ट्विटर पर आपका असली अकाउंट कौन सा हैं,पहचान के लिए 2021 में नया फंक्शन जोड़ने की घोषणा,अब स्वचालित अकाउंट की पहचान करना होगा आसान attacknews.in

वाशिंगटन 18 दिसंबर (स्पूतनिक) सोशल मीडिया नेटवर्किंग साइट टि्वटर ने 2021 में एक नया फंक्शन जोड़ने की घोषणा की है जिसके जरिये यूजर किसी व्यक्ति अथवा स्वचालित अकाउंट में अंतर कर सकेंगे।

टि्वटर ने गुरुवार को अपने ब्लॉग पर एक वक्तव्य जारी कर यह जानकारी दी। वक्तव्य के मुताबिक अब यूजरों के लिए किसी व्यक्ति द्वारा संचालित अथवा स्वचालित अकाउंट में अंतर करना आसान हो जायेगा।

दरअसल, टि्वटर पर स्वचालित पोस्ट करने वाले अकाउंट को बॉट्स कहा जाता है जिसका इस्तेमाल आपातकालीन एवं उपयोगी नोटिफिकेशन के लिए किया जाता है। लेेकिन इसका इस्तेमाल कई बार गलत जानकारी और झूठा प्रचार फैलाने के लिए भी किया जाता है।

टि्वटर ने कहा कि अगले वर्ष 2021 में वह उन लोगों के अकाउंट के संरक्षण का भी विकल्प देगा जिनका निधन हो चुका है।

साल 2020 में यूट्यूब (YouTube)पर किसकी रही धाक : बादशाह का गीत ‘गेंदा फूल’ सर्वाधिक देखा गया, कैरी मिनाटी को जम कर मिली लोकप्रियता और कौन- कौन रहा पापुलर ………..! attacknews.in

नयी दिल्ली, 15 दिसम्बर । रैपर बादशाह का गीत ‘गेंदा फूल’ इस साल यूट्यूब पर भारत में सबसे अधिक देखा गया, वहीं कैरी मिनाटी के नाम से मशहूर अजय नागर 2020 में यूट्यूब का सबसे चर्चित चेहरा रहें।

गायक बी. प्राक के गीत ‘दिल तोड़ के’, हरियाणवी गीत ‘मोटो’, वरुण धवन अभिनीत फिल्म ‘स्ट्रीट डांसर 3डी’ का गीत ‘इललीगल वेपन 2.0’ और ‘मुकाबला’ ने भी, भारत में सबसे अधिक देखे गए शीर्ष 10 गीतों की सूची में जगह बनाई।

यूट्यूब पर 2020 में सबसे अधिक लोकप्रियता हासिल करने वाले अजय नागर उर्फ कैरी मिनाटी के, इस पर 2.75 करोड़ से अधिक प्रशंसक (फॉलोअर्स) हैं। इस साल उनके ‘यूट्यूब वरसेज टिकटॉक’ विवादित वीडियो के कारण उनका नाम काफी चर्चा में रहा। नागर के अलावा ‘टोटल गेमिंग’ , ‘टेकनो गेमर्स’ , ‘देसी गेमर्स’, ‘जेकेके एंटरटेनमेंट’ और ‘आशीष चंचलानी वाइन्स’ ने भारत के 2020 के शीर्ष ‘टॉप क्रिएटर’ की सूची में जगह बनाई।

इनके अलवा भुवन बाम के चैनल ‘बीबी की वाइन्स’ की सीरिज ‘एंग्री मास्टरजी’, मशहूर धारावाहिक ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ का ‘टप्पू प्रपोज टू सोनू ऑन वैलेंटाइन डे’ और आशिश चंचलानी का वीडियो ‘ऑफिस एग्जाम और वैक्सीन’ इस साल के सबसे लोकप्रिय (ट्रेंडिंग) वीडियो रहे।

यूट्यूबर्स ने केवल मनोरंजन के लिए नहीं बल्कि जागरूकता फैलाने के लिए भी इस मंच का इस्तेमाल किया। भुवन बाम ने अपने चैनल ‘बीबी की वाइन्स’ पर कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के लोगों पर पड़े प्रतिकूल आर्थिक प्रभाव पर वीडियो बनाए और इन वीडियो से कमाए सभी पैसे दान कर दिए।

गौरतलब है कि यूट्यूब वीडियो साझा करने का सबसे लोकप्रिय मंच है। यह सर्च इंजन गूगल की एक सेवा है।

ट्विटर सक्रिय और प्रामाणिक उपयोगकर्ताओं के खातों के सत्यापन के लिए 2021 की शुरुआत में ‘ब्लू टिक’ को वापस लाएगा attacknews.in

नयी दिल्ली, 25 नवंबर । सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर अपने खातों के सत्यापन की प्रक्रिया अगले साल की शुरुआत में फिर शुरू करेगा, जिसके तहत सक्रिय और प्रामाणिक उपयोगकर्ताओं के खातों को ‘ब्लू टिक’ दिया जाता है।

ट्वीटर ने अपने सार्वजनिक सत्यापन कार्यक्रम को तीन साल पहले रोक दिया था, क्योंकि उसे प्रतिक्रिया मिली थी कि कई लोगों को यह मनमाना और भ्रमित करने वाला लगा। हालांकि, ट्विटर ने विशेष मामलों में खातों को ब्लू टिक देने जारी रखे।

ट्विटर ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, ‘‘एक साल बाद हमने 2020 के अमेरिकी चुनाव के मौके पर सार्वजनिक बातचीत में ईमानदारी बनाए रखने के लिए इस काम को आगे बढ़ाया।’’

माइक्रोब्लॉगिंग मंच अब प्रक्रिया को फिर से शुरू कर रहा है और जनता से 24 नवंबर से आठ दिसंबर 2020 तक अपनी नई सत्यापन नीति के मसौदे पर प्रतिक्रिया देने के लिए कहा है।

ब्लॉग में कहा गया है कि इस नीति के आधार पर भविष्य में सुधार किए जाएंगे कि सत्यापन का मतलब क्या है, सत्यापन के लिए कौन योग्य है और ‘‘अधिक न्यायसंगत प्रक्रिया’’ सुनिश्चित करने के लिए क्यों कुछ खाते सत्यापन खो सकते हैं।

ट्विटर ने कहा, ‘‘हम 2021 की शुरुआत में एक नई सार्वजनिक आवेदन प्रक्रिया के साथ सत्यापन को फिर से शुरू करने की योजना बना रहे हैं… प्रस्तावित नीति के अनुसार ट्विटर पर ‘ब्लू वेरिफाइड बैज’लोगों को बताता है कि यह सार्वजनिक हित का एक प्रामाणिक खाता है।’’

ट्विटर ने कहा कि ब्लू टिक पाने के लिए खाता ‘उल्लेखनीय और सक्रिय’ होना जरूरी है।

इसके तहत ट्विटर ने छह तरह के खातों की पहचान की है, जिसमें 1) सरकार, 2) कंपनियां, ब्रांड और गैर-लाभकारी संगठन, 3) समाचार, 4) मनोरंजन, 5) खेल, 6) सामाजिक कार्यकर्ता, आयोजक और अन्य प्रभावशाली व्यक्ति शामिल हैं।

सुप्रीम कोर्ट और चीफ जस्टिस के खिलाफ काॅमेडियन कुनाल कामरा के ‘भद्दे’ ट्वीट को लेकर संसदीय समिति ने ट्विटर से 7 दिनों में मांगें सवालों के जवाब attacknews.in

नयी दिल्ली, 19 नवंबर । संसद की एक समिति ने स्टैंड-अप कॉमेडियन कुनाल कामरा द्वारा उच्चतम न्यायालय और प्रधान न्यायाधीश को निशाना बनाते हुए किए गए ‘भद्दे’ ट्वीट को लेकर बृहस्पतिवार को ट्विटर से सवाल-जवाब किया और कहा कि यह सोशल मीडिया कंपनी सात दिनों के भीतर इस मामले पर जवाब दे।

डाटा संरक्षण विधेयक संबंधी संसद की संयुक्त समिति की अध्यक्ष मीनाक्षी लेखी ने यह जानकारी दी।

इससे पहले, ट्विटर ने लद्दाख को गलत ढंग से चीन में दर्शाने के लिए इस समिति के समक्ष लिखित माफी मांगी थी।

‘ट्विटर इंडिया’ के प्रतिनिधियों ने बृहस्पतिवार को समिति के समक्ष अपनी बात रखी।

लेखी ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘यह शर्मनाक है कि ट्विटर अपने मंच का इस्तेमाल ऐसे भद्दे ट्वीट के लिए करने दे रहा है जो स्टैंड-अप कॉमेडियन कुनाल कामरा ने उच्चतम न्यायालय और प्रधान न्यायाधीश के खिलाफ किए थे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ट्विटर उच्चतम न्यायालय और प्रधान न्यायाधीश जैसी शीर्ष संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ अपशब्द कहे जाने के लिए अपने मंच का दुरुपयोग होने दे रहा है।’’

भाजपा सांसद के मुताबिक, समिति के सदस्यों ने इस मुद्दे पर ट्विटर के प्रतिनिधियों से सवाल-जवाब किया। इन सदस्यों में कांग्रेस के विवेक तन्खा, बसपा के रितेश पांडे और बीजू जनता दल के बी महताब शामिल थे।

लेखी ने बताया कि ट्विटर की ओर से हैंडल एवं ट्वीट को प्रतिबंधित करने के बारे में दिया गया स्पष्टीकरण पर्याप्त नहीं है।

उधर, कामरा ने अपने विवादित ट्वीट वापस लेने से इनकार किया है।

इससे पहले एटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कामरा के खिलाफ अवमानना के मामले में प्रक्रिया आरंभ करने की सहमति दे दी है।

रिपब्लिक टीवी और बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड के बीच टैगलाइन ट्रेडमार्क का मुद्दा अदालत पहुंचा; कोर्ट ने अर्नब गोस्वामी टैगलाइन ‘नेशन वांट्स टू नो’ का अपनी प्रस्तुति में इस्तेमाल करने की इजाजत दी attacknews.in

नयी दिल्ली, 23 अक्टूबर । दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को कहा कि रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी अपनी बातचीत या प्रस्तुति के तहत टैगलाइन ‘नेशन वांट्स टू नो’ का इस्तेमाल कर सकते हैं।

अदालत ने गोस्वामी अथवा एआरजी आउटलाइर मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड द्वारा दायर की गई याचिका पर यह आदेश दिया।

इसने हालांकि कहा कि यदि गोस्वामी या एआरजी आउटलाइर मीडिया प्राइवेट लिमिटेड अपनी किसी सेवा के ट्रेडमार्क के रूप में ‘नेशन वांट्स टू नो’ का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो उन्हें इस तरह के इस्तेमाल के लिए एकाउंट रखने होंगे और ये नियमित तौर पर अदालत में दायर करने होंगे।

न्यायमूर्ति जयंतनाथ ने आदेश में कहा, ‘‘यदि टैगलाइन ‘नेशन वांट्स टू नो’ की बात है तो इस चरण में वादी (बेनेट कोलमैन) के पक्ष में कोई अंतरिम आदेश पारित नहीं किया जाता। जैसा कि वादी के विद्वान वकील ने कहा है, प्रतिवादी नंबर 2 इसे किसी भी समाचार चैनल की अपनी बातचीत/प्रस्तुति के रूप में इस्तेमाल कर सकता है।’’

इस बीच, अदालत ने बेनेट कोलमैन समूह के एक आवेदन को स्वीकार कर लिया और इसके पक्ष में तथा प्रतिवादियों द्वारा ट्रेडमार्क ‘न्यूजऑवर’ या ऐसे किसी भी ट्रेडमार्क का इस्तेमाल किए जाने के खिलाफ अंतरिम राहत प्रदान कर दी जो बेनेट कोलमैन के ट्रेडमार्क ‘न्यूज ऑवर’ से मिलता-जुलता दिखता हो।

बेनेट कोलमैन समूह ने वाद दायर कर आग्रह किया था कि गोस्वामी या एआरजी आउटलायर मीडिया प्राइवेट लिमिटेड को टाइटल या टैगलाइन के रूप में ‘न्यूजऑवर’ और ‘नेशन वांट्स टू नो’ का इस्तेमाल करने से रोका जाए।

वादी पक्ष ने कहा कि ‘टाइम्स नाउ’ समाचार चैनल वादी द्वारा संचालित है जिसके कई कार्यक्रम खंड हैं। इनमें से एक ‘द न्यूजऑवर’ 2006 में शुरू किया गया था।

इसने कहा कि गोस्वामी, जो पूर्व में ‘टाइम्स नाउ’ से जुड़े थे, ने 2016 में इस्तीफा देने के बाद अपना चैनल ‘रिपब्लिक टीवी’ और वेबसाइट ‘रिपब्लिक वर्ल्ड डॉट कॉम’ शुरू कर दी तथा उन्होंने स्वामित्व अधिकार का दावा करते हुए ट्रेड मार्क ‘नेशन वांट्स टू नो’, ‘अर्नब गोस्वामी न्यूजऑवर’ और ‘गोस्वामी न्यूजऑवर संडे’ के लिए आवेदन भी कर दिया।

पत्रकार ने अदालत से कहा कि दोनों समाचार चैनलों के दर्शक शिक्षित और काफी समझदार हैं तथा वे दोनों चैनलों पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों को लेकर कभी भी भ्रमित नहीं हो सकते।

उन्होंने दावा किया कि रिपब्लिक टीवी के साथ बेनेट कोलमैन के वैर-भाव को सब जानते हैं और कार्यवाही बदले की मुकदमेबाजी के रूप में शुरू की गई है तथा यह प्रतिवादियों को परेशान करने का प्रयास है।