झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बताया; प्रधानमंत्री ने फोन किया, मन की बात की, बेहतर होता काम की बात करते और काम की बात सुनते attacknews.in

रांची, 07 मई । देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ राज्यों के मुख्यमंत्रियों से फोन पर बात कर कोरोना महामारी की स्थिति के बारे में जानकारी ली।

इस सिलसिले में प्रधानमंत्री ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी फोन किया था। हेमंत सोरेन ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। साथ ही उन्होंने इस ट्वीट में प्रधानमंत्री पर एकतरफा संवाद का आरोप लगाते हुए तंज भी कसा।

श्री सोरेन ने कहा कि बेहतर होता अगर प्रधानमंत्री मोदी काम की बात करते और काम की बात सुनते। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट में कहा कि ’आज आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने फोन किया। उन्होंने सिर्फ अपने मन की बात की। बेहतर होता यदि वो काम की बात करते और काम की बात सुनते।’

असम सरकार में मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने सोरेन को जवाब देते हुए लिखा कि ’आपका यह ट्वीट न सिर्फ न्यूनतम मर्यादा के खिलाफ है बल्कि उस राज्य की जनता की पीड़ा का भी मजाक उड़ाना है, जिनका हाल जानने के लिए प्रधानमंत्री ने फोन किया था। बहुत ओछी हरकत कर दी आपने। मुख्यमंत्री पद की गरिमा भी गिरा दी।’

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हेमंत सोरेन नाखुश हैं क्योंकि उन्हें अपने राज्य से संबंधित मुद्दे के बारे में अवगत कराने की अनुमति नहीं दी गई। प्रधानमंत्री ने केवल कोविड-19 की स्थिति पर चर्चा की। इधर देशभर में फैली कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिए झारखंड में सरकार क्या कदम उठाने जा रही है। इसको लेकर मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने रणनीति बताई। उन्होंने कहा कि कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण पर सरकार की पैनी नजर है और इस महामारी को लेकर जैसे-जैसे चुनौतियां सामने आएंगी उससे निपटने के लिए सरकार रणनीति तैयार कर रही है।

ममता बनर्जी ने नरेन्द्र मोदी से मांगी ऑक्सीजन,पत्र लिखकर संकट से निजात दिलाने की लगायी गुहार attacknews.in

कोलकाता, 07 मई । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि के कारण ऑक्सीजन की मांग में बढ़ोतरी को देखते हुए केंद्र से इसकी आपूर्ति की गुहार लगायी है।

सुश्री बनर्जी ने पत्र में लिखा है कि पिछले सप्ताह मेडिकल ऑक्सीजन की खपत 470 टन (एमटी) प्रति दिन से बढ़कर 550 टन हो गयी है। उन्होंने कहा,“ मैं पश्चिम बंगाल में मेडिकल ऑक्सीजन (एमओ) की आपूर्ति के संबंध में बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा आपके सामने लाना चाहती हूं।”

सुश्री बनर्जी ने लिखा, “ मैंने पहले के पत्र में दिनांक पांच मई 2021 को उल्लेख किया था कि राज्य में कोरोना सकारात्मक मामलों में वृद्धि के कारण ऑक्सीजन की खपत तेजी से बढ़ रही है। यह पिछले 24 घंटों में प्रति दिन 470 टन हो गयी और अगले सात से आठ दिनों में 550 एमटी प्रति दिन तक बढ़ने की उम्मीद है।”

उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्य सचिव ने पहले ही इस मामले को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव तथा अन्य अधिकारियों के समक्ष कई बार उठाया है और राज्य को तत्काल 550 एमटी ऑक्सीजन प्रतिदिन आवंटित करने की मांग कर चुके हैं।

सुश्री बनर्जी ने यह भी कहा कि यहां यह उल्लेख करना दीगर नहीं होगा कि राज्य में मेडिकल आक्सीजन का कुल उत्पादन 560 टन प्रतिदिन है।

उन्होंने कहा,“ संकट की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि पश्चिम बंगाल में कुल उत्पादित मेडिकल ऑक्सीजन में से कम से कम 550 टन ऑक्सीजन प्रतिदिन के तात्कालिक आवंटन के लिए जारी की जाए। ”

सुश्री बनर्जी ने कहा, “ मैं इस संबंध में आपके हस्तक्षेप और सहयोग के लिए तत्परता से इंतजार कर रही हूं।”

तमिलनाडु में द्रमुक सरकार बनते ही मुख्यमंत्री स्टालिन ने लोगों को 2,000 रुपये की कोविड-19 राहत राशि देने, आविन दूध के दाम में कटौती की घोषणा की, महिलाएं बसों में करेगी निशुल्क यात्रा attacknews.in

चेन्नई, सात मई । तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शुक्रवार को राज्य के लोगों के लिए 2,000 रुपये की कोविड-19 महामारी राहत राशि, आविन दूध के दाम में कटौती और सरकारी परिवहन बसों में महिलाओं के लिए निशुल्क यात्रा की घोषणा की।

उनकी पार्टी द्रमुक ने छह अप्रैल को हुए विधानसभा चुनाव में ये सभी वादे किए थे।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यहां कहा गया कि मुख्यमंत्री के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद पहला आदेश जारी करते हुए स्टालिन ने निजी अस्पतालों में कोराना वायरस के इलाज को सरकारी बीमा योजना के दायरे में लाने की भी घोषणा की ताकि ऐसे लोगों को राहत मिल सके।

ये घोषणाएं महामारी से प्रभावित नागरिकों की सहायता करने के लिए चावल राशन कार्ड धारकों को 4,000 रुपये मुहैया कराने और उनकी आजीविका में मदद करने के पार्टी के वादे की याद दिलाती हैं।

विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘इसे लागू करने के लिए मुख्यमंत्री ने मई में 2,000 रुपये की पहली किस्त के तौर पर 4,153.69 करोड़ रुपये की धनराशि मुहैया कराने के आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं जिससे 2,07,67,000 राशन कार्ड धारकों को लाभ मिलेगा।’’

उन्होंने एक अन्य आदेश पर भी हस्ताक्षर करते हुए राज्य द्वारा संचालित आविन के दूध के दाम में तीन रुपये तक की कटौती की। यह आदेश 16 मई से प्रभावी होगा।

विज्ञप्ति में एक अन्य चुनावी वादे के बारे में कहा गया है कि महिलाएं शनिवार से राज्य परिवहन निगम द्वारा संचालित सभी बसों में निशुल्क यात्रा कर सकती हैं और सरकार ने इसके लिए सब्सिडी के तौर पर 1,200 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।

साथ ही उन्होंने ‘‘आपके निर्वाचन क्षेत्र में मुख्यमंत्री’’ योजना को लागू करने के लिए एक आईएएस अधिकारी की अध्यक्षता वाले विभाग का गठन करने को भी मंजूरी दी ताकि लोगों की शिकायतों का 100 दिनों के भीतर समाधान किया जा सकें।

उन्होंने चुनाव के दौरान वादा किया थ कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो वह 100 दिनों के भीतर लोगों की शिकायतों का निवारण करेगी।

कांग्रेस सांसदों की डिजिटल बैठक में सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर कोरोना महामारी को लेकर अपनी जिम्मेदारियों से पीछे हटने और जनता को निराश करने का आरोप लगाया attacknews.in

नयी दिल्ली, सात मई । कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर कोरोना वायरस महामारी को लेकर अपनी जिम्मेदारियों से पीछे हटने और जनता को निराश करने का आरोप लगाया और आग्रह किया कि मौजूदा हालात पर चर्चा के लिए तत्काल एक सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए।

कोरोना के हालात पर चर्चा के लिए हुई कांग्रेस सांसदों की डिजिटल बैठक में सोनिया ने यह भी कहा कि स्वास्थ्य संबंधी संसद की स्थायी समिति की बैठक बुलाई जाए ताकि महामारी से बेहतर ढंग से निपटने के लिए कदम उठाना और जवाबदेही तय करना सुनिश्चित हो सके।

उन्होंने कहा, ‘‘देश एक अप्रत्याशित स्थिति का सामना कर रहा है। हजारों लोगों की मौत हो गई है और लाखों लोग बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यह देखना दुखद है कि लोग अस्पतालों में और सड़कों पर अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं तथा किसी भी तरह चिकित्सा सुविधा चाहते हैं।’’

उन्होंने सवाल किया, ‘‘ मोदी सरकार क्या कर रही है? लोगों की पीड़ा और दर्द को कम करने की बजाय उसने जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों से पल्ला झाड़ लिया है।’’

सोनिया के मुताबिक, सरकार के खुद के विशेषाधिकार समूह और राष्ट्रीय कार्य बल ने मोदी सरकार को आगाह किया था कि कोरोना की दूसरी लहर आएगी और इसके लिए तैयारी करने का भी आग्रह किया था।

उन्होंने कहा, ‘‘स्वास्थ्य संबंधी संसद की स्थायी समिति और विपक्षी दलों ने हमारी तैयारियों को लेकर गंभीर चिंता जाहिर की थी। इसके बावजूद प्रधानमंत्री ने इस साल अंहकार के साथ ऐलान कर दिया कि उन्होंने कोरोना महामारी पर जीत हासिल कर ली है तथा उनकी पार्टी ने इस तथाकथित सफलता के लिए उन्हें सम्मानित भी किया।’’

सोनिया ने दावा किया, ‘‘विशेषज्ञ की सलाह की उपेक्षा करते हुए मोदी सरकार ने ऑक्सीजन, दवाओं और वेंटिलेंटर की आपूर्ति को मजबूत नहीं किया। हमारे लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार टीकों का समय पर ऑर्डर देने में विफल रही। इसके साथ ही, वह उन परियोजनाओं के लिए हजारों करोड़ रुपये आवंटित करती रही जिसका जनता के कल्याण से कोई लेना-देना नहीं है।’’

उन्होंने कांग्रेस सांसदों से कहा, ‘‘आपको पता है कि संसद ने कोरोना के मुफ्त टीकाकरण के लिए 35000 रुपये का प्रावधान किया, लेकिन मोदी सरकार इसका बोझ भी राज्य सरकारों पर पर डाल रही है। उसने टीकों की अलग अलग कीमत को मंजूर दी है तथा टीकों का निर्माण बढ़ाने के लिए जरूरी लाइसेंस भी नहीं दिए।’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया, ‘‘मोदी सरकार की गैरबराबरी वाली टीकाकरण नीति के कारण करोड़ों दलित, आदिवासी, ओबीसी, गरीब और कमजोर लोग टीके से उपेक्षित रह जाएंगे। यह हैरान करने वाली बात है कि मोदी सरकार लोगों के प्रति अपनी नैतिक प्रतिबद्धता और कर्तव्यों को छोड़ दिया है।’’

उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘यह स्पष्ट करने की जरूरत है कि व्यवस्था विफल नहीं हुई है। मोदी सरकार भारत की कई क्षमताओं और संसाधनों का उपयोग करने में अक्षम रही है। मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहती हूं कि आज भारत को उस राजनीतिक नेतृत्व ने निर्बल बना दिया है जिसे जनता के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है। मोदी सरकार ने हमारे देश के लोगों को निराश किया है।’’

उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और खुद की ओर से प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्रों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने विपक्ष के सुझावों को अनसुना कर दिया।

सोनिया ने कहा, ‘‘कोविड का संकट ‘सरकार बनाम हम’ की लड़ाई नहीं है, ‘बल्कि हम बनाम कोरोना’ है। हम एक राष्ट्र के तौर पर इस लड़ाई को लड़ना होगा। मेरा मानना है कि मोदी सरकार को कोविड के हालात को लेकर तत्काल सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए।’’

सोनिया ने कहा, ‘‘कांग्रेस की यह मांग भी है कि संसद की स्थायी समिति की बैठक भी बुलाई जाए ताकि महामारी से बेहतर ढंग से निपटने के लिए सामूहिक कार्रवाई और जवाबेदही सुनिश्चित की जा सके।

कांग्रेस अध्यक्ष ने संकट की इस घड़ी में लोगों की सहायता करने के लिए पार्टी और उसके विभिन्न संगठनों खासकर युवा कांग्रेस की तारीफ भी की।

उत्तरप्रदेश के पंचायत चुनाव में ‘आप’ ने किया कांग्रेस से आगे निकलने का दावा;कांग्रेस पार्टी पांचवें नंबर पर खिसकी attacknews.in

लखनऊ, पांच मई । उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव में मिली कामयाबी से उत्साहित आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को दावा किया कि इस सफलता के साथ वह राज्य में कांग्रेस से आगे निकल गई है।

आप के राज्यसभा सदस्य एवं प्रवक्ता संजय सिंह ने यहां एक बयान में कहा कि आम आदमी पार्टी 83 जिला पंचायत सदस्य, 300 प्रधान और 232 बीडीसी प्रत्याशियों को जिताकर प्रदेश में कांग्रेस से आगे निकल चुकी है।

उन्होंने दावा किया कि आप उत्तर प्रदेश में भाजपा सपा और बसपा के बाद चौथे नंबर की पार्टी बन गई है और कांग्रेस का वोट लगातार आम आदमी पार्टी को मिल रहा है।

सिंह कहा कि प्रदेश की जनता को श्मशान की राजनीति नहीं चाहिए, बल्कि दिल्ली की तरह मुफ्त बिजली, पानी, अस्पताल और शिक्षा चाहिए। उत्तर प्रदेश में लोगों को अस्पताल जाने के लिए एंबुलेंस का घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। इसलिए ‘आप’ लखनऊ समेत कई जिलों में आटो एंबुलेंस सेवा शुरू करेगी।

उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के सभी कार्यकर्ता अपने आप को सुरक्षित रखते हुए कोरोना की इस आपदा के समय उत्तर प्रदेश के लोगों की पूरी मदद करें। पंचायत चुनाव में हमें जनता का खूब जमकर समर्थन भी मिला। अब हमारी जिम्मेदारी है कि जितने भी जीते हुए और हारे हुए लोग हैं, वे सभी लोगों की सेवा में जुट जाएं।

कमलनाथ ने ममता बनर्जी को “देश की नेता” बताकर वर्ष 2024 में प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवार होने के संकेत देते हुए कहा कि,उन्होंने विधानसभा चुनाव में विरोधियों को धूल चाट दी attacknews.in

इंदौर (मध्य प्रदेश), पांच मई।लगातार तीसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने वाली ममता बनर्जी को “देश की नेता” बताते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने बुधवार को कहा कि उन्होंने विधानसभा चुनाव में अभूतपूर्व तरीके से सभी विरोधियों को धूल चटा दी।

बहरहाल, वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों में विपक्ष की ओर से बनर्जी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुकाबले खड़े किए जाने की संभावनाओं पर कमलनाथ ने कहा कि अपने चुनावी चेहरे के बारे में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) समय आने पर फैसला करेगा।

कमलनाथ ने यहां संवाददाताओं से कहा, “बनर्जी आज हमारे देश की नेता हैं। वह लगातार तीसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनी हैं। वह उस विधानसभा चुनाव में कड़े मुकाबले के बाद इस मुकाम पर पहुंची हैं, जैसा चुनाव हमारे देश में कभी नहीं हुआ।”

वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, “बनर्जी को केंद्र सरकार, मोदी और उनके मंत्रियों के साथ ही सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग से भी लड़ना पड़ा। फिर भी उन्होंने उन सबको लात मारकर भगा दिया है।”

यह पूछे जाने पर कि क्या बनर्जी को वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों में मोदी के खिलाफ विपक्ष के चेहरे के तौर पर पेश किया जा सकता है, कमलनाथ ने सीधा जवाब टालते हुए कहा, “अभी यह बात हम नहीं जानते। यह बात यूपीए तय करेगा।”

पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम के बाद भड़की राजनीतिक हिंसा के खिलाफ भाजपा के विरोध प्रदर्शन की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, “अब वे लोग (भाजपा नेता) कहने का प्रयास कर रहे हैं कि बंगाल में हिंसा हो रही है। वैसे हिंसा का रास्ता बहुत गलत है। मैंने भी फोन पर बातचीत के दौरान बनर्जी से बोला है कि वह सबको हिंसा से दूर रहने के लिए कहें।”

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बताया कि उन्होंने बनर्जी से फोन पर बातचीत के दौरान उन्हें इस राज्य में आने का न्योता भी दिया है।

ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में तीसरी बार मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद कहा कि,मैं नया प्रशासन तंत्र बनाउंगी और सुनिश्चित करुंगी कि,किसी को भी बख्शा न जाए attacknews.in

कोलकाता, पांच मई । राज्य विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने लगातार तीसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के तौर पर बुधवार को शपथ ली। उन्होंने भरोसा दिलाया कि चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद से राज्य में हो रही राजनीतिक हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शेंगी नहीं।

राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के बीच राजभवन में आयोजित साधारण समारोह में उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।

बनर्जी ने बांग्ला भाषा में शपथ ली।

शपथ ग्रहण समारोह तब भी हुआ जब राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी के तौर पर उभरी भाजपा ने हैस्टिंग्स दफ्तर में रविवार रात के बाद से कथित तौर पर टीएमसी द्वारा उसके कार्यकर्ताओं पर किए गए हमलों के खिलाफ प्रदर्शन किया।

पार्टी ने दावा किया है कि उसके कई कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है और पार्टी कार्यालयों को क्षतिग्रस्त किया गया है। प्रदर्शन में पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा और प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष भी उपस्थित थे।

टीएमसी सूत्रों ने बताया कि बुधवार को अकेले बनर्जी ने शपथ ली और उनके मंत्रिमंडल को नौ मई को यानि बंगाली सांस्कृतिक प्रतीक नोबेल पुरस्कार विजेता रबिंद्रनाथ टैगोर की जयंती के दिन अन्य मंत्रियों के शपथ के साथ विस्तार दिया जाएगा।

बनर्जी ने शपथ लेने के बाद कहा, “हमारी पहली प्राथमिकता कोविड स्थिति को नियंत्रित करने की है।’’

बनर्जी ने कहा कि वह राजभवन से निकलने के तुरंत बाद राज्य सचिवालय नाबन्ना में वैश्विक महामारी की स्थिति पर एक बैठक करेंगी।

हिंसा की घटनाएं जिनमें भाजपा और टीएमसी के कई कार्यकर्ताओं की जान जाने की खबर है, उनका जिक्र करते हुए बनर्जी ने कहा, “मैं आज से कानून-व्यवस्था को देखूंगी और सख्ती से इससे निपटूंगी। यह मेरी दूसरी प्राथमिकता है।”

उन्होंने शपथग्रहण के बाद पत्रकारों से कहा, “हम किसी को (हिंसा करने वालों को) बख्शने वाले नहीं हैं और कानून-व्यवस्था को बहाल करने के लिए सबकुछ करेंगे।”

उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से शांति बनाए रखने में मदद की अपील की।

तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के लिए बनर्जी को बधाई देते हुए धनखड़ ने उम्मीद जताई कि वह कानून एवं संविधान के अनुरूप राज्य में शासन करेंगी।

धनखड़ ने कहा, “हम इस वक्त बहुत गंभीर संकट में हैं।” साथ ही कहा कि वह चुनाव के बाद हो रही हिंसा के मुद्दे को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाए हैं।

राज्यपाल ने कहा, “हमारी पहली प्राथमिकता बड़े पैमाने पर समाज को प्रभावित कर रही भयावह एवं निर्मम हिंसा को समाप्त करना है। चुनाव के बाद की हिंसा अगर प्रतिशोध में की जा रही है, तो यह लोकतंत्र विरोधी है।”

धनखड़ ने हिंसा के मुद्दे पर बार-बार राज्य सरकार की खिंचाई की है और कई मुद्दों पर बनर्जी के साथ उनके विवाद रहे हैं।

राज्यपाल ने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री, तत्काल आधार पर कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए कदम उठाएंगी और सुनिश्चित करेंगी कि जो भी प्रभावित हैं, खासकर महिलाएं एवं बच्चे, उनतक राहत पहुंचे।

उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “मैं नई सरकार से नई प्रतिबद्धता, सहकारी संघवाद के प्रति एक नये दृष्टिकोण की भी उम्मीद करता हूं।”

इस दौरान मुख्यमंत्री उनके बगल में ही खड़ी थीं।

उन्होंने बनर्जी से सामान्य से बेहतर करने की अपील की और उम्मीद जताई कि वह ऐसा करेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी व्यक्ति को तीसरी बार कार्यकाल मिलना सामान्य नहीं है।

बनर्जी को संबोधित करते हुए धनखड़ ने कहा, “ऐसी स्थितियां आती हैं जब राज्य संकट का सामना करता है, हमें पक्षपाती हितों से ऊपर उठना होगा।”

राज्यपाल का भाषण समाप्त होने के बाद, बनर्जी ने कहा कि उन्हें अभी-अभी प्रभार संभाला है और कहा कि पुलिस प्रशासन को तीन महीनों से निर्वाचन आयोग चला रहा है।

भाजपा जहां अपने कार्यकर्ताओं के खिलाफ हमले और उसके कार्यालयों को क्षतिग्रस्त करने का आरोप टीएमसी पर लगा रही है, वहीं सत्तारूढ़ पार्टी ने भी दावा किया है कि भगवा पार्टी जहां जहां जीती है वहां उसके समर्थकों पर हमला किया गया और उनकी हत्या की गई है।

पुलिस प्रशासन में बदलाव का संकेत देते हुए बनर्जी ने कहा, “मैं नया ढांचा बनाउंगी और सुनिश्चित करुंगी कि हिंसा में शामिल किसी को न बख्शा जाए।”

निर्वाचन आयोग ने चुनाव प्रक्रिया के दौरान कई पुलिस अधिकारियों का तबादला किया था जिसमें राज्य के एडीजी (कानून-व्यवस्था) और डीजीपी तथा कई जिलों के पुलिस अधीक्षक शामिल हैं।

बनर्जी ने दावा किया कि पिछले तीन महीने से उनकी सरकार के तहत पुलिस प्रशासन न होने के कारण कुछ अक्षमता थी।

इस बीच, नड्डा ने भाजपा के हैस्टिंग्स स्थित कार्यालय में एक अलग शपथग्रहण समारोह का नेतृ्त्व किया जहां पार्टी नेताओं ने लोकतंत्र को बचाने और पश्चिम बंगाल के लोगों को राजनीतिक हिंसा के दुष्चक्र से बचाने की शपथ ली।

नड्डा ने कहा, “मैं नॉर्थ 24 परगना जैसे जिलों में जा रहा हूं ताकि निर्मम हिंसा से प्रभावित अपने सदस्यों के साथ होने का भरोसा दिला सकूं, ऐसी हिंसा जो स्वतंत्र भारत में नहीं देखी गई। हम पूरे देश को इसके बारे में बताना चाहते हैं।”

पार्थ चटर्जी और सुब्रत मुखर्जी जैसे टीएमसी नेताओं के अलावा, टीएमसी की जीत में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर और बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ममता के शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद थे।

भाजपा, वाम और कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के नेता समारोह में शामिल नहीं हुए।

पश्चिम बंगाल में निर्वाचित हुए बिना ममता बनर्जी लगातार तीसरी बार बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी attacknews.in

कोलकाता, 04 मई । तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख लगातार तीसरी बार बुधवार को यहां राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी।

सुश्री बनर्जी ने केवल अपने दम पर राज्य में हुए 292 क्षेत्रों में हुए चुनाव में से 213 सीटों पर शानदार जीत दिलवायी। यह उनका लगातार तीसरा कार्यकाल होगा।
राजभवन की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया, “

कोविड स्थिति की मौजूदा स्थिति को देखते हुए समारोह (शपथ ग्रहण समारोह) सीमित दर्शकों के साथ होगा।”
तृणमूल की तेजतर्रार नेता सुश्री बनर्जी ने जख्मी पांव होने के बावजूद पार्टी को अब तक की सबसे बड़ी जीत दिलायी। इस दौरान उन्हें हालांकि पूर्वी मिदनापुर जिले में स्थित नये विधानसभा क्षेत्र नंदीग्राम में अपने पुराने सहयोगी एवं भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार शिवेंदु अधिकारी के हाथों 2000 से कम मतों से हार का सामना भी करना पड़ा।

इस हार के बावजूद भारतीय संविधान सुश्री बनर्जी को अगले कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री बनने का अधिकार भी देता है। लेकिन इसके लिए उन्हें छह महीनों के भीतर विधानसभा (या विधान परिषद) के किसी भी सीट से निर्वाचित होना होगा।

यह पहली बार नहीं है, जब सुश्री बनर्जी बगैर विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। वर्ष 2011 में भी तत्कालीन वाम मोर्चा सरकार को अपदस्थ करने के बाद भी उन्होंने बिना विधानसभा का चुनाव लड़े मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। बाद में वह भवानीपुर सीट से चुनाव लड़कर जीतीं थी।

असम में मुख्यमंत्री पद को लेकर अनिर्णय की स्थिति में भाजपा;हिमंता विश्व शर्मा ने अब तक करीब 50 विधायकों के समर्थन होने का दावा किया attacknews.in

गुवाहाटी, 04 मई । असम में भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सत्ता में आये दो दिन बीत गये लेकिन अभी तक भगवा पार्टी नये मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं कर पायी है।

मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और भाजपा एवं मंत्रिमंडल में उनके कनिष्ठ सहयोगी दोनों ही इस हॉट सीट पर दावेदारी कर रहे हैं जिसके कारण नये मुख्यमंत्री की नियुक्ति का मामला उलझ गया है।

दिलचस्प तथ्य यह है कि दिल्ली स्थित भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने भी इस मामले में चुप्पी साध रखी है।

चुनाव अभियान के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सर्वश्री सोनोवाल एवं हिमंता विश्व शर्मा को बराबरी का दर्जा दिया था तथा कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद मुख्यमंत्री का नाम तय किया जाएगा।

सूत्रों ने बताया कि श्री शर्मा ने अब तक करीब 50 विधायकों के समर्थन होने का दावा किया है।

भाजपा नीत गठबंधन ने 72 सीटों पर जीत हासिल की है जिनमें भाजपा ने केवल अपने बूते 60 सीटों पर विजय हासिल की है।

सूत्रों ने बताया कि भाजपा का केंद्रीय संसदीय बोर्ड जल्द ही एक पर्यवेक्षक की नियुक्ति करेगा जो विधायकों से बातचीत करेंगे।

इसके बाद पर्यवेक्षक से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व नये मुख्यमंत्री का नाम तय कर सकता है।

राहुल गांधी ने सम्पूर्ण लॉकडाउन ही कोरोना का फैलाव रोकने का एकमात्र तरीका बताकर पूरे देश को Lockdown करने को कहा attacknews.in

नयी दिल्ली 04 मई । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों को नियंत्रित करने और महामारी का प्रसार रोकने के लिए अब संपूर्ण लॉकडाउन ही एकमात्र उपाय रह गया है।

श्री गांधी ने मंगलवार को ट्वीट किया , “ भारत सरकार को समझना चाहिए कि गरीबों और मजदूरो को न्याय व्यवस्था के तहत सुरक्षा प्रदान कर महामारी को रोकने का संपूर्ण लॉकडाउन ही एकमात्र उपाय है। सरकार की निष्क्रियता के कारण कई निर्दोष मारे जा रहे हैं।”

कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार की नीति पर सवाल उठाया।

उन्हाेंने कहा , “ देश में कोविड-19 संक्रमण दो करोड़ पार, देश में कोरोना से मौत की संख्या 2,19,000, ऐसे में…. प्रधान मंत्री यानी मोदी जी का नया घर, पी.एम दफ़्तर, मंत्रियों के दफ़्तर, संसद बनाना ज़रूरी है..या..जीवन रक्षक दवा, ऑक्सिजन, वेंटिलेटर, अस्पताल बेड उपलब्ध कराना।”

नंदीग्राम सीट की दोबारा मतगणना के लिए अदालत जाउंगी: ममता बनर्जी बुधवार को मुख्यमंत्री पद की लेंगी शपथ: चुनाव आयोग ने नंदीग्राम में फिर से मतगणना की मांग को खारिज किया attacknews.in

कोलकाता, 03 मई ।पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि वह नंदीग्राम सीट की मतगणना को लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटायेंगी।

ममता बुधवार को मुख्यमंत्री पद की लेंगी शपथ

तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के पांच मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की संभावना है।

पार्टी नेता पार्थ चटर्जी ने दल के नवनिर्वाचित विधानसभा सदस्यों की बैठक के बाद बताया कि सभी नये चुने गये विधायकों को प्रोटेम स्पीकर विमान बनर्जी शपथ दिलायेंगे। बैठक की अध्यक्षता तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने की।

धनखड़ से मुलाकात से पूर्व नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक करेंगी ममता

सुबह की रिपोर्ट यह थी कि, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात से पहले मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी सोमवार को दोपहर बाद पार्टी कार्यालय में नवनिर्वाचित विधायकों के साथ महत्वपूर्ण बैठक करेंगी।

श्री धनखड़ को बताया गया है कि सुश्री बनर्जी उनसे शाम सात बजे राजभवन में मुलाकात करेंगी। राज्य में 292 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में 213 सीटों पर केवल अपने दम पर जीत हासिल कर अपनी पार्टी को लगातार तीसरी बार सत्ता में पहुंचाने का श्रेय केवल सुश्री बनर्जी को जाता है।

सुश्री बनर्जी ने यह कारनामा नंदीग्राम में 10 मार्च को चुनाव प्रचार के दौरान घायल होने के बाद किया। वह दो दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहीं लेकिन इसके बाद उन्होंने व्हील चेयर के सहारे चुनाव प्रचार की कमान संभाले रखी। एक तरह से केवल अपने दम पर उन्होंने पार्टी के पूरे अभियान को संभाले रखा जबकि उनकी विरोधी भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत सभी संसाधन झाेंक दिए थे।

‘बंगाल अपनी बेटी चाहती है’ के नारे के साथ मतदाताओं ने सुश्री बनर्जी को पांच वर्षाें तक और शासन करने का अधिकार सौंप दिया। मतदाताओं ने सत्ता में आने पर ‘सोनार बंगला’ देने के भाजपा के नारे को साफ खारिज कर दिया।

नंदीग्राम सीट से सुश्री बनर्जी को हराकर चुनाव जीतने वाले भाजपा उम्मीदवार शुवेंदु अधिकरी ने कहा,“मुझे इस तरह के बड़े परिणाम की उम्मीद नहीं थी और लोगों को एक बार फिर मुझ पर विश्वास व्यक्त करने के लिए मैं अब आपको धन्यवाद देता हूं।”

सुश्री बनर्जी ने कहा,“मुझे डबल टन (200) देने और डबल इंजन भाजपा सरकार को अस्वीकार करने के लिए धन्यवाद देती हूं।”

सुश्री बनर्जी ने करीब चार बजे पार्टी कार्यालय में पार्टी विधायक दल की बैठक की अध्यक्षता की। राज्यपाल से मुलाकात से पूर्व इस महत्वपूर्ण बैठक को संबोधित किया जिसमें कोरोना प्रोटोकॉल का भी पूरा पालन किया गया ।

इस बीच चुनाव आयोग ने तृणमूल की ओर से नंदीग्राम में फिर से मतगणना कराने की मांग को खारिज कर दिया है।

तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में द्रमुक से अन्नाद्रमुक को मिली हार के बाद पलानीस्वामी का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा attacknews.in

चेन्नई 03 मई । द्रमुक से विधानसभा चुनाव में सत्तारुढ़ अन्नाद्रमुक को मिली हार के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

सूत्रों के मुताबिक श्री पलानीस्वामी ने अपना इस्तीफा अधिकारियों के जरिये राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित तक पहुंचाया।

सोलहवें विधानसभा की 234 सीटों पर हुए चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए द्रमुक ने 10 वर्षाें के अंतराल के बाद सत्ता में वापसी की है तथा द्रमुक प्रमुख एम के स्टालिन पहली बार मुख्यमंत्री की ताजपोशी के लिए तैयार हैं।

श्री स्टालिन ने द्रमुक नीत मोर्चे को एक शानदार जीत के लिए प्रेरित किया जो 159 सीटों पर विजयी हुई है। द्रमुक ने अपने दम पर 133 सीटें जीतीं और साधारण बहुमत हासिल कर ली जबकि इसके सहयोगी कांग्रेस और वीसीके ने क्रमश: 18 और चार सीटें जीतीं तथा अन्य सहयोगी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी एवं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी को दो-दो सीटें मिलीं।

अन्नाद्रमुक नीत मोर्चा को 75 सीटें हासिल हो पायीं। इनमें अन्नाद्रमुक के खाते में 66, पीएमके के पास पांच और भारतीय जनता पार्टी को चार सीटें मिलीं।

बाद में श्री पलानीस्वामी, जो अन्नाद्रमुक के संयुक्त समन्वयक हैं, और पार्टी के समन्वयक ओ पन्नीरसेल्वम ने चुनावों में मतदाताओं को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। दोनों नेताओं ने संयुक्त वक्तव्य में कहा कि अन्नाद्रमुक एक जिम्मेदार विपक्ष के रूप में काम करता रहेगा।

दमोह सीट पर कांग्रेस का कब्जा बरकरार,अजय टंडन ने राहुल सिंह लोधी को हराया attacknews.in

दमोह, 02 मई। मध्यप्रदेश के दमोह विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को तगड़ा झटका देते हुए जीत हासिल की और सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा।

इस सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी अजय टंडन ने 74641 मत प्राप्त कर भाजपा उम्मीद्वार राहुल सिंह लोधी को 17063 मतों से पराजित किया। भाजपा प्रत्याशी राहुल को 57578 मत मिले। यह सीट पहले कांग्रेस के कब्जे में थी, लेकिन कांग्रेस विधायक राहुल सिंह लोधी के के इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने से रिक्त हुई। इस सीट पर 17 अप्रैल को उपचुनाव हुआ था और आज मतगणना हुई। मतगणना में 22 प्रत्याशियों में से कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन ने पहले ही राउंड में बढ़त बनाई और बढ़त को अंत तक कायम रखते हुए अपने निकटतम प्रतिद्वंदी राहुल सिंह लोधी को पछाड़ते हुए सीट पर अपना कब्जा जमाया।

पश्चिम बंगाल में हार गई ममता बनर्जी,चुनाव आयोग के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगी,खुद की हार पर कहा,उनकी पहली प्राथमिकता कोरोना वायरस से निपटना है,इस महामारी के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगी attacknews.in

चुनाव आयोग के खिलाफ उच्चतम न्यायालय जाएंगी ममता

कोलकाता, 02 मई । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि वह चुनाव आयोग के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का रुख करेंगी।

सुश्री बनर्जी नंदीग्राम विधानसभा सीट से हार गई हैं जबकि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस राज्य में बड़ी जीत दर्ज करते हुये तीसरी बार सत्तारुढ़ होने के लिए तैयार है ।

नंदीग्राम सीट से ममता बनर्जी पराजित

पश्चिम बंगाल की प्रतिष्ठित नंदीग्राम विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कांटे की टक्कर में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी शिवेन्दु अधिकारी से चुनाव हार गयी हैं।

श्री अधिकारी 1957 मतों से चुनाव जीते हैं। इससे पहले ऐसी खबरें आयीं थी कि सुश्री बनर्जी 1200 मतों से चुनाव जीत गयी हैं।

सुश्री बनर्जी ने नंदीग्राम में अपनी पराजय स्वीकार कर ली है।

उन्होंने कहा, “ नंदीग्राम की चिंता न कीजिए, मैंने नंदीग्राम में एक आंदोलन की अगुवाई की थी, इसलिए मैंने वहां से संघर्ष किया। नंदीग्राम के लोगों ने जैसा भी जनादेश दिया है, मैं उसे स्वीकार करती हूं। हम लोगों ने विधानसभा की 221 सीटें जीती हैं और भाजपा चुनाव हार गयी है। ”

यह बंगाल की जीत है: ममता

इधर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को राज्य के चुनावी नतीजों पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा“ यह बंगाल की जीत है।”

सुश्री बनर्जी ने चुनावी नतीजों पर अपनी प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि यह बंगाल की जीत है और सभी लोगों को कोविड संबंधी प्रोटोकाल का पालन करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि वह शाम छह बजे के बाद प्रेस को संबोधित करेंगी।

सुश्री बनर्जी ने कहा“ अभी किसी तरह का कोई विजयी जुलूस नहीं निकाला जाएगा और इसके बारे में बाद में फैसला लिया जाएगा।”

राज्य में तीसरी बार सत्ता संभालने जा रही सुश्री बनर्जी ने तृणमूल कार्यकर्ताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं से घर जाने तथा कोविड से लडने का आह्वान किया।

हमारी पहली प्राथमिकता कोविड है: ममता

मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता कोरोना वायरस (कोविड-19) से निपटना है और वह इस महामारी के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगी।

सुश्री बनर्जी ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुये कहा कि वह केंद्र से सहायता लेंगी और महामारी की दूसरी लहर के प्रभाव को कम करने के अपने प्रयासों को प्राथमिकता देंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस जीत ने बंगाल के लोगों को बचा लिया। उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से जीत का जश्न नहीं मनाने का आग्रह किया। कोरोना संकट को देखते हुये शपथ समारोह का आयोजन भी छोटे स्तर पर होगा। सुश्री बनर्जी ने अपनी पार्टी के प्रदर्शन को ‘‘शानदार जीत” बताया।

उधर, भारतीय जनता पार्टी के शुवेंदु अधिकारी नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में बेहद करीबी मुकाबले में सुश्री बनर्जी से जीत गये हैं। श्री अधिकारी 1957 मतों से जीते हैं।

इससे पहले ऐसी रिपोर्टें आईं थी कि सुश्री बनर्जी 1,200 मतों से जीती हैं। सुश्री बनर्जी ने नंदीग्राम से अपनी हार स्वीकार करते हुये कहा, “मैं नंदीग्राम के लोगों के फैसले को स्वीकार करती हूं।”

सुश्री बनर्जी ने कहा, “नंदीग्राम को लेकर चिंतित न हों। मैंने नंदीग्राम के लिए संघर्ष किया क्योंकि मैंने एक आंदोलन चलाया। नंदीग्राम के लोग जो भी फैसला करना चाहते हैं, उन्हें करने दें। मैं इसे स्वीकार करती हूं। मुझे कोई आपत्ति नहीं है। हम 221 से अधिक सीट जीते हैं और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) चुनाव हार गई है।”

मुख्यमंत्री ने कालीघाट के अपने निवास से पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान कहा , “यह बंगाल की जीत है।”

राहुल गांधी ने विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार का ठीकरा जनादेश वाला स्वीकार करके कहा, मूल्यों और आदर्शों के लिए लड़ाई जारी रहेगी attacknews.in

नयी दिल्ली, दो मई । विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन पर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि वह जनादेश को स्वीकार करते हैं और पार्टी मूल्यों एवं आदर्शों के लिए अपना संघर्ष जारी रखेगी।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हम जनादेश को विनम्रता से स्वीकार करते हैं। अपने कार्यकर्ताओं और हमें समर्थन देने वाले लाखों लोगों का आभार। हम मूल्यों और आदर्शों के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। जय हिंद।’’

राहुल गांधी ने तमिलनाडु में जीत के लिए द्रमुक नेता एम के स्टालिन को बधाई दी।

उन्होंने कहा, ‘‘तमिलनाडु के लोगों ने बदलाव के लिए वोट किया। हम आपके (स्टालिन) नेतृत्व में लोगों के भरोसे को सही साबित करेंगे।’’

उधर, कांग्रेस नेता शशि थरूर ने पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की शानदार जीत के जिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बधाई दी और कहा कि भाजपा को उसके बराबर की टक्कर मिली और वह हार गई।