलेज में स्व. ठाकुर प्रसाद सिंह की प्रतिमा का अनावरण और महाविद्यालय के कई भवनों का उद्घाटन करने के बाद गोपालगंज जहरीली शराब कांड में न्यायालय द्वारा फांसी की सजा दिये जाने से संबंधित पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि वर्ष 2016 में जब शराबबंदी लागू की गई थी, उसी वर्ष गोपालगंज जिले में यह घटना हुई थी। जहरीली शराब पीने के कारण कई लोगों की मृत्यु हो गयी थी। उस समय भी उन्होंने लोगों को सचेत करते हुए कहा था कि यदि लोग जहरीली शराब पीएंगे तो मृत्यु का शिकार हो जाएंगे इसलिए कभी किसी की गलत बातों पर भरोसा न करें।

उन्होंने कहा, “हम सबसे आग्रह करेंगे कि शराबबंदी को लेकर गंभीर रहें, इसमें मेरा कुछ भी व्यक्तिगत लाभ नहीं है। बापू भी शराबबंदी के पक्ष में थे।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोपालगंज घटना की पूरी तरह से जांच की गई, जिसके आधार पर न्यायालय ने दोषियों को सजा दी है, यह बड़ी बात है। यह समझना चाहिए कि शराबबंदी लोगों के हित में है। बिहार की महिलाओं की मांग पर शराबबंदी लागू की गई। युवक-युवतियों की भी यही इच्छा थी। जिस घर में लोग शराब पीते थे, उस घर में काफी परेशानी थी। इन सबको ध्यान में रखते हुए बिहार में शराबबंदी लागू हुई। शराबबंदी से समाज में स्थिति बेहतर हुई है। जब शराबबंदी को लेकर अभियान चलाया जा रहा था तब एक महिला ने कहा था कि उनके पति जब शराब पीते थे, शाम में घर आकर झगड़ा करते थे और देखने में क्रूर लगते थे लेकिन जब से शराबबंदी लागू हुई है, अब शाम को घर आते हैं तो बाजार से सब्जी खरीदकर लाते हैं, मुस्कुराते हैं और अब दिखने में भी अच्छे लगते हैं।

किसानों की मेहनत से मध्यप्रदेश फिर बनने जा रहा है गेहूं उपार्जन में अव्वल;शिवराज सिंह चौहान सतत् किसानों को हरसंभव मदद की कर रहे हैं निगरानी attacknews.in

भोपाल, 28 फरवरी । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के किसानों की मेहनत इस बार फिर रंग लाएगी और गेहूँ उपार्जन के मामले में प्रदेश पुन: देश में अव्वल होगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारे अन्नदाता किसानों को राज्य सरकार हरसंभव मदद कर रही है। रबी विपणन 2021-22 में किसानों की फसल को समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिये पुख्ता इंतजाम किये जा चुके हैं, जिससे किसानों को अपनी उपज का विक्रय करने में कठिनाई का सामना न करना पड़े।

उन्होंने कहा कि किसानों की सहूलियत के लिये इस बार भी ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन की व्यवस्था की गई है। पोर्टल पर अभी तक 21 लाख से अधिक किसानों ने पंजीयन करवाया है। पंजीयन का कार्य प्रदेश के 3518 केन्द्रों पर किया गया है। साथ ही गिरदावरी किसान एप, कॉमन सर्विस सेंटर और कियोस्क केन्द्रों पर भी किसानों को पंजीयन की सुविधा उपलब्ध करवाई गई। उपार्जन व्यवस्थाओं में यह प्रयास भी किया गया कि कोई भी किसान पंजीयन से वंचित न रहे।

उन्होंने कहा कि वर्ष भी प्रदेश के 4500 खरीदी केन्द्रों पर गेहूँ उपार्जन का कार्य किया जाएगा। खरीदी कार्य में स्व-सहायता समूहों, एफपीयू और एफपीसी को भी शामिल किया गया है।

उन्होंने बताया कि समर्थन मूल्य पर गेहूँ की खरीदी के साथ उसके भंडारण और परिवहन की पुख्ता व्यवस्थाएँ की जा रही हैं। उपार्जन केन्द्रों पर गेहूँ खरीदी का कार्य मार्च माह से शुरू किया जाएगा। इसके लिये तय किया गया है कि इंदौर और उज्जैन में 22 मार्च से और शेष अन्य जिलों में एक अप्रैल से गेहूँ उपार्जन शुरू किया जाएगा। इस वर्ष लगभग एक करोड़ 25 लाख मीट्रिक टन गेहूँ और 20 लाख मीट्रिक टन दलहन एवं तिलहन उपार्जन का अनुमान है।

उपार्जित स्कन्धों के शीघ्र परिवहन एवं भंडार की व्यवस्थाएँ भी

मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में रबी विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर एक करोड़ 29 लाख मीट्रिक टन गेहूँ उपार्जन का जो इतिहास रचा गया, उसके मूल में किसानों की कड़ी मेहनत है। प्रदेश के किसानों ने मध्यप्रदेश का नाम राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित किया है, जिसकी सर्वत्र प्रशंसा भी हुई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना काल में प्रदेश के इतिहास में समर्थन मूल्य पर हुई रिकार्ड खरीदी में सरकार द्वारा की गई चाक-चौबंद व्यवस्थाओं ने भी उत्प्रेरक की भूमिका निभाई।

उन्होंने कहा कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण में कृषि क्षेत्र की अहम भूमिका है। कृषि क्षेत्र में आत्म-निर्भरता के लिये प्रदेश के किसानों के हित में खेती को लाभ का धंधा बनाने और किसानों की आय को दोगुना करने के लिये अनेक नवाचार किये गये हैं। राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि कृषि का उत्पादन बढ़े, उत्पादन की लागत कम हो और किसानों को अधिक से अधिक लाभ मिले।

उन्होंने बताया कि प्राकृतिक आपदा के दौरान किसानों की फसलों को होने वाले नुकसान की पर्याप्त क्षतिपूर्ति हो सके, इसके लिये प्रावधानों में संशोधन भी किया गया है। किसानों को समय पर खाद-बीज की उपलब्धता सुनिश्चित कराते हुए सिंचाई के लिये पानी और बिजली की व्यवस्थाएँ की गई हैं।

किसानों को आर्थिक रूप से संबल प्रदान करने के लिये मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना भी शुरू की गई। इस योजना में अब तक 57 लाख 50 हजार से अधिक पात्र किसानों को दो-दो हजार के मान से लगभग 1150 करोड़ रूपये का भुगतान ऑनलाईन किया गया है। इसके अलावा किसानों को प्रधानमंत्री सम्मान निधि का लाभ भी प्रतिवर्ष प्रति किसान 6 हजार रूपये पूर्व से प्राप्त हो रहा है। उन्होंने बताया कि खाद, बीज और कीटनाशक दवाओं के नाम से किसानों के साथ छल करने वाले व्यवसायियों पर भी कड़ी कार्यवाहियाँ की जा रही हैं।

जम्मू-कश्मीर के जमीनी हालात जानने आये 23 देशों के राजदूतों वाले यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल ने अपने दो-दिनी दौरे में मेयर समेत विभिन्न वर्गाें से मुुलाकात attacknews.in

श्रीनगर, 17 फरवरी । जम्मू कश्मीर का वर्ष 2019 में विशेष दर्जा हटाए जाने के बाद वहां स्थिति के आकलन के लिए यूरोपीय संघ के दूतों का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर केंद्र शासित प्रदेश पहुंचा।

अधिकारियों ने इस बारे में बताया।

अधिकारियों ने बताया कि 20 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच केंद्र शासित प्रदेश पहुंचा।

उन्होंने बताया कि प्रतिनिधिमंडल के बृहस्पतिवार को जम्मू का दौरा करने की योजना है।

जमीनी हालात का आकलन करने के लिए विभिन्न देशों के राजदूत दो-दिवसीय यात्रा पर बुधवार को यहां पहुंचे।

पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 और 35-ए को समाप्त किये जाने के बाद से विदेशी देशों के राजदूतों का जम्मू-कश्मीर का यह तीसरा दौरा है।

जम्मू-कश्मीर में 15 अगस्त 2019 को 4-जी इंटरनेट सेवा बहाल होने और जिला विकास आयोग (डीडीसी) अध्यक्षों के चुनाव के बाद से विदेशी राजदूतों का यह पहला दौरा है।

विदेशी दूतों ने की मेयर समेत विभिन्न वर्गाें से मुुलाकात

जम्मू-कश्मीर के जमीनी हालात का आकलन करने के लिए 23 विभिन्न देशों के राजदूतों ने अपने दो-दिवसीय दौरे के दौरान बुधवार को श्रीनगर के मेयर जुनैद जीम मट्टू और जिला विकास परिषद (डीडीसी) के नवनिर्वाचित सदस्यों एवं नगर निकायों के सदस्यों से मुलाकात की।

केंद्र की ओर से पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 और 35 (ए) के अधिकांश प्रावधानों को समाप्त किये जाने, जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किये जाने तथा तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला तथा महबूबा मुफ्ती समेत सभी मुख्यधारा के नेताओं को हिरासत में लिये जाने के बाद विभिन्न देशों के दूतों का यह तीसरा दौरा है।

अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद, 23 सदस्यीय विदेशी प्रतिनिधिमंडल को मध्य कश्मीर के बडगाम जिले के एक सरकारी कॉलेज में ले जाया गया, जहां उन्हें पंचायत और डीडीसी सहित स्थानीय निकायों के सुदृढ़ीकरण के बारे में जानकारी दी गई।

उन्होंने कहा कि उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल की यात्रा के मद्देनजर श्रीनगर शहर और कश्मीर घाटी के अन्य हिस्सों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

इस प्रतिनिधिमंडल में आयरलैंड, फ्रांस, मलेशिया, ब्राजील, इटली, फिनलैंड, नीदरलैंड, बेल्जियम, स्पेन, स्वीडन, सेनेगल, क्यूबा, चिली, पुर्तगाल, ताजिकिस्तान, किर्गिस्तान, घाना, एस्टोनिया, बोलीविया, मलावी, इरिट्रिया, आइवरी कोस्ट और बांग्लादेश के प्रतिनिधि शामिल हैं। किसी भी प्रदर्शन को रोकने के लिए हवाई अड्डे की सड़क पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भी तैनात किया गया है जबकि मंगलवार को हवाई अड्डे की सड़क पर सुरक्षा बल के बंकर को हटा दिया गया था।

महाराष्ट्र में बंधक बनाए गए मध्यप्रदेश के 11 मजदूरों और उनके आठ बच्चों काे वापस लाया गया,सभी बड़वाह धूलकोट चैनपुर के अलावा बुरहानपुर निवासी attacknews.in

खरगोन, 15 फरवरी । मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के पुलिस अधीक्षक द्वारा महाराष्ट्र के बीड़ जिले भेजे गए पुलिस दल ने कथित तौर पर बंधक बनाए 11 मजदूर और उनके 8 बच्चों का रेस्क्यू कर आज उन्हें सुरक्षित वापिस लौटा कर ले आये।

पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि जिले के बड़वाह धूलकोट चैनपुर के अलावा बुरहानपुर निवासी 11 मजदूरों और उनके 8 बच्चों को महाराष्ट्र के बीड़ और पंढरपुर जिलों के दो गांवों से बंधन मुक्त कराकर वापस लाया गया है।

उन्होंने बताया कि 12 फरवरी को कुछ मजदूरों व उनके रिश्तेदारों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय आकर शिकायत की थी कि मजदूरों के ठेकेदार धनराज किडके द्वारा 25 हजार एडवांस देकर डेढ़ महीने के लिए बीड़ जिले के सिरसला थाना क्षेत्र के खाडेवाड़ी ग्राम में गन्ना काटने ले जाया गया था।

भोपाल में तहसीलदार के आदेश के बाद भी जिला प्रशासन ,अंतरराष्ट्रीय लैब की 7 एकड़ जमीन से दबंगों द्वारा कब्जाई जमीन ने नहीं हटा पा रहा है अतिक्रमण attacknews.in

नयी दिल्ली 14 फरवरी । देश ही नहीं, दुनिया के शीर्ष वैज्ञानिक अनुसंधान संस्थानों में शुमार सीएसआईआर की भोपाल स्थित प्रयोगशाला एमप्री की सात एकड़ जमीन पर कई वर्षों से अवैध कब्जा है लेकिन स्थानीय प्रशासन जमीन को कब्जा मुक्त नहीं करा पा रहा है।

वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की एक प्रयोगशाला एमप्री भोपाल में होशंगाबाद रोड पर स्थित है। वहाँ एडवांस मैटेरियल प्रोसेसिंग से संबंधित अनुसंधान किए जाते हैं।

एमप्री के प्रशासनिक अधिकारी आरएन वाघमारे ने  बताया की प्रयोगशाला के पास 79 एकड़ जमीन है जिसमें सात एकड़ पर परमार समाज समिति ने अवैध कब्जा कर रखा है। वहां अनाधिकृत रूप से मैरिज हॉल बनाया गया है और वाणिज्यिक गतिविधियां की जा रही हैं।

उन्होंने बताया कि तहसीलदार कार्यालय ने 29 सितंबर 2015 को अवैध कब्जा हटाने का आदेश दिया था। इसके बाद संस्थान ने कई प्रयास किए लेकिन कब्जाधारी जमीन पर से हटने के लिए तैयार नहीं है। देश में वैज्ञानिक अनुसंधानों को प्रमुखता देने की मोदी सरकार की प्रतिबद्धता के बावजूद मध्य प्रदेश की राजधानी में यह सब स्थानीय प्रशासन की नाक के नीचे हो रहा है।

श्री वाघमारे ने कहा कि संस्थान की ओर से जिलाधिकारी, एसडीएम, नगर निगम आयुक्त और पुलिस प्रशासन से भी कई बार लिखित एवं मौखिक अनुरोध किया गया है। इसके बावजूद प्रशासन संस्थान की जमीन कब्जा मुक्त नहीं करा पा रही है।

महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी को सरकारी विमान से यात्रा की अनुमति नहीं दी मजबूरन यात्री बनकर करनी पडी यात्रा attacknews.in

मुंबई, 11 फरवरी । महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने गुरुवार को राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी को सरकारी विमान से देहरादून की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी।

सरकारी विमान से यात्रा की अनुमति नहीं मिलने के कारण श्री कोश्यारी और उनके कुछ सहयोगी स्पाइस जेट विमान से उत्तराखंड के लिए रवाना हो गये।

विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना पर तीव्र नाराजगी जताई है। श्री फडणवीस ने कहा कि इससे साबित होता है कि राज्य सरकार कितनी अहंकारी हो गई है ।

शिवराज सिंह चौहान का कोपभाजन बने मध्यप्रदेश के 2 कलेक्टर 2 एसपी और 1 सीएसपी ;सख्त लहजे में कहा कि:’जो परफॉर्म नहीं करेगा उसको अधिकार ही नहीं है कि इन पदों पर रहकर काम करे’ attacknews.in

भोपाल, 08 फरवरी ।मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की नाराजगी के बाद आज रात्रि में सरकार ने गुना और निवाड़ी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) के साथ ही गुना की नगर पुलिस अधीक्षक श्रीमती नेहा पच्चीसिया का स्थानांतरण कर दिया।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार गुना एसपी राजेश कुमार सिंह और निवाड़ी एसपी श्रीमती वाहनी सिंह को पुलिस मुख्यालय भोपाल में सहायक पुलिस महानिरीक्षक के रूप में वापस बुलाया गया है। इसी तरह श्रीमती नेहा पच्चीसिया को भी उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) के रूप में पुलिस मुख्यालय भोपाल में पदस्थ किया गया है।

नीमच और बैतूल के कलेक्टर भी हटाए गए

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सख्त रुख के चलते आज रात्रि में नीमच और बैतूल जिले के कलेक्टरों के भी तबादले कर दिए गए।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार नीमच कलेक्टर जितेंद्र सिंह राजे को राज्य मंत्रालय में अपर सचिव और बैतूल कलेक्टर राकेश सिंह को उप सचिव के रूप में स्थानांतरित किया गया है।

प्रदेश के विकास के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने होना चाहिए प्रयास: शिवराज

इससे पहले मुख्यमंत्री चौहान ने आज कहा कि हम सभी को प्रदेश के विकास और जनता के कल्याण के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास हो चाहिये।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार श्री चौहान यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के समस्त कमिश्नर, पुलिस महानिरीक्षक,कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षकों से चर्चा कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पहले भी कहा है, फिर दोहरा रहे हैं कि हम प्रदेश के विकास और जनता के कल्याण के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि वह भी अपना मूल्यांकन करते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि काम में कहीं कोई कसर रह गई तो हम प्रदेश का अहित करने का पाप करेंगे। उन्होंने कहा कि वे सभी को बराबर मानते हैं। जो अच्छा काम करेगा, हम उसकी पीठ थपथपायेंगे। अच्छा काम करने वालों की हमें, प्रदेश को जरूरत है। जो परफॉर्म नहीं करेगा उसको अधिकार ही नहीं है कि इन पदों पर रहकर काम करे। मेरा प्रयास निष्पक्ष मूल्यांकन का है, उसके आधार पर हम आगे बढ़ते हैं।

भू-माफिया, चिटफंड कंपनी और अवैध शराब के विरूद्ध सख्त कार्रवाही करें: शिवराज

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि प्रदेश में प्रति माह एक लाख लोगों को रोजगार मिले ऐसी व्यवस्था करना आवश्यक है। इसके लिए औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों का प्रभावी संचालन सुनिश्चित करना जरूरी है, जिससे यहाँ के विद्यार्थियों का शत-प्रतिशत प्लेसमेंट हो सके।

श्री चौहान आज यहां मंत्रालय से सभी कमिश्नर, कलेक्टर, आईजी तथा एसपी स्तर के अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंस के द्वितीय सत्र को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार, आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण का प्रमुख स्तम्भ है। प्रत्येक जिला अपने परिवेश के अनुसार अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए कार्य-योजना बनायें और उसे समय-सीमा में क्रियान्वित करें। प्रत्येक जिले में रोजगार मेलों का आयोजन हो और इसका विस्तार विकासखंड स्तर तक करें।

महाराष्ट्र में भाजपा और ठाकरे सरकार के बीच ट्विटर विवाद गहराया:किसान आंदोलन पर मशहूर हस्तियों के ट्वीट के संबंध में जांच करेगी महाराष्ट्र सरकार attacknews.in

मुंबई/नयी दिल्ली, आठ फरवरी । महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सोमवार को कहा कि राज्य का खुफिया विभाग कुछ हस्तियों पर किसान आंदोलन को लेकर ट्वीट करने का दबाव डाले जाने के आरोपों के संबंध में जांच करेगा। इस पर भाजपा ने नाराजगी जताते हुए राज्य सरकार पर पलटवार किया।

देशमुख ने एक ऑनलाइन मंच पर राज्य सरकार के सहयोगी दल कांग्रेस की तरफ से इस संबंध में मांग किये जाने के बाद यह टिप्पणी की।

इस बीच, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सोमवार को महाराष्ट्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उसके शासन का अंदाज बहुत निराला है जो विदेशों की ‘‘अराजक आवाजों’’ की सराहना करती है लेकिन देश के हित में आवाज उठाने वाले राष्ट्रभक्त भारतीयों को ‘‘प्रताड़ित’’ कर रही है।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र में एमवीए (महाराष्ट्र विकास आघाड़ी) सरकार का शासन का अनोखा मॉडल है। विदेशों से आ रही अराजक आवाजों की सराहना कर रही है जो भारत की खराब छवि प्रस्तुत करती हैं लेकिन राष्ट्रभक्त भारतीयों को प्रताड़ित कर रही है, जो देश हित में खड़े हुए हैं। यह निर्णय कर पाना मुश्किल है कि कौन ज्यादा दोषपूर्ण है-उनकी प्राथमिकताएं या उनकी मानसिकता।’’

सोमवार को बैठक के दौरान महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत और पार्टी के कुछ अन्य नेताओं ने किसान आंदोलन को लेकर कुछ हस्तियों के ट्वीट का भाजपा से कथित तौर पर संबंधित होने का आरोप लगाया था।

हाल ही में अमेरिकी गायिका रिहाना और स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट किए थे। इसके बाद क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और गायिका लता मंगेशकर ने सरकार के समर्थन वाले हैशटेग के साथ जवाबी ट्वीट किए थे।

देशमुख के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस बैठक के बाद सावंत ने ट्वीट किया, ‘ मशहूर हस्तियों द्वारा किए गए ट्वीट का भाजपा के साथ संबंध होने की जांच करने और आवश्यकतानुसार हमारे राष्ट्रीय नायकों को सुरक्षा प्रदान किए जाने की मांग की गई। साथ ही इस बात की भी जांच की मांग की गई कि कहीं भाजपा ने इन हस्तियों पर ट्वीट करने का दबाव तो नहीं डाला? ‘

देशमुख ने इस बात का उल्लेख किया कि बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल और अभिनेता अक्षय कुमार द्वारा किए गए ट्वीट में समानता थी।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस का सवाल है कि कहीं दोनों हस्तियों ने एक ही तरह के ट्वीट एक साथ किसी दबाव में तो नहीं किए?

उधर, महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने मुंबई में संवाददताओं से बातचीत में केंद्र सरकार पर मशहूर हस्तियों पर ‘‘अंडरवर्ल्ड की तरह’’ दबाव डालने का आरोप लगाया।

उधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने इस कदम को ‘‘घृणास्पद और अत्यंत निंदनीय’’ बताया और कहा कि सत्तारूढ़ महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार को भारत रत्न विजेताओं के लिए ‘‘जांच’’ शब्द का इस्तेमाल करते हुए शर्मिंदगी महसूस होना चाहिए।

उन्होंने कहा ऐसा लगता है कि उन सबकी ‘‘मानसिक हालत’’ की जांच होनी चाहिए जिन्होंने इस जांच की मांग की है और इसका आदेश दिया है।

फडणवीस ने ट्वीट किया, ‘‘क्या यह एमवीए सरकार सारा विवेक खो चुकी है? एमवीए को भारत रत्न विजेताओं के लिए जांच शब्द के इस्तेमाल पर शर्मसार होना चाहिए। भारत रत्न विजेताओं के खिलाफ इस तरह की मांग और ऐसे आदेश देने वालों के मानसिक स्वास्थ्य की जांच कराने की जरूरत है।’’

पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार पर परोक्ष हमला करते हुए कहा, ‘‘आपका मराठी गौरव अब कहां गया? आपका महाराष्ट्र धर्म अब कहां है? देश के लिए एकजुट होने वाले ‘भारत रत्न’ के खिलाफ जांच का आदेश देने वाले ऐसे ‘रत्न’ हमें देश भर में नहीं मिलेंगे।’’

भाजपा सरकार द्वारा माफियाओं के खिलाफ अभियान के बावजूद सरकारी अमले पर माफियाओं के नहीं रूक रहे हमले,शिवराज सिंह चौहान ने ली आपात बैठक attacknews.in

भोपाल, 06 फरवरी । मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की ओर से माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तमाम कोशिशों के बावजूद सरकारी अमले पर हमले की घटनाएं नहीं रुक पा रही हैं। देवास जिले में वनरक्षक की गोली मारकर हत्या और ग्वालियर चंबल अंचल में हाल के दिनों में पुलिस पर हमले की प्रकाश में आयी घटनाओं की आज यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार श्री चौहान ने अपने निवास पर वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में कहा कि देवास जिले में काल कवलित हुए वनरक्षक को शहीद के समकक्ष दर्जा दिया जाएगा और आवश्यक सुविधाएं परिवार की दी जाएंगी। उन्होंने वनरक्षक की मृत्यु के मामले में वन और गृह विभाग के अधिकारियों से आवश्यक जानकारी हासिल की।

ड्यूटी पर तैनात कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित हों-शिवराज

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देवास जिले में वनरक्षक और ग्वालियर में पुलिस निरीक्षक पर अपराधी तत्वों द्वारा हमले की घटना को बेहद दु:खद बताया है।

श्री चौहान ने आज सुबह आपात बैठक में कल देवास और ग्वालियर में वन और पुलिस अमले पर हुई हमले की घटनाओं पर चर्चा कर उच्च अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।

उन्होंने कहा कि दायित्व में संलग्न वन स्टाफ की आवश्यक सुरक्षा के प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। इसके लिए गृह, वन, राजस्व आदि विभाग मिलकर संयुक्त प्रयास करें।

उन्होंने कहा कि अवैध उत्खनन करने वाले माफिया को किसी स्थिति में नहीं छोड़ा जाए । प्रदेश में सभी तरह के माफिया पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जाए।

बैठक में निर्णय लिया गया कि देवास में हमले में मृत वनरक्षक को शहीद के समकक्ष दर्जा दिया जाएगा। परिवार को सभी आवश्यक सुविधाएँ भी दी जाएंगी।

श्री चौहान ने ग्वालियर में पुलिस निरीक्षक पर हुए हमले के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त की और अपराधियों के विरुद्ध सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए।

बैठक में पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, एडीजी इन्टेलीजेंस आदर्श कटियार, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव वन अशोक वर्णवाल, ओएसडी मुख्यमंत्री कार्यालय मकरंद देऊस्कर और सचिव मुख्यमंत्री एम. सेलवेंद्रन उपस्थित थे।

गाजीपुर बार्डर का किसान आंदोलन राजनीति के रंग में रंगा: उत्तरप्रदेश के गुर्जर नेता मदन भैया ने प्रदर्शनकारी किसानों को गुर्जर समुदाय का समर्थन देकर भाजपा के गुर्जर नेता पर लगाया आरोप attacknews.in

गाजियाबाद, 31 जनवरी । पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाने माने गुर्जर नेता मदन भैया ने तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी प्रदर्शन में भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) को अपने समुदाय का समर्थन दिया।

मदन भैया ने किसी का नाम लिए बिना लोनी से भाजपा के विधायक नंद किशोर गुर्जर पर शनिवार को निशाना साधते हुए कहा कि वह ‘‘किसान विरोधी कार्यों’’ में संलिप्त हैं।

किसानों ने नंद किशोर पर आरोप लगाया है कि उन्होंने 26 जनवरी को गाजीपुर प्रदर्शन स्थल पर हुई हिंसा का षड्यंत्र रचा। नंद किशोर ने इन आरोपों को खारिज किया है।

मदन भैया ने कहा कि किसान अपनी मांग को लेकर ठंड के बावजूद दिल्ली की सीमाओं पर दो महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं और उनका आंदोलन गैर राजनीतिक एवं शांतिपूर्ण है।

उन्होंने आंदोलन में नई ऊर्जा का संचार करने के लिए बीकेयू नेता राकेश टिकैत और उनके समर्थकों की प्रशंसा की।

मदन भैया ने गाजीपुर समेत दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी सभी प्रदर्शनों को गुर्जर समुदाय की ओर से समर्थन की बात की।

उन्होंने 26 जनवरी को हुई हिंसा का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘एक राष्ट्र विरोधी तत्व के हंगामे ने पूरे देश को शर्मसार किया और इसके कारण प्रदर्शनकारी किसान निर्दोष होने के बावजूद हतोत्साहित हुए।’’

मदन भैया ने नंद किशोर पर निशाना साधते हुए एक बयान में कहा, ‘‘अपने नाम के पीछे गुर्जर उपनाम लगाने वाले एक व्यक्ति ने हाल में किसान विरोधी गतिविधियां करके पूरे समुदाय को शर्मसार किया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘गुर्जर को एक किसान समुदाय समझा जाता है और इसके मद्देनजर, यदि समुदाय का कोई सदस्य इन प्रदर्शनों में हंगामा करने के मकसद से जाता है, तो इससे पूरे गुर्जर समुदाय की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचेगी।