मध्यप्रदेश में शुक्रवार को 58708 सैंपलों की जांच में 12,400 लोग कोरोना संक्रमित मिले और 97 की मौत, प्रदेश भर के विभिन्न अस्पतालों में 90,796 मरीजों का चल रहा है इलाज attacknews.in

भोपाल, 30 अप्रैल । मध्यप्रदेश में आज बारह हजार से अधिक लोग कोरोना संक्रमित मिले है।इस महामारी के कारण राज्य भर में 97 लोगों की मृत्यु हुई है।

प्रदेश के 52 जिलों में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित आज इंदौर जिले में मिले है।राजधानी भोपाल दूसरे स्थान पर रहा।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार आज प्रदेश भर में 58708 सैंपल की जांच की गई।इन सैंपलों में 12,400 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं।

राज्य भर में 5,6327 लोग इस महामारी के गिरफ्त में आ चुके है।

हालांकि इस महामारी से 4,66915 लोग प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों से स्वस्थ होकर घर पहुंच चुके है।वर्तमान में प्रदेश भर के विभिन्न अस्पतालों में 90796 मरीजों का इलाज चल रहा है।

इस महामारी से आज 13584 लोग निजात पाकर घर रवाना हो गये है।आज संक्रमण दर 21़ 1 रहा।

इस बीमारी के कारण आज 97 लोगों की मौत हो गयी।अब तक राज्य में 5616 लोग जान गवा चुके है।

राज्य की राजधानी भोपाल में 1713 कोरोना संक्रमित मरीज मिले।वहीं इंदौर में 1811 कोरोना संक्रमित मिले है।ग्वालियर में 980, जबलपुर में 776, उज्जैन 332, विदिशा 212, सागर में 257, रतलाम में 280, रीवा 345, धार में 249, खरगोन में 180, सीहोर में 205, शहडोल में 256 संक्रमित मिले हैं।

राज्य के बाकी जिलों में भी 16 से 200 के बीच कोरोना मरीज मिले हैं।

भारत रेमेडिसविर की 4,50,000 शीशियों का आयात करेगा, शुक्रवार को 75,000 शीशियों की पहली खेप पहुंचेगी attacknews.in

नईदिल्ली 30 अप्रैल।भारत सरकार ने देश में रेमेडिसविर की कमी को दूर करने के लिए दूसरे देशों से महत्वपूर्ण दवा रेमेडिसविर का आयात शुरू किया है।इसके तहत आज रेमेडिसविर की 75,000 शीशियों की पहली खेप भारत पहुंची।

भारत सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड ने अमेरिका के मेसर्स गिलियड साइंसेज इंक और मिस्र की फार्मा कंपनी मेसर्स ईवीए फार्मा को रेमेडिसविर की 4,50,000 शीशियां बनाने का ऑर्डर दिया है।

अमेरिका से अगले एक या दो दिनों में 75,000 से 1,00,000 शीशियां भारत पहुंचेगी। इसके अलावा 15 मई से पहले एक लाख शीशियों की आपूर्ति की जाएगी।

साथ ही ईवीए फार्मा शुरुआत में लगभग 10,000 शीशियों की आपूर्ति करेगी, जिसके बाद हर 15 दिन या जुलाई तक 50,000 शीशियां मिलेंगी।

सरकार ने देश में भी रेमेडिसविर की उत्पादन क्षमता को बढ़ा दिया है। 27 अप्रैल तक सात लाइसेंस प्राप्त घरेलू निर्माताओं की उत्पादन क्षमता प्रति माह 38 लाख शीशियों से बढ़कर 1.03 करोड़ शीशियों प्रति माह हो गई। पिछले सात दिनों (21-28 अप्रैल, 2021) में दवा कंपनियों द्वारा देश भर में कुल 13.73 लाख शीशियों की आपूर्ति की गई है। दैनिक आपूर्ति 11 अप्रैल को 67,900 शीशियों से बढ़कर 28 अप्रैल. 2021 को 2.09 लाख शीशियों तक पहुंच गई है।

गृह मंत्रालय द्वारा रेमेडिसविर आपूर्ति को सुचारू रूप से करने के लिए राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को एडवाजरी जारी की गई थी।

सरकार ने भारत में इसकी उपलब्धता बढ़ाने के लिए रेमेडिसविर के निर्यात पर भी रोक लगा दी।

आम लोगों के बीच इंजेक्शन की लाभप्रदता सुनिश्चित करने के लिए, एनपीपीए ने 17 अप्रैल, 2021 को संशोधित अधिकतम खुदरा मूल्य जारी किया, जिससे सभी प्रमुख ब्रांडों की लागत 3500 रुपये प्रति शीशी से नीचे आ गई।

रेमेडिसविर के उत्पादन तेजी से बढ़ाने और उपलब्धता को आसानी से सुनिश्चित बनाने के लिए, राजस्व विभाग। ने 20 अप्रैल को अधिसूचना 27/2021 जारी कर रेमेडिसविर इंजेक्शन पर सीमा शुल्क की पूरी तरह से खत्म करने का ऐलान किया था।

इसके साथ ही रेमेडिसविर के निर्माण में इस्तेमाल किए जाने वाले एपीआई और बीटा साइक्लोडोडेक्सट्रिन पर भी यह छूट दी गई थी। सीमा शुल्क में यह छूट 31 अक्टूबर, 2021 तक लागू रहेगी।

एम्स/आईसीएमआर-कोविड-19 नेशनल टास्क फोर्स/ एमओएचएफडब्ल्यू की संयुक्त निगरानी समूह द्वारा 22.04.2021 को वयस्क कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए नेशनल क्लीनिकल मैनेटमेंट प्रोटोकॉल जारी किया गया था।

अपडेटेड प्रोटोकॉल ड्रग्स के विवेकपूर्ण उपयोग को प्रोत्साहित करेगा और मांग को बुद्धिसंगत बनाने में योगदान देगा।

मध्यप्रदेश को 7 विभिन्न कंपनियों से अब तक मिली 2 लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन की डोज,1 लाख 23 हजार 743 कोरोना मरीजों तक पहुँची मेडिकल किट attacknews.in

भोपाल,30 अप्रैल । मध्यप्रदेश को कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए अब तक 2 लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन की डोज मिल चुकी है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं मरीजों के उपचार के लिये राज्य शासन द्वारा व्यापक स्तर पर प्रबंध किये जा रहे हैं। प्रदेश में अब तक 7 विभिन्न कंपनियों से रेमडेसिविर इंजेक्शन के लगभग 2 लाख डोज कल तक प्राप्त हुए हैं। आज निजी सप्लाई के 13 हजार 138 डोज प्राप्त होंगे, जिन्हें जिलों को वितरित किया जायेगा।

मध्यप्रदेश में एक लाख 23 हजार 743 कोरोना मरीजों तक पहुँची मेडिकल किट

मध्यप्रदेश के होम आइसोलेट कोरोना मरीजों को अब तक एक लाख 23 हजार 743 मेडिकल किट वितरित की जा चुकी हैं।

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार होम आइसोलेट कोरोना मरीजों को कल तक 52 जिलों में एक लाख 23 हजार 743 मेडिकल किट वितरित की जा चुकी हैं।

सागर के जिला अस्पताल में 10 दिन में तैयार हो जाएगा ऑक्सीजन प्लांट- राजपूत

राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया है कि यहाँ जिला अस्पता में ऑक्सीजन प्लांट 10 दिन में तैयार हो जाएगा और प्रतिदिन 100 बिस्तरों के मरीजों को ऑक्सीजन की आपूर्ति करेगा।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार कोरोना कहर को देखते हुए राजस्व एवं परिवहन मंत्री ने कल सागर जिला अस्पताल एवं बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। उन्होंने जिला अस्पताल में बनने वाले ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण के दौरान कहा कि यह प्लांट 10 दिन में तैयार हाे जाएगा। इससे 100 बिस्तरों के मरीजों को ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सकेगी और कोरोना संक्रमितों के उपचार में सहूलियत होगी ।

स्वास्थ्य सेवाओं को किया जा रहा है बेहतर- चौधरी

रायसेन,से खबर है कि,स्वास्थ्य मंत्री प्रभूराम चौधरी ने कहा है कि जिले की सभी तहसीलों के अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर किया जा रहा है और कोविड बिस्तर की संख्या बढ़ायी जा रही है।

श्री चौधरी ने यहाँ कल देर रात जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण कर स्वास्थ्य सेवाओं और कोविड मरीजों की जानकारी ली तथा जिला चिकित्सालय को 10 आक्सीजन कंसंट्रेशन मशीन भी उपलब्ध कराई।

उन्होंने कहा कि जिले के सभी तहसीलों के अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर किया जा रहा है और कोविड बिस्तरों की संख्या बढ़ायी जा रही है ।

आयुर्वेदिक ‘आयुष 64’ दवा हल्के और मध्यम कोविड-19 संक्रमण के रोगियों के लिए लाभदायक, परीक्षण में मिली सफलता ,”राज्य लाइसेंसिंग अधिकारियों के लिए अनुशंसित attacknews.in

हल्के से मध्यम कोविड-19 संक्रमण के उपचार में ‘आयुष 64’ उपयोगी

रैंडमाइज्ड क्लीनिकल’ अध्ययन के दौरान हल्के और मध्यम कोविड-19 संक्रमण में दवा का सुरक्षित होना और इसकी प्रभावकारिता साबित हुई: डॉ. अरविंद चोपड़ा

लक्षणविहीन संक्रमण, हल्के तथा मध्यम संक्रमण के लिए इसे अनुशंसित किया जा सकता है: डॉ. वी.एम. कटोच

आयुष-सीएसआईआर का साझा अध्ययन बहुत उत्साहजनक: डॉ. पटवर्धन

नई दिल्ली, 29 अप्रैल। कोविड-19 महामारी के विश्वव्यापी कहर के बीच ‘आयुष 64’ दवा हल्के और मध्यम कोविड-19 संक्रमण के रोगियों के लिए आशा की एक किरण के रूप में उभरी है।

देश के प्रतिष्ठित अनुसंधान संस्थानों के वैज्ञानिकों ने पाया है कि आयुष मंत्रालय की केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान परिषद (CCRAS) द्वारा विकसित एक पॉली हर्बल फॉर्मूला आयुष 64, लक्षणविहीन, हल्के और मध्यम कोविड-19 संक्रमण के लिए मानक उपचार की सहयोगी (adjunct to standard care) के तौर पर लाभकारी है।

उल्लेखनीय है कि आयुष 64 मूल रूप से मलेरिया की दवा के रूप में वर्ष 1980 में विकसित की गई थी तथा कोविड 19 संक्रमण हेतु पुनरुद्देशित (repurpose) की गई है।

हाल ही में आयुष मंत्रालय तथा-सीएसआईआर द्वारा हल्के से मध्यम कोविड-19 संक्रमण के प्रबंधन में आयुष 64 की प्रभावकारिता और इसके सुरक्षित होने का मूल्यांकन करने के लिए एक व्यापक और गहन बहु-केंद्र नैदानिक (क्लीनिकल) परीक्षण पूरा किया गया है

आयुष 64, सप्तपर्ण (Alstonia scholaris), कुटकी (Picrorhiza kurroa), चिरायता (Swertia chirata) एवं कुबेराक्ष (Caesalpinia crista) औषधियों से बनी है।

यह व्यापक वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर बनाई गयी है  और सुरक्षित तथा प्रभावी आयुर्वेदिक दवा है। इस दवाई को लेने की सलाह आयुर्वेद एवं योग आधारित नेशनल क्लीनिकल मैनेजमेंट प्रोटोकॉल (National Clinical Management Protocol based on Ayurveda and Yoga)’ द्वारा भी दी गयी है जोकि आईसीएमआर की कोविड प्रबंधन पर राष्ट्रीय टास्क फोर्स (National Task Force on COVID Management) के निरीक्षण के बाद जारी किया गया था।

पुणे के सेंटर फॉर रूमेटिक डिसीज के निदेशक और आयुष मंत्रालय के ‘आयुष मंत्रालय-सीएसआईआर सहयोग’ के मानद मुख्य नैदानिक समन्वयक डॉ. अरविंद चोपड़ा ने बताया कि परीक्षण तीन केंद्रों पर आयोजित किया गया था। इसमें  KGMU, लखनऊ; DMIMS, वर्धा और BMC कोविड केंद्र, मुंबई शामिल रहे तथा प्रत्येक केंद्र में 70 प्रतिभागी शामिल रहे।

डॉ. चोपड़ा ने कहा कि आयुष 64 ने मानक चिकित्सा (Standard of Care यानी एसओसी) के एक सहायक के रूप में महत्वपूर्ण सुधार प्रदर्शित किया। और इस तरह इसे एसओसी के साथ लेने पर अकेले एसओसी की तुलना में अस्पताल में भर्ती होने की अवधि भी कम देखी गई।

उन्होंने यह भी साझा किया कि सामान्य स्वास्थ्य, थकान, चिंता, तनाव, भूख, सामान्य हर्ष  और नींद पर आयुष 64 के कई महत्वपूर्ण, लाभकारी प्रभाव भी देखे गए।

निष्कर्ष रूप में डॉ. चोपड़ा ने कहा कि इस तरह के ‘नियंत्रित दवा परीक्षण अध्ययन’ ने स्पष्ट सबूत दिए हैं कि आयुष 64 को कोविड -19 के हल्के से मध्यम मामलों का उपचार करने के लिए मानक चिकित्सा के सहायक के रूप में प्रभावी और सुरक्षित दवा के रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है।

उन्होंने यह भी कहा कि जो रोगी आयुष 64 ले रहे हैं, उनकी निगरानी की अभी भी आवश्यकता होगी ताकि अगर बीमारी और बिगड़ने की स्थिति हो तो उसमें अस्पताल में भर्ती होने के दौरान ऑक्सीजन और अन्य उपचार उपायों के साथ अधिक गहन चिकित्सा की आवश्यकता की पहचान की जा सके।

आयुष नेशनल रिसर्च प्रोफेसर तथा कोविड-19 पर अंतर-विषयक आयुष अनुसंधान और विकास कार्य बल (Inter-disciplinary Ayush Research and Development Task Force on COVID-19) के अध्यक्ष डॉ. भूषण पटवर्धन ने कहा कि आयुष 64 पर हुए इस अध्ययन के परिणाम अत्यधिक उत्साहजनक हैं और आपदा की इस कठिन घड़ी में ज़रूरतमंद मरीज़ों आयुष 64 का फायदा मिलना ही चाहिए।

उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि आयुष-सीएसआईआर संयुक्त निगरानी समिति (Ayush-CSIR Joint Monitoring Committee) ने इस बहु-केंद्रीय परीक्षण की निगरानी की थी। स्वास्थ्य शोध विभाग के पूर्व सचिव तथा आईसीएमआर  के पूर्व महानिदेशक डॉ. वी एम कटोच इस समिति के अध्यक्ष  हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आयुष 64 पर हुए इन नैदानिक अध्ययनों (clinical studies) की समय-समय पर एक स्वतंत्र संस्था ‘डेटा और सुरक्षा प्रबंधन बोर्ड’ (Data and Safety Management Board यानी डीएसएमबी) द्वारा समीक्षा की जाती थी।

डॉ. पटवर्धन के दावे की पुष्टि करते हुए आयुष-सीएसआईआर संयुक्त निगरानी समिति के अध्यक्ष डॉ वीएम कटोच ने बताया कि समिति ने आयुष 64 के अध्ययन के परिणामों की गहन समीक्षा की है। उन्होंने कोविड-19 के लक्षणविहीन संक्रमण, हल्के  तथा मध्यम संक्रमण के प्रबंधन के लिए इसके उपयोग की संस्तुति की। यह भी ध्यान देने वाली बात है कि इस निगरानी समिति ने आयुष मंत्रालय से सिफारिश की है कि वह राज्यों के लाइसेंसिंग अधिकारियों / नियामकों (Regulators) को आयुष 64 के इस नये उपयोग (Repurposing) के अनुरूप इसे हल्के और मध्यम स्तर के कोविड-19 संक्रमण के प्रबंधन में उपयोगी के तौर पर सूचित करे।

केंद्रीय आयुर्वेदीय अनुसन्धान संस्थान (CCRAS) के महानिदेशक डॉ. एन. श्रीकांत ने विस्तार से बताया कि CSIR-IIIM, DBT-THSTI, ICMR-NIN, AIIMS जोधपुर और मेडिकल कॉलेजों सहित पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़; किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ; गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, नागपुर; दत्ता मेघे इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, नागपुर  जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में आयुष 64 पर अध्ययन जारी हैं।  अब तक मिले परिणामों ने हल्के और मध्यम कोविड-19 संक्रमणों से निबटने में इसकी भूमिका स्पष्ट तौर पर जाहिर की है।

उन्होंने यह भी बताया कि सात नैदानिक (क्लीनिकल) अध्ययनों के परिणाम से पता चला है कि आयुष 64 के उपयोग से संक्रमण के जल्दी ठीक होने (Early clinical recovery) और बीमारी के गंभीर होने से बचने के संकेत मिले हैं।

मध्यप्रदेश के 52 जिलों में गुरुवार को सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित भोपाल जिले में मिले,इंदौर दूसरे स्थान पर रहा,आज भी प्रदेश भर के विभिन्न अस्पतालों से 13,363 लोग स्वस्थ होकर घर पहुंचे attacknews.in

भोपाल, 29 अप्रैल । मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण दूसरी लहर के बीच आज भी 12 हजार से अधिक लोग कोरोना संक्रमित मिले है।इस महामारी के चलते राज्य भर में 95 लोगों की जान चली गयी।

मध्यप्रदेश के 52 जिलों में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित आज भोपाल जिले में मिले हैं और इंदौर दूसरे स्थान पर रहा।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार राज्य में आज 59388 सैंपल की जांच की गई।

इन सैंपलों में 12,762 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं।

अब तक इस महामारी ने राज्य भर में 5,50927 लोगों को अपनी चपेट में ले चुका है।

राहत की बात यह है कि अभी तक संक्रमित मिले लोगों में 4,53331 लोग राज्य के विभिन्न अस्पतालों से कोरोना को मात देकर स्वस्थ होकर घर पहुंच चुके है।

आज भी प्रदेश भर के विभिन्न अस्पतालों से 13,363 लोग स्वस्थ होकर घर पहुंच गये हैं।

वर्तमान में 92,077 कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज राज्य के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।

आज संक्रमण दर 21़ 4 रहा।

इस बीमारी के कारण आज 95 लोगों की मौत हो गयी।

अब तक राज्य में 5519 लोगों की मौत हो चुकी है।

राज्य की राजधानी भोपाल में 1811 कोरोना संक्रमित मरीज मिले।

इंदौर में 1789 कोरोना संक्रमित मिले है।

वहीं ग्वालियर में 920, जबलपुर में 741, उज्जैन 249, विदिशा 308, सागर में 279, रतलाम में 296, रीवा 348, धार में 259, खरगोन में 237 संक्रमित मिले हैं।

राज्य के बाकी जिलों में भी 19 से 215 के बीच कोरोना मरीज मिले हैं।

रूस ने भारत को 20 टन चिकित्सा सामग्रियों की आपूर्ति की attacknews.in

नयी दिल्ली, 29 अप्रैल । रूस ने बृहस्पतिवार को भारत को 20 टन चिकित्सा सामग्रियों की आपूर्ति की जिनमें आक्सीजन सांद्रक, वेंटीलेटर, दवा शामिल हैं । रूस की ओर से भारत को यह सहायता ऐसे समय में की गई है जब देश कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर की चुनौतियों का सामना कर रहा है ।

रूस की नागरिक आपदा सेवाओं की देखरेख करने वाली सरकारी एजेंसी ‘इमरकॉम’ द्वारा परिचालित दो परिवहन विमानों से चिकित्सा सामग्रियां दिल्ली लायी गईं।

रूस द्वारा इन राहत सामग्रियों की आपूर्ति तब की गई है जब एक दिन पहले ही महामारी की स्थिति और उससे निपटने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से टेलीफोन पर बातचीत हुई है।

रूसी राजदूत निकोलाई कुदाशेव ने कहा, ‘‘ रूसी इमरकॉम द्वारा परिचालित दो अति आवश्यक उड़ान यहां पहुंची जिनमें 20 टन माल लाया गया । इनमें आक्सीजन सांद्रक, फेफड़े के वातायन संबंधी उपकरण, मॉनिटर तथा कोरोना वायरस रोधी एवं अन्य आवश्यक दवा शामिल हैं।’’

उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच अभी कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ संयुक्त लड़ाई सहयोग का महत्वपूर्ण क्षेत्र है ।

उन्होंने कहा, ‘‘ इसमें मई 2021 से स्पूतनिक वी टीके की आपूर्ति और बाद में भारत में इसका उत्पादन शामिल है।’’

रूसी राजदूत ने कहा कि चिकित्सा विज्ञाान और कोरोना वायरस के नये स्वरूप से निपटने का रास्ता द्विपक्षीय सहयोग में शामिल है ।

कुदाशेव ने कहा कि रूस भारत की स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है जो कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने के कारण अधिक गंभीर हो रहा है ।

उन्होंने पिछले वर्ष महामारी शुरू होने पर भारत की ओर से हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन की आपात आपूर्ति का भी जिक्र किया ।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पत्नी सुनीता गहलोत कोरोना पोजिटिव हुए attacknews.in

जयपुर, 29 अप्रैल । राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोरोना पोजिटिव हो गये ।

यह जानकारी खुद श्री गहलोत ने ट्विट करके दी। उन्होंने कहा कि कोविड टेस्ट करवाने पर गुरुवार को उनकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है, हालांकि उन्हें किसी तरह के लक्षण नहीं हैं और वह ठीक महसूस कर रहे हैं।

श्री गहलोत ने कहा कि वह कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए आइसोलेशन में रहकर ही कार्य जारी रखेंगे।

मुख्यमंत्री की पत्नी भी कोरोना पोजिटिव

कल अशोक गहलोत की पत्नी सुनीता गहलोत भी कोरोना से संक्रमित हो गयी ।

यह जानकारी श्री गहलोत ने कल ही सोशल मीडिया पर दी। उन्होंने कहा था कि उनकी पत्नी सुनीता गहलोत असिम्टोमैटिक कोविड पॉजिटिव पायी गयी हैं, प्रोटोकॉल के अनुसार होम आइसोलेशन में उनका उपचार प्रारम्भ हो गया है।

ट्रूकॉलर ने कोविड अस्पतालों की निर्देशिका पेश की , देश भर के कई राज्यों के कोविड अस्पतालों के टेलीफोन नंबर और पते शामिल attacknews.in

बेंगलुरु, 28 अप्रैल । टेलीफोन सर्च इंजन और कॉलर आईडी सेवाप्रदाता ट्रूकॉलरॉन ने बुधवार को कहा कि उसने कोविड-19 अस्पतालों की निर्देशिका जारी की है, जिसकी मदद से भारत में लोग आसानी से अपने क्षेत्रों में अस्पतालों और देखभाल केंद्रों के बारे में जानकारी पा सकते हैं।

इस निर्देशिका को ऐप के दाहिनी ओर बनाया गया है और मेनू या डायलर से इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

ट्रूकॉलरॉन ने एक बयान में कहा, ‘‘निर्देशिका में देश भर के कई राज्यों के कोविड अस्पतालों के टेलीफोन नंबर और पते शामिल हैं, जो आधिकारिक सरकारी डेटाबेस से लिए गए हैं।’

अमेरिका ने भारत के “कोवैक्सीन” टीके को कोविड-19 के 617 प्रकारों को बेअसर करने में सक्षम पाया attacknews.in

वाशिंगटन, 28 अप्रैल । कोविड-19 से प्रतिरक्षा के लिए विकसित भारत का स्वदेशी टीका, कोवैक्सीन घातक वायरस के 617 प्रकार को निष्प्रभावी करने में सक्षम पाया गया है। व्हाइट हाउस के मुख्य चिकित्सा सलाहकार एवं अमेरिका के शीर्ष महामारी रोग विशेषज्ञ डॉ एंथनी फाउची ने यहां यह बात कही।

फाउची ने मंगलवार को कॉन्फ्रेंस कॉल में संवाददाताओं को यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा, “यह कुछ ऐसा है जहां हमें रोजाना अब भी आंकड़े मिल रहे हैं। लेकिन सबसे ताजा आंकड़ों में कोविड-19 मरीजों के खून के सीरम और जिन लोगों को भारत में इस्तेमाल होने वाला कोवैक्सीन टीका दिया गया है उनको शामिल किया गया है। यह वायरस के 617 प्रकार को बेअसर करने वाला पाया गया है।”

फाउची ने कहा, “इसलिए, भारत में हम जो मुश्किल हालात देख रहे हैं उसके बावजूद टीकाकरण इसके खिलाफ बहुत-बहुत प्रतिकारक हो सकता है।”

न्यूयॉर्क टाइम्स ने मंगलवार को खबर दी कि कोवैक्सीन प्रतिरक्षा तंत्र को सार्स-सीओवी-2 कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडीज बनाना सिखाकर काम करती है। ये एंटीबॉडीज वायरल प्रोटीन जैसे कथित स्पाइक प्रोटीनों से जुड़ जाते हैं जो इसकी सतह पर फैल जाते हैं।

राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के साथ साझेदारी में भारत बायोटेक द्वारा विकसित कोवैक्सीन के आपातकालीन प्रयोग को तीन जनवरी को मंजूरी मिली थी। परीक्षण के परिणामों में बाद में सामने आया कि यह टीका 78 फीसदी तक प्रभावी है।

बड़वानी जिला कलेक्टर ने ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन और सिलेंडर पहुंचवाकर बचाई मरीजों की जान attacknews.in

बड़वानी, 27 अप्रैल । मध्यप्रदेश के बड़वानी जिला कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने सेंधवा के एक निजी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के दृष्टिगत ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और सिलेंडर पहुंचवाकर कई मरीजों की जान बचाने में भूमिका अदा की है।

जिले के सेंधवा के आनंदम अस्पताल में भर्ती मरीजों को ऑक्सीजन की अत्यंत आवश्यकता थी। इसके संचालक डॉ आनंद गुप्ता ने कल उनके अपने स्रोत और प्रशासनिक अधिकारियों से ऑक्सीजन सिलेंडर देने का निवेदन किया था लेकिन इसकी प्राप्ति संभव नहीं हो पा रही थी। उनके द्वारा निजी व्यवस्था से बुलाए जाने वाले ऑक्सीजन सिलेंडर 1 दिन बाद प्राप्त होना थे।

जनसम्पर्क विभाग के सहायक संचालक और पत्रकार की कोरोना से मौत; कोरोना संक्रमित पूर्व सांसद करुणा शुक्ला और एसडीएम पटेल का निधन attacknews.in

नरसिंहपुर(मध्यप्रदेश)/रायपुर( छत्तीसगढ़) 27 अप्रैल। छत्तीसगढ़ में जनसम्पर्क विभाग के सहायक संचालक डा. छेदीलाल तिवारी एवं पत्रकार जियाउल हसन का कोरोना संक्रमण के कारण निधन हो गया।

डा.तिवारी जनसम्पर्क विभाग में सहायक संचालक थे,और राजधानी मे पदस्थ थे।वह बहुत विनम्र और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी थे।उन्हे कोरोना से संक्रमित होने पर एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया,जहां उपचार के दौरान उनका निधन हो गया।

राजधानी के एक सांध्य समाचार पत्र से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार जियाउल हसन भी कोरोना से संक्रमित थे,उनका भी इलाज के दौरान अस्पताल में निधन हो गया।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जनसम्पर्क विभाग के सहायक संचालक डॉ. छेदीलाल तिवारी एवं पत्रकार जियाउल हसन के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है।

उन्होने डॉ.तिवारी एवं जियाउल हसन के शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।

कोरोना संक्रमित एसडीएम श्री पटेल का निधन

इधर मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा तहसील अनुभाग के अनुविभागीय एवं राजस्व अधिकारी राजेन्द्र पटेल के निधन पर कलेक्टर भरत यादव ने शोक व्यक्त किया है।

कलेक्टर श्री यादव ने अपने शोक संदेश में कहा है कि ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे, और परिजनों को यह दुख सहन करने का संबल प्रदान करें।

पूर्व सांसद करुणा शुक्ला का कोरोना संक्रमण से निधन

कांग्रेस की वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला का सोमवार देर रात यहां निधन हो गया।

सुश्री शुक्ला कुछ दिन पहले कोविड-19 से संक्रमित हो गई थी और यहां एक निजी अस्पताल में वह भर्ती थी, जहां देर रात उनका निधन हो गया।

समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष रही सुश्री शुक्ला भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रही। वह 2013 में कांग्रेस में शामिल हो गई थी।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुश्री शुक्ला के निधन पर गहन शोक व्यक्त किया है।

श्री बघेल ने ट्वीट में कहा, “मेरी करुणा चाची यानी करुणा शुक्ला जी नहीं रहीं। निष्ठुर कोरोना ने उन्हें भी लील लिया। राजनीति से इतर उनसे बहुत आत्मीय पारिवारिक रिश्ते रहे और उनका सतत आशीर्वाद मुझे मिलता रहा। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें और हम सबको उनका विछोह सहने की शक्ति।”

केंद्र सरकार ने कहा:कोविड-19 के मामले में अनावश्यक अफरातफरी से लाभ के बजाय नुकसान हो रहा :सलाह दी है कि यह ऐसा समय है कि लोगों को घर के भीतर भी मास्क पहनना चाहिए attacknews.in

नयी दिल्ली, 26 अप्रैल ।देश कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रहा है, इस बीच सरकार ने लोगों की आशंकाओं को दूर करने का प्रयास करते हुए कहा है कि अनावश्यक अफरातफरी से लाभ के बजाय नुकसान हो रहा है।

टीकाकरण और कोविड-19 से बचाव के लिए उपयुक्त व्यवहार अपनाने पर जोर देते हुए सरकार ने सलाह दी है कि यह ऐसा समय है कि लोगों को घर के भीतर भी मास्क पहनना चाहिए।

सरकार ने टीकाकरण अभियान की गति को तेज करने की पैरवी की और कहा कि महिलाएं माहवारी के समय टीके की खुराक ले सकती हैं।

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कई लोग डर से अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं। उन्होंने जोर दिया कि डॉक्टरों की सलाह पर ही अस्पताल में भर्ती होना चाहिए।

चिकित्सकीय ऑक्सीजन की कमी पर सरकार ने कहा है कि भारत में पर्याप्त चिकित्सकीय ऑक्सीजन उपलब्ध हैं लेकिन इसे अस्पतालों तक पहुंचाना चुनौती है।

सरकार ने अस्पतालों से तर्कसंगत तरीके से ऑक्सीजन का इस्तेमाल करने को कहा है। मरीजों को रेमडेसिविर और टोसिलिजुमाब जैसी दवा भी तार्किक तरीके से लिखने पर जोर दिया है।

सरकार ने कहा है कि अगर कोई व्यक्ति सामाजिक दूरी के नियम का पालन नहीं करे तो वह 30 दिन में 406 लोगों को संक्रमित कर सकता है। अगर संक्रमित व्यक्ति की गतिविधि 50 प्रतिशत तक थम जाए तो इस अवधि में केवल 15 लोग संक्रमित होंगे। वहीं गतिविधि 75 प्रतिशत तक घटने पर एक व्यक्ति 30 दिनों में 2.5 लोगों को संक्रमित कर सकता है।

सरकार ने कहा कि समय आ गया है कि लोगों को घरों में भी मास्क पहनना चाहिए।

अग्रवाल ने कहा कि देश में अब तक कोविड-19 रोधी टीके की 14.19 करोड़ खुराकें दी गयी हैं। इनमें से 45 साल से अधिक उम्र के 9.79 करोड़ लोगों को पहली खुराक और 1.03 करोड़ लोगों को दूसरी खुराक दी गयी है।

भारत में COVID19 टीकाकरण अभियान के 100 दिन पूरे होने तक देश में 14.19 करोड़ से अधिक  टीके लगाए गए attacknews.in

नयी दिल्ली, 26 अप्रैल । दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के तहत देश में अब तक कोविड-19 टीके की कुल 14.19 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 25 अप्रैल को अभियान का 100वां दिन पूरा हो गया।

सुबह सात बजे की अनंतिम रिपोर्ट के मुताबिक 20,44,954 सत्रों के माध्यम से कुल मिलाकार टीकों की 14,19,11,223 खुराकें दी जा चुकी हैं।

इनमें 92,98, 092 स्वास्थ्य कर्मी शामिल हैं जिन्हें पहली खुराक दी गई और 60,08,236 स्वास्थ्य कर्मियों को दूसरी खुराक दी गई। इसके अलावा अग्रिम मोर्चे के 1,19,87,192 कर्मियों को पहली और 63,10,273 कर्मियों को दूसरी खुराक दी गई है।

इसके अलावा 60 वर्ष से अधिक आयु के 4,98,72,309 लोगों को पहली और 79,23,295 लोगों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है जबकि 45 से 60 वर्ष के आयुवर्ग के 4,81,08,293 को टीके की पहली खुराक और 24,03,633 लाभार्थियों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है।

मंत्रालय ने कहा कि देश में अब तक दिए गए कुल टीकों में से 58.7 प्रतिशत टीके महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और केरल में हैं।

पिछले 24 घंटों में टीके की करीब 10 लाख खुराकें दी गई हैं।

टीकाकरण अभियान के 100वें दिन (25 अप्रैल को) 9,95,288 खुराकें दी गईं। कुल 11,984 सत्रों के जरिए 6,85,944 लाभार्थियों को पहली खुराक और 3,09,344 लाभार्थियों को टीके की दूसरी खुराक दी गई।

मंत्रालय ने यह भी बताया कि नये मामलों में से 70 प्रतिशत मामले महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, गुजरात और राजस्थान में हैं।

पिछले 24 घंटों में रिकॉर्ड 3,52,991 मामले सामने आए हैं।

भारत में सोमवार को 2,19,272 मरीज स्वस्थ हुए, रविवार को 2,17,113 संक्रमितों के ठीक होने के बाद अस्पतालों से दे दी गई थी छुट्टी,देश में अब तक 1 करोड़ 43 लाख 4 हजार 382 लोग कोरोना को दे चुके हैं मात attacknews.in

देश में लगातार पांचवें दिन तीन लाख से अधिक कोरोना के नए मामले

नयी दिल्ली 26 अप्रैल । देश में कोरोना तांडव के बीच लगातार पांचवें दिन तीन लाख से अधिक नए मामले सामने आये हैं। पिछले 24 घंटों में रिकार्ड 3.52 लाख नये मामले सामने आये हैं हालांकि राहत की बात यह भी रही कि लगातार तीसरे दिन भी रिकार्ड दो लाख से अधिक मरीजों ने इस महामारी को मात दी है।इस बीच देश में सोमवार सुबह तक 14 करोड़ 19 लाख 11 हजार 223 लोगों को टीकाकरण किया जा चुका है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से आज सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान देश में 3,52,991 नये मामले आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर एक करोड़ 73 लाख 13 हजार 163 हो गया। इस दौरान 2,19,272 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं।

इससे पहले रविवार को रिकार्ड 2,17,113 संक्रमितों ठीक हो जाने के बाद विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी दे दी गयी। देश में अब तक एक करोड़ 43 लाख चार हजार 382 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं।

इसी दौरान सक्रिय मामलों में लगातार बढ़ोतरी से इनकी संख्या 28,13,658 हो गयी है वहीं 2812 और मरीजों की मौत के साथ इस बीमारी से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 1,95,123 हो गया है।

देश में रिकवरी दर घटकर 82.62 और सक्रिय मामलों की दर बढ़कर 16.25 प्रतिशत हो गयी है, जबकि मृत्युदर कम घटकर 1.13 फीसदी रह गयी है।

महाराष्ट्र कोरोना के सक्रिय मामलों में शीर्ष पर है और पिछले 24 घंटों के दौरान सक्रिय मामले 3909 बढ़कर इनकी संख्या अब 7,00,207 हो गए हैं। इस दौरान राज्य में 61,450 और मरीजों के ठीक हाेने के बाद कोरोना को मात देने वालों की तादाद बढ़कर 35,30,060 हो गयी है जबकि 832 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 64,760 हो गया है।

केरल में इस दौरान सक्रिय मामले 20,317 बढ़कर 2,19,221 हो गये तथा 8122 मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोना को मात देने वालों की संख्या बढ़कर 11,81,324 हो गयी है जबकि 30 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 5110 हो गयी है।

कर्नाटक में कोरोना के सक्रिय मामले 27,679 बढ़े हैं जिससे इनकी संख्या 2,62,181 हो गयी है। राज्य में मृतकों का आंकड़ा 14,426 हो गया है तथा अब तक 10,62,594 मरीज स्वस्थ हुए हैं।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना के सक्रिय मामले 1512 बढ़े हैं और इनकी संख्या अब 94,592 हो गयी है। यहां अब तक 14,248 लोगों की इस महामारी से मौत हुई हैं जबकि 9,18,875 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं।

तेलंगाना में सक्रिय मामले बढ़कर 65,597 हो गये हैं और 2042 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 3,34,144 लोग इस महामारी से ठीक हुए हैं। आंध्र प्रदेश में सक्रिय मामले 8261 बढ़कर 89,732 हो गये हैं। राज्य में कोरोना को मात देने वालों की तादाद 936143 हो गयी है जबकि 7685 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। तमिलनाडु में सक्रिय मामलों की संख्या 4512 बढ़कर 1,05,180 हो गयी है तथा अब तक 13,557 लोगाें की मौत हुई है। वहीं राज्य में 9,63,251 मरीज संक्रमण मुक्त हुए हैं।

आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान 9472 सक्रिय मामले बढ़े और इनकी संख्या अब 2,97,616 हो गयी हैं। राज्य में इस महामारी से अब तक 11,165 संक्रमितों की मौत हो चुकी है तथा 7,77,844 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
छत्तीसगढ़ में कोरोना के सक्रिय मामले बढ़कर 1,23,835 हो गयी है। राज्य में 1,23,835 लोग कोरोना मुक्त हो चुके हैं जबकि 199 और मरीजों की इस महामारी से मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 7310 हो गयी है। मध्य प्रदेश में सक्रिय मामले बढ़कर 91,548 हो गये हैं तथा अब तक 4,02,623 लोग स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 5133 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है।

पंजाब में सक्रिय मामले बढ़कर 48,154 हो गए हैं तथा संक्रमण से निजात पाने वालों की संख्या 2,82,504 हो गई है जबकि 8432 मरीजों की जान जा चुकी है। गुजरात में सक्रिय मामले बढ़कर 1,15,006 हो गये हैं तथा अब तक 6328 लोगाें की मौत हुई है। राज्य में 3,74,699 मरीज संक्रमण मुक्त हुए हैं। हरियाणा में इस अवधि में सक्रिय मामलों की संख्या 4864 बढ़कर 74,248 हो गयी है। राज्य में इस महामारी से 3767 लोगों की मौत हो चुकी है तथा अब तक 3,46,304 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं।

पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के सक्रिय मामले 7425 बढ़कर 88,800 हो गये हैं और इस महामारी से 10,941 लोगों की मौत हुई है। राज्य में अब तक 6,44,209 लोग स्वस्थ हुए हैं। बिहार में सक्रिय मामले 5194 बढ़कर 87,155 हो गए है। राज्य में कोरोना वायरस से अभी तक 2155 लोगों की मौत हुई है जबकि 3,14,286 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।

कोरोना महामारी से अब तक राजस्थान में 3601, जम्मू-कश्मीर में 2147, उत्तराखंड में 2146, ओडिशा में 1988, झारखंड में 1991, हिमाचल प्रदेश में 1336, असम में 1200, गोवा में 1017, पुड्डुचेरी में 748, चंडीगढ़ में 435, त्रिपुरा में 394, मणिपुर में 385, मेघालय में 160, सिक्किम में 138, लद्दाख में 138, नागालैंड में 98, अंडमान-निकाेबार द्वीप समूह में 66, अरुणाचल प्रदेश में 58, मिजोरम में 13, दादर-नागर हवेली एवं दमन-दीव में चार तथा लक्षद्वीप में एक व्यक्ति की मौत हुई है।

उज्जैन में कोरोना पीड़ितों को निशुल्क भोजन वितरण सेवा के कार्य में लगा युवा दंपत्ति,राहुल नागर और श्वेता नागर ने मरीजों की सेवा में दिन-रात एक कर दिया attacknews.in

उज्जैन 26 अप्रैल । उज्जैन में कोरोना योद्धा के रूप मे युवा दंपत्ति ने निशुल्क भोजन वितरण का काम शुरू करके ” पाजिटिव और होम क्वारंटाइन “मरीजों की सेवा के लिए दिन-रात एक कर दिया है ।इनकी इस सेवा भावना ने समाज को भी आगे आने के लिए मजबूर कर दिया है ।

उज्जैन के इंदौर रोड निवासी युवा दंपत्ति राहुल नागर और श्वेता नागर ने पिछले 10 दिनों से कोरोना संक्रमित मरीजों की सेवा के लिए अपने आपको समर्पित कर दिया,इन्होने यह सेवा निशुल्क भोजन के रूप में शुरू की ,जो आज अनगिनत परिवारों की सेवा का माध्यम बन गया है ।

इस युवा दंपत्ति को संक्रमण के दौरान पीड़ित और उसके परिवार की वह परेशानी नहीं देखी गई जब परिवार में परेशानी के कारण भोजन नहीं बना और यह दंपत्ति बन गया इनके परिवार का सदस्य और करने लगा भोजन सेवा ।

गर्व है कि राहुल नागर और स्वेता नागर पिछले 10 दिनों से लगातार लगभग 10 परिवारों को निशुल्क भोजन सेवा दे रहे है।

आज सभी और कोरोना ने अपने पैर पसार लिए है ऐसे में उज्जैन के मध्यम परिवार के नागर समाज के दंपति राहुल नागर ओर स्वेता नागर ने इंसानियत की मिसाल पेश करके कोरोना पीड़ितों की सेवा करने की ठानी ।

इन्होने कृष्णा परिसर , महावीर बाग कॉलोनी इंदौर रोड , उज्जैन के आस पास के एरिया के कोविड पॉजिटिव या होम क्वारंटाइन परिवार को निःशुल्क शुद्ध सात्विक भोजन किसी भी घर तक दोपहर 1.00 बजे एवं शाम 7.00 बजे,अगर आपके आसपास कोई भी परिवार जो इस बीमारी से ग्रसित हो एवं घर के सदस्य खाना बनाने में असमर्थ हो को सूचना मिलने पर स्वयं ही भोजन पहुंचाने का काम शुरू कर दिया, इसके लिए इन्होंने भोजन बुकिंग का समय सुबह का भोजन के लिए – 10 बजे तक और शाम के भोजन के लिए – दोपहर 3 बजे तक निर्धारित किया हुआ है और कोई भी इनसे संपर्क : श्वेता राहुल नागर 7089591091 पर कर सकता है।