प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में वैज्ञानिकों, अन्वेषकों के योगदान को सराहा attacknews.in

नयी दिल्ली, 11 मई । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर कहा कि देश के वैज्ञानिक और अन्वेषक चुनौतिपूर्ण परिस्थितियों में पिछले साल भर से कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में कड़ी मेहनत कर अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।

मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर हम अपने वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकी के प्रति समर्पित लोगों की कड़ी मेहनत को नमन करते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आज के दिन हम गर्व से 1998 के पोखरण परमाणु परीक्षण को याद करते हैं जिसने भारत की वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकीय क्षमता का लोहा मनवाया।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के वैज्ञानिक और अन्वेषक प्रत्येक चुनौती का सामना करने के लिए जाने जाते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले एक साल से कोविड-19 के खिलाफ उन्होंने कड़ी मेहनत की है। मैं उनकी भावना और जज्बे की सराहना करता हूं।’’

वर्ष 1998 में 11 मई के दिन ही भारत ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में दूसरा सफल परमाणु परीक्षण किया था। यह परीक्षण राजस्थान के पोखरण में किया गया था। प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की इस उपलब्धि पर ही राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया जाता है।

मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की पर्याप्त उपलब्धता का शासन कर रहा हर संभव प्रयास, 7 फार्मा कंपनियों से इंजेक्शन की सप्लाई attacknews.in

भोपाल, 10 मई । मध्यप्रदेश सरकार द्वारा कोरोना मरीजों के उपचार के लिये आवश्यक ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की पर्याप्त उपलब्धता के लिये हर संभव प्रयास किये जा रहे है। प्रदेश में 7 कंपनियों के रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई प्रदेश में हो रही है। अब तक 2 लाख 90 हजार 84 रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार आज 10 मई को मेसर्स सन फार्मा द्वारा 475 यूनिट प्राईवेट को, 120 यूनिट गवर्मेन्ट को और मेसर्स हिट्रों द्वारा 4364 यूनिट प्राईवेट को पूरे मध्यप्रदेश में रेमडेसिविर इंजक्शन की आपूर्ति की गई है।

सभी फार्मा कंपनियों से प्रशासन निरंतर संपर्क में हैं, प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति के लिये निरंतर प्रयास जारी हैं।

कोविड-19 महामारी के नियंत्रण के लिये शासन द्वारा रेमडेसिविर निर्माताओं को प्रदेश में इसकी सप्लाई बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।

केन्द्र सरकार से 24 अप्रैल से 649 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की स्वीकृति मिली है। आज प्रदेश को बाह्या स्त्रोतों से कुल 496 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त होने की संभावना है। कल प्रदेश के बाह्या स्त्रोतों से कुल 515 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति हुई। ऑक्सीजन के प्रदेश में त्वरित परिवहन के लिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय के सहयोग से झारखण्ड के बोकारों एवं गुजरात के जामनगर स्थित ऑक्सीजन उत्पादकों से ऑक्सीजन टैंकर एयरलिफ्ट कर इंदौर, भोपाल एवं ग्वालियर लाये जा रहे है। राउरकेला से जबलपुर तक प्रति रैक 06 टैंकर्स के परिवहन की सुविधा के साथ कुल 02 रेलवे रैक्स उपलब्ध कराये जाने हेतु रेल मंत्रालय से अनुरोध किया गया है। टैंकर्स के त्वरित परिवहन हेतु जामनगर से इंदौर एवं भोपाल के मध्य प्रचलित वर्तमान सामरिक उड़ानों के अतिरिक्त भोपाल एवं बोकारो के मध्य भारतीय वायु सेना की सामरिक (उड़ान) सुविधा उपलब्ध कराये जाने हेतु गृह मंत्रालय से अनुरोध किया गया है। भारत सरकार द्वारा आयातित टैंकर्स में से प्रति टैंकर 24 टन अथवा समकक्ष संधारण क्षमता वाले कुल 31 टैंकर्स मध्यप्रदेश को आवंटित किये जाने हेतु अनुरोध किया गया है।

‘’हम जीतेंगे – Positivity Unlimited“ व्याख्यान श्रृंखला की शुरुआत 11 मई को सद्गुरु जग्गी वासुदेव जी, योगी और पूज्य जैन मुनिश्री आचार्य प्रमाणसागर जी संबोधन देंगे;15 मई तक समाज में सकारात्मक वातावरण का निर्माण करने के लिए प्रतिष्ठित व्यक्तित्व संबोधित करेंगे attacknews.in

 

नई दिल्ली 10 मई।कोविड रिस्पांस टीम (सीआरटी), समाज हितैषी नागरिक, धार्मिक, सामाजिक संगठनों की एक ऐसी पहल है जो कोरोना संकट काल में महामारी से निपटने के लिए भारत के व्यापक प्रयासों के बीच समाज में सकारात्मक वातावरण का निर्माण करने के लिए ‘’Positivity Unlimited : हम जीतेंगे’ व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन कर रही है।

यह व्याख्यान श्रृंखला अक्षय तृतीय के अवसर पर 11 से 15 मई तक आयोजित होगी। व्याख्यान श्रृंखला में सद्गुरु जग्गी वासुदेव, पूज्य आचार्य प्रमाणसागर जी, श्री श्री रविशंकर जी, श्री अज़ीम प्रेमजी,  पूजनीय शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती जी, पद्म विभूषण सोनल मानसिंह जी, आचार्य विद्यासागर जी, पूज्य महंत संत ज्ञानदेव सिंह जी संबोधित करेंगे। व्याख्यान श्रृंखला का समापन 15 मई को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी के उद्बोधन के साथ होगा।

‘हम जीतेंगे – Positivity Unlimited“ व्याख्यान श्रृंखला का प्रसारण प्रतिदिन सायं 4.30 बजे से 5.00 बजे विश्व संवाद केंद्र भारत के सोशल मीडिया चैनल (facebook.com/VishwaSamvadKendraBharat और youtube.com/VishwaSamvadKendraBharat) सहित विभिन्न डिजिटल व सोशळ मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर होगा।

व्याख्यान श्रृंखला के सकारात्मक संदेश को 100 से अधिक विविध समाचार पोर्टल के साथ-साथ प्रमुख मीडिया चैनलों व प्लेटफॉर्म के माध्यम से देश और दुनिया भर के लोगों तक पहुँचाया जाएगा।

हम जीतेंगे – Positivity Unlimited“ : 11-15 May (प्रतिदिन सायं 4.30 से 5.00 बजे) का निर्धारित कार्यक्रम……

11 मई

  1. सद्गुरु जग्गी वासुदेव जी, योगी
  2. पूज्य जैन मुनिश्री आचार्य प्रमाणसागर जी

12 मई

  1. श्री श्री रविशंकर जी
  2. श्री अज़ीम प्रेम जी, प्रसिद्ध उद्योगपति एवं समाजसेवी

13 मई

  1. पूजनीय शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती जी
  2. प्रसिद्ध कलाकार सोनल मानसिंग जी, पद्म विभूषण

14 मई

  1. पूज्य आचार्य विद्यासागर जी महाराज, जैन मुनि
  2. पूज्य श्री महंत संत ज्ञानदेव सिंह जी (श्री पंचायती अखाड़ा-निर्मल)

15 मई

डॉ. मोहन भागवत जी, सरसंघचालक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

“हम जीतेंगे — ‘Positivity Unlimited’” टैगलाइन के साथ अक्षय तृतीय के उपलक्ष्य में आयोजित ऑनलाइन श्रृंखला में प्रत्येक दिन 30 मिनट से अधिक समय तक, आध्यात्मिकता, धार्मिक चर्चा, मानसिक स्वास्थ्य से लेकर जीवन को मजबूत बनाने जैसे विभिन्न पहलुओं को श्रेष्ठ वक्ताओं द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा।

“हम जीतेंगे — ‘Positivity Unlimited’” विचार मंथन व्याख्यान श्रृंखला के पीछे का मूल विचार कोविड-19 के पश्चात समाज से डर, निराशा, लाचारी और नकारात्मकता को दूर करने के लिए आत्मविश्वास पैदा करना और कोविड-19 के बाद लोगों को आगामी प्रयासों के लिए प्रेरित करना है।

बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने लोगों से कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारत की मदद करने की अपील की attacknews.in

मुंबई ,10 मई ।बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने लोगों से कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारत की मदद करने की अपील की है।

कोरोना वायरस की दूसरी लहर से पूरा देश परेशान है। इस कठिन समय में बॉलीवुड के सेलेब्स आगे आकर लोगों की मदद भी कर रहे हैं।अमिताभ बच्चन ने वैक्स लाइव ग्लोबल इवेंट में भाग लिया जो कि कोरोना वायरस से जुड़ा हुआ है।

अमिताभ ने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है। वीडियो शेयर करते हुए अमिताभ बच्चन ने लिखा है, ‘इसमें भाग लेकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं और भारत के लिए लड़ाई जारी है।’

वीडियो में अमिताभ बच्चन ने कहा, ‘नमस्कार, मैं अमिताभ बच्चन हूं। मेरा देश भारत कोरोना महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है। एक वैश्विक नागरिक होने के नाते मैं विश्व के सभी लोगों से निवेदन करता हूं कि वह खड़े हो। अपनी सरकारों और फार्मा कंपनी से बात करें और उन्हें सहयोग देने की अपील करें। हर छोटा प्रयास रंग लाता है। जैसे महात्मा गांधी जी ने कहा था की आप सरलता से पूरी दुनिया को हिला सकते हैं। शुक्रिया।’

अमिताभ ने वैक्सीनेशन के महत्व पर भी जोर दिया गया है। अमिताभ ने लिखा- कोरोना को हराने का एक मात्र रास्ता है वैक्सीनेशन। इसलिए जॉइन करें और सपोर्ट करें ग्लोबल सिटीजन को जिसकी इंडिया को जरूरत है। कॉमेडी सेंट्रल, वायाकॉम 18, वीएच1 और विजक्राफ्ट इंडिया लाए हैं वैक्स लाइव कंसर्ट, जिससे दुनिया कोरोना वायरस से लड़ने के लिए एक हो सके।

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता बनर्जी के मंत्री फिरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, मदन मित्रा और सोवन चट्टर्जी के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी  दी attacknews.in

कोलकाता 09 मई । पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने रविवार को फिरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, मदन मित्रा और सोवन चट्टर्जी के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी।ये सभी लोग मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पिछली सरकार में मंत्री थे।

राजभवन की ओर से जारी बयान में कहा गया, “राज्यपाल ने संविधान के अनुच्छेद 164 के तहत इनके खिलाफ मुकदमे की मंजूरी प्रदान की है।”

बयान में कहा गया, “केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अनुरोध करने और मामले से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराने के बाद राज्यपाल द्वारा यह मंजूरी प्रदान की गयी है। राज्यपाल ने इसके लिए संविधान के अनुच्छेद 163 और 164 के तहत प्राप्त अपनी शक्तियों का इस्तेमाल किया है।”

हालांकि अभी यह नहीं बताया गया है कि किस मामले में इन चारों पूर्व मंत्रियों के खिलाफ सीबीआई ने मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी थी।

उल्लेखनीय है कि इन चारों में से श्री हकीम, श्री मुखर्जी और श्री मित्रा हाल ही में विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए हैं। इनमें श्री हकीम तथा श्री मुखर्जी सोमवार को सुश्री बनर्जी की तीसरी सरकार में मंत्री पद की शपथ लेंगे, जबकि तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले श्री चटर्जी ने चुनाव से पहले भाजपा से भी इस्तीफा दे दिया था।

देश भर में 35 दिनों में विभिन्न राज्यों में 130 पत्रकारों की कोरोना से मौत ; आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में सबसे ज्यादा 35 पत्रकारों की जान गई attacknews.in

विजयवाड़ा 09 मई । अखिल भारतीय समाचार पत्र कर्मचारी महासंघ (एआईएनएफ) ने दावा किया है कि अब तक देशभर में कोरोना वायरस (कोविड-19) के कारण 130 पत्रकारों की मौत हो चुकी है।

महासंघ के उपाध्यक्ष चौधरी पूर्णचंद्र राव रविवार को यहां बयान जारी कर कहा कि उन्हें मिली जानकारी के मुताबिक कोरोना महामारी से पिछले 35 दिनों के दौरान विभिन्न राज्यों में 130 पत्रकारों की मौत हो चुकी है।

उन्होंने दावा किया कि तेलुगु भाषी दोनों प्रदेशों आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना में कोविड-19 के कारण 35 पत्रकारों की जान गई है।

उन्होंने केंद्र तथा राज्य सरकार से पीड़ित पत्रकारों के परिवारों को सहायता पहुंचाने के लिए तत्काल कदम उठाने की अपील की।

इस बीच, उन्होंने साक्षी टीवी सिनेमा के पत्रकार टी. गोपी के निधन पर शोक व्यक्त किया।

उधर, आंध्र प्रदेश जर्नलिस्ट यूनियन फॉर प्रिंट एंड इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के मानद अध्यक्ष के. धनंजया रेड्डी और अध्यक्ष जले वासुदेव नायडू ने भी श्री गोपी के निधन पर शोक व्यक्त किया तथा पीड़ित परिजनों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की।

भोपाल मण्डल पर गाड़ियों की 100% समय पालन (punctuality) हासिल कर बनाया रिकॉर्ड attacknews.in

भोपाल 09 मई । मंडल रेल प्रबंधक श्री उदय बोरवणकर के कुशल निर्देशन व मार्गदर्शन में मंडल रेल प्रशासन जहां अपने कर्मचारियों को कोविड -19 संक्रमण से बचाने के लिए निरन्तर प्रयासरत है, वहीं संबंधित विभागों द्वारा आपसी समन्वय से कार्य करते हुए गाड़ियों के सुचारू एवं संरक्षित परिचालन तथा उनकी समयबद्धता पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

मंडल पर गाड़ियों के सुचारू एवं संरक्षित परिचालन के लिए रात-दिन कार्यरत नियंत्रण कार्यालय में सभी सावधानियों के साथ ड्यूटी कर रहे नियंत्रकों, खंड नियंत्रकों द्वारा मण्डल पर चल रहीं एक्सप्रेस, ग्रीष्म स्पेशल एवं अन्य विशेष गाड़ियों की समय पालन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ताकि यात्रियों एवं पार्सल को को समय पर उनके गंतव्य स्थान पहुंचाया जा सके।

मंडल नियंत्रण कार्यालय से लेकर स्टेशन पर ड्यूटी कर रहे ट्रेन परिचालन से जुड़े कर्मचारियों द्वारा निरंतर की जा रही निगरानी के परिणामस्वरूप माह अप्रैल-2021 में भोपाल मंडल नें एक्सप्रेस एवं पैसेंजर विशेष गाड़ियों के समय पालन में रिकॉर्ड उपलब्धि हासिल की है। अप्रैल माह में तीन दिन गाड़ियों का समय पालन (punctuality) शत प्रतिशत था, जबकि माह की औसत समय पालन 97.29 प्रतिशत रहा जो कि एक रिकॉर्ड है।

मण्डल रेल प्रबंधक श्री उदय बोरवणकर नें कहा कि गत दो वर्षों में अधोसंरचना (infrastructure) में सुधार, अवरोधों को दूर करना व ट्रैक को 130 किमी प्रति घंटे की गति के लिये उन्नयन (upgrade) करना, ये काम तेज गति से हुए, जिसके फलस्वरूप मंडल में परिचालन सुधरा है। साथ साथ, सभी तकनीकी विभागों ने उपकरणों के रख रखाव में विभिन्न सुधार किये हैं, जिससे उनकी गुणवत्ता और विश्वसनीयता बढ़ी है और गाड़ियाँ निर्बाध रूप से चल रही हैं। ट्रेनों के समय पालन के लिए लोको इन्स्पेक्टर लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
साथ ही, रोज़ औसतन 200 माल गाड़ियों का परिचालन भी मंडल ने 54 की. मी. प्रति घंटे की औसत गति से बनाये रखा  (maintain किया) है। मंडल ने माल लदान के नए कीर्तिमान भी स्थापित किए हैं।

डीआरएम ने इस उपलब्धि के लिए सभी सम्बन्धित अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी है एवं भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दी है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषांगिक संगठन सेवा भारती ने दिल्ली में खड़ी की आइसोलेशन सेंटरों की श्रृंखला,यहां मरीजों को ऑक्सीजन, दवाओं से लेकर नि:शुल्क उपचार दिया जा रहा है attacknews.in

नयी दिल्ली 09 मई । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषांगिक संगठन सेवा भारती ने राजधानी में काेविड के उपचार में मदद के लिए विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से अशोक विहार, उदासीन आश्रम, नरेला, हरिनगर, द्वारका तथा लाजपत नगर में छह आइसोलेशन सेंटर शुरू किये हैं जहां मरीजों को ऑक्सीजन, दवाओं से लेकर नि:शुल्क उपचार दिया जा रहा है।

संघ के दिल्ली प्रांत के प्रचार प्रमुख रीतेश अग्रवाल ने यहां बताया कि दिल्ली में इन दिनों कोरोना संक्रमित मरीजों को अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन और बुनियादी इलाज मिलना मुश्किल हो गया है जिसे देखते हुए विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से सेवा भारती ने लोगों की जिंदगी बचाने के लिए छह आइसोलेशन सेंटर अशोक विहार, उदासीन आश्रम, नरेला, द्वारका, हरिनगर एवं लाजपत नगर की अमर कॉलोनी में संचालन आरंभ किया है। इन सेंटरों के जरिए लगभग 450 बेड की व्यवस्था खड़ी कर ली गई है।

उन्होंने बताया कि एक-दो दिन में 9 अतिरिक्त सेंटरों का संचालन शुरू हो जाएगा। इनके लिए लगभग सभी तैयारी पूरी कर ली गई है, प्रशासनिक अनुमति मिलते ही यह भी संचालित हो जाएंगे। यदि प्रशासन का सहयोग रहा और ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध करा दी जाती है तो अगले कुछ दिनों में इसे एक हजार बेड तक विस्तारित करने की योजना है। सभी आइसोलेशन सेंटर में मेडिकल ऑक्सीजन मुहैया कराई जा रही है। अधिकांश सेंटर में सिलेंडर के जरिए चिकित्सा ऑक्सीजन की उपलब्धता को पूरा किया जा रहा है जबकि कई केंद्रों के लिए ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि लाजपत नगर के अमर कालोनी नगर स्थित सरस्वती बाल मन्दिर में आज कोरोना मरीजों के लिए आइसोलेशन सेंटर शुरू किया गया। इस सेंटर में 35 बेड की सुविधा प्रदान की गई है जिसे 50 बेड तक विस्तारित किया जाएगा। केंद्र में आने वाले पीड़ित मरीजों के चिकित्सकीय उपचार हेतु मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के पूर्व अतिरिक्त सचिव डॉ. पी प्रसन्ना राज एवं रोबोटिक्स सर्जन डॉ. कल्पना नागपाल अपनी नि:शुल्क अपनी सेवाएं दे रहे हैं। सेवा भारती द्वारा समाज के सहयोग से प्रारंभ इस केंद्र में जरूरतमंद व्यक्तियों को ऑक्सीजन देने के लिए 21 ऑक्सीजन कन्संट्रेटर रखे गए हैं। यहां सभी लोगों को भोजन, नीबू पानी, काढ़ा, दवाएं तथा सभी चिकित्सकीय सुविधाएं प्रदान करने की व्यवस्था है। संघ के स्वयंसेवक सेवाभाव से मरीजों की सेवा में जुट गए हैं।

अशोक विहार के लक्ष्मी बाई कॉलेज में 100 बेड का कोविड केयर सेंटर संचालित किया जा रहा है। इस कोविड केयर सेंटर में कोविड वायरस से संक्रमित ऐसे मरीजों को रखा गया है जो बहुत अधिक गंभीर नहीं हैं। महाविद्यालय की कक्षाओं को कोविड वार्ड में तब्दील कर दिया गया है। सेंटर में ऑक्सीमीटर, दवाएं, ग्लूकोज, इंश्यूलिन चढ़ाने समेत अनेक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। जल्द ही इसे 200 बेड तक विस्तारित किया जाएगा। ख़ास बात यह है कि ऑक्सीजन कंसट्रेटर्स की व्यवस्था भी कोविड केयर सेंटर में की गई है। यहां हर दिन ओपीडी संचालित की जाती है, जिसमें हर दिन लगभग 100 मरीज आते हैं। उल्लेखनीय हैं कि सेवा भारती द्वारा देशभर में डेढ़ लाख से अधिक सेवा प्रकल्प संचालित किए जा रहे हैं। सेंटर में कम गंभीर मरीज जिनकी उम्र 60 साल से कम है, उन्हें भर्ती किया जाता है। विगत दस दिनों से से संचालित इस केंद्र को संचालित करने में लक्ष्मीबाई कॉलेज प्रशासन, सेवा भारती, क्रिस्टल क्रॉप संस्थान का महत्वपूर्ण योगदान है।

नई दिल्ली प्रांत के स्वयंसेवकों द्वारा श्री गुरु राम राय उदासीन आश्रम में आइसोलेशन सेंटर का गठन किया गया है। 33 बेड के इस आइसोलेशन सेंटर में चिकित्सकीय परामर्श, दवाएं, ऑक्सीजन की सुविधा प्रदान की गई है। यहां 24 घंटे डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। अलग-अलग शिफ्ट में स्वयंसेवकों की ड्यूटी लगाई जाती है। जल्द ही ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर की सुविधा भी आइसोलेशन सेंटर को मिल जाएगी। मंगलवार को कोविड केयर सेंटर से 20 मरीजों की काउंसलिंग करके मेडिसिन के साथ घर भेजा। इसी तरह 5 मरीजों को मेडिकल ऑक्सीजन प्रदान की गई जिनमें 2 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। हर बेड में बकायदा मरीज के लिए आवश्यक सभी वस्तुएं जैसे पानी की बॉटल, टॉवेल, सैनेटाइजर, स्टीमर, साबुन आदि उपलब्ध कराया गया है। हर बेड पर मरीज की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे, माइक लगाए गए हैं। मरीजों के लिए भोजन की व्यवस्था झंडेवाला मंदिर की ओर से की जा रही है। कोविड केयर सेंटर को संचालित करने के लिए डीएम आरके आश्रम एवं सेवा भारती द्वारा मेडिसिन किट का सहयोग प्रदान किया गया है। इसी तरह एमबीयू बाग द्वारा एमरजेंसी किट उपलब्ध कराई गई है।

नरेला में सेवा भारती द्वारा संचालित लाला दीपचंद मेमोरियल चेरिटेबल अस्पताल, गली नंबर 30 बी, स्वतंत्र नगर में 13 बिस्तरों वाला आइसोलेशन सेंटर संचालित है। यहां मरीजों के लिए बेड, भोजन, दवाएं, काढ़ा, नेबुलाइजर केअर समेत तमाम बुनियादी सुविधाएं मिल रही हैं। डॉक्टर पी के बंसल आइसोलेशन सेंटर में नि:शुल्क मरीजों की सेवा कर रहे हैं। इस सेंटर को सफलातपूर्वक संचालित करने में सेवा भारती को तेजस भारत ट्रस्ट, श्री राम कुटी मंदिर नरेला का विशेष सहयोग मिल रहा है।

श्री अग्रवाल के अनुसार इन सभी आइसोलेशन सेंटरों में डॉक्टर जहां नि:शुल्क अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। वहीं स्थानीय समाज व संस्थाओं के सहयोग से मरीजों के लिए भोजन, दवाएं तथा अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इन सेंटरों से हर दिन बड़ी संख्या में लोग कोरोना को मात देकर अपने घर लौट रहे हैं। कई स्थानों में स्वस्थ होकर लौट रहे मरीज एवं उनके परिवारजन लौट कर सेवा कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।

उधर विश्व हिन्दू परिषद ने दिल्ली प्रान्त के सभी 30 जिलों में एक-एक कार्यकर्ता तय किए हैं, जो अपने-अपने जिले में जरूरतमंद लोगों से सम्पर्क कर उन्हें आवश्यक सहयोग मुहैया करा रहे हैं। इसके लिए प्रान्त स्तर पर कोविड सहायता केंद्रों को भी संचालित किया जा रहा है। सहायता केंद्र में दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से संगठन के कार्यकर्ताओं व स्थानीय समाज के लोगों द्वारा बताई गई आवश्यकता के अनुसार दवाएं, ऑक्सीजन, काढ़ा, राशन, भोजन उपलब्ध कराया जाता है। विहिप के कोविड सहायता केंद्र से अब तक लगभग 5 हज़ार लोग लाभान्वित हो चुके हैं।

कोरोना संक्रमण की वजह से प्राण गंवाने वाले लोगों के अंतिम संस्कार में बरती जा रही गंभीर लापरवाही तथा लोगों का सम्मानजनक रूप से अंतिम संस्कार नहीं हो पाने की शिकायतों को देखते हुए विहिप कार्यकर्ता निगम बोध घाट में लोगों के सहयोग के लिए आगे आए हैं। इससे अंतिम संस्कार में जुटे कर्मचारियों के साथ परिजनों को भी काफी मदद मिल रही है ।

विहिप लोगों को कोरोना की दूसरी लहर से बचाने के लिए ऑनलाइन योग क्लास, चिकित्सा परामर्श वेबिनार आयोजित कर रहा है। इसमें हर दिन सैकड़ों की संख्या में लोग घर बैठे आयुर्वेद, एलोपैथी, होम्योपैथी समेत अन्य विधियों से बीमारियों के निदान हेतु परामर्श प्राप्त कर रहे हैं। इसके साथ ही विहिप से जुड़े बजरंग दल द्वारा प्लाज्मा डोनेशन के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। बजरंग दल के कार्यकर्ता कोविड से ठीक हुए लोगों से प्लाज्मा डोनेशन का आह्वान कर रहे हैं। उनसे उनकी बची हुई दवाएं भी एकत्र की जाती है, जिसे अन्य जरूरतमंद को देने की व्यवस्था बनाई गई है।

टाटा समूह भारत में टीकाकरण कार्यक्रम में सहायता देने को लेकर तैयारी कर रहा है;समूह के अधिकारी ने कहा: टीकाकरण ही लोगों को कोविड-19 महामारी से सुरक्षित करने का तरीका attacknews.in

नयी दिल्ली, नौ मई ।विभिन्न विनिर्माताओं के और टीकों की निर्धारित प्रक्रिया के तहत मंजूरी के साथ तेजी से टीकाकरण अभियान चलाकर ही लोगों को कोविड-19 महामारी से सुरक्षित किया जा सकता है। टाटा समूह के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह कहा है।

समूह विदेशों से 60 क्रॉयोजेनिक कंटेनर लाने और करीब 400 ऑक्सीजन उत्पादन इकाइयां लगाने की प्रक्रिया में है। इन ऑक्सीजन उत्पादन इकाइयों का उपयोग छोटे शहरों के अस्पतालों में किया जा सकता है जिससे महामरी की दूसरी लहर से निपटने में मदद मिलेगी। साथ ही समूह शीत गृह श्रृंखला (कोल्ड चेन) तैयार कर रहा है ताकि परिवहन के लिए कम तापमान की आवश्यकता वाले टीके के स्वीकृत होने की स्थिति में इसका उपयोग किया जा सके।

टाटा संस के अध्यक्ष (बुनियादी ढांचा,रक्षा, एयरोस्पेस और वैश्विक कंपनी मामले) बनमाली अग्रवाल ने कहा, ‘‘मेरे हिसाब से जितनी तेजी से और जल्दी हम अपने लोगों को टीका लगाने में सक्षम होंगे, उतना ही बेहतर होगा क्योंकि यह हमारे लोगों को सुरक्षित करने का यह एक स्पष्ट तरीका है।’’

यह पूछे जाने पर कि क्या भारत को अन्य विनिर्माताओं से और टीकों की जरूरत है, उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से। लोगों को तेजी से टीकाकरण करने के लिए जो भी जरूरी हो, किये जाने की जरूरत है। लेकिन, आपको इसे सुरक्षित रूप से करना होगा… परीक्षण के संदर्भ में जो भी प्रक्रिया है, उसका पालन करते हुए सावधानी बरतने के साथ आपको यह करना होगा।’’

अग्रवाल ने कहा, ‘‘जाहिर तौर पर, अगर आपके पास विनिर्माताओं की संख्या अधिक है, इससे चीजें काफी आसान होंगी। जितने अधिक टीके होंगे, हमारे सभी लोगों को टीका लगाना आसान हो सकता है।’’

उल्लेखनीय है कि भारत के औषधि नियामक ने पिछले महीने कुछ शर्तों के साथ रूस के कोविड-19 टीके स्पुतनिक V के सीमित आपात उपयोग को मंजूरी दे दी। इस टीके का आयात डा. रेड्डीज लैबोरेटरीज करेगी। इससे देश में तीसरे टीके के उपयोग का रास्ता साफ हो गया है।

इससे पहले, इस साल जनवरी में भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने कोविड-19 के दो टीकों… भारत बॉयोटेक के कोवैक्सीन और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनका के कोविशील्ड…के आपात उपयोग को मंजूरी दी थी। कोविशील्ड का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया पुणे में कर रही है।

अग्रवाल ने कहा कि टाटा समूह टीकाकरण कार्यक्रम में सहायता देने को लेकर तैयारी कर रहा है। ‘‘हम एक तरह से तैयार हो रहे हैं। अगर हमारे पास ऐसा टीका है जिसे कुछ कोल्ड चेन की जरूरत है, तो हम इसको ध्यान में रखकर तैयारी कर रहे हैं। सौभाग्य से, समूह के भीतर, हमारे पास वोल्टास जैसी कंपनियां हैं…।’’ उन्होंने यह भी कहा, ‘‘हमारे लिये दीर्घकाल में स्वास्थ्य संबंधी ढांचागत सुविधाओं में निवेश से इनकार नहीं किया जा सकता। यह देश के लिये महत्वपूर्ण है।

अग्रवाल ने कहा कि लेकिन फिलहाल यह साफ है कि अर्थव्यवस्था की वृद्धि और विकास कोविड-19 से निपटने और उसके प्रबंधन की क्षमता पर निर्भर है।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर हमने इसका प्रबंधन सही तरीके से कर लिया, तो चीजें बेहतर होंगी। अन्यथा चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा….मुझे पूरा भरोसा है कि हम इसे कर (प्रबंधित) सकते हैं।

केन्द्र ने 25 राज्यों को ग्रामीण स्थानीय निकायों के लिये 8,923 करोड़ रुपये का अनुदान दिया,ग्रामीण निकायों में कोविड- 19 महामारी की रोक थाम और पीड़ितों को राहत देने के उपायों के लिये दी यह राशि attacknews.in

नयी दिल्ली, नौ मई । वित्त मंत्रालय ने रविवार को कहा कि उसने ग्रामीण स्थानीय निकायों में कोविड- 19 महामारी की रोक थाम और पीड़ितों को राहत देने के उपायों के लिये 25 राज्यों को 8,923 करोड़ रुपये जारी किये हैं।

मंत्रालय के व्यय विभाग ने शनिवार को राज्यों को 8,923.8 करोड़ रुपये की जारी की। इसे ग्रामीण स्थानीय निकायों को अनुदान के रूप में दिया जाएगा।आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि अनुदान की राशि तीनों स्तरों — गांव, ब्लाक और जिला स्तर पर इस्तेमाल की जाएगी।

15वें वित्त आयोग की सिफारिशों के मुताबिक इस तरह के अनुदान की पहली किस्त राज्यों को जून 2021 में जारी की जानी थी। बहरहाल, कोविड- 19 की मौजूदा स्थिति को देखते हुये और पंचायती राज मंत्रालय की सिफारिश के बाद वित्त मंत्रालय ने इस अनुदान को सामान्य समय से पहले जारी करने का फैसला किया।

दिल्ली में लॉकडाउन 17 मई तक बढ़ाया,अरविंद केजरीवाल ने इसे अब तक का सख्त लाॅकडाउन बताया attacknews.in

नयी दिल्ली 09 मई । दिल्ली सरकार ने राजधानी में लॉकडाउन की अवधि 17 मई तक बढ़ाने का निर्णय लिया है।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को यह घोषणा की। उन्होंने कहा, “ मैंने पिछले कुछ दिनों में व्यापारियों, महिलाओं, युवाओं तथा अन्य लोगों से चर्चा की है। सभी का मानना है कि संक्रमण के मामलों में कमी आई है, लेकिन वे वे इस स्तर पर नहीं हैं कि लॉकडाउन को हटाया जा सके , अन्यथा हमने जो पाया है उसे खो देंगे। इसलिए लॉकडाउन को एक और सप्ताह के लिए बढ़ाया जा रहा है। इस बार यह थोड़ा सख्त होगा।”

उन्होंने कहा कि इस बार के लॉकडाउन के दौरान मेट्रो सेवाएं निलंबित रहेंगी , लेकिन आवश्यक सेवाएं उपलब्ध होंगी और आपात चिकित्सा लोगों को नहीं रोका जाएगा।

उन्हाेंने कहा , “ दिल्ली के लोगों ने बंद का समर्थन किया है। हमने ऑक्सीजन बेड बढ़ाने के लिए इस लॉकडाउन अवधि का उपयोग किया। इस समय ऑक्सीजन की उपलब्धता सबसे बड़ा मुद्दा है और सामान्य से कई गुना अधिक इसकी आवश्यकता है , हालांकि अब दिल्ली में स्थिति सुधर रही है और हमें पहले जितने एसओएस कॉल नहीं मिल रहे हैं।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि गत 26 अप्रैल को सक्रिय मामलों की दर 35 प्रतिशत थी और पिछले दो दिनों से इसमें गिरावट आयी है तथा अब 23 फीसदी पर आ गयी है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पहल पर कोरोना महामारी में लोगों की मदद के लिए उद्योग-व्यावसायिक जगत, धार्मिक-सामाजिक संगठन तथा गणमान्य नागरिकों के साथ मिल कर कोविड रिस्पॉन्स टीम (सीआरटी) का गठन attacknews.in

नयी दिल्ली 08 मई । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पहल पर देश में कोविड महामारी की अप्रत्याशित दूसरी लहर से आयी आपदा में लोगों की मदद करने के लिए उद्योग एवं व्यावसायिक जगत, धार्मिक एवं सामाजिक संगठन तथा गणमान्य नागरिकों के साथ मिल कर एक कोविड रिस्पॉन्स टीम (सीआरटी) का गठन किया गया है।

सीआरटी का समन्वयक पूर्व सेना उपप्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह को बनाया गया है।

ले. जनरल सिंह एवं सेवा भारती के प्रमुख रमेश अग्रवाल ने यहां संवाददाताओं को यह जानकारी दी।उन्होंने कहा कि भारत इन दिनों एक अप्रत्याशित लोक स्वास्थ्य संकट से जूझ रहा है।कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।केंद्र और राज्य सरकारों के सतत प्रयासों के बाद भी इस आपदा से निपटना एक बड़ी चुनौती बन गया है।ऐसे में समाज द्वारा विभिन्न मोर्चों पर समन्वित साझा प्रयासों की प्रासंगिकता बढ़ गई है।

कोविड रिस्पॉन्स टीम (सीआरटी) ऐसे ही समन्वयकारी पहल का एक परिणाम है।

इसके अंतर्गत समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े साझेदार एकजुट होकर इस आपदा को पराजित करने के लिए सामने आए हैं।

उन्होंने कहा कि सीआरटी में विभिन्न संगठनों एवं समाज की शख्सियतों की विशेष भूमिका रहेगी।

औद्योगिक संगठन- फिक्की, सीआईआई,पीएचडी-सीसीआई, एसोचैम,लघु उद्योग भारती, जेआईटीओ, सीएआईटी।व्यावसायिक निकाय- आईसीएआई, आईसीएसआई, आईसीडब्ल्यूए।

धार्मिक एवं आध्यात्मिक संगठन- पतंजलि योगपीठ, ईशा फाउंडेशन, आर्ट ऑफ लीविंग गौरी शंकर मंदिर, भगवान बाल्मीकि मंदिर, संत रविदास विश्रामस्थल देवनगर, सनातन धर्म प्रतिनिधि संस्था, आर्य समाज, झण्डेवाला माता मंदिर,तेरापंथ जैन समाज।

सामाजिक संगठन- सेवा भारती, लायंस क्लब, विश्व हिन्दू परिषद, स्वदेशी जागरण मंच और रोटरी क्लब शामिल हैं।

इस पहल से जुड़े अन्य गणमान्य नागरिकों में पूर्व राजनयिक एवं नीदरलैंड में भारत की राजदूत रहीं श्रीमती भास्वती मुखर्जी, दिल्ली के पूर्व पुलिस आयुक्त एवं संघलोक सेवा आयोग के पूर्व सदस्य बी एस बस्सी, भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी नरेंद्र कुमार, आईएएस अधिकारी एमएल मीणा तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दिल्ली प्रांत संघचालक कुलभूषण आहुजा शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि सीआरटी के उद्देश्य कोरोना आपदा से निबटने के लिए संसाधन जैसे अस्पतालों को मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति, ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर की उपलब्धता, आईसोलेशन सेंटर की स्थापना के प्रयास सुनिश्चित करना, लोगों में टीकाकरण को लेकर जागरुकता का प्रसार करना, होम आइसोलेशन एवं प्लाज्मा डोनेशन के महत्व को बताना एवं लोगों को प्रोत्साहित करना, देश में स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए सरकार को प्रभावी एवं व्यावहारिक सुझाव प्रदान करना, आपतकालीन स्थिति को देखते हुए विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए मेडिकल ऑक्सीजन की सुविधा के साथ आईसोलेशन सेंटर की स्थापना करना, ऑक्सीजन वैन (प्राणवायु आपके द्वार) कार्यक्रम का आयोजन करना, कोरना संक्रमित मरीजों एवं परिवारों को भोजन तथा अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराना, मृतकों के अंतिम संस्कार में सहयोग प्रदान करना, हेल्पलाइन और टेलीमेडिसिन के लिए ऑनलाइन सेवा प्रारंभ करना तथा रक्त और प्लाज्मा दान के साथ ही अन्य चिकित्सकीय सहयोग प्रदान करना।

उन्होंने कहा कि कोविड रिस्पॉस टीम द्वारा कोरोना महामारी को परास्त करने के लिए इसके अलावा भी कई प्रभावी कदम उठाए गए हैं।

इसी क्रम में दिल्ली में नौ आइसोलेशन सेंटर की स्थापना की गई है।

यहां मेडिकल ऑक्सीजन की सुविधा सहित 500 बेड की व्यवस्था खड़ी की जा चुकी है।

लोगों को मौके पर ही ऑक्सीजन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 7 ऑक्सीजन वैन संचालित की जा रही हैं।

सभी वैन में 6 बेड लगाए गए हैं।

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अब तक 28 हजार कोरोना संक्रमित परिवारों को भोजन उपलब्ध कराया गया है।

इनमें वरिष्ठ नागरिक एवं समाज के वंचित वर्ग से जुड़े लोग शामिल हैं।

इसी तरह 803 प्लाज्मा डोनेशन और 1300 सीटी स्कैन कराए गए हैं।

इस विषम परिस्थिति में 2619 मृतकों के अंतिम संस्कार में परिजनों को सहयोग प्रदान किया गया है।

सीआरटी द्वारा स्थापित हेल्पलाइन के जरिए 1200 स्वयंसेवक तथा 130 डॉक्टर्स नि:शुल्क अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त कोविड रिस्पॉस टीम ‘ पॉजीटिविटी अनलिमिटेड ’ कार्यक्रम शुरू करने जा रही है।

11 से 15 मई 2021 के बीच संचालित होने वाले इस कार्यक्रम के अंतर्गत समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तित्व जैसे सद्भगुरू जग्गी वासुदेव (संस्थापक ईशा फाउंडेशन), श्री-श्री रविशंकर (संस्थापक-आर्ट ऑफ लीविंग), ज्ञान देवजी ( प्रमुख, निर्मल संत अखाड़ा) जैन मुनि प्राणनाथ जी (प्रमुख-तेरापंथी जैन समाज), श्री मोहन भागवत (पूजनीय सरसंघचालक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ), सुधा मूर्ति (चेयरमैन, इंफोसिस फाउंडेशन), अजीम प्रेमजी (चेयरमैन-अजीमजी फाउंडेशन) लोगों को विभिन्न संचार माध्यमों के जरिए संबोधित करेंगे।

इसका उद्देश्य लोगों के भीतर आत्मविश्वास का संचार करना एवं हम अवश्य जीतेंगे इस भाव के साथ समाज को कोरोना की जंग के विरुद्ध एकजुट करना है।

भारत के हरेक राज्य में ऑक्सीजन से भरे टैंकरों को टोल प्लाजा पर नहीं भरना होगा कर attacknews.in

नयी दिल्ली 8 मई । सरकार ने देश में कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन के संकट को देखते हुए ऑक्सीजन से भरे टैंकरों को टोल प्लाजा पर कर मुक्त कर दिया है।

सड़क परिवहन मंत्रालय ने शनिवार को यहां एक बयान में कहा कि देश में कोविड पीड़ितों को ऑक्सीजन की कमी नहीं हो और समय पर सभी जरूरतमंदों को ऑक्सीजन पहुंचाई जा सके इसके लिए टोल प्लाजा पर ऑक्सीजन टैंकरों को टोल कर से मुक्त किया गया है।

बयान में कहा गया है कि टोल प्लाजा पर अगले आदेश तक ऑक्सीजन टैंकरों को भी एंबुलेंस वाहनों की तरह उनके गंतव्य तक पहुंचने की छूट होगी और उनसे कोई कर नहीं लिया जाएगा।

गोवा हवाई अड्डे से मेडिकल की अनिवार्य वस्तुओें की निर्बाधित आपूर्ति जारी;सबसे छोटा राज्य होने के बावजूद कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 24 घंटे एक प्रवेश द्वार की तरह काम कर रहा है attacknews.in

नईदिल्ली 8 मई । भारतीय विमान पत्तन, गोवा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और इसके अग्रिम पंक्ति के कोरोना योद्धा मेडिकल की अनिवार्य वस्तुओें की निर्बाधित आपूर्ति को सुगम बनाने के जरिये कोविड-19 से लड़ने में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं।

गोवा हवाई अड्डे ने इससे पहले कुल 2.15 एमटी के इनबाउंड कार्गो तथा 3.96 एमटी के आउटबाउंड कार्गो के साथ कोविड-19 से लड़ने में भारत की सहायता करने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन के बीच देश के सुदूर क्षेत्रों में मेडिकल के अनिवार्य कार्गो के परिवहन के लिए लक्षित 8 लाइफलाइन उडान फ्लाइट को पूरा किया था।

गोवा हवाई अड्डे ने जनवरी तथा फरवरी 2021 के बीच गोवा राज्य के लिए कोविड टीकों के 3लॉट तथा पड़ोसी कर्नाटक राज्य के लिए 1लॉट का भी प्रबंधन किया था।

यह अभियान अभी समाप्त नहीं हुआ है और गोवा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने मेडिकल की अनिवार्य वस्तुओें अर्थात कोविड टीके, फैबीफ्लू दवाइयां, कोविड-19 टेस्टिंग किट तथा अन्य अनिवार्य वस्तुओं की निर्बाधित आपूर्ति के द्वारा कोविड-19 द्वारा उत्पन्न अभूतपूर्व स्थिति से निपटने के अपने मिशन को और सुदृढ़ बनाया है।

गोवा हवाई अड्डे ने इनबाउंड कार्गो के एक हिस्से के रूप में महामारी के दूसरे चरण में गोवा राज्य में कोविड टीकों की आवाजाही को सुगम बनाया है और बेहद कम समय में स्वास्थ्य अधिकारियों को खेपों की त्वरित एक्जिट तथा सुपुर्दगी सुनिश्चित की है।

  1.    चेन्नई से 18.04.2021 को कोविड टीकों (कोविशील्ड) के 13बॉक्‍स प्राप्त किए। 
    
  2.    मुंबई से 30.04.2021 को कोविड टीकों (कोविशील्ड) के 9बॉक्‍स प्राप्त किए।   
    
  3.    दिल्ली से 23.04.2021 को 122 किग्रा कोविड-19 टेस्टिंग किट्स प्राप्त किए।
    

इनबाउंड कार्गो के अतिरिक्त, गोवा हवाई अड्डे ने देश के विभिन्न हिस्सों अर्थात अहमदाबाद, बंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, कोलाकाता, लखनऊ, जयपुर, हैदराबाद, इंदौर, नागपुर आदि में आउटबाउंड कार्गो के एक हिस्से के रूप में ग्लेनमार्क की फैबीफ्लू दवा की आपूर्ति को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

अप्रैल, 2021 महीने में आउटबाउंड कार्गो के एक हिस्से के रूप में गोवा हवाई अड्डे से फैबीफ्लू की कुल 31,9555 किग्रा दवाइयां लेकर उड़ान भरी।

फैबीफ्लू का उपयोग हल्के से मध्यम कोविड संक्रमण के उपचार के लिए किया जाता है। सबसे छोटा राज्य होने के बावजूद गोवा कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में अग्रिम पंक्ति पर रहने के जरिये उल्लेखनीय भूमिका निभा रहा है और गोवा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 24 घंटे एक प्रवेश द्वार की तरह काम कर रहा है।

इसके अतिरिक्त, गोवा हवाई अड्डा गोवा सरकार के सहयोग एवं मदद से एएआई के कर्मचारियों तथा उनके आश्रित परिवारजनों, एयरलाइंस, एजेन्सियों और हवाई अड्डे पर कार्यरत अन्य अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं के लिए टीकाकरण शिविरों का आयोजन करने का प्रयास कर रहा है।

पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसक घटनाओं की केंद्र सरकार को दी जाने वाली रिपोर्ट के मद्देनजर गृह मंत्रालय की टीम ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की attacknews.in

कोलकाता, 07 मई । केंद्रीय गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव एवं भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी गोविंद मोहन के नेतृत्व में चार सदस्यीय केंद्रीय टीम ने राज्य में चुनाव बाद हुई व्यापक हिंसक घटनाओं की रिपोर्ट के मद्देनजर शुक्रवार को राजभवन में राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की।

श्री धनखड़ ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा,“श्री मोहन के नेतृत्व में चार सदस्यीय केंद्रीय टीम आज पूर्वाह्न 10 बजे मुझसे मुलाकात करने आयी थी। टीम मेरे साथ करीब एक घंटे तक रही।”

गौरतलब है कि राज्य में चुनाव बाद हुई हिंसक घटनाओं के आकलन के लिए गृह मंत्रालय की चार सदस्यीय टीम गुरुवार को यहां पहुंची।

केंद्रीय टीम के सदस्यों ने राज्य सचिवालय नाबन्ना में राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। केंद्रीय टीम के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने की भी संभावना है।

इससे पूर्व केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बंगाल प्रशासन से चुनाव बाद हिंसा को लेकर विस्तृत रिपोर्ट मांगी लेकिन अभी तक उनकी ओर से कोई अपडेट नहीं भेजा गया है।

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के राज्य के लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री की शपथ लेने के ठीक अगले ही दिन यह गतिविधि शुरू हुई। उन्होंने शपथ लेने के तुरंत बाद सभी राजनीतिक पार्टियों से हिंसा से दूर रहने की अपील की।

गत दो मई को चुनाव परिणाम सामने आने के बाद ही राज्य के विभिन्न हिस्सों में हिंसक घटनायें शुरू हो गयीं। भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया कि तृणमूल समर्थित गुंडों ने इसके कई कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी, महिला कार्यकर्ताओं पर हमला किया, कई मकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया, इसके पार्टी सदस्यों की कई दुकानें लूट ली गयीं तथा कार्यालयों में तोड़ फोड़ की गयी।

भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने दावा किया कि राज्य में चुनाव बाद हिंसा में पार्टी के कम से कम 14 कार्यकर्ता मारे गये तथा करीब एक लाख लोगों को अपना घर छाेड़कर भागना पड़ा है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में मुख्यमंत्री सुश्री बनर्जी की चुप्पी उनकी सहभागिता को दर्शाता है।

सुश्री बनर्जी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन क्षेत्रों में हिंसा और झड़पें हो रही हैं जहां भाजपा के उम्मीदवार चुनाव में विजयी हुए। उन्होंने लोगों से संयम बरतने तथा किसी भी प्रकार के हिंसक घटना में शामिल नहीं होने की अपील की।

स्थिति पर संज्ञान लेते हुए सुश्री बनर्जी ने बुधवार को मुख्यमंत्री के रूप में फिर से शपथ लेने के बाद अपनी पहली कार्रवाई में पुलिस महानिदेशक पी निरंजन सहित 30 शीर्ष अधिकारियों को स्थानांतरित कर दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।