मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा अब 25 जुलाई को होगी attacknews.in

 

भोपाल, 02 जून । मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा (2020) अब 25 जुलाई रविवार को आयोजित होगी।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार कोरोना महामारी के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए और समग्र परिस्थितियों का मूल्यांकन करते हुए एवं अभ्यर्थियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा (2020) की तिथि 20 जून को परिवर्तित करते हुए नवीन तिथि 25 जुलाई (रविवार) निर्धारित की गई है।

प्रो़ सुनील कुमार  राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भोपाल के कुलपति नियुक्त attacknews.in

 

भोपाल, 27 मई । मध्यप्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का कुलपति प्रो. सुनील कुमार को नियुक्त किया है।

राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति के रुप में प्रो. सुनील कुमार का कार्यकाल, कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से चार वर्ष की कालावधि के लिए होगा।

राज्यपाल ने यह कार्रवाई राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अधिनियम, 1998 की धारा 12 की उपधारा (1) में प्रदत्त शक्तियों के तहत की है।

मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सभी विश्वविद्यालयों को रक्त जांच लैब की स्थापना के दिए निर्देश,नोवल कोरोना की जांच की व्यवस्था करने को कहा attacknews.in

भोपाल, 25 मई । मध्यप्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने सभी विश्वविद्यालयों में रक्त जांच लैब की स्थापना के निर्देश दिए है।

श्रीमती पटेल आज राजभवन में विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ ऑनलाइन चर्चा कर रही थी। उन्होंने कहा है कि लैब में नोवल कोरोना की जांच की व्यवस्था भी होनी चाहिए।

उन्होंने विश्वविद्यालय के समस्त कर्मचारियों के स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्थाओं को भी प्रभावी बनाने और प्रति माह ब्लड टेस्ट करवाने के निर्देश दिए है। बैठक में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव भी ऑनलाइन शामिल हुए।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में कराए जाने वाले कोविड वैक्सीनेशन कार्य को प्रभावी तरीके से संचालित किया जाए। एक भी वैक्सीन वेस्ट नहीं हों, वैक्सीनेशन कार्य की फुल-प्रूफ व्यवस्था बनाई जाए। वैक्सीनेशन की वाइल को तभी खोला जाए, जब केन्द्र पर दस या दस के गुणित में वैक्सीनेशन के लिए व्यक्ति उपस्थित हो। इस के लिए स्पष्ट कार्य योजना बना कर कार्य किया जाए।

उन्होंने विश्वविद्यालयों द्वारा गोद लिए गए ग्रामों में शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन की व्यवस्था के लिए कार्य के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरपंचों के साथ चर्चा कर वैक्सीनेशन का कार्य कराया जाए। उन्होंने विश्वविद्यालयों में हो रहे निर्माण कार्यों को समय सीमा में पूर्ण कराने के निर्देश दिए।

श्रीमती पटेल ने कहा कि परीक्षाओं की समय सारणी को वेबसाइट पर प्रदर्शित किया जाए। इसमें परीक्षाओं की समय-सारणी के साथ ही परीक्षा परिणाम की तिथियों का भी उल्लेख किया जाए। ताकि छात्र-छात्राओं को परीक्षा तैयारी का उचित समय मिले। उनको बताया गया कि विश्वविद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों की परीक्षाएं जून और जुलाई माह में ऑनलाइन आयोजित की जाएगी। इनके परिणाम क्रमश: जुलाई और अगस्त माह में घोषित होगे। विश्वविद्यालय से संबंद्ध महाविद्यालयों में भी इसी अवधि में ओपेन बुक प्रणाली से परीक्षाएं संचालित होगी। विद्यार्थी घर से ही परीक्षाएं देगे। उत्तर पुस्तिकाएं कलेक्शन सेंटर में जमा करानी होगी। परीक्षा मूल्यांकन की व्यवस्था लीड कॉलेजों में की जाएगी।

इस अवसर पर बताया गया कि प्रदेश के अधिकांश विश्वविद्यालयों में 45 प्लस से अधिक की आयु वाले विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं उनके परिजन का टीकाकरण हुआ है। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन द्वारा एमए योग, डी फार्मा और एम फार्मा के नवीन पाठ्यक्रम प्रारम्भ किए गए है। इसी तरह जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर द्वारा एमएससी इन इलेक्ट्रोनिक एंड इंस्ट्रूमेंटेशन, सर्टिफिकेट इन प्रिंटिग टेक्नोलॉजी, सर्टिफिकेट इन सिक्योरिटी मैनेजमेंट, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इन्दौर द्वारा एम टेक इन्टरनेट ऑफ थिंग्स, एम.टेक. एनर्जी मैनेजमेंट, एम टेक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मास्टर ऑफ वोकेशन इन फैशन टेक्नोलॉजी, मास्टर ऑफ वोकेशन इन लैंड स्केप डिजाईन, डॉ. बी.आर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू द्वारा इन्फेंट्री स्कूल महू में डिप्लोमा इन ऑफिस मैनेजमेंट एंड प्रोसीजर, सर्टिफिकेट इन ऑफिस मैनेजमेंट एंड प्रोसीजर, आर्मीवॉर कॉलेज महू में योग सर्टिफिकेट कोर्स, मानव अधिकार सर्टिफिकेट कोर्स और मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी में एम.ए. पुलिस प्रशासन के नवीन पाठ्यक्रम प्रारम्भ किए है।

बैठक में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा अनुपम राजन, राज्यपाल के प्रमुख सचिव डी.पी. आहूजा के साथ ही, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल, महाराजा छत्रसाल बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय छतरपुर, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इन्दौर, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन, मध्यप्रदेश भोज (मुक्त) विश्वविद्यालय भोपाल, अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय भोपाल, डॉ.बी.आर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू, पंडित एस.एन. शुक्ला विश्वविद्यालय शहडोल और जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपतिगण उपस्थित थे।

CBSE की 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के बारे में अंतिम निर्णय व्यापक विचार-विमर्श के बाद वर्तमान स्थिति और छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए लिया जाएगा attacknews.in

नयी दिल्ली, 24 मई । बारहवीं बोर्ड की परीक्षाओं के बारे में अंतिम निर्णय व्यापक विचार-विमर्श के बाद वर्तमान स्थिति और छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए लिया जाएगा। यह जानकारी सोमवार को सरकारी सूत्रों ने दी।

सूत्रों ने बताया कि बोर्ड परीक्षाओं के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों से और विचार व सुझाव लेने को कहा था। इसके बाद रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई थी।

डिजिटल माध्यम से आयोजित इस बैठक में सिंह के अलावा केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, प्रकाश जावड़ेकर, शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे के अलावा राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के शिक्षा मंत्रियों व सचिवों ने भी हिस्सा लिया था।

सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने 21 मई को एक बैठक की अध्यक्षता की थी जिसमें उन्हें शिक्षा मंत्रालय की ओर से परीक्षाओं के बारे में किए शिक्षकों और अभिभावकों के साथ किए गए विचार-विमर्श और परीक्षा संपन्न कराने के विकल्पों के बारे में अवगत कराया गया था।

सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर छात्रों की सुरक्षा और उनके भविष्य को देखते हुए सरकार को कोई फैसला लेना है। उन्होंने शिक्षा मंत्रालय को सभी राज्यों और वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक करने और सलाह-मश्विरा करने को कहा था।

एक सूत्र ने बताया, ‘‘अंतिम निर्णय व्यापक विमर्श की प्रक्रिया पर आधारित होगा और इस दौरान वर्तमान परिस्थितियों और छात्रों के भविष्य को देखते हुए सबसे अच्छा विकल्प अपनाया जाएगा।’’

रविवार की बैठक के बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा था कि बारहवीं कक्षा की बोर्ड की लंबित परीक्षा कराने के संबंध में राज्यों के बीच व्यापक सहमति है और इस बारे में जल्द सुविचारित एवं सामूहिक निर्णय एक जून तक लिया जाएगा।

बोर्ड ने दो विकल्पों का प्रस्ताव किया, जिसमें अधिसूचित केंद्रों पर 19 प्रमुख विषयों की नियमित परीक्षा लेने या छात्रों के पंजीकरण वाले स्कूलों में लघु अवधि की परीक्षा लेने की बात कही गई।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राज्य सरकारों से 25 मई तक विस्तृत सुझाव भेजने का आग्रह किया।

वहीं, सूत्रों ने दावा किया कि ज्यादातर राज्य दूसरे विकल्प के पक्ष में है जबकि कुछ राज्य इनके मिले-जुले स्वरूप की बात कह रहे हैं ।

गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण 14 अप्रैल को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित कर दी गई थीं और 10वीं कक्षा की बोर्ड की परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुई बैठक में किया गया था। ये परीक्षाएं 4 मई से 14 जून के बीच होनी थीं।

इसी तरह, राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) और अन्य राष्ट्रीय परीक्षा आयोजित करने वाले संस्थानों ने भी व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अपनी प्रवेश परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है।

मध्यप्रदेश में बारहवीं की परीक्षा के आयोजन संबंधी निर्णय जून के प्रथम सप्ताह में लिया जायेगा,पुराने पैटर्न के अनुसार ही परीक्षाएँ आयोजित की जायेंगी attacknews.in

भोपाल,23 मई । मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) और सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार ने बताया कि जून के प्रथम सप्ताह में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए बारहवीं की परीक्षा के आयोजन के संबंध में आवश्यक निर्णय लिया जायेगा।

श्री परमार ने बताया कि निर्णय लेते समय परीक्षार्थियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सर्वोच्च वरीयता दी जायेगी। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 12वीं की परीक्षा की आवश्यक तैयारियाँ पूर्व में ही कर ली गयी हैं। फिलहाल परीक्षा प्रणाली में कोई परिवर्तन प्रस्तावित नहीं है। परिस्थितियाँ अनुकूल होने पर पुराने पैटर्न के अनुसार ही परीक्षाएँ आयोजित की जायेंगी।

CBSE ने रद्द की गई 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम के अंकों की गणना।करने की समयसीमा 30 जून तक बढ़ायी;फार्मूले के तहत प्रत्येक विषय में 20 अंक आंतरिक मूल्यांकनऔर 80 अंकों की गणना वर्ष भर में कक्षा में विभिन्न परीक्षा या टेस्ट में छात्र को मिले अंकों के आधार पर होगी attacknews.in

नयी दिल्ली, 18 मई । केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं कक्षा की परीक्षा के अंकों की गणना एवं सारणीबद्ध करने तथा इसे बोर्ड को भेजने की समयसीमा को 30 जून तक बढ़ा दिया है । अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी ।

सीबीएसई ने इससे पहले घोषणा की थी कि वह अंकों को सारणीबद्ध करने की पूरी प्रक्रिया 11 जून तक पूरा कर लेगी और परिणाम 20 जून तक घोषित किये जायेंगे ।

हालांकि, कोविड-19 महामारी की वर्तमान स्थिति और कई राज्यों में लॉकडाउन लागू होने के कारण शिक्षकों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए समयसीमा बढ़ाने का फैसला किया गया है ।

सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा, ‘‘ सीबीएसई शिक्षकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है । महामारी की स्थिति और कुछ राज्यों में लॉकडाउन तथा संबद्ध स्कूलों के शिक्षकों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने तिथियों को आगे बढ़ाने का फैसला किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अंक 30 जून तक बोर्ड को भेज दिये जायेंगे। शेष गतिविधियों के बारे में सीबीएसई की योजना के आधार पर परिणाम समिति अपना कार्यक्रम तय कर सकती है । ’’

गौरतलब है कि सीबीएसई ने इस महीने के प्रारंभ में 10वीं बोर्ड की रद्द की गई परीक्षा के संबंध में अंकों की गणना का फार्मूला पेश किया था । यह परीक्षा देश में कोविड-19 महामारी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए रद्द कर दी गई थी ।

इस फार्मूले के तहत प्रत्येक विषय में 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन के होंगे और 80 अंकों की गणना वर्ष भर में कक्षा में विभिन्न परीक्षा या टेस्ट में छात्र को मिले अंकों के आधार पर होगी ।

बोर्ड ने स्कूलों को परिणाम समिति का गठन करने को कहा था जिसमें अंकों को अंतिम रूप देने के लिये प्राचार्य और सात शिक्षक शामिल होंगे । स्कूल के पांच शिक्षक गणित, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान और दो भाषाओं के होंगे तथा दो शिक्षक पड़ोस के स्कूल के होंगे जो समिति में बाह्य सदस्य के रूप में होंगे ।

भारद्वाज ने कहा था ‘‘ आठ सदस्यीय स्कूली परिणाम समिति का गठन 5 मई तक किया जाना चाहिए । स्कूलवार तरीके से अंकों के वितरण एवं संबंधित दस्तावेज को अंतिम रूप देने का कार्य 10 मई तक हो जाए । जिन छात्रों ने वर्ष में पर्याप्त संख्या में टेस्ट में हिस्सा नहीं लिया है, उनका 15 मई तक टेलीफोन या ऑनलाइन माध्यम से मूल्यांकन किया जाए और परीक्षा परिणाम तैयार किया जाए । ’’

गौरतलब है कि सीबीएसई ने 14 अप्रैल को 10वीं बोर्ड परीक्षा रद्द करने तथा 12वीं बोर्ड परीक्षा स्थगित करने का फैसला किया था । इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय किया गया था ।

मध्यप्रदेश में इस बार दसवीं की परीक्षाएं नहीं होंगी, 12वीं की स्थगित attacknews.in

भोपाल, 14 मई । कोरोना संक्रमण की गंभीरता के कारण मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से आयोजित 10वीं की परीक्षा का आयोजन इस बार नहीं किया जाएगा।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार स्कूल शिक्षा विभाग ने संक्रमण के संभावित खतरे की रोकथाम करने के उद्देश्य से और छात्रहित में वर्तमान परिस्थिति की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुये यह निर्णय लिया है।

कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति के मद्देनजर 12वीं, 12वीं(व्यावसायिक), डिप्लोमा इन प्री-स्कूल एजूकेशन, शारीरिक प्रशिक्षण पत्रोपाधि परीक्षाओं की सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक परीक्षायें आगामी आदेश तक स्थगित की गई हैं। कोरोना संक्रमण सामान्य होने की स्थिति में परीक्षा आयोजन की सूचना 20 दिन पहले दी जाएगी।

वाशिंगटन में पूरी तरह खुलेंगे स्कूल, छात्रों और कर्मचारियों को पहनना होगा मास्क attacknews.in

ओलंपिया, 14 मई (एपी) अमेरिका में वाशिंगटन के प्राधिकारियों ने कहा है कि राज्य में सभी स्कूल वर्ष 2021-22 में छात्रों के लिए पूरी तरह खुलेंगे तथा छात्र और कर्मचारियों को मास्क पहनना होगा।

वाशिंगटन राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बृहस्पतिवार को दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा कि इन्हें कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए तैयार किया गया है।

मास्क लगाने का निर्देश विवादों में घिर सकता है क्योंकि रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोविड-19 टीके की दोनों खुराक ले चुके लोगों को बाहर जाने पर या अंदर रहने पर मास्क पहनने की आवश्यकता नहीं है। अभी वाशिंगटन राज्य में 12 साल से अधिक आयु के लोग ही कोविड-19 रोधी टीका लगवा सकते हैं।

वाशिंगटन में करीब 11 लाख छात्र स्कूलों में पढ़ते हैं। स्कूलों ने अपने दिशा निर्देशों में कहा है कि अगर छह फुट की दूरी का पालन नहीं किया जा सकता तो सभी लोगों को बाहर के साथ ही घर के अंदर भी मास्क पहनना होगा।

आईआईटी जोधपुर कोरोना संक्रमण की चपेट में आया; 29 नए मामलों में 25 छात्र निकले पाजिटिव,पूरे परिसर में अबतक 225 संक्रमितों की संख्या हुई attacknews.in

जोधपुर 11 मई । भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) जोधपुर में 25 छात्रों समेत 29 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।

अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी।

आईआईटी जोधपुर के प्रवक्ता अमरदीप शर्मा ने बताया कि संस्थान के परिसर में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जांच की गयी जिसमें 29 लोग कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं। इसके साथ ही परिसर में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 225 हो गयी है।

इन लोगों की सात मई को जांच की गयी थी जिनकी रिपोर्ट सोमवार को आई।

प्रवक्ता ने बताया कि सत्र के अंतिम सेमेस्टर की कक्षाएं सात मई को समाप्त हो गयी थीं जिसके बाद सभी प्रकार की गतिविधियां केवल ऑनलाइन हो रही हैं।

अप्रैल में प्रैक्टिकल के लिए छात्र परिसर में आ रहे थे जिसके कारण कोरोना का संक्रमण बढ़ा।

आम तौर पर परीक्षाओं के बाद अधिकतर छात्र अपने-अपने मूल निवास चले जाते हैं, लेकिन लॉकडाउन लगने के कारण इस बार सभी छात्र परिसर में ही रह रहे हैं।

आईआईटी प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर बेहतर इंतजाम किए हैं जिसके तहत पृथकवास और उच्चस्तरीय पृथकवास केन्द्रों की स्थापना की गयी है।

शर्मा ने बताया कि परिसर में आने वाले प्रत्येक छात्र और कर्मचारी की जांच की गयी है और रिपोर्ट आने तक सभी को पृथकवास में रखा गया है। संक्रमित पाए जाने पर उसे उच्चस्तरीय पृथकवास में रखा जाएगा।

सैफई मेडिकल विवि के कुलपति को कार्यकाल समाप्ति से पहले मिली छुट्टी,रमाकांत यादव को मिला चार्ज attacknews.in

सैफई (इटावा) 10 मई । शासन ने सैफई मेडिकल विश्वविद्यालय के कुलपति को अवकाश पर भेज दिया । कुलपति का कार्यकाल 31 मई को पूरा हो रहा है परन्तु  इसके पहले ही उनको छुट्टी पर भेजे जाने का कारण कोरोना काल में विश्वविद्यालय में फैली अव्यवस्थाएं बताई जा रहीं हैं। प्रतिकुलपति डॉ. रमाकांत यादव को कुलपति का चार्ज दिया गया है। हालांकि नए कुलपति की तलाश भी की जा रही है।

प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने विश्वविद्यालय में कार्यवाहक कुलपति की तैनाती के संबंध में आदेश जारी किया है।

पत्र में बताया गया है कि कुलपति का कार्यकाल 31 मई को समाप्त हो रहा है, नए कुलपति की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। हालांकि तब तक प्रतिकुलपति डॉ.रमाकांत यादव को कुलपति का चार्ज दिया गया है। कुलपति के अतिरिक्त कार्यभार हेतु प्रति कुलपति को कोई अतिरिक्त वेतन भत्ता आदि नहीं दिया जाएगा। कुलपति डॉ. राजकुमार ने शेष कार्यकाल के लिए अवकाश पर जाने का अनुरोध किया था, जिसे मान लिया गया है।

हालांकि माना यह जा रहा है कि विश्वविद्यालय में कोरोना काल में व्यवस्था न संभाल पाने के कारण उनको छुट्टी पर भेजा गया है।

बहरहाल, यह पत्र अनिल कुमार सिंह संयुक्त सचिव द्वारा कुलपति व कुलसचिव चिकित्सा शिक्षा को रविवार को भेजा गया है। प्रतिकुलपति डॉ.रमाकांत यादव ने बताया कि पत्र आया है, आदेश के अनुसार उन्होंने कुलपति का चार्ज ले लिया है।

मध्यप्रदेश में 10वीं और 12वीं की प्रेक्टिकल परीक्षाएँ स्थगित attacknews.in

भोपाल, 07 मई । माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित 10वीं, 12वीं, 12वीं (व्यावसायिक), डिप्लोमा इन प्री-स्कूल एजुकेशन और शारीरिक शिक्षा पत्रोपाधि की मई माह में आयोजित होने वाली प्रेक्टिकल परीक्षाएँ स्थगित कर दी गई हैं।

प्रदेश के सभी जिला कलेक्टर्स और जिला शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में आदेश जारी किये गये हैं।

वर्तमान में नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए और 15 मई, 2021 तक प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू होने के कारण यह परीक्षाएँ स्थगित की गई हैं।

स्थगित प्रेक्टिकल परीक्षाओं के आयोजन की आगामी तिथि पृथक से घोषित की जायेगी।

जेईई (मेन) की मई 2021 सत्र की परीक्षा स्थगित attacknews.in

नयी दिल्ली, चार मई । केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगलवार को घोषणा की कि कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को देखते हुए इंजीनियरिंग संकाय में प्रवेश से संबंधित जेईई (मेन) की मई 2021 सत्र की परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है । यह सत्र 24 से 28 मई तक आयोजित होने वाला था ।

निशंक ने ट्वीट किया कि इस बारे में अधिक जानकारी राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की आधिकारिक वेबसाइट से प्राप्त की जा सकती है ।

राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) परीक्षार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जेईई (मेन) 2021 परीक्षा का आयोजन चार सत्र में कर रही है । इसमें से पहला सत्र 23 से 26 फरवरी के बीच और दूसरा सत्र 16 से 18 मार्च 2021 के दौरान आयोजित किया जा चुका है ।

परीक्षा के पहले सत्र में 6.2 लाख छात्र उपस्थित हुए जबकि दूसरे सत्र में 5.5 लाख परीक्षार्थी बैठे।

एनटीए की सार्वजनिक सूचना में कहा गया है कि जेईई (मेन) का तीसरा सत्र स्थगित कर दिया गया था जो 27,28 और 30 अप्रैल को आयोजित किया जाना था ।

इसमें कहा गया है कि जेईई (मेन) के मई 2021 सत्र को भी स्थगित करने का फैसला किया गया है जो 24,25,26,27 और 28 मई को आयोजित किया जाना निर्धारित था ।

एनटीए ने कहा कि नया कार्यक्रम बाद में निर्धारित किया जायेगा । मई सत्र के लिये पंजीकरण संबंधी घोषणा बाद में की जायेगी ।

एनटीए ने कहा कि छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे इस अवधि में परीक्षा की बेहतर तैयारी करें । वे (छात्र) एनटीए अभ्यास ऐप पर भी तैयारी कर सकते हैं ।

गौरतलब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस के एक दिन में 3,57,229 नए मामले आने से संक्रमण के मामले बढ़कर 2,02,82,833 पर पहुंच गए जबकि 3,449 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 2,22,408 पर पहुंच गई है।

पूर्वांचल विश्वविद्यालय को तोड़कर बनाया आजमगढ़ विश्वविद्यालय 15 जून के बाद शुरू करेगा अपना कार्य, पूर्वांचल में अब 529 महाविद्यालय ही बचेंगे attacknews.in

 

जौनपुर , 02 मई । उत्तर प्रदेश के जौनपुर में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विवि के बंटवारे को लेकर सरकार ने नोटिफिकेशन कर दिया है। अब 15 जून के बाद आजमगढ़ विश्वविद्यालय अस्तित्व में आ जाएगा।

15 जून से पहले जिन महाविद्यालयों के छात्र पूविवि से जुड़े हैं, उनकी परीक्षाएं यही विवि कराएगा मगर इसके बाद से सभी प्रक्रिया आजमगढ़ विश्वविद्यालय के निर्देशन में होगी। बंटवारे के बाद अब पूविवि में तीन जिलों के कुल 529 महाविद्यालय शेष बचेंगे।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के बंटवारे को लेकर काफी समय से चल रही चर्चा पर सरकार ने नोटिफिकेशन कर विराम लगा दिया है। बंटवारे के बाद पूर्वांचल विश्वविद्यालय से जौनपुर, गाजीपुर और प्रयागराज का एक महाविद्यालय बचेगा। पूविवि से वर्तमान में पांच जिलों के कुल 938 महाविद्यालय संबद्ध हैं। इसमें जौनपुर के 195 और गाजीपुर के 333 हैं। प्रयागराज का एकमात्र महाविद्यालय पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध है। पूविवि के बंटवारे के संबंध में शासन स्तर से जारी नोटिफिकेशन को लेकर एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई। 15 जून के बाद आजमगढ़ और मऊ के छात्र आजमगढ़ विवि में दाखिला ले सकेंगे।

पूर्वांचल विवि में ग्रीष्मावकाश 31 मई तक

इधर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो. निर्मला एस.मौर्य की अध्यक्षता में शनिवार को हुई बैठक में ग्रीष्मावकाश 01 मई से 31 मई 2021 तक करने का निर्णय लिया गया।

प्रो मौर्य ने रविवार को बताया कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए विश्वविद्यालय शासन के दिशा निर्देशों का पालन करने के लिए सख्त कदम उठा रहा है। विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों की मुख्य परीक्षा और सेमेस्टर की परीक्षा का निर्णय आगे की परिस्थिति और शासन के दिशा निर्देशों के अनुसार लिया जाएगा।

मध्यप्रदेश के सभी शासकीय हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी विद्यालयों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों की सेवाएं 30 अप्रैल के बाद भी ली जा सकेंगी attacknews.in

भोपाल, 01 मई ।मध्यप्रदेश के सभी शासकीय हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी विद्यालयों में रिक्त पदों के विरुद्ध कार्यरत अतिथि शिक्षकों और नवीन व्यावसायिक शिक्षा के तहत कार्यरत अतिथि शिक्षकों की सेवायें 30 अप्रैल के बाद भी ली जा सकेंगी।

आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती जयश्री कियावत ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण शैक्षणिक सत्र 2020-21 की बोर्ड परीक्षाएं संपादित नहीं होने के कारण यह निर्णय लिया गया है। प्रदेश के सभी संभागीय संयुक्त संचालक, जिला शिक्षा अधिकारी, विकास खंड शिक्षा अधिकारी और सभी प्राचार्यो को इस संबंध में आदेश जारी कर निर्देशित कर दिया गया है।

मध्यप्रदेश में कक्षा 10वीं और 12वीं को छोड़कर शेष कक्षाओं की ऑनलाइन क्लासेस स्थगित,31 मई तक संचालित नही होंगी attacknews.in

भोपाल, 27 अप्रैल ।प्रदेश के सभी शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में कक्षा 10वीं और 12वीं को छोड़कर शेष कक्षाओं की ऑनलाइन क्लासेस 31 मई तक संचालित नही होंगी।

आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती जयश्री कियावत ने बताया कि वर्तमान में कोविड संक्रमण विस्तार के कारण विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा यह निर्णय लिया गया है। यह निर्णय सीबीएसई, आईसीएसई, माध्यमिक शिक्षा मंडल या किसी भी बोर्ड से संबद्ध सभी विद्यालयों पर लागू होगा।