योगी आदित्यनाथ ने किया उत्तरप्रदेश में महिला सम्मान को ठेस पहुंचाने वालों को कड़ी सजा दिलवाने का ऐलान,हाथरस के एसपी समेत पांच पुलिसकर्मी निलंबित attacknews.in

लखनऊ 02 अक्टूबर । हाथरस में हैवानियत की घटना के चलते विपक्षी दलों के निशाने पर आये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भरोसा दिलाया कि महिला सुरक्षा के प्रति उनकी सरकार कटिबद्ध है और उनके स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने वालों को ऐसी सजा मिलेगी जो भविष्य में अपराधियों के लिये उदाहरण प्रस्तुत करेगा।

श्री योगी ने शुक्रवार को ट्वीट किया “ उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है। इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा।”

हाथरस के एसपी समेत पांच पुलिसकर्मी निलंबित

इधर उत्तर प्रदेश सरकार ने हाथरस में हैवानियत की शिकार पीड़िता के मामले में शुक्रवार रात पुलिस अधीक्षक समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि विशेष जांच दल (एसआईटी) की रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले के पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर को मामले में लापरवाही बरतने और शिथिल पर्यवेक्षण के लिये निलंबित कर दिया।

उन्होने बताया कि इसके अलावा तत्कालीन पुलिस क्षेत्राधिकारी श्री राम शब्द, चंदपा थाने के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक दिनेश कुमार वर्मा, वरिष्ठ उप निरीक्षक जगवीर सिंह और हेड मोहर्रिर महेश पाल को निलंबित कर दिया ।

श्री अवस्थी ने बताया कि सभी निलंबित पुलिसकर्मियों का पालीग्राफ टेस्ट और नार्को टेस्ट कराया जायेगा। निलंबित पुलिस अधीक्षक के स्थान पर शामली के एसपी विनीत जायसवाल को हाथरस भेजा गया है।

उत्तर प्रदेश पुलिस निलंबित दो अंतिम लखनऊ
गौरतलब है कि हाथरस में हैवानियत की शिकार एक 19 वर्षीय लड़की की पिछले मंगलवार को दिल्ली के एक अस्पताल में मृत्यु हो गयी थी। इस मामले में पुलिस ने चार युवकों को गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच एसआईटी को सौंपी है जिसने प्रथम दृष्टया घटना को लेकर पुलिस के लापरवाह रवैये की पुष्टि की है जिसके आधार पर मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिसकर्मियों के निलंबन की कार्रवाई की गयी है।

इससे पहले मामले में हाथरस के जिलाधिकारी के भी निलंबन की सूचना आ रही थी हालांकि अधिकृत सूत्रों ने इससे इंकार किया है। पीड़िता के परिजनो ने जिला प्रशासन और पुलिस पर र्दुव्यवहार और मारपीट का आरोप लगाया है जिसे जिलाधिकारी ने सिरे से नकार दिया है।

मध्यप्रदेश के सरकारी अस्पतालों की बद्दतर हालातों की पोल लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने खोलकर रख दी, उनके रात्रि निरीक्षण में लावारिस मिला अस्पताल, सोशल मीडिया में कर दी लम्बी पोस्ट शेयर attacknews.in

मंत्री भार्गव ने रात में किया अस्पताल का निरीक्षण, डॉक्टर और स्टाफ मिला गायब

सागर, 02 अक्टूबर । मध्यप्रदेश के सागर जिले के गढ़ाकोटा में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल उस समय खुल गयीं, जब राज्य के लोक निर्माण विभाग मंत्री गोपाल भार्गव स्वयं देर रात अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे और वहां पर कोई भी दिखायी नहीं दिया।

श्री भार्गव ने इस घटना के संबंध में एक मिनट से अधिक समय का वीडियो अपने फेसबुक एकाउंट पर पोस्ट करते हुए लंबी चौड़ी टिप्पणी की है।

वीडियो में दिखायी दे रहा है कि श्री भार्गव अपने विधानसभा क्षेत्र रहली के अधीन आने वाले गृहनगर गढ़ाकोटा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्कूटर से सवार होकर रात्रि लगभग ढाई बजे पहुंचे।

अपने समर्थकों के साथ पहुंचे श्री भार्गव ने केंद्र के विभिन्न कक्षों में जाकर कर्मचारियों आदि को आवाज भी दीं, लेकिन एक कर्मचारी भी नजर नहीं अाया।

किसी के नहीं मिलने पर श्री भार्गव वीडियो में ‘बहुत बढ़िया, बहुत बढ़िया’ भी कहते हुए नजर आए। इसके बाद वे केंद्र के बाहर आए और स्कूटर पर सवार होकन अपने समर्थकों के साथ चल दिए।

श्री भार्गव ने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि पिछले कई दिनों से उन्हें शिकायत प्राप्त हो रही थीं कि गढ़ाकोटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को घंटों प्रतीक्षा करनी पड़ती है, लेकिन कोई भी डॉक्टर या कर्मचारी उन्हें नहीं मिलते हैं।

भोपाल से गढ़ाकोटा लौटने के बाद कल उन्हें फिर इसी तरह की शिकायत मिलीं और वे गुरुवार तथा शुक्रवार की दरम्यानी रात्रि में लगभग ढाई बजे अचानक स्वास्थ्य केंद्र पहुुंच गए। उनके साथ कुछ आम लोग भी थे।

श्री भार्गव ने लिखा है कि उन्होंने पूरी अस्पताल का भ्रमण किया और जोर जोर से आवाज लगायीं, लेकिर कोई भी डॉक्टर, कंपाउंडर, नर्स या पैरामेडिकल स्टाफ, यहां तक कि चौकीदार भी अस्पताल में उपस्थित नहीं मिला। पूरे अस्पताल की परिक्रमा करने के बाद वे अपनी स्कूटी से घर वापस आ गए।

पिछले तीन चार दशकों से विधानसभा के सदस्य रहे श्री भार्गव ने लिखा है ‘सोच रहा हूं, कि कैसे गैर जिम्मेदार लोग हैं कि प्रदेश सरकार में मंत्री के गृहनगर के स्वास्थ्य केंद्र के यह हालात हैं कि मंत्री 02़़ 30 बजे रात को जाग रहा है और कर्मचारी दिन में भी नहीं मिल रहे हैं। यही हाल मेरे विधानसभा क्षेत्र रहली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा शाहपुर स्वास्थ्य केंद्र का भी है। मैंने आज यह तय किया है कि जब भी मैं अपने क्षेत्र में रहूंगा, दिन और रात में कम से कम दो बार इन अस्पतालों का औचक निरीक्षण अवश्य करुंगा। न ही खुुद सोऊंगा और न ही सोने दूंगा। लापरवाही में लिप्त पाए जाने पर इनके विरुद्ध विधिसम्मत जो भी सख्त कार्रवाई की जा सकेगी, उसे भी करुंगा।’

श्री भार्गव ने लिखा है कि कोरोना महामारी के संक्रमण काल में स्वास्थ्य सेवा जैसी आपातकाल सेवाओं में इस प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त करने लायक बिल्कुल भी नहीं है। एक तरफ जहां मनरेगा का मजदूर 200 रुपए प्रति दिन की मजदूरी के लिए अपनी हड्डियां तोड़ रहा है, वहीं तीन चार हजार रुपए प्रतिदिन का मोटा वेतन लेने वाले डॉक्टर और अधिकारी अपने वातानुकूलित घरों में ऐश कर रहे हैं। अब यह नहीं चलेगा।

मंत्री ने कहा कि वे अपने क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों के औचक निरीक्षण के साथ साथ अब जिला चिकित्सालय एवं मेडिकल कॉलेज (सागर) की व्यवस्थाओं का निरीक्षण भी सप्ताह में दो दिन करेंगे।

उज्जैन नगर निगम ने आवारा कुत्तों की नसबन्दी करने का रिकार्ड बनाया,7,400 कुत्तों की नसबन्दी करके उसी जगह छोड़ा जहां से पकड़ा था attacknews.in

निरंतर जारी है उज्जैन में आवारा कुत्तों की नसबंदी का कार्य

उज्जैन 1 अक्टूबर । उज्जैन नगरपालिका निगम ने शहर में आवारा कुत्तों की नसबन्दी करने का रिकार्ड बना दिया, नगर निगम का कहना हैं कि,वह हर रोज कुत्तों को पकड़कर नसबन्दी कर रहा है और बाद में वापस उनके स्थानों पर छोड़ देता है , जहां से उन्हें पकड़ा जाता है ।

इस संबंध में नगर निगम का कहना है कि, उसका यह अभियान  कुत्तों का बर्थ कंट्रोल करने के लिए हैं ।

नगरपालिका निगम द्वारा आधिकारिक रूप से बताया हैं कि,माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार आवारा कुत्तो को पकड़कर रखना या उसे क्षति पहुंचाना दण्डनीय अपराध होने से आवारा कुत्तों को डाॅग रूल्स 2001 के नियम के तहत पकड़ा जाकर उनकी नसबंदी किये जाने उपरांत उन्हें वापस उसी स्थान पर छोड़ा जाता है जहां से उन्हें पकड़ा गया था।

नगरपालिका निगम ने बताया कि, उक्त आदेश के परिपालन में नगर निगम द्वारा शहर में बढ़ती आवारा कुत्तों की सख्ंया के नियत्रंण हेतु ऐनिमल बर्थ कंट्रोल प्रोग्राम अतर्गत श्वानों के नसबंदी आॅपरेशन का कार्य प्रचलित है।

नगर निगम द्वारा चलाये जा रहे इस अभियान अन्तर्गत गुरूवार को 14 कुत्तो की नसबंदी की गई, इसप्रकार अभियान से अब तक कुल 7400 आवारा कुत्तों की नसबंदी की जाकर उन्हें उनके स्थानों पर छोड़ा जा चुका है।

साथ ही  नगर पालिक निगम उज्जैन द्वारा आमजन से अपेक्षा की जाती है कि, माननीय सर्वोच्च न्यायालय, एवं ऐनिमल वेल्फेयर बोर्ड की गाईड लाईन अनुसार आवारा कुत्तों की बढती संख्या के लिये नगर निगम उज्जैन द्वारा चलाये जा रहे कुत्ता नसबंदी अभियान में आवश्यक सहयोग करें।

बिहार में महज 29 साल में तेईस बार बदले गए मुख्यमंत्री, लालू प्रसाद यादव के काल में घोटालों, नरसंहार और राजनीतिक उथल-पुथल के कारण चर्चित रहा बिहार attacknews.in

पटना 27 सितंबर । राजनीतिक रूप से सजग माने जाने वाले बिहार में साठ से अस्सी के दशक के दौरान लोकनायक जयप्रकाश नारायण की संपूर्ण क्रांति, क्षेत्रीय दलों का उभार और वामपंथी प्रभाव बढ़ने से राजनीतिक उथल-पुथल इतनी तेज रही कि महज 29 साल में तेईस बार मुख्यमंत्री बदले गए।

वहीं, नब्बे के दशक की शुरुआत में श्री लालू प्रसाद यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद बिहार में जनता दल की सरकार बनी लेकिन इस दौरान चारा घोटाला और नरसंहार की घटनाओं के कारण राजनीतिक उथल-पुथल भी देखने को मिला।

वर्ष 2005 में श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार के बनने तक 15 साल में छह बार मुख्यमंत्री बदले गए। हालांकि वर्ष 2005 में श्री नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद से इस पद को स्थिरता मिली और आजादी के बाद बिहार में लंबे समय के कार्यकाल वाले वह पहले मुख्यमंत्री हो गए हैं।

स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह 31 जनवरी 1961 तक अपने पद पर रहे। वर्ष 1961 से 1990 तक के 29 वर्ष में बिहार में 23 बार मुख्यमंत्री बदले गए। बिहार केसरी श्रीकृष्ण सिंह के निधन के बाद कांग्रेस के ही श्री दीपनारायण सिंह को राज्य का दूसरा मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त हुआ। उन्होंने 01 फरवरी 1961 को पदभार ग्रहण किया लेकिन 17 दिन के बाद ही उन्हें यह पद छोड़ना पड़ा और उनका स्थान श्री बिनोदानंद झा ने लिया। ‘कामराज योजना’ आने के बाद श्री झा अलग-अलग राज्य के उन आठ मुख्यमंत्रियों में से एक थे, जिन्हें कांग्रेस संगठन को मजबूत करने की जिम्मेवारी सौंपी गई। इस कारण से वह 02 अक्टूबर 1963 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे।

इसके बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में कांग्रेस नेता वीरचंद पटेल और श्री झा के मंत्रिमंडल में उप मुख्यमंत्री रहे कृष्ण बल्लभ सहाय (के. बी. सहाय) शामिल हो गए। श्री झा की सरकार में सेकेंड इन कमांड माने जाने वाले तत्कालीन शिक्षा मंत्री सत्येंद्र नारायण सिन्हा ने श्री सहाय को समर्थन दिया। इससे 02 अक्टूबर 1963 को श्री सहाय बिहार के चौथे मुख्यमंत्री बने और वह 05 मार्च 1967 तक इस पद पर रहे।

असम राज्य में फैली स्वाईन फ्लू की महामारी ,14 जिले में 18 हजार सूअरों की जा चुकी हैं जान,अब।सरकार ने 12 हजार सूअरों को मारने के दिए हैं आदेश attacknews.in

गुवाहाटी, 24 सितंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने अफ्रीकी स्वाइन बुखार से बुरी तरह प्रभावित इलाकों में करीब 12,000 सूअरों को मारने का बुधवार को आदेश दिया और अधिकारियों से कहा कि वह सूअरों के मालिकों को पर्याप्त मुआवजा दें।

एक आधिकारिक वक्तव्य में यह जानकारी दी गई।

पशु पालन एवं पशु चिकित्सा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने  बताया कि वायरस के कारण अब तक राज्य के 14 जिलों में 18,000 सूअरों की जान जा चुकी है।

अधिकारी ने बताया कि सूअरों को मारने का काम 14 प्रभावित जिलों में रोग से बुरी तरह प्रभावित 30 क्षेत्रों के एक किलोमीटर के दायरे में किया जाएगा और यह काम तुरंत शुरू किया जाएगा।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, ‘‘विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के दिशानिर्देशों के अनुपालन में, और विशेषज्ञों की राय का पालन करते हुए, सभी प्रभावित जिलों में संक्रमित सूअरों को मारने का काम दुर्गा पूजा से पहले पूरा किया जाना चाहिए।”

उन्होंने कहा कि 12,000 सूअरों को मारा जाएगा।

उन्होंने कहा, “सूअरों को मारने के इस अभियान से किसानों को होने वाले नुकसान की पर्याप्त रूप से क्षतिपूर्ति की जाएगी।”

मुआवजे के बारे में पूछे जाने पर, अधिकारी ने कहा कि 12,000 सूअरों के मालिकों के बैंक खातों में धन जमा कराया जाएगा जबकि पहले ही मर चुके 18,000 सूअरों के मालिकों को आर्थिक सहायता देने के लिए सरकार को एक प्रस्ताव भेजा गया है।

बैठक के दौरान, सोनोवाल ने बताया कि केंद्र ने पहले ही मुआवजे की पहली किस्त जारी कर दी है और राज्य सरकार महामारी से निपटने के उपायों के लिए राशि सहित मुआवजे का हिस्सा जल्द जमा करेगी।

उन्होंने पशुपालन और पशु चिकित्सा विभाग को भी प्रभावित क्षेत्रों को संवेदनशील घोषित करने के लिए कहा ताकि स्वस्थ पशुओं को संक्रमण से बचाया जा सके और राज्य भर के सभी सरकारी खेतों का सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया।

बैठक में असम में देश के विभिन्न हिस्सों से सूअरों की आपूर्ति पर भी चर्चा हुई।

स्वाइन बुखार के प्रकोप के बाद, केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार राज्य के बाहर से सूअरों की आपूर्ति रोक दी गई थी।

सोनोवाल ने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि असम के माध्यम से पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में सूअरों को ले जाने के दौरान कोई भी असावधानी ना हो।

उन्होंने कहा कि सुअर पालन क्षेत्र से अधिक युवाओं को जोड़ने के लिए, सार्वजनिक-निजी-साझेदारी प्रणाली का सहारा लिया जा सकता है।

कृषि मंत्री अतुल बोरा ने कहा था कि विभाग द्वारा 2019 की गणना के अनुसार, राज्य में सूअरों की संख्या 21 लाख थी, जो अब बढ़कर 30 लाख हो गई है।

बोरा ने कहा था कि इस बीमारी का पता पहली बार राज्य में इस साल फरवरी के अंत में चला था। लेकिन इसकी शुरुआत अप्रैल 2019 में अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगे चीन के शिजांग प्रांत से हुई थी।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1.13 लाख के पार हुई और मृतकों की संख्या 2,077 हुई,बुधवार को कोरोना के 2346 नए मामले सामने आए attacknews.in

भोपाल, 23 सितंबर । मध्यप्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामले के बीच जहां 2346 नए मामले सामने आए, वहीं इसी बीमारी से पिछले चौबीस घंटों के दौरान रिकार्ड 42 नयी मौतें दर्ज की गयी।

राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों में जहां एक ओर कोरोना के 2346 नए मरीज मिलने से कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब 113057 तक पहुंच गयी। वहीं रिकार्ड 42 नई मौतें दर्ज हुयीं। इनमें सबसे अधिक सात मौतें इंदौर में हुयी। इसके अलावा सागर में चार, भोपाल, ग्वालियर जबलपुर, होशंगाबाद और रायसेन में दो-दो मरीजों तथा अन्य जगहों में एक-एक मौतें हुयीं हैं।

प्रदेश में अब तक इस बीमारी से 2077 मरीज अपनी जान गवां चुके हैं। वहीं, राहत की खबर यह रही कि आज 2138 मरीज स्वस्थ हुए, जिसके बाद अब 88168 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। वर्तमान में 22812 एक्टिव (उपचाररत) हैं, जिनका इलाज विभिन्न अस्पतालों, होम आइसोलेशन एवं संस्थागत क्वॉरेंटाइन सेंटरों में चल रहा है।

इस बीच सबसे अधिक 451 नए मरीज इंदौर में मिले। वहीं राजधानी भोपाल में 249 नए मामले सामने आए। इसके अलावा जबलपुर में 245, ग्वालियर में 172, नरसिंहपुर में 64, खरगोन में 56, धार में 60, शहड़ोल में 69, छिंदवाड़ा में 56, उज्जैन में 47, सागर में 35, बैतूल में 31, सतना में 44, झाबुआ में 42, भिंड में 49, बालाघाट में 41, देवास में 30 अनूपपुर में 30 के अलावा अन्य शहरों में नए मरीज मिले हैं।

इंदौर जिले में कोरोना के 451 नये मामले

इंदौर जिले में ‘कोविड 19’ के 451 नये मामले आने के बाद यहाँ वायरस से संक्रमितों की संख्या 20834 जा पहुंची है। राहत की खबर है कि इनमें से अब तक 16364 रोगी स्वस्थ भी हो चुके हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) ने कल रात स्वास्थ्य बुलेटिन जारी कर बताया कि कल जाँचे गये 3315 सैम्पलों में 451 नये संक्रमित सामने आने के बाद यहाँ वायरस से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 20834 जा पहुंची है। कल 7 रोगियों की मौत दर्ज किये जाने के बाद अब तक कुल 516 रोगियों की मौत हो चुकी है।

उधर राहत की खबर है कि अब तक कुल 16364 रोगी स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं जिसके बाद एक्टिव केस (उपचाररत रोगी) की संख्या 3954 है। उधर संस्थागत क्वारेंटाइन केंद्रों से भी अब तक 6438 लोगों को स्वस्थ होने पर छोड़ा जा चुका है।

नीमच में कोरोना संक्रमित 24 मरीज मिले

नीमच जिले में 24 और कोरोना संक्रमित मिले है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार कल रात विभिन्न-लैब से 24 और व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है, इनमें 11 नीमच, एक जावद, दो मनासा और 10 जिले के अन्य गांवों के हैं। इन्हें मिला कर नीमच जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 1872 हो गई है। जिले में अभी तक कोरोना से 31 व्यक्तियों की मृत्यु हो गई है।

मुरैना जिले में 15 कोरोना मरीज मिले

मुरैना जिले में मुरैना की जिला जेल में बंद पांच कैदियों सहित 15 नए कोरोना संक्रमण के मरीज मिले है।आधिकारिक जानकारी के अनुसार अब जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 2493 हो गई है। जबकि 2274 मरीज स्वस्थ हुए है जिन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। मुरैना जिले में 200 एक्टिव केस हैं, जिनका उपचार आईशोलेशन बार्ड में किया जा रहा है।

दमोह में कोरोना वायरस के 24 नए मामले

दमोह जिले में कोरोना संक्रमण के 24 नए मरीज मिलने के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या 1439 हो गई है। इन 24 मरीजो में 16 पुरुष व 8 महिलाएं शामिल है। इसमें जिला पंचायत के एक अधिकारी भी संक्रमित हो गई हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ तुलसा ठाकुर द्वारा कल रात्रि जारी बुलेटिन में बताया कि जिले में 24 नए मरीज मिले हैं, जबकि अभी तक 60 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। अभी तक 856 व्यक्ति स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। वही 583 मरीज एक्टिव है।

शिवपुरी में कोरोना के 27 नए मामले

शिवपुरी में आज 27 मरीजों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिसके बाद यहां कुल मरीजों की संख्या 2186 हो गयी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा आज बुलेटिन के अनुसार अब तक इस बीमारी से 1841 मरीज ठीक हो गए हैं। वर्तमान में 325 एक्टिव केस है तथा 20 की अब तक मौतें हो चुकी हैं।

सीहोर में कोरोना के 31 नए मामले, एक की मौत

सीहोर जिले में आज कोरोना के 31 नए मामले सामने आए, तो वहीं एक बुजुर्ग महिला ने इस बीमारी से इलाज के दौरान भोपाल में दमतोड़ दिया है।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुधीर कुमार डेहरिया ने बताया कि आज 31 व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई है। सीहोर नगर से 11 व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई है। आष्टा विकासखंड से 13 की रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई है। इसके अलावा नसरुल्लागंज अन्तर्गत इटावा जदीद से 1 व्यक्ति पॉजीटिव मिला हैं। इछावर अन्तर्गत 3 व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई है।

जबलपुर में कोरोना के 196 नए मरीज मिले, 202 स्वस्थ

मध्यप्रदेश के जबलपुर में आज कोरोना के 196 नए मरीज मिले, तो वहीं, 202 मरीज इस बीमारी को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार जांच रिपोर्ट में कोरोना के 196 नये मरीज सामने आये हैं। आज डिस्चार्ज हुये 202 व्यक्तियों को मिलाकर जबलपुर में कोरोना के संक्रमण से मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या 7115 हो गई है। वहीं कुल पाॅजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर अब 8687 तक पहुंच गयी है। वर्तमान में कोरोना के 1438 एक्टिव मरीज हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है। यहां अब तक 134 व्यक्तियों की मृत्यु हुयी है।

हरदा में कोरोना के 12 नए मामले

हरदा जिले में आज कोरोना के 12 नए मामले सामने आए हैं।।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. किशोर कुमार नागवंशी ने बताया कि 177 सैंपल की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। जिनमें 12 सेम्पल की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। आज 298 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। अभी तक भेजे गए कुल 13732 में से 13167 सैंपल की रिपोर्ट आ चुकी हैं। वर्तमान में कोरोना संक्रमण के सक्रिय मरीज़ों की संख्या 134 है तथा 614 मरीज़ स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।

शिवराज सिंह चौहान ने शासकीय विभागों में रिक्त पद भरने के लिए तत्काल प्रक्रिया प्रारंभ करने के दिये निर्देश, करीब 30 हजार भर्तियों को इसी साल भरने को कहा attacknews.in

भोपाल, 23 सितम्बर । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गृह, राजस्व, लोक निर्माण, जेल, शिक्षा और अन्य विभागों में रिक्त पदों को भरने की कार्रवाई तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश दिए। शिक्षकों के लगभग 20 हजार और अन्य विभागों के 10 हजार पद मिलाकर लगभग 30 हजार पदों के लिए भर्ती अनुमानित है।

मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित बैठक में श्री चौहान ने कहा कि जनकल्याणकारी कार्यों के सुचारू संचालन के लिए विभागों में खाली पड़े पदों को भरने की कार्यवाही पूर्ण की जाए। इस संबंध में प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड, लोक सेवा आयोग और विभागीय स्तर पर की जाने वाली कार्यवाही संपादित की जाए।

उन्होंने पदों की भर्ती के संबंध में विभागीय स्तर पर भी समीक्षा कर समग्र रूप से संपूर्ण प्रक्रिया अपनाए जाने के निर्देश दिए।

श्री चौहान ने कहा कि रिक्त पदों की पूर्ति के संबंध में आवश्यक नियमों और प्रक्रियाओं के पालन का ध्यान रखते हुए प्रक्रिया पूरी की जाए। एक अनुमान के अनुसार करीब 10 हजार पदों के लिए पीईबी द्वारा आगामी महीनों में परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। इन पदों में गृह विभाग के अंतर्गत पुलिस आरक्षक के 3272 पद, किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग में ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी और वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी के 863 पद, गृह विभाग में आरक्षक रेडियो संवर्ग के 493 पद, राजस्व निरीक्षक के 372 पद, कौशल संचालनालय में आईटीआई प्रशिक्षण अधिकारी के 302 पद शामिल हैं। इसके अलावा विभिन्न विभागों में शीघ्र लेखक, सहायक ग्रेड-3, स्टेनो टायपिस्ट, स्टेनोग्राफर, डाटा एंट्री ऑपरेटर, सांख्यिकी अधिकारी और भृत्य, चौकीदार, वार्ड बाय, क्लीनर, वाटरमेन कुक जैसे पदों की भर्ती की जाएगी।

बैठक में बताया गया कि प्राथमिक शाला शिक्षक पात्रता परीक्षा दिसम्बर 2020 में प्रस्तावित है। । वर्तमान में पीईबी की ओर से तकनीकी शिक्षा संचालनालय, पशुपालन विभाग और कृषि विभाग की विभिन्न परीक्षाओं के आयोजन की तैयारी भी की जा रही है। ये परीक्षाएं अकादमिक सत्र के अनुसार अक्टूबर और नवम्बर 2020 में प्रस्तावित हैं। इन पदों के लिए बड़ी संख्या में आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। सिर्फ शिक्षकों के लिए ही 6.57 लाख आवेदन-पत्र इस वर्ष प्राप्त हुए हैं।

बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, कृषि उत्पादन आयुक्त के.के. सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री मनीष रस्तोगी, आयुक्त जनसंपर्क डॉ. सुदाम खाडे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश के हरेक जिले में कोरोना वायरस के प्रकोप को थामने के लिए नियमित रूप से क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक करने के दिए निर्देश attacknews.in

भोपाल, 22 सितम्बर । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हर जिले में नियमित रूप से क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठकें की जाए।

श्री चौहान ने कहा स्थानीय स्तर पर धर्मगुरूओं, विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, चिकित्सकों, व्यापारियों आदि की सलाह तथा उन्हें विश्वास में लेकर कोरोना नियंत्रण के लिए आवश्यक उपाय सुनिश्चित किए जाएं।

उन्होंने कहा कि आवश्यकता होने पर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप से वे स्वयं भी संवाद करेंगे। कोरोना पर नियंत्रण के लिए गाइड लाइन में आवश्यकतानुसार व्यवस्था की जाएगी। व्यापारिक संगठनों को भी कोरोना से बचाव के लिए विभिन्न नियंत्रण स्वयं लागू करने की पहल करनी होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग को निरंतर बढ़ाया जा रहा है। शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं के साथ-साथ निजी चिकित्सालयों का भी क्षमतावर्धन किया जा रहा है। जिला प्रशासन समाज के सहयोग और जनसामान्य को विश्वास में लेकर कोरोना की स्थिति को नियंत्रण में रख सकता है।

उन्होंने जिलों के प्रभारी अधिकारियों को जिलों की स्थिति पर लगातार नजर रखने, जिला प्रशासन को सतत् रूप से आवश्यक मार्गदर्शन उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए। होम आइसोलेशन व्यवस्था तथा कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेंटर से प्रभावी मॉनीटरिंग व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।

श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में सभी जगह फीवर क्लीनिक्स सक्रिय हैं। इसके साथ ही मोबाइल फीवर क्लीनिक आरंभ किए जाएंगे। जिससे कि कोरोना के मरीजों की जल्दी से जल्दी जांच कर उनकी प्रभावी चिकित्सा सुनिश्चित की जा सके।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ की अधिक से अधिक भर्ती करने तथा आवश्यक प्रशिक्षण की व्यवस्था के निर्देश भी दिए।

मुख्यमंत्री ने कल जिलावार कोरोना की स्थिति की समीक्षा की तथा कोरोना संक्रमण रोकने एवं प्रभावी इलाज सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर्स को दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने भोपाल, इंदौर, जबलपुर तथा ग्वालियर के साथ-साथ नरसिंहपुर, सागर, उज्जैन, होशंगाबाद, खरगौन, छिंदवाड़ा, मंदसौर, उमरिया आदि जिलों पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कोरोना के बढ़ रहे प्रकरणों को देखते हुए जबलपुर की विशेष रूप से समीक्षा की। उल्लेखनीय है कि जबलपुर का पॉजीटिविटी रेट 8.11 प्रतिशत जो कि राज्य की पॉजीटिविटी दर 5.87 प्रतिशत से काफी अधिक है। श्री चौहान ने कहा कि जबलपुर मेडिकल कॉलेज तथा जिला चिकित्सालय सहित निजी अस्पतालों में कोरोना के लिए अधिक से अधिक बिस्तरों की व्यवस्था की जाए। इसमें राज्य शासन हरसंभव सहयोग प्रदान करेगा। गरीब मरीजों को आयुष्मान योजना के तहत सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। कोरोना के इलाज के लिए बेड्स, ऑक्सीजन, वेंटीलेटर्स आदि सभी सुविधाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने प्रभारी अधिकारी अपर मुख्य सचिव जे.एन. कंसोटिया सहित संभागायुक्त, कलेक्टर जबलपुर, डीन मेडिकल कॉलेज का दल गठित कर जबलपुर की स्थिति में एक हफ्ते में बदलाव लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वे एक दिन बाद पुन: जबलपुर की स्थिति की समीक्षा करेंगे।

श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में कोरोना के मरीज तेज गति से स्वस्थ होकर घर जा रहे हैं। प्रदेश की रिकवरी रेट 77.3 प्रतिशत है। मृत्यु दर में निरंतर गिरावट हो रही है अब यह 1.86 प्रतिशत है। मध्यप्रदेश में प्रति 10 लाख कोरोना टेस्ट की संख्या 22 हजार 425 है। प्रदेश की पॉजीटिविटी रेट 5.87 प्रतिशत है।

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में कोरोना के कुल मरीजों में 8 हजार 803 होम आइसोलेशन में है जो कि कुल मरीजों का 39 प्रतिशत है। इनकी नियमित रूप से मॉनीटरिंग की जा रही है। आइसोलेशन में सर्वाधिक मरीज भोपाल में 882, इंदौर 832, जबलपुर 784, ग्वालियर में 672, शहडोल में 423, रीवा में 342, शिवपुरी में 295, उज्जैन में 280, बैतूल में 237, नरसिंहपुर में 210, अनूपपुर में 204, खण्डवा में 177, दतिया में 176, सतना में 167, होशंगाबाद में 155, उमरिया में 153 तथा शेष अन्य जिलों में है।

बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 93 हजार के पार हुई और मृतकों की संख्या 1820 हुई,2323 कोरोना के नये मामले सामने आए attacknews.in

भोपाल, 15 सितंबर । मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के 2323 नये मामले सामने आने के बाद अब इनकी संख्या बढ़कर 93053 पहुंच गयी है।

राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज यहां जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों के दौरान 20259 सेम्पलों की जांच रिपोट में 2323 नए संक्रमित मरीज मिले है। इसके बाद अब संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 93053 पहुंच गयी है।

आज राज्य भर से 1902 मरीज इस बीमारी से ठीक होकर घर गये। इस महामारी से अब तक 69613 मरीज संक्रमण को मात देकर घर जा चुके हैं।

वहीं वर्तमान में 21620 मरीज हैं और इनका इलाज प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों, होम आइसोलेशन एवं संस्थागत क्वॉरेंटाइन सेंटरों में चल रहा है। आज भी 29 लोगों मौत हो गयी, अब तक इस महामारी से 1820 लोगों की मौत हो चुकी है।

जबलपुर में 195 कोरोना संक्रमित मुक्त हुए तो 202 नए मिले

जबलपुर, 15 सितंबर । मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में 195 व्यक्ति कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर पहुुंचे, तो 202 नए संक्रमित भी मिले हैं।

जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय की ओर से कल रात जारी जानकारी के अनुसार बीते चौबीस घंटों के दौरान कोरोना के 202 नये मरीज सामने आये हैं। वहीं कल डिस्चार्ज हुये 195 व्यक्तियों को मिलाकर जबलपुर जिले में कोरोना के संक्रमण से मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या 5294 हो गयी है।

इसके अलावा अभी तक जिले में कोरोना पॉजिटिव की कुल संख्या 6643 तक पहुंच गयी है। बीते चौबीस घंटे के दौरान दो व्यक्तियों की मृत्यु को मिलाकर जिले में कोरोना से अभी तक 115 व्यक्तियों की मृत्यु हो चुकी है। जबलपुर में कोरोना के एक्टिव केस अब 1234 हैं।

राज्य में कोरोना का सबसे पहला प्रकरण 20 मार्च को जबलपुर जिले में ही आया था। राज्य में सबसे अधिक एक्टिव प्रकरण इंदौर जिले में 5162, इसके बाद ग्वालियर जिले में 2094, भोपाल जिले में 1769 और जबलपुर जिले में 1234 हैं।

छिंदवाड़ा में कोरोना से एक जेलर का निधन

छिंदवाड़ा में जिला जेल के जेलर आर के त्रिपाठी का अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया, वह कोरोना से संक्रमित थे।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार श्री त्रिपाठी को कोरोना से संक्रमित पाए जाने के बाद शुक्रवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कल उनका निधन हो गया। वहीं जिले में अब तक 9 मरीज इस महामारी से जान गवां चुके हैं, जिनमें सात छिंदवाड़ा जिले, एक सिवनी और एक बालाघाट के मरीज शामिल हैं। श्री त्रिपाठी का आज कोरोना पोटोकाल के तहत अंतिम संस्कार किया जाएगा।

इंदौर जिले में कोरोना के 386 नये मामले, 4 की मौत

इंदौर जिले में ‘कोविड 19’ के 386 नए मामले आने के बाद यहां वायरस से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 17547 जा पहुंची है। जबकि चार की मौत दर्ज किये जाने के बाद मृतकों की संख्या आधिकारिक रूप से 467 जा पहुंची है।

प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) ने कल रात स्वास्थ्य बुलेटिन जारी कर बताया कि अब तक 255754 सेम्पल जांचे गये हैं। इनमें कल जांचे 2959 सेम्पल भी शामिल हैं। कल जांचे सेम्पलों में 386 नये संक्रमित मिलने के बाद यहां वायरस से संक्रमितों की संख्या 17547 जा पहुंची है। वहीं, कल चार रोगियों की मौत दर्ज किये जाने के बाद अब तक कुल 467 रोगियों की मौत दर्ज की गयी है।

उधर, राहत की ख़बर है कि कल 246 रोगियों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किये जाने के बाद अब तक कुल 11782 रोगियों को डिस्चार्ज किया जा चुका है, जिसके बाद एक्टिव केस (उपचाररत रोगी) की संख्या 5298 है, उधर संस्थागत क्वारेंटाइन केंद्रों से भी अब तक 6318 लोगों को छोड़ा जा चुका है।

नरसिंहपुर सीएमएचओ एन यू खान हटाए गए

नरसिंहपुर जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एन यू खान को उनके प्रभार से अस्थाई रुप से मुक्त कर दिया गया है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार सीएमएचओ डाॅ खान को कल कलेक्टर वेदप्रकाश ने अस्थाई रूप से प्रभार से मुक्त कर दिया। उनकी जगह अस्थि रोग विशेषज्ञ डाॅ पी सी आनंद को सीएमएचओ का प्रभार सौंपा गया है।

दमोह में कोरोना के 11 नए मरीज, अब तक 42 की मौत

दमोह जिले में कोरोना संक्रमण के 11 नए मरीज मिलने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1120 तक पहुंच गयी है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ तुलसा ठाकुर ने आज सुबह जारी बुलेटिन में बताया कि सोमवार को दो और मरीजों की मौत दर्ज हुयी, जिसके बाद अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है। जिले में मिले 11 मरीजो में हटा तहसील के 7 और दमोह के 4 मरीज शामिल है। जिले में 686 व्यक्ति स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं और 434 एक्टिव (उपचाररत) मरीज हैं, जिनका इलाज चल रहा है।

भोपाल में कोरोना के 280 नए मामले आए

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के बढ़ते मामले के बीच आज रिकार्ड 280 नए मामले सामने आए, जिसके बाद यहां कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 13926 तक पहुंच गयी।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार जांच रिपोर्ट में 280 नए कोरोना संक्रमित पाए गए। इसके बाद राजधानी में इस बीमारी से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 13926 तक पहुंच गयी है। इनमें से अब तक 11574 मरीजों के स्वस्थ होने के बाद वर्तमान में दो हजार से अधिक एक्टिव (उपचाररत) मरीज हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों, होम आइसोलेशन एवं संस्थागत क्वॉरेंटाइन सेंटरों में इलाज किया जा रहा है।

नीमच जिले में मिले 16 कोरोना मरीज

नीमच जिले में आज 16 लोग कोरोना संक्रमित मिले है। अब जिले में इनकी संख्या 1594 पहुंच गयी।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार आज दोपहर नींमच लैब से 16 और व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है, इनमें से 5 नींमच 2 जावद, 4 मनासा और 5 जिले के अन्य गांवों की है। इन्हें मिला कर नीमच जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 1594 हो गई है। जिले में 1189 व्यक्ति ठीक होकर घर लौट गए है जबकि 376 व्यक्ति एक्टिव मरीज है। जिले में अभी तक कोरोना से 31 व्यक्तियों की मृत्यु हो गई है।

बैतूल जिले में कोरोना के 57 नये मामले, दो की मौत

बैतूल जिले में आज कोरोना संक्रमण के 57 नये मामले सामने आए है। इसके साथ ही कोरोना संक्रमित दो लोगों की मौत हो गई।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रदीप धाकड़ ने बताया कि जिले में आज पांच लोगों को स्वस्थ होने पर छुट्टी दे दी। अभी तक 785 मरीज स्वस्थ हो चुके। जिले में कोरोना संक्रमण से बैतूल के 64 वर्षीय पुरूष और 58 वर्षीय महिला की आज मौत हो गई। इसे मिलाकर अभी तक जिले में 27 लोगों की मौत हो चुकी है।

पन्ना जिले में पाए गए 36 कोरोना मरीज

पन्ना जिले में आज 36 कोरोना के नये मामले सामने आये हैं।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार मंगलवार को प्राप्त हुईं 250 जांच रिपोर्टों में 36 पॉजीटिव पाए गये। अब तक कुल 430 कोरोना के मरीज मिल चुके है। इनमें से 311 मरीज ठीक हो चुके है। जबकि 118 मरीजों का उपचार चल रहा है।

सीहोर में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 1100 पार

सीहोर जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 1100 पार हो गई। आज भी 37 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुधीर कुमार डेहरिया ने बताया कि 37 व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई है। जिले में एक्टिव व्यक्तियों की कुल संख्या 433 हो गई है। जिले में रिकवर होने के उपरांत डिस्चार्ज किए गए व्यक्तियों की संख्या बढ़कर 663 हो गई है। जिले में अभी तक 1121 लोग पाजेटिव हो गए हैं।

शिवपुरी जिले पाए गए 57 कोरोना संक्रमित

शिवपुरी जिले में आज 57 लोग कोरोना संक्रमित पाए गये।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार आज के कोरोना बुलेटिन में 57 लोग कोरोना मरीज मिले। अब कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 1951 हो गई है। इनमें से 1424 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। जबकि 503 एक्टिव केस हैं। 15 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।

सरकार कोविड नियंत्रण के लिये स्पेशल ट्रेनिंग प्रोग्राम चलायेगी-सारंग

मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि राज्य सरकार कोविड नियंत्रण के लिये स्पेशल ट्रेनिंग प्रोग्राम चलायेगी। इसमें इंटर्न, मेडिकल स्टूडेंट, प्रायवेट प्रेक्टिसनर्स, आयुष डॉक्टर और नर्सिंग स्टूडेंट को शामिल किया जायेगा।

श्री सारंग मंगलवार को मंत्रालय में भोपाल में कोरोना नियंत्रण एवं व्यवस्थाओं के संबंध में बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि लगभग 22 प्रायवेट अस्पताल कोविड का इलाज प्रारंभ कर चुके हैं।

उन्होंने कहा कि आवश्यकता को देखते हुए अन्य निजी अस्पतालों को भी कोविड सेंटर बनाया जाये। अस्पतालों में आईसीएमआर की गाइड-लाइन के अनुरूप उपचार उपलब्ध कराने के दिशा-निर्देश प्रसारित किये जा रहे हैं। ऑक्सीजन सप्लाई की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। नये अस्पतालों को शामिल करते समय देखा जाये कि निर्बाध ऑक्सीजन सप्लाई व्यवस्था हो।

नीमच में मिले 15 और कारोना मरीज

नीमच जिले में आज 15 कोरोना मरीज पाए गये।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार रात्रि में नींमच लैब से 15 और व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है, इनमें से 14 नींमच और 1 जिले के अन्य गांवों की है। इन्हें मिला कर नीमच जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 1609 हो गई है। जिले में अभी तक कोरोना से 31 व्यक्तियों की मृत्यु हो गई है। जिले में 1199 व्यक्ति रिकवर होकर घर लौट गए है जबकि 382 व्यक्ति एक्टिव मरीज है।

हरदा जिले में मिले 22 कोरोना मरीज

हरदा जिले में आज कोरोना संक्रमण के 22 नए मामले सामने आए हैं।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. किशोर कुमार नागवंशी ने बताया कि आज कुल 149 सैंपल की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। जिनमें 22 सेम्पल की रिपोर्ट पॉजिटिव तथा 127 सेम्पल की रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त हुई। अभी तक भेजे गए कुल 12127 में से 12018 सैंपल की रिपोर्ट आ चुकी हैं। वर्तमान में हरदा जिले में कोरोना संक्रमण के सक्रिय मरीज़ों की संख्या 164 है। 499 मरीज़ स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। 14 मरीज़ों की मृत्यु हो चुकी हैं तथा 4 हज़ार 227 व्यक्तियों को क्वारंटीन किया गया है।

कांग्रेस विधायक सहित दमोह में मिले 46 नए मरीज

दमोह जिले में आज कांग्रेस के एक विधायक सहित 46 नए मरीज मिलने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1166 तक पहुंच गयी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ तुलसा ठाकुर ने आज रात्रि जारी बुलेटिन बताया कि कांग्रेस के एक विधायक सहित 46 नए संक्रमित पाए गए, जिसके बाद यहां कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1166 तक पहुंच गयी। इसी के साथ एक और मरीजों की मौत दर्ज हुयी है, जिसके बाद अब तक 43 लोगों की मौत हो चुकी है।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 84 हजार के करीब पहुंची और मौत का आंकड़ा हुआ 1661 attacknews.in

भोपाल, 11 सितंबर ।मध्यप्रदेश में कोरोना के 2240 नए मामले सामने आए, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 83619 तक पहुंच गयी, जिसमें से 1651 नए मरीजों के स्वस्थ होने के बाद अब तक इस वैश्विक महामारी को 62936 मरीज मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं।वही 21 मरीजों की मौत के साथ अब तक मृतक संख्या 1661 हुई ।

राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज यहां जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों के दौरान 23431 सेम्पलों की जांच की गयी, जिसमें 2240 नए संक्रमित पाए गए। इसके बाद प्रदेश में इस बीमारी से संक्रमित होने वालों की संख्या बढ़कर 83619 तक पहुंच गयी है। वहीं 1651 नए मरीजों के स्वस्थ हो जाने के बाद अब तक इस बीमारी से 62936 मरीज संक्रमण से मुक्त होकर अस्पतालों से डिस्चार्ज किए जा चुके हैं।

इंदौर जिले में कोरोना के मामले 16000 पार

मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में ‘कोविड 19’ के 326 नये मामले आने के बाद यहाँ वायरस से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 16090 तक जा पहुँची है। राहत की खबर है कि अब तक मिले मरीजों में से 11091 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) ने कल रात स्वास्थ्य बुलेटिन जारी कर बताया कि अब तक कुल 244827 सैम्पल जाँचे गये हैं। इनमें कल जाँचे गये 2762 सैम्पल भी शामिल हैं। कल जाँचे सैम्पलों में 326 नये रोगी मिलने के बाद वायरस से संक्रमित रोगियों की कुल संख्या 16090 तक जा पहुंची है। जबकि कल 6 रोगियों की वायरस से मौत दर्ज किये जाने के बाद अब तक आधिकारिक रूप से 444 रोगियों की मौत दर्ज की जा चुकी है।

उधर राहत की खबर है कि कल 142 रोगियों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किये जाने के बाद अब तक कुल 11091 रोगी स्वस्थ हो डिस्चार्ज हो चुके हैं। जिसके बाद उपचाररत रोगियों की संख्या 4555 है। उधर संस्थागत कवारेंटाइन केंद्रों से भी अब तक कुल 6269 संदेहियों को स्वस्थ होने पर छोड़ा जा चुका है।

उज्जैन में मिले कोरोना के 37 नए मामले

उज्जैन जिले में कोविड-19 के 37 नए मामले आने के बाद अब इनकी संख्या बढ़कर 2100 के पार हो गई, जबकि इनमें से 1664 मरीज उपचार के बाद ठीक होकर घर पहुंच चुके है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कल रात जारी हेल्थ बुलेटिन ने बताया कि पिछले 24 घंटे में प्राप्त सैंपल में से 37 कोरोना पॉजिटिव संक्रमित पाए गए। इनमें उज्जैन जिले के मरीज शामिल हैं। जिले में अभी तक 2132 पॉजिटिव मिले हैं। इस महामारी से जिले में अभी तक मरने वालों की संख्या 82 हो गई। अभी भी 400 मरीजों का अस्पताल में उपचार चल रहा है। जिले में अभी तक 74 हजार 828 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं।

सागर जिले में मिले 54 कोरोना पाॅजीटिव

सागर जिले में 54 संक्रमित मरीज पाए गये। इन मरीजों की संख्या मिलाकर अब इनकी संख्या 1476 हो गई।शासकीय बुंदेलखंड मेडीकल कॉलेज से कल रात मिले कोरोना जांच सैंपल रिपोर्ट में 54 कोरोना मरीज मिले। इन मरीजों को मिलाकर अब यह संख्या बढ़कर 1476 हो गई। हालाकि इन मरीजों में से 1000 लोग ठीक हो चुके है। शेष संक्रमित मरीजों का उपचार अस्पताल में चल रहा है। कोरोना काल में उपचार के दौरान 94 लोगो की मृत्यु हो गई हैं।

रायसेन में कोरोना पॉजिटिव महिला की सफल प्रसव

रायसेन जिले की औद्योगिक नगर मंडीदीप के सिविल अस्पताल में आज कोरोना पॉजिटिव एक गर्भवती महिला की सफल डिलीवरी कराई गयी।

अस्पताल की डॉ अमृता जीवने ने बताया कि महिला की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट 7 सितंबर को आई थी। महिला का गर्भ का नवा महीना चल रहा है। इस बात को ध्यान में रखते हुए, उन्हें अपने ही घर में अलग कमरे में होम क्वाॅरेंटाइन कर दिया गया था, जिसकी मॉनिटरिंग स्वास्थ कर्मी द्वारा प्रतिदिन कि जा रही थी।

सीहोर में 48 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले

सीहोर जिले में 48 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं, जिसमें से अधिकांश नगरी क्षेत्र के हैं। कोरोना जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपनी पकड़ हर दिन मजबूत करता जा रहा है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुधीर कुमार डेहरिया के अनुसार ने आज 48 व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई है। इनमें से सीहोर शहरी क्षेत्र से 15 व्यक्ति कोरोना पॉजीटिव है। वहीं, आष्टा विकासखंड से 12 नसरुल्लागंज के 4 और बुदनी से 9 व्यक्तियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव प्राप्त हुई है। जिले में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 336 है तथा आज 20 व्यक्तियों को स्वस्थ होने के उपरांत डिस्चार्ज किया गया।

नीमच में 14 लोगों में कोरोना की पुष्टि

नीमच जिले में कोरोना के 14 नए मामले सामने आए। इनमें से 8 नींमच,1 मनासा और 5 जिले के अन्य गांवों के हैं।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार इन्हें मिला कर नीमच जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 1481 हो गई है। जिले में अभी तक कोरोना से 27 व्यक्तियों की मृत्यु हो गई है। अभी तक सामने आए कोरोना पीड़ितों में नीमच के 688 जावद के 479 एवं 40 व्यक्ति उम्मेदपुरा एवं तारापुर के 70 मनासा तथा बाकी अन्य स्थानों के हैं। जिले में 1136 व्यक्ति रिकवर होकर घर लौट गए है, जबकि 318 व्यक्ति एक्टिव मरीज हैं।

बैतूल में कोरोना के 49 पॉजिटिव मामले, एक की मौत

बैतूल जिले में आज कोरोना के 49 नये मामले सामने आए है। इसे मिलाकर अभी तक कुल 1016 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके है। आज 71 वर्षीय एक पुरूष की मौत हो गयी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रदीप धाकड़ ने बताया कि आज 18 मरीजों को स्वस्थ होने पर छुट्टी दे दी। जिले में अभी तक 716 मरीज स्वस्थ हो चुके। शेष संक्रमित 278 (एक्टिव) मरीजों का उपचार जारी है। अभी तक 362 व्यक्तियों की जॉच रिपोर्ट अप्राप्त है। जिले में कोरोना वायरस से अभी तक 22 लोगों की मौत हो चुकी हैं।

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा: सत्य के लिए जान भी देनी पड़े, तो हाजिर है; शिवराज सिंह चौहान ने कहा: कमलनाथ सरकार ने धोखा दिया, बेईमानी की,हम सभी को न्याय देंगे attacknews.in

भोपाल 11 सितंबर। कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने हर वर्ग को धोखा दिया। हमेशा पैसे की कमी का रोना रोने वाली उस सरकार ने जनता के साथ बेईमानी की। अब प्रदेश में भाजपा की सरकार है और ये सरकार प्रदेश की जनता को, हर समाज, हर वर्ग को न्याय देगी। भाजपा की सरकार ने कमलनाथ सरकार द्वारा बंद की गई योजनाओं को फिर चालू कर दिया है। इतिहास गवाह है, जब-जब भाजपा की सरकार रही है, विकास के कामों में कमी नहीं आई है। अभी भी चंबल क्षेत्र के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

यह वादा मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री श्री नरेंद्रसिंह तोमर और सांसद एवं वरिष्ठ नेता श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को पोहरी, करैरा और डबरा की जनता से किया। इसके पूर्व तीनों नेताओं ने करोड़ों रुपये की लागत वाले विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया।

इस अवसर पर प्रदेश शासन के मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, श्री तुलसी सिलावट, श्रीमती इमरती देवी, श्री सुरेश राठखेड़ा, जिलाध्यक्ष श्री राजू बाथम, पूर्व विधायक श्री प्रहलाद भारती, विधायक श्री सीताराम आदिवासी, श्री शरद कोल, श्री हरदीप सिंह रघुवंशी, श्री सुशील रघुवंशी, श्री नरेन्द्र बिरथरे, श्री ओमप्रकाश खटीक, श्री प्रहलाद सिंह, श्री महेन्द्रसिंह यादव, श्री केशवसिंह, श्री जसपाल वैश्य, श्री आशुतोष, श्री विक्की मंगल और श्री शिवकुमार आदि उपस्थित थे।

लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि हर बात पर ‘चलो-चलो पैसा नहीं है’ कहने वाले कमलनाथ अब परमानेंटली चले गए हैं, लेकिन उनकी सरकार ने हर वर्ग को धोखा दिया, बेईमानी की। कमलनाथ सरकार ने कर्जमाफी के झूठे प्रमाण पत्र दिये, लेकिन बैंकों को पैसा नहीं दिया। सहरिया बहनों के 1000 रुपये बंद करके उनके साथ धोखा किया। दिग्विजय और कमलनाथ मिलकर फसल बीमा की प्रीमियम खा गए। उन्होंने बेटियों के साथ धोखा किया, गरीबों के कफन के 5 हजार रुपये भी खा गए। हमने जो भी योजनाएं बनाईं, उन्होंने बंद कर दी। सिंधिया जी और उनके साथियों ने इस्तीफे देकर प्रदेश और उसकी जनता को बचा लिया।

श्री चौहान ने कहा कि अब प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, जो सभी के साथ न्याय करेगी। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार ने जो योजनाएं बंद कर दी थीं, हमने उन्हें फिर से चालू कर दिया है। कमलनाथ की सरकार ने जनता से जो छीना था, अब हमारी सरकार उसे वापस लौटा रही है।

अब भाजपा की सरकार है, विकास में कसर नहीं छोड़ेंगे

श्री चौहान ने कहा कि ग्वालियर चंबल अंचल में विकास के काम तभी हुए हैं, जब या तो सिंधिया जी ने प्रयास किए हैं, या फिर भाजपा की सरकार रही है। कमलनाथ सरकार के समय जब कोई जनप्रतिनिधि विकास की बात करता था, तो मुख्यमंत्री उसे चलो-चलो कहकर टाल देते थे। लेकिन भाइयो-बहनो अब भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। हमारे साथ सिंधिया जी हैं, नरेंद्रसिंह जी है और दिल्ली में मोदी जी बैठे हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि विकास के रास्ते में पैसे की कमी नहीं आने दी जाएगी और जनहित के कामों में कोई कसर नहीं रहने दी जाएगी।

श्री चौहान ने कहा कि हमने बहनों-बेटियों की, भांजे-भांजियों की, छात्र-छात्राओं की सभी योजनाएं फिर से शुरू कर दी हैं और जल्द ही सरकारी भर्तियों से भी रोक हट जाएगी। श्री चौहान ने कहा कि मेरा जीवन आपके लिए हैं, लेकिन आने वाले चुनाव में आपको यह बताना है कि आपको मुझ पर विश्वास है या नहीं। श्री चौहान ने कहा कि आने वाला चुनाव विकास का चुनाव है, जनता के आत्मसम्मान का चुनाव है। अगर आप ये चाहते हैं कि मैं मुख्यमंत्री बना रहूं और भाजपा की सरकार चलती रहे, तो आने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को आशीर्वाद दीजिए।

असंभव काम शिवराज के दृढ़ संकल्प से मूर्तरूप ले रहे : तोमर

केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्रसिंह तोमर ने लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के कार्यकाल में समूचे क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन आया है। उन्होंने आज सरकुला सिंचाई परियोजना का शिलान्यास कर असंभव को संभव करके दिखाया है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में बहुत सी सरकारें रहीं, लेकिन सहरिया आदिवासियों की चिंता भाजपा सरकार व मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने की। भाजपा सरकार ने पिछले कार्यकाल में सहरिया परिवार की बहनों को 1-1 हजार रूपए देना शुरू किए थे, लेकिन कमलनाथ सरकार आयी तो उसने यह राशि देना बंद कर दी। आज मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने इस योजना को फिर से चालू किया है। आदिवासी सहरिया बहनों के खाते में 40 करोड़ 44 लाख रूपए एक क्लिक से खातों में भेजे हैं।

उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने सहरिया आदिवासियों के जीवन में बदलाव लाकर उनके नेतृत्व को खड़ा किया। विजयपुर की सामान्य सीट से सीताराम आदिवासी को विधायक बनाया, क्योंकि भाजपा को आदिवासियों की चिंता है। उन्होंने कहा कि भाजपा को गांव, गरीब, किसान और आदिवासियों के विकास की चिंता है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में भाजपा को जिताकर विकास के सहभागी बनें।

राजनीति नहीं, जनसेवा रहा है सिंधिया परिवार का लक्ष्यः ज्योतिरादित्य सिंधिया

सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मेरी दादी राजमाता जी, पिताजी और वर्तमान पीढ़ी का लक्ष्य राजनीति नहीं बल्कि जनसेवा रहा है। कांग्रेस के कार्यकर्ता के रूप में मैंने 20 साल की उम्र में झंडा उठाया था। बहुत आशा और अभिलाषा थी। मकसद एक ही था जनता के विकास और प्रगति का, जो मेरा धर्म बनता था। उन्होंने कहा कि 15 साल शिवराज जी की सरकार रही, हम विपक्ष में थे, लेकिन विपक्ष में रहते हुए भी क्षेत्र के विकास और प्रगति के लिए केन्द्र सरकार और शिवराजसिंह जी से मिलकर काम कराए। जब पहली बार सांसद बना तो क्षेत्र में लोग जाने से डरते थे। हमने वहां पहली बार सड़क बनवाई, पावर हाउस दिलाया। श्री सिंधिया ने कहा कि मैं विश्वास दिलाता हूं कि आगे भी इस क्षेत्र के विकास के लिए, आदिवासियों के कल्याण के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज जी मिलकर काम करते रहेंगे।

सत्य के लिए जान भी देनी पड़े, तो हाजिर है

श्री सिंधिया ने कहा कि 15 साल बाद जब कांग्रेस की सरकार बनी तब मन में आशा थी कि विकास होगा, परंतु ऐसा नहीं हुआ। जो मुख्यमंत्री आदिवासी, गरीब के घर पर नहीं जा सकता उसके वल्लभ भवन में बैठने का क्या औचित्य है?

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की उस सरकार में एक सीएम थे और दूसरे सुपर सीएम जो पर्दे के पीछे रहकर डोर खीचते रहते थे। इन दोनों ने जब आदिवासी महिलाओं के खाते में रूपए भेजने के काम पर ताला लगाया, तो मैंने दोनों के मुंह पर ताला लगा दिया। कांग्रेस की सरकार कलयुगी सरकार थी और रेत, शराब, तबादला उद्योग में डूबी हुई थी।

श्री सिंधिया ने कहा कि अगर सत्य के लिए मुझे जान भी देनी पड़े, तो मेरी जान भी हाजिर है। श्री सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस कहती है, हमारे विधायक गद्दार थे, लेकिन गद्दार कमलनाथ हैं, जिन्होंने मुख्यमंत्री पद के साथ ऐसा सलूक किया। उन्होंने कहा कि ऐसे गद्दार को सड़क पर लाना सिंधिया परिवार का दायित्व बनता है। श्री सिंधिया ने कहा कि पृथ्वी पर दो भगवान होते हैं। एक वो जो सारी दुनिया का पालन करता है और दूसरा भगवान मतदाता होता है, जो इंसान को नेता बनाता है। उन्होंने कहा कि अगर आप सबका आशीर्वाद रहेगा, तो निश्चित रूप से आने वाले चुनाव में बादल छटेगा, सूरज निकलेगा और कमल खिलेगा।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 81 हजार के पार हुई, गुरूवार को रिकार्ड 2187 नए मामले सामने आए,अब तक 1661 मरीजों की मौत attacknews.in

भोपाल, 10 सितंबर। मध्यप्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच रिकार्ड 2187 नए मामले सामने आने के बाद एक्टिव (उपचाररत) मरीजों की संख्या बढ़कर अब 18433 तक पहुंच गयी है।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज रात यहां जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों के दौरान रिकार्ड 2187 मामले सामने आने के साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 81379 तक पहुंच गयी, तो वहीं प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ, जो बढ़कर 18433 तक पहुंच गया है। हालांकि इस बीच 1435 मरीजों के स्वस्थ होने के बाद अब तक इस बीमारी को 61285 मरीज कोरोना को मात देकर अपने अपने घर पहुंच गए। वहीं प्रदेश भर में अब तक 1661 मरीज इस महामारी से अपनी जान गवां चुके हैं।

इंदौर जिले में कोरोना के 312 नये मामले, 6 की मौत

इंदौर जिले में ‘कोविड 19’ के 312 नये मामले आने के बाद यहाँ संक्रमितों की संख्या बढ़कर 15764 तक जा पहुंची है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) ने कल रात स्वास्थ्य बुलेटिन जारी कर बताया कि अब तक कुल 242065 सैम्पल जाँचे गये हैं। इनमें कल जाँचे 3245 सैम्पल भी शामिल हैं। कल जाँचे सैम्पलों में 312 संक्रमित पाये जाने के बाद अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 15764 तक जा पहुंची है। जबकि कल छह रोगियों की मौत को दर्ज करने के बाद आधिकारिक रूप से 438 रोगियों की कोरोना वायरस से मौत दर्ज की जा सकी है।

उधर राहत की खबर है कि कल 230 मरीजों को स्वस्थ होने पर छुट्टी दिये जाने के बाद अब तक कुल 10949 रोगी स्वस्थ हो चुके हैं। जिसके बाद उपचाररत रोगियों की संख्या 4377 है।

रायसेन में कोरोना के अब तक मिले 860 मरीज

रायसेन जिले में अभी तक नोवेल कोरोना वायरस के कुल 860 पॉजीटिव मरीज मिले हैं, जिनमें से 658 मरीज अब तक स्वस्थ हो चुके हैं।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार जिले में कुल 185 एक्टिव केस है, जिनका चिकित्सालयों में उपचार किया जा रहा है। इनके अतिरिक्त 17 कोरोना पॉजीटिव मरीजों की भोपाल के अस्पतालों में मृत्यु हुई है। जिले में अब तक कुल 250 कंटेनमेंट एरिया बनाए गए हैं, जिसमें से 187 कंटेनमेंट एरिया मुक्त किए जा चुके हैं। वर्तमान में 63 सक्रिय कंटेनमेंट एरिया हैं।

हरदा 27 सेम्पल की रिपोर्ट पॉजिटिव

हरदा जिले में हर दिन कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. किशोर कुमार नागवंशी ने बताया कि आज कुल 106 सैंपल की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। जिनमें 27 सेम्पल की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी। वर्तमान में कोरोना संक्रमण के सक्रिय मरीज़ों की संख्या 107 है जबकि 453 मरीज़ स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। 13 मरीज़ों की मृत्यु हो चुकी हैं।

नीमच में 23 व्यक्तियों में कोरोना का संक्रमण

नीमच जिले में आज 23 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। इनमें से 6 नींमच, 4 जावद, 2 मनासा, 4 कुचड़ोद,1 उम्मेदपुरा और अन्य 6 जिले के विभिन्न गांवों के हैं।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार इन्हें मिला कर नीमच जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 1456 हो गई है। जिले में अभी तक कोरोना से 27 व्यक्तियों की मृत्यु हो गई है। अभी तक सामने आए कोरोना पीड़ितों में नीमच के 671 जावद के 479 एवं 40 व्यक्ति उम्मेदपुरा एवं तारापुर के 69 मनासा तथा बाकी अन्य स्थानों के है। जिले में 1136 व्यक्ति रिकवर होकर घर लौट गए है जबकि 293 व्यक्ति एक्टिव मरीज है।

बैतूल में कोरोना से संक्रमित 51 मामले, दो की मौत

बैतूल जिले में आज कोरोना संक्रमण के 51 नये पॉजिटिव मामले सामने आए है। साथ ही कोरोना संक्रमण से दो लोगों की मौत हो गयी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रदीप धाकड़ ने बताया कि जिले में आज 20 लोगों को स्वस्थ होने पर छुट्टी दे दी| अभी तक 698 मरीज स्वस्थ हो चुके। जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 966 तक पहुंच गयी। शेष संक्रमित 247 (एक्टिव) मरीजों का उपचार जारी है। अभी तक 352 व्यक्तियों की जॉच रिपोर्ट अप्राप्त है। जिले में कोरोना वायरस से अभी तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है।

एम्स में आईसीयू बेड क्षमता बढ़ाई जायेगी: सारंग

मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि एम्स में आईसीयू बेड क्षमता बढ़ाई जाये। इसके लिये राज्य शासन हरसंभव मदद करेगा।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार श्री सारंग ने आज एम्स मेडिकल कॉलेज में समीक्षा कर उपलब्ध सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं की जानकारी ली और एम्स प्रबंधन से उनका विस्तार करने को कहा। उन्होंने ने कहा कि शासन की ओर से एम्स को 15 अतिरिक्त वेंटीलेटर उपलब्ध करवाये जायेंगे। आने वाले समय में 100 वेंटीलेटर अतिरिक्त उपलब्ध करवाने के लिये केन्द्र से चर्चा की गई है।

शिवपुरी में 59 मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि

शिवपुरी में आज 59 मरीजों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1694 हो गयी है, जिसमें अभी तक 1159 मरीज ठीक हो गए हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के अनुसार अभी तक 14 मौतें हो चुकी हैं तथा 521 एक्टिव केस हैं।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 77 हजार के पार हुई और मृतकों की संख्या 1609,नए मामले 1864 सामने आये, 1600 हुए स्वस्थ attacknews.in

भोपाल, 08 सितंबर। मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच जहां आज 1864 नए मामले सामने आए, वहीं, 1600 मरीज इस बीमारी से स्वस्थ हो गए हैं।आज 20 मरीजों की मौत के साथ मृतकोंकी संख्या 1609 हो गई ।

राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज यहां जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों के दौरान प्रदेश भर में 22597 नमूने जांचें गए, जिसमें 1864 के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुयी।

इसके साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या अब बढ़कर 77223 तक पहुंच गयी, जिसमें से 1600 नए मरीजों के स्वस्थ हो जाने के बाद इस बीमारी से अब तक 58509 मरीज ठीक हो चुके हैं। वर्तमान में 17205 एक्टिव (उपचाररत) मरीज हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों एवं संस्थागत क्वाॅरेंटाइन सेंटरों में उपचार किया जा रहा है।

इंदौर जिले में कोरोना के 295 मामले, छह की मौत

इंदौर जिले में ‘कोविड 19’ के 295 मामले आने के बाद एक्टिव केस (उपचाररत रोगी) की संख्या बढ़कर 4239 तक जा पहुंची है। अब तक कुल 427 संक्रमितों की मौत आधिकारिक रूप से दर्ज की जा चुकी है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) ने कल रात स्वास्थ्य बुलेटिन जारी कर बताया कि अब तक कुल दो लाख छत्तीस हजार दो सौ सत्तर (236270) जांच रिपोर्ट प्राप्त हुयी हैं। इनमें कल जाँचे गये 2799 सैम्पल भी शामिल हैं। कल जाँचे सैम्पलों में 295 संक्रमित मामले सामने आने के बाद संक्रमित रोगियों की संख्या बढ़कर 15165 तक जा पहुंची है। जबकि कल 6 रोगियों की मौत दर्ज किये जाने के बाद अब तक कुल 427 रोगियों की कोरोना वायरस से मौत की आधिकारिक पुष्टि हुयी है।

उधर राहत की खबर है कि कल 268 रोगियों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किये जाने के बाद अब तक कुल 10499 रोगी स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। वहीं संस्थागत क्वारेंटाइन केंद्रों से भी अब तक 6244 संदेही स्वस्थ होने पर छोड़े जा चुके हैं।

मध्यप्रदेश मंत्रिमंडल के अनेक निर्णय:खर्राघाट नहर सिंचाई परियोजना की प्रशासकीय स्वीकृति,भोपाल बायपास मार्ग पर टोल स्वीकृत, दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना में 44 नए अतिरिक्त केंद्र खुलेंगें:आत्म निर्भर भारत अभियान के पैकेज 2 के अंतर्गत अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग स्कीम attacknews.in

भोपाल 8 सितम्बर।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मंत्रि-परिषद की पंचम वर्चुअल बैठक हुई। मंत्रिपरिषद ने खर्राघाट नहर मध्यम सिंचाई परियोजना रूपांकित सिंचाई क्षमता 3500 हेक्टेयर के लिए 46 करोड़ 43 लाख 21 हजार की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति दी हैं।

भोपाल बायपास मार्ग पर टोल की स्वीकृति:

मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम के अंतर्गत भोपाल बायपास मार्ग पर कार, हल्के (वाणिज्यिक) वाहन,बस,ट्रक,मल्टी एक्सल ट्रक पर दूरी आधारित टोल दरें निर्धारित की गई हैं। साथ ही मासिक पास की राशि 85 रूपये नियत की गई है। सरकारी कर्तव्य पर भारत सरकार तथा मध्यप्रदेश शासन के सभी यान, संसद तथा विधानसभा के सदस्यों के यान,भारतीय सेना की ड्यूटी के सभी यान,एम्बुलेंस,फायर बिग्रेड,भारतीय डाक तथा तार विभाग के यान,भूतपूर्व विधायकों एवं सांसदों के यान, कृषि प्रयोजन के लिए उपयोग की जाने वाली ट्रेक्टर-ट्राली,आटो रिक्शा,दो पहिया एवं बैलगाड़ियां,स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं अधिमान्यता प्राप्त पत्रकार को मार्ग पर टोल से छूट रहेगी।

दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना में 44 नए अतिरिक्त केंद्र खुलेंगे:

मंत्रिपरिषद ने दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना को कुछ संशोधनों के साथ निरंतर रखने की मंजूरी दी है। योजना में पूर्व में 56 केंद्रों के अतिरिक्त 44 नए केंद्रेां के साथ कुल 100 रसोई केंद्र स्थापित किए जाएंगे। योजनान्तर्गत दिन का भोजन 10 रूपये प्रति व्यक्ति की दर से दिये जाने की स्वीकृति प्रदान की गई। योजना के परिचालन के लिए खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा नगरीय विकास एवं आवास विभाग के मांग अनुसार गेहूं और चावल उपलब्ध कराया जायेगा। योजना में औद्योगिकी नीति एवं निवेश संवर्धन विभाग को प्राथमिकता के आधार पर कार्पोरेट सामाजिक दायित्व के अंतर्गत धन राशि उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया गया हैं। योजना के क्रियान्वयन के लिए सभी अनुषांगिक कार्यवाही के लिए नगरीय विकास एवं आवास विभाग को अधिकृत किया गया हैं।

आत्म निर्भर भारत अभियान के पैकेज 2 के अंतर्गत अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग स्कीम:

मंत्रिपरिषद ने आत्म निर्भर भारत अभियान के पैकेज 2 में भारत सरकार,आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना(शहरी) अंतर्गत प्रारंभ की गई अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग स्कीम को प्रदेश में लागू करने की मंजूरी दी । योजना 1 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में लागू की जायेगी।

आपरेशन गाइडलाईन के प्रावधानों के अनुसार भारत सरकार आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय तथा मध्यप्रदेश शासन द्वारा मेमोंरेंडम ऑफ एग्रीमेंट हस्ताक्षरित करने के लिए नगरीय विकास एवं आवास विभाग को अधिकृत किया हैं।

योजना स्थल पर ट्रंक अंधोसंरचना का कार्य निकाय द्वारा किया जायेगा। इन कार्यो का वित्तीय भार निकायों पर आयेगा। ट्रंक अंधोसंरचना को पूरा करने के लिए राज्य शासन की ओर से प्रति परियोजना 5 करोड़ रूपये की अधिकतम सीमा में 50 प्रतिशत का वित्तीय अनुदान अलग से दिया जायेगा।

योजनान्तर्गत स्वीकृत परियोजनाओं के लिए नगरीय सेवाएं यथा जल प्रदाय शुल्क, सम्पत्तिकर,सीवरेज शुल्क इत्यादि को आवासीय श्रेणी के अंतर्गत आरोपित किया जायेगा। इसके लिए नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा आवश्यक निर्देश जारी किए जाएंगे।

पद सृजन की मंजूरी:

मंत्रिपरिषद ने राज्य निर्वाचन आयोग के मुख्यालय के लिए नगरीय निकायों/त्रि-स्तरीय पंचायतों के आम निर्वाचन वर्ष 2020-21 के लिए कुल 15 पदों को अस्थाई रूप से 1 जुलाई 2020 से 30 जून 2021 तक की अवधि के लिए सृजित करने की मंजूरी दी हैं। इसमें अपर सचिव/उप सचिव, अवर सचिव, प्रोग्रामर, अनुभाग अधिकारी के 2-2 और सहायक प्रोग्रामर (कम्प्यूटर) के 4 तथा डाटा एन्ट्री आपरेटर के 3 पद शामिल हैं।

अन्य निर्णय

लोक परिसम्पत्ति प्रबंधन विभाग का गठन एवं कार्य (आवंटन) नियम में संशोधन की कार्यवाही करने का मंत्रिपरिषद ने निर्णय लिया।

मंत्रिपरिषद ने मध्यप्रदेश सहकारी सोसायटी (संशोधन) अध्यादेश 2020 का मध्यप्रदेश सहकारी सोसायटी (संशोधन) विधेयक 2020 के रूप में प्रतिस्थापन तथा मध्यप्रदेश लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी (संशोधन) विधेयक 2020 लाए जाने के संबंध में, दोनों विधेयकों को विधानसभा में प्रस्तुत करने की मंजूरी दी।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 72 हजार के करीब पहुंची ,मृतकों की संख्या 1543 हुई,54 हजार से ज्यादा मरीज हुए स्वस्थ attacknews.in

भोपाल, 05 सितंबर । मध्यप्रदेश में आज कोरोना संक्रमित 1636 नये मरीज मिले और इन्हें मिलाकर अब तक प्रदेश में मरीजों की कुल संख्या 71880 पहुंच गयी। हालांकि इनमें से 54649 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार कुल 25389 सैंपल की जांच रिपोर्ट में से 1636 लोग कोरोना संक्रमित मिले। अब प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 71880 हो गयी है। इस महामारी बीमारी के कारण आज 30 लोगों की मौत हो गई। अब तक इस बीमारी से राज्य में 1543 लोगों की मौत हो चुकी है।

कटनी में कोरोना से एक व्यक्ति की मौत

कटनी जिले में कोरोना वायरस से एक और मौत हो जाने के बाद अब तक इस बीमारी से यहां 11 लोगों की जान चली गयी है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार कल शाम इस व्यक्ति को जांच रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद जिला अस्पताल के कोविड़ केयर सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां देर रात्रि इलाज के दौरान मृत्यु हो गयी। इस मृत्यु के साथ ही जिले में इस बीमारी से अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है।

भोपाल में कोरोना के 229 मामले सामने आए

राजधानी भोपाल में कोविड 19 के आज 229 नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 11666 तक पहुंच गयी है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार जांच रिपोर्ट में 229 नए मरीज सामने आए, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब 11666 तक पहुंच गयी है। इनमें से 9559 मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद अपने घर पहुंच गए, जबकि 303 मरीजों की अब तक यहां इस बीमारी से मौत हो चुकी है। वर्तमान में 1700 से अधिक एक्टिव (उपचाररत) मरीज हैं, जिनका इलाज चल रहा है।

इंदौर जिले में कोरोना के 4004 एक्टिव केस

इंदौर जिले में ‘कोविड 19’ के 284 नये मामले आने के बाद यहाँ एक्टिव केस (उपचाररत) रोगियों की संख्या बढ़कर 4004 तक जा पहुंची है। उधर चार की मौत दर्ज किये जाने के बाद मृतकों की संख्या आधिकारिक रूप से 415 दर्ज की गयी है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) ने कल रात स्वास्थ्य बुलेटिन जारी कर बताया कि अब तक कुल 228791 जांच रिपोर्ट प्राप्त हुयी हैं। इनमें कल जाँचे 3115 सैम्पल भी शामिल हैं। कल जाँचे सैम्पलों में 284 संक्रमित पाये जाने के बाद संक्रमित रोगियों की संख्या बढ़कर 14315 तक जा पहुंची है तथा वायरस से चार की मौत दर्ज किये जाने के बाद आधिकारिक रूप से अब तक 415 की मौत दर्ज की गयी है।

रतलाम के भाजपा नेता विष्णु त्रिपाठी का कोरोना से निधन

रतलाम के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता विष्णु त्रिपाठी का आज सुबह इंदौर की एक अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार 60 वर्षीय श्री त्रिपाठी को कुछ दिन पूर्व ही कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उपचार के लिए इंदौर ले जाया गया था। वहां उनका इलाज चल रहा था, लेकिन सुबह उनकी अचानक तबियत बिगडने लगी और कुछ देर बाद उनका निधन हो गया। उनके निधन की खबर मिलते ही भाजपा में शोक की लहर छा गयी है।

अक्टूबर तक मेडिकल कॉलेजेस में होगी 3 गुना बेड क्षमता-सारंग

मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि कोरोना वॉरियर्स डॉक्टर, नर्सिंग स्टॉफ सहित पैरा-मेडिकल एवं अन्य स्टॉफ पूरी मेहनत एवं लगन से काम कर रहे हैं, वे सम्मान एवं बधाई के पात्र हैं। उन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिये।

श्री सारंग ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मेडिकल कॉलेजों के डीन्स से चर्चा करते हुए कहा कि अक्टूबर तक मेडिकल कॉलेजों में बेड क्षमता 3 गुना करने के लिये सतत प्रयास किये जायें।

बैतूल में कोरोना के पॉच नये पॉजिटिव मामले, एक की मौत

बैतूल जिले में आज कोरोना के पांच नये मामलें सामने आए है। इसे मिलाकर अभी तक कुल 790 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके है। आज आठ मरीजों को स्वस्थ होने पर छुट्टी दे दी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रदीप धाकड़ ने बताया कि जिले के सूखाढाना घोड़ाडोंगरी निवासी एक 64 वर्षीय एक पुरूष की मौत हो गई। इसे मिलाकर जिले में कोरोना वायरस से अभी तक 17 लोग अपनी जान गवा चुके है। जिले में अभी तक 591 मरीज स्वस्थ हो चुके। शेष संक्रमित 182 (एक्टिव) मरीजों का उपचार जारी है।

सीहोर में 48 लोग कोरोना पॉजीटिव मिले

सीहोर में हर रोज बढ़ते कोरोना संक्रमित मरीजों के बीच आज 48 लोग कोरोना संक्रमित मिले है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार आज 48 व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई है। इन मरीजों की संख्या मिलाकर अब तक जिले में 794 लोग कोरोना संक्रमित मिले है। इनमें से 525 लोग स्वस्थ्‍ा हो चुके है। वर्तमान में 248 पॉजीटिव व्यक्तियों का उपचार चल रहा है। जिले में 21 लोगों की मौत हो चुकी है।

शिवपुरी में मिले कोरोना के 50 नए मरीज

शिवपुरी जिले में आज 50 मरीजों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1380 हो गयी है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के अनुसार आज 50 मरीजों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कुल मरीजों की संख्या 1380 हो गई है। आज तक 905 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वतर्मान में एक्टिव (उपचाररत) मरीज 467 हैं, जबकि इस बीमारी से अब तक यहां 8 मौतें हो चुकी हैं।