भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन के तीसरे चरण के नतीजों की घोषणा की,वैक्सीन की प्रभावी क्षमता 81 प्रतिशत पाई गई attacknews.in

हैदराबाद, 03 मार्च । वैक्सीन नवाचार के मामले में वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन के तीसरे चरण के प्रायोगिक नतीजों की बुधवार को घोषणा की और तीसरे चरण में इस वैक्सीन की प्रभावी क्षमता 81 प्रतिशत पाई गई है।

कंपनी की ओर से जारी एक बयान में यहां बताया गया कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के सहयोग से किए गए इस प्रायोगिक अध्ययन में 25800 लोगों को शामिल किया गया था। इस तरह का भारत में यह सबसे बड़ा शोध है जिसमें किसी वैक्सीन की प्रभावी क्षमता को परखा गया है। इस प्रयोग में शामिल लोगों को निष्क्रिय कोरोना वायरस के डोज दिए गए थे और इसके बाद उनमें इस विषाणु के प्रति उत्पन्न एंटीबाडीज के स्तर का अध्ययन किया गया था ।

मध्यप्रदेश में मंगलवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 2,62,433 हुई और मौत का आंकड़ा हुआ 3,865 attacknews.in

भोपाल, दो मार्च। मध्य प्रदेश में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 331 नए मामले सामने आये हैं और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाये गये लोगों की कुल संख्या बढ़कर 2,62,433 पर पहुंच गयी। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी ।

अधिकारी ने बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से प्रदेश में किसी की भी मौत नहीं हुई। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 3,865 हो गयी है।

यह जानकारी मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने दी है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में मंगलवार को कोविड-19 के 134 नये मामले इंदौर में आये, जबकि भोपाल में 48 नये मामले आये।

अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में कुल 2,62,433 संक्रमितों में से अब तक 2,55,595 मरीज संक्रमणमुक्त होकर घर चले गये हैं और 2,973 मरीज़ों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।

उन्होंने कहा कि मंगलवार को 259 रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एम्स में लगवाया कोविड-19 का “कोवैक्सीन” टीका,दूसरे चरण के टीकाकरण अभियान के तहत, एक मार्च से लगाया जाएगा वरिष्‍ठ नागरिकों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीका attacknews.in

नयी दिल्ली, एक मार्च । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में कोविड-19 टीके की पहली खुराक ली और उन सभी लोगों से टीका लगवाने की अपील की, जो दूसरे चरण के टीकाकरण अभियान के तहत इसकी पात्रता रखते हैं।

सूत्रों के मुताबिक, पुडुचेरी की रहने वाली सिस्टर पी निवेदा ने मोदी को भारत बायोटेक के कोवैक्सीन टीके की पहली खुराक लगाई।

मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘मैंने एम्स में कोविड-19 टीके की पहली खुराक ली। कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में हमारे डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने बहुत कम समय में असाधारण काम किया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन सभी लोगों से कोरोना वायरस का टीका लगवाने की अपील करता हूं, जो इसके पात्र हैं। हम सब मिलकर भारत को कोविड-19 से मुक्त बनाएंगे।’’

दूसरे चरण के टीकाकरण अभियान के तहत, एक मार्च से वरिष्‍ठ नागरिकों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीका लगाया जाएगा।

टीकाकरण के लिए लोग कोविन टू-पाइंट जीरो पोर्टल या आरोग्‍य सेतु जैसे अन्‍य आई टी ऐप्‍लीकेशन पर अपना पंजीकरण करा सकेंगे।

प्रधानमंत्री ने ट्वीट के साथ ही टीका लगवाते हुए अपनी एक तस्वीर भी साझा की, जिसमें वह असमिया गमछा पहने दिख रहे हैं और मुस्कुराते हुए टीका लगवा रहे हैं। उनके साथ इस तस्वीर में सिस्टर निवेदा के अलावा केरल की रहने वाली एक अन्य नर्स रोसम्मा अनिल भी दिख रही हैं।

सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री के एम्स पहुंचने के दौरान किसी भी रास्ते को बंद नहीं किया गया और ना ही यातायात को रोका गया। लोगों को परेशानी न हो, इसलिए उन्होंने टीके के लिए सुबह का समय चुना।

देशभर के निजी अस्पतालों में कोरोना का टीका लगवाने के लिए देना होंगे 250 रुपये,सरकारी अस्पतालों में लगेगा फ्री attacknews.in

नयी दिल्ली, 27 फरवरी ।वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के खिलाफ चलाये जा रहे टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण में 60 वर्ष से अधिक और 45 वर्ष (अन्य बीमारियों से पीड़ित) से अधिक आयु के लोगों को निजी कोरोना टीकाकरण केंद्र में 250 रुपए में पहला टीका लगाया जायेगा।

सरकारी केंद्रों पर यह टीका हालांकि निशुल्क ही लगेगा।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इस संबंध में आज वीडियो कॉन्फ्रेंस (वीसी) के माध्यम से टीकाकरण पर राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों और अन्य अधिकारियों के साथ बातचीत की।

उन्होंने कहा कि कोरोना टीकाकरण की शुरुआत 16 जनवरी को की गई थी तथा अब एक मार्च से दूसरे चरण के टीकाकरण की शुरुआत हो रही है जिसमें निजी अस्पतालों को भी महत्वपूर्ण भूमिका दी गई है।

महाराष्ट्र में कोरोना का प्रकोप:लातूर में एक छात्रावास के पांच कर्मचारी और कक्षा नवीं और दसवीं कक्षा के 40 छात्र कोरोना संक्रमित attacknews.in

औरंगाबाद, 24 फरवरी । महाराष्ट्र में मराठवाड़ा क्षेत्र के लातूर शहर में एक छात्रावास के पांच कर्मचारी और 40 छात्र कोरोना संक्रमित पाये गये हैं।

लातूर के जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. लक्ष्मण देशमुख ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि छात्रावास में रहने वाले 300 से अधिक छात्रों और कर्मचारियों का कोरोना परीक्षण कराया गया जिनकी रिपोर्ट मंगलवार को आयी जिसमें 40 छात्र और पांच कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाये गये।

श्री देशमुख ने बताया कि सभी संक्रमित छात्रों और कर्मचारियों को बरशी रोड पर स्थित कोविड केंद्र में क्वारंटीन कर दिया गया है। इस इलाके को निषिद्ध क्षेत्र घोषित कर दिया गया है और एहतियात के तौर पर आसपास के स्कूलों को बंद कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि संक्रमित छात्र कक्षा नवीं और दसवीं कक्षा के हैं। छात्रावास परिसर में 60 शिक्षक और गैर-शिक्षण कर्मचारी काम करते हैं जिनमें से 30 की जांच की गयी है।

कोरोना रोकथाम के लिए मध्यप्रदेश शासन के आदेश से ही लगा सकेंगे सभी जिलों के कलेक्टर नाईट कर्फ्यू: महाराष्ट्र की सीमा से सटे 12 जिलों में विशेष सावधानी बरतने दिए निर्देश attacknews.in

भोपाल, 23 फरवरी । मध्यप्रदेश के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ राजेश राजौरा ने बताया है कि कोविड महामारी की रोकथाम के क्रम में कलेक्टरों द्वारा जिलों में नाईट कर्फ्यू लगाया जा सकेगा। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि किसी भी जिले द्वारा नाईट कर्फ्यू लगाने के पूर्व उसे मध्यप्रदेश शासन से अनिवार्य रूप से अनुमति लेना होगी।

आधिकारिक जानकारी में डॉ राजौरा ने बताया कि मध्यप्रदेश के सीमावर्ती प्रदेश महाराष्ट्र में कोरोना के प्रकरणों अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। मध्यप्रदेश में कोरोना महामारी की रोकथाम के लिये विभिन्न स्तरों पर विभिन्न स्तरों पर मॉनीटरिंग की जा रही है साथ ही आवश्कतानुसार निर्णय भी लिये जा रहे हैं।

बालाघाट में रात्रि कर्फ्यू नहीं, गृह विभाग की अनुमति के बाद ही लगाया जा सकता है ‘नाइट कर्फ्यू’

गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ राजेश राजौरा ने आज कहा कि कोविड महामारी की रोकथाम के लिए किसी भी जिले में ‘नाइट कर्फ्यू’ राज्य के गृह विभाग की अनुमति के बाद ही लगाया जा सकता है। इसके साथ ही बालाघाट जिले में आज से रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू नहीं हुआ है।

डॉ राजौरा ने बालाघाट जिला कलेक्टर दीपक आर्य की ओर से रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाए जाने संबंधी दिन में जारी किए गए आदेश के बाद सभी जिलों के प्रशासन को स्थिति साफ की है। उन्होंने कहा कि किसी भी जिले में रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू करने के लिए राज्य के गृह विभाग की पूर्व अनुमति आवश्यक है।

नरोत्तम ने महाराष्ट्र की सीमा से सटे 12 जिलों में विशेष सावधानी बरतने दिए निर्देश

महाराष्ट्र में कोरोना के नए मामले में तेजी से हो रही बढ़ोतरी के बीच आज मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने महाराष्ट्र की सीमा से लगे प्रदेश के 12 जिलों में विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं।

श्री मिश्रा ने अपने ट्वीट के जरिए कहा ‘महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसीलिए सीमा से सटे मप्र के 12 जिलों में विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। सभी जिलों में कोरोना गाइडलाइन का गंभीरता से पालन करने को कहा गया है।

इंदौर जिले में बढ़ते कोरोना के प्रभाव के मद्देनजर स्वास्थ महकमा तैयार

कोरोना संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में पिछले चार दिनों में छह सौ से ज्यादा मामले सामने आने के बाद जिले का स्वास्थ्य महकमा अग्रिम तैयारियों में जुट गया है।

महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता संजय दीक्षित ने बढ़ते मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए यूनीवार्ता से कहा कि शासन-प्रशासन के साथ नागरिकों के सहयोग से ही हम इससे पहले कोरोना को नियंत्रित करने में सफल रहे थे। उन्होंने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि मास्क, सेनिटाइजर और सामाजिक दूरी जैसे आवश्यक नियमों का पालन करना जरूरी है।

महाराष्ट्र से शिवपुरी आने वाले व्यक्तियों की होगी जांच

शिवपुरी, 23 फरवरी (वार्ता) महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश के शिवपुरी आने वाले सभी प्रकार के वाहनों में सवार व्यक्तियों की कोरोना संबंधी जांच की जाएगी।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र में बढ़ते हुए कोरोना मामलों के परिपेक्ष में शिवपुरी की क्राइसिस मैनेजमेंट समूह की बैठक में आज शाम यह निर्णय लिया गया। इसके साथ ही सभी लोगों को हाथ धोने तथा मास्क आवश्यक रूप से मास्क का उपयोग किया जाना सुनिश्चित किया जाएगा।

कोराना के नए स्ट्रेन के कारण सालबर्डी मेला स्थगित

बैतूल जिले के महाराष्ट्र सीमा पर स्थित सालबर्डी में शिवरात्रि पर लगने वाला विशाल मेला कोराना के नए स्ट्रेन के संक्रमण के खतरों को देखते हुए स्थगित कर दिया गया है।

आधिकारिक जानकारी अनुसार कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस की अध्यक्षता में आज हुई क्राइसिस मैनेजमेंट समूह की हुई बैठक में निर्णय लिया कि भीड़-भाड़ को नियंत्रित करने के मद्देनजर महाशिवरात्रि सहित अन्य त्यौहार के दौरान होने वाले भंडारें के आयोजन की अनुमति नही होगी। बैठक में निर्णय लिया कि महाराष्ट्र से जिले में आने वाले चिकित्सक अनाधिकृत रूप से दवाखाना (क्लीनिक) संचालित नही कर पाएंगे।

मध्यप्रदेश में कोरोना के 248 नए मामले, एक की मौत

मध्यप्रदेश में कोरोना के 248 नए मामले सामने आए। इनमें सबसे अधिक नए मामले इंदौर में मिले, जहां 102 लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव पायी गयी। इसके साथ ही आज एक नए मरीज की मृत्यु हो जाने के बाद प्रदेश में अब तक 3855 लोग इस बीमारी से जान गवां चुके हैं।

राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज यहां जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों के दौरान 14,385 सेंपल जांच गए, जिसमें कोरोना के 248 नए मामले सामने आए। इनमें सबसे अधिक मामले इंदौर में मिले, जहां 102 लोग पॉजीटिव पाए गए। इसके अलावा राजधानी भोपाल में 40 मरीज मिले हैं। इसी के साथ संक्रमण दर 1़ 7 प्रतिशत रही, जो कल के मुकाबले कम है। प्रदेश में अब तक 2,59,969 लोग संक्रमित हो चुके हैं।

कोरोना नाशक दवा “कोरोनील” पर विवाद:IMA ने दवा होने से नकारा;बाबा रामदेव ने कहा था- साक्ष्यों पर आधारित पुख्ता दवा को आयुष मंत्रालय ने इलाज के सहायक उपाय में स्वीकारा,WHO ने प्रमाण पत्र भी दिया attacknews.in

नयी दिल्ली 22 फरवरी । इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने योग गुरु बाबा रामदेव के अपनी आयुर्वेदिक दवा कोरोनील को कोविड -19 के लिए पहली साक्ष्य आधारित दवा होने और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा इसे प्रमाणित किये जाने संबंधी सभी दावों को सोमवार को साफ खारिज कर दिया। साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन पर ऐसे दावों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रहार किया और उनकी आलोचना की।

आईएमए ने यहां जारी एक विज्ञप्ति में कहा,“इंडियन मेडिकल एसोसिएशन एक उद्यमी द्वारा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की मौजूदगी में पेश की गई गुप्त दवा के लिए डब्ल्यूएचओ सर्टिफिकेशन के स्पष्ट झूठ को बोलने के लिए हैरान है।”

आईएमए ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्पष्ट किया है कि उसने पतंजलि की कोविड-19 दवा की प्रभावशीलता की न तो समीक्षा की है और न ही इसे प्रमाणित किया है।

आईएमए ने कहा कि उक्त कोरोनावायरस दवा के सभी अनुमान झूठे हैं।

एसोसिएशन ने पतंजलि की दवा के लॉन्च समारोह में भाग लेने और इसे बढ़ावा देने के लिए डा. हर्षवर्धन की आलोचना की।

आईएमए ने बयान में कहा,“मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के कोड के अनुसार, कोई भी डॉक्टर किसी भी दवा को बढ़ावा नहीं दे सकता है।”

आईएमए ने यह भी कहा कि किसी भी दवा को उसकी रचना के ज्ञान के बिना बढ़ावा देना या जिसकी रचना का उल्लेख नहीं है, फिर से अनैतिक है।

संघ ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से दवा के नैदानिक परीक्षणों के वैज्ञानिक प्रमाण और डेटा को सार्वजनिक करने के लिए भी कहा।

आईएमए ने सवाल किया कि अगर पतंजलि की दवा – कोरोनिल – इतना प्रभावी है तो सरकार टीकाकरण कार्यक्रम पर 35 हजार करोड़ रुपये क्यों खर्च कर रही है।

गौरतलब है कि गत 19 फरवरी को पतंजलि अनुसंधान संस्थान ने दावा किया है कि वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर कोरोनील दवा कोरोना के उपचार के लिए कारगर साबित हुई है।

योगगुरु बाबा रामदेव ने शुक्रवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कोरोनील को जारी करते हुए कहा कि यह दवा वैज्ञानिक मापदंडों पर खरी उतरी है तथा इसको लेकर नौ शोध पत्र दुनिया के सबसे ज्यादा प्रभाव वाले शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं जबकि 16 पर काम जारी है।

उन्होंने कहा, “ कुछ समय पहले कोरोनील के वैज्ञानिक मापदंडों को लेकर सवाल उठाए गए थे। आयुर्वेद के शोध को लेकर संदेह किए जाते हैं लेकिन पतंजलि ने ऐसी धारणाओं को खारिज कर दिया है। अब संदेह के बादल छंट गए हैं।”

इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और पतंजलि के प्रमुख आचार्य बालकृष्ण भी मौजूद भी थे।

श्री रामदेव ने कहा कि कोरोनील दवा साक्ष्यों पर आधारित पुख्ता दवा है जिसे आयुष मंत्रालय ने कोरोना के इलाज के लिए सहायक उपाय के तौर पर स्वीकार कर लिया है और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसको प्रमाण पत्र दे दिया है।

उन्होंने कहा, “ हमने वैज्ञानिक पद्वति से कोरोनील पर अनुसंधान किए हैं। अब सारे प्रमाण पत्रों के साथ हमारे पास 250 से ज्यादा शोध पत्र हैं जिसमें अकेले कोरोना के ऊपर 25 शोध किए गए हैं।”

शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना को लेकर सभी कलेक्टरों को जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक तत्काल आयोजित करने तथा जिला स्तर पर सावधानी के संबंध में निर्णय लेने के दिए निर्देश attacknews.in

भोपाल, 22 फरवरी । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि कोरोना के संबंध में लगातार सतर्कता जरूरी है। थोड़ी सी लापरवाही विकराल रूप ले सकती है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार श्री चौहान कोरोना की स्थिति की समीक्षा के लिए यहां मंत्रालय में आयोजित बैठक में प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक तत्काल आयोजित करें तथा जिला स्तर पर विद्यमान परिस्थितियों को देखते हुए आवश्यक सावधानी के संबंध में तत्काल निर्णय लें।

उन्होंने इंदौर और भोपाल में तत्काल मास्क की अनिवार्यता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। श्री चौहान ने महाराष्ट्र से लगे सभी जिलों में आने वाले व्यक्तियों का परीक्षण करने के निर्देश भी दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवरात्रि पर्व पर होने वाले मेलों के संबंध में सतर्कता और जागरूकता आवश्यक है। विशेषकर महाराष्ट्र से लगे जिलों में आयोजित होने वाले मेलों में सहभागिता के संबंध में आरटी पीसीआर के परीक्षण की अनिवार्यता पर भी विचार किया जाना चाहिये। बैठक में इंदौर और भोपाल से राज्य के अन्य भागों में होने वाले आवागमन पर सतर्कता के संबंध में भी विचार विमर्श हुआ है।

जानकारी दी गई कि देश में केरल और महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण प्रभावितों की संख्या में वृद्धि हुई है। मध्यप्रदेश देश में नवें नंबर पर है। केरल में अब स्थिति नियंत्रण में है। राष्ट्रीय स्तर पर जहां महाराष्ट्र में 42 प्रतिशत और केरल में 33 प्रतिशत प्रकरण प्रतिदिन आ रहे हैं, वहीं मध्यप्रदेश में केवल 2 प्रतिशत ही प्रकरण आ रहे हैं।

अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश में पिछले हफ्ते से कोरोना पॉजिटिव प्रकरणों की संख्या में वृद्धि दिखाई दे रही है। पिछले सात दिनों में प्रतिदिन इंदौर में 110, भोपाल में 57, जबलपुर में 12 प्रकरण आ रहे हैं। इस अवधि में 773, भोपाल में 397 और जबलपुर में 85 प्रकरण रिपोर्ट हुए हैं। बैतूल, छिंदवाड़ा, बड़वानी, दमोह, सीधी, रतलाम और खरगौन में भी प्रकरण बढ़ रहे हैं।

ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन के प्रभाव को देखते हुए प्रदेश में ब्रिटेन से आए सभी 354 यात्रियों का परीक्षण कराया गया। इनमें से पाँच यात्री पॉजिटिव पाए गए, जिनमें इंदौर के दो और भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर के एक-एक यात्री थे। मध्यप्रदेश कोविड टीकाकरण में देश में दूसरे नंबर पर है।

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि हेल्थ वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर के संयुक्त रूप से टीकाकरण में 75 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। राजस्थान में यह 76 प्रतिशत है। टीकाकरण में राष्ट्रीय औसत 53 प्रतिशत है, जबकि प्रदेश के 37 जिलों में 75 प्रतिशत से भी अधिक टीकाकरण हो चुका है। डिंडौरी 93 प्रतिशत, भिंड 89 प्रतिशत, अलीराजपुर, सीहोर और छतरपुर में टीकाकरण का प्रतिशत 87 प्रतिशत है।

मुख्यमंत्री ने हैल्थ वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स के टीकाकरण को गति देने के निर्देश दिये। वर्तमान में ग्वालियर और इंदौर 66 प्रतिशत तथा दतिया में 65 प्रतिशत टीकाकरण हुआ है, जो प्रदेश में न्यूनतम है। भोपाल में अब तक लक्षित समूह के 72 प्रतिशत का टीकाकरण हुआ है। बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश में पात्र लाभार्थियों के लिये टीकाकरण का दूसरा चक्र आरंभ हो रहा है। इसे 10 मार्च तक पूर्ण कर लिया जाएगा।

मध्यप्रदेश,केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, छत्तीसगढ़ में बढ़ रही हैं रोजाना कोरोना संक्रमितों की संख्या: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किए आंकड़े attacknews.in

नयी दिल्ली, 20 फरवरी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में कोविड-19 के नए मामलों में बढ़ोतरी हुई है।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पिछले सात दिनों में छत्तीसगढ़ में वायरस संक्रमण के रोजाना के मामलों में वृद्धि हुई है। पिछले 24 घंटे में राज्य से 259 नए मामले आए हैं।

केरल में रोजाना संक्रमण के मामलों में वृद्धि होती जा रही है और पिछले एक सप्ताह में महाराष्ट्र में भी तेज बढ़ोतरी हुई है। इससे शनिवार को देश में संक्रमण के नए मामलों में इजाफा हुआ है।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘पिछले 24 घंटे में महाराष्ट्र में कोविड-19 के 6,112 नए मामले आए।’’

महाराष्ट्र की तरह पंजाब में भी रोजाना के मामले बढ़ रहे हैं जहां पिछले 24 घंटे में 383 नए मामले आए।

मंत्रालय ने कहा कि 13 फरवरी के बाद से मध्यप्रदेश में भी संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। पिछले 24 घंटे में राज्य से 297 नए मामले आए।

मंत्रालय ने कहा कि कोराना वायरस संक्रमण की कड़ी तोड़ने और इसके प्रसार पर रोक लगाने के लिए उचित व्यवहार अपनाए जाने की जरूरत है।

केवल दो राज्यों महाराष्ट्र और केरल में कोविड-19 के 75.87 प्रतिशत उपचाराधीन मामले हैं।

मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटे में 18 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश में संक्रमण से किसी की मौत नहीं हुई। इनमें तेलंगाना, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, त्रिपुरा, असम, चंडीगढ़, लक्षद्वीप, मणिपुर, मेघालय, लद्दाख, मिजोरम, सिक्किम, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान निकोबार द्वीपसमूह, दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव हैं।

मंत्रालय ने कहा कि सुबह आठ बजे तक अनंतिम रिपोर्ट के मुताबिक 2,22,313 सत्र में कोविड-19 के 1,07,15,204 टीके दिए गए।

इनमें 63,28,479 स्वास्थ्यकर्मियों को पहली खुराक दी गयी जबकि 8,47,161 स्वास्थ्यकर्मियों को दूसरी खुराक दी गयी। इसके अलावा 35,39,564 अग्रिम मोर्चे के कर्मी भी हैं, जिन्हें पहली खुराक दी गयी।

पहली खुराक दिए जाने के 28 दिन होने पर 13 फरवरी से कोविड-19 टीकाकरण के तहत दूसरी खुराक देने की शुरुआत की गयी। अग्रिम मोर्चे के कर्मियों के लिए दो फरवरी से टीकाकरण शुरू हुआ।

मंत्रालय ने कहा कि नौ राज्यों में पांच लाख से ज्यादा खुराकें दी गयीं। इनमें उत्तरप्रदेश (11,52,042), महाराष्ट्र (8,60,386), गुजरात (8,56,657), राजस्थान (7,99,719), पश्चिम बंगाल (6,50,976), कर्नाटक (6,29,420), मध्य प्रदेश (6,26,391), बिहार (5,50,433) और ओडिशा (5,01,713) शामिल हैं।

मध्यप्रदेश में मंगलवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 2,58,082 और मृतकों की 3,841 हुई ,233 नए मामले सामने आने के साथ ही 221 नए मरीज स्वस्थ हो गए attacknews.in

भोपाल, 16 फरवरी । मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के 233 नए मामले सामने आने के साथ ही 221 नए मरीज स्वस्थ हो गए। वर्तमान में प्रदेश में 1856 एक्टिव मरीज हैं।

राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज रात्रि यहां जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों के दौरान 13,729 सेंपल जांचे गए, जिसमें कोरोना के 233 नए मामले सामने आए। इसी के साथ संक्रमण की दर 1़ 6 प्रतिशत रही। प्रदेश में अब तक कुल 2,58,082 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, तीन नए मरीजों की इस बीमारी से मृत्यु हो जाने के बाद अब तक 3841 लोगों की इस बीमारी से जान चली गयी है।

मध्यप्रदेश में कोरोना को लेकर आज की स्थिति

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों को लेकर मंगलवार को रात्रि में राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी किए गए बुलेटिन के अनुसार स्थिति इस प्रकार है:

जिला…….संक्रमित…मृत्यु…ठीक हुए

इंदौर………58180…927…56881
भोपाल…….43335… 618…42180
ग्वालियर….16483….229..16225
जबलपुर…..16487…252..16085
सागर………5482….151….5287
खरगौन…….5470..107…5312
उज्जैन…….5007…104…4853
रतलाम……4752…..82….4616
धार……….4150….58….4078
रीवा………4133..35…..4090
होशंगाबाद…3880…61….3808
शिवपुरी……3647…..30….3617
बैतुल………3656…76….3542
विदिशा……3608…71….3531
नरसिंहपुर…3532… 30….3492
सतना……..3491…42….3445
मुरैना………3235….29….3206
बालाधाट…..3188…14….3164
नीमच……..3045….37….2999
शहडोल…..2988….30…2938
देवास……..2971….27….2940
बडवानी….2945….31….2888
छिदंवाडा….2898..46…2825
मंदसौर…..2853…35….2800
सीहोर…….2817…48….2751
दमोह……..2840..92…2661
झाबुआ……2563..27…2508
रायसेन……2479…46….2429
राजगढ……2454…66..2334
खंडवा……2354…63…2285
कटनी …….2272..18…2248
हरदा………2148….36…2105
छतरपुर……2110…32…2076
अनुपपुर…..2108…15…2083
सीधी………2048…13….2004
सिंगरौली…..1932….26…1875
दतिया……..1910….20…1886
शाजापुर……1798…22…1768
सिवनी……..1589…10…1578
गुना……….1557….26….1526
भिंड……….1506…10….1496
श्योपुर…….1510…16….1477
उमरिया…….1318..18…1297
टीकमगढ़….1313….27…..1281
अलीराजपुर…1299….16…..1279
मंडला……..1223…10…1212
अशोकनगर….1135..17…1118
पन्ना……….1134…4……1122
डिण्डोरी………1025….1…1007
बुरहानपुर…….875….27…847
निवाडी……..685..3…..679
आगर मालवा….664…10…..651

योग…….258082…3841….252385

मध्यप्रदेश में सोमवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 2,57,849 और मृतकों की संख्या 3838 हुई, अब तक प्रदेश में 5,72,449 लोगों को कोरोना का टीका लगा attacknews.in

मध्यप्रदेश में कोरोना के 203 नए मामले, चार की मौत

भोपाल, 15 फरवरी । मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के 203 नए मामले सामने आने के साथ ही चार नए मरीजों की मौत हो गयी है। वहीं, 18623 नए लोगों का आज टीकाकरण किया गया, जिसके बाद अब तक प्रदेश में 5,72,449 लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुके हैं।

राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज रात्रि यहां जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों के दौरान 13,374 सेंपल जांचे गए, जिसमें कोरोना के 203 नए मामले सामने आए। इसी के साथ संक्रमण की दर 1़ 5 प्रतिशत रही। प्रदेश में अब तक कुल 2,57,849 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, चार नए मरीजों की इस बीमारी से मृत्यु हो जाने के बाद अब तक 3838 लोगों की इस बीमारी से जान चली गयी है।

इसी प्रकार 194 नए लोगों के स्वस्थ हो जाने के बाद प्रदेश भर में अब तक 2,52,164 मरीजों कोरोना को मात दे चुके हैं। वर्तमान में 1847 एक्टिव (उपचाररत) मरीज हैं, जिनका इलाज विभिन्न अस्पतालों, होम आइसोलेशन एवं संस्थागत क्वॉरेंटाइन सेंटरों में किया जा रहा है।

इस बीच सबसे अधिक नए मामले इंदौर में आए, जहां 89 लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव पायी गयी। इसके अलावा 40 नए मरीज राजधानी भोपाल में मिले। इसी प्रकार जबलपुर में 9, सागर में 7, उज्जैन में 6, बैतूल में 7 सहित अन्य जिलों में कोरोना के नए मरीज मिले हैं। वहीं, रीवा, शिवपुरी, विदिशा, मुरैना, बालाघाट, नीमच, शहड़ोल, देवास, बड़वानी सहित कुछ अन्य जिलों में कोरोना के एक भी नए मामले सामने नहीं आए हैं।

मध्यप्रदेश में शनिवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 2,57,423 हुई और मृतकों की संख्या 3,829, अब तक सबसे अधिक 924 मौत इंदौर में हुई, जबकि भोपाल में 617, उज्जैन में 104 attacknews.in

भोपाल, 13 फरवरी। मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के 194 नए मामले सामने आने से प्रदेश में शनिवार को संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,57,423 हो गयी।

राज्य में पिछले 24 घंटे में इस बीमारी से प्रदेश में किसी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। राज्य में मृतक संख्या 3,829 है।

स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘राज्य में अब तक कोरोना वायरस से सबसे अधिक 924 मौत इंदौर में हुई हैं, जबकि भोपाल में 617, उज्जैन में 104, सागर में 150, जबलपुर में 251, खरगोन में 107 एवं ग्वालियर में 228 लोगों की मौत हुई हैं। बाकी मौतें अन्य जिलों में हुई हैं।’’

अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 के सामने आये नये मामलों में से 55 मामले इंदौर में आये, जबकि भोपाल में 28 नये मामले सामने आये।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुल 2,57,423 संक्रमितों में से अब तक 2,51,765 मरीज स्वस्थ होकर घर चले गये हैं और 1,829 मरीज़ों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।

अधिकारी ने बताया कि शनिवार को 227 रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

दिल्ली पुलिस के सब इंस्पेक्टर द्वारा एम्बुलेंस में आत्महत्या,3 अस्पतालों में डाक्टरों द्वारा भर्ती करने से मनाही के बाद चौथे अस्पताल जाने से पहले चौथी एम्बुलेंस में की आत्महत्या attacknews.in

नयी दिल्ली, 12 फरवरी । दिल्ली पुलिस के एक उप निरीक्षक ने अस्पताल ले जाने के दौरान एम्बुलेंस में आत्महत्या कर ली ।

अधिकारियों ने बताया कि मृतक की पहचान राजबीर सिंह (39) के रूप में की गयी है। वह दक्षिण पूर्वी जिला लाइन में तैनात थे और मानसिक रूप से अस्वस्थ थे ।

पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पूर्व) आर पी मीणा ने बताया, ‘‘एम्बुलेंस में कपड़े से फंदा लगा कर सिंह के आत्महत्या करने की सूचना मिली। घटना के दौरान सिंह को घर से अस्पताल ले जाया जा रहा था। वह पांच दिन से अवकाश पर थे और शुक्रवार को जिला लाइन में अनुपस्थित पाये गये।’’

पुलिस के अनुसार, सिंह ने अपने आवास से कैट्स एम्बुलेंस को बुलाया और दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल गये लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया ।

इसके बाद, एक अन्य एम्बुलेंस उन्हें इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन बिहैवियर एंड एलायड साइंसेज (आईएचबीएएस) अस्पताल में लेकर गया लेकिन सहायकों की अनुपस्थिति के कारण डॉक्टरों ने उन्हें वहां भी भर्ती करने से मना कर दिया ।

पुलिस ने बताया कि इसके बाद उसी एम्बुलेंस से उन्हें गुरु तेग बहादुर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने एम्बुलेंस प्रभारी से पर्ची तैयार करने के लिये कहा।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब उन्हें दोबारा आईएचबीएएस जाने के लिये जोर दिया गया तो उस दौरान सिंह आक्रामक हो गये और अस्पताल परिसर में भागने लगे । उन्होंने बताया कि एम्बुलेंस प्रभारी ने सिंह को शांत करने की कोशिश की ।

पुलिस ने बताया कि इसके बाद जब वे लोग दोबारा आईएचबीएएस जाने लगे तो उन्होंने एम्बुलेंस के अंदर फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली ।

पुलिस ने बताया कि मामले में जांच शुरू कर दी गयी है और उसी के अनुसार कानूनी कार्रवाई की जायेगी ।

सिंह हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के रहने वाले थे और परिवार के साथ द्वारका में रहते थे ।

गेंगस्टर अरुण गवली नागपुर जेल में कोरोना पॉजिटिव, शिवसेना नेता कमलाकर जामसंदेकर की हत्या मामले में गैंग्स्टर से राजनीतिज्ञ बना अरुण गवली काट रहा है आजीवन कारावास attacknews.in

नागपुर 10 फरवरी । महाराष्ट्र में नागपुर के केंद्रीय जेल में गेंगस्टर अरुण गवली समेत पांच कैदियों के बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई।

जेल अधीक्षक अनूप कुमरे ने बताया कि गवली और चार अन्य कैदियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद जेल के डॉक्टरों द्वारा उपचार किया जा रहा है

नागपुर केन्द्रीय कारागार में बंद गैंगस्टर अरुण गवली समेत पांच कैदी बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।

गवली शिवसेना नेता कमलाकर जामसंदेकर की हत्या से संबंधित मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है।

जेल अधीक्षक अनूप कुमरे ने कहा कि गवली और चार अन्य कैदी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और जेल के चिकित्सक उनका इलाज कर रहे हैं। कुमरे ने कहा कि गवली सोमवार को बीमार पड़ने के बाद वायरस से संक्रमित पाया गया है।

महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण कानून की एक विशेष अदालत ने शिवसेना नेता और निगम पाषर्द रहे कमलाकर जामसंदेकर की हत्या के मामले में गैंग्स्टर से राजनीतिज्ञ बने अरुण गवली को दोषी करार दिया था ।

इस मामले में अदालत ने 11 अन्य आरोपियों को दोषी करार दिया था  ।  27 अगस्त 2011 को दोषियों को सजा सुनायी गयी थी  ।

मामले की सुनवाई के दौरान बाला सुर्वे नाम के एक आरोपी की मौत हो गयी जबकि तीन आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया ।

साल 2008 के मार्च महीने में जामसंदेकर को उपनगरीय घाटकोपर इलाके में स्थित उनके आवास पर गोली मार दी गयी थी । गवली को 21 मई 2008 को गिरफ्तार किया गया जिसके बाद से वह जेल में बंद है ।

सात अक्तूबर 2010 को अदालत ने गवली एवं अन्य आरोपियों के खिलाफ मकोका के अलावा आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 34 (एक जैसी मंशा) और 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत आरोप तय किए थे । हालांकि, गवली और अन्य आरोपियों ने खुद को निर्दोष बताया था ।

पुलिस के मुताबिक, जामसंदेकर की हत्या की सुपारी कथित तौर पर आरोपी साहेबराव भिंतड़े और बाला सुर्वे ने दी थी । भिंतड़े और सुर्वे के बारे में कहा जाता है कि वे इमारतों के निर्माण के व्यापार और स्थानीय राजनीति में जामसंदेकर के प्रतिद्वंदी थे।

अभियोजन पक्ष के मुताबिक, जामसंदेकर को गवली के इशारे पर मौत के घाट उतारा गया । गवली ने सह-आरोपियों के साथ शिवसेना नेता को मारने की साजिश रची।

चीन में 58 हजार से अधिक नकली कोरोना वैक्सीन के उत्पादन और वितरण के कई मामलों का भंडाफोड़; 80 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी attacknews.in

बीजिंग, 10 फरवरी (स्पूतनिक) चीन में 58 हजार से अधिक नकली कोरोना वैक्सीन के उत्पादन और वितरण के कई मामलों का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है।

चीन के प्राॅसीक्यूटर जनरल कार्यालय की ओर से बुधवार को जारी वक्तव्य में यह जानकारी दी।

चीनी पुलिस ने 80 से अधिक लोगों को किया गिरफ्तार

चीन ने फर्जी कोरोना वैक्सीन की सप्लाई करने वाले गैंग का खुलासा किया है और उनके पास से 3 हजार से अधिक नकली डोज को बरामद किया है।

चीनी न्यूज एजेंसी के मुताबिक, एक अभियान चलाकर पुलिस ने 80 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया और कोरोना वैक्सीन की 3,000 से अधिक नकली खुराक जब्त की।

चीनी न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, यह सभी नकली कोरोना वैक्सीन की खेप की सप्लाई पिछले सितंबर से कर रहे थे, पुलिस ने सभी नकली खुराक को ट्रैक किया था. नकली टीकों को खारा सीरिंज में इंजेक्ट करके बनाया गया था. ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ये सभी नकली वैक्सीन को विदेश भेजने की फिराक में रहे होंगे।

चीनी न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, पुलिस ने बीजिंग, शंघाई और पूर्वी प्रांत शानदोंग सहित कई जगहों पर छापेमारी की. गौरतलब है कि दुनिया भर के देश अपने यहां कोरोनो वायरस महामारी को समाप्त करने की उम्मीद में वैक्सीन कार्यक्रम चला रहे हैं, कई देश दूसरे देशों से वैक्सीन लेकर अपने यहां वैक्सीनेशन कर रहे हैं।