राजस्थान के करौली में पुजारी की भूमाफियाओं द्वारा सरे-आम जला कर हत्या,प्रकाश जावड़ेकर की राहुल गांधी को सलाह:वे या तो अपनी सरकार का इस्तीफा दिलाएं अथवा हालात को सुधारने के लिए कार्रवाई करें attacknews.in

जयपुर/ नईदिल्ली 09 अक्टूबर । राजस्थान के करौली जिले में भूमि विवाद में एक पुजारी को कथित तौर पर आग लगा दी गयी थी जिनकी बृहस्पतिवार को यहां एसएमएस अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी।

पुलिस ने इस संबंध में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि बाकी की तलाश जारी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घटना की निंदा करते हुए कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

पुलिस के अनुसार घटना सापोटरा के बूकना गांव की है। वहां बुधवार को एक मंदिर के पुजारी बाबू लाल वैष्णव पर पांच लोगों ने हमला किया।

आरोप है कि मंदिर के पास की खेती की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे इन लोगों ने पुजारी पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। घायल पुजारी को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें बृहस्पतिवार को जयपुर भेजा गया।

करौली के पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा के अनुसार, “घायल पुजारी के बयानों पर भादसं की धारा 307 में मामला दर्ज किया गया था। बृहस्पतिवार को पुजारी की मौत के बाद इस मामले में भादसं की धारा 302 भी जोड़ी गयी है। प्रकरण के मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी आरोपियों को भी जल्द पकड़ लिया जाएगा।”

इस बीच पुजारी के परिवार वालों ने इस मामले में थानाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई, परिवार को मुआवजा देने आदि की मांग रखी है।

इस घटना पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। गहलोत ने ट्वीट किया, “यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है, सभ्य समाज में ऐसे कृत्य का कोई स्थान नहीं है। प्रदेश सरकार इस दुखद समय में शोकाकुल परिजनों के साथ है।”

गहलोत ने कहा, “घटना के प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है व कार्रवाई जारी है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।”

इससे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंन ट्वीट किया, “राज्य में हर तरह के अपराधों की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। सापोटरा में मंदिर के पुजारी को जिंदा जलाने की घटना यह दर्शाती है कि अपराधियों में कानून का भय समाप्त हो चुका है। जनता भयभीत है, डरी हुई है, सहमी हुई है।”

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस घटना को निंदनीय बताते हुए कहा है कि राज्य की कांग्रेस सरकार को अब अपनी गहरी नींद को त्यागते हुए दोषियों को सख्त सजा दिलाकर परिवार को तुरंत न्याय दिलाना चाहिए।

गहलोत सरकार का इस्तीफा लें या हालात सुधारने के लिए कदम उठायें राहुल: भाजपा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने राजस्थान में कानून व्यवस्था के ध्वस्त होने का दावा करते हुए कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को सलाह दी कि वे या तो वहां की अपनी सरकार को इस्तीफा लें अथवा हालात को सुधारने के लिए कार्रवाई करें।

श्री जावड़ेकर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ गयीं हैं और कहीं भी कानून का राज दिखायी नहीं दे रहा है।

करौली में एक पुजारी की भूमाफियाओं द्वारा जला कर हत्या की गयी है, उससे पूरा राजस्थान हिल उठा है। थोड़े दिन पहले बहरोड़ में पुलिस थाने पर एके-47 राइफलों के लैस अराजक तत्वों ने हमला करके अपराधी को बलपूर्वक छुड़वा लिया। उन अपराधियों का आज तक पता नहीं चला है। बलात्कार की घटनाएं बूंदी, बांसवाड़ा, बाड़मेर, सीकर, जयपुर में हुईं हैं। ऐसी घटनाओं पर राजस्थान की सरकार कुछ नहीं कर पा रही है।

उन्होंने कहा, “कांग्रेस के नेता श्री राहुल गांधी राजनीतिक पर्यटन पर जाते हैं, उन्हें राजस्थान के जिले-जिले जाना चाहिए, या तो वह अपनी सरकार से इस्तीफा ले लें या फिर उसे सुधारने की कवायद करें। केवल राजनीति करेंगे तो जनता उसे बर्दाश्त नहीं करने वाली है।”

उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों को पहले बांसवाड़ा, बूंदी, बाड़मेर जाना चाहिए और बलात्कार के विरुद्ध आवाज उठानी चाहिए। उन्हें बहरोड़ और करौली भी जाना चाहिए जहां गंभीरतम एवं संगीन अपराध हुए हैं। श्री गांधी को वहां जाकर समुचित कार्रवाई करना चाहिए। तभी जनता उनकी बातों पर यकीन करेगी।

रिया चक्रवर्ती को मिली सशर्त जमानत,भाई शोविक चक्रवर्ती और ड्रग पेडलर अब्दुल बासित परिहार की जमानत याचिकाएं नामंजूर attacknews.in

मुंबई 07 अक्टूबर । बॉम्बे उच्च न्यायालय ने बॉलीवुड अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को बुधवार को सशर्त जमानत दे दी।

न्यायालय ने रिया को 10 दिन तक नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरों के दफ्तर में उपस्थित होने और जांच अधिकारियों के समक्ष पासपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया। रिया के अलावा दीपेश सावंत और सैमुअल मिरांडा को बुधवार को जमानत दे दी गई है।

न्यायालय ने इस मामले में अभिनेत्री के भाई शोविक चक्रवर्ती और ड्रग पेडलर अब्दुल बासित परिहार की जमानत याचिकाएं नामंजूर कर दी।

अदालत ने एक लाख रूपये के निजी बांड पर रिया को सर्शत जमानत दी है।

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो(एनसीबी) ने सुशांत सिंह राजपूत को कथित रूप से ड्रग्स दिये जाने के आरोप में रिया को आठ सितम्बर को गिरफ्तार किया था।

अभिनेत्री को स्थानीय अदालत ने 14 दिनों न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।वह मुंबई की बाइकुला जेल में बंद थी।

इससे पहले एनसीबी ने रिया और शोविक की न्यायिक हिरासत 20 अक्टूबर तक बढ़ा दी थी।

उल्लेखनीय है कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में ड्रग्स सप्लाई करने की जांच कर रही एनसीबी ने 18 अन्य आरोपियों के साथ रिया और उसके भाई शोविक चक्रवर्ती गिरप्तार किया था।

आरोपियों में सुशांत के स्टाफर्स दीपेश सावंत, सैमुअल मिरांडा तथा कई ड्रग्स तस्कर तथा सिने जगत से संबंधित लोग भी शामिल हैं।

एनसीबी द्वारा सितंबर के अंत तक गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों में अब्बास लखानी, करण अरोरा, जैद विलाट्रा, अब्दुल बासित परिहार, कैजान इब्राहिम, अनुज केसवानी, अंकुश अर्नेजा, कमरजीत सिंह आनंद, संकेत पटेल, संदीप गुप्ता, आफताब अंसारी, डी. फर्नांडिस, सूर्यदीप मल्होत्रा, क्रिस कोस्टा, राहिल विश्राम और क्षितिज आर प्रसाद शामिल हैं।

इनमें से कुछ को जमानत मिल चुकी है, जबकि कई अन्य अभी भी न्यायिक हिरासत में हैं। उधर, जांच एजेंसी इस सिलसिले में सिने जगत की कई जानी-मानी अभिनेत्रियों से पूछताछ कर रही है।

“जिंदगी से तंग आकर अगली यात्रा पर निकल रहा हूँ” लिखकर CBI के पूर्व निदेशक और नागालैंड-मणिपुर के पूर्व राज्यपाल अश्वनी कुमार ने खुदकशी की attacknews.in

शिमला, 07 अक्तूबर। नागालैंड और मणिपुर के पूर्व राज्यपाल और केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) के निदेशक रहे डा. अश्वनी कुमार ने आज यहां ब्रोकोहर्स्ट स्थित अपने आवास पर खुदकशी कर ली।

पुलिस अधीक्षक मोहित चावला ने श्री कुमार के खुदकशी करने की पुष्टि की। श्री चावला और पुलिस के अन्य अधिकारी सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाईड नोट भी मिला है जिसमें लिखा है “जिंदगी से तंग आकर अगली यात्रा पर निकल रहा हूँ“। बताया जाता है श्री कुमार कुछ समय से बीमार और अवसाद से पीड़ित थे। अनेक उच्च पदों पर रहे श्री कुमार के इस कदम से हर कोई स्तब्ध है।

भारतीय पुलिस सेवा(आईपीएस) अधिकारी श्री कुमार 23 जुलाई 2013 से 31 दिसम्बर 2013 तथा इससे पहले मार्च 2013 से नागालैंड के राज्यपाल भी रहे। वह दो अगस्त 2008 से 30 नवम्बर 2010 तक सीबीआई के निदेशक पद पर भी रहे। वह सीबीआई पहले ऐसे प्रमुख थे जिन्हें वर्ष 2013 में केंद्र की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने राज्यपाल बनाया था। इससे पहले वह अगस्त 2006 से जुलाई 2008 तक हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक पद भी रहे।

उत्तरप्रदेश में हाथरस कांड के बहाने दंगों की साजिश रचने के आरोपियों अतीकउर्रहमान, आलम सिद्दीक, मसूद अहमद और आलम को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा attacknews.in

मथुरा, 07 अक्टूबर। हाथरस कांड के बहाने दंगों की साजिश रचने के मामले में मथुरा से गिरफ्तार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई) के चारों आरोपियों को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट(सीजेएम) की अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर के अतीकउर्रहमान, केरल के आलम सिद्दीक, बहराइच के मसूद अहमद और रामपुर के आलम पर अवैध तरीके से विदेशी फंडिंग जुटाने, दंगा भड़काने की साजिश रचने और हाथरस में कथित गैंगरेप के मामले में अफवाहें फैलाने का आरोप है। चारों आरोपियों के खिलाफ बुधवार को ही मथुरा के मांट पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी।

पुलिस अधीक्षक देहात श्रीशचन्द्र ने बताया कि इस मामले में आरोपियों से पूंछतांछ के बाद एक नयी रिपोर्ट उपनिरीक्षक मांट प्रबल प्रताप सिंह द्वारा आज लिखायी गयी थी । जिसमें कहा गया है कि आरोपी शांति भंग करने के लिए हाथरस जा रहे थे तथा उसके पीछे एक साजिश थी। ऐसा लगता है कि हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण घटना की आड़ लेकर साम्प्रदायिक सदभाव बिगाड़कर दंगा भडकाने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जातिगत आधार पर समाज में दंगा भड़काने एवं उसकी आड़ में चन्दा एकत्र करने का प्रयास भी कुछ लोगों द्वारा किया जा रहा हैं। यह भी ज्ञात हुआ है कि यही लोग वेबसाइट कार्ड.को नामक वेबसाइट का संचालन कर रहे हैं और विदेशों से अवैध तरी के से चंदा भी एकत्र कर रहे हैं।

पुलिस अधीक्षक देहात ने बताया कि बरामद पम्पलेट में ’’एम आई नाट इन्डियाज डाटर मेड विद कार्ड’’ मुद्रित है जो सामाजिक वैमनस्यता बढ़ानेवाला हैं। यह भी पता चला है कि वेबसाइट का उपयोग दंगा भड़काने, चंदा एकत्र करने एवं तथा कथित गैंगरेप की घटना की अफवाह फैलाने में किया जा रहा है। इस वेबसाइट के माध्यम से दंगे के दौरान अपनी पहचान छिपाने, हिंसा कराने एवं शांति व्यवस्था भंग करने तथा बाद में आसानी से बच निकलने के उपायों की जानकारी दी जाती है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वेबसाइट की गहन जांच करने की आवश्यकता है जिसमें इसे बनाने के उद्देश्य, अब तक एकत्र की गई धनराशि, एकत्रित धनराशि के प्रयोग के स्थान, का भी पता लगाना आवश्यक है। इस अपराधिक कृत्य में इन चारों के अलावा अन्य लेागों का सम्मिलित होना पाया जा रहा है। इनकी जानकारी के लिए विस्तृत विवेचना की आवश्यकता है। इसलिए उपनिरीक्षक प्रबल प्रताप सिंह ने आज रिपोर्ट दर्ज कराई है।

हाथरस मामले में सुनवाई टली, उप्र सरकार से कुछ बिंदुओं पर सुप्रीम कोर्ट ने किये सवाल,हलफनामे में कहा गया है कि,लाश नहीं जलाई जाती तो अगली सुबह हिंसा भड़क सकती थी attacknews.in

नयी दिल्ली, 06 अक्टूबर । उच्चतम न्यायालय ने उत्तर प्रदेश के हाथरस के कथित सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले में राज्य सरकार को कुछ बिंदुओं पर हलफनामा दायर करने का मंगलवार को निर्देश दिया और सुनवाई एक सप्ताह के लिए टाल दी।

मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने राज्य सरकार से हलफनामा देकर यह बताने को कहा कि वह मामले के गवाहों की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठा रही है तथा क्या पीड़ित परिवार ने कोई वकील चुना है?

न्यायमूर्ति बोबडे ने कहा कि वह सुनिश्चित करेंगे कि हाथरस मामले की जांच सही तरीके से चले।

लाश नहीं जलाई जाती तो अगली सुबह हिंसा भड़क सकती थी: उप्र सरकार

उत्तर प्रदेश सरकार ने हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म और हत्या कांड की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच के निर्देश देने का उच्चतम न्यायालय से भी अनुरोध किया है तथा कहा है कि यदि युवती की लाश रात को नहीं जलाई जाती तो अगली सुबह हिंसा भड़क सकती थी।

योगी सरकार ने कहा है कि इस घटना के बहाने कुछ मीडियाकर्मी और राजनीतिक दल जातीय और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के कुत्सित प्रयास में जुटे हैं। प्रशासन को इस बात की खुफिया जानकारी थी कि बड़ी संख्या में कुछ राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता और कुछ अराजक तत्व जमा होने लगे थे। सुबह जातीय हिंसा भड़क सकती थी और सामाजिक सौहार्द बिगड़ सकता था। इसलिए पीड़िता के घरवालों की रजामंदी के बाद लाश का सांस्कृतिक रीति रिवाजों का पालन करते हुए अंतिम संस्कार किया गया था।

उत्तर प्रदेश सरकार ने हाथरस मामले की सुनवाई से पहले ही बगैर नोटिस के अपनी ओर से मंगलवार सुबह एक हलफनामा दायर किया, जिसमें कहा गया है कि हाथरस कांड के बहाने राज्य सरकार को बदनाम करने के उद्देश्य से सोशल मीडिया, टीवी और प्रिंट मीडिया पर आक्रामक अभियान चलाए गए।

राज्य सरकार ने कहा कि कुछ मीडियाकर्मी और राजनीतिक दलों के लोग हाथरस कांड के बहाने अपने निहित स्वार्थ के लिए जातीय और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं।

हलफनामा में कहा गया है, ‘चूंकि यह मामला पूरे देश के आकर्षण के केंद्र में आ गया है, इसलिए इसकी केंद्रीय एजेंसी से जांच होनी चाहिए।’

योगी सरकार ने हाथरस केस में हलफनामा दायर करके शीर्ष अदालत को सीबीआई जांच का निर्देश देने की मांग की। उसने मामले में अब तक हुई जांच का विस्तृत ब्योरा न्यायालय को सौंपा और दावा किया कि कुछ निहित स्वार्थ निष्पक्ष न्याय के रास्ते में रोड़ा अटका रही हैं। शीर्ष अदालत से सीबीआई जांच की निगरानी करने का भी आग्रह किया गया है।

हलफनामा में कहा गया है कि राज्य सरकार सीबीआई जांच की सिफारिश कर चुकी है ताकि निहित स्वार्थों की ओर से फैलाए जा रहे झूठ और प्रपंच से पर्दा उठ सके।

राज्य सरकार ने विभिन्न मेडिकल रिपोर्टों का हवाला देकर कहा है कि युवती के साथ दुष्कर्म होने की प्रथम दृष्टया कोई रिपोर्ट नहीं है।

राजद के बागी दलित नेता की हत्या के मामले में तेजस्वी प्रसाद यादव और तेजप्रताप यादव के खिलाफ पुलिस FIR दर्ज attacknews.in

पूर्णिया 04 अक्टूबर । बिहार में पूर्णिया जिले के केहाट थाना में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बागी दलित नेता शक्ति मलिक की आज हुई हत्या के मामले में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव और उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव समेत छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

राजद के दलित नेता शक्ति मलिक की पत्नी ने रविवार को केहाट थाना में राजद और प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव, उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव के अलावा अनिल कुमार साधु, मनोज पासवान, कालू पासवान और सुनीता देवी तथा तीन अज्ञात शूटरों के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है।

श्री मलिक के मुर्गी फार्म रोड स्थित आवास पर रविवार सुबह तीन की संख्या में आए नकाबपोश अपराधियो ने ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी। इस दौरान श्री मलिक की गोली लगने से उनकी मौत हो गई। विरोध करने पर अपराधियों ने उनकी पत्नी के साथ भी मारपीट की। इसके बाद सभी अपराधी मौके से फरार हो गए।

आरोपी मुस्लिम होने के कारण राहुल-प्रियंका नहीं जा रहे हैं बलरामपुर;फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा दलित बालिका से गैंगरेप के बाद हत्या के गुनाहगारों का मुकदमा attacknews.in

गोण्डा/बलरामपुर , 04 अक्टूबर । हाथरस की घटना को लेकर कांग्रेस पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद बृज भूषण शरण सिंह ने रविवार को कहा कि बलरामपुर की घटना में आरोपी मुस्लिम समुदाय का होने के कारण कांग्रेसी नेता वहां जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।

श्री सिंह ने यहां पत्रकारों से कहा कि हाथरस की घटना पर राजनीति पर उतारू कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा जानबूझ कर घटना काे तूल देने का प्रयास कर रहे हैं जबकि इसी तरह की बलरामपुर में घटी घटना मे आरोपी मुस्लिम समाज से होने के कारण वे पूर्वांचल के सीमावर्ती जिले में जाने से बच रहे हैं।

फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा बलरामपुर के गुनाहगारों का मुकदमा

उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव(गृह) अवनीश अवस्थी ने ने कहा कि बलरामपुर जिले के गैसडी थाना क्षेत्र मे हुए गैंगरेप कांड का विचारण फास्ट ट्रैक अदालत पर कराने का फैसला लिया गया है ताकि दोषियो को शीघ्र सजा मिल सके।

प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के साथ रविवार को पीडित परिवार से मिलने आए श्री अवस्थी ने पत्रकारो को बताया कि परिजनो ने अपराधियो के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है जिसके चलते यह निर्णय लिया गया है।

बलरामपुर घटना में संलिप्त कोई भी नहीं बचेगा, परिवार को न्याय मिलेगा:अवस्थी

उत्तर प्रदेश में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा कि बलरामपुर घटना में संलिप्त कोई भी अपराधी बच नहीं पायेगा और पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा।

श्री अवस्थी और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशान्त कुमार बलरामपुर जिले के गैसडी क्षेत्र में दलित छात्रा के साथ हुए सामूहिक बलात्कार और हत्या के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर रविवार को पीडित परिवार से मिलने उनके घर गये। अधिकारियों ने परिजनों से मुलाकात कर उन्हे न्याय का भरोसा दिया।

मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर में महिला के साथ गैंगरेप मामले में 2 पुलिस अधिकारी समेत सात गिरफ्तार, विवादित पुलिस अधिकारियों को हटाया गया attacknews.in

नरसिंहपुर, 03 अक्टूबर । मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा तहसील के रीछई गांव में एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म और इसके बाद पीड़ित द्वारा आत्महत्या की घटना के सिलसिले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार करने के अलावा पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गयी है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार 28 सितंबर को महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में कल अरविंद, मोतीलाल, अनिल, पुरुषोत्तम और एक महिला लीला बाई को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के खिलाफ अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत भी कार्रवाई की गयी है।

नरसिंहपुर में महिला दुष्कर्म मामले में दो पुलिस कर्मचारी गिरफ्तार

नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा तहसील के तहत आने वाले गोटीटोरिया पुलिस चौकी के तत्कालीन प्रभारी मिश्रीलाल कुडोपे और चीचली थाने के तत्कालीन प्रभारी अनिल सिंह को पुलिस ने आज एक दलित महिला के उत्पीड़न की घटना के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार रीछई गांव की महिला उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद गोटीटोरिया पुलिस चौकी शिकायत दर्ज कराने गयी थी, लेकिन तत्कालीन चौकी प्रभारी एवं सहायक उप निरीक्षक मिश्रीलाल कुडोपे ने उसकी सुनवायी नहीं की। महिला चीचली थाने भी पहुंची थी, लेकिन वहां भी सुनवायी नहीं हुयी। इस घटना के बाद महिला ने आत्महत्या कर ली। इसके बाद चौकी प्रभारी को हटाकर निलंबित कर दिया गया और उसके खिलाफ चीचली थाने में प्राथमिकी भी दर्ज की गयी। आज उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया।

नरसिंहपुर के विवादित पुलिस अधिकारियों को हटाया गया

इसके साथ ही  इस सामुहिक दुष्कर्म और उसके बाद पीड़िता द्वारा आत्महत्या के मामले में राज्य सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए दो पुलिस अधिकारियों का तबादला आदेश आज जारी कर दिया।

नरसिंहपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश तिवारी को पुलिस मुख्यालय भोपाल में सहायक पुलिस महानिरीक्षक के पद पर पदस्थ किया गया है। इसके अलावा जिले के गाडरवारा में पदस्थ अनुविभागीय पुलिस अधिकारी सीताराम यादव को भी पुलिस मुख्यालय में उप पुलिस अधीक्षक के रूप में पदस्थ किया गया है।

हाथरस गैंगरेप हत्या मामले में SIT ने जांच पूरी की, अब मीडिया को पीड़िता के गांव में प्रवेश की अनुमति, जांच होने तक नेताओं समेत बाहरी लोगों का रोका गया था प्रवेश attacknews.in

हाथरस, तीन अक्टूबर । हाथरस में 19 वर्षीय किशोरी के कथित सामूहिक बलात्कार के बाद उसकी मौत के मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अपनी तफ्तीश पूरी कर ली है। हाथरस प्रशासन के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारी ने बताया कि प्रशासन ने पीड़िता के गांव में मीडिया के प्रवेश पर लगी रोक भी हटा ली है। एक दिन पहले ही एसआईटी जांच जारी रहने के कारण नेताओं समेत बाहरी लोगों को लड़की के परिवार से मुलाकात के लिए जाने से रोक दिया गया था।

संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘एसआईटी की जांच पूरी हो गयी है और केवल मीडिया को गांव में प्रवेश की अनुमति दी गयी है।’’

उन्होंने इन आरोपों को भी खारिज कर दिया कि प्रशासन ने लड़की के परिवार की घेराबंदी कर रखी है और उनके फोन जब्त कर लिए हैं।

अधिकारियों ने कहा कि घटना पर देशभर में आक्रोश के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया था जिसे 14 अक्टूबर तक रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया गया है।

हाथरस प्रशासन ने बृहस्पतिवार को सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी थी जिसके तहत जिले में चार या उससे अधिक लोगों के जमा होने पर प्रतिबंध है।

कथित सामूहिक बलात्कार की घटना के करीब एक पखवाड़े बाद इस सप्ताह की शुरुआत में दिल्ली के एक अस्पताल में लड़की की मौत हो गयी थी।

एसआईटी की रिपोर्ट आते ही कार्रवाई करेगी योगी सरकार : ईरानी

वाराणसी में केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने हाथरस सामूहिक दुष्कर्म को लेकर हो रही राजनीति की निंदा करते हुए आज कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस मामले में विशेष जांच दल ( एसआईटी ) गठित कर दी है और जांच रिपोर्ट के आते ही तुरंत यथोचित कार्रवाई की जाएगी।

श्रीमती ईरानी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने खुद मख्यमंत्री से बात की है। मुख्यमंत्री ने एसआईटी का गठन किया है और आरंभिक रिपोर्ट पर हाथरस के पुलिस अधीक्षक को निलंबित भी किया है।

उन्होंंने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोषियों को सज़ा देने के सख्य कदम उठाएँगे और हाथरस घटना में पीड़िता को जरूर न्याय मिलेगा।

PNB बैंक घोटाले में नीरव मोदी को सहयोग करने वाले पीएनबी के सेवानिवृत्त अधिकारी के खिलाफ सीबीआई ने नई चार्जशीट दाखिल की attacknews.in

नयी दिल्ली, दो अक्टूबर । केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पंजाब नेशनल बैंक के सेवानिवृत्त उप प्रबंधक गोकुलनाथ शेट्टी के खिलाफ नया आरोपपत्र दाखिल किया है जिसने 13 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के षड्यंत्र में नीरव मोदी और मेहुल चोकसी को कथित तौर पर सहयोग किया था। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि आय से अधिक 2.63 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित करने के मामले में उसकी पत्नी पर भी नया आरोपपत्र दायर किया गया है।

उन्होंने बताया कि एजेंसी ने शेट्टी और इंडियन बैंक में लिपिक उसकी पत्नी आशा लता शेट्टी पर 2011-17 के दौरान 4.28 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति इकट्ठा करने के भ्रष्टाचार के आरोप हैं। घोटाले का षड्यंत्र मुंबई में पीएनबी के ब्रैडी हाउस शाखा में रचा गया था जहां वह पदस्थ था।

सीबीआई ने आरोप लगाया कि कुल संपत्तियों में से 2.63 करोड़ रूपये की संपत्ति के बारे में उन्होंने संतोषजनक जवाब नहीं दिए, जो उनकी आय के ज्ञात स्रोत से 2.38 गुना अधिक है।

उन्होंने कहा कि सीबीआई ने शेट्टी और मोदी-चोकसी के संबंधों की जांच की जिस दौरान उसे सेवानिवृत्त उप प्रबंधक की संपत्तियों के बारे में जानकारी मिली।

सीबीआई ने आरोप लगाए कि छह वर्षों के दौरान की वास्तविक आय 72.52 लाख रुपये थी और शेट्टी दंपति एवं उनके परिवार के सदस्यों के पास मुंबई में फ्लैट के तौर पर संपत्ति थी।

मुंबई में हाल में विशेष अदालत के समक्ष दायर आरोपपत्र में एजेंसी ने कहा कि उन्होंने गोरेगांव में 46.62 लाख रुपये का फ्लैट खरीदा था जबकि मुंबई और आसपास के विभिन्न इलाकों में तीन और फ्लैट के लिए अग्रिम बुकिंग राशि का भुगतान किया था।

इसके अलावा एजेंसी ने सावधि जमा, बैंक बैलेंस और रेकरिंग अकाउंट में 75 लाख रुपये से अधिक राशि का पता लगाया।

उन्होंने कहा कि निवेश, आय और खर्च की गणना करने के बाद सीबीआई ने पाया कि शेट्टी और उनकी पत्नी ने 2011-17 के दौरान 2.63 करोड़ की आय से अधिक संपत्ति एकत्रित की।

उन्होंने कहा कि सीबीआई मोदी और चोकसी के खिलाफ पहले ही आरोपपत्र दायर कर चुकी है जिसमें शेट्टी की भूमिका के बारे में बताया गया है। शेट्टी फिलहाल न्यायिक हिरासत में है।

उत्तरप्रदेश के हाथरस गैंगरेप मामले में सुर्खियों में आया सीमा समृध्दि का नाम,तीखी बहस सोशल मीडिया पर हो रही है वायरल attacknews.in

इटावा, 2 अक्टूबर । निर्भया कांड के दोषियों को मौत की सज़ा दिलाकर सुर्खियों में आई उत्तर प्रदेश में इटावा की वकील सीमा समृद्धि कुशवाहा अब हाथरस में हैवानियत की शिकार पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए फ्री केस लड़ेंगी ।

दरअसल, सीमा हाथरस कांड की पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए उसके परिवार से मिलने के लिए उसके गांव जा रही थी लेकिन उनको जिला प्रशासन ने रोक लिया।

इस दौरान उनकी हाथरस के अपर जिलाधिकारी से हुयी तीखी बहस सोशल मीडिया में वायरल हो गयी।

इस बीच जब उनसे हाथरस जाने का कारण पत्रकारों ने पूछा तो उन्होने साफ किया कि वह वह हाथरस दुष्कर्म कांड मामले की पीड़िता का केस लड़ेंगी और मानवता को शर्मसार करने वाली इस मामले के लिए वह कोई भी फीस नहीं लेंगी।

सीमा समृद्धि सुप्रीम कोर्ट की वकील हैं और निर्भया ज्योति ट्रस्ट की कानूनी सलाहकार हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त करने के बाद सीमा ने 2014 में सुप्रीम कोर्ट में वकालत शुरू की थी। सीमा 24 जनवरी, 2014 को निर्भया ज्योति ट्रस्ट से जुड़ीं थीं।

सीमा कुशवाहा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के इटावा जिले की रहने वाली हैं। दस जनवरी 1982 को इटावा के ग्राम पंचायत बिधिपुर ब्लॉक महेवा, तहसील चकरनगर के एक छोटे से गाँव उग्रापुर में उनका जन्म हुआ था। उनके पिता बालादीन कुशवाहा बिधिपुर ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान भी रह चुके हैं।

पिता के निधन के बाद आर्थिक तंगी के बीच सीमा ने कानून की पढाई पूरी की। पैसे की तंगी के बीच उन्होंने प्रौढ़ शिक्षा विभाग में संविदा पर नौकरी भी की।

उन्होंने 2005 में कानपुर विश्वविद्यालय से एलएलबी में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय से 2006 में पत्रकारिता की डिग्री हासिल की थी। उसके बाद, उन्होंने राजनीति विज्ञान में एमए भी किया। सीमा पहले आईएएस अधिकारी बनना चाहती थीं इसके लिए उन्होंने तैयारी भी की थी।

पत्नी के साथ मारपीट करने वाले पुलिस का क्रूर चेहरा बने मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक स्तर के आईपीएस अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा आखिरकार निलंबित attacknews.in

भोपाल, 29 सितंबर ।पत्नी के साथ मारपीट के आरोपी मध्यप्रदेश कैडर के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठतम अधिकारियों में शामिल पुरुषोत्तम शर्मा को आज शाम राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया।

राज्य के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ राजेश राजौरा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा को तत्काल प्रभावित से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय, पुलिस मुख्यालय भोपाल निर्धारित किया गया है

कितना ही बड़ा अधिकारी क्यों न हो, सख्त कार्रवाई होगी – शिवराज

कल मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि गैरकानूनी कार्य में लिप्त पाए जाने पर किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा, भले ही वह कितने ही बड़े पद पर क्यों नहीं बैठा हो।

श्री चौहान ने मीडिया से चर्चा के दौरान वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा के पत्नी के साथ मारपीट संबंधी वीडियो वायरल होने के बारे में पूछे जाने पर यह टिप्पणी की थी।

उन्होंने कहा था कि किसी भी गैरकानूनी कार्य के लिए किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। चाहे वह बड़े पद ही बैठे अधिकारी क्यों नहीं हों।

वरिष्ठ आईपीएस अफसर का हुआ था वीडियो वायरल, पत्नी को प्रताडि़त किया

भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा का अपनी पत्नी के साथ मारपीट संबंधी वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो गया था ।

रविवार की देर रात से श्री शर्मा से संबंधित दो वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं। एक वीडियो में पुलिस महानिदेशक (डीजी) स्तर के अधिकारी शर्मा अपने घर पर पत्नी के साथ मारपीट करते हुए नजर आ रहे हैं। ये वीडियो चार मिनट से अधिक समय का है। इस दौरान कमरे में मौजूद दो व्यक्ति महिला को बचाने की कोशिश करते हैं।

वीडियो देखा है, लिखित शिकायत आने पर कुछ करेंगे – नरोत्तम

मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर के वीडियो सामने आने के मामले में कहा था कि लिखित में शिकायत आने पर कुछ करेंगे।

श्री मिश्रा ने मीडिया के सवालों के जवाब में कहा था कि उन्होंने भी यह देखा और पढ़ा है। कोई लिखित में शिकायत आएगी, तो कुछ करेंगे।

यह पूछे जाने पर कि क्या आप इस मामले में संज्ञान लेंगे, श्री मिश्रा ने अपनी बात दोहरायी और कहा कि वह उन्होंने देखा और पढ़ा है। कोई शिकायत आएगी तो कार्रवाई करेंगे।

पुलिस महानिदेशक स्तर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा के कल रात से दो वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं। इसमें वे अपनी पत्नी के साथ मारपीट करते हुए नजर आ रहे हैं और एक अन्य वीडियो में वे किसी महिला के घर पहुंचे हैं और पत्नी भी पीछे पीछे पहुंच गयीं।

वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा हटाए गए

मध्यप्रदेश के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एवं लोक अभियोजन संचालनालय के संचालक पुरुषोत्तम शर्मा को आज राज्य सरकार ने तत्काल पद से हटा दिया था ।

इस संबंध में कल गृह विभाग से आदेश जारी कर दिया गया था । आदेश के मुताबिक पुरूषोत्तम शर्मा संचालक, लोक अभियोजन संचालनालय, मप्र भोपाल, को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित कर, कार्यमुक्त किया गया है।

आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा के मामले में महिला आयोग ने लिया संज्ञान

मध्यप्रदेश में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा द्वारा पत्नी के साथ मारपीट संबंधी वीडियो वायरल होने पर राज्य महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए इस मामले में सख्त कार्रवाई करने के लिए राज्य सरकार से कहा था ।

आयोग की अध्यक्ष श्रीमती शोभा ओझा ने कहा कि उन्होंने स्वयं वीडियो देखा है, जिसमें जिम्मेदार पद पर बैठे पुलिस अधिकारी शर्मा अपनी पत्नी के साथ बेरहमी के साथ मारपीट कर रहे हैं। यह बेहद आपत्तिजनक और शर्मनाक है। जिस पुलिस पर महिलाओं की सुरक्षा का दायित्व है, उसका जिम्मेदार अधिकारी ही पत्नी (महिला) के साथ इस तरह का व्यवहार करे, तो यह बेहद आपत्तिजनक और अक्षम्य है।

पत्नी से मारपीट के आरोपी आईपीएस अधिकारी को नोटिस जारी

भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी एवं पत्नी के साथ मारपीट के आरोपी पुरुषोत्तम शर्मा को गृह विभाग ने नोटिस जारी कर एक दिन में जवाब मांगा था ।

गृह विभाग की ओर से जारी नोटिस में कहा गया था कि 27 और 28 सितंबर को सोशल मीडिया में श्री शर्मा से संबंधित वीडियो जारी हुए हैं, जिनमें अनैतिक आचरण और पत्नी के साथ घरेलु हिंसा किया जाना प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है। इस कृत्य को अखिल भारतीय सेवा (अनुशासन अपील) के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई का दायी माना गया है। नोटिस में अधिकारी से 29 सितंबर की शाम पांच बजे तक स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया था और ऐसा नहीं होने की स्थिति में एकतरफा कार्रवाई की चेतावनी दी गयी थी ।

रिया चक्रवर्ती और शौविक चक्रवर्ती हैं ‘नामचीन हस्तियों तथा ड्रग्स आपूर्तिकर्ताओं से जुड़े मादक पदार्थों के सक्रिय समूह के सदस्य:एनसीबी ने अदालत में दी जानकारी attacknews.in

मुंबई, 29 सितंबर । स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने अभिनेता सुशांत सिंह की मौत से संबंधित मादक पदार्थ मामले में गिरफ्तार अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शौविक चक्रवर्ती द्वारा बंबई उच्च न्यायालय में दायर जमानत याचिकाओं का विरोध किया है।

एनसीबी ने सोमवार को अदालत में पेश हलफनामे में कहा कि रिया और शौविक ‘नामचीन हस्तियों तथा ड्रग्स आपूर्तिकर्ताओं से जुड़े मादक पदार्थों के सक्रिय समूह के सदस्य हैं।’

एनसीबी ने कहा कि दोनों ने मादक पदार्थों की खरीद-फरोख्त को बढ़ावा दिया और वित्तीय मदद पहुंचाई ।

हलफनामे में कहा गया है कि इसीलिये एजेंसी ने उनके खिलाफ स्वापक औषधि एवं मन-प्रभावी पदार्थ अधिनियम (एनडीपीएस) की कठोर धारा 27ए के तहत मामला दर्ज किया है।

पिछली सुनवाई के दौरान रिया और उनके भाई ने इस मामले में उपरोक्त धारा लगाने का विरोध किया था। उनके वकील सतीश मानशिंदे ने पिछले सप्ताह दलील दी थी कि इस मामले में यह धारा नहीं लगाई जा सकती क्योंकि रिया ने कभी-कभार ही मादक पदार्थ खरीदे, जिनका सेवन उनके बॉयफ्रेंड दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने किया।

मानशिंदे ने कहा था कि एनसीबी ने इस मामले में अब तक केवल 59 ग्राम मादक पदार्थ बरामद किये हैं। यह मात्रा इतनी नहीं है कि माना जा सके कि मादक पदार्थों का कारोबार चल रहा था।

उच्च न्यायालय ने रिया, उनके भाई शौविक तथा सह-आरोपियों सैमुअल मिरांडा, अब्दुल परिहार तथा दीपेश सावंत की जमानत याचिकाओं पर मंगलवार को सुनवाई की ।

ड्रग्स मामले में दीपिका पादुकोण,सारा अली, समेत चार अभिनेत्रियों को एनसीबी का समन, अभिनेत्री पायल घोष के आरोपों के बाद निर्देशक अनुराग कश्यप के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज attacknews.in

मुंबई 23 सितंबर । बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में ड्रग्स कनेक्शन की जांच कर रहे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने बुधवार को मशहूर अभिनेत्री दीपिका पादुकोण समेत सारा अली खान, श्रद्धा कपूर और रकुल प्रीत सिंह को ब्यूरो के समक्ष पेश होने के लिए समन जारी किया है।

इससे पहले एनसीबी ने इस मामले में सुशांत सिंह राजपूत की गर्ल फ्रेंड रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शोविक चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर लिया था जो फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।

एनसीबी ने इसके अलावा दीपिका की मैनेजर करिश्मा प्रकाश और प्रतिभा प्रबंधन एजेंसी के सीईओ ध्रुव चिटगोपेकर को भी तलब किया है।

अभिनेत्री के आरोपों के बाद निर्देशक अनुराग कश्यप के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

इधर अभिनेत्री पायल घोष के बलात्कार का आरोप लगाने के बाद मुम्बई पुलिस ने फिल्मकार अनुराग कश्यप के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

कश्यप पहले ही इन आरापों को ‘‘ निराधार’’ बता चुके हैं।

अधिकारी ने बताया कि अभनित्री के अपने वकील नितिन सातपुते के साथ पुलिस से शिकायत करने के बाद वर्सोवा पुलिस थाने में मंगलवार देर रात प्राथमिकी दर्ज की गई।

अधिकारी ने बताया कि भादंव की धारा 376 (I), 354, 341 और 342 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले की जांच जारी है।

उन्होंने बताया कि सात साल पुराने (2013 के) मामले में पूछताछ के लिए कश्यप को बुलाया जाएगा।

अभिनेत्री ने अपनी शिकायत में कश्यप पर 2013 में वर्सोवा में यरी रोड स्थित एक स्थान पर उनके साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया है।

अधिकारी ने बताया कि अभिनेत्री और उनके वकील सोमवार को ओशिवारा पुलिस थाने गए थे। वहां उन्हें वर्सोवा पुलिस थाना जाने को कहा गया क्योंकि घटना उसी न्यायिक क्षेत्र की है।

वे ओशिवारा पुलिस थाने इसलिए गए थे क्योंकि कश्यप का कार्यालय उस इलाके में है।

सातपुते ने मंगलवार रात ट्वीट किया, ‘‘ अंतत: आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म, गलत तरीके से रोकने…. और महिला का शील भंग करने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई।’’

अभिनेत्री ने शनिवार को ट्वीट कर कश्यप के खिलाफ उनके साथ यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था।

वहीं, कश्यप ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इस उन्हें ‘‘खामोश’’ करने का प्रयास करार दिया है।

कश्यप के वकील ने ट्वीट किया, ‘‘ मेरे मुवक्किल अनुराग कश्यप, इन गलत आरोपों से बेहद दुखी हैं, ये पूरी तरह से झूठे, निंदनीय और गलत हैं।’’

रिया चक्रवर्ती और शौविक की न्यायिक हिरासत की अवधि छह अक्टूबर तक बढ़ी attacknews.in

मुंबई 22 सितम्बर ।नारकोटिक्स ड्रग्स साइकोट्रापिक सब्सटेन्स(एनडीपीसी) की विशेष अदालत ने अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती और उसके भाई शौविक चक्रवर्ती की न्यायिक हिरासत की अवधि मंगलवार को आगामी छह अक्टूबर तक बढ़ा दी।

इससे पहले रिया और शौविक की 14 दिन की न्यायिक हिरासत की अवधि आज समाप्त होने के बाद दोनों को कड़ी सुरक्षा के बीच विशेष अदालत में पेश किया गया।

दूसरी तरफ संभावना है कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो(एनसीबी) शौविक को एक दिन की हिरासत में लेने की अदालत से अपील कर सकती है।

बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े ड्रग्स के मामले में रिया और शौविक समेत अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

इस बीच बचाव पक्ष के अधिवक्ता सतीश मानेशिंदे ने कहा कि उनके मुवक्किल की ओर से बॉम्बे उच्च न्यायालय में जमानत याचिका दाखिल की गयी है।

मामले की सुनवाई के लिए 23 सितम्बर की तिथि निर्धारित की गयी है।