भारत में सरकार की अनुमति मिलते ही शुरू हो जाएगा 10 दिनों में कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम,देश में पिछले छह महीनों के बाद कोरोना वायरस के सक्रिय मामलोंमें लगातार गिरावट जारी attacknews.in

नयी दिल्ली, 05 जनवरी । केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को कहा कि काेरोना वैक्सीन को औषधि महानियंत्रक की मंजूरी मिल गयी है और सरकार की अनुमति मिलते ही इसके टीके लगाने शुरू कर दिये जायेंगे।

श्री भूषण ने कहा कि कोरोना वैक्सीन को औषधि महानियंत्रक की मंजूरी तीन जनवरी को मिलने के 10 दिनों के भीतर इसके टीके लगाने की व्यवस्थायें पूरी कर ली जायेंगी और सरकार की त्वरित अनुमति मिलते ही टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया जायेगा। उन्होंने हालांकि स्पष्ट किया कि इसके टीकाकरण पर अंतिम निर्णय सरकार का होगा।

उन्होंने कहा कि देश में इस समय प्राथमिक वैक्सीन स्टोर (जीएसएमडी) मौजूद हैं जो करनाल, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में हैं और इसके अलावा इसके बाद देश 37 वैक्सीन केंद्र हैं। यहां वैक्सीन का भंड़ारण किया जाएगा तथा फिर यहां से वैक्सीन को जिलों में भेजा जाएगा। जिला स्तर से इन वैक्सीन को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भेजा जाएगा।

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने इसके वैक्सीन कार्यक्रम में बताया कि यह पूरा कार्यक्रम ‘क्लीनिकल ट्रायल मोड’ में होगा यानी इसमें ‘प्लेसेबो’ को कोई जगह नहीं दी जाएगी और टीके को लगवाने के इच्छुक लोगों की सहमति जरूरी है। टीके को लगवाने के बाद लोगों का ‘क्लोजर फालोअप’ भी किया जाएगा कि कहीं उनमें कोई गंभीर दुष्प्रभाव तो नहीं देखने को मिल रहे हैं।

देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार गिरावट जारी

देश में पिछले छह महीनों के बाद इस समय कोरोना वायरस के सक्रिय मामलों की संख्या ढाई लाख से भी कम रह गई है और इसमें लगातार गिरावट जारी है।

पिछले 11 दिनों से लगातार प्रतिदिन होने वाली मौतों की संख्या भी 300 से कम दर्ज की जा रही है।

स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि देश में कोरोना वायरस की समग्र पाजिटिविटी दर 5.87 प्रतिशत है और पिछले सप्ताह यह 1.97 प्रतिशत थी।

उन्होंने बताया कि इस समय देश में 43.96 प्रतिशत सक्रिय मामले हैं जो विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी सुविधा केन्द्रों तथा अस्पतालों में हैं और 56.04 प्रतिशत मरीज घरों पर आइसोलेशन में हैं। देश में प्रति 10 लाख की आबादी में कोरोना मामलों की संख्या 7504 है जबकि रूस में 22339, अमेरिका में 61204 है तथा प्रति 10 लाख आबादी में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों का आंकड़ा भारत में 108,रूस में 404, अमेरिका में 1050 और इटली में 1245 हैं।

देश में कोरोना वायरस के सक्रिय मामलों की संख्या 167 प्रति 10 लाख हैं और तुर्की में यह संख्या 1032 तथा अमेरिका में 24863 हैं। भारत में पिछले सात दिनों में इसी आबादी के अनुपात में कोरोना वायरस के नये मामलों की संख्या 96 दर्ज की गई है जबकि ब्राजील में 1179, अमेरिका में 4325 और ब्रिटेन में 5398 मामले दर्ज किए गए हैं।

श्री भूषण ने बताया कि देश में प्रति 10 लाख लोगों में कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या की संख्या विश्व में सबसे कम यानी एक है जबकि ब्राजील में 23, अमेरिका में 55 और ब्रिटेन में प्रति 10 लाख लोगों में 63 मरीजों की कोरोना वायरस से मौत हो रही है।

उन्होंने कोविड वैक्सीन डिलीवरी मैनेजमेंट सिस्टम की जानकारी देते हुए कहा कि वैक्सीन निर्माता कंपनियों से वैक्सीन विमानों के जरिए प्राथमिक वैक्सीन सेंटर (जीएमएसडी) में पहुंचाई जाएगी और इसके बाद इसे राज्यों के वैक्सीन स्टोर में रखा जाएगा फिर इसे जिला वैक्सीन स्टोर से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में ले जाया जाएगा। इस पूरी प्रकिया में वातानुकूलित वाहनों के तापमान रखरखाव पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। लाजिस्टिक मैनेजमेंट रियल टाइम रिमोट टेमप्रेचर मानिटरिंग की सुविधा मौजूदा 29000 कोल्ड चेन प्वाइंट में हैं।

उन्होंने बताया कि कोराना वैक्सीन के लिए स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम पंक्तियों के यौद्धाओं को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए अलग से पंजीकरण की जरूरत नहीं हैं क्योंकि इनका डाटा सरकार के पास पहले से ही है। आम लोगों को पंजीकरण की आवश्यकता है। जिन लोगों को टीका लगाया जाना है, उन्हें पहले अपना पंजीकरण कराना अनिवार्य है और इसके बाद उन्हें टीकाकरण सत्र के बारे में जानकारी दी जाएगी और फिर वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए उन्हें अपना पहचान पत्र रखना रखना होगा और दोनों डोज दिए जाने पर उन्हें मोबाइल पर क्यू आर डिजीटल सर्टिफिकेट मिलेगा। कोरोना वैक्सीन टीम में वैक्सीनेटर समेत पांच लोग शामिल किए गए हैं।

गौरतलब है कि भारत में कोविड-19 संक्रमण से मुक्‍त होने वाले लोगों की कुल संख्‍या मंगलवार को 99.75 लाख से अधिक (99,75,958) हो गई। इससे संक्रमण से मुक्‍त होने (रिकवरी) की दर भी बढ़कर 96.32 प्रतिशत हो गई है। पिछले 24 घंटे में कुल 29,091 लोग कोविड-19 संक्रमण से मुक्‍त हुए हैं।

देश में कोविड-19 के संक्रमित मरीजों की संख्‍या घटकर आज 2,31,036 रह गई और यह अब तक के कुल संक्रमित मामलों का मात्र 2.23 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में 29,091 लोग स्‍वस्‍थ हुए और देश में संक्रमण के केवल 16,375 नये मामले सामने आये हैं।

नरेन्द्र मोदी ने कहा:भारत का कोविड वैक्‍सीनेशन कार्यक्रम विश्‍व का सबसे बड़ा कार्यक्रम है और यह जल्‍द ही शुरू होने जा रहा है attacknews.in

नयी दिल्ली, चार जनवरी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने औषधि नियामक द्वारा दो टीकों के सीमित आपात इस्तेमाल को मंजूरी दिए जाने के एक दिन बाद सोमवार को कहा कि देश में कोरोना वायरस को काबू करने के लिए दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू होने वाला है।

उन्होंने ‘भारत में निर्मित’ टीकों के लिए वैज्ञानिकों एवं तकनीशियनों की प्रशंसा करते हुए कहा कि देश को उन पर गर्व है।

मोदी ने कहा, ‘‘भारत में दुनिया का सबसे बड़ा कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम शुरू होगा। इसके लिए, देश को अपने वैज्ञानिकों एवं तकनीशियनों के योगदान पर गर्व है।’’

मोदी ने राष्ट्रीय माप पद्धति सम्मेलन में वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए कहा कि यह सुनिश्चित करना होगा कि ‘भारत निर्मित’’ उत्पादों की न केवल वैश्विक मांग हो, बल्कि उनकी वैश्विक स्वीकार्यता भी हो।

उन्होंने कहा, ‘‘किसी उत्पाद की गुणवत्ता उसकी मात्रा जितनी ही महत्वपूर्ण है। ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में कदम बढ़ाने के साथ-साथ हमारे मानक भी ऊंचे होने चाहिए।’’

उल्लेखनीय है कि भारत के औषधि नियामक ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड कोविड-19 टीके ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक के स्वदेश में विकसित टीके ‘कोवैक्सीन’ के देश में सीमित आपात इस्तेमाल को रविवार को मंजूरी दे दी, जिससे व्यापक टीकाकरण अभियान का मार्ग प्रशस्त हो गया है।

नेशनल मेट्रोलॉजी कॉन्क्लेव के उद्घाटन अवसर पर प्रधानमंत्री का संबोधन

प्रधानमंत्री ने ‘नेशनल एटोमिक टाइमस्‍केल’ और ‘भारतीय निर्देशक द्रव्‍य प्रणाली’ राष्‍ट्र को समर्पित की

प्रधानमंत्री ने नेशनल एंवायरनमेंट स्‍टैंडर्ड लेब्रोरटरी की आधारशिला रखी

प्रधानमंत्री ने सीएसआईआर से अपील की कि वह छात्रों को भविष्‍य के वैज्ञानिक बनने के लिए प्रेरित करने के लिए उनसे संपर्क बनाए

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय निर्देशक द्रव्‍य प्रणाली का ‘सर्टिफाईड रेफरेंस मै‍टीरियल सिस्‍टम’, भारतीय उत्‍पादों की गुणवत्‍ता में सुधार करने में मदद करेगा

प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिक समुदाय से आग्रह किया कि वह विज्ञान प्रौद्योगिकी और उद्योग में मूल्‍य संवर्धन चक्र को बढ़ावा दे

प्रधानमंत्री ने कहा कि सुदृढ़ अनुसंधान एक सुदृढ़ ‘ब्रांड इंडिया’ कायम करने में मददगार होगा

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्‍यम से नेशनल मेट्रोलॉजी कॉन्क्लेव 2021 के उद्घाटन अवसर पर अपना संबोधन दिया। उन्‍होंने इस अवसर पर ‘नेशनल एटोमिक टाइमस्केल’ और ‘भारतीय निर्देशक द्रव्य प्रणाली’ राष्ट्र को समर्पित की और ‘नेशनल एंवायरनमेंट स्टैंडर्ड लेब्रोरटरी’ की आधारशिला रखी।

इस कान्‍क्‍लेव का आयोजन नई दिल्‍ली स्थित वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद् – नेशनल फिजिकल लेब्रोरटरी (सीएसआईआर-एनपीएल) ने अपने 75वें स्‍थापना दिवस के अवसर पर किया। कान्‍क्‍लेव का मुख्‍य विषय ‘मेट्रोलॉजी फॉर द इन्‍क्‍लूसिव ग्रोथ ऑफ द नेशन’ था। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन और मुख्‍य वैज्ञानिक सलाहकार डॉक्टर विजय राघवन भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने इस नए साल में कोविड के उपचार के लिए दो स्‍वदेशी वैक्‍सीन का सफल विकास करने के लिए भारतीय वैज्ञानिकों की प्रशंसा की। उन्‍होंने कहा कि भारत का कोविड वैक्‍सीनेशन कार्यक्रम विश्‍व का सबसे बड़ा कार्यक्रम है और इसे जल्‍द ही शुरू किया जाएगा।

उन्‍होंने सीएसआईआर समेत देश के सभी वैज्ञानिक संस्‍थानों की इस बात के लिए सराहना की कि उन्‍होंने देश के समक्ष पेश हर चुनौती का समाधान तलाशने के लिए मिल जुलकर काम किया।

प्रधानमंत्री ने सीएसआईआर से आग्रह किया कि वह स्‍कूली छात्रों से संपर्क कायम करे और संस्‍थान द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में उनकी जानकारी बढ़ाए। उन्‍होंने कहा कि इससे छात्रों को भविष्‍य के वैज्ञानिक बनने की प्रेरणा मिलेगी।

उन्‍होंने सीएसआईआर-एनपीएल की इस बात के लिए प्रशंसा की कि उसने देश के विकास और मूल्‍यांकन में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्‍होंने कहा कि इस कान्‍क्‍लेव में हमें अतीत की उपलब्धियों पर विचार करने और संस्‍थान को भावी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार होने में मदद मिलेगी।

उन्‍होंने संस्‍थान का आह्वान किया कि उसे आत्‍मनिर्भर भारत की दिशा में आगे बढ़ने के लिए नए मानकों और नए पैमानों के अनुरूप महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए आगे आना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सीएसआईआर-एनपीएल जैसे महत्‍वपूर्ण संस्‍थानों पर भारत के भविष्‍य को परिवर्तित करने की जिम्‍मेदारी है।

उन्‍होंने कहा कि दशकों से भारत गुणवत्‍ता और पैमाइश के मामले में विदेशी मानकों पर निर्भर था। लेकिन अब भारत की गति, प्रगति, उन्‍नति, छवि और मजबूती उसके अपने मानकों से निर्धारित होगी। उन्‍होंने कहा कि अब मेट्रोलॉजी, जो कि पैमाइश या नापतोल का विज्ञान है, किसी भी वैज्ञानिक उपलब्धि का आधार तय करेगा। उन्‍होंने कहा कि कोई भी अनुसंधान पैमाइश या नापतोल के बिना आगे नहीं बढ़ सकता। यहां तक कि हमारी उपलब्धियों की भी किसी पैमाने पर पैमाइश की जाती है।

उन्‍होंने कहा कि विश्‍व में देश की विश्‍वसनीयता उसकी मेट्रोलॉजी की विश्‍वसनीयता पर निर्भर करती है। उन्‍होंने कहा कि मेट्रोलॉजी एक तरह से वह आइना है जो हमें विश्‍व में हमारी स्थिति और सुधार की गुंजाइश बताता है।

उन्‍होंने याद दिलाया कि आत्‍मनिर्भरता के लक्ष्‍य को प्राप्‍त करना भी मात्रा और गुणवत्‍ता पर ही निर्भर है। उन्‍होंने कहा कि दुनिया के बाजार को भारतीय उत्‍पाद से भर देने की जगह, इन उत्‍पादों की खरीद करने वाले हर उपभोक्‍ता का दिल जीतना जरूरी है। उन्‍होंने यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि ‘मेड इन इंडिया’ उत्‍पाद सिर्फ वैश्विक मांग को पूरा न करें, बल्कि उन्‍हें वैश्विक तौर पर स्‍वीकार्यता मिले।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज राष्‍ट्र को समर्पित की गई। भारतीय निर्देशक द्रव्‍य प्रणाली ‘प्रमाणीकृत रैफरेंस मैटीरियलस सिस्‍टम’ के जरिए भारी धातुओं, कीटनाशकों, औषध और कपड़ा उद्योग क्षेत्र को गुणवत्‍तापूर्ण उत्‍पाद तैयार करने में मदद करेगा।

उन्‍होंने कहा कि अब उद्योग नियामक केंद्रित दृष्टिकोण के स्‍थान पर उपभोक्‍ता केंद्रित दृष्टिकोण की ओर बढ़ चुका है। उन्‍होंने कहा कि इन नए मानकों से देश के विभिन्‍न जिलों के घरेलू उत्‍पादों को वैश्विक पहचान दिलाने का अभियान चलाया जा सकेगा, जो कि सूक्ष्‍म, लघु और मध्‍यम उद्योगों के क्षेत्र को विशेष रूप से फायदा दिलाएगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अंतर्राष्‍ट्रीय मानकों का पालन करने से विदेशी विनिर्माण कंपनियों को भारत आने और स्‍थानीय आपूर्ति श्रृंखला पाने में मदद मिलेगी। उन्‍होंने कहा कि इन नए मानकों से आयात और निर्यात दोनों की गुणवत्‍ता सुनिश्चित की जा सकेगी। इससे भारत के आम उपभोक्‍ता को गुणवत्‍तापूर्ण उत्‍पाद मिल सकेंगे और निर्यातकों के समाने आने वाली समस्‍याओं को कम किया जा सकेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह ऐतिहासिक तथ्‍य है कि कोई भी देश विज्ञान के विकास को बढ़ावा देकर ही आगे बढ़ सका है। उन्‍होंने इसे विज्ञान, प्रौद्योगिकी और उद्योग का मूल्‍य सृजन चक्र बताया। इसका ब्‍यौरा देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एक वैज्ञानिक आविष्‍कार एक नई प्रौद्योगिकी का निर्माण करता है और यह नई प्रौद्योगिकी औद्योगिक विकास में परिणत होती है। इसके बदले में उद्योग फिर से नए अनुसंधान के लिए विज्ञान में निवेश करता है। इस तरह यह चक्र चलता रहता है और नई संभावनाएं बनती रहती हैं। उन्‍होंने कहा कि सीएसआईआर-एनपीएल ने इस मूल्‍य चक्र को आगे बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाई है।

विज्ञान के इस मूल्‍य सृजन चक्र से एक बड़े पैमाने पर निर्माण का रास्‍ता प्रशस्‍त हुआ है। खासतौर से यह आज के समय में बेहद महत्‍वपूर्ण है जब देश आत्‍मनिर्भर भारत के लक्ष्‍य की ओर बढ़ रहा है। सीएसआईआर को इस क्षेत्र में भी अपनी भूमिका का निर्वाह करना है।

प्रधानमंत्री ने सीएसआईआर-एनपीएल के ‘राष्‍ट्रीय परमाणु टाइमस्‍केल’ को भी राष्‍ट्र को समर्पित करते हुए प्रसन्‍नता व्‍यक्‍त की। उन्‍होंने कहा कि भारत अब समय का एक नैनो सेकेंड की अवधि में माप करने में भी आत्‍मनिर्भर हो गया है।

उन्‍होंने कहा कि 2.8 नैनो सेकेंड के स्‍टीकता स्‍तर को प्राप्‍त कर लेना अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। अब भारतीय मानक समय तीन नैनो सेकेंड से भी कम अवधि की स्‍टीकता के साथ अंतर्राष्‍ट्रीय मानक समय के अनुरूप हो गया है। इससे इसरो जैसी संस्‍थाओं को बहुत मदद मिलेगी जो कि अत्‍याधुनिक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में काम करती हैं। इस उपलब्धि से आधुनिक प्रौद्योगिकी के अनुरूप काम करने वाले बैंकिंग, रेलवे, रक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य, दूरसंचार, मौसम की भविष्‍यवाणी, आपदा प्रबंधन और इसी तरह के कई अन्‍य क्षेत्रों को बहुत लाभ होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि टाइमस्‍केल उद्योग 4.0 के क्षेत्र में भारत की भूमिका को अधिक मजबूत करने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्‍होंने कहा कि भारत पर्यावरण के मामले में भी नेतृत्‍वकारी स्थिति की ओर बढ़ रहा है। आज भी वायु की गुणवत्‍ता और उत्‍सर्जन मापने की प्रौद्योगिकी और उपकरणों के मामलों में भारत अन्‍य देशों पर निर्भर है। इस उपलब्धि से हमें इस क्षेत्र में आत्‍मनिर्भर होने में मदद मिलेगी और हम प्रदूषण नियंत्रण के लिए अधिक प्रभावी तथा सस्‍ते उपकरण बनाने में सक्षम हो सकेंगे। इससे वायु की गुणवत्‍ता और उत्‍सर्जन प्रौद्योगिकी से संबद्ध तकनीकों के वैश्विक बाजार में भारत की हिस्‍सेदारी बढ़ेगी। श्री मोदी ने कहा कि ये सभी उपलब्धियां हम अपने वैज्ञानिकों के सतत प्रयासों के चलते हासिल कर सके हैं।

प्रधानमंत्री ने जानकारी के विभिन्‍न क्षेत्रों में अनुसंधान की महत्‍ता पर विस्‍तार से चर्चा की। उन्‍होंने कहा कि किसी भी प्रगतिशील समाज में अनुसंधान सिर्फ एक प्राकृतिक अभ्‍यास नहीं बल्कि प्राकृतिक प्रक्रिया है। उन्‍होंने कहा कि अनुसंधान का प्रभाव ‍सामाजिक अथवा व्‍यावसायिक हो सकता है और अनुसंधान हमारी जानकारी और समझदारी का भी विस्‍तार करता है। उन्‍होंने कहा कि अनुसंधान की भावी दिशा और उसके उपयोग के साथ ही उसके अंतिम लक्ष्‍य के बारे में पहले से अनुमान लगा पाना हमेशा संभव नहीं हो पाता। सिर्फ एक ही चीज तय होती है, वह है कि अनुसंधान नई से नई जानकारी के आयाम खोलता है और यह कभी बेकार नहीं जाता। प्रधानमंत्री ने इस संदर्भ में जैनेटिक्‍स के जनक मेंदेल और निकोलस टेस्‍ला का उदाहरण दिया, जिनके कार्य को बहुत बाद में मान्‍यता मिली। उन्‍होंने कहा कि बहुत बार ऐसा होता है कि अनुसंधान हमारे तात्‍कालिक लक्ष्‍यों को पूरा नहीं कर पाएं, लेकिन यही अनुसंधान कुछ अन्‍य क्षेत्रों में बेहद महत्‍वपूर्ण हो सकता है। प्रधानमंत्री ने अपने इस बिंदु की व्‍याख्‍या करते हुए जगदीशचंद्र बोस का उदाहरण दिया जिनकी माइक्रोवेव थ्‍योरी उनके समय में व्‍यावसायिक दृष्टि से लाभप्रद नहीं हो सकी, लेकिन आज समूची रेडियो दूरसंचार सेवा उसी पर आधारित है। उन्‍होंने विश्‍व युद्धों के दौरान हुए अनुसंधानों का भी उदाहरण दिया जिन्‍होंने बाद में विभिन्‍न क्षेत्रों में क्रान्ति की। उदाहरण के लिए ड्रोन्‍स को युद्ध के लिए तैयार किया गया था लेकिन आज वे न सिर्फ फोटोशूट कर रहे हैं बल्कि सामानों को पहुंचाने का काम भी कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इसीलिए हमारे खासतौर से युवा वैज्ञानिकों को अपने क्षेत्र में किए जा रहे अनुसंधानों का उपयोग अन्‍य क्षेत्रों में किए जाने की संभावनाओं को तलाशना चाहिए और इसे सामने रखकर ही अपना अनुसंधान करना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने बिजली का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे कोई छोटा सा अनुसंधान भी विश्‍व को बदल सकता है। उन्‍होंने कहा कि आज सब कुछ बिजली से चलता है। चाहे वह परिवहन हो, संचार हो, उद्योग हो या हमारा रोज का जीवन। इसी तरह से सेमी कंडक्‍टर्स जैसे आविष्‍कारों ने हमारे जीवन में डिजीटल क्रांति ला दी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे युवा अनुसंधानकर्ताओं के सामने बहुत सी संभावनाएं हैं। उनके अनुसंधान और आविष्‍कारों से हमारा भविष्‍य पूरी तरह बदल सकता है।

प्रधानमंत्री ने भविष्‍य के लिए ईको सिस्‍टम बनाने के प्रयासों की भी चर्चा की। उन्‍होंने कहा कि भारत ग्‍लोबल इनोवेशन रैंकिंग में सर्वोच्‍च 50 देशों में शामिल हैं। इसके अलावा वह विज्ञान एवं इंजीनियरिंग पब्लिकेशंस के मामले में भी तीसरे रैंक पर हैं। इस तरह हम पाते हैं कि हमारा जोर आधारभूत अनुसंधान पर है। उद्योगों और संस्‍थानों के बीच समन्‍वय सुदृढ़ हुआ है और विश्‍व की बड़ी कंपनियां भारत में अपने अनुसंधान प्रकोष्‍ठ स्‍थापित कर रही हैं। हाल के वर्षों में इस तरह के अनुसंधान प्रकोष्‍ठों की संख्‍या में पर्याप्‍त वृद्धि हुई है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय युवा के लिए अनुसंधान और नवोन्‍मेष की संभावनाएं असीमित हैं। अत: नवोन्‍मेष का संस्‍थागत होना उतना ही महत्‍वपूर्ण है जितना कि नवोन्‍मेष खुद महत्‍वपूर्ण है। हमारे युवाओं को यह समझना होगा कि बौद्धिक संपदा की रक्षा कैसे की जाए। हमें यह याद रखना होगा कि हमारे जितने अधिक पेटेंट्स होंगे उतनी ही उनकी उपयोगिता होगी। उन क्षेत्रों में हमारी उपस्थिति और पहचान सुदृढ़ होगी जिनमें अनुसंधान मजबूत और नेतृत्‍वकारी होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे हम एक सुदृढ़ ‘ब्रांड इंडिया’ की ओर बढ़ सकेंगे।

वैज्ञानिकों को कर्मयोगी बताते हुए प्रधानमंत्री ने प्रयोगशालाओं में उनके पूरे मनोयोग से काम में लगे रहने की प्रशंसा की और कहा कि वे 130 करोड़ भारतवासियों की उम्‍मीदों और आकांक्षाओं के वाहक है ।

भारत में शनिवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या एक करोड़ तीन लाख 23 हजार से अधिक,मृतकों की संख्या 1.50 लाख के करीब पहुंची,ठीक होने वालों की संख्या 99.23 लाख के पार attacknews.in

नयी दिल्ली 02 जनवरी । देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के 16,191 नये मामले आने से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,03,23, 589 हो चुकी हैं, लेकिन राहत की बात यह है कि इससे स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या 99.23 लाख से ज्यादा हो गयी है जबकि सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 2.47 लाख के नीचे आ गई हैं।

विभिन्न राज्यों से शनिवार देर रात तक प्राप्त रिपोर्टाें के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 16,191 नये मामले सामने आये जिससे संक्रमितों की कुल संख्या एक करोड़ तीन लाख 23 हजार से अधिक हो गयी है। इसी दौरान 17,597 मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या 99,23,356 तथा रिकवरी दर बढ़कर 96.12 प्रतिशत हो गयी। सक्रिय मामले और घटकर 2,47,146 पर आ गये और इनकी दर 2.46 प्रतिशत रह गयी। इसी अवधि में 187 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 1,49,442 हो गया है और मृत्यु दर अभी 1.45 फीसदी है।

केरल में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के 5,328 नये मामले सामने आये तथा इस महामारी से पीड़ित 4,985 और लोग स्वस्थ हुए जिससे सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 65,300 के पार पहुंच गयी।

केरल में पिछले 24 घंटों के दौरान दर्ज नये मामले, स्वस्थ मामले और सक्रिय मामलों की संख्या पूरे देश में सर्वाधिक है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में 5,328 नए मामले सामने आने से संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 7,71,253 पहुंच गयी और 4,985 लोगों के स्वस्थ हाेने से इस वायरस से निजात पाने वालों की कुल संख्या 7,02,576 हो गयी। इसी अवधि में 21 और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 3,116 हो गयी है। राज्य में इस अवधि में सक्रिय मामलों में 320 की और वृद्धि होने से इनकी संख्या बढ़कर 65,374 रह गयी। सभी सक्रिय मरीजों का विभिन्न अस्पतालों और कोविड-19 केन्द्रों पर इलाज चल रहा है।

महाराष्ट्र में सक्रिय मामलों में शनिवार को 1,053 की और वृद्धि होने के बाद सक्रिय मामले बढ़कर 53,137 पहुंच गये।

राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 3,218 नये मामले सामने आने से संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 19,38,854 हो गयी है।

इसी अवधि में 2,110 और मरीजों के स्वस्थ होने से इस संक्रमण से निजात पाने वालों की संख्या 18,34,935 हो गयी है तथा 51 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 49,631 तक पहुंच गया।

कर्नाटक में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के नये मामलों के मुकाबले स्वस्थ होने वालों की संख्या में वृद्धि होने से सक्रिय मामलों में फिर से गिरावट दर्ज की गयी है।

राज्य में शनिवार को 755 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 9.21 लाख से अधिक हो गयी लेकिन राहत की बात यह है कि स्वस्थ होने वालाें की संख्या में वृद्धि होने से सक्रिय मामले घट कर 10,800 के करीब पहुंच गये।

कर्नाटक में 755 नए मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या 9,21,128 हो गयी है। इस दौरान 976 और मरीजों के स्वस्थ होने से रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 8,98,176 हो गयी है। इसी अवधि में तीन और लोगों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 12,099 हो गया है। नये मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या अधिक होने के कारण सक्रिय मामलों में कमी दर्ज की गयी है। राज्य में सक्रिय मामले 224 और घट कर अब 10,834 रह गये।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 494 नए मामले सामने के बाद राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 6,26,448 हो गई है जबकि इस दौरान 14 और लोगों की मौत से मरने वालों की संख्या बढ़कर 10,571 पर पहुंच गई है। दिल्ली में कोरोना के फिलहाल 5342 सक्रिय मामले है।

आंध्र प्रदेश में इस दौरान सक्रिय मामले घटकर 3,194 रह गये। राज्य में अब तक कोरोना से 7,111 लोगों की मौत हुई है और 8,72,545 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं।

तमिलनाडु में सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 8,272 रह गयी है तथा अभी तक 12,146 लोगाें की मौत हुई है। राज्य में अब तक 7,99,427 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं।

पश्चिम बंगाल में कोरोना के सक्रिय मामले 11,008 रह गये हैं और 9,766 लोगों की मौत हुई है। राज्य में अब तक 5,33,305 लोग स्वस्थ हुए हैं।

पूरे विश्व में भारत अब अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है। अमेरिका में अब तक 2,01,47,745 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 3,47,973 मरीजों की मौत हो चुकी है।

मध्यप्रदेश में शनिवार देर रात कोरोना के 731 नए मरीज, नौ की मृत्यु के मामले सामने आने के साथ संक्रमितों की संख्या 2 लाख 43 हजार के पार,मृतकों की संख्या 3 हजार 627 हुई attacknews.in

भोपाल, 02 जनवरी । मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड के बीच कोरोना संक्रमण के मामलों में पिछले कुछ दिनों से कमी के बीच अाज 731 नए मामले सामने आए और नौ संक्रमितों की मृत्यु हो गयी।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार 26,144 सैंपल की जांच में 731 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजीटिव आयी और संक्रमण दर 2़ 7 दर्ज की गयी। इसके साथ ही राज्य में अब तक 2,43,302 व्यक्ति संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से 2,30,586 स्वस्थ हो चुके हैं। आज स्वस्थ होने वालों की संख्या 855 रही।

मध्यप्रदेश में कोरोना को लेकर आज की स्थिति

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों को लेकर शनिवार को रात्रि में राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी किए गए बुलेटिन के अनुसार स्थिति इस प्रकार है।

जिला…….संक्रमित…मृत्यु…ठीक हुए

इंदौर………55320…880….51605
भोपाल…….39601…581…37022
ग्वालियर….15963….204..15464
जबलपुर…..15562…242..14885
खरगौन…….5120…93…4846
सागर………5056….148….4737
उज्जैन…….4682……102…4349
रतलाम……4433……78….4116
रीवा………..3874….33…..3711
धार………..3871……57….3739
होशंगाबाद…3613…..60….3486
विदिशा……3513….63….3337
शिवपुरी……3512…..29….3426
नरसिंहपुर…3427…. 28….3333
सतना……..3302….41….3171
बैतुल………3233….70….3059
मुरैना………3205….27….3156
बालाधाट…..3036…14….2936
नीमच……..2941….37….2796
शहडोल…..2924….30….2832
देवास……..2777….26….2679
बडवानी….2742….25….2618
मंदसौर…..2697…..33….2508
छिदंवाडा….2683….42…2581
सीहोर…….2679…..48….2542
दमोह……..2653…..76…2422
झाबुआ……2390…..27….2261
रायसेन……2363…..45….2253
राजगढ……2291…..59…2117
खंडवा……2245…..63….2145
कटनी …….2153….17….2082
हरदा………2037….35…1965
छतरपुर……2032….32….1950
अनुपपुर…..2013…..14….1972
सीधी………1945….13…..1888
सिंगरौली…..1864…26….1799
दतिया……..1828…20….1767
शाजापुर……1705….22…1618
सिवनी……..1492….10…1453
भिंड……….1466….10….1435
गुना……….1461…..26….1383
श्योपुर………1409…14….1357
टीकमगढ़…..1265…27…..1207
अलीराजपुर…1253…13…..1218
उमरिया………1242…16…1195
मंडला……….1196….10…1158
अशोकनगर….1095…17…1041
पन्ना…………1054…4……990
डिण्डोरी………951…..1…..945
बुरहानपुर…….846…..27…815
निवाडी……….652….2……615
आगर मालवा..635….10…..606

योग…….243302…3627…230586

नीमच जिले में छह व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिले

नीमच जिले में छह व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिले हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कल रात जारी बुलेटिन के अनुसार जिले में अब तक 2827 संक्रमित मिल चुके हैं, जिनमें से अब तक 2659 स्वस्थ हो चुके हैं। कुल 39 मरीजों की मौत हुयी है और लगभग 130 व्यक्तियों का इलाज चल रहा है।

दमोह में कोरोना के 4 नए मरीज

दमोह जिले में कोरोना संक्रमण के चार नए मरीज मिलने के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या 2678 हो गई है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संगीता त्रिवेदी की ओर से कल रात जारी बुलेटिन में बताया गया है कि पिछले 24 घंटे में जिले में चार नए मरीज मिले हैं, जबकि अभी तक 114 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। वहीं कुल 2396 व्यक्ति स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। शेष 168 संक्रमितों का इलाज चल रहा है।

उज्जैन में मिले कोरोना के 14 नए मामले

उज्जैन जिले में कोरोना संक्रमण के 14 नए मामले सामने आने के बाद इनकी संख्या बढ़कर 4882 हो गयी है, जिनमें से 4549 मरीज स्वस्थ होकर घर पहुंच चुके हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से कल रात जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटों में 446 सैंपल की जांच में 14 कोरोना संक्रमित पाए गए। इसके अलावा मृतकों की कुल संख्या 101 तक पहुंच गयी है और 231 मरीजों का उपचार किया जा रहा है।

इंदौर में कोरोना के 5.13 फीसदी सक्रिय मामले

इंदौर में कोरोना की संक्रमण दर 8.27 फीसदी हैं, जबकि मृत्युदर 1.59 प्रतिशत हैं। यहां रिकवरी रेट 93.28 हैं और 5.13 फीसदी सक्रिय मामले हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गड़रिया ने बताया कि अब तक जिले में कुल 668894 संदेहियों की कोविड़-19 की जांच की गई हैं जो जिले की कुल आबादी लगभग बत्तीस लाख का 20 फीसदी से ज्यादा हैं। इस प्रकार जिले के हर पांचवे नागरिक की कोरोना जांच हम कर चुके हैं। जांचे गए सेम्पल में 55320 संक्रमित सामने आए हैं, जो जांचे गए सैम्पलों का 8.29 फीसदी हैं। इन्ही संक्रमितों में से 1.29 की मृत्युदर से अबतक 880 संक्रमित उपचार के दौरान दम तोड़ चुके हैं। यहां 93 फीसदी से ज्यादा की दर से 5160 उपचाररत संक्रमितों को स्वस्थ करार दिया गया हैं। महज 5.12 फीसदी यानी 2835 सक्रिय मामले शेष हैं, जिनका उपचार जारी हैं। जिले में कल 183 नए मामले सामने आए हैं, जबकि तीन की उपचार के दौरान मौत हुई है। उपचाररत 251 संक्रमित स्वस्थ होकर कल अपने घर को रवाना हुए हैं।

शिवपुरी में कोरोना के 22 नए मामले

शिवपुरी में आज 22 मरीजों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 3815 हो गयी है

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा आज शाम कोरोना बुलेटिन में यह जानकारी देते हुए बताया गया है कि अभी तक 3715 मरीज ठीक हो चुके हैं। 29 मौतें हो चुकी हैं ।

भारत में शुक्रवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 1.03 करोड़ के पार हुई और मृतकों की संख्या 1.49 लाख के पार,सक्रिय मामले घटकर ढाई लाख के नीचे पहुंचें attacknews.in

नयी दिल्ली 01 जनवरी । देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से अब तक 1.03 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं, लेकिन राहत की बात यह है कि इससे स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या 99.01 लाख से ज्यादा हो गयी है जबकि सक्रिय मामले घटकर ढाई लाख के नीचे पहुंच गये हैं।

विभिन्न राज्यों से शुक्रवार देर रात तक प्राप्त रिपोर्टाें के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 19,080 नये मामले सामने आये जिससे संक्रमितों की कुल संख्या एक करोड़ तीन लाख पांच हजार से अधिक हो गयी है। इसी दौरान 20,143 मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या 99,01,929 तथा रिकवरी दर बढ़कर 96.10 प्रतिशत हो गयी। सक्रिय मामले और घटकर 2,49,414 पर आ गये और इनकी दर 2.46 प्रतिशत रह गयी। इसी अवधि में 187 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 1,49,205 हो गया है और मृत्यु दर अभी 1.45 फीसदी है।

केरल में पिछले 24 घंटों के दौरान सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 65,059 रह गयी है। वहीं मृतकों की संख्या 3096 तथा कोरोनामुक्त होने वालों का आंकड़ा 6,97,591 हो गया है। सक्रिय मामलों में केरल अभी पहले स्थान पर है।

महाराष्ट्र में भी सक्रिय मामलाें में और कमी होने के बाद सक्रिय मामले घटकर 52,084 रह गये। अब तक 18,32,825 लोग इस संक्रमण से निजात पा चुके हैं जबकि 59 और मरीजों की मौत से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 49,580 हो गया है।

दक्षिणी राज्य कर्नाटक में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 11,058 रह गयी है। राज्य में मृतकों का आंकड़ा 12,096 हो गया है तथा अब तक करीब 8,97,200 मरीज स्वस्थ हुए हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 585 नए मामले सामने के बाद राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 6,25,954 हो गई है जबकि इस दौरान 21 और लोगों की मौत से मरने वालों की संख्या बढ़कर 10,557 पर पहुंच गई है। दिल्ली में कोरोना के फिलहाल 5358 सक्रिय मामले है।
आंध्र प्रदेश में इस दौरान सक्रिय मामले घटकर 3,238 रह गये। राज्य में अब तक कोरोना से 7,108 लोगों की मौत हुई है और 8,72,266 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं।
तमिलनाडु में सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 8,380 रह गयी है तथा अभी तक 12,135 लोगाें की मौत हुई है। राज्य में अब तक 7,98,420 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं।

पश्चिम बंगाल में कोरोना के सक्रिय मामले 11,616 रह गये हैं और 9,738 लोगों की मौत हुई है। राज्य में अब तक 5,31,862 लोग स्वस्थ हुए हैं।

पूरे विश्व में भारत अब अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है। अमेरिका में अब तक 2,00,07,149 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 3,46,408 मरीजों की मौत हो चुकी है।

मध्यप्रदेश में शुक्रवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 2 लाख 42 हजार 571 हुई और मृतकों की संख्या 3 हजार 618 पर पहुंची,सामने आए780 नए मामले, 12 की मौत attacknews.in

भोपाल, 01 जनवरी ।मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस ‘कोविड 19’ के 780 नए मामले सामने आने के साथ ही इस बीमारी से 12 नए मरीजों की मृत्यु हो गयी है।

राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज रात्रि यहां जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों के दौरान प्रदेश भर में 28,750 सेंपल जांचे गए, जिसमें 780 नए पॉजीटिव केस सामने आए।

इसी के साथ संक्रमण की दर 2़ 7 प्रतिशत रही। प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,42,571 तक पहुंच गयी है। वहीं 12 नए मरीजों की मृत्यु हो गयी। इनमें इंदौर में 4, भोपाल में 2, ग्वालियर में 2 तथा रतलाम, धार, बैतूल और बड़वानी के एक-एक मरीज शामिल हैं। इसके साथ प्रदेश में अब तक 3618 मरीज अपनी जान गवां चुके हैं।

इंदौर जिले में सामने आए कोरोना संक्रमितों की संख्या 55000 के पार

मध्यप्रदेश के सर्वाधिक कोरोना से प्रभावित इंदौर जिले में 219 नए मामले आने के साथ कोरोना संक्रमितों की संख्या 55137 हो गई है जबकि 51354 संक्रमित उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहाँ सक्रिय मामलों की संख्या 2906 है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कल चार संक्रमितों की उपचार के दौरान मृत्यु हुई है। अब तक 1.59 फीसदी की मृत्युदर से कुल 877 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। यहां कुल 664499 नागरिकों की कोरोना की जांच अब तक की जा चुकी हैं। 8.29 की संक्रमण दर से 55137 संक्रमित सामने आए हैं। कल 286 संक्रमित उपचार के बाद स्वस्थ करार दिए गए हैं। फलस्वरूप 93.13 फीसदी की रिकवरी दर से 51354 रोगी स्वस्थ हो चुके हैं। जिले में हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं।

दमोह में मिले कोरोना के 10 नए मरीज,

दमोह जिले में कोरोना संक्रमण के 10 नए मरीज मिलने के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या 2674 हो गई है। इनमें 6 पुरुष और 4 महिलाएं हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संगीता त्रिवेदी ने बताया कि पिछले 24 घंटे में जिले में 10 नए मरीज मिले हैं,जबकि अभी तक 114 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। अभी तक 2396 व्यक्ति स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं, जबकि 164 एक्टिव मरीज हैं।

उज्जैन में मिले कोरोना के 22 नए मामले

उज्जैन जिले में कोरोना संक्रमण (कोविड़-19) के 22 नए मामले सामने आने के बाद अब कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4868 हो गई जबकि 4540 मरीज स्वस्थ होकर घर पहुंच चुके हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 577 प्राप्त सैंपल में से 22 कोरोना पॉजिटिव संक्रमित पाए गए। इनमें से उज्जैन शहर के 19 और खाचरोद, तराना एवं बडनगर तहसील का एक-एक मरीज शामिल है। जिले में अभी तक कुल 4868 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इस वैश्विक महामारी से जिले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 101 हो गई है जबकि 226 मरीजों का अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। जिले में अभी तक एक लाख 55 हजार 278 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं।

नीमच जिले में 10 लाेगों की कोराेना जांच रिपोर्ट मिली पॉजिटिव

नीमच जिले में पिछले 24 घंटों में रतलाम-नीमच लैब से 10 व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है।

जिला प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में पिछले 24 घंटें में 10 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें से 4 नीमच,1 जावद, 5 जिले के अन्य गांवों के हैं। इन्हें मिला कर जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 2821 हो गई है। जिले में अभी तक कोरोना संक्रमण से 39 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है। अभी तक जिले में 2656 कोरोना पीड़ित स्वस्थ होकर घर लौट गए है, जबकि 126 व्यक्ति एक्टिव मरीज हैं।

शिवपुरी में मिले कोरोना के सात नए मामले

शिवपुरी में आज 7 मरीजों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 3793 हो गई है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा आज शाम कोरोना बुलेटिन में यह जानकारी देते हुए बताया गया है कि अभी तक 3707 मरीज ठीक हो चुके हैं और 29 मौतें हो चुकी हैं। वर्तमान में एक्टिव केस 57 हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है।

भारत में गुरुवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 1.03 करोड़ के करीब,मृतकों की संख्या 1.49 लाख पर पहुंची और सक्रिय मामले ढाई लाख के करीब हुए attacknews.in

नयी दिल्ली 31 दिसंबर । देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस अब तक 1.02 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं, लेकिन राहत की बात यह है कि इससे स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या 98.78 लाख से ज्यादा हो गयी है जबकि सक्रिय मामले घटकर ढाई लाख के करीब पहुंच गये हैं।

विभिन्न राज्यों से गुरुवार देर रात तक प्राप्त रिपोर्टाें के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 16,877 नये मामले सामने आये जिससे संक्रमितों की कुल संख्या एक करोड़ दो लाख 84 हजार से अधिक हो गयी है। इसी दौरान 18,982 मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या 98,78,744 तथा रिकवरी दर बढ़कर 96.05 प्रतिशत हो गयी। सक्रिय मामले 4,071 और घटकर 2,53,585 पर आ गये और इनकी दर 2.46 प्रतिशत रह गयी। इसी अवधि में 176 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 1,48,950 हो गया है और मृत्यु दर अभी 1.45 फीसदी है।

केरल में पिछले 24 घंटों के दौरान सक्रिय मामलों में 191 की और गिरावट होने से इनकी संख्या घट कर 65,202 रह गयी है। वहीं मृतकों की संख्या 3073 तथा कोरोनामुक्त होने वालों का आंकड़ा 6,92,480 हो गया है। सक्रिय मामलों में केरल अभी पहले स्थान पर है।

महाराष्ट्र में सक्रिय मामलाें में 164 की और कमी होने के बाद सक्रिय मामले घट कर 52,902 रह गये। अब तक 18,28,546 लोग इस संक्रमण से निजात पा चुके हैं जबकि 58 और मरीजों की मौत से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 49,521 हो गया है।

दक्षिणी राज्य कर्नाटक में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 11,271 रह गयी है। राज्य में मृतकों का आंकड़ा 12,090 हो गया है तथा अब तक करीब 8,96,116 मरीज स्वस्थ हुए हैं।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 574 नए मामले सामने के बाद राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 6,25,369 हो गई है जबकि इस दौरान 13 और लोगों की मौत से मरने वालों की संख्या बढ़कर 10,536 पर पहुंच गई है। दिल्ली में कोरोना के फिलजाल 5511 सक्रिय मामले है।

आंध्र प्रदेश में इस दौरान सक्रिय मामले घटकर 3,262 रह गये। राज्य में अब तक कोरोना से 7,108 लोगों की मौत हुई है और 8,71,916 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं।

तमिलनाडु में सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 8,501 रह गयी है तथा अभी तक 12,122 लोगाें की मौत हुई है। राज्य में अब तक 7,97,391 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं।

पश्चिम बंगाल में कोरोना के सक्रिय मामले 11,985 रह गये हैं और 9,712 लोगों की मौत हुई है। राज्य में अब तक 5,30,366 लोग स्वस्थ हुए हैं।

पूरे विश्व में भारत अब अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है। अमेरिका में अब तक 1,97,63,768 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 3,42,634 मरीजों की मौत हो चुकी है।

जनवरी में कोरोना वैक्सीन लगाने का अभियान शुरू: दो जनवरी को देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक साथ कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन करने का फैसला attacknews.in

नयी दिल्ली 31 दिसंबर । केंद्र सरकार ने देश के चार राज्यों में किये गये कोरोना वैक्सीन के ड्राई रन की सफलता के बाद अब दो जनवरी को देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ड्राई रन करने का फैसला किया है।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोरोना वैक्सीन के ड्राई रन की पूरी तैयारी करने का निर्देश दिया है।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) और अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की और कोरोना वैक्सीन के ड्राई रन के लिए चिह्नित सभी साइट पर की गयी तैयारियों की समीक्षा की।

ड्राई रन टीकाकरण से जुड़ी पूरी प्रक्रिया का पालन इस तरह किया जाता है,जैसे वास्तव में टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा हो। इससे कोरोना वैक्सीन को लेकर बनाया गया को-विन ऐप बाहरी माहौल में किस तरह काम करता है, यह भी पता चल पायेगा और टीकाकरण की पूरी योजना तथा योजना के कार्यान्वयन में क्या बाधायें आती हैं, उनकी पहचान करके , उनसे निपटने के तरीके भी बनाये जा सकेंगे। इससे विभिन्न स्तर पर टीकाकरण अभियान से जुड़ने वाले लोगों का भी हौसला बढ़ेगा।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि ड्राई रन सभी राज्यों की राजधानी में कम से कम तीन साइट पर होगा । कुछ राज्य उन इलाकों को भी ड्राई रन में शामिल करेंगे, जो दुर्गम हों और जहां सामान की आवाजाही में मुश्किल हो। महाराष्ट्र और केरल संभवत अपनी राजधानी से इतर अन्य बड़े शहरों में ड्राई रन करेंगे।

मध्यप्रदेश में कोरोना के 866 नए मामले, 13 की मौत के साथ संक्रमितों की संख्या 2 लाख 41 हजार के करीब पहुंची,मृतकों की संख्या 3,595 हुई attacknews.in

भोपाल, 30 दिसंबर । मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस ‘कोविड 19’ के 866 नए मामले सामने आने के साथ ही इस बीमारी से 13 नए मरीजों की मृत्यु हो गयी है।

राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज रात्रि जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों के दौरान 27,081 सेंपल जांचे गए, जिसमें कोरोना के 866 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही प्रदेश में संक्रमण की दर 3़ 1 प्रतिशत रही। प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या अब बढ़कर 2,40,947 तक पहुंच गयी है।

वहीं प्रदेश में 13 नए मरीजों की मृत्यु हो गयी जिनमें इंदौर में चार, भोपाल में दो, जबलपुर, खरगोन, उज्जैन, विदिशा, मुरैना, बड़वानी और दमोह में एक-एक मरीज शामिल हैं। अब तक कुल 3595 मरीज अपनी जान गवां चुके हैं।

दमोह में मिले कोरोना के 8 नए मरीज

दमोह जिले में कोरोना संक्रमण के 8 नए मरीज मिलने के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या 2652 हो गई है। इन 8 मरीजों में 6 पुरुष एवं 2 महिलाएं हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संगीता त्रिवेदी ने बताया कि पिछले 24 घंटे में जिले में 8 नए मरीज मिले हैं जबकि अभी तक 114 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। अभी तक 2380 व्यक्ति स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं जबकि 158 एक्टिव मरीज है।

उज्जैन में मिले कोरोना के 30 नए मामले

उज्जैन जिले में कोरोना संक्रमण (कोविड़-19) के 30 नए मामले सामने आने के बाद अब कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4800 के पार हो गई जबकि 4504 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 697 प्राप्त सैंपल में से 30 कोरोना पॉजिटिव संक्रमित पाए गए। इनमें से उज्जैन शहर के 20 और नागदा कस्बे एवं बडनगर तहसील के तीन-तीन, घटिया तहसील के दो एवं खाचरोद तथा तराना तहसील का एक-एक मरीज शामिल है। जिले में अभी तक 4827 पॉजिटिव मिले हैं। इस वैश्विक महामारी से जिले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 101 हो गई है जबकि 221 मरीजों का अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। जिले में अभी तक एक लाख 54 हजार 112 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं।

नववर्ष कार्यक्रम में कोराेना गाइडलाइन का पालन नहीं करने पर होगी कार्रवाई

शिवपुरी में नए वर्ष के अवसर पर कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन न करने वालों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल के अनुसार कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पूरा पालन करना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही नए वर्ष के कार्यक्रम के आयोजक होटल संचालकों आदि को अपने कार्यक्रम स्थल पर उस स्थान की क्षमता से आधे लोगों को प्रवेश देना होगा। इसके साथ ही डीजे आदि म्यूजिक उच्चतम न्यायालय की गाइडलाइन के अनुसार बजाना होगा।

भारत में बुधवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 1.02 करोड़ 46 हजार के पार,मृतकों की संख्या 1.48 लाख के पार हुई ;कोरोना के नये स्ट्रेन ने बढ़ाई चिंता जबकि नए मामलों में कमी attacknews.in

नयी दिल्ली 30 दिसंबर । देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के 20 मामलों की पुष्टि से लोगों के बीच चिंताए बढ़ गई है जबकि दूसरी तरफ कोरोना के नए मामलों में कमी दर्ज की गई है।

ब्रिटेन में पाये गये कोरोना वायरस के नये वैरिएंट से देश में संक्रमित व्यक्तियों की संख्या बढ़कर अब 20 हो गयी है। कोविड-19 का नया स्ट्रेन पुराने वायरस से 70 प्रतिशत तेज गति से फैलता है।

कोरोना से देश में अब तक 1.2 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं, लेकिन राहत की बात यह है कि इससे स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या 98.34 लाख से ज्यादा हो गयी है।

विभिन्न राज्यों से बुधवार देर रात तक प्राप्त रिपोर्टाें के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 17,292 नये मामले सामने आये जिससे संक्रमण का कुल आंकड़ा 1,02,46,000 से अधिक हो गई है। इस दौरान 17,055 और मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या 98.34 लाख हो गयी है।

देश में सक्रिय मामले घटकर 2.62 लाख हो गये हैं। इसी अवधि में 286 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 1,48,439 हो गया है।

देश में कोरोना महामारी से सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र में सक्रिय मामलों में बुधवार को 1471 की और कमी होने के बाद सक्रिय मामले घट कर 53,066 रह गये। राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 3,537 नये मामले सामने आने से संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 19,25,066 हो गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इसी अवधि में 4,913 और मरीजों के स्वस्थ होने से इस संक्रमण से निजात पाने वालों की संख्या 18,24,934 हो गयी है तथा 70 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 49,463 तक पहुंच गया। राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर आंशिक वृद्धि के साथ 94.62 फीसदी पहुंच गयी जबकि मृत्यु दर 2.56 प्रतिशत है।

केरल में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के 6268 नये मामले सामने आये और इस महामारी से पीड़ित 5,707 और लोग स्वस्थ हुए लेकिन चिंता की बात यह है कि सक्रिय मामलों की संख्या बढ़ कर 65,000 के पार हो चुकी है जो पूरे देश में सर्वाधिक है। संक्रमितों के मुकाबले स्वस्थ होने वालों की संख्या में कमी आने से सक्रिय मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है जो चिंता का विषय बना हुआ है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य में 6,268 नए मामले सामने आने से मंगलवार को संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 7,55,719 पहुंच गयी और 5,707 लोगों के स्वस्थ हाेने से इस वायरस से निजात पाने वालों की कुल संख्या 6,87,104 हो गयी। इसी अवधि में 28 और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 3,043 हो गयी है। राज्य में इस अवधि में सक्रिय मामलों में 532 की और वृद्धि होने से इनकी संख्या बढ़कर 65,393 हो गयी। सभी सक्रिय मरीजों का विभिन्न अस्पतालों और कोविड-19 केन्द्रों पर इलाज किया जा रहा है।

कोरोना वायरस संक्रमण से गंभीर रूप से प्रभावित आंध्र प्रदेश से अच्छी खबर है कि यहां मरीजों के स्वस्थ होने की दर 99 फीसदी के करीब पहुंच गयी है।

पिछले 24 घंटों के दौरान नये मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या अधिक होने से सक्रिय मामलों की संख्या 40 और घटकर 3,383 रह गयी।

राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के 326 नये मामले सामने आये जिससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 8,81,599 तक पहुंच गयी तथा कोरोना से 364 और मरीजों के ठीक होने के बाद इस वायरस संक्रमण से मुक्त होने वालों की कुल संख्या 8,71,116 हो गयी है। आंध्र में मरीजों के ठीक होने की औसत दर 98.81 फीसदी है जो राष्ट्रीय औसत से काफी अधिक है।

स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक राज्य में कोरोना संक्रमण से दो और मरीज की मौत होने से मृतकों की संख्या 7,100 हो गयी है। राज्य में संक्रमितों की तुलना में रोगमुक्त होने वालों की संख्या अधिक होने से सक्रिय मामलों में आंशिक गिरावट दर्ज की गयी।

तमिलनाडु में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमितों की तुलना में स्वस्थ हाेने वालों की संख्या अधिक होने से सक्रिय मामलों में 120 की और कमी दर्ज की गयी जिससे इनकी संख्या घटकर मंगलवार को 8,747 रह गयी।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में उक्त अवधि के दाैरान 957 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 8,16,132 तक पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि इस दौरान सक्रिय मामलों में कमी दर्ज की गयी। इस दौरान राज्य में 1,065 और मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण से मुक्त होने वालों की संख्या बढ़कर 7,95,293 हो गयी। यानी मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 97.44 फीसदी हो गयी है जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के संक्रमण से 12 और मरीजों की जान चली गयी जिससे मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 12,092 हो गया।

कर्नाटक में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के नये मामलों के मुकाबले स्वस्थ होने वालों की संख्या में वृद्धि होने से सक्रिय मामलों में फिर से गिरावट दर्ज की गयी हैं। राज्य में बुधवार को 973 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 9.18 लाख से अधिक हो गयी लेकिन राहत की बात यह है कि स्वस्थ होने वालाें की संख्या में वृद्धि होने से सक्रिय मामले घट कर 11,610 पर पहुंच गये।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राज्य में संक्रमितों की संख्या 9,18,544 हो गयी है। इस दौरान 1,217 और मरीजों के स्वस्थ होने से रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 8,94,834 हो गयी है। इसी अवधि में सात और लोगों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 12,081 हो गया है।

भारत में कोरोना के नये वैरिएंट से बढ़ा खतरा: 20 संक्रमित आये सामने,सभी राज्यों से अधिक सावधानी बरतने के निर्देश,ब्रिटेन जाने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध सात जनवरी तक बढ़ा attacknews.in

नयी दिल्ली 30 दिसंबर । ब्रिटेन में पाये गये कोरोना वायरस के नये वैरिएंट से देश में संक्रमित व्यक्तियों की संख्या बढ़कर अब 20 हो गयी है।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार मंत्रालय ने आज इस बाबत जानकारी देते हुए कहा कि 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच ब्रिटेन से भारत आये जिन यात्रियों की कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई, उनके नमूने आगे की जांच के लिए इन्साकॉग की अलग-अलग लैब में भेजे गये।

इन 10 लैब में से छह लैब ने अब तक ऐसे कुल 107 नमूनों की जांच की , जिनमें से 20 नमूने नये वैरिएंट से संक्रमित पाये गये। सबसे अधिक 50 नमूनों की जांच पुणे स्थित एनआईवी में हुई और वहां मात्र एक यात्री का नमूना नये वैरिएंट से संक्रमित पाया गया।

एनसीडीसी दिल्ली में जांच किये गये 14 नमूनों में से आठ, एनआईबीजी कल्याणी, कोलकाता में जांच किये गये सात नमूनों में से एक, निम्हांस में जांच किये गये 15 नमूनों में से सात, सीसीएमबी में जांच किये गये 15 नमूनों में से दो और आईजीआईबी में जांच किये गये छह नमूनों में से एक नमूना ब्रिटेन के वैरिएंट से संक्रमित पाया गया।

डीबीटी पुणे, आईएलएस भुवनेश्वर, एनसीसीएस, पुणे और डीबीटी बेंगलुरू में एक भी नमूना जांच के लिए नहीं भेजा गया था।

गौरतलब है कि डेनमार्क, नीदरलैंड, इटली, फ्रांस, जर्मनी आदि कई देशों में ब्रिटेन का कोरोना वायरस का नया वैरिएंट पाये जाने पर केंद्र सरकार ने भी ब्रिटेन से 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच भारत आये यात्रियों की ट्रैकिंग शुरू कर दी। मंत्रालय ने मंगलवार को बताया था कि 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच ब्रिटेन से भारत में करीब 33 हजार यात्री आये। विभिन्न राज्य और केेंद्र शासित प्रदेश इन यात्रियों की ट्रैकिंग करके आरटी-पीसीआर टेस्ट कर रहे हैं।

कोरोना के नये वैरिएंट से संक्रमित इन सभी व्यक्तियों को आइसोलेशन में संबंधित राज्य सरकारों द्वारा रखा गया है। उनके नजदीकी संपर्क के व्यक्ति भी क्वारंटाइन हैं। उनके साथ के सह यात्रियों, परिजनों और संपर्क में आये अन्य व्यक्तियों की ट्रैकिंग की जा रही है। फिलहाल संक्रमित यात्रियों के जिनोम सिक्वेसिंग का काम जारी है।

ब्रिटेन का यह नया वैरिएंट अब तक डेनमार्क, नीदरलैंड, आस्ट्रेलिया, इटली, स्विट्जरलैंड, फ्रांस, स्वीडन, स्पेन, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर में भी पाया गया है। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान में भी यह वैरिएंट पाया गया है।

कोलकाता में कोराना वायरस स्ट्रेन का पहला मामला

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में ब्रिटेन से लौटे एक व्यक्ति में कोरोना वायरस के नये स्वरूप (स्ट्रेन) का पहला मामला सामने आया है।

एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि मरीज कलकत्ता मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी का पुत्र है जिसमें कोरोना वायरस के नये स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। मरीज की दस दिनों पहले कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लौटने पर जांच की गयी थी जिसमें उसे संक्रमित पाया गया है।

ब्रिटेन जाने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध सात जनवरी तक बढ़ा

कोविड-19 वायरस के नए स्ट्रेन के संक्रमण को देखते हुए ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध सात जनवरी 2021तक बढ़ा दिया गया है।

नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को ट्वीट करके यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों के देश में उतरने पर लगाया गया अस्थाई प्रतिबंध सात जनवरी तक बढ़ाने का फैसला किया गया है। इसके बाद धीरे-धीरे उड़ाने शुरू की जाएंगी जिसके तौर तरीकों के बारे में बाद में जानकारी दी जाएगी।

उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन में नए स्ट्रेन के संक्रमण के तेजी से फैलने के मद्देनजर सरकार ने ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर 22 दिसंबर की आधी रात से 31 दिसंबर तक के लिए पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था।

सभी राज्य बरतें नये साल पर अधिक सावधानी: स्वास्थ्य सचिव

इधर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर नववर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित समारोहों के जरिये कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार की आशंका अधिक होने के प्रति सचेत किया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को जानकारी दी कि नये साल के अवसर पर आयोजत समारोहों के दौरान संक्रमण के प्रसार की आशंका बढ़ जाती है, जिसे देखते हुए स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को अधिक सावधानी बरतने की सलाह देते हुए पत्र लिखा है।

उन्होंने साथ ही सर्दी के मौसम में संक्रमण के मामले बढ़ने के प्रति भी सचेत किया है।श्री भूषण ने सभी राज्यों से कहा है कि वे स्थानीय परिस्थिति के अनुसार 30 और 31 दिसंबर तथा एक जनवरी 2021 को समुचित प्रतिबंध लगाने पर विचार कर सकते हैं। कोई भी राज्य हालांकि राज्यों के भीतर और दो राज्यों के बीच व्यक्तियों तथा सामान की आवाजाही पर प्रतिबंध नहीं लगा सकता।स्वास्थ्य मंत्रालय ने साथ ही ब्रिटेन में पाये गये कोरोना के नये स्वरूप को देखते हुए ब्रिटेन से भारत आने वाली उड़ानों पर 31 दिसंबर तक लगाये गये प्रतिबंध की सीमा बढ़ाकर सात जनवरी करने की भी सिफारिश की। स्वास्थ्य मंत्रालय की इस सिफारिश पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने ब्रिटेन से आने वाली सभी उड़ानों पर सात जनवरी तक प्रतिबंध लगा दिया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने साथ ही यह भी कहा है कि सात जनवरी 2021 के बाद भी ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों की संख्या सीमित किये जाने पर भी विचार किया जाना चाहिए।

बीते एक माह के दौरान ब्रिटेन से भारत आये यात्रियों पर केंद्र की पैनी नजर

ब्रिटेन में कोरोना वायरस के अधिक संक्रामक स्वरूप के पाये जाने के बाद से पूरी दुनिया में खौफ का नया माहौल बन गया है और भारत में भी इसे लेकर काफी सतर्कता बरती जा रही है।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गत ब्रिटेन से भारत आये यात्रियों का आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य करने के साथ ही कई दिशा-निर्देश (एसओपी) गत 22 दिसंबर को जारी किये थे। इसके बाद 29 दिसंबर को आयोजित स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस वार्ता में भी कोरोना के नये वैरिएंट के भारत में पाये जाने पर चिंतायें जतायी गयीं तथा सभी लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गयी।

आज फिर स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने सभी राज्यों को इस बाबत पत्र लिखा है कि वे गत 22 दिसंबर को जारी किये एसओपी का पूरी तरह पालन सुनिश्चित करें।

श्री अग्रवाल ने कहा है कि एसओपी के मुताबिक 21 से 23 दिसंबर के बीच ब्रिटेन से भारत आये सभी यात्रियों का आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य है। अगर किसी यात्री का नमूना पॉजिटिव पाया जाता है , तो उनके नमूने का स्पाइक जीन आधारित आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाये। जो यात्री पॉजिटिव पाये जायें , उन्हें पृथक आइसोलेशन फैसिलिटी में रखा जाये, जिनका समन्वयन संबंधित राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों से होगा।

फैसिलिटी के स्तर पर ही नमूनों को जिनोम सिक्वेंसिंग यानी जीनोम अनुक्रमण के लिए इन्साकॉग के विभिन्न लैब में भेजा जायेगा। अगर जीनोम अनुक्रमण से पता चलता है कि , उक्त यात्री नये कोरोना वैरिएंट से संक्रमित है तो उन्हें पृथक आइसोलेशन में ही रखा जायेगा तथा उनका उपचार क्लीनिकल प्रोटोकॉल के तहत होगा।

ब्रिटेन से आये जो यात्री कोरोना के नये वैरिएंट से संक्रमित पाये जायें, उनके संपर्क में आये सभी व्यक्तियों को भी पृथक संस्थागत क्वारंटीन में रखा जाये और आईसीएमआर के निर्देशों के अनुसार, उनकी जांच की जाये। पॉजिटिव पाये जाने वाले यात्रियों के संपर्क में आये व्यक्तियों का आरटी-पीसीआर टेस्ट संपर्क में आने से पांचवें से दसवें दिन के बीच होना चाहिए।

ब्रिटेन से आये जो यात्री निगेटिव पाये जायें, उन्हें घर में क्वारंटीन में रहने की सलाह दी जाये। इसके अलावा जो भी यात्री गत एक माह के दौरान ब्रिटेन से भारत आये हैं, उनके जिला निगरानी अधिकारी संपर्क स्थापित करें तथा समुदाय में उनकी निगरानी करेंगे। इन सभी यात्रियों का भी आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाना चाहिए।

गौरतलब है कि 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच ब्रिटेन से भारत आये जिन यात्रियों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आयी, उनमें से अब तक 20 यात्री कोरोना के नये वैरिएंट से संक्रमित पाये गये हैं।

ब्रिटेन के इन्सानों पर इस्तेमाल करने के लिए ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित और एस्ट्राजेनेका द्वारा उत्पादित कोविड-19 टीके को ब्रिटिश नियामक ने मंजूरी दी attacknews.in

लंदन, 30 दिसंबर ।ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित और एस्ट्राजेनेका द्वारा उत्पादित कोविड-19 टीके को बुधवार को ब्रिटेन के स्वतंत्र नियामक ने इनसानों पर इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी।

औषधि एवं स्वास्थ्य देखभाल उत्पाद नियामक एजेंसी (एमएचआरए) की मंजूरी मिलने का अभिप्राय है कि टीका सुरक्षित और प्रभावी है।

इस टीके का निर्माण करने के लिए ऑक्सफोर्ड ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के साथ भी करार किया है और इसका मूल्यांकन एमएचआरए ने सरकार को गत सोमवार को जमा अंतिम आंकड़ों के आधार पर किया है।

यह मंजूरी ऐसे समय दी गई है जब वरिष्ठ ब्रिटिश वैज्ञानिक ने रेखांकित किया है कि ऑक्सफोर्ड का टीका वास्तव में स्थिति बदलने वाला है जिससे वर्ष 2021 की गर्मियों तक वायरस के खिलाफ टीकाकरण कर देश सामुदायिक स्तर पर बीमारी के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता प्राप्त कर सकता है।

श्वास रोग विशेषज्ञ और सरकार की आपात व्यवस्था को लेकर गठित वैज्ञानिक सलाहकार समूह के सदस्य प्रोफेसर कालम सेम्पल ने कहा, ‘‘टीका लेने वाले व्यक्ति कुछ हफ्तों में वायरस से सुरक्षित हो जााएंगे और यह बहुत महत्वपूर्ण है।’’

ब्रिटेन ने टीके की करीब 10 करोड़ खुराक के ऑर्डर दिए हैं जिनमें से चार करोड़ खुराक मार्च के अंत तक मिलने की उम्मीद है।

एस्ट्राजेनेका के प्रमुख पास्कल सोरियट ने जोर देकर कहा है कि अनुसंधानकर्ताओं ने अंतिम नतीजों को प्रकाशित करने से पहले टीके की दो खुराक का इस्तेमाल कर ‘‘ कारगर फार्मूला’’ हासिल किया है।

उन्होंने उम्मीद जताई कि वायरस पूर्व के अनुमानों से अधिक प्रभावी होगा और इसके कोरोना वायरस के नए प्रकार पर भी प्रभावी होना चाहिए जिसकी वजह से ब्रिटेन के अधिकतर हिस्सों में भय की स्थिति है।

भारत में मंगलवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 1.02करोड़ 42 हजार के पार और मृतकों की संख्या 1.48 लाख के पार हुई,कोरोना का नया स्ट्रेन मिलने से बढ़ी चिंताएं attacknews.in

नयी दिल्ली, 29 दिसंबर । कर्नाटक में मंगलवार को कोरोना वायरस (कोविड-19) के अधिक संक्रामक नये स्ट्रेन से ग्रसित तीन मरीजों के पाये जाने के बाद लोगों की चिंताएं बढ़ गयी हैं। कोविड-19 का नया स्ट्रेन पुराने वायरस से 70 प्रतिशत तेज गति से फैलता है।

कोरोना से देश में अब तक 1.2 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं, लेकिन राहत की बात यह है कि इससे स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या 98.28 लाख से ज्यादा हो गयी है।

विभिन्न राज्यों से मंगलवार देर रात तक प्राप्त रिपोर्टाें के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 17,509 नये मामले सामने आये जिससे संक्रमण का कुल आंकड़ा 1,02,42, 306 हो गया। इस दौरान 21,290 और मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या 98,28,057 हो गयी है।

देश में सक्रिय मामले घटकर 2,63,003 हो गये हैं। इसी अवधि में 233 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 1,48,423 हो गया है।

कोरोना महामारी से सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र में कोरोना के सक्रिय मामलों में मंगलवार को 2,622 की और कमी होने के बाद सक्रिय मामले घट कर 54,537 रह गये।

राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 3,018 नये मामले सामने आने से संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 19,25,066 हो गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इसी अवधि में 5,572 और मरीजों के स्वस्थ होने से इस संक्रमण से निजात पाने वालों की संख्या 18,20,021 हो गयी है तथा 68 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 49,373 तक पहुंच गया।

राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर आंशिक वृद्धि के साथ 94.54 फीसदी पहुंच गयी जबकि मृत्यु दर 2.56 प्रतिशत है।

केरल में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के 5,887 नये मामले सामने आये और इस महामारी से पीड़ित 5,029 और लोग स्वस्थ हुए लेकिन चिंता की बात यह है कि सक्रिय मामलों की संख्या 64,800 के पार हो चुकी है जो पूरे देश में सर्वाधिक है।

संक्रमितों के मुकाबले स्वस्थ होने वालों की संख्या में कमी आने से सक्रिय मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है जो चिंता का विषय बना हुआ है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य में 5,887 नए मामले सामने आने से मंगलवार को संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 7,49,451 पहुंच गयी और 5,029 लोगों के स्वस्थ हाेने से इस वायरस से निजात पाने वालों की कुल संख्या 6,81,397 हो गयी। इसी अवधि में 24 और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 3,015 हो गयी है।

राज्य में इस अवधि में सक्रिय मामलों में 835 की और वृद्धि होने से इनकी संख्या बढ़कर 64,861 हो गयी। सभी सक्रिय मरीजों का विभिन्न अस्पतालों और कोविड-19 केन्द्रों पर इलाज किया जा रहा है।

राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के नये मामलों की तुलना में स्वस्थ होने वालों की संख्या अधिक होने से सक्रिय मामलों में कमी का दौर जारी है तथा अब इनकी संख्या 6,100 के करीब रह गयी है।

दिल्ली में मंगलवार को सक्रिय मामले 175 और घटकर 6,122 रह गये। राजधानी में स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि होने से सक्रिय मामलों में कमी दर्ज की गयी है।

दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से आज जारी बुलेटिन के अनुसार इस अवधि में 703 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 6,24,118 तक पहुंच गयी है जबकि 850 और मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोनामुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 6,07,494 हो गयी।

इस दौरान 28 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 10,502 पर पहुंच गया है। राजधानी में मृत्यु दर महज 1.68 फीसदी रह गयी है। मृतकों के मामले में पूरे देश में दिल्ली चौथे स्थान पर है।

कोरोना वायरस संक्रमण से गंभीर रूप से प्रभावित आंध्र प्रदेश से अच्छी खबर है कि यहां मरीजों के स्वस्थ होने की दर 99 फीसदी के करीब पहुंच गयी है।

पिछले 24 घंटों के दौरान नये मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या अधिक होने से सक्रिय मामलों की संख्या 40 और घटकर मंगलवार को 3,383 रह गयी।

राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के 326 नये मामले सामने आये जिससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 8,81,599 तक पहुंच गयी तथा कोरोना से 364 और मरीजों के ठीक होने के बाद इस वायरस संक्रमण से मुक्त होने वालों की कुल संख्या 8,71,116 हो गयी है। आंध्र में मरीजों के ठीक होने की औसत दर 98.81 फीसदी है जो राष्ट्रीय औसत से काफी अधिक है।

स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक राज्य में कोरोना संक्रमण से दो और मरीज की मौत होने से मृतकों की संख्या 7,100 हो गयी है। राज्य में संक्रमितों की तुलना में रोगमुक्त होने वालों की संख्या अधिक होने से सक्रिय मामलों में आंशिक गिरावट दर्ज की गयी।

तमिलनाडु में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमितों की तुलना में स्वस्थ हाेने वालों की संख्या अधिक होने से सक्रिय मामलों में 120 की और कमी दर्ज की गयी जिससे इनकी संख्या घटकर मंगलवार को 8,747 रह गयी।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में उक्त अवधि के दाैरान 957 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 8,16,132 तक पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि इस दौरान सक्रिय मामलों में कमी दर्ज की गयी। इस दौरान राज्य में 1,065 और मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण से मुक्त होने वालों की संख्या बढ़कर 7,95,293 हो गयी। यानी मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 97.44 फीसदी हो गयी है जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है।
पिछले 24 घंटों में कोरोना के संक्रमण से 12 और मरीजों की जान चली गयी जिससे मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 12,092 हो गया।

कर्नाटक में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के नये मामलों के मुकाबले स्वस्थ होने वालों की संख्या में वृद्धि होने से सक्रिय मामलों में फिर से गिरावट दर्ज की गयी हैं।

राज्य में मंगलवार को 662 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 9.17 लाख से अधिक हो गयी लेकिन राहत की बात यह है कि स्वस्थ होने वालाें की संख्या में वृद्धि होने से सक्रिय मामले घट कर 11,800 के करीब पहुंच गये।

कोरोना संक्रमण के मामले में कर्नाटक, महाराष्ट्र के बाद दूसरे स्थान पर है जबकि आंध्र प्रदेश तीसरे स्थान पर है। कोरोना वायरस के कारण हुई मौताें के मामले में भी कर्नाटक अब तमिलनाडु के बाद तीसरे स्थान पर आ गया है जबकि महाराष्ट्र पहले स्थान पर है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राज्य में संक्रमितों की संख्या 9,17,571 हो गयी है। इस दौरान 1,344 और मरीजों के स्वस्थ होने से रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 8,93,617 हो गयी है। इसी अवधि में चार और लोगों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 12,074 हो गया है।

नये मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या अधिक होने के कारण सक्रिय मामलों में कमी दर्ज की गयी है। राज्य में सक्रिय मामले 686 और घट कर अब 11,861 रह गये।

कोरोना वायरस का जन्मदाता चीन के वुहान शहर में शुरू किया गया कोविड-19 का आपात टीकाकरण, अभी तक चीन ने अपने किसी भी टीके को प्रमाणित नहीं किया attacknews.in

बीजिंग, 29 दिसम्बर ।चीन के शहर वुहान में कोविड-19 का आपात टीकाकरण शुरू कर दिया गया है, जबकि चीन ने अभी तक अपने किसी भी टीके को प्रमाणित नहीं किया है।

कोरोना वायरस के वैश्विक महामारी का रूप लेने से पहले इसका सबसे पहला मामला वुहान में ही सामने आया था।

वुहान में रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केन्द्र के उप निदेशक ही झेनयू ने पत्रकारों को बताया कि 15 जिलों के 48 समर्पित क्लिनिक में 24 दिसम्बर से टीकाकरण शुरू हुआ। इसमें 18 से 59 वर्ष के आयुवर्ग के लोगों के निश्चित समूहों का टीकाकरण किया जा रहा है।

सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने ही के हवाले से कहा कि इन लोगों को चार सप्ताह के अंतराल में टीके की दो खुराक दी जाएगी।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार वुहान के हुबेई प्रांत में कोरोना वायरस का पहला मामला पिछले साल दिसम्बर में सामने आया था। शहर के 1.1 करोड़ लोगों पर इस साल 23 जनवरी को लॉकडाउन लगाया गया और इसके बाद हुबेई प्रांत में भी लॉकडाउन लगाया गया। दोनों जगह आठ अप्रैल तक लॉकडाउन था।

हुबेई में वायरस से 4,512 लोगों की मौत हुई, जिनमें वुहान के 3869 लोग शामिल है।

हुबेई में अभी तक वायरस के 68,134 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 50,339 मामले वुहान के हैं।

इस साल मई में, वुहान प्रशासन ने लगभग अपनी पूरी आबादी की कोविड-19 जांच भी की थी। इसके बाद भी यहां कुछ मामले सामने आए हैं।

चीन में सोमवार तक कोविड-19 के कुल 50,339 मामले सामने आ चुके थे। अभी यहां 348 लोगों का कोरोना वायरस का इलाज चल रहा है। चीन में वायरस से 4,634 लोगों की मौत हुई है।

ब्रिटेन से आये यात्रियों में 114 कोरोना पॉजिटिव, छह नये वैरिएंट से संक्रमित,कर्नाटक आए तीन लोगों में नए संक्रमण की पुष्टि;भारत सरकार हुई अलर्ट attacknews.in

नयी दिल्ली/बेंगलुरु 29 दिसंबर । डेनमार्क, नीदरलैंड, इटली, फ्रांस, जर्मनी आदि कई देशों में ब्रिटेन का कोरोना वायरस का नया वैरिएंट पाये जाने पर केंद्र सरकार ने भी ब्रिटेन से 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच भारत आये यात्रियों की ट्रैकिंग शुरू कर दी है और इनमें से छह यात्री अब तक नये वैरिएंट से संक्रमित पाये गये हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच भारत में करीब 33 हजार यात्री आये। विभिन्न राज्य और केेंद्र शासित प्रदेश इन यात्रियों की ट्रैकिंग करके आरटी-पीसीआर टेस्ट कर रहे हैं। अब तक इनमें से 114 यात्री कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं।

ब्रिटेन से कर्नाटक आए तीन लोगों में नए कोरोना वायरस से संक्रमण की पुष्टि : कनार्टक के मंत्री

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने मंगलवार को कहा कि नए प्रकार के कोरोना वायरस से शहर में तीन लोग संक्रमित पाए गए हैं और मरीजों के उपचार तथा संक्रमण रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए गए हैं।

सुधाकर ने कहा, ‘‘ब्रिटेन से आए कुल 1,614 लोगों में से 26 में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के मुताबिक राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और स्नायु विज्ञान संस्थान (निमहांस) में संक्रमित मरीजों के नमूनों की जांच में तीन में वायरस के नए स्वरूप से संक्रमण की पुष्टि हुई है।’’

उन्होंने बेंगलुरु में संवाददाताओं को बताया कि निमहांस के चिकित्सा विशेषज्ञों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने उठाए जाने वाले कदमों के बारे में चर्चा की है।

मंत्री ने कहा कि तीन लोगों में वायरस के नए स्वरूप के संक्रमण के मामले आए हैं। इनमें एक महिला और उसका बच्चा शामिल है।

उन्होंने कहा, ‘‘परिवार के सदस्य नहीं थे लेकिन उनके संपर्क में आए लोगों मसलन ड्राइवर और घरेलू स्टाफ की पहचान की गयी और जांच के बाद उन सबको पृथक-वास में भेज दिया गया।’’

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक ब्रिटेन से भारत लौटे छह लोगों के नमूनों में सार्स-सीओवी2 का नया स्वरूप (स्ट्रेन) पाया गया है। उनमें से तीन लोग बेंगलुरु के हैं।

उन्होंने बताया कि तत्काल कदम उठाए गए। यात्रियों तथा उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाया गया और उनकी भी जांच कराने का निर्णय किया गया है।

ब्रिटेन से एअर इंडिया और ब्रिटिश एयरवेज के विमान से 25 नवंबर से 22 दिसंबर तक 2,500 लोग कर्नाटक आए हैं।

ब्रिटेन से आए ऐसे लोगों जिनका अब तक पता नहीं चल पाया है, इसके बारे में पूछे जाने पर सुधाकर ने कहा कि राज्य के गृह मंत्री और विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि 48 घंटे के भीतर उनका पता लगा लिया जाएगा।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘यह सरकार की नाकामी नहीं है। अगर उन्होंने फोन ही बंद कर लिया है तो उन्हें कैसे ढूंढा जाए? इसलिए हमने पुलिस विभाग से संपर्क किया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमने 1,614 लोगों का पता लगाया। इनकी जांच हुई है। हमने उनके संपर्क की भी पहचान की है।’’

मंत्री ने ब्रिटेन से आए लोगों से अपनी जानकारी देने और निकट के अस्पताल में जांच कराने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा नहीं करना कानून के विरूद्ध होगा और इस पर कार्रवाई होगी।’’

भारत सरकार हुई अलर्ट:

भारतीय सार्स कोविड-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) प्रयोगशालाओं ने सार्स कोविड-2 के उत्परिवर्ती (म्यूटेंट) रूप के जीनोम अनुक्रमण जांच के आरंभिक परिणाम जारी किए

भारत सरकार ने ब्रिटेन में कोविड-19 विषाणु की नई प्रजाति सार्स कोविड-2 के पाए जाने की खबरों का संज्ञान लेते हुए इसके जीनोमअनुक्रमण का पता लगाने और तथा इसके नियंत्रण और बचाव के लिए समय से पहले ही एक सक्रिय रणनीति तैयार कर ली है।

इस रणनीति में निम्नलिखित बातें शामिल हैं, लेकिन यह इतने तक ही सीमित नहीं है :

23 दिसंबर, 2020 की मध्यरात्रि से 31 दिसंबर, 2020 तक ब्रिटेन से आने वाली सभी उड़ानों पर अस्थायी रोक।

ब्रिटेन से आने वाले सभी विमान यात्रियों का अनिवार्य रूप से आरटी-पीसीआर परीक्षण।

आरटी-पीसीआर परीक्षण में पॉजिटिव पाए गए सभी नमूनों के जीनोम अनुक्रमण का पता लगाने के लिए इन्हें इस काम के लिए चिन्हित दस सरकारी प्रयोगशालाओं अर्थात आईएनएसएसीओजी में भेजा जाना

परीक्षण, उपचार, निगरानी और नियंत्रण रणनीति पर विचार करने और सुझाव देने के लिए कोविड-19 के संबंध में 26 दिसंबर को राष्ट्रीय कार्य बल (एनटीएफ) की बैठक का आयोजन।

ब्रिटेन में पाए गए सार्स कोविड-2 के म्‍यूटेंट रूप से निपटने के लिए 22 दिसंबर, 2020 को राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को जारी मानक संचालन प्रोटोकॉल।

26 दिसंबर, 2020 की बैठक में राष्ट्रीय कार्यबल (एनटीएफ) की ओर से इस पूरे मामले पर विस्तार से चर्चा की गई और यह निष्कर्ष निकाला गया कि सार्स कोविड-2 के नए म्यूटेंट रूप को देखते हुए मौजूदा राष्ट्रीय उपचार प्रोटोकॉल या मौजूदा परीक्षण प्रोटोकॉल में किसी तरह के बदलाव की कोई आवश्यकता नहीं है। एनटीएफ ने यह भी सुझाव दिया कि मौजूदा निगरानी रणनीति के अतिरिक्त यदि कुछ करना है तो कोविड के नए रूप के जीनोम अनुक्रमण की निगरानी बढ़ाने पर ज्यादा जोर देना बेहतर होगा।

25 नवंबर से 23 दिसंबर, 2020 की मध्यरात्रि तक लगभग 33,000 यात्री ब्रिटेन से भारत के अलग अलग हवाई अड्डों पर पहुंचे थे। इन सभी यात्रियों का राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों की ओर से अपने यहां पता लगया जा रहा है और उन्हें आरटी-पीसीआर परीक्षण के लिए भेजा जा रहा है। इन यात्रियों में से अब तक केवल 114 के नमूने पॉजिटिव पाए गए हैं। इन नमूनों के जीनोम अनुक्रमण का पता लगाने के लिए इन सभी को इस काम के लिए चिन्हित दस (आईएनएसएसीओजी) प्रयोगशालाओं (एनआईबीएमजी कोलकाता, आईएलएस भुवनेश्वर, एनआईवी-पुणे, सीसीएस-पुणे, सीसीएमबी-हैदराबाद, सीडीएफडी-हैदराबाद, इनस्टेम-बेंगलुरु, निमहास-बेंगलुरु, आईजीआईबी-दिल्ली और एनसीडीसी दिल्ली) भेजा गया है।

ब्रिटेन से लौटे 6 विमान यात्रियों के नमूने सार्स-2 से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से तीन का बेंगलुरु की निमहास प्रयोगशाला में, दो का हैदराबाद की सीसीएमबी प्रयोगशाला में और एक का पुणे की एनआईवी प्रयोगशाला में संक्रमित होने का पता चला है।

इन सभी व्यक्तियों को संबंधित राज्य सरकारों द्वारा की गई व्यवस्थाओं के अनुरुप स्वास्थ्य देखभाल केन्द्रों में अलग अलग कमरों में रखा गया है। इन लोगों के साथ निकट संपर्क में आए लोगों को भी क्वारंटीन कर दिया गया है। इनके परिवार वालों, इनके साथ विमान में आए अन्य यात्रियों और दूसरे लोगों का भी पता लगाने के लिए सघन अभियान चलाया गया है। अन्य नमूनों के जीनोम अनुक्रमण का पता लगाने का काम भी चल रहा है।

स्थिति की सावधानीपूर्वक निगरानी की जा रही है और साथ ही नियमित रूप से राज्यों को इस बात की सलाह दी जा रही है कि वह निगरानी और नियंत्रण की अपनी व्यवस्था दुरुस्त बनाए रखें और नमूनों की जांच कराने के लिए इन्हें चिन्हित प्रयोगशालाओं में भेजें।

यह महत्‍वपूर्ण है कि अभी तक ब्रिटेन में कोविड का नया म्यूटेंट रुप सार्स कोविड-2 डेनमार्क, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर में पाया गया है।