राज्यों को GST की क्षतिपूर्ति की भरपाई GST परिषद ही करेगी,भारत की संचित निधि से भुगतान का प्रावधान नहीं,वित्त मंत्री ने स्पष्ट किया attacknews.in

नयी दिल्ली, 18 सितंबर । राज्यों को माल एवं सेवाकर (जीएसटी) क्षतिपूर्ति के मुद्दे पर केन्द्र के अपनी जिम्मेदारी से पीछे हटने के विपक्ष के आरोपों के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि क्षतिपूर्ति मामले पर जीएसटी परिषद ही विचार कर कोई रास्ता निकालेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस क्षतिपूर्ति को भारत की संचित निधि से पूरा करने का कोई प्रावधान नहीं है।

अनुदान मांगों पर लोकसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी क्षतिपूर्ति भुगतान के मामले में वह अपने पूर्ववर्ती वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा किये गये वादे का सम्मान करेंगी।

उन्होंने कहा, ‘‘चाहे हम मौजूदा देवीय संकट में ही क्यों न हों, लेकिन हम राज्यों को किस प्रकार से क्षतिपूर्ति की जाये परिषद में इस पर चर्चा करेंगे .. परिषद इस पर गौर करेगी कि किस प्रकार राजस्व भरपाई के लिये कर्ज लिया जा सकता है।’’

वित्त मंत्री ने हालांकि, इस कमी को भारत की संचित निधि से भरपाई किये जाने को खारिज किया। उन्होंने कहा कि यह भुगतान क्षतिपूर्ति उपकर कोष से होना चाहिये।

सीतारमण के जवाब के बाद लोकसभा ने ‘वर्ष 2020-21 के लिये अनुदान की अनुपूरक मांगों के पहले बैच और संबंधित विनियोग विधेयक को मंजूरी दे दी। इसके तहत 2,35,852 करोड़ रुपये के अतिरिक्त व्यय के लिए संसद से मंजूरी मांगी गई। निचने सदन ने इसके साथ ही वर्ष 2016-17 की अतिरिक्त अनुदान की मांगों को भी मंजूरी प्रदान कर दी।

वित्त मंत्री ने कहा कि विपक्ष को अफवाह फैलाने से बचना चाहिए, हम कोविड-19 के हालात में भी राज्यों का पैसा नहीं रोक रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘राज्यों को जीएसटी क्षतिपूर्ति के मामले में केन्द्र अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हट रहा है। राज्यों को जीएसटी क्षतिपूर्ति भारत की संचित निधि से देने का कोई प्रावधान नहीं है, इस मुद्दे पर जीएसटी परिषद में ही विचार विमर्श होगा।’’

वित्त मंत्री ने स्पष्ट किया कि कोरोना वायरस की वजह से राजस्व में हुये नुकसान की भरपाई के लिये हम कर दरें बढ़ाने पर विचार नहीं कर रहे हैं।

चालू वित्त वर्ष के दौरान राज्यों को जीएसटी राजस्व में 2.35 लाख करोड़ रुपये की कमी रहने का अनुमान है। केन्द्र का मानना है कि इसमें से 97,000 करोड़ रुपये की कमी जीएसटी के क्रियान्वयन की वजह से आयेगी जबकि शेष 1.38 लाख करोड़ रुपये की कमी कोविड- 19 महामारी के प्रभाव की वजह से होगी।

उल्लेखनीय है कि गैर- भाजपा शासित छह राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर जीएसटी भरपाई के लिये राज्यों द्वारा बाजार से उधार लेने के विकल्प का विरोध किया है। पश्चिम बंगाल, केरल, दिल्ली, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और तमिलनाडू इसे राज्यों पर और बोझ बढ़ाने वाला बताया।

सीतारमण ने कहा, ‘‘इस तरह की बातों में कोई सचाई नहीं है कि केन्द्र द्वारा वसूले गये कर में राज्यों को उनका वाजिब हिस्सा नहीं दिया जा रहा है। केंद्र सरकार के कर संग्रह में 29.1 प्रतिशत की गिरावट आई है लेकिन राज्यों को निर्वाध रूप से पैसा जारी किया गया है।’’ मनरेगा को लेकर विपक्षी दलों के तंज पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि अनुदान मांगों के तहत मनरेगा के लिये अतिरिक्त 40 हजार करोड़ रूपये रखे गये हैं। इसके अलावा इस बार के बजट में 61 हजार करोड़ रूपये आवंटित किये गये। कुल मिलाकर मनरेगा के लिये इस बार एक लाख करोड़ रूपये से अधिक राशि हो गई। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आने के बाद मनरेगा का आवंटन लगातार बढ़ता गया।

सीतारमण ने कहा कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार 537 अरब डॉलर से अधिक का हो गया है जो की 19 माह के आयात के लिये काफी है। एफडीआई भी बढ़ा है जो अर्थव्यवस्था में भरोसे को बताता है।

उन्होंने कोरोना वायरस महामारी को ‘दैवीय घटना’ (एक्ट ऑफ गॉड) कहने संबंधी अपनी टिप्पणी को लेकर की गई आलोचनाओं पर कहा कि व्यंग्य किये गए जबकि सब जानते हैं कि कोरोना वायरस की समस्या से निपटने के लिए कोई इलाज और कोई टीका अभी तक विकसित नहीं हुआ है। जीडीपी में गिरावट संबंधी आलोचना पर सीतारमण ने कहा कि पूरी दुनिया में ऐसे हालात हैं।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नई शिक्षा नीति को अभूतपूर्व और पूर्ण व्यवस्थित बताते हुए कहा कि, यह देश को नये परिवेश में बदलेगी attacknews.in

नयी दिल्ली,19 सितंबर । राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा कि नई शिक्षा नीति गहन विचार-विमर्श के बाद तैयार की गयी है जो अभूतपूर्व और पूर्ण व्यवस्थित है और यह देश को नया परिवेश प्रदान करेगी।

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने शिक्षा मंत्रालय द्वारा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उच्च शिक्षा में कार्यान्वयन पर चर्चा के लिए आयोजित किये गए कुलाध्यक्ष सम्मलेन (विज़िटर्स कांफ्रेंस) को संबोधित करते हुए शनिवार को कहा कि उन्हें इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में शामिल होते हुए बहुत खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि आप सभी लोगों का नई शिक्षा नीति 2020 को लागू करने में बहुत बड़ा योगदान है। नई शिक्षा नीति देश को नए परिवेश में परिवर्तित करेगी।

उन्होंने डॉ के कस्तूरीरंगन की सराहना करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति गहन विचार-विमर्श के बाद तैयार की गयी है जो अभूतपूर्व और पूर्ण व्यवस्थित है। इस मसौदे को तैयार करने में ढाई लाख ग्राम पंचायतों,12 हजार 500 स्थानीय निकायों और 675 जिलों के लोगों से परामर्श लिया गया है। इस नीति को बनाने में करीब दो लाख लोगों से परामर्श लिया गया है।

श्री कोविंद ने कहा कि नई शिक्षा नीति का उद्देश्य 21 वीं सदी की जरूरतों को पूरा करने की दिशा में हमारी शिक्षा प्रणाली को पुनर्जीवित करना है। सभी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करके एक न्याय संगत और जीवंत समाज विकसित करने के दृष्टिकोण को निर्धारित करता है। यह समावेश और उत्कृष्टता के दोहरे उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है। शिक्षा व्यवस्था की पिरामिड में सबसे ऊपर रहने के लिए आज के दौर में उच्च शिक्षा संस्थानों की महत्ता और उत्तरदायित्व सर्वाधिक है तभी हम भारत के ‘सुपर पावर’ बनने की परिकल्पना को साकार कर पाएंगे।

केन्द्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने इस अवसर पर सभी उच्च शिक्षण संस्थानों के कुलपतियों एवं निदेशकों का विशेष आह्वान करते हुए कहा कि नीति निर्माण एक मूलभूत एवं नीतिगत विषय है और नीति क्रियान्वयन रणनीतिक विषय है। इन दोनों के बीच सबसे अहम रोल लीडरशिप का होता है, ऐसी लीडरशिप जो नीति को जमीन पर उतार सके और यहां पर उपस्थित सभी उच्च शिक्षण संस्थानों के कुलपतियों एवं निदेशकों से वह अपेक्षा करते हैं कि भारतीय शिक्षण प्रक्रिया का विकेंद्रीकरण और सशक्तीकरण उनके माध्यम से होगा और शिक्षा की नई लहर भारत के हर छात्र और हर कोने तक पहुंचेगी।

डॉ निशंक ने कहा है कि 34 साल बाद आई नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति व्यापक, समग्र और दूरदर्शी है और यह भविष्य में राष्ट्र की प्रगति को गति प्रदान करने में सुकारक की भूमिका निभाएगी।

केंद्रीय मंत्री ने कहा,“ विश्वविद्यालय का कुलपति या संस्थान के निदेशक होने से पहले आप सभी एक शिक्षक, एक मार्गदर्शक हैं। शिक्षक इस नीति का वह औजार हैं जिस पर पूरी नीति का कार्यान्वयन निर्भर करता है। एक ओर छात्र जहां केंद्र बिंदु हैं तो शिक्षक उसका फोकल पॉइंट हैं। एक शिक्षक ही है जो छात्र को कौशल भी प्रदान करता है और कुशल भी बनाता है। आजीवन सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में शिक्षक स्वयं भी शिक्षित होता है और छात्र को भी सिखाता है। वह मार्ग नहीं खोजता बल्कि छात्रों में यह क्षमता पैदा करता है कि वें अपना मार्ग स्वयं ढूंढे।”

डॉ निशंक ने कहा, “आपको अपने यूनिवर्सिटी, संस्थान या अधिकार क्षेत्र में आने वाले सभी क्षेत्रों में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लिए एक्शन प्लान बनाने की जरूरत है। न केवल एक्शन प्लान बल्कि उस एक्शन प्लान को एक टाइमलाइन से जोड़कर, कैसे क्रियान्वित किया जा सकता है, इस पर काम करने की जरूरत है। हम विश्वविद्यालय, संस्थानों की ऑटोनॉमी (स्वायत्तता), उनके प्रशासन, उनके सशक्तीकरण और विकेंद्रीकरण के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

इस नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को मूर्त रूप दिए जाने पर भरोसा जताते हुए उन्होंने कहा कि समग्र दृष्टिकोण रखते हुए क्रियान्वयन से ही वंचित उद्देश्यों की प्राप्ति सुनिश्चित होगी। सभी को आपसी समन्वय और तालमेल के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के भाव एवं प्रयोजन के अनुसार पहल करते हुए योजनबद्ध तरीके से कदम उठाने की आवश्यकता होगी, इसके लिए आप सभी का अनुभव, कौशल एवं समर्पण हमें निहित लक्ष्य को प्राप्त करने में सुकारक होगा।

इस ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस में शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनाने वाली समिति के प्रमुख डॉ कस्तूरीरंगन, आईआईआईटी परिषद के स्थायी समिति के अध्यक्ष डॉ के राधाकृष्णन, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की प्रारूप समिति के सदस्य प्रो.वसुधा कामत, प्रो. मंजुल भार्गव जी, यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. डी. पी. सिंह, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. अनिल डी. सहस्रबुद्दे, केंद्रीय विश्वविद्यालयों, भारतीय प्राैद्योगिकी संस्थानों, राष्ट्रीय प्राैद्योगिकी संस्थानों तथा योजना एवं वास्तुकला संस्थाओं के निदेशक तथा कुलपति गण इत्यादि भी मौजूद थे।

खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग की सख्त कार्रवाई से फ्लिपकार्ट, एमेजॉन, स्नैपडील जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से हटे 160 नकली खादी उत्पाद; ” फैबइंडिया” से मांगा 500 करोड़ का हर्जाना attacknews.in

नईदिल्ली 19 सितम्बर ।खादी एवं ग्रामोद्योगआयोग (केवीआईसी) की सख्त कार्रवाई से एमेजॉन, फ्लिपकार्ट,स्नैपडील जैसे अन्य ई-कॉमर्स पोर्टल्स ने ‘खादी’ ब्रांड नाम के तहत उत्पादों की बिक्री करने वाले अपने 160 से अधिक वेब लिंक को हटा दिया है।

केवीआईसी ने आज एक बयान में कहा कि केवीआईसी ने 1,000 से अधिक उन कंपनियों को कानूनी नोटिस भेजा था जो अपने उत्पादों को बेचने के लिए ‘खादी इंडिया’ ब्रांड नाम का उपयोग कर रही थीं।इस प्रकार वे खादी की प्रतिष्ठा को धूमिल कर रही थीं और खादी कारीगरों को काम का नुकसान पहुंचा रही थीं। केवीआईसी के उसी नोटिस के बाद ई-कॉमर्स प्‍लेटफॉर्मों ने यह पहल की है।

केवीआईसी ने यह भी कहा है कि उसके द्वारा भेजे गए कानूनी नोटिस के बाद खादी ग्लोबल ने भी अपनी वेबसाइट www.khadiglobalstore.com से उन्हें बाहर कर दिया है और ट्विटर, फेसबुक एवं इंस्टाग्राम पर अपने सोशल मीडिया पेजों को भी हटा दिया है

साथ ही उसने ऐसी सभी सामग्री और उत्पाद को हटाने के लिए 10 दिन का समय मांगा है जो ‘खादी’ ब्रांड नाम का उपयोग कर रहे थे।

केवीआईसी की इस कार्रवाई से देश भर में ऐसे कई स्टोर बंद हो गए हैं जो नकली खादी उत्पादों को बेच रहे थे।

ये ई-कॉमर्स पोर्टल खादी मास्क,हर्बल साबुन,शैंपू, सौंदर्य प्रसाधन, हर्बल मेहंदी, जैकेट, कुर्ता और ‘खादी’ ब्रांड नाम का इस्तेमाल करने वाले विभिन्न विक्रेताओं के ऐसे तमाम उत्पादों की बिक्री कर रहे थे

इससे ऑनलाइन खरीदारों के बीच गलत धारणा बनाई जा रही थी कि ये वस्तुएं असली ‘खादी’ उत्पाद थे।

केवीआईसी ने यह भी कहा है कि हटाए गए अधिकतर उत्पादों की बिक्री एक आयुष ई-ट्रेडर्स द्वारा की जा रही थी।

इस फर्म ने केवीआईसी को पुष्टि की है कि उसने विभिन्न उत्पादों के लिए 140 लिंक हटा दिए हैं जिन्हें ‘वागड़ के खादी उत्पाद’ के तौर पर बेचा जा रहा है।

केवीआईसी ने आगे कहा कि खादी उत्पादों को खरीदने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा की गई अपील के बाद हाल के वर्षों में खादी की लोकप्रियता में कई गुना वृद्धि हुई है और ऐसे में खादी ट्रेडमार्क के उल्लंघन के मामले भी बढ़े हैं।

इस अवसर का फायदा उठाने के लिए कई ऑनलाइन विक्रेताओं ने खादी के नाम पर विभिन्न उत्पादों की बिक्री शुरू कर दी।

इसके अलावा विभिन्न शहरों में ऐसे सैकड़ों स्टोर खुल गए जो नकली खादी उत्पादों की बिक्री कर रहे थे।

हाल के महीनों में, खासकर कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान इस तरह के फर्जी ऑनलाइन विक्रेताओं में काफी तेजी आई थी।

हालांकि, ऑनलाइन ग्राहकों को असली खादी उत्पादों की खरीदारी करने में समर्थ बनाने के लिए केवीआईसी ने www.kviconline.gov.in/khadimask पर 300 उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री के लिए अपना ई-पोर्टल लॉन्च किया है।

केवीआईसी के चेयरमैन श्री विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि केवीआईसी ने फर्जी खादी उत्पादों की बिक्री करने वालों से कहा है कि वे खादी के नाम पर उत्पादों को बेचना बंद करें अथवा भारी क्षतिपूर्ति के लिए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी।

सक्‍सेना ने कहा, ‘खादी कारीगरों के हितों की रक्षा के लिए आवश्यक तौर पर विभिन्न फर्मों को कानूनी नोटिस जारी किए गए हैं।

इस ट्रेडमार्क के उल्लंघन का सीधा असर हमारे कारीगरों की आजीविका पर पड़ता है जो असली दस्तकारी के साथ खादी उत्पाद बना रहे हैं।’

केवीआईसी ने ‘खादी इंडिया’ ट्रेडमार्क अधिकारों की प्रभावी तौर पर निगरानी करने के लिए एक दमदार ऑनलाइन प्रवर्तन योजना तैयार की है।

इसके लिए उसने एक समर्पित कानूनी टीम तैनात की है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि खादी के नाम पर बेचे जाने वाले अनधिकृत उत्पादों की मानव और तकनीकी उपकरणों की मदद से लगातार निगरानी की जा रही है।

केवीआईसी खादी उत्पादों के विनिर्माण में लगे सभी पंजीकृत खादी संस्थानों को भी शिक्षित कर रहा है कि केवल केवीआईसी के साथ उनके पंजीकरण से उन्हें यह अधिकार नहीं मिल जाता कि वे ‘खादी’ ट्रेडमार्क या ‘खादी इंडिया’ लोगों का उपयोग करने के लिए किसी अन्य को अधिकृत कर सकें।बल्कि इसके लिए कंपनी को केवीआईसी से बकायदा लाइसेंस हासिल करने की आवश्यकता होगी।

पिछले महीने केवीआईसी ने खादी के नाम से अनधिकृत तौर पर सौंदर्य प्रसाधनों एवं अन्य उत्पादों की बिक्री करने के लिए दो फर्मों- खादी इसेंशियल और खादी ग्लोबल- को।कानूनी नोटिस जारी किया था।

बयान में कहा गया है कि केवीआईसी ने फैबइंडिया से 500 करोड़ रुपये का हर्जाना भी मांगा है जिसके लिए मामला फिलहाल मुंबई उच्च न्यायालय में लंबित है।

फ्रांस,कनाडा और न्यूयॉर्क की क॔पनियों को भारत में संचालित कंपनियों के अधिग्रहण की मंजूरी CCI द्वारा दी गई attacknews.in

नईदिल्ली 19 सितम्बर ।भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने प्रतियोगिता अधिनियम, 2002 की धारा 31(1) के तहत आज एल्सटॉम एस.ए. (एल्सटॉम) द्वारा बॉम्बार्डियर ट्रांसपोर्टेशन (बॉम्बार्डियर ट्रांसपोर्ट) पर एकमात्र नियंत्रण के अधिग्रहण तथा काईसी डी डिपोट एट प्लेसमेंट डू क्यूबैक (सीडीपीक्यू) और बॉम्बार्डियर इंक (बॉम्बार्डियर) द्वारा एल्सटॉम एस.ए. के क्रमशः 18 प्रतिशत और 3 प्रतिशत (लगभग) शेयर पूंजी के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है।

अलस्टॉम, रेल परिवहन उद्योग में वैश्विक स्तर पर सक्रिय एक फ्रांसीसी निगम है, जो परिवहन समाधानों की एक विस्तृत श्रृंखला पेश करता है। भारत में, इसके कारोबार में शामिल हैं – सिग्नलिंग समाधान, रेल विद्युतीकरण, रोलिंग स्टॉक (लोकोमोटिव और मेट्रो), ट्रैक कार्य, रखरखाव सेवा आदि का विनिर्माण और इनकी आपूर्ति। यह अपनी सहायक कंपनियों के माध्यम से संबद्ध निर्माण और इंजीनियरिंग सेवाएं भी प्रदान करता है, जिनमें अलस्टॉम मैन्युफैक्चरिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, एल्सटॉम सिस्टम्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, एल्सटॉम ट्रांसपोर्ट इंडिया लिमिटेड और मधेपुरा इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव प्राइवेट लिमिटेड शामिल है।

बॉम्बार्डियर कनाडा का एक निगम है जो विश्व स्तर पर व्यावसायिक विमानों और रेल परिवहन उद्योगों के कारोबार में सक्रिय है।

बॉम्बार्डियर ट्रांसपोर्टेशन, बॉम्बार्डियर का वैश्विक रेल समाधान प्रभाग है। यह रेल समाधानों की एक विस्तृत श्रृंखला पेश करता है। भारत में, बॉम्बार्डियर ट्रांसपोर्टेशन अपने सहायक बॉम्बार्डियर ट्रांसपोर्टेशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से रेल वाहनों, प्रणोदन (प्रपल्शन), नियंत्रण उपकरणों और सिग्नलिंग समाधानों की बिक्री के कारोबार में है।

सीडीपीक्यू एक वैश्विक दीर्घकालिक संस्थागत निवेशक है। यह मुख्य रूप से सार्वजनिक और पारा-पब्लिक पेंशन और बीमा योजनाओं के लिए धन का प्रबंधन करता है। यह प्रमुख वित्तीय बाजारों, निजी इक्विटी, निश्चित आय, बुनियादी ढांचे और रियल एस्टेट में निवेश करता है।

सीसीआई का विस्तृत आदेश जल्द ही जारी किया जायेगा।

इंटरनेशनल फ्लेवर्स और फ्रैगनेनसिस आईएनसी. को न्यूट्रिशन एंड बायोसाइंसेस आईएनसी. के अधिग्रहण की मंजूरी

इसी तरह भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने इंटरनेशनल फ्लेवर्स और फ्रैगनेनसिस आईएनसी. (आईएफएफ) को न्यूट्रिशन एंड बायोसाइंसेस आईएनसी. (स्पिनको) के अधिग्रहण की मंजूरी दे दी है।

यह प्रस्तावित संयोजन ड्यूपॉन्ट डे निमॉर्स, इंक (ड्यूपॉन्ट) के न्यूट्रीशन एंड बायोसाइंसेज बिजनेस (एन एंड बी बिजनेस) पर आईएफएफ द्वारा पूर्ण नियंत्रण के अधिग्रहण से संबंधित है। ड्यूपॉन्ट की एक नवगठित कंपनी स्पिनको पर पूर्ण अधिग्रहण के माध्यम से ड्यूपॉन्ट एनएंडबी को व्यापार का हस्तांतरण करेगी।

आईएफएफ, संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यूयॉर्क में स्थित एक सार्वजनिक उद्योग है। आईएफएफ उपभोक्ता वस्तुओं के उद्योगों (जैसे कि खाद्य और पेय, व्यक्तिगत देखभाल या घरेलू उत्पाद उद्योगों) में उपयोग किए जाने वाले विशिष्ट स्वाद और सुगंध के विकास, निर्माण और विक्रय से जुड़े व्यापार के लिए पूरी दुनिया में सक्रिय है। आईएफएफ की मुख्य व्यावसायिक इकाइयाँ ‘सुगंध’ और ‘स्वाद’ हैं।

स्पिनको हाल ही में निगमित हुई एक कंपनी है, जिसके लिए ड्यूपॉन्ट अपने एनएंडबी बिजनेस का हस्तांतरण करेगी। एन एंड बी बिजनेस खाद्य विज्ञान, स्वाद, और अनुप्रयोगों, विभिन्न उद्योगों में उपयोग किए जाने वाले जैव प्रौद्योगिकी उत्पादों जैसे खाद्य और पेय, पोषक आहार, घर और व्यक्तिगत देखभाल, पशु पोषण और फार्मास्युटिकल उत्पादों को उत्पादन और विपणन में दुनिया भर में सक्रिय है। एन एंड बी बिजनेस अपने व्यापार को ‘खाद्य और पेय’, ‘स्वास्थ्य और बायोसाइंसेस’ एवं ‘फार्मा सोल्यूशन’ इकाइयों के माध्यम से संचालित करती है।

भारत में मंगलवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 11 दिन में 40 लाख से 50 लाख के पार हुई और मृतकों की संख्या 82 हजार के पार हुई attacknews.in

नयी दिल्ली, 15 सितंबर । भारत में मंगलवार की रात कोविड-19 संक्रमण के कुल मामले 50 लाख के पार पहुंच गए। 40 लाख की संख्या पार करने के महज 11 दिन बाद भारत में संक्रमितों की कुल संख्या 50 लाख के पार पहुंच गई है।

राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक 39,31,356 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।

मंगलवार सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटों में 83,809 नए मरीजों के मिलने के साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या 49,30,236 हो गई थी जबकि एक दिन में 1054 और मरीजों की मौत के साथ मृतकों की संख्या बढ़कर 80,776 हो गई थी।

हालांकि रात तक तालिका के मुताबिक भारत में कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या 50,14,878 हो चुकी थी जबकि मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 82,038 पहुंच गया था। इस महामारी से ठीक होने वालों का आंकड़ा भी बढ़कर 39,31,356 हो गया है। यह तालिका राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के आधार पर तैयार की गई है।

विभिन्न राज्यों से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान 87,964 नये मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या 50,14,878 पहुंच गयी है।
इस दौरान 75,110 और मरीजों के स्वस्थ होने से रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 39,31,356 हो गयी है।

सोमवार देर रात तक 1230 और मरीजों की मौत होने से मृतकाें की संख्या 82 हजार से अधिक 82,038 हो गयी है।

इस दौरान सक्रिय मामलों की संख्या भी बढ कर 9,94,749 हो गयी है।

देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में हो रही लगातार बढोतरी से चिंतित केंद्र सरकार ने राज्यों से इसपर नियंत्रण के लिए टेस्ट की संख्या बढाने जैसे कदम उठाने के लिए कहा है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि पांच राज्यों महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु, जिनमें जुलाई की तुलना में साप्ताहिक आधार पर संक्रमण के औसत दैनिक मामले बढ़ रहे हैं, में टेस्ट की संख्या बढायी जानी चाहिए।

मंत्रालय ने कहा है कि जिन राज्यों में अधिक संख्या में कोरोना टेस्ट करने के बावजूद कोरोना पोजिटिविटी दर अधिक है, उन्हें कोरोना टेस्ट की संख्या में और अधिक बढोतरी करनी चाहिए।

इसबीच भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने बताया कि भारत बायोटेक और जाइडस कैडिला कोरोना वैक्सीन के दूसरे चरण का मानव परीक्षण कर रही है जबकि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया तीसरे चरण का परीक्षण जल्द ही शुरू करने वाला है।

उन्होंने बताया कि देश में इस वक्त तीन कोरोना वैक्सीन चिकित्सकीय परीक्षण के विभिन्न चरणों में हैं। उन्होंने कहा कि कैडिला की कोरोना वैक्सीन का पहले चरण का मानव परीक्षण पूरा हो गया है और दूसरे चरण के परीक्षण के लिए वालंटियर चुने जा चुके हैं। इस वैक्सीन के तीन डोज लगते हैं, 28-28 दिनों के अंतराल पर और अभी तीनों डोज बाकी हैं।

महाराष्ट्र 2,91,797 सक्रिय मामलों के साथ शीर्ष पर है। उसके बाद कर्नाटक में 98,536 मामले और आंध्र प्रदेश में 92,353 सक्रिय मामले हैं।

देश में सक्रिय मामले 19.81 प्रतिशत और रोग मुक्त होने वालों की दर 78.51 प्रतिशत है जबकि मृतकों की दर महज 1.63 फीसदी है।

पूरे विश्व में कोरोना महामारी की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है और इससे अब तक 2.93 करोड लोग प्रभावित हुए हैं तथा 9.29 लाख जानें जा चुकी हैं। अमेरिका में इस वायरस से सबसे अधिक 65.57 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और अब तक 1.94 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद भारत का स्थान है।

तीसरे नंबर पर ब्राजील है जहां अब तक 43.45 लाख लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं तथा 1.32 लाख से अधिक के लोगों की मौत हुयी है। मौत के मामले में ब्राजील अब भी दूसरे स्थान पर है।

महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में सक्रिय मामलों की संख्या 541 बढ़कर 2,91,797 हो गयी तथा 515 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 30,409 हो गयी। इस दौरान 19,427 मरीजों के संक्रमणमुक्त होने से स्वस्थ हुए लोगों की संख्या 7,75,273 हो गयी। देश में सर्वाधिक सक्रिय मामले इसी राज्य में हैं।

दुनिया भर से कोविड-19 के आंकड़ों का संग्रह करने वाले अमेरिका के जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय के मुताबिक इस महामारी से ठीक होने वाले लोगों के संदर्भ में भारत सबसे आगे है, उसके बाद ब्राजील और फिर अमेरिका का स्थान आता है।

विश्वविद्यालय के आंकड़ों के मुताबिक संक्रमण से प्रभावित लोगों के मामले में अमेरिका के बाद भारत दूसरे स्थान पर है जबकि मृतकों के आंकड़ों के लिहाज से अमेरिका और ब्राजील के बाद वह तीसरे स्थान पर है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि संक्रमण से मुक्त होने वाले लोगों की संख्या 39,31,356 हो गई है, इसी के साथ राष्ट्रीय स्तर पर स्वस्थ दर 78.28 हो गई है। मंत्रालय के अनुसार, कोविड-19 से मृत्यु दर 1.64 प्रतिशत है।

स्वस्थ होने वालों की अधिक संख्या के कारण ठीक हो चुके मरीजों और उपचाराधीन मरीजों के बीच अंतर भी लगातार बढ़ रहा है। यह अंतर अब 22 लाख के पार चला गया है।

आंकड़ों के अनुसार देश में अभी 9,90,061 मरीजों का इलाज चल रहा है। यह कुल मामलों का 20.08 फीसदी है।

कर्नाटक में कोरोना के 7576 नये मामले, 7406 स्वस्थ

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से गंभीर रूप से जूझ रहे कर्नाटक में पिछले 24 घंटों के दौरान 7,576 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या मंगलवार रात बढ़कर पौने पांच लाख के पार पहुंच गयी।

राहत की बात यह है कि इस दौरान 7,406 और मरीज स्वस्थ हुए जिससे संक्रमण मुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 3.69 लाख से अधिक हो गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 4,75,265 हो गयी है। इस दौरान संक्रमण से मुक्ति पाने वालों की संख्या बढ़कर 3,69,229 हो गयी है। इसी अवधि में 97 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 7,481 हो गयी है।

स्वस्थ होने वाले मरीजाें की दर बढ़ कर आज 77.68 प्रतिशत पहुंच गयी जो सोमवार को 77.36 फीसदी थी।

राज्य में सक्रिय मामलों में 73 और वृद्धि के साथ यह बढ़कर आज 98,536 हो गये जो सोमवार को 98,463 थे। देश में कोरोना संक्रमण के सबसे अधिक सक्रिय मामलों वाले महाराष्ट्र के बाद कर्नाटक देश का दूसरा राज्य है।

गौरतलब है कि कर्नाटक संक्रमण के मामले में पूरे देश में चौथे स्थान पर है, लेकिन सबसे अधिक सक्रिय मामलों में कर्नाटक देश का दूसरा राज्य है। महाराष्ट्र के बाद सबसे अधिक सक्रिय मामले कर्नाटक में ही हैं। महाराष्ट्र में सक्रिय मामलों की संख्या 2.91 लाख से अधिक है।

महाराष्ट्र में कोरोना के सक्रिय मामले 2.91 लाख के पार

देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 20,482 मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या मंगलवार रात बढ़कर 10.97 लाख के पार पहुंच गयी। चिंता की बात यह है कि राज्य में सक्रिय मामलों का आंकड़ा 2.91 लाख से अधिक हो गया।

राज्य में इस दौरान नये मामलों की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या में फिर से गिरावट दर्ज की गयी तथा इस दौरान 19,423 और मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण से मुक्ति पाने वालों की संख्या पौने आठ लाख से अधिक हो गयी है।

जम्मू-कश्मीर में कोरोना मामले 56 हजार के पार

जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को कोरोना संक्रमण के 1329 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या शनिवार को 56,654 हो गयी तथा 19 और लोगों की मौत के साथ ही मृतकों का आंकड़ा 914 पहुंच गया।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक नये मामलों में 741 जम्मू तथा 588 कश्मीर से सामने आये हैं। इस दौरान 681 और मरीजों के स्वस्थ होने से रोगमुक्त लोगों की संख्या बढकर 37,062 हो गयी है।

संसद से भारत ने चीन को दिया कड़ा संदेश: चीन के साथ विवाद शांति से हल करने के लिए प्रतिबद्ध, पर हर स्थिति के लिए तैयार attacknews.in

नयी दिल्ली, 15 सितंबर ।भारत ने चीन को आज संसद से सख्त संदेश देते हुए कहा कि पूर्वी लद्दाख के सीमावर्ती क्षेत्रों की यथास्थिति में एकतरफा बदलाव की उसकी कोशिश किसी भी सूरत में मंजूर नहीं है। भारत इस मामले का समाधान संवाद से करना चाहता है लेकिन अपनी संप्रभुता एवं प्रादेशिक अखंडता की रक्षा करने की खातिर हर परिस्थिति के लिए तैयार भी है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीनी सेना के साथ गतिरोध पर लोकसभा में दिये वक्तव्य में चीन और वैश्विक समुदाय को दो टूक शब्दों में कहा कि चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर एकतरफा बदलाव के इरादे से अप्रैल से सैन्य जमावड़ा बढ़ाना शुरू किया और फिर भारतीय सेना की नियमित गश्त को बाधित किया। इसके समाधान के लिए जब सैन्य कमांडर के स्तर की बातचीत में सहमति बनी तो उसका उल्लंघन करके चीनी सेना ने भारतीय सैनिकों पर हिंसक हमले किये। हमारे बहादुर सिपाहियों ने अपनी जान का बलिदान दिया। वे चीनी पक्ष को भारी क्षति पहुंचाने के साथ ही अपनी सीमा की सुरक्षा में कामयाब रहे।

रक्षा मंत्री ने कहा कि मास्को में चीनी रक्षा मंत्री से उन्होंने अपनी बातचीत में कहा, “इस मामले में भारत इस मुद्दे को शांतिपूर्ण ढंग से हल करना चाहता है और हम चाहते हैं कि चीनी पक्ष हमारे साथ मिलकर काम करें। वहीं हमने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि हम भारत की संप्रभुता और प्रादेशिक अखंडता की रक्षा के लिए पूरी तरह से कटिबद्ध हैं।”

उन्होंने कहा, “ हम मौजूदा स्थिति के शांतिपूर्ण समाधान के प्रति प्रतिबद्ध हैं। इसके साथ-साथ हम सभी परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार हैं।… मैं यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हमारे सशस्त्र बलों के जवानों का जोश एवं हौसला बुलंद है।”

श्री सिंह ने कहा, “ चीनी पक्ष ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर और अंदरूनी क्षेत्रों में बड़ी संख्या में सैनिक टुकड़ियां और गोलाबारूद एकत्र किया हुआ है। पूर्वी लद्दाख और गोगरा, कोंग्का ला और पेंगांग झील का उत्तरी और दक्षिणी तटों पर कई टकराव के बिन्दु हैं। चीन की कार्रवाई के जवाब में हमारी सशस्त्र सेनाओं ने भी इन क्षेत्रों में उपयुक्त जवाबी तैनाती किये हैं ताकि भारत के सुरक्षा हित पूरी तरह सुरक्षित रहें।”

उज्जैन को पहली स्मार्ट साइकिल सिटी बनाने के लिए सोसायटी ऑफ ग्लोबल साइकिल ने शुरू किया हस्ताक्षर अभियान attacknews.in

उज्जैन 13 सितम्बर । स्मार्ट सिटी उज्जैन को देश की पहली साइकिल सिटी बनाने का मिशन रविवार को हस्ताक्षर अभियान के साथ शुरू हुआ। इसी के साथ ‘ मिशन साइकिल सिटी उज्जैन ‘ अभियान की शुरुआत हो गई।

संस्था के अध्यक्ष उत्कर्ष सिंह सेंगर ने बताया सोसाइटी ऑफ़ ग्लोबल साइकिल ने उज्जैन शहर को साइकिल सिटी बनाने का मिशन शुरू किया है।

संस्था के तत्वाधान रविवार शाम कोठी रोड पर आयोजित हस्ताक्षर अभियान के साथ एक नई पहल की शुरुआत हुई ।

अभियान में उज्जैन के सभी साइकिल प्रेमियों की इच्छाओं के अनुसार उज्जैन को देश की पहली साइकिल सिटी बनाने का संकल्प लिया। उत्कर्ष सिंह सेंगर ने बताया इस अवसर पर स्मार्ट सिटी के सीईओ जितेंद्र सिंह चौहान, पूर्व निगम सभापति सोनू गहलोत, मध्य प्रदेश साइकिल पोलो एसोसिएशन अध्यक्ष उल्लास वैद्य, जिला साइकिल पोलो एसोसिएशन के सचिव अजय भावे एवं संस्था के विवेक मेश्राम,अभय पल , अमित पांड्या , ऋषव मंगल, जयंत राठौर ,विजय बघेल, मयंक तिवारी मौजूद रहे।

संस्था के विवेक मेश्राम ने बताया पूर्व में संस्था ने 100 सप्ताहों तक साइकिल यात्रा का सफलता पूर्वक जनजागरण अभियान 2017 से 2019 तक क्रियान्वित किया. यह हमारे आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत बनेगा,साइकिल के लिए हस्ताक्षर अभियान एवं जनजागरण अभियान सतत जारी रहेगा जिसका एक मात्र उदेश्य उज्जैन को देश के पटल पर एक साइकिल सिटी के रूप में उभरारना होगा।

एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटेन में दोबारा शुरु किया कोरोना वैक्सीन का मानव परीक्षण,भारत में जानवरों पर “कोवैक्सीन” का परीक्षण सफल,रूस ने अपने देश के विभिन्न क्षेत्रों में भेजी ‘स्पूतनिक-5’ की पहली खेप attacknews.in

नयी दिल्ली, 13 सितंबर । ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर कोरोना वैक्सीन के निर्माण में जुटी दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने वैक्सीन का दूसरे तथा तीसरे चरण का मानव परीक्षण एक सप्ताह के अंतराल के बाद ब्रिटेन में दोबारा शुरु कर दिया है।

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने रविवार को बताया कि परीक्षण के दौरान करीब 18,000 व्यक्तियों को कोरोना वैक्सीन दी गयी। इस तरह के वृहद स्तर के परीक्षण में कुछ वालंटियर के अस्वस्थ होने की संभावना रहती है और प्रत्येक वालंटियर के स्वास्थ्य का सावधानी पूर्वक मूल्यांकन आवश्यक होता है ताकि वैक्सीन के सुरक्षा संबंधी पहलू का आकलन हो सके।

अगर लोगों को भरोसा नहीं तो मैं खुद कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लेने काे तैयार: हर्षवर्धन

इधर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ़ हर्षवर्धन ने आज कहा कि अगले साल मार्च तक कोरोना वैक्सीन तैयार हो सकती है और अगर लोगों को इसके सुरक्षा पहलू को लेकर आशंका है, तो वह खुशी-खुशी खुद वैक्सीन का पहला डोज लेने को तैयार हैं।

डॉ़ हर्षवर्धन ने ‘संडे संवाद’ के नाम से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक नया कार्यक्रम शुरु किया है, जहां वह लोगों के सवालों का जवाब देते हैं।

इस कार्यक्रम की शुरुआत गत रविवार को होनी थी लेकिन उनकी माताजी के निधन के कारण यह संवाद आज से शुरु हुआ। उन्होंने इस कार्यक्रम के दौरान कोरोना वायरस कोविड-19 के प्रबंधन और कोरोना वैक्सीन से संबंधित कईं सवालों के जवाब दिये।

भारत में जानवरों पर कोरोना वैक्सीन “कोवैक्सीन” का परीक्षण सफल

उधर भारत बायोटेक ने अपनी कोरोना वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ का बंदरों पर किये गये परीक्षण को सफल बताते हुए कहा है कि इससे बंदरों के शरीर में वायरस के खिलाफ एंडीबॉडीज बनी हैं।

भारत बायोटेक ने बताया है कि उसे मकाउ प्रजाति के 20 बंदरों पर कोवैक्सीन का परीक्षण किया था। बंदरों को चार अलग-अलग समूह में विभाजित करके एक समूह को प्लेसिबो और तीन समूह को अगल-अलग तरह की तीन वैक्सीन दी गयीं।

वैक्सीन का पहला डोज देने के 14वें दिन दूसरा डोज दिया गया। दूसरा डोज देने के 14 दिन बाद सभी बंदर कोरोना वायरस कोविड-19 से एक्सपोज हुए। जिन बंदरों को वैक्सीन दी गयी उनमें निमोनिया के लक्षण नहीं पाये गये जबकि प्लेसिबो दिये जाने वाले समूह के बंदरों में निमोनिया के लक्षण पाये गये।

रूस ने देश के विभिन्न क्षेत्रों में भेजी कोरोना वैक्सीन की पहली खेप

रूस ने कोरोना वायरस (कोविड-19) के खिलाफ तैयार की गयी वैक्सीन की पहली खेप को देश के विभिन्न क्षेत्रों में वितरण के लिए भेज दिया है।

रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को एक वक्तव्य जारी कर यह जानकारी दी। वक्तव्य के मुताबिक रूस के राष्ट्रीय महामारी अनुसंधान केन्द्र गैमेलिया की ओर से स्पूतनिक-5 नाम से विकसित वैक्सीन को रूस के विभिन्न क्षेत्रों में भेज दिया गया है। इससे देश में वैक्सीन की आपूर्ति सुनिश्चित होगी। पहले उन लोगों को वैक्सीन लगाई जायेगी जिन्हें कोरोना से सर्वाधिक खतरा है।

दरअसल, रूस 11 अगस्त को कोविड-19 की वैक्सीन को मंजूरी देने वाला दुनिया का पहला देश बन गया था। यह वैक्सीन अगले साल एक जनवरी से आम लोगों के लिए उपलब्ध होगी। रूस के गैमेलिया रिसर्च इंस्टीट्यूट और रक्षा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से विकसित ‘स्पूतनिक-5’ के नाम से जानी जाने वाली कोरोना वैक्सीन सबसे पहले कोरोना संक्रमितों के इलाज में जुटे स्वास्थ्य कर्मियों को दी जायेगी। इस वैक्सीन का उत्पादन संयुक्त रूप से रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) द्वारा किया जा रहा है।

भारत में शुक्रवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 46 लाख के पार होकर 47 लाख के करीब पहुंची, मृतकों की संख्या 77 हजार के पार,कोरोना के सक्रिय मामले साढ़े नौ लाख के पार attacknews.in

नयी दिल्ली 11 सितंबर । देश में शुक्रवार देर रात तक कोरोना वायरस (कोविड-19) के सक्रिय मामले 11 हजार से अधिक और बढ़कर 9.55 लाख के पार पहुंच गये हैं तथा कुल सक्रिय मामलों में 75 फीसदी से अधिक मामले नौ सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में से आए हैं।

देश में कोरोना के कुल सक्रिय मामले 9,55,029 हैं और कुल सक्रिय मामलों में 75 फीसदी से अधिक मामले नौ सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में से आए हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश का फिलहाल कुल सक्रिय मामलों में 50 फीसदी का योगदान है। महाराष्ट्र इस सूची में 2,71,000 से अधिक मामलों के साथ शीर्ष पर है जबकि उसके बाद कर्नाटक में 98 हजार से अधिक और आंध्र प्रदेश में 96,000 से अधिक सक्रिय मामले हैं।

विभिन्न राज्यों से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक आज देर रात तक संक्रमण के 91,344 से अधिक नये मामले सामने आने से संक्रमितों का आंकड़ा 46 लाख के पार 46,51,069 हो गया। इस दौरान स्वस्थ लोगों की संख्या में भी इजाफा हुआ। देश में 73,057 कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण मुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 36,13,040 हो गयी है। इसी अवधि में 949 कोरोना मरीजों की मौत से मृतकाें की संख्या 77,253 हो गयी है।

संक्रमण के मामले में भारत कोरोना वायरस से सर्वाधिक गंभीर रूप से प्रभावित अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर आ गया है। वैश्विक महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वालों की संख्या 64.01 लाख के पार पहुंच गयी है और अब तक 1.91 लाख से अधिक लोगों की इससे जान जा चुकी है।

कोरोना वायरस से प्रभावित देशों में अब तीसरे नंबर पर स्थित ब्राजील में अब तक 42.38 लाख लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं जबकि 1.29 लाख से अधिक के लोगों की मौत हो गयी है। मौत के मामले में ब्राजील अब भी दूसरे स्थान पर है।

महाराष्ट्र और कर्नाटक समेत विभिन्न राज्यों से मिली जानकारी के अनुसार चिंता की बात यह है कि स्वस्थ होने वाले मरीजों की तुलना में नये संक्रमितों में वृद्धि होने के कारण सक्रिय मामलों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गयी है।

देश में सक्रिय मामले 20.55 प्रतिशत और रोग मुक्त होने वालों की दर 77.76 प्रतिशत है जबकि मृतकों की दर 1.66 फीसदी है।

महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के रिकॉर्ड 24,886 नये मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या आज रात बढ़कर 10 लाख के पार 10,15,681 पहुंच गयी। इसके साथ चिंता की बात यह है कि सक्रिय मामलों का आंकड़ा 2.72 लाख के करीब पहुंच गया है। राज्य में इस दौरान नये मामलों की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या में गिरावट दर्ज की गयी तथा इस दौरान 14,308 और मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण से मुक्ति पाने वालों की संख्या 7,15,023 हो गयी है। राज्य में 339 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 28,724 हो गयी है।

राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर आज घटकर 70.39 प्रतिशत रह गई जो गुरुवार को 70.72 फीसदी थी जबकि मरीजों की मृत्यु दर 2.82 फीसदी रह गयी।

चिंता की बात यह है कि राज्य में कोरोना वायरस के सक्रिय मामलों की संख्या आज 10,134 बढ़कर 2,71,566 हो गयी जो गुरुवार को 2,61,432 रही थी।

तमिलनाडु में कोरोना रिकवरी दर 88 फीसदी के पार

तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप थम नहीं रहा है और पिछले 24 घंटों के दौरान 5,514 नये मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 4.91 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 88 फीसदी से अधिक हो गयी है।

इस दौरान नये मामलों की तुलना में स्वस्थ मामलों में भी वृद्धि दर्ज की गयी। इसी अवधि में 6,006 और मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण मुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 4.35 लाख से अधिक हो गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4,91,571 हो गयी है। राज्य में इसी अवधि में 77 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 8,231 हो गयी है।

राज्य में कोरोना संक्रमण से स्वस्थ हुए लोगों की संख्या बढ़ कर 4,35,422 हो गयी है। इसके साथ ही मरीजों के स्वस्थ हाेने की दर बढ़कर 88.57 प्रतिशत हो गयी जो गुरुवार को 88.34 फीसदी थी।

राहत की एक और बात यह है कि राज्य में आज कोरोना वायरस के सक्रिय मामलों की संख्या में भी कमी हुई है। यह गुरुवार के 48,482 से 564 घटकर आज 47,918 रह गयी।

गौरतलब है कि संक्रमण के मामले में तमिलनाडु, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के बाद तीसरे स्थान पर है जबकि कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण हुई मौत के मामलों में तमिलनाडु महाराष्ट्र के बाद दूसरे स्थान पर है।

महाराष्ट्र में कोरोना के सक्रिय मामले 2.72 लाख के करीब

देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के रिकॉर्ड 24,886 नये मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या शुक्रवार की रात बढ़कर 10 लाख के पार 10.15 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन इसके साथ चिंता की बात यह है कि सक्रिय मामलों का आंकड़ा 2.72 लाख के करीब पहुंच गया।

राज्य में इस दौरान नये मामलों की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या में गिरावट दर्ज की गयी तथा इस दौरान 14,308 और मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण से मुक्ति पाने वालों की संख्या 7.15 लाख से अधिक हो गयी है।

भारत और अमेरिका ने संयुक्त बयान देकर पाकिस्तान को आतंकवादी गतिविधियों पर तत्काल लगाम।लगाने और आतंकवादियो पर तुरंत कार्रवाई करने को कहा attacknews.in

नई दिल्ली, 11 सितंबर ।भारत और अमेरिका ने पाकिस्तान से आतंकवादी गतिविधियों को लेकर तत्काल, निरंतर और अपरिवर्तनीय कार्रवाई करने का आह्वान किया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकवादी हमलों के लिए पाकिस्तानी क्षेत्र का उपयोग नहीं किया जाए।

आतंकवाद के मुद्दे पर अमेरिका-भारत संयुक्त कार्यदल की 17 वीं बैठक और आधिकारिक स्तरीय संवाद के तीसरे सत्र में 9-10 सितंबर को वर्चुअल बैठक में दोनों पक्षों ने सभी रूपों में आतंकवाद की कड़ी निंदा की। इस बैठक के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भारत की ओर विदेश मंत्रालय में आतंकवाद निरोधक संयुक्त कार्यबल प्रकोष्ठ के संयुक्त सचिव महावीर सिंघवी जबकि अमेरिका की ओर विदेश विभाग के संयोजक नाथन ए सेल्स ने किया। दोनो पक्षों ने सभी रूपों में सीमा पार आतंकवाद की कड़ी निंदा की।

2008 के मुंबई और 2016 के पठानकोट हमलों के अपराधियों को न्याय दिलाने के लिए दोनों देशों ने अल-कायदा, इस्लामिक स्टेट, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन सहित सभी आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ ठोस कार्रवाई की आवश्यकता को रेखांकित किया।

दोनों देशों की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि बैठक में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा जाहिर किए गए खतरे की आशंकाओं पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया।

भारत और अमेरिका के अधिकारियों ने दुनिया की सबसे अधिक प्रभाव वाली आतंकवाद-विरोधी चुनौतियों का समाधान करने के अपने प्रयासों पर प्रकाश डाला। इसमें आतंकवादी संगठनों के वित्तपोषण और संचालन, इंटरनेट के कट्टरपंथीकरण और आतंकवादी उपयोग,आतंकवादियों के सीमा पार आंदोलन, और अभियोजन पक्ष का मुकाबला करना शामिल है।

दोनों पक्षों ने आपसी कानूनी , प्रत्यर्पण सहायता, और द्विपक्षीय कानून प्रवर्तन प्रशिक्षण तथा सहयोग पर भी चर्चा की।

अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के लोगों और सरकार के प्रति अपना समर्थन भी दोहराया।

हिन्दुस्तान की सबसे खूबसूरत जगह: कुख्यात डाकुओं की शरणस्थली रही चंबल घाटी की नैसर्गिक सुंदरता आस्ट्रेलिया और स्विटरजरलैंड की खूबसूरती को देती हैं मात attacknews.in

इटावा, 11 सितम्बर । दशकों तक कुख्यात डाकुओं की शरणस्थली के तौर पर कुख्यात रही चंबल घाटी की नैसर्गिक सुंदरता आस्ट्रेलिया और स्विटरजरलैंड के खूबसूरत पर्यटन स्थलो को भी मात देती है।

भारतीय वन सेवा के अधिकारी रहे इटावा के जिलाधिकारी जितेंद्र बहादुर सिंह ने चंबल घाटी की खूबसूरती के बारे में बताया कि पिछले दिनो वह भरेह स्थिति ऐतिहासिक किले का दीदार करने गये थे जिसके कुछ फोटोग्राफ उन्होने अपने मित्रो को भेजे। तस्वीरो को देखने के बाद मित्रों से प्रतिक्रिया मिली कि उन्हे ऐसा लगा कि वह आस्ट्रेलिया और स्विटरजरलैंड घूम रहे है। इस तरह के कमेंट एक दो नही कम से कम 20 लोगो की ओर से आये। साथी यह समझ नही पा रहे थे कि हिन्दुस्तान मे भी इतनी खूबसूरत जगह हो सकती है ।

उन्होने कहा कि चंबल की प्राकृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को आज ना केवल सुरक्षित रखने की जरूरत है बल्कि उसको लोकप्रिय भी बनाना है। निश्चित तौर पर जो प्राकृतिक संपदा मिली है उसे ईको पर्यटन के तौर पर विकसित करके जिले को नई दिशा दी जा सकती है।

चंबल घाटी का नाम आते ही शरीर मे सिहरन दौड़ जाती है क्योंकि ज्यादातर लोग मानते है कि खौफ और दहशत का दूसरा नाम चंबल घाटी है जबकि हकीकत मे ऐसा नही है। चंबल मे ऊबड़ खाबड़ मिट्टी के पहाड़ों के बीच कलकल बहती चंबल नदी की सुंदरता की कोई दूसरी बानगी शायद ही देश भर मे कहीं और देखने को मिले। नदी सैकडों दुर्लभ जलचरो का आशियाना है जिसमें

घडियाल , मगरमच्छ ,कछुए ,डाल्फिन के अलावा करीब ढाई से अधिक प्रजाति के पक्षी चंबल की खूबसूरती को चार चांद लगाते है।

उत्तराखंड और कश्मीर की सुंदर वादियों की तरह चंबल की नैसर्गिक सुंदरता किसी का मन मोह सकती है। कश्मीर और उत्तराखंड की सुदंरता देखने के लिये देश दुनिया भर से पर्यटक आते है लेकिन चंबल को अभी वह मुकाम हासिल नहीं हुआ है जिसका वाकई मे वो हकदार रहा है । पीले फूलों के लिए ख्याति प्राप्त रही यह वादी उत्तराखंड की पर्वतीय वादियों से कहीं कमतर नहीं है। अंतर सिर्फ इतना है कि वहां पत्थरों के पहाड़ हैं तो यहां मिट्टी के पहाड़ है। बीहड़ की ऐसी बलखाती वादियां समूची पृथ्वी पर अन्यत्र कहीं नहीं देखी जा सकतीं हैं। प्रकृति की इस अद्भुत घाटी को दुनिया भर के लोग सिर्फ और सिर्फ डकैतों की वजह से ही जानती है । यही कारण रहा कि चंबल की इन वादियों के प्रति बालीबुड भी मुंबई की रंगीनियों से हटकर इन वादियों की ओर आकर्षित हुए और डकैत, मुझे जीने दो, चंबल की कसम, डाकू पुतलीबाई जैसी फिल्मों ने दुनिया भर के दर्शकों का मनोरंजन किया।

इन डकैतों की गतिविधियों में प्रकृति द्वारा प्रदत्त की गई यह वादियां इस कदर कुख्यात हो गईं कि क्षेत्रीय लोग भी इसमें जाने का साहस नहीं जुटा सकते थे जबकि वास्तविकता यह है कि पूरी तरह से प्रदूषण रहित चंबल की नदी के पानी को गंगाजल से भी अधिक शुद्ध और स्वच्छ माना जाता है। चंबल की इन वादियों में अनगिनत ऐसी औषधियां भी समाहित है जो जीवनदान दे सकतीं हैं। यकीनन इन वादियों के इर्द-गिर्द रहने वाले युवकों को रोजगार तो मिलेगा ही बल्कि वादियों की दस्यु समस्या को भी सदा-सदा के लिए दूर किया जा सकेगा और चंबल की यह घाटी समृद्धि होकर विश्व पर्यटन के मानचित्र पर अपना नाम दर्ज कर सकेगी ।

चंबल घाटी से खासा लगाव रखने वाले मशहूर सिनेस्टार तिग्मांशु धूलिया की नजर में चंबल घाटी अमरीका के ग्रांड कैनीयन कम नही है लेकिन चंबल के बदलते मिजाज से परेशान घूलिया यह कहने से भी नही चूकते कि अगर समय रहते चंबल के लिये कुछ किया नही गया तो देश के बेहतरीन पर्यटन केंद्र को हम लोग खो देगे । मशहूर महिला डकैत फूलन देवी की जिंदगी पर बनी ख्यातिलब्ध फिल्म बैंडिट क्वीन की शूटिंग के दौरान चंबल से शुरू हुआ प्यार पानसिंह तोमर से होता हुआ बुलेट राजा ,रिवाल्वर रानी के बाद सोन चिरैया तक लगातार जारी है ।

उन्होने कहा “ सरकार को चंबल को पर्यटन मानचित्र में अहमियत दिलाने की दिशा में आगे बढना होगा। चंबल की घाटियाें को हम लोग रिवाइन्स बोलते है वो खत्म हो जायेगी अगर यही चीज किसी विदेश मे होती ना तो बहुत बडा टूरिस्ट स्पाॅट बन जाता अमेरिका मे जैसे ग्रांड कैनीयन है जहाॅ पर दुनिया भर के लोग जाते है ग्रांड कैनीयन को देखने के लिये । चंबल भी किसी ग्रांड कैनीयन से कम नही है और चंबल नदी हिन्दुस्तान की सबसे अच्छी सबसे साफ नदी है इतनी प्यारी इतनी खूबसूरत नदी चंबल । इसकी कोई दूसरी मिसाल नही है । ”

नेशनल ज्यॉग्रेफिक पर मेगा आइकॉन का दूसरा सीजन शुरू: रतन टाटा,दीपिका पादुकोण, कल्पना चावला सहित अन्य हस्तियां उजागर करेंगी अपनी सफलता का राज attacknews.in

नयी दिल्ली 11 सितंबर । क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर क्यों करोड़ों में से गिने-चुने लोग ही साधारण स्तर से ऊपर उठकर मेगा आइकॉन बन पाते हैं? मेगा आइकॉन्स के कामयाब पहले सीजन में इन हस्तियों के बारे में ऐसी सच्चाइयां उजागर की गई थीं। उस दौरान विराट कोहली, एपीजे अब्दुल कलाम जैसी कई मशहूर शख्सियतों की कहानियां शामिल हुई थीं। इस कामयाबी की बुनियाद पर नेशनल जियोग्राफिक शानदार कहानी कहने की अपनी समृद्ध विरासत के साथ मेगा आइकॉन्स का दूसरा सीजन लेकर वापस आ रहा है।

‘मेगा आइकॉन्स’ सीजन 2 का प्रीमियर 20 सितंबर को होने वाला है। यह बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण, उद्योगपति रतन टाटा, फिल्मी हस्ती ए.आर.रहमान और कल्पना चावला सरीखे भारत के सबसे बड़े आइकॉन्स के जिंदगी के सफर में गहराई से जाकर उनकी उपलब्धियों को समझने की कोशिश करेगा, जिन्होंने उनकी सफलता तय की।

जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से दुनिया भर में सराहे जाने वाले आइकॉन्स को शामिल करते हुए मेगा आइकॉन्स का सीजन 2 ज्यादा बड़ा और बेहतर होने का भरोसा दिलाता है।

आइकॉन्स और उनके करीबियों के एक्सक्लूसिव और अंतरंग साक्षात्कारों के जरिए यह सीरीज दर्शकों को इन आइकॉन्स के और करीब लेकर जाएगी।

सिनेमाई रंग-ढंग का इस्तेमाल करते हुए इसका अनूठा फॉर्मेट यह राज खोलेगा कि किस चीज ने उनकी सफलता की उनकी राह निर्धारित की- क्या वह उनकी कंडीशनिंग, अनुभव और कड़ी मेहनत थी, या फिर चीजों को अलहदा ढंग से देखने वाला उनका नजरिया था। मेगा आइकॉन्स सीजन 2 के लिए ग्लोबल आइकॉन्स का चयन करते वक्त सिनेमा, संगीत, विज्ञान और आंत्रप्रेन्योरशिप जैसे देश के कुछ सबसे बड़े जुनूनों को ध्यान में रखा गया है। चार-भागों की इस सीरीज का उद्देश्य समझदार दर्शकों की उत्सुकता को पूरा करना है, जो सोचते हैं कि आखिर वह क्या है, जिसने इन आइकॉन्स को आज की स्थिति में पहुंचाया है।

प्रामाणिक और दमदार ढंग से कहानी कहते हुए मेगा आइकॉन्स का दूसरा सीजन कुछ प्रभावशाली हस्तियों तक एक्सक्लूसिव पहुंच के लिए ब्रांड की कोशिशों की बानगी है।

इस सीरीज में नजर आएंगे भारत के ‘इस्पात पुरुष’ (मैन ऑफ स्‍टील)- रतन टाटा, दुनिया की जानी-मानी अभिनेत्री और फैशन आइकॉन- दीपिका पादुकोण, बॉलीवुड के आइकॉनिक गायक, संगीतकार और म्यूजिक कंपोजर- ए.आर. रहमान और आसमान से आगे निकल जाने वाली पहली भारतीय महिला- कल्पना चावला (जिनकी कहानी सुनाई है उनके माता-पिता ने)।

स्टार एंड डिज्‍नी इंडिया की इन्फोटेनमेंट और किड्स प्रमुख अनुराधा अग्रवाल ने मेगा आइकॉन्स सीजन 2 के लॉन्च पर कहा, ‘नए और मेगा आइकॉन्स के बेहतरीन प्रेरक समूह के साथ सीजन दो पहले सीजन की कामयाबी की बुनियाद पर तैयार किया गया है। इस शो का उद्देश्य उन समझदार दर्शकों की जिज्ञासा को पूरा करना है जो किसी की सफलता तय करने में जीवन के चुनावों की भूमिका को समझना चाहते हैं। युवाओं को प्रेरित और प्रोत्साहित करने के लिए यह सीरीज इन कामयाब हस्तियों के जीवन में गहराई से गोता लगाकर एक मुश्किल सवाल का जवाब तलाशने की कोशिश करती है – आज वे जो भी हैं, उन्हें वह किस चीज ने बनाया?’

सीरीज के बारे में बात करते हुए टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन और टाटा संस के चेयरमैन इमेरिटस, रतन टाटा ने कहा, “मैं नेशनल जियोग्राफिक के प्रकृति, विज्ञान, संस्कृति और इतिहास सहित हर चीज के प्रामाणिक तथ्यात्मक प्रस्तुतिकरण का प्रशंसक रहा हूं। मुझे खुशी है कि मैं आगामी सीरीज का हिस्सा हूं, जिसने हमारे संयुक्त संबंधों को जारी रखा है।”

सीरीज के बारे में ए.आर. रहमान ने कहा,’ रतन टाटा जी, दीपिका पादुकोण और स्वर्गीय कल्पना चावला की जिंदगी के साथ नेशनल जियोग्राफिक की मेगा आइकॉन्स सीरीज का हिस्सा होना खुशी की बात है। मुझे उम्मीद है कि आपको हमारी कहानियों से प्रेरणा मिलेगी।’

दीपिका पादुकोण, ने इस सीरीज के बारे में कहा, “मेरे लिए नेशनल जियोग्राफिक विश्‍वसनीयता और आइकॉनिक होने का प्रतीक है। मैं इस प्रशंसित सीरीज मेगा आइकॉन्‍स का हिस्‍सा बनकर बहुत अधिक सम्‍मानित महसूस कर रही हूं। इससे मुझे दुनिया भर के लोगों के साथ मेरे सफर की झलक के बारे में बताने का मौका मिलेगा।”

मेगा आइकॉन्स सीजन 2 का प्रीमियर 20 सितंबर, 2020 को नेशनल जियोग्राफिक पर होगा और यह डिज्नी और हॉटस्टार पर उपलब्ध होगा। सभी एपिसोड हर रविवार को शाम सात बजे प्रसारित होंगे।

नरेन्द्र मोदी ने नई शिक्षा नीति को 21वीं सदी के भारत को नई दिशा देने वाली ,नई उम्मीदों, नई आवश्यकताओं की पूर्ति का माध्यम बताते हुए स्कूली शिक्षा सम्मेलन को संबोधित किया attacknews.in

नयी दिल्ली, 11 सितंबर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति नए भारत की, नई उम्मीदों की, नई आवश्यकताओं की पूर्ति का माध्यम है और यह 21वीं सदी के भारत को नई दिशा देने वाली है।

श्री मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत ’21वीं सदी में स्कूली शिक्षा’ सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम सभी एक ऐसे क्षण का हिस्सा बन रहे हैं, जो हमारे देश के भविष्य निर्माण की नींव डाल रहा है, जिसमें नए युग के निर्माण के बीज पड़े हैं। नई शिक्षा नीति 21वीं सदी के भारत को नई दिशा देने वाली है।

उन्होंने कहा कि पिछले तीन दशकों में दुनिया का हर क्षेत्र बदल गया, हर व्यवस्था बदल गई। इन तीन दशकों में हमारे जीवन का शायद ही कोई पक्ष हो जो पहले जैसा हो लेकिन वो मार्ग, जिस पर चलते हुए समाज भविष्य की तरफ बढ़ता है, हमारी शिक्षा व्यवस्था, वो अब भी पुराने ढर्रे पर ही चल रही थी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति भी नए भारत की, नई उम्मीदों की, नई आवश्यकताओं की पूर्ति का माध्यम है। इसके पीछे पिछले 4-5 वर्षों की कड़ी मेहनत है, हर क्षेत्र, हर विधा, हर भाषा के लोगों ने इस पर दिन-रात काम किया है लेकिन ये काम अभी पूरा नहीं हुआ है।

उन्होंने कहा, ‘मुझे खुशी है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के इस अभियान में हमारे प्रधानाचार्य और शिक्षक पूरे उत्साह से हिस्सा ले रहे हैं। कुछ दिन पहले शिक्षा मंत्रालय ने देशभर के शिक्षकों से उनके सुझाव मांगे थे। एक सप्ताह के भीतर ही 15 लाख से ज्यादा सुझाव मिले हैं।

भारत में गुरुवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 44 लाख 500 के पार हुई,मृतकों की संख्या 76 हजार के पार,सक्रिय मामले 9.40 लाख के पार attacknews.in

नयी दिल्ली 10 सितंबर । देश में गुरुवार देर रात तक कोरोना वायरस (कोविड-19) के सक्रिय मामले 21 हजार से अधिक और बढ़कर 9.40 लाख के पार पहुंच गये हैं तथा कुल सक्रिय मामलों में 75 फीसदी से अधिक मामले नौ सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में से आए हैं।

देश में कोरोना के कुल सक्रिय मामले 9,40,687 हैं और कुल सक्रिय मामलों में 75 फीसदी से अधिक मामले नौ सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में से आए हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश का फिलहाल कुल सक्रिय मामलों में 50 फीसदी का योगदान है। महाराष्ट्र इस सूची में 2,61,000 से अधिक मामलों के साथ शीर्ष पर है जबकि उसके बाद कर्नाटक में एक लाख से अधिक और आंध्र प्रदेश में 97,000 से अधिक सक्रिय मामले हैं।

विभिन्न राज्यों से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक आज देर रात तक संक्रमण के 92,215 से अधिक नये मामले सामने आने से संक्रमितों का आंकड़ा 45 लाख के पार 45,55,180 हो गया। इस दौरान स्वस्थ लोगों की संख्या में भी इजाफा हुआ। देश में 63,556 कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण मुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 35,32,640 हो गयी है। इसी अवधि में 1154 कोरोना मरीजों की मौत से मृतकाें की संख्या 76,245 हो गयी है।

संक्रमण के मामले में अब भारत कोरोना वायरस से सर्वाधिक गंभीर रूप से प्रभावित अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर आ गया है। वैश्विक महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वालों की संख्या 63.63 लाख के पार पहुंच गयी है और अब तक 1.90 लाख से अधिक लोगों की इससे जान जा चुकी है।

कोरोना वायरस से प्रभावित देशों में अब तीसरे नंबर पर स्थित ब्राजील में अब तक 41.97 लाख लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं जबकि 1.28 लाख से अधिक के लोगों की मौत हो गयी है। मौत के मामले में ब्राजील अब भी दूसरे स्थान पर है।

महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक समेत विभिन्न राज्यों से मिली जानकारी के अनुसार चिंता की बात यह है कि स्वस्थ होने वाले मरीजों की तुलना में नये संक्रमितों में वृद्धि होने के कारण सक्रिय मामलों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गयी है।

देश में सक्रिय मामले 20.65 प्रतिशत और रोग मुक्त होने वालों की दर 77.65 प्रतिशत है जबकि मृतकों की दर 1.67 फीसदी है।

महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के रिकॉर्ड 23,446 नये मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या आज रात बढ़कर 10 लाख के करीब 9,90,795 पहुंच गयी लेकिन इसके साथ चिंता की बात यह है कि सक्रिय मामलों की संख्या 2.62 लाख के करीब पहुंच गयी है। राज्य में इस दौरान नये मामलों की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या में गिरावट दर्ज की गयी तथा इस दौरान 14,253 और मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण से मुक्ति पाने वालों की संख्या 7,00,715 हो गयी है। राज्य में 448 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 28,282 हो गयी है।

राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर आज घटकर 70.72 फीसदी पर आ गयी जो बुधवार को 70.96 प्रतिशत थी जबकि मरीजों की मृत्यु दर 2.85 फीसदी रह गयी।

राज्य में कोरोना वायरस के सक्रिय मामलों की संख्या आज 8,698 बढ़कर 2,61,432 पहुंच गयी जो बुधवार को 2,52,734 रही थी।

आंध्र में कोरोना के सक्रिय मामलों में वृद्धि जारी

आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी दिनों-दिन विकराल रूप लेती जा रही है और पिछले 24 घंटों के दौरान 10,175 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या गुरुवार को 5.38 लाख के करीब पहुंच गयी लेकिन साथ ही चिंता की बात यह है कि सक्रिय मामलों में फिर से वृद्धि दर्ज की गयी है।

पिछले 24 घंटों में राज्य में नये मामलों की तुलना में स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या कम रही जिसके कारण सक्रिय मामलों में भी वृद्धि दर्ज की गयी है। राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 97 हजार से अधिक हो गयी है।

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 5,37,687 हो गयी। इस दौरान 10,040 और मरीजों के स्वस्थ होने से रोग मुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 4,35,647 हो गयी।

इस अवधि में 68 और लोगों की मौत के बाद मृतकों का आंकड़ा 4,702 पहुंच गया है। राहत की बात यह है कि राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 81.02 फीसदी पहुंच गयी जो मंगलवार को 80.68 प्रतिशत थी।

राज्य में सक्रिय मामलाें में 67 की वृद्धि दर्ज की गयी जिससे कुल मामले 97,338 हो गये जो बुधवार को 97,271 थे। सभी संक्रमित मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

गौरतलब है कि कोरोना से गंभीर रूप से प्रभावित आंध्र प्रदेश संक्रमण के मामले में पूरे देश में महाराष्ट्र के बाद दूसरे स्थान पर हैं ।

तमिलनाडु में कोरोना रिकवरी दर 88 फीसदी के पार

तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप थम नहीं रहा है और पिछले 24 घंटों के दौरान 5,528 नये मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या गुरुवार को बढ़कर 4.86 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 88 फीसदी से अधिक हो गयी है।

इस दौरान नये मामलों की तुलना में स्वस्थ मामलों में भी वृद्धि दर्ज की गयी। इसी अवधि में 6,185 और मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण मुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 4.23 लाख से अधिक हो गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4,80,524 हो गयी है। राज्य में इसी अवधि में 64 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 8,154 हो गयी है।

राज्य में कोरोना संक्रमण से स्वस्थ हुए लोगों की संख्या बढ़ कर 4,29,416 हो गयी है। इसके साथ ही मरीजों के स्वस्थ हाेने की दर बढ़कर 88.34 फीसदी हो गयी जो बुधवार को 88.07 प्रतिशत थी।

राहत की एक और बात यह है कि राज्य में आज कोरोना वायरस के सक्रिय मामलों की संख्या में भी कमी हुई है। यह बुधवार के 49,203 से 721 घटकर आज 48,482 रह गयी।

गौरतलब है कि संक्रमण के मामले में तमिलनाडु, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के बाद तीसरे स्थान पर है जबकि कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण हुई मौत के मामलों में तमिलनाडु महाराष्ट्र के बाद दूसरे स्थान पर है।

बिहार में मिले 1543 नए कोरोना संक्रमित, कुल संख्या हुई 153735

बिहार में पिछले 24 घंटे में 1543 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं, जिससे राज्य में कोविड-19 की चपेट में अबतक आए लोगों की संख्या बढ़कर एक लाख 53 हजार 735 पहुंच गई है ।

स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को 09 सितंबर की जांच रिपोर्ट के हवाले से बताया कि पिछले 24 घंटे के अंदर 1543 नए पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। बिहार में आज भी सबसे अधिक 202 संक्रमण के मामले पटना जिला में मिले हैं, जिससे यहां कुल संक्रमितों की संख्या 23395 हो गई है । पटना के अलावा किसी भी जिले में कोविड-19 के सौ नए मामले नहीं मिले हैं।

कर्नाटक में कोरोना के 9217 नये मामले, 7021 स्वस्थ

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से गंभीर रूप से जूझ रहे कर्नाटक में पिछले 24 घंटों के दौरान 9,217 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या गुरुवार रात बढ़कर 4.30 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन चिंता की बात यह है कि राज्य में कोरोना वायरस के सक्रिय मामले बढ़कर एक लाख से अधिक हो गये।

देश में कोरोना के सबसे अधिक सक्रिय मामलों वाला कर्नाटक अब महाराष्ट्र के बाद देश का दूसरा राज्य बन गया है।

राहत की बात यह है कि इस दौरान 7,021 और मरीज स्वस्थ हुए जिससे संक्रमण मुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 3.22 लाख से अधिक हो गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 4,30,947 हो गयी है। इस दौरान संक्रमण से मुक्ति पाने वालों की संख्या बढ़कर 3,22,454 हो गयी है। इसी अवधि में 129 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 6,937 हो गयी है।

स्वस्थ होने वाले मरीजाें की दर बढ़ कर आज 74.82 फीसदी पहुंच गयी जो बुधवार को 74.79 प्रतिशत थी।

चिंता की बात यह है कि सक्रिय मामलों में आज फिर दो हजार से अधिक 2,067 की वृद्धि दर्ज की गयी। राज्य में सक्रिय मामले बढ़कर 1,01,537 हो गये जो बुधवार को 99,470 थे।

गौरतलब है कि कर्नाटक संक्रमण के मामले में पूरे देश में चौथे स्थान पर है, लेकिन सबसे अधिक सक्रिय मामलों वाला कर्नाटक देश का दूसरा राज्य है। महाराष्ट्र के बाद सबसे अधिक सक्रिय मामले कर्नाटक में ही हैं। महाराष्ट्र में सक्रिय मामलों की संख्या ढाई लाख से अधिक है।

2591 मामलों के साथ हरियाणा में कोरोना संक्रमितों की संख्या 85 हजार के पार

हरियाणा में कोरोना संक्रमण के 2591 मामलों के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 85 हजार 944 हो गई है।

हरियाणा सरकार के देर शाम जारी बुलेटिन के अनुसार आज कोरोना से 25 लोगों की मौत भी हुई है जिसके बाद प्रदेश में महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 907 हो गई है।

महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के सक्रिय मामले 2.62 लाख के करीब

देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के रिकॉर्ड 23,446 नये मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या गुरुवार की रात बढ़कर 10 लाख के करीब 9.90 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन इसके साथ चिंता की बात यह है कि सक्रिय मामलों की संख्या 2.62 लाख के करीब पहुंच गयी है।

राज्य में इस दौरान नये मामलों की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या में गिरावट दर्ज की गयी तथा इस दौरान 14,253 और मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण से मुक्ति पाने वालों की संख्या सात लाख से अधिक हो गयी है।

दिल्ली में कोरोना के रिकाॅर्ड 4308 नये मामले, 2637 स्वस्थ

राजधानी में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के रिकॉर्ड 4,308 नये मामले सामने आने के साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या गुरुवार की रात 2.05 लाख को पार कर गयी लेकिन इसके साथ ही चिंता की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर भी निरंतर घटती ही जा रही है।

दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से आज जारी आंकड़ों के मुताबिक कोरोना संक्रमण के चार हजार से अधिक नये मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या 2,05,482 पहुंच गई है।

इस दौरान 2,637 और मरीजों के स्वस्थ होने से अब तक पौने दो लाख से अधिक कुल 1,75,400 लोग कोरोना वायरस को मात दे चुके हैं। इस दौरान कोरोना संक्रमण से 28 लोगों की मौत होने से इस महामारी से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,666 हो गयी है।

इससे पहले दिल्ली में बुधवार को सर्वाधिक 4,039 मामले एवं मंगलवार को 3609 नये मामले सामने आये थे। राजधानी में दो माह के अंतराल के बाद दो सितंबर को वायरस के मामले ढाई हजार से अधिक आए थे और पिछले एक सप्ताह से इनमें बड़ा उछाल जारी है।

राजधानी में आज नये मामले बढ़ने के साथ ही निषिद्ध क्षेत्रों की गिनती में भी इजाफा हुआ है। निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या भी 1,226 से बढ़कर 1,272 पर पहुंच गई।

इसी अवधि में रिकाॅर्ड 58 हजार से अधिक 58,340 नमूनों की जांच हुई है। राजधानी में प्रति 10 लाख पर 1,03,269 जांच हुई है। अब तक 19.62 लाख से अधिक नमूनों की जांच की जा चुकी है।

राजधानी में कोरोना के सक्रिय मामले 1,643 बढ़कर 25,416 पर पहुंच गए हैं। इसमें से होम आइसोलेशन में 13,518 हैं।

स्वस्थ मरीजों की तुलना में नये मामलों की संख्या अधिक रहने से रिकवरी दर कल के 85.87 फीसदी से घटकर आज 85.36 प्रतिशत रह गई।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 81 हजार के पार हुई, गुरूवार को रिकार्ड 2187 नए मामले सामने आए,अब तक 1661 मरीजों की मौत attacknews.in

भोपाल, 10 सितंबर। मध्यप्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच रिकार्ड 2187 नए मामले सामने आने के बाद एक्टिव (उपचाररत) मरीजों की संख्या बढ़कर अब 18433 तक पहुंच गयी है।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज रात यहां जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों के दौरान रिकार्ड 2187 मामले सामने आने के साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 81379 तक पहुंच गयी, तो वहीं प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ, जो बढ़कर 18433 तक पहुंच गया है। हालांकि इस बीच 1435 मरीजों के स्वस्थ होने के बाद अब तक इस बीमारी को 61285 मरीज कोरोना को मात देकर अपने अपने घर पहुंच गए। वहीं प्रदेश भर में अब तक 1661 मरीज इस महामारी से अपनी जान गवां चुके हैं।

इंदौर जिले में कोरोना के 312 नये मामले, 6 की मौत

इंदौर जिले में ‘कोविड 19’ के 312 नये मामले आने के बाद यहाँ संक्रमितों की संख्या बढ़कर 15764 तक जा पहुंची है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) ने कल रात स्वास्थ्य बुलेटिन जारी कर बताया कि अब तक कुल 242065 सैम्पल जाँचे गये हैं। इनमें कल जाँचे 3245 सैम्पल भी शामिल हैं। कल जाँचे सैम्पलों में 312 संक्रमित पाये जाने के बाद अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 15764 तक जा पहुंची है। जबकि कल छह रोगियों की मौत को दर्ज करने के बाद आधिकारिक रूप से 438 रोगियों की कोरोना वायरस से मौत दर्ज की जा सकी है।

उधर राहत की खबर है कि कल 230 मरीजों को स्वस्थ होने पर छुट्टी दिये जाने के बाद अब तक कुल 10949 रोगी स्वस्थ हो चुके हैं। जिसके बाद उपचाररत रोगियों की संख्या 4377 है।

रायसेन में कोरोना के अब तक मिले 860 मरीज

रायसेन जिले में अभी तक नोवेल कोरोना वायरस के कुल 860 पॉजीटिव मरीज मिले हैं, जिनमें से 658 मरीज अब तक स्वस्थ हो चुके हैं।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार जिले में कुल 185 एक्टिव केस है, जिनका चिकित्सालयों में उपचार किया जा रहा है। इनके अतिरिक्त 17 कोरोना पॉजीटिव मरीजों की भोपाल के अस्पतालों में मृत्यु हुई है। जिले में अब तक कुल 250 कंटेनमेंट एरिया बनाए गए हैं, जिसमें से 187 कंटेनमेंट एरिया मुक्त किए जा चुके हैं। वर्तमान में 63 सक्रिय कंटेनमेंट एरिया हैं।

हरदा 27 सेम्पल की रिपोर्ट पॉजिटिव

हरदा जिले में हर दिन कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. किशोर कुमार नागवंशी ने बताया कि आज कुल 106 सैंपल की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। जिनमें 27 सेम्पल की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी। वर्तमान में कोरोना संक्रमण के सक्रिय मरीज़ों की संख्या 107 है जबकि 453 मरीज़ स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। 13 मरीज़ों की मृत्यु हो चुकी हैं।

नीमच में 23 व्यक्तियों में कोरोना का संक्रमण

नीमच जिले में आज 23 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। इनमें से 6 नींमच, 4 जावद, 2 मनासा, 4 कुचड़ोद,1 उम्मेदपुरा और अन्य 6 जिले के विभिन्न गांवों के हैं।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार इन्हें मिला कर नीमच जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 1456 हो गई है। जिले में अभी तक कोरोना से 27 व्यक्तियों की मृत्यु हो गई है। अभी तक सामने आए कोरोना पीड़ितों में नीमच के 671 जावद के 479 एवं 40 व्यक्ति उम्मेदपुरा एवं तारापुर के 69 मनासा तथा बाकी अन्य स्थानों के है। जिले में 1136 व्यक्ति रिकवर होकर घर लौट गए है जबकि 293 व्यक्ति एक्टिव मरीज है।

बैतूल में कोरोना से संक्रमित 51 मामले, दो की मौत

बैतूल जिले में आज कोरोना संक्रमण के 51 नये पॉजिटिव मामले सामने आए है। साथ ही कोरोना संक्रमण से दो लोगों की मौत हो गयी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रदीप धाकड़ ने बताया कि जिले में आज 20 लोगों को स्वस्थ होने पर छुट्टी दे दी| अभी तक 698 मरीज स्वस्थ हो चुके। जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 966 तक पहुंच गयी। शेष संक्रमित 247 (एक्टिव) मरीजों का उपचार जारी है। अभी तक 352 व्यक्तियों की जॉच रिपोर्ट अप्राप्त है। जिले में कोरोना वायरस से अभी तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है।

एम्स में आईसीयू बेड क्षमता बढ़ाई जायेगी: सारंग

मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि एम्स में आईसीयू बेड क्षमता बढ़ाई जाये। इसके लिये राज्य शासन हरसंभव मदद करेगा।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार श्री सारंग ने आज एम्स मेडिकल कॉलेज में समीक्षा कर उपलब्ध सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं की जानकारी ली और एम्स प्रबंधन से उनका विस्तार करने को कहा। उन्होंने ने कहा कि शासन की ओर से एम्स को 15 अतिरिक्त वेंटीलेटर उपलब्ध करवाये जायेंगे। आने वाले समय में 100 वेंटीलेटर अतिरिक्त उपलब्ध करवाने के लिये केन्द्र से चर्चा की गई है।

शिवपुरी में 59 मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि

शिवपुरी में आज 59 मरीजों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1694 हो गयी है, जिसमें अभी तक 1159 मरीज ठीक हो गए हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के अनुसार अभी तक 14 मौतें हो चुकी हैं तथा 521 एक्टिव केस हैं।