CBSE परीक्षाएं 4 मई से शुरू:10वीं की 4 मई से 7 जून,12वीं की परीक्षाएं 4 मई से शुरू होकर 11 जून को ख़त्म होंगी,नतीजों की घोषणा 15 जुलाई से पहले की जाएगी attacknews.in

नयी दिल्ली, 02 फरवरी । केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने चार मई से शुरू होने वाली केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की बोर्ड परीक्षाओं की आज यहां डेट शीट जारी की।

कोरोना महामारी की वजह से सरकार को लगभग 10 महीने स्कूल बंद रखने पड़े जिसके कारण शिक्षा मंत्रालय ने इस वर्ष बोर्ड परीक्षाएं चार मई से 11 जून के बीच आयोजित करने का निर्णय लिया। प्रेक्टिकल परीक्षाएं हालांकि मार्च में ही करवाई जाएंगी। इसके अलावा सभी छात्रों के उच्च शिक्षा में प्रवेश को ध्यान में रखते हुए यह भी निर्णय लिया गया कि बोर्ड परीक्षाओं के नतीजों की घोषणा 15 जुलाई से पहले की जाएगी।

दसवीं की परीक्षाएं चार मई से शुरू होकर सात जून को ख़त्म होंगी, वहीं बारहवीं की परीक्षाएं चार मई से शुरू होकर 11 जून को ख़त्म होंगी। दसवीं की पहली परीक्षा चार मई को ओडिया, कन्नड और लेपचा भाषाओं की होगी और बारहवीं की इंग्लिश इलेक्टिव और इंग्लिश कोर की परीक्षाएं इसी दिन होंगी। विस्तृत डेट शीट सीबीएसई की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी और छात्रों को स्कूलों की तरफ से भी उपलब्ध करवाई जाएगी।

केंद्रीय मंत्री ने डेट शीट जारी करते हुए कहा,“ जिस तरह से ऐसी विकट महामारी के दौर में भी आपने अदम्य साहस और उत्साह का परिचय देते हुए अपनी शिक्षा जारी रखी उससे यह साबित होता है कि कोई भी विषम परिस्थिति आपका मनोबल नहीं तोड़ सकती है। आप सभी ने वास्तविक शिक्षा के लक्ष्य को चरितार्थ किया है और मुझे पूरा यकीन है कि अब आपको प्रगति के मार्ग से कोई रोक नहीं सकता। इसके अलावा मुझे पूरा विश्वास है कि कोविड-19 की ऐसी विकट और संकटमय घड़ी में जो निर्विघ्न और निर्बाध रूप से खुद को स्वस्थ रखकर अध्यनरत रह सकता है वह स्कूल की बोर्ड परीक्षा में भी अवश्य अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण होगा।”

उन्होंने कहा, “ शिक्षा के साथ सुरक्षा’ के सिद्धांत का पालन करते हुए सीबीएसई हर छात्र की सुरक्षा के लिए विभिन्न उपायों को अपनाएगा। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि बोर्ड परीक्षाएं, जेईई और नीट की परीक्षाओं जैसी समान दक्षता के साथ आयोजित की जाएंगी। सीबीएसई द्वारा परीक्षाओं के समय छात्रों के लिए अनुकूल वातावरण सुनिश्चित करने के लिए साथ ही, छात्रों को पढाई की मूलभूत सुविधाओं के अन्तर के कारण उनकी पढाई प्रभावित न हो, इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।”

डॉ निशंक ने कहा, “ मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि सीबीएसई, छात्रों के मूल्यांकन करने के लिए लिखित व प्रायोगिक परीक्षा आयोजित करके छात्रों एवं स्कूल को सभी सहायता प्रदान करेगा। सीबीएसई ने यह भी निर्णय लिया है कि इस वर्ष, प्रायोगिक परीक्षाओं को कराने की अंतिम तिथि, संबंधित कक्षा की लिखित परीक्षाओं की अंतिम तिथि के सतुल्य होगी साथ ही यह भी तय किया गया है कि आगामी परीक्षाओं के लिए अधिक परीक्षा केंद्र बनाये जाएंगे ताकि छात्र परीक्षा केंद्रों तक आसानी से पहुंच सकें।”

उन्होंने कहा कि अभिभावकों, छात्र-छात्राओं एवं सभी हितधारकों से आग्रह किया कि वे यह सुनिश्चित करने के लिए कि परीक्षाओं के लिए छात्रों के पास एक सुरक्षित, तनाव मुक्त और सुविधाजनक वातावरण तैयार हो सके एक साथ मिल कर काम करें। यदि कोई भी छात्र तनाव महसूस करता है तो वह ‘मनोदर्पण’ पोर्टल के साथ-साथ टोल फ्री नंबर 844-844-0632 का उपयोग कर सकता है।

शिक्षा मंत्री ने यह भी विश्वास दिलाया कि समय-समय पर, सीबीएसई, स्कूलों, छात्रों और अभिभावकों द्वारा परीक्षाओं के सफल आयोजन के लिए और छात्रों और हितधारकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी करेगा और इन दिशानिर्देशों का सभी संबंधितों द्वारा सख्ती से पालन किया जाएगा।

छात्रों को परीक्षाओं के लिए शुभकामनाएं देते हुए डॉ निशंक ने कहा मैं आपको पुनः यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि आप सभी नये-भारत की नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति परिवार के आधारभूत स्तंभ हैं और हमारा यह वृहद शिक्षा-परिवार हर प्रकार से ‘सबकी प्रगति’ और ‘सबका साथ-सबका विकास’ के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध और तत्पर है।

निर्वाचन आयोग ने मध्यप्रदेश की फोटोयुक्त मतदाता सूची का अन्तिम प्रकाशन किया,पुनरीक्षण में 8 लाख 43 हजार मतदाताओं की बढ़ोत्तरी हुई attacknews.in

भोपाल 16 जनवरी ।भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2021 को एक जनवरी 2021 की अर्हता तिथि के मान से फोटोयुक्त मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 15 जनवरी 2021 को कर दिया गया है। प्रारूप प्रकाशन 25 नवम्बर 2020 के समय प्रदेश की समस्त 230 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 5 करोड़ 22 लाख 20 हजार 675 मतदाताओं के नाम दर्ज थे। पुनरीक्षण के दौरान 11 लाख 67 हजार नये मतदाता जोड़े गये जबकि तीन लाख 24 हजार मतदाताओं के नाम मृत्यु/स्थान परिवर्तन/ दोहरे पंजीकरण आदि के कारण हटायें गये है। इस प्रकार कुल 8 लाख 43 हजार मतदाताओं की बढ़ोत्तरी हुई है। जो प्रारूप प्रकाशित मतदाताओं में 1.63 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है।

उक्त जानकारी देते हुए संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी धरणेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि प्रदेश में अंतिम प्रकाशन के समय कुल 5 करोड़ 30 लाख 64 हजार 142 मतदाता है। इनमें दो करोड़ 75 लाख 41 हजार 281 पुरूष, दो करोड़ 55 लाख 21 हजार 381 महिला तथा 1480 तृतीय लिंग मतदाता हैं। प्रदेश की जनसंख्या का लिंगानुपात 931 की तुलना में मतदाताओं का लिंगानुपात 927 हैं। इसी प्रकार कुल सर्विस मतदाता 75136 है। प्रदेश के मतदाताओं का जनसंख्या पर अनुपात 63.21 प्रतिशत है। आज की स्थिति में 64 हजार 592 मतदान केन्द्र स्थापित है। 15 जनवरी 2021 को अंतिम प्रकाशित मतदाता सूची का नि:शुल्क वितरण समस्त मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी/जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा किया गया। साथ ही प्रत्येक मतदान केन्द्र पर बूथ लेवल अधिकारियों को भी सूची उपलब्ध कराई गई।

अंतिम प्रकाशित मतदाता सूची की फोटो रहित सूचियां वेबसाइट

भी उपलब्ध है। कोई भी व्यक्ति इन सूचियों में अथवा सर्च इंजन के माध्यम से अपना नाम देख सकता है। इच्छुक व्यक्ति इन मतदाताओं सूचियों की फोटो रहित पीडीएफ 100/- रूपये प्रति विधानसभा की दर से मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय अथवा जिला निर्वाचन कार्यालय से भी प्राप्त कर सकते है।

अमेरिका के नये राष्ट्रपति की घोषणा का अंतिम पायदान: इलेक्ट्रोरल काॅलेज के मतदान में किसे मिलेगा बहुमत कल हो जाएगा निर्णय;डोनाल्ड ट्रम्प ने अभी तक नहीं मानी हैं पराजय attacknews.in

वाशिंगटन, 14 दिसंबर (एपी) अमेरिका के राष्ट्रपति का निर्वाचन मंडल (इलेक्ट्रोरल कॉलेज) देश के अगले राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडन के औपचारिक रूप से निर्वाचन के लिए सोमवार को बैठक करेगा।

कानून के अनुसार, निर्वाचन मंडल की बैठक दिसंबर के दूसरे बुधवार के बाद आने वाले पहले सोमवार को होती है। इस दिन सभी 50 राज्यों और डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया के निर्वाचक अपना मत डालने के लिए बैठक करते हैं।

मतदान का परिणाम वाशिंगटन को भेजा जाएगा और संसद के छह जनवरी को होने वाले संयुक्त सत्र में इसकी गणना की जाएगी जिसकी अध्यक्षता उपराष्ट्रपति माइक पेंस करेंगे।

निर्वाचन मंडल के मत इस साल पहले की तुलना में अधिक चर्चा में हैं, क्योंकि देश के मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हार स्वीकार करने से इनकार कर दिया है और चुनाव में धोखाधड़ी का बेबुनियाद आरोप लगाना जारी रखा है।

निर्वाचन मंडल के मतदान करने के बाद बाइडन संभवत: सोमवार रात को राष्ट्र को संबोधित करेंगे, लेकिन ट्रंप ने बाइडन की जीत स्वीकार नहीं की है।

ट्रंप ने शनिवार को रिकॉर्ड किए गए ‘फॉक्स न्यूज’ को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘नहीं, मैं देश में एक अवैध राष्ट्रपति होने को लेकिर चिंतित हूं। ऐसा राष्ट्रपति जो बुरी तरह हारा है।’’

बाइडन ने 306 और ट्रंप ने 232 इलेक्ट्रोरल (निर्वाचकों के मत) मत जीते हैं। बहुमत के लिए 270 मतों की आवश्यकता होती है।

निर्वाचक अमूमन अपने राज्य में विजेता रहे उम्मीदवार के लिए ही मतदान करते हैं, क्योंकि वे अपने दल के लिए समर्पित होते हैं।

मप्र।उपचुनाव में भाजपा की 19 सीटें और कांग्रेस 9 पर सिमटी:ज्योतिरादित्य सिंधिया का जवाब लोगों का निर्णय स्पष्ट है कि,कमलनाथ और दिग्विजय सिंह मध्यप्रदेश के सबसे बड़े गद्दार हैं attacknews.in

भोपाल, 11 नवंबर। मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए 28 सीटों पर हुए उपचुनाव में सत्तारुढ़ भाजपा ने 19 सीटों पर विजय हासिल कर सदन में सुविधाजनक बहुमत हासिल कर अपनी आठ महीने पुरानी सरकार की नींव मजबूत कर दी है। इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनकी पार्टी कांग्रेस के प्रदेश की सत्ता में वापस आने के मंसूबे ध्वस्त हो गये।

प्रदेश में 28 सीटों के उपचुनाव के तहत तीन नवंबर को मतदान हुआ था। इसके बाद 10 नवंबर को मतों की गिनती के बाद देर रात तक आये परिणामों में सत्तारुढ़ भाजपा ने 19 सीटों पर विजय हासिल कर ली, जबकि विपक्षी कांग्रेस को नौ सीटों पर संतोष करना पड़ा है।

इसके साथ ही 230 सदस्यीय सदन में अब भाजपा के विधायकों की संख्या 107 से बढ़कर 126 हो गयी है, जबकि कांग्रेस के विधायकों की संख्या 87 से बढ़कर 96 हो गयी है। उपचुनाव की घोषणा के बाद कांग्रेस के एक विधायक के त्यागपत्र देने के कारण सदन में सदस्यों की वर्तमान में संख्या 229 है। इस हिसाब से वर्तमान में सदन में साधारण का बहुमत का आंकड़ा 115 होता है। प्रदेश में भाजपा अब 126 विधायकों के साथ सुविधाजनक बहुमत में आ गयी है।

चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, भाजपा ने जो 19 सीटें जीती हैं, उनमें अम्बाह, मेहगांव, ग्वालियर, भांडेर, पोहरी, बमोरी, अशोक नगर, मुंगावली, सुरखी, मलहरा, अनूपपुर, सांची, हाटपिपल्या, मांधाता, नेपानगर, बदनावर, सांवेर, सुवासरा एवं जौरा शामिल हैं।

वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस ने सुमावली, मुरैना, दिमनी, गोहद, ग्वालियर पूर्व, डबरा, करैरा, ब्यावरा एवं आगर सीट पर विजय हासिल की है।

उपचुनाव में उतरने वाले 12 मंत्रियों में से तीन मंत्री पराजित भी हुए हैं। इनमें प्रमुख तौर पर इमतरी देवी डबरा विधानसभा क्षेत्र से 7,633 मतों से पराजित हुई हैं। मंत्री गिर्राज दंडोतिया दिमनी से 26,467 मतों से हारे, जबकि एक अन्य मंत्री एदल सिंह कंषाना सुमावली से 10,947 मतों से पराजित हुए।

डबरा से भाजपा की उम्मीदवार इमरती देवी तब चर्चा में आई थीं, जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने चुनाव प्रचार के दौरान एक चुनावी सभा में भाजपा की इस महिला उम्मीदवार को कथित तौर पर ‘‘आइटम’’ कहा था। कमलनाथ की इस टिप्पणी पर राजनीतिक हल्कों में काफी जुबानी जंग भी हुई थी।

मध्यप्रदेश के नौ मंत्रियों डॉ. प्रभुराम चौधरी (सांची सीट, मतों का अंतर- 63,809), बिसाहूलाल सिंह (अनूपपुर, मतों का अंतर- 34,864), महेन्द्र सिंह सिसौदिया (बमोरी- मतों का अंतर 53,153), राजवर्धन सिंह दत्तीगांव (बदनावर, मतों का अंतर 32,133 ), हरदीप सिंह डंग (सुवासरा, मतों का अंतर 29,440), प्रद्युम्न सिंह तोमर (ग्वालियर, मतों का अंतर 33,123), ओपीएस भदौरिया (मेहगांव, मतों का अंतर- 12,036), सुरेश धाकड़ (पोहरी, मतों का अंतर- 22,496) एवं बृजेन्द्र सिंह यादव ने (मुंगावली, मतों का अंतर 21,469) जीत हासिल की है।

इनके अलावा, सिंधिया के समर्थक तुलसी सिलावट (सांवेर से) 53,264 मतों के बड़े अंतर से एवं गोविन्द सिंह राजपूत (सुरखी) 40,991 मतों के अंतर से विजयी रहे। इन दोनों को भी चौहान की सरकार में मंत्री बनाया गया था, लेकिन उपचुनाव के लिए हुए मतदान से कुछ ही दिन पहले इन्हें मंत्री पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा था, क्योंकि इन्हें विधायक बने बिना मंत्रिपद पर बने हुए छह महीने पूरे होने वाले थे।

सिंधिया के साथ मार्च माह में तत्कालीन सत्तारुढ़ कांग्रेस को छोड़ने वाले 22 विधायकों में से 15 इस उपचुनाव में विजयी हुए हैं, जबकि तीन मंत्रियों सहित सात सिंधिया समर्थक नेता चुनाव हार गये हैं।

हालांकि, कांग्रेस ने अपनी सरकार गिराने के कारण सिंधिया को गद्दार की संज्ञा देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन, सिंधिया ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने एवं कमलनाथ की तत्कालीन सरकार गिराने के अपने निर्णय को यह कहकर सही ठहराया था कि कांग्रेस की इस सरकार ने किसानों की कर्जमाफी सहित अपने चुनावी वादे पूरे नहीं किये। इसलिए उनके पास कमलनाथ की सरकार को गिराने के अलावा कोई विकल्प बचा नहीं था।

एक चुनाव विश्लेषक ने कहा, ‘‘इस उपचुनाव में भाजपा की जीत केन्द्र में सिंधिया की ताकत को निश्चित रूप से बढ़ाएगी।’’

हालांकि भाजपा ने 28 में से 19 सीटें जीतकर बेहतर प्रदर्शन किया है लेकिन उसे ग्वालियर-चंबल इलाके में नुकसान भी उठाना पड़ा है। इस इलाके से उसके तीन मंत्री सुमावली से एदल सिंह कंषाना, डबरा से इमरती देवी और दिमनी से गिर्राज दंडोतिया को हार का सामना करना पड़ा

प्रदेश में भाजपा को भांडेर सीट पर सबसे कम मतों के अंतर जीत मिली। यहां भाजपा की रक्षा संतराम सरौनिया ने लोकप्रिय दलित नेता फूल सिंह बरैया को मात्र 161 मतों के अंतर से पराजित किया।

इसके अलावा सिंधिया समर्थक ग्वालियर पूर्व और शिवपुरी जिले के करैरा सीट से चुनाव हार गये। ग्वालियर पूर्व से भाजपा उम्मीदवार मुन्ना लाल गोयल 8,555 मतों के अंतर से कांग्रेस के डॉ सतीश सिकरवार से हार गये, जबकि करैरा सीट से जसमंत जाटव 30, 641 मतों के अंतर से प्रागीलाल जाटव से हार गये।

सिंधिया समर्थक एवं भाजपा के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में विधानसभा की कुल 34 सीटें हैं। वर्ष 2018 में कांग्रेस ने इसमें से 26 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि उपचुनाव के तहत इस क्षेत्र में 16 सीटों पर चुनाव हुए हैं उसमें से सिंधिया समर्थकों ने नौ सीटों पर विजय प्राप्त की है। ये सीटें मूल रुप से कांग्रेस की सीटें थीं।’’

उन्होंने कहा कि इससे पहले सिंधिया के प्रभाव के चलते कांग्रेस के पास ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की 80 प्रतिशत सीटें थीं।

गुना लोकसभा सीट का हिस्सा रही बामोरी, मुंगावली और अशोक नगर विधानसभा क्षेत्र में सिंधिया समर्थकों ने निर्णायक जीत हासिल की है।

भाजपा को इन उपचुनावों में 49.46 प्रतिशत वोट मिले जबकि कांग्रेस को 40.40 प्रतिशत वोट मिले।

भाजपा की जीत पर खुशी व्यक्त करते हुए सिंधिया ने कहा कि भाजपा को स्पष्ट जनादेश देने के लिये वह मतदाताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हैं।

उन्होंने कहा कि उपचुनावों के परिणामों के बाद लोगों का निर्णय स्पष्ट है कि दोनों पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह मध्यप्रदेश के सबसे बड़े गद्दार हैं।

भाजपा के प्रदर्शन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भाजपा ने अपनी प्रतिद्वंद्वी पार्टी कांग्रेस की तुलना में 11 प्रतिशत अधिक मत हासिल किये हैं और यह ‘‘अविश्वसीय’’ है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने भारी अंतर से सीटें जीती हैं और थोड़े अंतर से सीटें हारे हैं। हमने विनम्रता पूर्वक जीत को स्वीकार किया है। हम कल से ही आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के खाके को लागू की दिशा में काम करेंगें।’’

चौहान ने विपक्षी कांग्रेस पर झूठे आरोप लगाने और भाजपा नेताओं के खिलाफ अभद्र शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।

इधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने उपचुनाव में कांग्रेस की पराजय स्वीकार करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने जनता तक पहुंचने का प्रयास किया।

उन्होंने कहा, ‘‘ हम जनादेश को स्वीकार करते हैं। हमने जनता तक पहुंचने का हर संभव प्रयास किया। मैं उप चुनाव में भाग लेने वाले सभी मतदाताओं को भी धन्यवाद देता हूं। मुझे उम्मीद है कि भाजपा सरकार किसानों के हितों का ध्यान रखेगी, युवाओं को रोज़गार देगी और महिलाओं का सम्मान एवं सुरक्षा को सुनिश्चित करेगी।’’

गौरतलब है कि सिंधिया की सरपरस्ती में कांग्रेस के 22 विधायकों के विधानसभा से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने के कारण तत्कालीन कमलनाथ सरकार 20 मार्च को गिर गई थी। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा 23 मार्च को सूबे की सत्ता में लौट आई थी। सिंधिया के कई समर्थक विधानसभा की सदस्यता के बगैर भाजपा सरकार में मंत्री के तौर पर शामिल हुए।

बिहार में कोरोना से जीता लोकतंत्र, मतदाताओं के उत्साह से अंतिम चरण में पड़े सबसे अधिक 57.91 प्रतिशत वोट,महागठबंधन ने कहा:बिहार में सरकार ही नहीं सरोकार भी बदल जाएगा और घोषणापत्र की हर बात अक्षरश: लागू होगा attacknews.in

पटना 07 नवंबर । कोरोना महामारी जैसी विषम परिस्थिति में देश के पहले बिहार विधानसभा चुनाव में संक्रमण की चुनौती पर लोकतंत्र ने अपनी जीत की मुहर लगा दी और जनतंत्र के लिए मतदाताओं के असीम उत्साह की बदौलत दो अन्य चरण के मुकाबले आज तीसरे एवं अंतिम चरण के मतदान में सबसे अधिक लगभग 57.91 प्रतिशत वोट पड़े।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एच. आर. श्रीनिवास ने शनिवार को मतदान समाप्त होने के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर में लोकतंत्र की मजबूती एवं निरंतरता के लिए बिहार विधानसभा चुनाव का आयोजन निश्चित रूप से एक बड़ी चुनौती रही। इस चुनौती पर जीत हासिल करने के लिए लाखों मतदानकर्मियों ने रात-दिन काम किया और उस रास्ते को तैयार किया जो बिहार में और इस देश में लोकतंत्र की जड़ों को मतबूत करेगा।

उन्होंने कहा कि अंतिम चरण में 15 जिले के 78 विधानसभा सीट के लिए संपन्न मतदान में लगभग 57.91 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। वहीं, वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट के उप चुनाव के लिए 56.02 प्रतिशत मत पड़े हैं जबकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां 61.89 प्रतिशत मतदान हुआ था।

बिहार : तीसरे चरण में अपराह्न तीन बजे तक 45.85 प्रतिशत लोगों ने किया मतदान

बिहार में तीसरे एवं अंतिम चरण में 78 विधानसभा क्षेत्र के लिए जारी चुनाव में आज अपराह्न तीन बजे तक 45.85 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया वहीं वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र के उप चुनाव में 45.58 प्रतिशत वोटिंग हुई है।

राज्य निर्वाचन कार्यालय ने बताया कि अपराह्न तीन बजे तक इन 78 विधानसभा सीट के लिए 45.85 प्रतिशत मतदाता मतदान कर चुके हैं। इस दौरान सुपौल जिले में सबसे अधिक 51.12 प्रतिशत जबकि दरभंगा जिले में सबसे कम 41.15 प्रतिशत वोटिंग हुई है। वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट के उपचुनाव के लिए 45.58 प्रतिशत लोग वोट कर चुके हैं।

पश्चिम चंपारण जिले में 45.58 प्रतिशत, पूर्वी चंपारण में 47.46, सीतामढ़ी में 44.65, मधुबनी में 44.96, सुपौल में 51.12, अररिया में 43.22, किशनगंज में 47.55, पूर्णिया में 46.09, कटिहार में 43.11, मधेपुरा में 46.33, सहरसा में 48.98, दरभंगा में 41.15, मुजफ्फरपुर में 48.43, वैशाली में 46.34 और समस्तीपुर में 45.05 प्रतिशत मत पड़े हैं।

इस बीच अररिया के जिलाधिकारी प्रशांत कुमार ने जोकीहाट से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उम्मीदवार सरफराज आलम पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। उन्होंने बताया कि श्री आलम अपने कोट पर अपनी पार्टी के चुनाव चिन्ह का बैच लगाकर मतदान केंद्र पर पहुंचे थे, जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। इस आरोप में श्री आलम पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया गया है।

बिहार में तीसरे चरण में 54.06 प्रतिशत पड़े वोट, चार क्षेत्र में मतदान समाप्त

बिहार में अंतिम चरण में 78 विधानसभा क्षेत्र के लिए जारी मतदान में शाम पांच बजे तक 54.06 प्रतिशत लोगों वोट किया, वहीं चार विधान सभा क्षेत्र में वोटिंग अपराह्न चार बजे समाप्त हो गई।

राज्य निर्वाचन कार्यालय के अनुसार, तीसरे चरण के चुनाव में शाम पांच बजे तक 54.06 प्रतिशत लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया है। अभी भी मतदान का कार्य शांति पूर्वक चल रहा है। इस दौरान किशनगंज में सबसे अधिक 59.99 प्रतिशत जबकि वैशाली में सबसे कम 49.97 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट किया है। इसी तरह वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट के उप चुनाव में अभी तक 52.08 प्रतिशत मतदान हुआ है।

वहीं, सुरक्षा कारणों से पश्चिम चंपारण जिले के वाल्मीकिनगर एवं रामनगर (सुरक्षित) तथा सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर और महिषी विधानसभा क्षेत्र में मतदान अपराह्न चार बजे समाप्त हो गया। मतदान समाप्त होने पर वाल्मीकिनगर विधानसभा क्षेत्र में 49.80 प्रतिशत एवं रामनगर में 46 प्रतिशत, सिमरी बख्तियारपुर में 56.95 प्रतिशत और महिषी में 57.83 प्रतिशत वोटिंग हुई है।

अंतिम चरण के मतदान वाले पंद्रह जिले पश्चिम चंपारण में 52.08 प्रतिशत, पूर्वी चंपारण में 55.31, सीतामढ़ी में 52.27, मधुबनी में 54.84, सुपौल में 57.90, अररिया में 50.43, किशनगंज में 59.99, पूर्णिया में 55.50, कटिहार में 52.22, मधेपुरा में 54.03, सहरसा में 55.73, दरभंगा में 53.44, मुजफ्फरपुर में 54.54, वैशाली में 49.97 और समस्तीपुर में 52.76 प्रतिशत मत पड़े हैं।

बिहार में अंतिम चरण की 78 सीट के साथ विधानसभा की सभी 243 सीट के लिए मतदान हुआ समाप्त

बिहार में तीसरे और अंतिम चरण की 78 सीट के साथ ही विधानसभा के सभी 243 निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हो गया और आखिरी चरण में सबसे अधिक करीब 57 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

सत्रहवीं बिहार विधानसभा के लिए राज्य में इस बार तीन चरण में मतदान कराया गया। 28 अक्टूबर को सोलह जिले के 71 विधानसभा क्षेत्र में हुए प्रथम चरण के मतदान में 55.59 प्रतिशत और दूसरे चरण में 03 नवंबर को 17 जिले के 94 विधानसभा क्षेत्र के मतदान में 55.70 प्रतिशत वोट पड़े।

तीसरे और आखिरी चरण के चुनाव में अंतिम समाचार मिलने तक करीब 57 प्रतिशत वोटरों ने मतदान में हिस्सा लिया है। कुछ मतदान केंद्रों में शाम छह बजे के पहले जो मतदाता कतार में लग गए थे वहां अभी भी वोटिंग का कार्य जारी है और कुछ दूरदराज के इलाके से मतदान का आंकड़ा प्राप्त नहीं हुआ ।

बिहार में सरकार ही नहीं सरोकार भी बदल जाएगा और घोषणापत्र की हर बात अक्षरश: लागू होगा : महागठबंधन

बिहार विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान समाप्त होने के बाद महागठबंधन ने प्रचंड बहुमत से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में सरकार बनने का दावा करते हुए कहा कि घोषणा पत्र की हर बात को अक्षरश: लागू किया जाएगा।

राजद सांसद मनोज झा, कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचन्द्र मिश्रा, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) की पाेलित ब्यूरो सदस्य कविता कृष्णन और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य मंडल सचिव अरुण मिश्रा ने शनिवार को अंतिम चरण के मतदान के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य की जनता ने बदलाव के संकल्प को हाथो हाथ लिया और अब श्री तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनने जा रही है। उन्होंने कहा कि नई सरकार जनता से किए गए हर एक वादे को पूरा करेगी।

बिहार एग्जिट पोल: राजद नीत महागठबंधन की बन सकती है सरकार ,NDA के हाथों से फिसली नीतीश कुमार की सरकार attacknews.in

नयी दिल्ली 07 नवंबर । बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए शुक्रवार को हुए 78 सीटों पर तीसरे और अंतिम चरण के मतदान के बाद विभिन्न निजी चैनलों की ओर से प्रसारित एग्जिट पोल में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार बनने के संकेत मिले हैं। वहीं सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के हाथों राज्य की सत्ता फिसलती नजर आ रही है।

बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे कोविड-19 महामारी के बीच 10 नवंबर को घोषित किये जाएंगे। किसी भी गठबंधन को बहुमत हासिल करने के लिए 122 सीटोंं की जरुरत है।

‘टाइम्स नाउ-सी वोटर’ एग्जिट पोल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ राजग सरकार को 116 सीटें दी हैं। राजद के नेतृत्व वाली महागबंधन को 120 सीटें मिलने का अनुमान है।

‘जन की बात’ एग्जिट पोल में राजग को 91 से 117 के बीच सीटें मिलने का दावा किया गया है तो राजद को 118 से 138 के बीच सीट प्राप्त होने की संभावना बताई गई है जबकि कांग्रेस और लोक जनशक्ति पार्टी को पांच से आठ और अन्य को तीन से छह सीटें मिल सकती हैं।

इंडिया टीवी के मुताबिक सत्तारूढ राजग को 112 सीटें मिल सकती हैं जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 70 सीटें और जनता दल (यूनाइटेड) को 42 मिलने का अनुमान है जबकि 110 सीटें महागठबंधन के खाते में जाती दिख रही है। जिसमें कांग्रेस को 25 और राजद के खाते में 85 सीटें मिलने का अनुमान है।

टीवी9 भारतवर्ष के एग्जिट पोल की माने तो राजग को 115 सीटें और महागबंधन के खाते में 120 सीटें आ सकती हैं। इसके अलावा लोक जनशिक्त चार सीटें जीत सकती है जबकि अन्य के खाते में चार सीटें आ सकती हैं।

राज्य में शुक्रवार को तीसरे चरण में 78 सीटों पर मतदान समाप्त हुआ। इस बार तीन चरण में मतदान कराया गया। 28 अक्टूबर को 16 जिले के 71 विधानसभा क्षेत्र में हुए प्रथम चरण के मतदान में 55.59 प्रतिशत वोट पड़े वहीं दूसरे चरण में तीन नवंबर को 17 जिले के 94 विधानसभा क्षेत्र में हुए मतदान में 55.70 प्रतिशत वोट डाले गए। तीसरे और आखिरी चरण के चुनाव में अंतिम समाचार मिलने तक करीब 57 प्रतिशत वोटरों ने मतदान में हिस्सा लिया है।

बिहार में कुल मतदाताओं की संख्या 7.3 करोड़ थी, जिसमें से 54 प्रतिशत ने औसतन 243 सीटों पर मतदान कर उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तीन बार चुनाव जीत चुके है और चौथी बार फिर से चुनाव जीतने की आश लगाए हुए हैं।

इंडिया टुडे टेलिविजन नेटवर्क के मुताबिक 44 प्रतिशत लोग राजद के तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री के रूप में देखाना चाहते हैं जबकि 35 प्रतिशत ने नीतीश कुमार काे फिर से मुख्यमंत्री बनाने का समर्थन किया है।

जो बाइडेन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति निर्वाचित,बाइडेन और कमला हैरिस ने कोरोना से प्रभावित सार्वजनिक स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था पर ध्यान देना शुरू किया attacknews.in

वाशिंगटन, सात नवम्बर। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन ने शनिवार को रिपब्लिकन पार्टी के अपने प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप को कड़े मुकाबले में हरा दिया। प्रमुख अमेरिकी मीडिया संगठनों की रिपोर्टों में यह जानकारी दी गई है।

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार पेन्सिलवेनिया राज्य में जीत दर्ज करने के बाद 77 वर्षीय पूर्व उपराष्ट्रपति बाइडेन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति होंगे। इस राज्य में जीत के बाद बाइडेन को 270 से अधिक ‘इलेक्टोरल कॉलेज वोट’ मिल गये जो जीत के लिए जरूरी थे।

पेन्सिलवेनिया के 20 इलेक्टोरल वोटों के साथ बाइडेन के पास अब कुल 273 इलेक्टोरल वोट हो गये हैं।

बाइडेन-हैरिस ने सार्वजनिक स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था पर ध्यान देना शुरू किया

अमेरिकी चुनाव में जीत को आश्वस्त राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति पद की प्रत्याशी सीनेटर कमला हैरिस ने सार्वजनिक स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था पर तवज्जो देने का काम शुरू कर दिया है। ये दोनों क्षेत्र कोविड-19 महामारी के कारण बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं।

उन्होंने शुक्रवार रात डेलावेयर के विल्मिंगटन में अपने प्रचार अभियान के मुख्यालय से देश के नाम संबोधन में कहा, “ अंतिम परिणाम का इंतजार करते हुए, मैं चाहता हूं कि लोग जानें कि हम काम करने के लिए इंतजार नहीं कर रहे हैं।“

77 वर्षीय पूर्व उपराष्ट्रपति ने कहा, “ मैं चाहता हूं कि हर कोई जाने कि पहले दिन से हम इस वायरस को नियंत्रित करने के लिए अपनी योजना लागू करने जा रहे हैं। इससे जान गंवा चुके लोगों को नहीं लौटाया जा सकता, लेकिन आने वाले महीनों में बहुत सी जिंदगियों को बचाया जा सकेगा।“

एक दिन पहले बाइडेन और हैरिस ने सार्वजनिक स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था के विशेषज्ञों के एक समूह के साथ बैठक की थी।

बाइडेन ने कहा, “ सीनेटर हैरिस और मैंने कल जाना कि महामारी को नियंत्रित करने में नाकामी की वजह से कैसे हमारी अर्थव्यवस्था के उबरने की रफ्तार सुस्त है। “

उन्होंने कहा, “ दो करोड़ से ज्यादा लोग बेरोजगार हैं। लाखों लोग किराया देने और खाने के लिए फिक्रमंद हैं। अर्थव्यवस्था को लेकर हमारी योजना, इसे मजबूती से उभारने पर तवज्जो देगी।“

बाइडेन ने कहा कि महामारी समूचे देश में और चिंताजनक हो रही है। रोज आने वाले मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। माना जा रहा है कि एक दिन में दो लाख तक मामले आ सकते हैं।

उन्होंने कहा, “ मृतक संख्या 2.40 लाख के करीब पहुंच रही है। हम कभी भी इतने परिवारों को हुए दर्द को आंक नहीं पाएंगे। मैं जानता हूं कि किसी अपने को खो कर कैसा महसूस होता है और मैं चाहता हूं कि वे जानें कि वे अकेले नहीं हैं। हमारा दिल भी आपके साथ दुखता है।“

परिणाम के लिहाज से अहम राज्यों में मतगणना जारी रहने के बीच बाइडेन ने देशवासियों से शांत रहने और सब्र करने को कहा।

उन्होंने कहा, “ लोकतंत्र काम करता है। आपका मत गिना जाएगा। मुझे इस बात की परवाह नहीं कि लोग इसे रोकने की कोशिश कर रहे हैं। मैं ऐसा नहीं होने दूंगा।”

राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ने यह भी कहा, ” अमेरिका में हमारे पास मजबूत विचार हैं तो मजबूत असहमतियां भी हैं। मजबूत असहमतियां लोकतंत्र में जरूरी हैं।”

बाइडेन ने कहा, ” हमें याद रखना है कि हमारी राजनीति बेदर्द, खत्म नहीं होने वाली लड़ाई नहीं है। हमारी राजनीति का मकसद राष्ट्र के लिए काम करना है। टकराव को भड़काना नहीं है, बल्कि समस्याओं का समाधान करना है। न्याय की गारंटी देना है। सबको समान अधिकार देने हैं। हमारे लोगों के जीवन स्तर में सुधार करना है। हम प्रतिद्वंद्वी हो सकते हैं- लेकिन हम दुश्मन नहीं हैं। हम अमेरिकी हैं। “

उन्होंने कहा, “ हम निश्चित तौर पर बहुत सारे मुद्दों पर सहमत ना हों, लेकिन हम कम से कम एक-दूसरे के प्रति सभ्य हो सकते हैं। हमें अपना गुस्सा, पीछे रखना चाहिए। “

बाइडेन ने कहा कि यह समय एक राष्ट्र के तौर पर एकसाथ आने और जख्मों को भरने का है।

एकता का संदेश देते हुए, उन्होंने यह भी कहा, “ यह आसान नहीं होगा, मगर हमें कोशिश जरूर करनी चाहिए। राष्ट्रपति के तौर पर मेरी जिम्मेदारी पूरे देश का प्रतिनिधित्व करने की होगी। मैं चाहता हूं कि आप जानें कि मैं जितनी मेहनत से उन लोगों के लिए काम करुंगा जिन्होंने ने मुझे वोट दिया है, उतनी ही मेहनत से उन लोगों के लिए भी काम करूंगा, जिन्होंने मुझे मत नहीं दिया है। यह मेरा काम है। इसे देखभाल का कर्तव्य कहते हैं।”

बाइडेन ने कहा, ” हमारे सामने कोविड से लेकर हमारी अर्थव्यवस्था, नस्ली न्याय से लेकर जलवायु की गंभीर समस्याएं हैं जिनसे हमें निपटना हैं। हमारे पास दलीय लड़ाई में ज़ाया करने के लिए समय नहीं है।

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिकॉर्ड मतदान,करीब 16 करोड़ लोगों ने अपने मताधिकारों का इस्तेमाल किया जो 120 वर्ष का एक रिकॉर्ड है,एबीसी’, ‘सीबीएस’ और ‘एनबीसी’ ने डोनाल्ड ट्रंप के संबोधन से बनाई दूरी attacknews.in

वाशिंगटन, छह नवंबर । अमेरिका में इस वर्ष हुए राष्ट्रपति चुनाव में करीब 16 करोड़ लोगों ने अपने मताधिकारों का इस्तेमाल किया जो 120वर्ष एक रिकॉर्ड है।

चुनाव पर नजर रखने वाली साइट ‘यूएस इलेक्शन प्रोजेक्ट’ के प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक इस वर्ष 23 करोड़ 90 लाख लोग मतदान करने के योग्य थे। उनमें से करीब 16 करोड़ लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। आने वाले सप्ताह में यह संख्या और भी बढ़ने की उम्मीद है।

इसके अनुसार तीन नवंबर के चुनाव में रिकॉर्ड 66.9 फीसदी मतदान हुआ, जो वर्ष 1900 के बाद का सर्वाधिक मतदान है। वर्ष 1900 के चुनाव में 73.7 फीसदी मतदान हुआ था।

यूएस इलेक्शन प्रोजेक्ट के प्रमुख एवं फ्लोरिडा विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर माइकल पी मैकडॉनल्ड ने कहा, ‘‘ 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में 120 वर्षों में मतदान दर सर्वाधिक रही। अभी भी बड़ी संख्या में बकाया मतों की गणना की जानी है।’’

अमेरिका में 2016 में 56 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2008 में मतदान 58 प्रतिशत रहा।

यूएस इलेक्शन प्रोजेक्ट के अनुसार मिनेसोटा और मेन में इस वर्ष सर्वाधिक 79.2 प्रतिशत मतदान हुआ, उसके बाद आयोवा में यह 78.6 प्रतिशत रहा।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मेन और आयोवा से जीते हैं और मिनेसोटा से उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन ने जीत दर्ज की है।

अमेरिकी चुनाव में जीत के बेहद करीब पहुंचे बाइडेन

अमेरिका में कुछ राज्यों में मतगणना शुरू होने के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जो बाइडेन राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बेहद करीब दिखाई दे रहे हैं वहीं रिपब्लिकन पार्टी से उनके प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप के पुन: निर्वाचित होने की संभावनाएं कम दिखाई दे रही हैं।

बाइडेन बृहस्पतिवार रात तक 253 ‘इलेक्टोरल कॉलेज वोट’ हासिल कर चुके थे, वहीं ट्रंप को 213 वोट मिले थे।

व्हाइट हाउस पहुंचने के लिए किसी को भी 538 ‘इलेक्टोरल कॉलेज वोट’ में से 270 वोट हासिल करना जरूरी है।

बाइडेन ने डेलावेयर में पत्रकारों से कहा, ‘‘ जिस तरह की चीजें हैं, उनसे हम बहुत अच्छा महसूस कर रहे हैं। हमें कोई संदेह नहीं है कि गिनती पूरी होने पर सीनेटर कमला हैरिस (उप राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार) और मैं जीत हासिल करेंगे। ’’

कमला हैरिस भी इस दौरान बाइडेन के साथ मौजूद थीं।

पूर्व उप राष्ट्रपति बाइडेन ने लोगों से मतगणना पूरी होने तक धैर्य बनाए रखने की भी अपील की।

उन्होंने कहा, ‘‘ मैं लोगों से धैर्य रखने की अपील करता हूं। प्रक्रिया चल रही है। मतगणना पूरी की जा रही है।’’

वहीं ट्रंप ने व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह चुनावी कदाचार के खिलाफ अदालत जाएंगे।

ट्रंप का प्रचार दल पहले ही पेन्सिलवेनिया, मिशिगन, जॉर्जिया और नवादा में मुकदमें दर्ज करा चुका है। उन्होंने विस्कॉन्सिन में भी मतों की दोबारा गिनती किए जाने की मांग की है।

ट्रंप के संवाददाता सम्मेलन के बाद बाइडेन ने ट्वीट किया, ‘‘ डोनाल्ड ट्रंप वोटों की गिनती रोकने के लिए अदालत जा रहे हैं। हमने चुनाव को बचाने और लड़ने का अब तक का सबसे बड़ा प्रयास किया है और इसमें हम आपकी मदद चाहते हैं।’’

एबीसी’, ‘सीबीएस’ और ‘एनबीसी’ ने ट्रंप के संबोधन से बनाई दूरी

मीडिया संगठन ‘एबीसी’, ‘सीबीएस’ और ‘एनबीसी’ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस संबोधन से दूरी बनाते दिखे, जिसमें वह राष्ट्रपति चुनाव को उनसे चुराने का आरोप लगा रहे थे।

‘एमएसएनबीसी’ के ब्रायन विलियम्स ने भी राष्ट्रपति के भाषण को बीच में रोका। वहीं ‘फॉक्स न्यूज चैनल’ और ‘सीएनएन’ ने उनका पूरा संबोधन प्रसारित किया।

संबोधन के बाद ‘सीएनएन’ के एंडरसन कूपर ने कहा कि ट्रंप एक ऐसे आलसी कछुए की तरह पेश आ रहे हैं, जिसे पता हो की उसका समय समाप्त हो चुका है और वह अब आराम कर रहा हो।

कई मीडिया संगठनों के लोगों ने मतदान के दिन आधी रात को गुस्से में दिए ट्रंप के भाषण की काफी आलोचना की थी, लेकिन उनके संबोधन को पूरा प्रसारित किया था। बृहस्पतिवार को ट्रंप उतने गुस्से में नजर नहीं आए लेकिन चुनाव, डाक-मतपत्रों को ‘दबाने’, और धोखाधड़ी की बात करते रहे, लेकिन किसी भी तथ्य का स्पष्ट वर्णन नहीं किया।

‘एनबीसी’ के लेस्टेर होल्ट ने कहा, ‘‘ हमें इसे रोकना ही था, क्योंकि राष्ट्रपति ने चुनाव में धोखाधड़ी सहित कई गलत बयान दिए थे। उनके कोई सबूत मौजूद नहीं हैं।’’

सीबीसी की नोराह ओडोनेल ने संबोधन को बीच में रोकते हुए संवाददाता नैंसी कोर्डस से ट्रंप के उस दावे की जांच करने को कहा, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर ‘‘वैध मतों’’ की गिनती हुई तो वह आसानी से चुनाव जीत जाएंगे। इस पर कोर्डस ने कहा कि अवैध वोटों की बड़ी संख्या का कोई संकेत नहीं है और वोटों के देर से पहुंचने के मामले में ट्रंप का संदर्भ ‘‘एक और झूठ’’ था।

‘एमएसएनबसी’ ने भी संबोधान को बीच में रोका और एंकर ब्रायन विलियम्स ने कहा, ‘‘ हम एक बार फिर एक असामान्य स्थिति में हैं, जहां हम ना केवल अमेरिका के राष्ट्रपति के संबोधन को रोक रहे हैं बल्कि अमेरिका के राष्ट्रपति के तथ्यों को सही भी कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ हमें पता है कि कोई अवैध वोट नहीं है, और हमें पता है कि ट्रंप जीतने भी नहीं वाले।’’

‘एबीसी’ के कवरेज समाप्त करने के बाद व्हाइट हाउस में उनके संवाददाता जोनाथन कार्ल ने कहा कि अवैध वोट के संबंध में कोई सबूत मौजूद नहीं है।

डोनाल्ड ट्रम्प ने बताया: सुप्रीम कोर्ट कर सकता है अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव परिणाम पर फैसला:बहुत सारी याचिकाएं दायर की जायेंगी क्योंकि चुनाव में धांधली के पर्याप्त प्रमाण हैं attacknews.in

वाशिंगटन 06 नवंबर । अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने डेमोक्रेटिक पार्टी पर चुनाव में धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव परिणाम को लेकर अंतिम फैसला सुप्रीम कोर्ट कर सकता है।

श्री ट्रम्प ने गुरुवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, “हमारा मानना है कि हम आसानी के साथ चुनाव जीत जायेंगे। हमारा मानना है कि चुनाव परिणाम को लेकर बहुत सारी याचिकाएं दायर की जायेंगी क्योंकि हमारे पास चुनाव में धांधली के पर्याप्त प्रमाण हैं। शायद इसका फैसला देश की सर्वोच्च अदालत कर सकती है।”

अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक बार फिर चुनाव में अपनी जीत का दावा करते हुए कहा, “यदि अवैध मतों की गिनती की जाती है तो मैं आसानी के साथ जीत जाऊंगा।

डेमोक्रेटिक पार्टी अवैध मतों के जरिये हमारे पक्ष में आए चुनाव परिणाम को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रही है। मैं निर्णायक रूप से अहम माने जाने वाले कई राज्यों को जीत चुका हूं। हमने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।”

रिपब्लिकन उम्मीदवार श्री ट्रम्प ने आरोप लगाया कि उनके चुनाव प्रचार पर्यवेक्षकों को परिणाम का विश्लेषण करने से रोका जा रहा है।

श्री ट्रम्प ने पेन्सिल्वेनिया और जार्जिया में जीत का दावा करते हुए कहा कि वह एरिजोना भी जीतने जा रहे हैं।

इससे पहले डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन ने प्रत्येक वोट की गिनती की जाने की बात को दोहराते हुए अमेरिकी नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

श्री बिडेन डेलावेयर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “अमेरिका में प्रत्येक वोटर डरा हुआ है। इस देश के लोग जिस तरह से मतदान करते हैं, इसलिए प्रत्येक वोट की गिनती की जानी चाहिए और ऐसा ही होगा।”

फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक श्री बिडेन कड़े मुकाबले के बाद मिशीगन और विस्कॉन्सिन प्रांतों में जीत हासिल करने के बाद 264 इलेक्टोरल वोट हासिल कर चुके हैं। अमेरिका का अगला राष्ट्रपति बनने के लिए उन्हें 270 के जादुई आंकड़े तक पहुंचने के लिए अब केवल छह इलेक्टोरल वोट की ही जरुरत है।

जो बाइडेन अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के इतिहास में सबसे अधिक मत हासिल करने वाले प्रत्याशी बने,अमेरिकी सीनेट पर नियंत्रण पाने से चूकी डेमोक्रेटिक पार्टी attacknews.in

न्यूयॉर्क, पांच नवंबर । अमेरिका के इतिहास में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन राष्ट्रपति चुनाव में सबसे अधिक मत हासिल करने वाले प्रत्याशी बन गए हैं और उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा स्थापित रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।

नेशनल पब्लिक रेडियो (एनपीआर) की खबर के मुताबिक चार नवंबर तक बाइडेन को 7.07 करोड़ मत मिल चुके थे जो अब तक के राष्ट्रपति चुनाव में किसी प्रत्याशी को मिले सबसे अधिक मत हैं।

एनपीआर के मुताबिक यह संख्या वर्ष 2008 के चुनाव में ओबामा को मिले मतों से करीब 3,00,000 अधिक है जो पिछला रिकॉर्ड था। बाइडेन ने लोकप्रिय मतों के मामले में ओबामा को पछाड़ दिया है जिनके पक्ष में वर्ष 2008 में 6,94,98,516 लोगों ने मतदान किया था।

बाइडेन व्हाइट हाउस की दौड़ में निवर्तमान राष्ट्रपति और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को कड़ी टक्कर दे रहे हैं और लोकप्रिय मतों के मामले में उनसे 27 लाख मतों से आगे हैं। कड़ी टक्कर वाले राज्यों में जैसे-जैसे मतगणना बढ़ रही है, वैसे-वैसे बाइडेन की बढ़त का अंतर भी बढ़ रहा है।

एनपीआर ने कहा कि पूरे देश में अब भी लाखों मतों की गिनती बाकी है जिनमें कैलिफोर्निया भी शामिल है जहां पर 64 प्रतिशत मतों की गिनती हुई है।

ट्रंप भी बुधवार तक 6.732 करोड़ मत हासिल कर ओबामा के रिकॉर्ड के करीब है।

एनबीसी न्यूज के मुताबिक इस बार करीब 10 करोड़ मतदाताओं ने ई-मेल मतपत्र के जरिये मतदान किया है जिनमें से 2.3 करोड़ मतों की गिनती बाकी है।

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में बाइडेन और ट्रंप के बीच कांटे की टक्कर

इधर अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव की मतगणना में पूर्व उप राष्ट्रपति एवं डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन आगे चल रहे हैं लेकिन उनके प्रतिद्वंद्वी एवं रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के साथ उनकी कांटे की टक्कर जारी है।

व्हाइट हाउस पहुंचने के लिए किसी को भी कम से कम 270 ‘इलेक्टोरल कॉलेज सीट’ पर जीत दर्ज करनी होगी।

पेनसिल्वेनिया अधिकारियों ने बुधवार तड़के उनके नतीजों के स्पष्ट होने में अभी एक और दिन लगने की बात कही थी। पेनिसिल्वेनिया में महत्वपूर्ण 20 ‘इलेक्टोरल कॉलेज सीट’ हैं।

कई प्रमुख मीडिया संगठनों ने अभी तक मिशिगन, विस्कॉन्सिन, नोर्थ कैरोलाइना, जॉर्जिया और नवेडा जैसे प्रमुख ‘बैटलग्राउंड’ राज्यों पर अपने अनुमान घोषित नहीं किए हैं।

‘बैटलग्राउंड’ उन राज्यों को कहा जाता है, जहां रुझान स्पष्ट नहीं होता।

वहीं बाइडेन ने न्यू जर्सी और न्यूयॉर्क में जीत दर्ज कर ली है।

न्यूयॉर्क में बाइडेन को 22 लाख और ट्रंप को 12 लाख मत मिले।

‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की खबर के अनुसार पूर्व उप राष्ट्रपति ने कोलोराडो, कनेक्टिकट, डेलावेयर, इलिनोइस, मैसाचुसेट्स, न्यू मैक्सिको, वरमोंट और वर्जीनिया में जीत दर्ज कर ली है। जबकि राष्ट्रपति ट्रंप अलबामा, अर्कांसस, केंटकी, लुइसियाना, मिसिसिपी, नेब्रास्का, नॉर्थ डकोटा, ओक्लाहोमा, साउथ डकोटा, टेनेसी, वेस्ट वर्जीनिया, व्योमिंग, इंडियाना और साउथ कैरोलाइना में आगे चल रहे हैं।

अमेरिका में सभी की नजरें राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों पर टिकी हैं, कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बीच सर्वाधिक 10 करोड़ से अधिक अमेरिकी, पूर्व-मतदान में अपना वोट डाल चुके हैं ।

कोरोना वायरस के कारण चुनाव की रात लोगों की भीड़ से खचाखच भरे रहने वाले ‘टाइम्स स्क्वायर’ पर सन्नाटा पसरा दिखा।

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतगणना मंगलवार रात को ही शुरू हो गई थी।

इस वक्त अमेरिकी चुनाव पर कोई टिप्पणी नहीं : संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता

इधर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता ने कहा कि वह इस समय अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2020 पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं और पूरी प्रक्रिया पर करीब से नजर रखी जा रही है।

प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बुधवार को कहा, ‘‘ नहीं, इस समय नहीं। मेरा मतलब है कि हम निश्चित तौर पर पूरी प्रक्रिया पर करीब से नजर बनाए हुए हैं। अब भी प्रक्रिया चल रही है। इस समय हम टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं।’’

प्रवक्ता ने यह जबाव अमेरिकी चुनाव के बारे में उनकी राय पूछे जाने पर दिया।

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव: बाइडेन जीत के करीब, ट्रंप कानूनी लड़ाई को तैयार

अमेरिकी चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन जीत के आंकडें 270 के बेहद करीब पहुंच गए हैं वहीं रिपब्लिकन पार्टी से उनके प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप कानूनी लड़ाई लड़ने के अपने फैसले पर आगे बढ़ गए हैं।

विभिन्न मीडिया संगठनों के अनुमान के अनुसार बाइडेन को अब जीत के लिए केवल छह से 17 ‘इलेक्टोरल कॉलेज सीट’ ही चाहिए। जबकि ट्रंप ने अभी 214 ‘इलेक्टोरल कॉलेज सीट’ पर जीत हासिल की है।

ट्रंप ने बुधवार देर रात ‘बैटलग्राउंड’ राज्य पेन्सिलवेनिया, मिशिगन, नॉर्थ कैरोलाइना और जॉर्जिया में अपनी जीत की घोषणा कर दी थी।

‘बैटलग्राउंड’ उन राज्यों को कहा जाता है, जहां रुझान स्पष्ट नहीं होता।

अमेरिका के राष्ट्रपति ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, ‘‘ हमने पेन्सिलवेनिया, जॉर्जिया और नॉर्थ कैरोलाइना में दावा किया है, जहां प्रत्येक में ट्रंप को बढ़त मिल रही थी़….इनके अलावा हम मिशिगन पर भी दावा कर रहे है, जहां बड़ी संख्या में गुप्त रूप से मतपत्रों के होने की जानकारी मिली थी।’’

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘ हमारे वकीलों ने ‘‘सार्थक पहुंच’’ की अनुमति मांगी है, लेकिन अब उससे क्या भला होगा ? हमारी प्रणाली की अखंडता को और राष्ट्रपति चुनाव को क्षति पहुंच चुकी है। इस बारे में चर्चा की जानी चाहिए।’’

दूसरी ओर, बाइडेन ने चुनाव में जीत का विश्वास व्यक्त किया।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ प्रक्रिया पर और एक-दूसरे में विश्वास रखें। हम साथ में इसमें जीत दर्ज करेंगे।’’

ट्रंप अभियान दल ने जॉर्जिया, मिशिगन और पेन्सिलवेनिया में मुकदमें दर्ज कराए हैं और विस्कोंन्सिन में मतों की फिर गिनती किए जाने की मांग की है। मुख्यधारा की मीडिया ने बाइडेन को मिशिगन और विस्कॉन्सिन में विजेता बताया है। वहीं ट्रंप पेन्सिलवेनिया में आगे चल रहे हैं।

ट्रंप को जीतने के लिए ‘बैटलग्राउंड’ राज्य जॉर्जिया, नॉर्थ कैरोलाइना और नेवादा में जीत दर्ज करना बहुत जरूरी है, जहां बाइडेन थोड़े ही अंतर से आगे चल रहे हैं। वहीं ट्रंप अभियान को अरिजोना में भी जीत की उम्मीद है, जबकि कई मीडिया संगठन बाइडेन को वहां विजेता घोषित कर चुके हैं।

अमेरिकी सीनेट पर नियंत्रण पाने से चूकी डेमोक्रेटिक पार्टी

अमेरिकी संसद के उच्च सदन सीनेट में डेमोक्रेटिक पार्टी की पकड़ कमजोर होती दिख रही है। अमेरिका के कई प्रमुख प्रांतों में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार अपने विपक्षी रिपब्लिकन उम्मीदवारों के खिलाफ हारते नजर आ रहे हैं। इससे सीनेट में पकड़ मजबूत करने के डेमोक्रेटिक पार्टी के इरादे को झटका लगा है।

कांग्रेस में बढ़त हासिल कर उस पर अपनी पकड़ मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहे डेमोक्रेटिक सदस्य उच्च सदन पर भी नियंत्रण हासिल करना चाहते थे। इससे वह देश में राष्ट्रपति बनने वाले अगले व्यक्ति के एजेंडे को आगे बढ़ाने अथवा उसमें रुकावट डालने की स्थिति में हो सकते हैं।

मध्यप्रदेश उपचुनाव में 28 सीटों पर 70 प्रतिशत से अधिक मतदान,63 लाख 67 हजार से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया attacknews.in

भोपाल, 03 नवंबर । मध्यप्रदेश में 19 जिलों के 28 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनावों के लिए आज शाम छह बजे मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया और कुल 63 लाख 67 हजार से अधिक मतदाताओं में से लगभग 70 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।

मुरैना जिले में इक्कादुक्का घटनाओं को छोड़कर सभी क्षेत्रों में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। मुरैना, भिंड और ग्वालियर जिलों के अलावा शेष जिलों में कोविड की स्थितियों के बावजूद मतदाताओं ने अपेक्षाकृत खासा उत्साह दर्शाया है।

अनुमान है कि मतदान संबंधी अंतिम आकड़े आने के बाद यह प्रतिशत और बढ़ जाएगा। इन 28 विधानसभा क्षेत्रों में वर्ष 2018 के विधानसभा चुनावों में 72़ 93 और लोकसभा चुनावों के दौरान 66़ 22 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले थे।

मुरैना जिले के सुमावली विधानसभा क्षेत्र में एक दो स्थानों पर गोली चलने की घटनाओं के अलावा सभी क्षेत्रों मे मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ है।

असामाजिक तत्वों की हरकतों पर पुलिस ने भी तत्काल आवश्यक कदम उठाए। वहीं पड़ोसी भिंड जिले में कुछ लोगों को ऐहतियातन नजरबंद किया गया है।

मतदान सुबह सात बजे प्रारंभ हुआ और शाम छह बजे संपन्न हो गया। आगरमालवा जिले में 80 प्रतिशत से अधिक मतदान होने की खबर है। इसके अलावा अशोकनगर जिले में 72 प्रतिशत, अनूपपुर में 67, भिंड में 55, बुरहानपुर में 72, छतरपुर में 68, दतिया में 71, देवास में 80, धार में 81, गुना में 77, ग्वालियर में 49, इंदौर में 75, खंडवा में 74, मंदसौर में 80, मुरैना में 56, रायसेन में 68, राजगढ़ में 80, सागर में 70 और शिवपुरी जिले में 71 प्रतिशत मतदान हुआ है। अंतिम आकड़े देर रात तक आने की उम्मीद है।

कुल 9 हजार 361 मतदान केन्द्रों पर मतदान हुआ। मतगणना 10 नवंबर को संबंधित विधानसभा क्षेत्र या जिला मुख्यालय पर होगी।

उपचुनाव में कुल 355 उम्मीदवारों की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है, जिनमें 12 मंत्री भी शामिल हैं। मतदान के लिये 13 हजार 115 बैलेट यूनिट, 13 हजार 115 कंट्रोल यूनिट और 14 हजार 50 वीवीपेट जिलों में उपलब्ध कराए गए। मतदान शुरू होने से 90 मिनिट पहले उम्मीदवारों के पोलिंग एजेंटों की उपस्थिति में मॉकपोल भी हुआ। मॉकपोल के दौरान 63 कंट्रोल यूनिट और 196 वीवीपेट खराब पाए जाने पर उन्हें बदला गया।

राज्य के अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अरुण कुमार तोमर ने बताया कि मतदान सात बजे शुरू होने के बाद 29 बैलेट यूनिट, 23 कंट्रोल यूनिट और 88 वीवीपेट खराब हुए, जिन्हें तत्काल बदलकर संबंधित मतदान केंद्रों पर मतदान फिर से शुरू कराया गया।

राज्य में 19 जिलों के जौरा, सुमावली, मुरैना, दिमनी, अंबाह, मेहगांव, गोहद, ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व, डबरा, भांडेर, करैरा, पोहरी, बामोरी, अशोकनगर, मुंगावली, सुरखी, मलहरा, अनूपपुर, सांची, ब्यावरा, आगर, हाटपिपल्या, मांधाता, नेपानगर, बदनावर, सांवेर और सुवासरा विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। इनमें से 16 सीट ग्वालियर चंबल अंचल से हैं।

मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा सीटोें पर उपचुनाव के लिए मतदान

मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनावों के लिए आज सुबह सात बजे सख्त सुरक्षा प्रबंधों के बीच मतदान प्रारंभ हुआ, जो शाम छह बजे तक चला।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मतदान 9 हजार 361 मतदान केन्द्रों पर प्रारंभ हुआ और 63 लाख 67 हजार से अधिक मतदाता कोविड संबंधी सुरक्षा उपायों का पालन करते हुए मतदान कर रहे दे। मतों की गणना 10 नवम्बर को संबंधित विधानसभा क्षेत्र या जिला मुख्यालय पर होगी।

उपचुनाव में कुल 355 उम्मीदवारों की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है, जिनमें 12 मंत्री भी शामिल हैं। मतदान के लिये 13 हजार 115 बैलेट यूनिट, 13 हजार 115 कंट्रोल यूनिट एवं 14 हजार 50 वीवीपेट जिलों में उपलब्ध कराई गई ।

मतदान शुरू होने से 90 मिनिट पहले उम्मीदवारों के पोलिंग एजेंटों की उपस्थिति में मॉकपोल भी हुआ। उपचुनाव में 9 हजार 361 मतदान केन्द्रों के लिये इतने ही मतदान दलों की व्यवस्था की गई । साथ ही 30 प्रतिशत मतदान दलों को रिजर्व के रूप में रखा गया ।

सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये गये । पुलिस, मजिस्ट्रेट, मोबाइल टीमें तैनात की गई। कोविड-19 से बचाव की सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई। मतदान के बाद ईव्हीएम स्ट्रॉंग रूम में लाई गई । केन्द्रीय प्रेक्षक की उपस्थिति में वीडियोग्राफी करते हुए ईव्हीएम मशीनों को सील किया गया ।

स्ट्रॉग रूम की सुरक्षा व्यवस्था सीआरपीएफ के हवाले रहेगी। स्ट्रॉग रूम के पास सीसीटीवी, वीडियोग्राफी की व्यवस्था रहेगी। कोई भी बाहरी व्यक्ति वहां प्रवेश नहीं कर सकेगा। निर्वाचन में कुल 3 हजार 38 क्रिटिकल मतदान केन्द्र एवं 358 वल्नरेबल हेमलेट्स चिन्हित किए गए थे ।

राज्य में जौरा, सुमावली, मुरैना, दिमनी, अंबाह, मेहगांव, गोहद, ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व, डबरा, भांडेर, करैरा, पोहरी, बामोरी, अशोकनगर, मुंगावली, सुरखी, मलहरा, अनूपपुर, सांची, ब्यावरा, आगर, हाटपिपल्या, मांधाता, नेपानगर, बदनावर, सांवेर और सुवासरास विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान हुआ। इनमें से 16 सीट ग्वालियर चंबल अंचल से हैं।

कुल 28 सीटों में से 25 पर संबंधित विधायकों के त्यागपत्र और 03 अन्य पर संबंधित विधायकों के निधन के कारण उपचुनाव हो रहा है। इन 28 सीटों में से 27 पर कांग्रेस का और एकमात्र आगर सीट पर भाजपा का कब्जा था।

दो सौ तीस सदस्यीय राज्य विधानसभा में वर्तमान में 201 विधायक हैं। इनमें से भाजपा के 107, कांग्रेस के 87, बसपा के दो, सपा का एक और चार निर्दलीय विधायक हैं। कुल 29 सीट रिक्त हैं, जिनमें से 28 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। दमोह सीट हाल ही में कांग्रेस विधायक राहुल सिंह के हाल ही में विधायक पद से त्यागपत्र देने के कारण रिक्त हुयी है।

उपचुनाव में राज्य के 12 मंत्रियों और कुछ पूर्व मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दाव पर लगी है। पूर्व मंत्री तुलसी सिलावट (भाजपा, सांवेर) और गोविंद सिंह राजपूत (भाजपा, सुरखी) की किस्मत आज इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में बंद हो गई । इसके अलावा राज्य के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी (सांची), लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री एदल सिंह कंसाना (सुमावली), कृषि राज्य मंत्री गिर्राज डंडोतिया (दिमनी), सहकारिता राज्य मंत्री ओपीएस भदोरिया(मेहगांव), ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (ग्वालियर), महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी (डबरा) और लोक निर्माण विभाग राज्य मंत्री सुरेश धाकड़ (पोहरी) की प्रतिष्ठा भी दाव पर है।

राज्य में सत्तारूढ़ दल भाजपा सरकार के मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया(बामोरी), बृजेंद्र सिंह यादव (मुंगावली), बिसाहूलाल सिंह (अनूपपुर), राजवर्धन सिंह दत्तीगांव (बदनावर) और हरदीप सिंह डंग (सुवासरा) से चुनाव मैदान में हैं। पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह बौद्ध बसपा के टिकट पर भांडेर से चुनाव मैदान में हैं। वे पूर्ववर्ती दिग्विजय सिंह सरकार में गृह मंत्री रह चुके हैं।

इसके अलावा भांडेर से इस बार कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर बसपा के पूर्व प्रदेश प्रमुख फूल सिंह बरैया भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। बामोरी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के टिकट पर पूर्व मंत्री कन्हैयालाल अग्रवाल भी कांटे की टक्कर में हैं। वे पूर्ववर्ती शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्री रह चुके हैं।

सांवेर पुलिस ने अज्ञात ठेले वालों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया

इंदौर जिले की सांवेर थाना पुलिस ने अज्ञात ठेले वालों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने संबंधी प्रकरण दर्ज किया है।

पुलिस निरीक्षक संतोष दूधी ने बताया कि सांवेर विधानसभा चुनाव के लिए मतदान केंद्रों तक मतदान सामग्री पहुंचाने जा रहे दल के रास्ते में ठेले वालों ने कल अवरोध उत्पन्न किया। यहां तहसील कार्यालय के सामने खड़े इन ठेले वालों ने ध्वनि विस्तारक यंत्र से दी जा रही चेतावनी को भी अनसुना किया। इसके बाद इनके खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया।

मुरैना जिले में कुछ स्थानों पर गोली चलने की खबर

मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के पांच विधानसभा क्षेत्राें में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चला, लेकिन सुमावली विधानसभा क्षेत्र में गोली चलने की इक्कादुक्का खबरें आई।

सुमावली विधानसभा क्षेत्र से आयीं शुरूआती खबरों के अनुसार धरमजीतकापुरा, पचौरीपुरा और पाठकपुरा में दहशत फैलाने के उद्देश्य से कुछ लोगों द्वारा गोलियां चलायी गयीं। इस वजह से इन तीन मतदान केंद्रों में कुछ देर के लिए मतदान रुका। इसके साथ ही सुरक्षा में तैनात जवान भी सक्रिय हो गए।

शिवराज और कमलनाथ भगवान की शरण में

मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा उपचुनावों के लिए आज मतदान जारी रहने के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने आवास स्थित मंदिर में प्रतिदिन की तरह पूर्जा अर्चना की।

श्री चौहान ने ट्वीट के माध्यम से मंदिर में पूजा अर्चना के वीडियो जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि आवास स्थित मंदिर में प्रतिदिन की भांति पूजा अर्चना कर मध्यप्रदेश की प्रगति और सबके कल्याण के लिए प्रार्थना की।

दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी यहां प्रसिद्ध गुफा मंदिर पहुंचे और भगवान की पूजा अर्चना की।

प्रदेश कांग्रेस की ओर से मुहैया करायी गयी जानकारी के अनुसार ‘हनुमान भक्त’ कमलनाथ लालघाटी स्थित गुफा मंदिर पहुंचे और हनुमानजी के दर्शन कर पूजा की। वे भैरव मंदिर में भी पूजा के लिए पहुंचे।

दिग्विजय सिंह ने ईवीएम को लेकर किया ट्वीट

मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के बीच पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आज इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विश्वसनीयता को लेकर ट्वीट किया है।

श्री सिंह ने ट्वीट में कहा कि तकनीकी युग में विकसित देश ईवीएम पर भरोसा नहीं करते हैं, लेकिन भारत और कुछ छोटे देशों में ईवीएम से चुनाव होते हैं।

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि विकसित देश क्यों नहीं कराते। क्योंकि उन्हें ईवीएम पर भरोसा नहीं है। क्योंकि जिसमें चिप है, वह ‘हैक’ हो सकती है।देश में अनेक नेता समय समय पर ईवीएम को लेकर सवाल उठाते रहे हैं ।

भिंड जिले के गोहद में तीन प्रत्याशी नजरबंद

भिंड जिले की गोहद विधानसभा चुनाव के लिए चल रहे मतदान के दौरान हंगामें की आशंका के मद्देनजर पुलिस ने यहां के तीन प्रत्याशियों को नजरबंद कर दिया।

पुलिस ने गोहद विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी रणवीर जाटव, कांग्रेस प्रत्याशी मेवाराम जाटव, बहुजन समाज प्रत्याशी यशवंत पटवारी को गोहद के लोक निर्माण विभाग के सर्किट हाउस में नजरबंद कर दिया।

हंगामे की आशंका को देखते हुए गोहद पुलिस द्वारा यह कदम उठाया गया है। इसी प्रकार मेहगांव विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे के भाई योगेश कटारे को गोरमी थाने में बैठाकर रखा गया ।

सुमावली में मोटरसाइकल जलायी गयीं

मुरैना जिले के संवेदनशील माने जाने वाले सुमावली विधानसभा क्षेत्र के जोरी गांव में कुछ उपद्रवियों द्वारा गोली चलाकर दो मोटरसाइकलों में आग लगाने की घटना सामने आयी ।

पुलिस सूत्रों के अनुसार इस सूचना के बाद जोरी गांव में पुलिस बल भेजा गया । बताया गया है कि मोटरसाइकल सवार नकाबपोश आए और गोली चलाते हुए दो मोटरसाइकलों में आग लगा दी। इसके अलावा कैमरा गांव में कुछ मतदाताओं को बंधक बनाने की सूचना के बाद वहां पर भी पुलिस के जवान भेजे गए ।

मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा सीटोें पर उपचुनाव के लिए सात घंटों में लगभग 50 प्रतिशत मतदान हुआ था:

मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनावों के लिए आज दोपहर दो बजे तक सात घंटों के दौरान औसतन 50 प्रतिशत मतदान हुआ । मुरैना जिले में इक्कादुक्का घटनाओं को छोड़कर सभी क्षेत्रों में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से हुआ ।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मुरैना जिले के सुमावली विधानसभा क्षेत्र में एक दो स्थानों पर गोली चलने की सूचनाएं मिलीं और पुलिस ने तत्काल आवश्यक कदम उठाए। गोली चलने की घटना में एक व्यक्ति घायल हुआ , जिसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। तीन चार लोगों को हिरासत में लिया गया। वहीं पड़ोसी भिंड जिले में कुछ लोगों को ऐहतियातन नजरबंद किया गया ।

राज्य में सभी 28 सीटों पर मतदान के दौरान कोविड के बावजूद मतदाताओं ने खासा उत्साह दिखाया। मतदान सुबह सात बजे प्रारंभ हुआ था और दोपहर दो बजे तक 63 लाख 67 हजार से अधिक मतदाताओं में से लगभग 50 प्रतिशत मतदाता मताधिकार का उपयोग कर चुके थे।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार दोपहर एक बजे तक सभी 28 क्षेत्रों में औसतन 42़ 71 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ। एक घंटे बाद दो बजे यह बढ़कर लगभग 50 प्रतिशत हो गया।

आगरमालवा, बुरहानपुर, मलेहरा, हाटपिपल्या, बामोरी, सांवेर, सुवासरा, ब्यावरा, सुरखी, करैरा और पोहरी विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं में काफी उत्साह देखा गया । जबकि ग्वालियर और चंबल अंचल में अपेक्षाकृत मतदान कम हुआ है।
कुल 9 हजार 361 मतदान केन्द्रों पर मतदान चल रहा है और कार्य कार्य शाम छह बजे संपन्न होगा।

सांवेर में 1 बजे तक 48 फीसदी से ज्यादा मतदान दर्ज

मध्यप्रदेश के इंदौर जिले की सांवेर विधानसभा सीट पर दोपहर एक बजे तक 48 फीसदी से अधिक मतदान दर्ज किया गया ।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार यहां उपचुनाव के लिए जारी मतदान में अब तक एक लाख उनतीस हजार से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर चुके थे । अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित इस सीट पर 13 प्रत्याशी मैदान में है।

सुमावली में मोटरसाइकल जलायी गयीं

मुरैना जिले के संवेदनशील माने जाने वाले सुमावली विधानसभा क्षेत्र के जोरी गांव में कुछ उपद्रवियों द्वारा गोली चलाकर दो मोटरसाइकलों में आग लगाने की घटना सामने आयी ।

पुलिस सूत्रों के अनुसार इस सूचना के बाद जोरी गांव में पुलिस बल भेजा गया । बताया गया है कि मोटरसाइकल सवार नकाबपोश आए और गोली चलाते हुए दो मोटरसाइकलों में आग लगा दी। इसके अलावा कैमरा गांव में कुछ मतदाताओं को बंधक बनाने की सूचना के बाद वहां पर भी पुलिस के जवान भेजे गए ।

सुरखी उपचुनाव छह घंटे में हुआ 46 मतदान

सागर जिले के सुरखी विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए आज दोपहर एक बजे तक 46 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार यहाँ मतदान के पहले छह घंटे में सुरखी के 2,05,810 मतदाताओं में से 94, 672 मतदाता (46 प्रतिशत) वोट डाल चुके थे । इनमें 60,435 पुरूष (54 प्रतिशत) और 34,237 महिला (36 प्रतिशत) मतदाताओं ने मतदान किया। निर्वाचन क्षेत्र में मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही। सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने के बाद ठंड के बावजूद लोगों का मतदान केंद्र पहुंचने का सिलसिला प्रारम्भ हो गया था। मतदाताओं में मतदान के प्रति उत्साह देखा गया। मतदान केंद्र में कोविड गाइडलाइंस का भी पालन किया गया। अनेक बुजुर्ग मतदाता भी मतदान के लिए पहुंचे। कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक सिंह पूरे समय मतदान पर सतत नजर रखे रहे ।

सभी 28 सीटों पर चार बजे तक 56.89 प्रतिशत मतदान हुआ

मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के तहत चार बजे तक 56.89 फीसदी मतदान हुआ।

एक चुनाव अधिकारी ने बताया कि प्रदेश के 19 जिलों में 28 विधानसभा सीटों पर चार बजे तक कुल 56.89 प्रतिशत मतदान हुआ है।

प्रदेश में चार बजे तक सबसे अधिक मतदान धार जिले की बदनावर सीट पर सबसे अधिक 72.36 प्रतिशत तथा सबसे कम मतदान ग्वालियर पूर्व सीट पर 35.23 प्रतिशत हुआ।

इसके अलावा चार बजे तक आगर मालवा में 70.14 प्रतिशत, अंबाह में 44.01 प्रतिशत, अनूपपुर में 54.79 प्रतिशत, अशोक नगर में 59.30 फीसदी, बमोरी में 68.84 प्रतिशत, भांडेर में 60.57 प्रतिशत, ब्यावरा में 72.14 प्रतिशत, डबरा में 49.20 प्रतिशत, दिमनी में 52.78 प्रतिशत, गोहद में 44.64 प्रतिशत, ग्वालियर में 43.15 प्रतिशत, हाटपिपल्या में 63.64 फीसदी, जौरा में 55 फीसदी, करेरा में 63.01 फीसदी, बड़ा मलहरा में 60.64 प्रतिशत, मंधाता में 56.65 प्रतिशत, मेहगांव में 50.27 प्रतिशत, मुरैना में 45.20 प्रतिशत, मुंगावली में 61.98 प्रतिशत, नेपानगर में 62.97 फीसदी, पोहरी में 65.01 प्रतिशत, सांची में 60.08 फीसदी, सांवेर में 63.73 प्रतिशत, सुमावली में 41.79 प्रतिशत, सुरखी में 62.22 प्रतिशत, सुवासरा में 70.97 प्रतिशत मतदान हुआ।

भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर में भगवा रंग की जैकेट पहनकर अपना वोट डाला।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह सहित अन्य नेताओं के साथ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में स्थापित नियंत्रण कक्ष से मतदान की निगरानी करते रहे ।

मुरैना के पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया ने कहा कि एक रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं का जाटवारा मतदान केन्द्र पर संघर्ष हुआ है और किसी अज्ञात व्यक्ति ने गोली चलाई ।

उन्होंने कहा कि घटना में एक व्यक्ति घायल हो गया लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि उसे बंदूक की गोली लगी या वह लाठी से घायल हुआ । इसका खुलासा चिकित्सा जांच के बाद हो सकेगा। घायल व्यक्ति को उपचार के लिये अस्पताल भेजा गया ।

भिण्ड जिले से प्राप्त एक अन्य रिपोर्ट में मेहगांव विधानसभा के तहत सोंधा मतदान केन्द्र पर गोलीबारी हुई । भिण्ड जिला कलेक्टर वीरेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि सोंधा गांव में मतदान केन्द्र के पास गोली चलाने की जानकारी मिली है। इसका सत्यापन किया जा रहा है।

एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि मतदान से पहले मॉक पोलिंग के बाद 63 कंट्रोल यूनिट, 65 बैलेट यूनिट और 196 वीवीपीएटी मशीनों को बदल दिया गया। तथा मतदान के बाद सुबह 11 बजे तक 29 बैलेट यूनिट, 23 कंट्रोल यूनिट और 88 वीवीपीएटी मशीनों को बदला गया।

अधिकारी ने बताया कि मतदान का अंतिम घंटा कोरोना वायरस के मरीजों तथा कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिये निर्धारित किया गया है।

अधिकारी ने बताया कि उपचुनाव में प्रदेश के 12 मंत्रियों सहित 355 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। उपचुनाव में सुरक्षा के लिये 19 जिलों में 33 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये ।

मध्यप्रदेश में विधानसभा उपचुनावों के लिए पांच बजे तक 60 प्रतिशत से अधिक मतदान

28 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनावों के लिए आज शाम पांच बजे तक दस घंटों के दौरान औसतन 60 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ । मुरैना जिले में इक्कादुक्का घटनाओं को छोड़कर सभी क्षेत्रों में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से समापन की ओर है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कोविड 19 के बावजूद मतदाताओं ने मतदान के प्रति खासा उत्साह प्रदर्शित किया ।

मध्यप्रदेश में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कल कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए होगा मतदान,28 सीटों में से 27 पर कांग्रेस का और एकमात्र आगर सीट पर भाजपा का था कब्जा attacknews.in

भोपाल, 02 नवंबर । मध्यप्रदेश में 19 जिलों के 28 विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उप निर्वाचन के लिए कल सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक सुरक्षा इंतजामों और कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने के साथ ही मतदान का कार्य सम्पन्न कराया जाएगा, जिसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी कर ली गयी है। मतगणना 10 नवंबर को होगी।

अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अरूण कुमार तोमर ने बताया कि कल पूरी सुरक्षा व्यवस्था एवं कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए मतदान सम्पन्न कराया जायेगा। मतदान केन्द्रों पर केन्द्रीय पुलिस बल की 84 कंपनियां तैनात की गई हैं। दो हजार 500 एसएएफ के जवान, 10 हजार जिला पुलिस बल, 7 हजार होमगार्ड एवं 10 हजार विशेष पुलिस अधिकारी तैनात किए गए हैं।

दिव्यांग मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलेट जारी किए गए हैं। उनके लिए मतदान केन्द्रों पर सहायक एवं व्हील चेयर की भी व्यवस्था की गई है। उप निर्वाचन में कुल 3 हजार 38 क्रिटिकल मतदान केन्द्र एवं 358 वल्नरेबल हेमलेट्स चिन्हित किए गए हैं। मतदान केन्द्रों पर नजर रखने, शांतिपूर्ण, निष्पक्ष, पारदर्शी एवं सुरक्षित मतदान के लिए 250 उड़नदस्ते, 173 एसएसटी एवं 293 पुलिस के नाकों की व्यवस्था की गयी है।

पुलिस द्वारा अब तक एक हजार 493 अवैध हथियार जप्त किए गए हैं। एक लाख 52 हजार से अधिक लाइसेंसी हथियार जमा कराये गये हैं। आठ हजार 730 गैर जमानती वारंट तामील कराये गये हैं। साथ ही 21 करोड़ रूपये से अधिक की अवैध सामग्रियों एवं नकदी की जप्ती की गई हैं। आने-जाने वाले वाहनों की विशेष निगरानी रखी जा रही हैं।

राज्य में जौरा, सुमावली, मुरैना, दिमनी, अंबाह, मेहगांव, गोहद, ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व, डबरा, भांडेर, करैरा, पोहरी, बामोरी, अशोकनगर, मुंगावली, सुरखी, मलहरा, अनूपपुर, सांची, ब्यावरा, आगर, हाटपिपल्या, मांधाता, नेपानगर, बदनावर, सांवेर और सुवासरास विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं।

इनमें से 16 सीट ग्वालियर चंबल अंचल से हैं। कुल 28 सीटों में से 25 पर संबंधित विधायकों के त्यागपत्र और 03 अन्य पर संबंधित विधायकों के निधन के कारण उपचुनाव हो रहा है।

इन 28 सीटों में से 27 पर कांग्रेस का और एकमात्र आगर सीट पर भाजपा का कब्जा था।

दो सौ तीस सदस्यीय राज्य विधानसभा में वर्तमान में 201 विधायक हैं। इनमें से भाजपा के 107, कांग्रेस के 87, बसपा के दो, सपा का एक और चार निर्दलीय विधायक हैं। कुल 29 सीट रिक्त हैं, जिनमें से 28 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। दमोह सीट हाल ही में कांग्रेस विधायक राहुल सिंह के हाल ही में विधायक पद से त्यागपत्र देने के कारण रिक्त हुयी है।

बिहार चुनाव में राहुल गांधी ने प्रवेश करते ही कहा:नरेंद्र मोदी को टीवी पर 24 घंटे दिखाया जाता है लेकिन मुझे और तेजस्वी यादव सहित विपक्ष को नहीं दिखाया जाता attacknews.in

नवादा (बिहार), 23 अक्टूबर। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जारी गतिरोध के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शुक्रवार को सवाल किया कि हिंदुस्तान की जमीन से चीनी सैनिकों को कब भगाया जायेगा।

साथ ही कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि किसी चीनी सैनिक के हिंदुस्तान की जमीन पर मौजूद नहीं होने की बात कहकर प्रधानमंत्री ने हमारे सैनिकों का ‘अपमान’ किया है।

राहुल गांधी ने बिहार के नवादा और कहलगांव में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए, हाल ही में बनाए गए कृषि संबंधी तीन कानून, जीएसटी, लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों का पलायन और नोटबंदी सहित विभिन्न मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया।

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव के साथ नवादा की रैली को संबोधित कर रहे राहुल ने बिहार में बेरोजगारी का मुद्दा भी उठाया।

इस मुद्दे पर केंद्र और बिहार की राजग सरकार को घेरते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नोटबंदी, जीएसटी और कोरोना वायरस संकट के समय लोगों की आर्थिक मदद नहीं कर किसानों, छोटे कारोबारियों, मजदूरों, छोटे उद्यमियों की कमर तोड़ दी है।

राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत में ही लोगों से पूछा, ‘‘ नीतीश जी की सरकार कैसी लगी आप लोगों को? मोदी जी के भाषण कैसे लगे?’’

कांग्रेस नेता ने कहा ‘‘मोदी जी ने कहा है कि बिहार के जो हमारे सैनिक शहीद हुए, उनके सामने वह अपना सिर झुकाते हैं…… पूरा देश बिहार के शहीदों के सामने सिर झुकाता है। ’’

उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने यह नहीं कहा कि वे चीन को भारत की शक्ति दिखाने जा रहे हैं।

उन्होंने दावा किया कि चीन ने हिंदुस्तान की ‘1200 वर्ग किलोमीटर’ जमीन अपने कब्जे में ले रखी है।

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को घेरने का प्रयास करते हुए आरोप लगाया, ‘‘ चीन की सेना हिंदुस्तान की सीमा के अंदर है। सवाल ये है कि जब चीनी सैनिक हमारी जमीन के अंदर आए, तो हमारे प्रधानमंत्री ने हमारे वीरों का अपमान करते हुए यह क्यों बोला कि हिंदुस्तान के अंदर कोई नहीं आया?’’

कांग्रेस नेता ने लोगों से कहा कि वे (प्रधानमंत्री) आज कहते हैं कि वे सिर झुकाते हैं ‘‘लेकिन तब हिंदुस्तान की सेना का अपमान नरेन्द्र मोदी जी ने किया, जब उन्होंने देश को झूठ बोला कि चीन का कोई भी सैनिक हिंदुस्तान के अंदर नहीं आया। ’’

उन्होंने सवाल किया, ‘‘ बतायें कि चीन के सैनिकों को हिंदुस्तान की धरती से कब भगाया जायेगा? सवाल यह है कि हमारे पवित्र देश के भीतर चीन की सेना क्यों? ’’

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में पहली चुनावी रैली में, गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुए संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा था ‘‘भारत का स्वाभिमान है बिहार और बिहार के जवानों ने गलवान घाटी और पुलवामा में बलिदान दिया लेकिन भारत माता का शीश नहीं झुकने दिया…. हम उनको श्रद्धांजलि देते हैं।’’

राहुल ने लोगों से पूछा, ‘‘ नोटबंदी का क्या फायदा हुआ? ’’

उन्होंने आरोप लगाया कि गरीब का पैसा हिंदुस्तान के अमीरों के खाते में गया और अंबानी और अडानी के लिए नरेंद्र मोदी रास्ता साफ कर रहे हैं।

राहुल गांधी ने कहा ‘‘प्रधानमंत्री ने पिछले चुनाव में कहा था कि दो करोड़ लोगों को नौकरियां देंगे, क्या नौकरियां मिलीं? किसी को नहीं मिली। जीरो।’’

कांग्रेस नेता ने कहा कि नरेंद्र मोदी सैनिकों, किसानों, मजदूरों, छोटे व्यापरियों आदि के सामने सिर झुकाने की बात करते हैं लेकिन काम तो वह अंबानी और अडाणी का करते हैं।

उन्होंने लोगों से कहा, ‘‘भाषण आपको देंगे, सिर झुकाएंगे आपके सामने, मगर जब काम करने का समय आएगा, तब फिर काम किसी और का करेंगे।’’

कांग्रेस के शासन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा ‘‘ हमारी सरकार ने 70 हजार करोड़ रुपये का किसानों का कर्ज माफ किया और जब सरकार बनी तब मध्यप्रदेश, पंजाब, छत्तीसगढ़ में भी कर्ज माफ किया है। ’’

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘ हमारी सरकार (संप्रग) थी, 70 हजार करोड़ रुपए का किसानों का कर्जा माफ किया गया था। पंजाब में हमारी सरकार है , पंजाब में किसानों का कर्जा माफ किया गया। मध्यप्रदेश में सरकार बनी, वहां कर्जा माफ किया, छत्तीसगढ़ में कर्जा माफ किया गया।’’

नोटबंदी और जीएसटी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि अंबानी और अडानी के लिए नरेन्द्र मोदी रास्ता साफ कर रहे हैं और किसानों को, मज़दूरों, दूकानदारों को दूर कर रहे हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि आने वाले समय में आपका पूरा का पूरा धन हिंदुस्तान के दो-तीन पूंजीपतियों के हाथ में चला जाएगा।

हाल ही में बनाये गए कृषि संबंधी तीन कानूनों का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मंडियां खत्म की जा रही हैं, न्यूनतम समर्थन मूल्य समाप्त किए जा रहे हैं और आने वाले दिनों में आपके खेत भी छीन लिये जायेंगे।

उन्होंने आरोप लगाया कि इससे लाखों लोग बेरोजगार होंगे।

प्रवासी मजदूरों के पलायन का मसला उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पलायन कर रहे प्रवासी मजदूरों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मदद नहीं की और यही सच्चाई है।

कोरोना वायरस संकट पर राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 22 दिनों में कोरोना वायरस महामारी ठीक होने की बात की थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

उन्होंने कहा ‘‘नरेन्द्र मोदी जी ने कहा था कि 22 दिन में कोरोना की लड़ाई जीती जाएगी लेकिन जब बिहार के मज़दूरों को दिल्ली से और बाकी प्रदेशों से भगा कर बिहार भेजा गया…, वे जब भूखे प्यासे पैदल आ रहे थे, तो नरेन्द्र मोदी जी क्या कह रहे थे? ’’

कांग्रेस नेता ने सवाल किया, ‘‘ देश के प्रधानमंत्री ने इन्हें एक दिन भी क्यों नहीं दिया? ’’

उन्होंने लोगों से कहा, ‘‘ अब आपके हाथ में चाबी है। अब नरेन्द्र मोदी और नीतीश जी के हाथ में चाबी नहीं है। निर्णय आप लेंगे।’’

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा ‘‘ बिहार के लिए, बिहार के विकास की सरकार, बिहार के किसानों की, मज़दूरों की सरकार, अब बिहार में लानी है और राजग को हराना है।’’

राहुल गांधी ने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी को टीवी पर 24 घंटे दिखाया जाता है लेकिन उनको और तेजस्वी यादव सहित विपक्ष को नहीं दिखाया जाता है।

गौरतलब है कि नवादा के हिसुआ सीट से कांग्रेस उम्मीदवार नीतू सिंह का मुकाबला भाजपा के वर्तमान विधायक अनिल सिंह से है। हिसुआ की रैली में काफी संख्या में लोग आये थे और कुछ लोगों को आसपास के मकानों की छतों पर भी बैठे देखा गया

बिहार चुनाव में नरेन्द्र मोदी की एन्ट्री:विकास की हर योजना को अटकाने वाले विपक्ष ने अपने 15 साल के शासन में बिहार को लगातार लूटा और सत्ता को अपनी तिजोरी भरने का माध्यम बनाया attacknews.in

डेहरी ऑन सोन/ गया, 23 अक्तूबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में राजद सहित विपक्ष पर शुक्रवार को आरोप लगाया कि राज्य के विकास की हर योजना को अटकाने वाले विपक्ष ने अपने 15 साल के शासन में बिहार को लगातार लूटा और सत्ता को अपनी तिजोरी भरने का माध्यम बनाया।

उन्होंने कहा कि बिहार की जनता भ्रम में नहीं है और उसने आत्मनिर्भरता के लिये नीतीश कुमार के नेतृत्व में राजग सरकार बनाने का मन बना लिया है।

प्रधानमंत्री ने बिहार में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार के लोगों ने मन बना लिया है, ठान लिया है कि जिनका इतिहास बिहार को बीमारू बनाने का है, उन्हें आसपास भी नहीं फटकने देंगे।’’

मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मंच साझा करते हुए आरोप लगाया कि जब बिहार के लोगों ने इन्हें (विपक्ष को) सत्ता से बेदखल कर दिया और नीतीश कुमार को मौका दिया तो ये बौखला गए और इसके बाद 10 साल तक इन लोगों ने संप्रग सरकार में रहते हुए बिहार पर, बिहार के लोगों पर अपना गुस्सा निकाला।

उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि इन लोगों को आपकी जरूरतों से कभी सरोकार नहीं रहा और इनका ध्यान अपने स्वार्थों एवं अपनी तिजोरी पर रहा है।

उन्होंने कहा कि यही कारण है कि भोजपुर सहित पूरे बिहार में लंबे समय तक बिजली, सड़क, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं का विकास नहीं हो पाया।

मोदी ने कहा, ‘‘राजग के विरोध में इन लोगों ने मिलकर जो ‘पिटारा’ बनाया है, जिसे ये लोग महागठबंधन कहते हैं, उसकी रग-रग से बिहार के लोग वाकिफ हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग नक्सलियों को, हिंसक गतिविधियों को खुली छूट देते रहे, आज वे राजग के विरोध में खड़े हैं।’’

मोदी ने कहा, ‘‘आज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सभी दल मिलकर आत्मनिर्भर एवं आत्मविश्वासी बिहार के निर्माण में जुटे हैं। बिहार को अब भी विकास के सफर में मीलों आगे जाना है। नई बुलंदी की तरफ उड़ान भरनी है।’’

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान बिहार के लोगों को पूर्ववर्ती राजद सरकार के काल की कानून एवं व्यवस्था की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘आज बिहार में पीढ़ी भले बदल गई हो, लेकिन बिहार के नौजवानों को यह याद रखना है कि बिहार को इतनी मुश्किलों में डालने वाले कौन थे?’’

लालू प्रसाद का नाम लिये बिना प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि 1990 के दशक में बिहार के लोगों का अहित किया गया, बिहार को अराजकता और अव्यवस्था के किस दलदल में धकेल दिया…. उसे आप में से अधिकांश लोगों ने अनुभव किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘आज भी बिहार की अनेक समस्याओं की जड़ में 90 के दशक की अव्यवस्था और कुशासन है।’’

उन्होंने कहा कि बिहार के लोग वे दिन भूल नहीं सकते, जब सूरज ढलते का मतलब होता था, सब कुछ बंद हो जाना, ठप पड़ जाना।

मोदी ने कहा कि लोग वे दिन नहीं भूल सकते, जब सरकार चलाने वालों की निगरानी में दिन-दहाड़े डकैती होती थी, हत्याएं होती थीं और रंगदारी वसूली जाती थी। यह वह दौर था, जब लोग गाड़ी इसलिए नहीं खरीदते थे, ताकि एक राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं को उनकी कमाई का पता न चल जाए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बिजली है, सड़कें हैं और सबसे बड़ी बात, वह माहौल है जिसमें राज्य का सामान्य नागरिक बिना डरे रह सकता है, जी सकता है और अंधेरे से उजाले की ओर बढ़ना इसी को कहते हैं।

तेजस्वी यादव के 10 लाख नौकरियों के वादे पर सवाल उठाते हुए मोदी ने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने एक-एक सरकारी नौकरी को हमेशा लाखों-करोड़ों रुपये कमाने का जरिया माना, वह बिहार को ललचाई नजरों से देख रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘बिहार के नौजवानों को यह याद रखना है कि बिहार को इतनी मुश्किलों में डालने वाले कौन थे?’’

गौरतलब है कि राजद नेता तेजस्वी यादव अपनी सभी रैलियों में रोजगार और विकास का मुद्दा उठा रहे हैं।

मोदी ने कहा, ‘‘मैंने बिहार के बहुत से लोगों के साथ करीब से काम किया है। उनसे बहुत कुछ सीखा भी है। बिहार के लोगों में एक बात जो बहुत अच्छी होती है, वह है उनकी स्पष्टता। वे किसी भ्रम में नहीं रहते ।’’

उन्होंने कहा कि बिहार अब विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है, अब बिहार को कोई बीमारू, बेबस राज्य नहीं कह सकता और लालटेन का जमाना चला गया।

उन्होंने स्थानीय भाषा में कहा, ‘‘ लालटेन के जमाना गईल।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि जितने सर्वेक्षण हो रहे हैं, जितनी रिपोर्ट आ रही हैं, उन सभी में यही सामने आ रहा है कि बिहार में फिर एक बार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार बनने जा रही है ।

उन्होंने कहा कि राजग की ‘दोहरे इंजन’ की सरकार ने बिहार में राष्ट्रीय राजमार्ग के विकास का काम किया। उन्होंने महिलाओं, युवा उद्यमियों और दुकानदारों को बिना गारंटी के ऋण सुविधा देने और प्रधानमंत्री पैकेज लागू करने सहित कई कार्यों का जिक्र किया ।

उन्होंने गया सहित बिहार के कई हिस्सों से नक्सली हिंसा से मुक्ति दिलाने के लिए उठाये गए कदमों का भी जिक्र किया ।

उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने में राजग सरकार की ओर से उठाये गए कदमों का भी जिक्र किया ।

उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कारोना वायरस से डट कर मुकाबला करने के लिये बिहार की जनता को बधाई दी और गलवान घाटी एवं पुलवामा हमले में बलिदान देने वाले बिहार के जवानों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की ।

मोदी ने पूर्व केंद्रीय मंत्रियों दिवंगत रामविलास पासवान और रघुवंश प्रसाद सिंह को भी श्रद्धांजलि दी ।

चुनाव आयोग ने राज्यों के जिला कलेक्टरों और मुख्य चुनाव अधिकारियों को दिये सख्त निर्देश: चुनाव में कोरोना के दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें attacknews.in

नयी दिल्ली 21 अक्टूबर । चुनाव आयोग ने कोरोन काल में विधानसभा चुनाव और उपचुनावों के दौरान सभी राजनीतिक दलों को कोरोना वायरस से संबंधित सभी दिशा-निर्देशों का पालन करने तथा लापरवाही ना बरतने की सलाह दी है।

आयोग ने बुधवार को सभी राजनीतिक दलों को लिखे पत्र में कहा है कि विधानसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक दल चुनाव प्रचार के समय कोविड-19 के बारे में जारी दिशानिर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं बल्कि उसका खुलकर उल्लंघन कर रहे हैं।

आयोग का कहना है कि चुनाव प्रचार में भीड़ की रोकथाम नहीं की जा रही है और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है। यह उल्लंघन राजनीतिक दलों के उम्मीदवार भी कर रहे हैं। इसलिए उन्हें सख्त हिदायत दी जाती है कि वे इस बारे में चुनाव आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करें।

आयोग ने राज्य के जिला कलेक्टरों को और राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह इन दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें और इस बात का ख्याल रखें की चुनाव प्रचार में भीड़ न हो तथा सामाजिक दूरी का पालन हो।