पश्चिम बंगाल,असम की 69 सीटों पर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का प्रचार समाप्त: मतदान गुरुवार को; बंगाल की 30 सीटों पर 171 प्रत्याशी जबकि असम की 39 सीटों पर 345 उम्मीदवार चुनाव मैदान में attacknews.in

नयी दिल्ली, 30 मार्च । पश्चिम बंगाल और असम में दूसरे चरण में 69 विधानसभा सीटों पर मंगलवार शाम चुनाव प्रचार समाप्त हो गया। इसी चरण में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी के चुनावी किस्मत का फैसला होना है ।

पश्चिम बंगाल में 30 और असम में 39 विधानसभा क्षेत्रों में एक अप्रैल को मतदान होना है। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की साख दांव पर है तो असम में भारतीय जनता पार्टी के सामने अपनी प्रतिष्ठा बचाए रखने की चुनौती है। पश्चिम बंगाल की 30 विधानसभा सीटों पर 171 प्रत्याशी चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं जबकि असम की 39 सीटों पर 345 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।

इस चरण में पश्चिम बंगाल में चार जिलों की 30 सीटों पर 19 महिलाओं समेत 171 उम्‍मीदवार हैं। पूर्वी और पश्चिमी मेदिनीपुर की नौ-नौ सीटों, बांकुरा की आठ सीटों और दक्षिण 24 परगना की चार सीटों पर एक अप्रैल को मतदान होगा। चुनाव के दूसरे चरण में अनेक राजनेताओं से लेकर फिल्‍म अभिनेताओं और पूर्व मंत्रियों से लेकर पूर्व क्रिकेट खिलाड़ियों तथा पूर्व अधिकारी अपना चुनावी भाग्‍य आजमा रहे हैं।

सभी राजनीतिक दल और उम्‍मीदवार मतदाताओं को रिझाने के हर तरह से प्रयास कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के दिग्‍गज प्रचारक और गृह मंत्री अमित शाह ने आज नंदीग्राम में रोड शो किया। बॉलीवुड अभिनेता और भाजपा नेता मिथुन चक्रवती ने भी रोड शो किया, जहां नंदीग्राम से तृणमूल की ममता बनर्जी और भाजपा नेता शुभेन्‍दु अधिकारी उम्‍मीदवार हैं।

सुश्री बनर्जी भी अपने चुनाव क्षेत्र नंदीग्राम में रोड शो जारी रखा। पिछले विधानसभा चुनाव में सुश्री बनर्जी भवानीपुर से विजयी हुयीं थी। नंदीग्राम सीट जीतने के लिए सुश्री कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं, इसीलिए वह रविवार से ही नंदीग्राम में डेरा जमाए हुए हैं।

नरेन्द्र मोदी ने केरल में मुख्यमंत्री विजयन के सोना तस्करी मामले पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया”चांदी के चंद टुकड़ों के लिए जुडेस ने ईसा मसीह को धोखा दिया, उसी प्रकार सत्ताधारी वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) ने सोने के चंद टुकड़ों के लिए केरल को धोखा दिया” attacknews.in

पलक्कड़, 30 मार्च । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कथित सोना तस्करी मामले का उल्लेख करते हुए राज्य के सत्ताधारी वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) पर मंगलवार को निशाना साधा और आरोप लगाया कि जिस प्रकार चांदी के चंद टुकड़ों के लिए जुडेस ने ईसा मसीह को धोखा दिया, उसी प्रकार एलडीएफ ने सोने के चंद टुकड़ों के लिए केरल को धोखा दिया।

केरल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य में अपनी पहली रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने सबरीमला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं के प्रवेश संबंधी उच्चतम न्यायालय के फैसले के क्रियान्वयन के निर्णय के खिलाफ राज्य में हुए प्रदर्शनों के दौरान राज्य सरकार के व्यवहार की आलोचना की और कहा कि वामपंथी शासन को निर्दोष श्रद्धालुओं पर लाठियां बरसाने के लिए शर्मिंदा महसूस करना चाहिए।

उन्होंने एलडीएफ और प्रमुख विपक्षी गठबंधन संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) के बीच ‘‘मैच फिक्सिंग’’ का आरोप लगाया और कहा कि दोनों के नाम भले ही अलग-अलग हों लेकिन इनका काम एक ही है।

मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि वह राज्य में पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उत्साहित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पलक्कड़ का भाजपा से विशेष नाता रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘कई साल से केरल में राजनीति में यूडीएफ और एलडीएफ के बीच दोस्ताना समझौता रहा है। अब राज्य के मतदाता पूछ रहे हैं ये कौन सी मैच फिक्सिंग है? पांच साल तक एक लूटे और अगले पांच साल दूसरा लूटे।’’

उन्होंने कहा कि केरल के युवा आज मुखर होकर बोल रहे हैं कि यूडीएफ और एलडीएफ के नाम भले ही अलग हैं दोनों के काम एक जैसे हैं। दोनों के कार्यकाल में जनता के पैसों की लूट होती रही।

यूडीएफ शासन के दौरान हुए कथित सोलर पैनल घोटाला और सोना तस्करी मामले की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘यूडीएफ ने तो सूर्य की रोशनी तक को नहीं छोड़ा। एलडीएफ के बारे में कहा जा सकता है कि जुडेस ने ईसा मसीह को चांदी के चंद टुकड़ों के लिए धोखा दिया, एलडीएफ ने सोने के चंद टुकड़ों के लिए केरल को धोखा दिया।’’

मान्यता है कि ईसा मसीह को सलीब पर मृत्यु की सजा सुनाने से पहले जुडेस नाम के उन्हीं के एक अनुयायी ने चांदी के चंद सिक्कों के लिए उनके साथ विश्वासघात किया था।

ज्ञात हो कि राज्य के कथित हाई प्रोफाइल सोना तस्करी मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले साल एम. शिवशंकर को गिरफ्तार किया था। वह मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के प्रधान सचिव थे। उनकी गिरफ्तारी के साथ ही एलडीएफ कांग्रेस और भाजपा के निशाने पर हैं।

सबरीमला मामले पर एलडीएफ और यूडीएफ पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘एलडीएफ सरकार को निर्दोष श्रद्धालुओं पर लाठियां बरसाने पर शर्म आनी चाहिए और यूडीएफ को इस दौरान चुप्पी साधे रखने के लिए शर्म आनी चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं कहना चाहता हूं कि यदि कोई हमारी संस्कृति के साथ खिलवाड़ करेगा तो हम मूकदर्शक नहीं बने रहेंगे। मुझे गर्व है कि मैं उस पार्टी से संबंध रखता हूं जिसने हमारे देश की संस्कृति की रक्षा की है और करेगी।’’

मोदी ने कहा कि इस आंदोलन के दौरान राज्य भाजपा के अध्यक्ष के सुरेन्द्रन को गिरफ्तार किया गया था और उनके साथ बुरा बर्ताव किया गया।

उन्होंने पूछा, ‘‘उनका कसूर क्या था? …यही कि उन्होंने केरल की परम्परा की बात की…’’

राजनीतिक हिंसा के लिए वामपंथी दलों को आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि वह कई बार सत्ता में रहे लेकिन उनके नेता और कार्यकर्ता छोटे स्तर के गुंडों सा बर्ताव करते हैं।

मोदी ने कहा, ‘‘उनकी आंखों के सामने और उनके संरक्षण में राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को मारा जाता रहा और हत्या की जाती रही।

उन्होंने वादा किया कि राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद राजनीतिक हिंसा की संस्कृति को समाप्त किया जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘लोकतंत्र में राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन हिंसा स्वीकार नहीं है। हमारे कई युवा कार्यकर्ताओं को अपनी जान गंवानी पड़ी।’’

प्रधानमंत्री ने दावा किया कि केरल की राजनीति में पिछले कुछ साल से एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है और यह राज्य के युवाओं खासकर पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं की आकांक्षाओं के मद्देनजर हो रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘पहली बार मतदान करने वाले युवा एलडीएफ और यूडीएफ से दुखी हैं। केरल के लिए भाजपा की दृष्टि युवाओं के भविष्य और उनकी आकांक्षाओं को लेकर है। यही वजह है कि राज्य के युवा और नौकरी-पेशा वाले लोग खुलकर भाजपा का समर्थन कर रहे हैं। यही माहौल पूरे भारत में है।’’

‘‘मेट्रो मैन’’ ई श्रीधरन बतौर भाजपा उम्मीदवार पलक्कड़ विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं।

असम विधानसभा चुनाव में 264 करोड़पति मैदान में;126 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव में खड़े 946 प्रत्याशियों में से कुल प्रत्याशियों का 27.90 प्रतिशत है अरबों के मालिक attacknews.in

 

गुवाहाटी, 30 मार्च ।असम की 126 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीन चरणों में हो रहे चुनाव में खड़े 946 प्रत्याशियों में से 264 प्रत्याशी करोड़पति हैं जो कुल प्रत्याशियों का 27.90 प्रतिशत है।

चुनाव मैदान में सबसे अमीर प्रत्याशी यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी, लिबरल (यूपीपीएल) के कोकराझार पश्चिम (अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित) मनरंजन ब्रह्मा हैं जिन्होंने अपनी कुल संपत्ति 268 करोड़ रुपये घोषित की है।

ब्रह्मा के बाद सबसे अमीर प्रत्याशी उधरबंद से निर्दलीय उम्मीदवार राहुल रॉय हैं जिन्होंने 136 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है। तीसरे स्थान पर एआईयूडीएफ के जमुनामुख से प्रत्याशी सिराजुद्दीन अजमल हैं जिनकी संपत्ति हलफनामे के मुताबिक 111 करोड़ रुपये की है।

तीनों सबसे अमीर प्रत्याशियों ने अपनी आय का स्रोत कारोबार बताया है जबकि ब्रह्मा की पत्नी ने कृषि से आय होने की जानकारी दी है।

रॉय पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस नेता गौतम रॉय के बेटे हैं जो भाजपा में शामिल हो गए और अब पार्टी के टिकट पर कटीगोरा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।

वहीं, राहुल रॉय और उनकी पत्नी दायसी रॉय बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। दायसी अलगापुर से चुनाव लड़ रही हैं और दंपत्ति की कुल संपत्ति 131 करोड़ रुपये है।

पूर्व विधायक एवं सांसद अजमल एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल के छोटे भाई हैं।

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) के विश्लेषण के मुताबिक कांग्रेस के सबसे अधिक 64 करोड़पति उम्मीदवार मैदान में हैं। इसके बाद भाजपा का स्थान है जिसके 60 प्रत्याशी ऐसे हैं जिन्होंने चुनावी हलफनामे में एक करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति बताई है।

वहीं, नवगठित असम जातीय परिषद के 31, असम गण परिषद के 22, एआईयूडीएफ के 11, बीपीएफ के आठ और यूपीपीएल का एक प्रत्याशी करोड़पति है। बाकी करोड़पति निर्दलीय उममीदवार हैं।

इन करोड़पति प्रत्याशियों में से 72 ऐसे प्रत्याशी हैं जिनकी आय पांच करोड़ रुपये या इससे अधिक है जबकि 91 प्रत्याशियों की आय दो करोड़ रुपये या इससे अधिक है। वहीं, 197 प्रत्याशी ऐसे हैं जिनकी आय 50 लाख रुपये से दो करोड़ रुपये के बीच है।

मौजूदा भाजपा-अगप-बीपीएफ सरकार में सबसे अमीर मंत्रियों की सूची में नाबा कुमार डोले का नाम है जिन्होंने 25 करोड़ रुपये की संपत्ति होने की जानकारी दी है। इसके बाद हेमंत बिस्व सरमा और चंदन ब्रह्मा का स्थान है जिनकी संपत्ति क्रमश: 17 करोड़ और 16 करोड़ रुपये की है।

एडीआर के मुताबिक अन्य करोड़पति मंत्रियों में सिद्धार्थ भट्टाचार्य (आठ करोड़ रुपये), पिजुश हजारिका (छह करोड़), रिहोन दायमारी और सुम रोनघांग (पांच-पांच करोड़) का नाम शामिल है।

मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और उनके मंत्रिमंडल में शामिल चंद्रमोहन पटवारी, प्रमिला रानी ब्रह्मा और कशाब महंत ने तीन-तीन करोड़ रुपये की संपत्ति होने की जानकारी दी है।

निवर्तमान विधानसभा अध्यक्ष हितेंद्र नाथ गोस्वामी ने अपनी संपत्ति एक करोड़ रुपये बताई है जबकि उनके डिप्टी अमिनुल हक लश्कर ने अपनी संपत्ति छह करोड़ रुपये घोषित की है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रंजीत कुमार दास ने पांच करोड़ रुपये की संपत्ति होने की जानकारी दी है जबकि राज्यसभा सदस्य एवं पनेरी से भाजपा प्रत्याशी विश्वजीत दायमारी ने तीन करोड़ रुपये की संपत्ति होने की जानकारी दी।

कांग्रेस प्रत्याशियों में बरहमपुर से उम्मीदवार सुरेश बोरा ने सबसे अधिक 37 करोड़ रुपये की संपत्ति होने की जानकारी दी है। वहीं, दूसरे स्थान पर जलुकाबाड़ी से रोमेन चंद्र बरठाकुर हैं जिनकी संपत्ति 31 करोड़ रुपये है।

कांग्रेस के अन्य अमीर प्रत्याशियों में करीमगंज दक्षिण से प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री सिद्दीक अहमद (26 करोड़), नाओबोछिया से भरत नराह (21 करोड़) और वाजेद अली चौधरी (11 करोड़ रुपये) हैं।

दायसी रॉय के बाद सबसे अमीर महिला प्रत्याशी दिलवरा बेगम चौधरी हैं जो जमुनामुख सीट से बतौर निर्दलीय लड़ रही हैं और उनकी संपत्ति 15 करोड़ रुपये है।

अन्य अमीर महिला प्रत्याशियों में एआईयूडीएफ की मीनाक्षी रहमान (10 करोड़ रुपये), कांग्रेस की असीमा बारडोलोई (सात करोड़), गायिका एवं अगप प्रत्याशी कल्पना बारडोलोई (पांच करोड़) है।

पहले चरण में 101 ऐसे प्रत्याशी थे जिन्होंने अपनी आय एक करोड़ रुपये से अधिक बताई थी जबकि दूसरे एवं तीसरे चरण में ऐसे प्रत्याशियों की संख्या क्रमश: 73 और 90 है।

वोटर इंटरनेशनल पार्टी के प्रत्याशी सबेंद्र बासुमतारी ऐसे प्रत्याशी हैं जिनकी संपत्ति सबसे कम है। उन्होंने अपने हलफनामे में महज 2,500 रुपये की संपत्ति होने की जानकारी दी है। इसी पार्टी की कनक बासुमतारी ने अपनी संपत्ति 5,000 रुपये घोषित की है। वहीं राताबाड़ी (सुरक्षित) सीट से प्रत्याशी विष्णु धारी मल्लाह ने अपनी कुल संपति मात्र आठ हजार रुपये घोषित की है।

बम्पर वोटिंग:विधानसभा चुनाव के पहले चरण में पश्चिम बंगाल की 30 सीटों पर 80 फीसदी और असम की 47 सीटों में 72.14 फीसदी मतदान हुआ attacknews.in

नयी दिल्ली, 27 मार्च । पश्चिम बंगाल की 30 और असम की 47 विधानसभा सीटों के लिए पहले चरण में शनिवार को हुए मतदान में क्रमश: 79.79 प्रतिशत और 72.14 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।

निर्वाचन आयोग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार दोनों राज्यों की कुल 77 विधानसभा सीटों के लिए 21 हजार 825 मतदान केंद्रों पर पहले चरण का मतदान कराया गया।

पश्चिम बंगाल की 30 सीटों के लिए 10 हजार 288 मतदान केंद्र बनाये गये थे, जिन पर 74 लाख मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया, जबकि असम की 47 सीटों के लिए 81 लाख मतदाताओं ने 11 हजार 537 मतदान केंद्रों पर वोट किये।

कोरोना महामारी के मद्देनजर सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए प्रत्येक मतदान केंद्र पर मतदाताओं की संख्या 1500 से घटाकर 1000 किया गया था, जिसके कारण मतदान केंद्रों की संख्या बढाई गयी है।

आयोग के अनुसार, शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए 50 फीसदी से अधिक संवेदनशील मतदान केंद्रों पर लाइव मोनिटरिंग और वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गयी थी। पश्चिम बंगाल में 5392 मतदान केंद्रों से वेबकास्टिंग का प्रबंध किया गया था, वहीं असम में ऐसे मतदान केंद्रों की संख्या 5039 थी।

पहले चरण के मतदान की अधिसूचना के दिन से अब तक दोनों राज्यों में 281 करोड़ 28 लाख रुपये की रिकॉर्ड बरामदगी की गयी है, जिसमें नकद राशि, शराब, मादक पदार्थों और मुफ्त उपहार आदि शामिल हैं।

पश्चिम बंगाल में पहले चरण का 80 प्रतिशत मतदान

पश्चिम बंगाल में शनिवार को विधानसभा चुनाव के पहले चरण में छिटपुट हिंसा के बीच करीब 80 प्रतिशत मतदान हुआ। चुनाव अधिकारी ने यह जानकारी दी है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने चार दशकों में पश्चिम बंगाल में शांतिपूर्ण मतदान के लिए चुनाव आयोग को धन्यवाद दिया।

मीडिया को संबोधित करते हुए श्री विजयवर्गीय ने दावा किया कि करीब 90 प्रतिशत मतदान शांतिपूर्ण रहा। उन्होंने सभी अपराधियों को पकड़ने की मांग की है।

चुनाव अधिकारी ने बताया कि निर्वाचन क्षेत्र के कई मतदान केन्द्रों के बाहर मतदान शुरू होने से पहले लम्बी कतारें देखी गईं। तेज गर्मी के बावजूद मतदाता बढ़-चढ़कर मतदान किया। राज्य में छिटपुट हिंसा की घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा।

इस बीच, भाजपा नेता और सुवेंदु अधिकारी के भाई सौमेंदु अधिकारी पर हमले के बाद भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिला है।

सौमेंदु ने कहा, “हमने चुनाव आयोग से कहा है कि स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान होना चाहिए। तृणमूल डर गई है। हमने चुनाव आयोग को कार्रवाई करने के लिए कुछ नाम दिए हैं।”

इस बीच राज्य की सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस ने मतदान के आंकड़ों में गड़बड़ी के आरोप लगाया हैं। तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने तो इस संबंध में चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर कहा है कि मतदान के आंकड़े बदलना चुनाव आयोग के डाटा पर सवाल खड़े करता है।

ममता बनर्जी बौखलाई:नरेन्द्र मोदी पर तमाम आरोप लगाकर चुनावी सभा में भड़ास निकालते हुए बांग्लादेश यात्रा को चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बता दिया attacknews.in

खड़गपुर, 27 मार्च । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बंगलादेश से ‘वोट मांग’ रहे हैं।

सुश्री बनर्जी ने आज यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा,“ चुनाव यहां हो रहे हैं और वह (प्रधानमंत्री) बंगलादेश जाते हैं और बंगाल में भाषण देते हैं। यह आचार संहिता का उल्लंघन है।”

उन्होंने कहा, “ वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में जब एक बंगलादेशी अभिनेता ने हमारी रैली में भाग लिया, तो भाजपा ने बंगलादेश की सरकार से बात कर उसका वीजा रद्द करवा दिया। जब यहां चुनाव हो रहे हैं, तो आप बंगलादेश में एक वर्ग के लोगों से वोट मांगने के लिए जाएं, आपका वीजा क्यों नहीं रद्द किया जाना चाहिए। हम चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे। ”

उन्होंने कहा कि पूर्वी मेदिनीपुर जिले में नंदीग्राम से वह चुनाव लड़ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल ‘लोगों को धमकाने के लिए गुंडों’ को साथ लेकर घूम रहे हैं। वह 28 मार्च से एक अप्रैल को मतदान होने तक नंदीग्राम में रहेंगी। भाजपा की “अन्य राज्यों के गुंडों का इस्तेमाल कर वोट लूटने की योजना” है।

उन्होंने कहा कि सुवेन्दु अधिकारी और उनका परिवार ‘गद्दार’ है। उन्होंने दावा किया कि राज्य की 30 विधानसभा क्षेत्रों में चुनावों से पहले उनके घर के एक सदस्य को शुक्रवार रात लोगों के बीच पैसे बांटते देखा गया।

उन्होंने कहा कि केवल प्रधानमंत्री की दाढ़ी बढ़ रही है, अर्थव्यवस्था नहीं। उन्होंने कहा, “ वह स्वयं को विवेकानंद और कभी-कभी रवींद्रनाथ टैगोर कहते है तथा अब उन्होंने एक स्टेडियम का नाम भी अपने नाम पर रख लिया है। उन्होंने कहा कि लंबी दाढ़ी बढ़ाने से कोई रवींद्रनाथ टैगोर नहीं बना सकता।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक स्टेडियम का नामकरण अपने नाम पर किया है। प्रधानमंत्री ने कोविड प्रमाण पत्रों पर अपनी फोटो लगवाई है। इसरो उनकी फोटो अंतरिक्ष में भेज रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक दिन ऐसा आयेगा जब वह देश का नाम उनके नाम पर रखा जायेगा।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने बंगाल में निष्पक्ष चुनाव कराने, मतदान के दौरान कोरोना मानकों का पालन सख्ती से कराने सभी जिला कलेक्टरों को निर्देशित करके सैन्य बलों की तैनाती के दिए निर्देश attacknews.in

 

सिलीगुड़ी, 24 मार्च । चुनाव आयोग की पूर्ण पीठ ने बुधवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव निष्पक्ष कराने पर जोर देते हुए कहा है कि राज्य में चुनावों से पहले या उस दौरान किसी भी तरह की हिंसा अथवा अशांति को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील कुमार अरोड़ा की अध्यक्षता में पूर्ण बेंच ने कहा कि मतदान के दौरान सभी कोरोना मानकों और संवैधानिक दायित्व का पालन किया जाएगा। आयोग ने इस बात को सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि लोग सामाजिक दूरी का पालन करें, मॉस्क पहनें और मतदान केन्द्रों पर सेनेटाइजर का इस्तेमाल करें।

उन्होंने जिला प्रशासन से पीपीई किटों की खरीद, मशीनरी और थर्मल स्कैनरों के इंतजाम के लिए भी कहा है ताकि मतदान केन्द्रों पर लोगों की समुचित जांच की जा सके।

गौरतलब है कि राज्य में आठ चरणों में विधानसभा चुनाव कराए जा रहे हैं और पहला चरण 27 मार्च तथा आठवां और अंतिम चरण 27 अप्रैल को होगा। चुनाव परिणाम दो मई को घोषित किए जायेंगे।

श्री अरोड़ा की अगुवाई में चुनाव आयोग के अधिकारी मुख्य सचिव अलाप्पान बंदोपाध्याय और पुलिस महानिदेशक नीरज नारायणन से भी मुलाकात की और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा भी की।

उन्होंने राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती के निर्देश भी दिए।
उन्होंने राज्य के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों के साथ वर्चुअल बैठक भी की। आयोग ने राज्य में चार चुनाव पर्यवेक्षकों की कल तैनाती की थी।

नरेन्द्र मोदी ने ऐलान किया: पश्चिम बंगाल में अगर भाजपा सत्ता में आयी तो राज्य का मुख्यमंत्री बंगाल की धरती के बेटे को ही बनाया जाएगा attacknews.in

बंगाल में कोई भारतीय बाहरी नहीं, जीतने पर भाजपा का मुख्यमंत्री बंगाल का ही बेटा होगा : मोदी

कांठी (पश्चिम बंगाल), 24 मार्च । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि बंगाल ने पूरे भारत को ‘वन्दे मातरम’ की भावना में बांधा है और उसी बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लोगों को ‘‘बोहिरागोतो’’ (बाहरी) बता रही हैं। उन्होंने एलान किया कि अगर भाजपा सत्ता में आयी तो राज्य का मुख्यमंत्री बंगाल की धरती के बेटे को ही बनाया जाएगा।

पूर्व मेदिनीपुर जिले के कांठी में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि बंगाल बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय, रबींद्रनाथ टैगोर और सुभाष चंद्र बोस जैसे नायकों की भूमि है और इस धरती पर कोई भारतीय बाहरी नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल ने पूरे भारत को ‘वन्दे मातरम’ की भावना में बांधा है और उस बंगाल में ममता दीदी ‘‘बोहिरागोतो’’ (बाहरी होने) की बात कर रही हैं। कोई भारतीय यहां बाहरी नहीं है, वे भारत माता के बच्चे हैं।’’

मोदी ने कहा, ‘‘हमें ‘पर्यटक’ कहा जा रहा है, हमारा मजाक उड़ाया जा रहा है, हमारा अपमान किया जा रहा है। दीदी, रबींद्रनाथ के बंगाल के लोग किसी को भी बाहरी नहीं मानते।’’

उन्होंने रैली में कहा कि जब बंगाल में भाजपा सरकार बनाएगी तो मुख्यमंत्री इसी धरती का कोई बेटा होगा।

दरअसल, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भाजपा और प्रधानमंत्री का जिक्र करते हुए अक्सर अपने भाषणों में कहती हैं कि वह दिल्ली या गुजरात से आए ‘‘बाहरी’’ लोगों को बंगाल में शासन करने नहीं देंगी। उनके इस बयान पर छिड़ी ‘‘स्थानीय बनाम बाहरी’’ की बहस के बीच मोदी की यह टिप्पणियां आई हैं।

तृणमूल कांग्रेस ने ‘बंगाल को अपनी बेटी चाहिए’ अभियान भी शुरू किया है जिसमें पार्टी के नेता राज्य आ रहे भाजपा पदाधिकारियों को ‘‘चुनावी पर्यटक’’ कह रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बनर्जी ने झूठे आरोप लगाकर नंदीग्राम के लोगों का अपमान किया और लोग उन्हें करारा जवाब देंगे।

उन्होंने 10 मार्च की घटना का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘आप पूरे देश के सामने नंदीग्राम और उसके लोगों को बदनाम कर रहे हैं। यह वही नंदीग्राम है जिसने आपको इतना कुछ दिया। नंदीग्राम के लोग आपको माफ नहीं करेंगे और आपको करारा जवाब देंगे।’’

गौरतलब है कि 10 मार्च की घटना में मुख्यमंत्री घायल हो गई थीं।

मोदी ने ‘तोलाबाजी’ और जमीनी स्तर पर भ्रष्टाचार को लेकर टीएमसी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा राज्य में हर योजना को घोटाला-मुक्त बनाएगी और पारदर्शिता लाएगी।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘चक्रवात अम्फान की राहत राशि को ‘भाइपो (भतीजा) विंडो’ के जरिए लूटा गया।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि बनर्जी ‘दुआरे सरकार’ की बात कर रही हैं लेकिन दो मई को उन्हें दरवाजा दिखा दिया जाएगा।

बनर्जी सरकार ने चुनावों के मद्देनजर महीनों पहले ‘दुआरे सरकार’ कार्यक्रम शुरू किया था जिसमें विशेष शिविर लगाकर सेवाएं दी जाती हैं।

मुख्यमंत्री ने यह भी वादा किया अगर वह तीसरी बार सत्ता में आयीं तो यह सुनिश्चित करेंगी कि लोगों के घरों तक राशन पहुंचाया जाए।

प्रधानमंत्री भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी के गृहनगर कांठी में चुनाव प्रचार कर रहे हैं।

अमित शाह का आरोप:ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में अम्फान प्रभावितों के पुनर्वास के लिए केंद्र द्वारा दिए गए 10,000 करोड़ रुपये की सहायता राशि में की धांधली attacknews.in

गोसबा, 23 मार्च । केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तृणमूल सुप्रीमो एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने अम्फान प्रभावितों के पुनर्वास के लिए दिए गए 10,000 करोड़ रुपये की सहायता राशि में धांधली की है।

श्री शाह ने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आयी तो सुंदर वन को एक अलग जिला बनाया जायेगा। उन्होंने बाढ़ प्रभाविताें के लिए प्रोत्साहन का एक विशेष पैकेज देने का आश्वासन दिया।

श्री शाह ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह क्षेत्र कोलकाता के इतना करीब होने के बावजूद वर्तमान राज्य सरकार ने इस जिले के लिए कुछ भी नहीं किया है।

उन्होंने कहा, “ हम आपको एक अलग जिले के निर्माण का आश्वासन देते हैं, स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति की जायेगी और आवश्यक समर्थन दिया जायेगा। गाेसाबा नौ द्वीपों से बना हुआ है लेकिन यहां अभी तक पेयजल नहीं है।”

गृह मंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा,“ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने अम्फान प्रभावितों के लिए 10 हजार करोड़ भेजे थे। क्या आपको उसमें से कोई पैसा मिला। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भतीजा अभिषेक बनर्जी और उनके सहयोगी उस पैसे को किसी को दिए बिना ही डकार गए हैं।”

उन्हेांने कहा, “ लेकिन आप सब फिक्र मत करो। एक बार जब हम सत्ता में आ जाएंगे, हम एसआईटी का गठन करेंगे और इस धन की सभी विसंगतियों की जांच करायेंगे। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा बंगाल की सत्ता में आ गयी तो भाजपा सुन्दरवन के विकास के लिए दो लाख करोड़ रुपए खर्च करेेगी।”

श्री शाह ने पार्टी के संकल्प पत्र या चुनाव घोषणा पत्र का हवाला देते हुए कहा, “ हमने घोषणा की है कि हम सुंदर वन क्षेत्र के लिए एक विकास बोर्ड बनाएंगे और इसे राज्य का सबसे उन्नत क्षेत्र बनाएंगे। उन्होंने विशाल जनसभा को सुंदर वन में एम्स अस्पताल स्थापित करने के पार्टी घोषणापत्र की भी याद दिलाई और कहा कि लोगों को इलाज के लिए कोलकाता नहीं जाना पड़ेगा।”

पश्चिम बंगाल में चुनचुरा विधानसभा सीट पर भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी और तृणमूल कांग्रेस के विधायकअसित मजूमदार के बीच कड़ी टक्कर attacknews.in

कोलकाता, 22 मार्च । भारतीय जनता पार्टी की लोकसभा सांसद लॉकेट चटर्जी और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के दो बार विधायक रहे असित मजूमदार (तपन) के बीच चुनचुरा विधानसभा निर्वाचन सीट पर कड़ी टक्कर है।

श्री मजूमदार दक्षिण बंगाल राज्य परिवहन निगम के उपाध्यक्ष भी हैं।

इससे पहले के दो चुनावों में तृणमूल कांगेस के उम्मीदवार ने इस निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीता था।

चुनचुरा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से वर्ष 2016 में तृणमूल के श्री मजूमदार (तपन) ने अपने प्रतिद्वंदी ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक (एआईएफबी) के डॉ. प्रणव कुमार घोष को 29,684 मतों से पराजित किया था।
श्री मजूमदार ने वर्ष 2011 में अपने निकटतम प्रतिद्वंदी एआईएफबी के नरेन्द्रनाथ डे को 44,592 मतों से हराया था। चुनचुना विधानसभा निर्वाचन सीट हुगली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के तहत आती है। वर्ष 2019 में इस सीट से भाजपा के उम्मीदवार लॉकेट चटर्जी ने अपने प्रतिद्वंदी तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ. रत्ना डे (नाग) को 73,362 मतों से पराजित किया था।

चुनचुरा विधानसभा सीट से भगवा पार्टी द्वारा नामांकित होने के बाद अभिनेता से राजनेता बनी सुश्री चटर्जी ने कहा कि बंगाल की महिलाएं ‘सोनार बांग्ला’ के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सपना देख रही हैं, जहां महिलाओं को उनका उचित सम्मान मिलेगा।”

सुश्री चटर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी किसी को भी बंगाल को ‘पूर्वी पाकिस्तान’ बनाने की अनुमति नहीं देगी। उन्होंने कहा, “जय श्रीराम एक आम बोलचाल में कहा जाता है। ममता सरकार ने राम और सीता का अपमान किया है। बंगाल सरकार तुष्टिकरण की राजनीति करती है। उन्होंने परोक्ष रूप से अल्पसंख्यकों को जिक्र करते हुए कहा कि वे 30 प्रतिशत की राजनीति करते हैं। हम बंगाल को पूर्वी पाकिस्तान नहीं बनने देंगे।”

सुश्री चटर्जी ने तृणमूल कांग्रेस के चुनाव अभियान की आलोचना करते हुए कहा कि बंगाल को अपनी बेटी चाहिए। राज्य में दुष्कर्म, छेड़छाड़ और एसिड हमलों की घटनाएं और महिलाओं की तस्करी बढ़ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल में महिलाओं को सम्मान नहीं दिया जाता और अब तृणमूल नेता ‘बेटी’ के नाम पर वोट मांग रहे हैं।

सुश्री बनर्जी ने आरोप लगाया कि महामारी के दौरान केन्द्र द्वारा उपलब्ध कराये गये राशन को तृणमूल कांग्रेस ने चुराया है और जिन लोगों को यह राशन पहुंचना था, उन्हें नहीं मिला। तृणमूल ने लॉकडाउन के दौरान चावल, अम्फान के दौरान टेंट और कोविड वैक्सीन की चोरी की है।

पश्चिम बंगाल मेें निष्पक्ष चुनाव के लिए तैनात किये जा रह है सीआरपीएफ के 50 हजार से ज्यादा  जवान attacknews.in

नयी दिल्ली 18 मार्च । केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक (डीजी) कुलदीप सिंह ने गुरुवार को कहा है कि पश्चिम बंगाल में शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष तरीके से चुनाव संपन्न कराने के लिए 700 से ज्यादा कंपनियों को तैनात किया जा रहा है।

सीआरपीएफ के 82 वें स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा, “725 कंपनियों में से 499 कंपनिया राज्य में पहले ही पहुंच चुकी हैं, जबकि बाकी अपने रास्ते पर हैं।” एक कंपनी में 72 जवान होते हैं।

पश्चिम बंगाल में 294 विधानसभा सीटों के लिए 27 मार्च से आठ चरणों में मतदान होगा। चुनाव के दौरान हिंसा के खतरे की आशंका के मुद्दे पर उन्होंने कहा, “राज्य के अधिकारियों द्वारा क्षेत्रों में खतरे का आकलन किया जाता है और वे उसी आधार पर तैनाती का निर्णय लेते हैं। हमारे पास ऐसा कोई आकलन नहीं है कि कौन सा चरण अधिक चुनौतीपूर्ण होगा।”

उन्होंने हालांकि कहा, “हम शांतिपूर्ण, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम खुफिया जानकारी इकट्ठा नहीं करते हैं।” उन्होंने बताया कि राज्य में 13 से ज्यादा लोगों को वीआईपी सुरक्षा प्रदाश की गयी है।

“हाॅट सीट”चुनावी रण बना पश्चिम बंगाल का “नंदीग्राम”: ममता बनर्जी और सुवेन्दु अधिकारी के बीच कड़े टक्कर के आसार;सुवेन्दु का दावा “सुश्री बनर्जी नंदीग्राम से 50 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से हारेंगी, अगर ऐसा नहीं हुआ तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा” attacknews.in

कोलकाता,18 मार्च । किसान आंदोलन हो या फिर राज्य विधानसभा का चुनाव हों, पश्चिम बंगाल का नंदीग्राम हमेशा सुर्खियों में रहा, जहां नंदीग्राम से आगामी विधान सभा चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कभी उनके दांये हाथ रहे सुवेन्दु अधिकारी के बीच कांटे की टक्कर होने के आसार हैं।

श्री अधिकारी हाल में तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं।

सुश्री बनर्जी ने उस समय सभी काे आश्चर्यचकित कर दिया जब उन्होंने नंदीग्राम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का एलान किया। इस सीट से तृणमूल से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए कद्दावर नेता श्री अधिकारी चुनावी मैदान में उतरे हैं।

वाम मोर्चा नीत महागठबंधन ने इस सीट से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से मीनाक्षी मुखर्जी को चुनावी मैदान में उतारा है। सुश्री मुखर्जी पश्चिम बंगाल में डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया इकाई की अध्यक्ष हैं। सुश्री बनर्जी के उम्मीदवारी की घोषणा के बाद श्री अधिकारी ने कहा कि तृणमूल सुप्रीमो बाहरी हैं और नंदीग्राम की जनता उन्हें स्वीकार नहीं करेंगी।

श्री अधिकारी अपने प्रतिद्वंदी सुश्री बनर्जी के खिलाफ नंदीग्राम में जीत के लिए 200 फीसदी आश्वस्त हैं।

उन्होंने नंदीग्राम आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा,“ ममता बनर्जी को चुनाव के दौरान ही नंदीग्राम की याद आयी है। सुश्री बनर्जी ने नंदीग्राम के क्या किया है। यहां के लोग उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे। आप, आपका भतीजा और आपकी ‘प्राइवेट लिमिटेड’ महज घोषणा कर सकते हैं। सुश्री बनर्जी नंदीग्राम से 50 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से हारेंगी, अगर ऐसा नहीं हुआ तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।” भाजपा नेता ने कहा कि पूरे राज्य में ममता विरोधी लहर है।

दूसरी ओर चुनाव अभियान के दौरान सुश्री बनर्जी ने बड़ी मुखरता से कहा कि केवल एक बंगाली ही बंगाल पर शासन करेगा। तृणमूल सुप्रीमो ने कहा कि बंगाल में भाजपा बाहरी पार्टी है। उन्होंने अपने चुनावी अभियान में कहा कि भाजपा बंगाल की पार्टी नहीं है, बल्कि गुजरात की है।

TV इतिहास में सर्वाधिक जनप्रिय धारावाहिक रामायण में भगवान राम का किरदार निभा कर अपार लोकप्रियता हासिल करने वाले अभिनेता अरुण गोविल भाजपा में शामिल,पश्चिम बंगाल से लड़ेंगें विधानसभा चुनाव attacknews.in

नयी दिल्ली 18 मार्च । टेलीविजन के इतिहास में सर्वाधिक जनप्रिय धारावाहिक रामायण में भगवान राम का किरदार निभा कर अपार लोकप्रियता हासिल करने वाले अभिनेता अरुण गोविल गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गये। पार्टी ने संकेत दिये कि उन्हें पश्चिम बंगाल से विधानसभा का चुनाव लड़ा सकती है।

भाजपा के महासचिव अरुण सिंह ने पार्टी मुख्यालय में एक संक्षिप्त कार्यक्रम में श्री गोविल को भाजपा की सदस्यता की पर्ची सौंपी और अंगवस्त्र पहना कर उनका स्वागत किया। इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री देबाश्री चौधरी भी मौजूद थीं।

इस मौके पर श्री गोविल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के देश का नेतृत्व संभालने के बाद राजनीति की सारी परिभाषायें बदल गयीं हैं। एक सकारात्मक बदलाव आया है। उसी कर्तव्यनीति के हिसाब से राजनीति में आये हैं। रामायण के माध्यम से सामाजिक क्षेत्र में योगदान देने के बाद वह ईश्वर की इच्छा से राष्ट्रनिर्माण में योगदान देने के लिए उपलब्ध सर्वश्रेष्ठ मंच भाजपा के साथ जुड़े हैं।

श्री गोविल ने इस मौके पर तृणमूल कांग्रेस की नेता एवं राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला किया और कहा कि सुश्री बनर्जी को जयश्री राम के उद्घोष से परहेज हो गया है। जबकि यह कोई राजनीतिक नारा नहीं बल्कि जीवन के आदर्श एवं धर्म का उद्घोष है।
इससे संकेत मिलता है कि भाजपा उन्हें विधानसभा चुनावों में उम्मीदवार बना सकती है।

मशहूर निर्माता निर्देशक रामानंद सागर के धारावाहिक रामायण ने श्री गोविल को अभूतपूर्व लोकप्रियता दिलायी। गत वर्ष कोविड के लॉकडाउन अवधि में रामायण के पुन: प्रसारण ने भी टीआरपी के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिये थे। इससे तीन दशक बाद नयी पीढ़ी के बच्चे बच्चे के जेहन में भगवान राम के नाम पर श्री गोविल की तस्वीर अंकित हो गयी है।

इस मौके पर भाजपा महासचिव ने पश्चिम बंगाल के लिए 148 उम्मीदवारों की सूची जारी की जिनके नाम पर कल भाजपा की केन्द्रीय चुनाव समिति ने मुहर लगायी थी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी एवं भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और अन्य सभी सदस्य शामिल हुए थे। पांचवे चरण के लिए 42, चरण छह के लिए 38 तथा चरण सात एवं आठ के लिए 34-34 उम्मीदवार शामिल हैं।

श्री सिंह ने बताया कि इन उम्मीदवारों में लोकगायक असीम सरकार, वैज्ञानिक प्रो. गोवर्धन दास, सिने स्टार तनुजा चक्रवर्ती, सांसद जगन्नाथ सरकार, वरिष्ठ भाजपा नेता मुकुल राय, राहुल सिन्हा आदि विभिन्न क्षेत्रों में ख्याति प्राप्त चेहरे शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा से आकर्षित हो कर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल करने वालों को प्रत्याशी बनाया गया है। इससे पता चलता है कि समाज के हर वर्ग में भाजपा की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है।

ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस पार्टी का चुनावी घोषणापत्र जारी करके हर साल पांच लाख नौकरी देने का वादा किया और भाजपा को वोट देने पर देख लेने की धमकी दी attacknews.in

कोलकाता 17 मार्च । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार को पार्टी घोषणापत्र जारी किया तथा लोगों को हर साल पांच लाख रोजगार देने का साथ में प्रमुखता से वादा भी किया।

सुश्री बनर्जी ने अपनी पार्टी की घोषणापत्र जारी करते हुए कहा कि तृणमलू नये लोगोें को रोजगार मुहैय्या कराकर बेरीजगारी की समस्या का भी समाधान कर रही है। उन्होंने कहा,“ मां , माटी और मानुस हमारी घोषणापत्र के मूलतत्व हैं।

मेरे पैर में चोट के लिए भाजपा जिम्मेदार: ममता

गोपीबल्लावपुर,में मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ही उनके पैर में लगी चोट के लिए जिम्मेदार है और यह पार्टी उन्हें चुनाव प्रचार करने से रोकना चाहती थी।

सुश्री बनर्जी ने यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, “ वे भाजपा वाले मुझे घरों में ही रखना चाहते थे ताकि मैं चुनाव प्रचार के लिए कहीं भी नहीं जा सकूं। उन्होंने मुझे चोटिल बनाया लेकिन वे मेरी आवाज को नहीं दबा सकते हैं और हम यहां भाजपा को हराएंगे।”

उन्होंने लोगों से भाजपा को वोट नहीं देने की अपील करते हुए कहा कि अगर उन्हें जिता दिया गया तो वे अपने धर्म का पालन भी नहीं कर पायेंगे।

सुश्री बनर्जी ने कहा,“ आप फिर जय सिया राम कहने के लायक भी नहीं रहोगे और आपको जयश्री राम का नारा लगाना पड़ेगा। भगवान राम मां दुर्गा की पूजा किया करते थे क्योंकि उनकी महानता कहीं अधिक ज्यादा थी।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे पहले मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी उन पर हमले कराया करती थी और अब यहीं काम भाजपा करा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा,“ उन्होंने मुझ पर कई अत्याचार किए और अब यह काम भाजपा ने करना शुरू कर दिया है। माकपा के कुछ लोग अब भाजपा के बन चुके हैं और कुछ विश्वासघातियों ने लालच के कारण अब भाजपा का दामन थाम लिया है।”

सुश्री बनर्जी ने कहा,“ मुझे पता है कि भाजपा ने गोलतोरे में दो मतदान केन्द्रों पर धांधलियां की थीं और वे पिछला लोकसभा चुनाव इसी के चलते जीत गए थे लेकिन इस बार लोगों को उन्हें किसी भी मतदान केन्द्र पर कोई धांधली नहीं करने देना चाहिए।”

इस बीच, कांग्रेस नेता प्रदीप भट्टाचार्य ने राज्य में तृणमूल कांग्रेस का चुनाव प्रचार न करने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव को पत्र लिखा है। पत्र में लिखा गया है, “ स्टार प्रचारकों के तौर पर पश्चिम बंगाल में आपकी उपस्थिति मतदाताओं के बीच भम्र पैदा करेगी और आपको तृणमूल के लिए प्रचार नहीं करना चाहिए।”

राहुल गांधी को चुनाव के समय में भगवान याद आता है, मंदिर में ऐसे बैठते हैं,जैसे नमाज पढ़ रहे हो attacknews.in

कोलकाता/लखनऊ 16 मार्च । पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्टार प्रचारक और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को चुनाव के समय में भगवान याद आता है। राहुल मंदिर में जाकर ऐसे बैठते हैं, जैसे नमाज पढ़ रहे हो।

श्री योगी ने पश्चिम बंगाल के पुरूलिया, बाकुंडा और मेदिनीपुर में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुये कहा “ मंदिर जाने से परहेज करने वाले राजनेताओं की कार्यशैली में 2014 के बाद व्यापक परिवर्तन देखा जा रहा है। 2014 से पहले देश में एक नस्‍ल पैदा हुई थी। मंदिर में जाने से भी इनके सेक्‍यु‍लरिज्‍म को चोट पहुंचती थी लेकिन केन्‍द्र में भाजपा सरकार आने के बाद बदलाव हुआ, ममता दीदी अब मंदिर में चंडीपाठ करा रही है। यह बदलाव की लहर है। ”

सीएम ने कहा कि बंगाल में बीजेपी इसलिए जरूरी है कि क्‍योंकि जहां भी हमारी सरकारें हैं, वहां डबल इंजन की रफ्तार से विकास होता है। सीएम ने कहा कि यूपी में 4 वर्ष के अंदर 30 मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत हुआ है। ये काम बंगाल भी हो सकता है।

श्री योगी ने कहा “ भाजपा ने कहा था कि देश मे दो निशान,दो विधान, दो प्रधान नही चलेगा। हमनें कश्‍मीर से धारा 370 खत्‍म करके श्रेष्‍ठ भारत के सपने को पूरा किया। अयोध्‍या में भव्‍य राम मंदिर निर्माण कार्य भी हमारी सरकार में शुरू हुआ। बंगाल की तरह यूपी में भी राम विरोधी सरकारें थी, जो अब नहीं रही। जिसने भी राम का विरोध किया वह सत्‍ता में नहीं रहा। राम हमारे श्वांस में बसे हैं,लेकिन बंगाल के अंदर जबरदस्ती राम का विरोध करके हिन्दू भावना का विरोध किया जा रहा है। टीएमसी के मंत्री गाय को काटने का बयान देते हैं, ममता दीदी ने पता नहीं क्‍यों उनको अब तक बर्खास्‍त नहीं किया। यूपी में अब गोतस्‍करी नहीं होती है।”

प. बंगाल में आठ और असम में तीन चरणों में,3 राज्यों में एक चरण में विधानसभा चुनाव,सभी राज्यों में 824 विधानसभा सीटों पर 18 करोड़ 68 लाख मतदाता दो लाख 70 हजार मतदान केंद्रों पर करेंगे मतदान, साथ ही तमिलनाडु, केरल की दो लोक सभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा attacknews.in

नयी दिल्ली, 26 फरवरी । निर्वाचन आयोग ने तमिलनाडु और केरल की दो लोक सभा सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का एलान किया है।

मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने शुक्रवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि तमिलनाडु और केरल में घोषित हुए विधानसभा चुनाव कार्यक्रमों के साथ ही तमिलनाडु के कन्याकुमारी और केरल के मल्लापुरम लोक सभा सीटों पर उपचुनाव सम्पन्न होंगे।

लोक सभा की इन दो सीटों पर छह अप्रैल को मतदान होगा और दो मई को मतगणना होगी। बारह मार्च को चुनाव की अधिसूचना जारी की जाएगी जबकि 19 मार्च को नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख है। नामांकन पत्रों की जांच 20 मार्च को होगी और उम्मीदवार 22 मार्च तक अपना नामांकन वापस ले सकते हैं।

कन्याकुमारी के सांसद एच वसंतकुमार की मृत्यु हो जाने और मल्लापुरम के सासंद पी के कुन्हाली कुट्टी के इस्तीफे के कारण इन सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं।

प. बंगाल में आठ और असम में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव

इसके साथ ही निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक रूप से संवेदनशील पश्चिम बंगाल में आठ चरणों तथा असम में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव कराने की शुक्रवार को घोषणा कर दी।

मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में पश्चिम बंगाल की 294 और असम की 126 विधान सभा सीटों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था तथा कोविड दिशानिर्देशों के अनुरूप चुनाव कराने का ऐलान किया।

इसके साथ ही केरल, तमिलनाडु और केंद्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी में एक-एक चरण में विधानसभा चुनाव कराये जायेंगे। सभी मतदान केंद्रों की मतगणना दो मई को करायी जायेगी। चुनाव प्रक्रिया चार मई को पूरी हो जायेगी।

श्री अरोड़ा ने बताया कि पश्चिम बंगाल की 30 सीटों के पहले चरण के लिए दो मार्च को अधिसूचना जारी की जायेगी और नौ मार्च तक नामांकन पत्र दाखिल किये जा सकेंगे। नामांकन पत्रों की जांच 10 मार्च को होगी और 12 मार्च तक नाम वापस लिये जाएंगे। पहले चरण के लिए 27 मार्च को मतदान होगा।

बंगलादेश, झारखंड और बिहार की सीमा से सटे इस राज्य में दूसरे चरण में 30 सीटों के लिए अधिसूचना पांच मार्च को जारी की जायेगी और 12 मार्च तक नामांकन पत्र दाखिल किये जायेंगे। नामांकन पत्रों की जांच 15 मार्च को होगी और 17 मार्च तक नाम वापस लिये जायेंगे। दूसरे चरण का मतदान एक अप्रैल को होगा।

तमिलनाडु, केरल और पुड्डुचेरी में एक चरण में चुनाव कराये जायेंगे।

उन्होंने बताया कि पहले चरण का मतदान 27 मार्च को होगा, जबकि अंतिम चरण 29 अप्रैल को होगा। सभी विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना दो मई को होगी। तमिलनाडु, केरल और पुड्डचेरी में एक ही चरण में छह अप्रैल को मतदान होगा।

श्री अरोरा के अनुसार, असम में पहले चरण के चुनाव के लिए दो मार्च को अधिसूचना जारी कर दी जायेगी, जबकि दो अन्य चरणों के लिए पांच मार्च और 10 मार्च को अधिसूचना जारी होगी। इस राज्य में 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल को मतदान कराये जायेंगे।

इन सभी राज्यों में 824 विधानसभा सीटों पर चुनाव कराये जायेंगे जिनमें 18 करोड़ 68 लाख मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इसके लिए दो लाख 70 हजार मतदान केंद्र बनाये गये हैं।

श्री अरोरा ने बताया कि चुनाव कार्य सम्पन्न कराने वाले सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को फ्रंटलाइन वॉरियर माना गया है।