उत्तरप्रदेश के बहुचर्चित खदान माफिया और पूर्व एमएलसी इकबाल उर्फ़ बाला के ठिकानों पर ईडी की मैराथन छापेमारी, मुलायम सिंह यादव के कारण पहले कोई हाथ नहीं डाल पाया था attacknews.in

सहारनपुर 15 अक्टूबर । उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के बहुचर्चित खनन कारोबारी और बसपा के पूर्व एमएलसी इकबाल उर्फ बाला के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने करीब 18 घंटों तक छापेमारी के काज को अंजाम दिया।

इकबाल के खिलाफ सीबीआई और ईडी पहले से जांच कर रही है। दोनो एजेंसियों की टीमे इकबाल के जिले के थाना एवं कस्बा मिर्जापुर स्थित आवास और अन्य ठिकानों के साथ-साथ उसकी विभिन्न फर्मों में हिस्सेदार रहे सौरभ मुकुंद के यहां छापेमारी कर चुके है।

इकबाल पिछले 20 साल से भी ज्यादा समय से सहारनपुर एवं पूरे उत्तर प्रदेश में खनन कारोबारी के रूप में अपनी पहचान बना चुका है। मायावती और मुलायम सिंह एवं अखिलेश यादव के शासन में सहारनपुर जिले में इकबाल डीएम, एसएसपी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर मनमाफिक अफसरों की नियुक्तियां कराता था और मीडिया को भी नीचे से लेकर मैनेज रखता था।

मुलायम सिंह यादव के शासनकाल में जब खनन मंत्रालय शिवपाल यादव के पास था तो तत्कालीन जिलाधिकारी निवेदिता शुक्ला वर्मा को इसलिए जिलाधिकारी का पद छोडना पडा था क्योंकि वह नियम और कायदे-कानून की अनदेखी कर सत्ता के इशारे पर खनन पट्टे इकबाल के लोगों को देने को तैयार नहीं हुई थी।

ढाई दशक के दौरान जिस डीएम-एसएसपी, डीआईजी, कमिश्नर ने इकबाल के इशारों पर चलने में हील हुज्जत दिखाई। उसका फौरन तबादला हो गया।

वर्ष 2017 में स्थिति तब बदली जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा की स्पष्ट बहुमत वाली सरकार बनी। इस दौरान अफसरों का रूख जरूर निष्पक्ष और ईमानदारी वाला दिखाई दिया लेकिन सीबीआई और ईडी जैसी एजेंसियां इकबाल और उसकी बेनामी फर्मों के हिस्सेदारों, परिजनों का कुछ नहीं बिगाड पाई।

ईडी ने अहमदाबाद स्थित जैव प्रौद्योगिकी कंपनी की निदेशक को मनी लान्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया attacknews.in

नयी दिल्ली, 15 अक्टूबर । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन (मनी लांड्रिंग) के आरोपों में अहमदाबाद स्थित जैव प्रौद्योगिकी कंपनी की निदेशक को गिरफ्तार किया है। ईडी ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह गिरफ्तारी कथित रूप से एक सहकारी बैंक के साथ धोखाधड़ी से जुड़े मामले में की गई है।

प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि पेंटियम इन्फोटेक लि. और हीरम बायोटेक लि. की निदेशक निकेता बलदेवभाई दवे को धन शोधन रोधक कानून (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया गया है। अहमदाबाद की एक स्थानीय अदालत ने दवे को 17 अक्टूबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है।

केंद्रीय जांच एजेंसी ने बयान में कहा कि दवे और इन कंपनियों एक एक अन्य निदेशक प्रतीक आर शाह तथा अन्य ने अहमदाबाद के पीपल्स कोऑपरेटिव बैंक लि. (एपीसीबीएल) के साथ 25.25 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है। गुजरात पुलिस की सीआईडी-अपराध शाखा ने सबसे पहले मई, 2009 में इन लोगों के खिलाफ मामला दायर किया था।

इस प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने मनी लांड्रिंग का आपराधिक मामला दायर किया है।

निदेशालय ने कहा कि उसने अपनी जांच में पाया कि शाह और दवे एपीसीबीएल में एफडीओडी (एफडी के एवज में ओवरड्राफ्ट) ऋण खाता खोला। इन कंपनियों ने भुगतान में चूक की जिससे बैंक को 25.25 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

गुजरात की वडोदरा जेल में छिड़ी खूनी लड़ाई में कैदी ने अपने साथी कैदी का गला रेतकर कर दी हत्या attacknews.in

अहमदाबाद, 15 अक्टूबर । गुजरात के वडोदरा केंद्रीय कारागार में मामूली बात पर हुई लड़ाई के दौरान 30 वर्षीय कैदी ने अन्य कैदी की कथित रूप से हत्या कर दी।

जेल उपाधीक्षक विष्णु पटेल ने बृहस्पतिवार को बताया कि सुनील परमार ने बुधवार को एक मामूली मसले पर तीखी बहस के बाद अजहरूद्दीन उर्फ अज्जू कानिया की कथित रूप से हत्या कर दी।

अधिकारी ने बताया, ” झगड़े के दौरान परमार को धातु की धारदार शीट मिली जिससे उसने कानिया का गला रेत दिया। यह पूर्व नियोजित हत्या नहीं थी।”

पटेल ने बताया कि परमार को दो साल पहले कत्ल के मामले में गिरफ्तार किया गया था जबकि कानिया उगाही के मामले में कुछ महीनों से ही जेल में था।

उन्होंने बताया कानिया शहर के पानीगेट इलाके का रहना वाला था और वह पहले हत्या की कोशिश, हमला और धमकाने जैसे संगीन आरोपों में गिरफ्तार हो चुका था।

इस बीच सहायक पुलिस आयुक्त मेघा तेवर ने बताया कि झगड़े के दौरान बीच-बचाव करने की वजह से जेल के कुछ गार्ड भी चोटिल हुए हैं।

उन्होंने कहा कि मामले की गहन जांच की जाएगी

मथुरा में हाथरस जाते समय गिरफ्तार किए गये पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के चार सदस्यों से प्रवर्तन निदेशाल (ईडी) की टीम ने पांच घंटे से अधिक पूछताछ की attacknews.in

मथुरा 15 अक्टूबर । उत्तर प्रदेश के मथुरा में पिछले दिनों हाथरस जाते समय गिरफ्तार किए गये पॉपुलर फ्रंड ऑफ इंडिया (पीएफआई) के चार सदस्यों से प्रवर्तन निदेशाल (ईडी) की टीम ने पांच घंटे से अधिक पूछताछ की।

मथुरा के हाई वे क्षेत्र में रतनलाल फूल कटोरी स्कूल में बनाई गई अस्थाई जेल में ईडी की टीम ने राष्ट्रद्रोही गतिविधियों को संचालित करने के लिए विदेशों से धन लेने जैसे गंभीर आरोप हैं।

इन लोगों को हाथरस जाते समय रास्ते में गिरफ्तार किया गया था, जहां 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित सामूहिक बलात्कार हुआ था। लड़की की बाद में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी।

अधिकारी ने बताया कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने मंगलवार को ईडी को संदिग्धों से पूछताछ करने की इजाजत दे दी थी।

अधिकारी ने बताया कि ईडी की टीम ने उनसे हाईवे थाने की अस्थायी जेल में पूछताछ की।

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान केरल के मलप्पुरम के सिद्दीकी कप्पन, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के अतीक-उर-रहमान, बहराइच के मसूद अहमद और रामपुर के आलम के तौर पर हुई है।

केरल यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नालिस्ट ने कहा है कि सिद्दीकी कप्पन दिल्ली में रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार हैं जो कई मलयालम मीडिया संस्थाओं के लिए काम करते हैं।

भोपाल में 12 साल की बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार, पुलिस ने किया 3 बलात्कारियों को गिरफ्तार attacknews.in

भोपाल, 14 अक्टूबर । मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 12 साल की एक बच्ची के साथ कथित रूप से बार-बार सामूहिक बलात्कार करने का मामला सामने आया है। इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

अशोका गार्डन पुलिस थाने के प्रभारी आलोक श्रीवास्तव ने बृहस्पतिवार को बताया कि 12 साल की बच्ची से सामूहिक बलात्कार के मामले में तीन आरोपियों को बुधवार रात को गिरफ्तार किया गया।

उन्होंने कहा कि बच्ची के परिजन की शिकायत के अनुसार तीनों आरोपियों ने इस बच्ची से ऑनलाइन गेम पबजी के दौरान दोस्ती करके उसे बहला फुसलाकर शहर के गौतम नगर पुलिस थाना इलाके में ले जाकर इस साल सितंबर माह में सामूहिक बलात्कार किया और इसका वीडियो भी बना लिया।

श्रीवास्तव ने बताया कि इसके बाद आरोपी बच्ची को इस वीडियो को सोशल मीडिया में डालने की धमकी देकर ब्लैकमेल करते रहे तथा उसके साथ कई बार सामूहिक बलात्कार किया।

उन्होंने कहा कि बुधवार को बच्ची की मां को शंका हुई तो पूछताछ में बच्ची ने अपनी मां को पूरी बात बता दी, जिसके बाद उन्होंने अशोका गार्डन पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।

श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

उज्जैन में जहरीली शराब से 11 मौतों पर शिवराज सिंह चौहान ने SIT जांच शुरू करवाई,दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं छोडने के आदेश,थाना प्रभारी सहित चार पुलिस कर्मी निलंबित attacknews.in

भोपाल/उज्जैन , 15 अक्टूबर । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन में जहरीली शराब से सात श्रमिकों की मौत की घटना की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) से कराने के साथ ही घटना के दोषी अधिकारियों को निलंबित किए जाने के निर्देश दिए हैं।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार श्री चौहान ने इस मामले को लेकर यहां एक उच्च स्तरीय बैठक ली, जिसमें उन्होंने घटना की एसआईटी से जांच कराने और दोषी अधिकारियों को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषियों को किसी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि अन्य कई स्थानों पर ऐसी वस्तुएं बेची जा रही हैं, इसका पता लगाएं और ऐसे लोगों का नेटवर्क तोड़ें। नशीले पदार्थ बेचने वालों को कड़ी सजा मिले। उन्होंने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव को मामले की जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।

उज्जैन में जहरीली शराब के सेवन से कल से आज तक  ग्यारह मजदूरों की मौत हो गयी है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार श्री चौहान ने उज्जैन में कुछ व्यक्तियों की संदिग्ध मृत्यु और उसकी परिस्थितियों के संबंध में आज यहां निवास पर एक विशेष बैठक बुलाकर वरिष्ठ अधिकारियों से जानकारी ली।

उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए निर्देश दिए हैं कि ऐसे पदार्थ बेचने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। ऐसे व्यक्तियों का नेटवर्क तोड़ा जाए। इस घटना की एसआईटी द्वारा जांच की जाये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अन्य कई स्थानों पर यदि ऐसी वस्तुएं बेची जा रही हैं, पुलिस बल इसका पता लगाए और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अपर मुख्य सचिव गृह इस मामले में समन्वय कर प्रारंभिक जांच के आधार पर प्रतिवेदन दें।

उन्होंने कहा कि ऐसे विषैले नशीले पदार्थ बेचने वाले समाज के दुश्मन है। इन्हें कड़ी सजा मिले। ऐसे लोगों को फांसी के फंदे तक पहुंचाने का कार्य किया जाए। जिन व्यक्तियों की मृत्यु हुई है, वे काफी निर्धन भी हैं। संभवत: कई दिन से वे इस तरह का नशा कर रहे होंगे।

उन्होंने कहा कि ऐसे नशीले पदार्थ बेचने वालों का नेटवर्क ध्वस्त किया जाए। उन्होंने कहा कि न सिर्फ उज्जैन बल्कि पूरे प्रदेश में इस तरह के मामलों पर नजर रखी जाए। जहां कहीं भी ऐसे मिलावटी और जहरीले पदार्थों का विक्रय होने की आशंका हो सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए।

श्री चौहान ने भोपाल में एक बालिका के विरुद्ध हुए अपराध के संबंध में पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि बालिकाओं और महिलाओं के विरुद्ध अपराध किसी भी स्थिति में सहन नहीं किए जाएंगे। ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वाले अपराधिक तत्वों के लिए सरकार कठोरतम कार्यवाही करेगी। पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी ने जानकारी दी कि इस घटना के तीन आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। करीब दो माह पूर्व की घटना की पृष्ठभूमि में पबजी जैसे खेल हैं, जो प्रतिबंधित किए जा चुके हैं।

मुख्यमंत्री ने ऐसी गतिविधियों पर नजर रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समाज में बालिकाओं और महिलाओं के विरुद्ध घटनाओं के संबंध में कार्यवाही न करने वाले दोषी व्यक्ति भी दंडित किए जाएं। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, आयुक्त जनसंपर्क डॉ सुदाम खाडे उपस्थित थे।

उज्जैन में अब तक 11 व्यक्तियों की संदिग्ध मृत्यु

उज्जैन कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि-

•14 अक्टूबर की रात्रि एवं 15 अक्टूबर की सुबह संभवतः डीनेचर्ड स्पिरिट पीने से अब तक कुल 11 व्यक्तियों की संदिग्ध मृत्यु हो चुकी है।

•पोस्ट मार्टम के बाद विसरा जांच हेतु सागर लेबोरेटरी में आज ही भेजा जाएगा।

•माननीय मुख्यमंत्री  के निर्देशानुसार कड़ी कार्यवाही की जायेगी।प्राथमिक जांच में दो-तीन संदिग्ध व्यक्तियों के नाम सामने आये हैं, उनके विरूद्ध रासुका की कार्यवाही की जा रही है।

•जांच में कुछ दवा स्टोर्स के नाम भी सामने आये हैं, जिनके स्टाक के वेरिफिकेशन का कार्य किया जा रहा है। दवा बाजार स्थित गुप्ता सर्जिकल मेडिकल के यहां निर्धारित मात्रा से अधिक स्पीरिट पाये जाने पर स्टोर को सील किया गया है।

•नगर निगम व डॉक्टर्स की टीम को फुटपाथ एवं रैन बसेरों में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिये लगाया गया है, जिनके द्वारा जांच की जा रही है, जिससे कि अन्य किसी व्यक्ति द्वारा भी इसी तरह के डीनेचर्ड स्पिरिट का सेवन किया गया हो तो उसकी जान बचाई जा सके।

जहरीली शराब मामले में थाने प्रभारी सहित चार निलंबित

उज्जैन जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब के सेवन से अाधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत के मामले में आज थाना प्रभारी सहित चार पुलिस कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार पुराने शहर क्षेत्र में खाराकुंआ थाना क्षेत्र में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से सात लोगों की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने लापरवाही एवं वरिष्ठ अधिकारियो को समय पर जानकारी नही देने के मामले में खाराकुंआ थाना प्रभारी एम एल मीणा, उप निरीक्षक निरंजन शर्मा, आरक्षक नवाज शरीफ एवं शेख अनवर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

उज्जैन की घटना पर कमलनाथ ने सरकार को घेरा

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज कहा कि उज्जैन जिले में शराब माफिया ने नौ लोगों की जान लेकर उनके परिवार बर्बाद कर दिए , इसलिए दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होना चाहिए।

श्री कमलनाथ ने ट्वीट के जरिए मृतकों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि पीड़ित परिवारों को न्याय मिलना चाहिए और उनकी हरसंभव मदद कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होना चाहिए।

उन्होंने सरकार से जानना चाहा है कि आखिर माफिया कब तक यूं ही निर्दोषों की जान लेता रहेगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के कार्यकाल में माफिया पर कार्रवाई की गयी थी, लेकिन अब ये लोग फिर से सक्रिय हो गए हैं।

लखनऊ में आत्मदाह करने वाली महिला की मौत,आत्मदाह के उकसाने के आरोप में यूपी दलित कांग्रेस के अध्यक्ष आलोक प्रसाद गिरफ्तार attacknews.in

लखनऊ, 14 अक्टूबर । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विधानसभा के सामने मंगलवार को आत्मदाह करने वाली महिला की बुधवार शाम इलाज के दौरान मृत्यु हो गयी।वहीं पुलिस ने महिला को आत्मदाह के उकसाने के आरोप में यूपी दलित कांग्रेस के अध्यक्ष आलोक प्रसाद को हिरासत में लिया है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि महाराजगंज जिले की निवासी अंजलि तिवारी ने मंगलवार दोपहर कैपिटल तिराहे पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली थी। महिला को लगभग 90 फीसदी जली हालत में सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां आज शाम उसने अंतिम सांस ली।

आत्मदाह के लिये उकसाने के आरोप में दलित कांग्रेस अध्यक्ष पुलिस हिरासत में

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विधानसभा के सामने मंगलवार को आत्मदाह करने का प्रयास करने वाली महिला को आत्मदाह के उकसाने के आरोप में पुलिस ने यूपी दलित कांग्रेस के अध्यक्ष आलोक प्रसाद को हिरासत में लिया है।

श्री प्रसाद पर आरोप है कि उन्होने महाराजगंज से आयी महिला को आत्मदाह के लिये उकसाया। उन्हे गोमतीनगर पुलिस ने मध्य रात्रि के बाद आवास से हिरासत में ले लिया।

गौरतलब है कि महाराजगंज निवासी अंजलि तिवारी नामक महिला ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यालय के गेट पर ज्वलनशील पदार्थ डाल कर आग लगा ली थी। उसे गंभीर हालत में सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गयाथा ।

लखनऊ के हाइ सिक्यूरिटी जोन में फिर आत्मदाह

कल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विधानसभा के निकट मंगलवार को युवती ने कथित रूप से ससुरालीजनों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्मदाह कर लिया। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था ।

पुलिस आयुक्त सुजीत कुमार ने बताया था कि महाराजगंज जिला निवासी अंजली तिवारी नामक महिला ने हजरतगंज क्षेत्र में कैपिटल सिनेमा तिराहे पर ई रिक्शा से उतर कर ज्वलनशील पदार्थ छिड़क कर आग लगा ली। कुछ ही सेकेंडों में हुयी इस घटना पर त्वरित कार्यवाही करते हुये वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने कंबल डालकर आग बुझायी। गंभीर हालत में महिला को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था ।

हाथरस का पीड़िता का परिवार नहीं करेगा पीड़िता की अस्थियों का विसर्जन attacknews.in

हाथरस, 13 अक्टूबर । उत्तर प्रदेश में हाथरस के पीड़ित परिवार ने मंगलवार यहां कहा है कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा वे अपनी बेटी की अस्थियों का विसर्जन नहीं करेंगे।

इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ के समक्ष अपना सोमवार को बयान दर्ज कराने के बाद पीड़ित परिवार देर रात से वापस हाथरस अपने गांव पहुंच गया है। पीड़ित परिवार ने कहा है कि जब तक उनकी बेटी को न्याय नही मिल जाता तब तक वे अस्थि विसर्जन नही करेंगे।

उप जिलाधिकारी अंजलि गंगवार, जो हाथरस से लखनऊ और वापस परिवार के साथ थीं, ने कहा, “सभी वाहनों में परिवार के सदस्यों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाओं, बिस्कुट, चिप्स, पानी की बोतलें और अन्य आवश्यक चीजों का ध्यान रखा गया था। लखनऊ के उत्तराखंड भवन में दोपहर का भोजन बनाया गया था। पीड़ित के परिवार के सदस्यों के लिए पर्याप्त सुरक्षा और आराम की व्यवस्था की गई थी। ”

दूसरी ओर, हाथरस के जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लश्कर भी इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ के समक्ष पेश हुए। उन्होंने कहा “ जिले में हिंसा से बचने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कथित सामूहिक बलात्कार पीड़िता का आधी रात को अंतिम संस्कार किया गया।”

जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासनिक पर्यवेक्षण के तहत अंतिम संस्कार करते समय पीड़ित के परिवार को विश्वास में लिया गया था।

हिंसा भड़काने के षड्यंत्र की पुष्टि करते हुए, जिलाधिकारी ने कहा, “यह भी सामने आया कि एक वेबसाइट ‘जस्टिस फॉर हाथरस’, अपनी भड़काऊ सामग्री के माध्यम से भी हाथरस और आसपास के इलाकों में कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश कर रही थी। ”

उन्होंने कहा कि “मुख्यमंत्री से मिलने के बाद भी परिवार को भड़काने में पीएफआई और कुछ कथित पत्रकारों की भागीदारी की भूमिका के पुख्ता सबूत हैं। पीड़ित परिवार की सभी मांगें सरकार से पूरी की है। राज्य के माहौल बिगाड़ने के लिए पीएफआई के माध्यम से भीम आर्मी को फंडिंग के खुफिया इनपुट भी हैं। कुछ नक्सली संगठनों के बारे में भी जानकारी मिली है जो राज्य में सांप्रदायिक दंगों की साजिश रच रहे थे। ‘

झांसी में पाॅलिटेक्निक काॅलेज के छात्रावास में नाबालिग के साथ सामूहिक बलात्कार,बालिका ने बताएं नामजद बलात्कारियों को गिरफ्तार कर भेजा गया न्यायिक हिरासत में attacknews.in

झांसी 12 अक्टूबर । उत्तर प्रदेश में झांसी के सीपरी बाजार थानाक्षेत्र स्थित राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज के लड़को के छात्रावास में एक छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) दिनेश कुमार पी ने पूरे घटनाक्रम पर पत्रकारों को जानकारी देते हुए सोमवार को बताया कि पॉलीटेक्निक कॉलेज के छात्रावास में एक छात्रा के साथ हुए दुष्कर्म मामले में पीडित पक्ष की ओर से एक नामजद और कुछ अज्ञात के खिलाफ तहरीर मिली थी । विवेचना में आठ आरोपियों के नाम प्रकाश में आये और इन सभी को घटना के 12 घंटे के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया गया है और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

नाबालिग बलात्कार मामले में आठ आरोपी किए गए तुरंत गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश में झांसी के सीपरी बाजार थानाक्षेत्र स्थित राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज के लड़को के छात्रावास में एक नाबालिग छात्रा के साथ हुए बलात्कार मामले में पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया ।

पुलिस ने सोमवार को बताया कि पीड़िता के परिजनों ने तहरीर में बलात्कार मामले में एक नामजद सहित 10 से 15 लड़कों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी। जांच में आठ लोगों के नाम सामने आये हैं और आठों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पूरे मामले में पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए न केवल मामला दर्ज किया बल्कि आरोपियों की धरपकड़ के लिए चार टीमों का भी आनन फानन में गठन किया गया।

इस तत्परता के चलते नामजद आरोपी भरत कुमार कुशवाहा (19) और दुष्कर्म के मुख्य आरोपी रोहित कुमार सैनी (22) सहित संजय कुशवाहा (20) ,शैलेंद्र कुमार पाठक (19) निवासी गोंडा, बिपिन बिहारी (24) निवासी प्रयागराज , मोनू पार्या (20) निवासी मऊरानीपुर झांसी,मयंक शिवहरे (22) और धर्मेंद्र सेन (20) निवासी झांसी को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच में रोहित के दुष्कर्म करने और संजय के पैसे छीनने के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।

देवरिया में मासूम के साथ छेड़खानी के आरोप में एक गिरफ्तार

इधर उत्तर प्रदेश में देवरिया के मईल क्षेत्र में एक तीन वर्षीय मासूम बच्ची के साथ छेड़खानी के आरोप में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस सूत्रों ने सोमवार को यहां कहा कि क्षेत्र के एक गांव में रविवार को एक मासूम बालिका के साथ गांव के ही एक युवक ने छेड़खानी की थी । जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने रविवार की देर रात छेड़खानी और पास्को एक्ट का मुकदमा दर्ज कर आरोपी शमीर को गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी है ।

उप्र मानवाधिकार आयोग ने झांसी दुष्कर्म घटना का लिया संज्ञान

उत्तर प्रदेश राज्य मानवाधिकार आयोग ने झांसी के पाॅलीटेक्निक हाॅस्टल में नाबालिग से दुष्कर्म’ की घटना का स्वतः संज्ञान लिया लेते हुए वहां के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को चार सप्ताह में घटना की जांच कराकर आख्या आयोग के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं।

राज्य मानवाधिकार आयोग के सदस्य न्यायमूर्ति के पी सिंह ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि झांसी में नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म घटना को आयोग ने प्रथम दृष्टया में इसे मानवाधिकार हनन का प्रत्यक्ष उदाहरण माना है। मानवाधिकारों की रक्षा के लिए ही आयोग ने यह कदम उठाया है।

तमिलनाडु और उत्तरप्रदेश में जमीन विवाद में मंदिर के पुजारी को मारी गोली,मंदिर परिसर में क्रूरता के साथ पीट-पीटकर मार डाला attacknews.in

गोंडा( उत्तरप्रदेश)/मदुरै (तमिलनाडु), 11 अक्टूबर । उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के इटियाथोक थाना क्षेत्र के अन्तर्गत तिर्रे मनोरमा गांव में एक मंदिर के जमीन विवाद को लेकर रविवार तड़के पुजारी को गोली मार दी गई। घायल पुजारी का लखनऊ के किंग जार्ज चिकित्‍सा विश्‍वविद्यालय (केजीएमयू) में उपचार चल रहा है। पुलिस ने प्रकरण में चार व्यक्तियों के खिलाफ अभियोग दर्ज करते हुए दो को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि तिर्रे मनोरमा गांव में राम जानकी मंदिर है। मंदिर के पास करीब 30 एकड़ जमीन को लेकर गांव के ही कुछ लोगों में विवाद चल रहा है।

उन्होंने बताया कि रविवार को तड़के कुछ लोगों ने मंदिर के पुजारी अतुल बाबा उर्फ सम्राट दास को गोली मार दी। कुमार ने बताया कि पुजारी को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां के चिकित्सकों ने बेहतर उपचार के लिए उन्हें किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ भेज दिया।

एसपी ने बताया कि पुजारी की हालत स्थिर बताई जा रही है। इस संबंध में महंत सीताराम दास की तहरीर पर चार व्यक्तियों के विरुद्ध हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर दो अभियुक्तों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। उन्होंने बताया कि इस जमीन को लेकर पूर्व में भी विवाद हो चुका है और मुकदमा दर्ज है।

एसपी ने बताया कि मौके पर पुलिस बल तैनात है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में पूरी तरह से शांति व्यवस्था बनी हुई है। नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर रवाना की जा चुकी हैं।

बताया जाता है कि रात के समय दो होमगार्ड भी मंदिर परिसर में सुरक्षा के लिए तैनात थे। इसके बावजूद हुई इस घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है।

पुलिस की लापरवाही से हुआ पुजारी पर हमला : सीताराम

उत्तर प्रदेश में गोण्डा जिले के इटियाथोक कोतवाली क्षेत्र में रामजानकी मंदिर के पुजारी को दबंगों द्वारा गोली मारने की घटना पर मंदिर के महंत सीताराम दास ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुये सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया हैं।

अयोध्या धाम की तपस्वी छावनी से जुड़े महंत सीताराम दास ने कुछ भूमाफियाओं से चल रहे विवाद के बाद उन्हें मिली सुरक्षा मे कटौती एवं इसी सिलसिले मे जेल से छूटे आरोपियों पर कठोरतम कार्यवाही न किये जाने को घटना का मुख्य कारण बताया हैं।

तमिलनाडु में पुजारी की डंडों से पीट पीटकर हत्या

मदुरै से खबर है कि, तमिलनाडु के प्रसिद्ध पंडित मुसनीश्वर मंदिर के एक पुजारी की शनिवार शाम को अज्ञात हमलवारों ने मंदिर परिसर में घुसकर डंडों और अन्य हथियारों से पीट पीटकर बेहद क्रूरता से हत्या कर दी।

पुलिस ने बताया कि मृतक पुजारी की पहचान जी.मुथुराजा के रूप में हुई है जो अंधराकोट्टम हैमलेट के निवासी थे। उन्होंने बताया कि अज्ञात हमलावरों का एक समूह मंदिर परिसर में घुस गया और उन्होंने पुजारी को डंडों और अन्य हथियारों से लगातार मारना शुरू कर दिया जिससे पुजारी की वही पर मौत हो गई।

हाथरस गैंगरेप कांड में पीड़िता की भाभी बनकर भड़काने वाली नक्सली कनेक्शन की यह महिला कौन थी ,जिसका रिकार्ड SIT ने भी खंगाला है attacknews.in

लखनऊ/जबलपुर 10 अक्टूबर । उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए कथित गैंगरेप मामले में नक्सल कनेक्शन सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. जहां एसआईटी की टीम मध्य प्रदेश के जबलपुर की रहने वाली महिला की तलाश में जुटी है. इसी बीच नक्सली होने का आरोप लगने पर प्रोफेसर डॉक्टर राजकुमारी बंसल ने मीडिया के सामने एक बयान जारी किया. उन्होंने कहा कि मेरा कोई रिश्ता नहीं है, मैं केवल आत्मीयता के तौर पर हाथरस गैंगरेप पीड़िता के घर गई थी।

राजकुमारी बंसल ने बताया कि पीड़िता के परिजनों को अच्छा लगा कि हमारे समाज की एक लड़की इतने दूर से आई है तो उन्होंने कहा कि बेटा एक दो दिन रूक जाओ, तो मैं रूक गई. उन्होंने कहा कि मैं पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद करना चाहती थी।सिर्फ पति को बताकर गई थी।

उधर, एसआईटी की जांच पर सवाल खड़ा करते हुए महिला ने कहा कि पहले सबूत पेश करें. वहीं बोलना और आरोप लगाना बहुत आसान होता है।

पेशे से मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर डॉक्टर राजकुमारी बंसल ने कहा कि मुझे लगा के मेरे नंबर के साथ टेंपरिंग की जा रही हैं।मैने फौरन साइबर पुलिस में रिपोर्ट की है। ये मेरे मान सम्मान की बात है।कैसे मुझे नक्सल कहा गया। मैं फॉरेंसिक रिपोर्ट देखने गई थी, क्योंकि मैं एक्सपर्ट हूं उस विषय की।आरोपी महिला ने कहा कि मैने भाभी बनकर कभी इन्टर्व्यू नहीं दिया, मैने कहा कि मैं बेटी हूँ।

बता दें कि एसआईटी की जांच में सामने आया है कि 16 सितंबर से लेकर 22 सितंबर तक पीड़िता के घर में रहकर नक्सली महिला बड़ी साजिश रच रही थी।इससे पहले पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि इस केस से जुड़े फंडिंग मामले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और भीम आर्मी के लिंक भी मिले हैं।

हाथरस कांड की जांच कर रही एसआईटी के सूत्र बताते हैं कि नक्सली महिला घूंघट ओढ़कर पुलिस और एसआईटी से बातचीत कर रही थी।वहीं घटना के 2 दिन बाद से ही संदिग्ध महिला पीड़िता के गांव पहुंच गई थी। आरोप है कि पीड़िता के ही घर में रहकर वह परिवार के लोगों को कथित रूप से भड़का रही थी।पीड़िता की भाभी बनकर रहने वाली नक्सली एक्टिविस्ट महिला की कॉल डिटेल्स में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं।

हाथरस कांड में सामने आया नक्सल कनेक्शन, नकली भाभी बनकर साजिश रच रही थी महिला:

SIT गैंगरेप मामले की फिलहाल जांच चल रही है. इसी बीच शनिवार को हाथरस कांड में नक्सल कनेक्शन सामने आने के बाद हड़कंप मच गया ।एसआईटी की टीम मध्य प्रदेश के जबलपुर की रहने वाली महिला की तलाश में जुटी। बताया जा रहा है कि संदिग्ध नक्सली महिला पीड़िता के घर में भाभी बनकर रह रही थी।

एसआईटी की जांच में सामने आया है कि 16 सितंबर से लेकर 22 सितंबर तक पीड़िता के घर में रहकर नक्सली महिला बड़ी साजिश रच रही थी. इससे पहले पुलिस ने शुक्रवार को बताया था कि इस केस से जुड़े फंडिंग मामले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और भीम आर्मी के लिंक भी मिले हैं।

हाथरस कांड की जांच कर रही एसआईटी के सूत्र बताते हैं कि नक्सली महिला घूंघट ओढ़कर पुलिस और एसआईटी से बातचीत कर रही थी. वहीं घटना के 2 दिन बाद से ही संदिग्ध महिला पीड़िता के गांव पहुंच गई थी।

आरोप है कि पीड़िता के ही घर में रहकर वह परिवार के लोगों को कथित रूप से भड़का रही थी।

पीड़िता की भाभी बनकर रहने वाली नक्सली एक्टिविस्ट महिला की कॉल डिटेल्स में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं।

सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक विदेशी फंडिंग के साथ नक्सली कनेक्शन पर यूपी पुलिस व एसआईटी टीम काम कर रही है।इससे पहले एसआईटी की जांच में पहले जातीय वा सांप्रदायिक दंगे की साजिश का पर्दाफाश किया था।

पुलिस महिला व उसके करीबियों की तलाश में जुटी है. अभी भी 4 दर्जन लोगों से एसआईटी की टीम पूछताछ कर चुकी है।हाथरस केस में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है, जो पीएफआई के सदस्य बताए जा रहे हैं।

गिरफ्तार सदस्यों में एक शख्स बहराइच के जरवल का रहने वाला है. इसके बाद से यूपी पुलिस सक्रिय हो गई ।

बहराइच पुलिस का कहना है कि ये इलाका इंडो-नेपाल सीमा से सटा हुआ है और पिछले कुछ समय में पीएफआई से जुड़े कुछ अन्य लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।ऐसे में पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि यूपी और देश के भीतर जातीय और सांप्रदायिक दंगे फैलाने के लिए भारत नेपाल सीमा पर पीएफआई की गतिविधियां क्या चल रही हैं?

जिंदा जलकर मारा गया कारोबारी निकला जिंदा,दोस्त की हत्या कर कार में जलाकर हो गया था लापता, पुलिस ने उठाया साजिश से पर्दा, अब पहुंचा पुलिस रिमांड पर attacknews.in

हिसार, 10 अक्टूबर । हरियाणा के हिसार जिले में भाटला-महजत रोड पर हांसी के निकट 11 लाख रुपए की कथित लूट और कार में जिंदा जलने की झूठी साजिश रचने वाले डिस्पोजल ग्लास फैक्टरी के मालिक और साजिशकर्ता कारोबारी राममेहर ने अपने दोस्त की हत्या कर उसे कार में जलाया था।

हांसी के पुलिस अधीक्षक लोकेन्द्र सिंह ने आज यहां यह खुलासा करते हुये बताया कि राममेहर ने लूट और अपने जिंदा जलकर मौत की साजिश खुद रची थी। अदालत ने राममेहर को सात दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।

डाटा गांव निवासी राममेहर ने कर्ज से मुक्ति पाने के लिए अपनी ही मौत की साजिश रच डाली। इसके लिए उसने अपने ही गांव के रमलू की शराब की नशे में हत्या कर डाली।

लूट, जिंदा जलाने की घटना : कारोबारी जिंदा है

इससे पहले कल हरियाणा में हिसार जिले में हांसी के निकट तीन दिन पूर्व एक कारोबारी को कथित रूप से 11 लाख की लूट के बाद जिंदा जला दिये जाने की घटना में नाटकीय खुलासा करते हुए पुलिस ने दावा किया था कि वह कारोबारी जिंदा है।

पुलिस ने बताया था कि जांच के दौरान कारोबारी का मोबाईल एक्टिव पाये जाने पर उन्हें संदेह हुआ। उस मोबाईल से जिस एक नंबर पर कई फोन किये व घंटों बात हुई, उसे ट्रेस कर पुलिस एक महिला तक पहुंची।

महिला ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि डिस्पोजल ग्लास फैक्ट्री का मालिक राम मेहर जिंदा है और छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में है। हांसी पुलिस ने बिलासपुर पुलिस से संपर्क किया और कारोबारी के जीवित होने की पुष्टि की। पुलिस ने कारोबारी को हिरासत में ले लिया गया था।

कमलनाध सरकार में मंत्री रहे सचिन यादव को खरगोन में ठग ने लगा दिया 20 लाख रूपये का चूना,ठगी होने के बाद पता चलते ही ठगे रह गये सचिन attacknews.in

खरगोन 10 अक्टूबर ।मध्यप्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री तथा खरगोन जिले के कसरावद से कांग्रेस विधायक सचिन यादव के खाते से 20 लाख रुपए ट्रांसफर करने की ठगी का मामला सामने आया है।

पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, सब्जी मंडी शाखा खरगोन के उप प्रबंधक दीपक तिवारी की शिकायत पर धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर मामले की विवेचना आरंभ कर दी गई है और करीब साढ़े तीन लाख रुपये होल्ड कर रिकवर भी कर लिए गए हैं।

जानकारी अनुसार, अज्ञात बदमाश ने धोखाधड़ी से पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव के खरगोन एसबीआई बैंक शाखा सब्जी मंडी से फर्जी फोन कर 20 लाख रुपये की राशि ट्रांसफर करवाई।

सचिन यादव की निमाड़ मोटर्स फर्म के तीन खातों का लेटर भेज, फोन से बैंक मैनेजर को राशि ट्रांसफर करने का फोन लगाकर धोखाधड़ी की। इतना ही नहीं आरोपित ने मोबाइल पर सचिन यादव बनकर फोन लगाया।

सचिन यादव को रकम निकासी का मैसेज मिलने के बाद धोखे की जानकारी लगी। उन्होंने तत्काल बैंक एवं पुलिस को सूचना दी। शनिवार को मामला सामने आने के बाद बैंक एवं पुलिस की मदद से साढ़े तीन लाख रिकवर कर लिये गए हैं, जबकि साढ़े सोलह लाख की राशि की बरामदगी और बदमाशों को पकड़ने में पुलिस जुटी हुई है।

हाथरस मामले में सक्रियता को लेकर भीम आर्मी सवालों के घेरे में,चंद्रशेखर  जांच एजेंसियों के निशाने पर attacknews.in

सहारनपुर, 09 अक्टूबर । पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हाथरस में हैवानियत की शिकार पीड़िता के मामले में भीम आर्मी अति सक्रियता के चलते जांच एजेंसियों के निशाने पर आ गयी है।

पिछली 16 सितम्बर को हाथरस के चंदपा क्षेत्र के एक गांव में बाल्मिकी युवती के साथ गैंगरेप और हत्या के आरोपी राजपूत बिरादरी के चार युवक अलीगढ़ जेल में बंद है। इस पूरे मामले को लेकर विपक्षी दलों के साथ साथ सहारनपुर के कस्बा छुटमलपुर निवासी भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर की सक्रियता सवालों के घेरे में आ गई है।

शब्बीरपुर हिंसा के दो.तीन दिन बाद भीम आर्मी ने सहारनपुर नगर में जबरदस्त हिंसा और आगजनी को अंजाम दिया था। कुछ दिनों के भीतर ही पुलिस ने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर को हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार कर जेल में बंद कर दिया था और उस पर रासूका लगा दी गई थी।

हाल ही के कुछ महीनों में चंद्रशेखर ने एक राजनीतिक दल का गठन कर लिया है। चंद्रशेखर को सहारनपुर के पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता इमरान मसूद का पूरा समर्थन प्राप्त है।

जेएनयू के छात्रों समेत कम्युनिस्ट पार्टियों का भी चंद्रशेखर को भरपूर समर्थन प्राप्त है।

सहारनपुर के डीआईजी रह चुके डा अशोक कुमार राघव कहते हैं कि उनके समय में ही सहारनपुर में भीम आर्मी और चंद्रशेखर की अलगाववादी सोच और गतिविधियां सामने आनी शुरू हो गई थी। चंद्रशेखर राजपूतों से खासतौर से खुन्नस रखता है। उसने अपने गतिविधियों की शुरूआत ही राजपूतों से भिड़ने उनसे टकराव करने के रूप में की थी।

बिहार में राष्ट्रीय जनता दल की उम्मीदों पर तब फिरा पानी, जब लालू प्रसाद यादव को जमानत तो मिली लेकिन जेल से नहीं आ सकेंगे बाहर जबतक एक ओर प्रकरण की सुनवाई हो नहीं जाती पूरी attacknews.in

रांची 09 अक्टूबर । बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को चाइबासा कोषागार से अवैध निकासी मामले में जमानत मिलने के बाद भी फिलहाल जेल से बाहर नहीं आ पाने से बिहार विधानसभा चुनाव में अपने नेता की उपस्थिति की राह देख रहे राजद की उम्मीदों पर पानी फिर गया है।

झारखंड उच्च न्यायालय में न्यायमूर्ति अपरेश कुमार की अदालत ने राजद अध्यक्ष श्री यादव की ओर से चाइबासा कोषागार से अवैध निकासी मामले में दायर की गई जमानत याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई करने के बाद उन्हें जमानत दे दी। साथ ही अदालत ने श्री यादव को निचली अदालत में दो लाख रुपये जमा कराने तथा रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) को 06 नवंबर तक श्री यादव की मेडिकल रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है।

श्री यादव की ओर से पेश हुए वकील ने अदालत से प्रार्थना की चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी मामले में श्री लालू यादव ने आधी सजा पूरी कर ली है। इस आधार पर उन्हें जमानत दी जाए। अदालत ने सुनवाई के बाद इस मामले में श्री यादव की जमानत अर्जी मंजूर कर ली। लेकिन, दुमका कोषागार से अवैध निकासी मामले में सुनवाई पूरी नहीं होने तक वह जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे।