पुलिस थाना प्रभारी ने दहेज प्रताडना की शिकार महिला से बलात्कार करने के साथ ही अश्लील वीडियो बनाकर कर दिया वायरल attacknews.in

शाहजहांपुर (उप्र) 15 जनवरी। जिले के एक दारोगा के खिलाफ दुराचार करने और पीड़िता का अश्लील वीडियो बनाने का एक बार फिर से आरोप लगाया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने बताया कि थाना जलालाबाद में तैनात दारोगा सुनील शर्मा पर एक महिला ने आरोप लगाया है, “वह (महिला) मुकदमे की तारीख के बाद शाहजहांपुर से वापस कलान जाने के लिए एक ऑटो (तिपहिया वाहन) में बैठी लेकिन ऑटो चालक ने उसे एक सुनसान जगह पर उतार दिया और कलान जाने से मना कर दियाl”

पुलिस में दर्ज कराई गई रिपोर्ट के हवाले से पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उसके बाद दारोगा सुनील शर्मा वहां पहुंच गए और उन पर आरोप है कि उन्होंने महिला को धमकी दी तथा उसे अपनी कार में जबरन डालकर सुनसान जगह ले गए।

आनंद ने बताया कि इसके बाद दारोगा ने महिला को ‘कोल्ड ड्रिंक’ में कोई नशीला पदार्थ डाल कर पिलाया तथा उसके साथ दुराचार किया और उसका अश्लील वीडियो भी बना लिया ।

महिला ने पिछले साल 2 सितंबर को शर्मा के विरुद्ध दुराचार का एक मामला दर्ज कराया था। उस समय शर्मा कलान थाने के प्रभारी थे। महिला ने शर्मा पर आरोप लगाया था कि उसका उसके पति के साथ दहेज विवाद चल रहा है और वह इसी मामले के सिलसिले में शर्मा के संपर्क में आई थी।

इस घटना का सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद एक मामला दर्ज किया गया था लेकिन बदायूं पुलिस ने अपनी जांच में मामले को खत्म करते हुए फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी।

पीड़िता 8 जनवरी को इसी मामले में कोर्ट में अर्जी देने के लिए शाहजहांपुर न्यायालय आई थी। महिला ने आरोप लगाया है कि वहां से लौटते समय उक्त दारोगा ने दुराचार किया।

पुलिस अधीक्षक आनंद ने बताया कि आरोपी सुनील शर्मा का गैर जनपद स्थानांतरण के लिए लिखा गया है, वही पीड़िता द्वारा दर्ज कराए गए मामले की जांच भी दूसरे जिले की पुलिस से कराई जाएगी।

पुलिस ने आज महिला को चिकित्सीय जांच के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा।

इंदौर का JRG ग्रुप करोडों रुपयों की काली कमाई खपाने वाला ठिकाना निकला:आयकर छापे में सामने आई डेढ़ सौ करोड़ से ज्यादा की अघोषित आय; कई रसूखदारों के नाम सामने आए attacknews.in

इंदौर, 15 जनवरी । मध्यप्रदेश के इंदौर के एक कारोबारी समूह पर पड़े आयकर छापे में अब तक डेढ़ सौ करोड़ की अघोषित आय सामने आई है।

आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि बीते चार दिनों से कार्रवाई जारी हैं। कारोबारी के एक दर्जन ठिकानों से मिले वित्तीय लेन-दिन के दस्तावेजों को खंगला जा रहा हैं। इन दस्तावेजों में 250 से ज्यादा लोगों के अघोषित वित्तीय व्यवहार का ब्यौरा सामने आया हैं, जिन्हें समन जारी कर विभाग पूछताछ के लिए तलब कर सकता हैं।

समूह के निदेशक और अन्य संबंधियों के 100 से ज्यादा बैंक खाते, 12 बैंक लॉकर, कम्प्यूटर डेटा मिले हैं,जिसमें एक करोड़ से ज्यादा नगदी, 25 लाख के आभूषण, जमीनों में निवेश के दस्तावेज प्रमुख हैं। अब तक आयकर विभाग को डेढ़ करोड़ से ज्यादा की अघोषित आय के प्रमाण मिले हैं।

आयकर विभाग ने भारी मात्रा में कर अपवंचन सामने आने के आसार को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को भी मामले की व्यापकता से अवगत करवा दिया हैं। कार्रवाई की जद में आया समूह का मुख्य कारोबार रियल स्टेट का हैं।

कल इतने करोड़ रुपये हुए थे उजागर:

इससे पहले इंदौर के इस व्यावसायिक समूह के ठिकानों पर आयकर विभाग की 4 दिनों से लगातार छापे की कार्रवाई के दौरान कल 70 करोड़ रुपयों से ज्यादा की अघोषित आय सामने आयी थी ।

आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार विभाग की लगभग एक दर्जन टीम तीन दिनों से कार्रवाई में जुटी हैं। अब तक 12 बैंक लॉकर, 100 से ज्यादा बैंक खाते, एक करोड़ रुपयों से अधिक की नगदी और सोने-चांदी के आभूषण मिले ।

सूत्रों ने बताया कि अब तक 70 करोड़ रुपयों से ज्यादा की अघोषित आय सामने आई । बैंक लॉकर से जमीनों में निवेश संबंधी कागजात मिले । लगभग एक दर्जन ठिकानों पर छापे की कार्रवाई की गयी।

अनुमान है कि कार्रवाई आगामी एक दो दिनों तक जारी रहेगी। व्यावसायिक समूह मुख्य रूप से ‘रीयल ईस्टेट’ कारोबार से जुड़ा हुआ है।

आयकर विभाग की जांच में जेआरजी ग्रुप पर 70 करोड़ से अधिक की आयकर चोरी का पता चला ।जेआरजी ग्रुप के 50 से अधिक बैंक खाते हैं।आयकर विभाग को यह भी पता चला है कि 40 करोड़ की सांवेर में खरीदी जमीन का सौदे के दौरान 30 फीसदी राशि का चेक और 70 फीसदी राशि का भुगतान नकद में किया गया था।आयकर विभाग द्वारा ऑपरेशन का कोड ‘इंसान चाहता क्या है’ रखा गया था।

आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग ने मंगलवार को ग्रुप के एक दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर छापा मार कार्रवाई की थी, जो देर रात तक चलती रही।

जेआरजी ग्रुप और उससे जुड़े पार्टनरों के यहां पड़े इन छापों में करोड़ों के बेनामी लेन-देन के साथ 50 से अधिक बैंक खाते, एक दर्जन लॉकर के साथ कई डायरियां और अन्य दस्तावेज, लैपटॉप, पेन ड्राइव जब्त की गई ।

काली कमाई खपाने के कई तरीके थे:

जेआरजी रियलिटी और उससे जुड़ी कंपनियों के कर्ताधर्ताओं के यहां जांच शुरू की गई, जिसमें घनश्याम गोयल, तिलक गोयल, अनिल धाकड़, रोशन पोरवाल के ठिकाने प्रमुख रूप से शामिल हैं ।

सूत्रों के मुताबिक, जमीनी कारोबार के साथ-साथ अनाज, दलहन के सौदों के जरिए भी काली कमाई को खपाया गया. आयकर विभाग की टीम अभी और भी जांच करेगी।

ध्यान शिविर का स्टीकर लगा रखा था गाड़ियों पर :

बिंल्डर अनिल धाकड़ के पॉश इलाके टेलिफोन नगर और साकेत में आलीशान बंगले हैं।टेलिफोन नगर में धाकड़ के बेटे अंशुल धाकड़ रहते हैं।अनिल धाकड़ भी यहां आते जाते रहते हैं।वह कुछ समय पहले ही साकेत स्थित बंगले में शिफ्ट हुए हैं।

आयकर की टीम जिन लक्जरी वाहनों से सर्वे की कार्रवाई करने धाकड़ के घर पहुंची थी उस पर एक ध्यान शिविर का स्टीकर लगाया गया था, ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि छापे की कार्रवाई की किसी को भनक न लग पाए इसलिए इस तरह के स्टीकर लगाए गए थे।

महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक का दामाद समीर खान की ड्रग्स मामले में गिरफ्तारी के बाद NCB ने कई जगहों पर की छापामारी, उजागर होंगे कई बड़े चेहरे attacknews.in

मुंबई,15 जनवरी । मादक पदार्थ मामलों की जांच रही नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने शुक्रवार को मुंबई में दो स्थानाें पर छापा मारा।

महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के दामाद समीर खान की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ से मिली जानकारी के बाद छापा मारा गया।

ड्रग्स मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) लगातार छापेमारी को अंजाम दे रही है. एक दिन पहले ही एनसीबी ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक के दामाद समीर खान को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद अब एनसीबी ने समीर खान के घर पर छापेमारी की है। इसके साथ ही एनसीबी की ओर से मुंबई के अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की जा रही है।

ड्रग्स मामले में मुंबई में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जरिए बांद्रा में समीर खान के आवास पर छापेमारी की जा रही है. ड्रग्स के मामले में कल ही एनसीबी ने समीर खान को पूछताछ के लिए बुलाया था. वहीं पूछताछ के बाद समीर खान को गिरफ्तार कर लिया गया था. समीर खान नवाब मलिक के दामाद हैं।

महाराष्ट्र सरकार में नवाब मलिक अल्पसंख्यक मामलों और कौशल विकास मंत्री हैं।वहीं समीर खान का मेडिकल चेकअप भी किया गया, जिसके बाद समीर खान को कोर्ट के सामने पेश किया गया ।

मुंबई में कई जगह छापेमारी

समीर खान के घर के अलावा भी एनसीबी ड्रग्स केस में मुंबई के कई जगहों पर छापेमारी कर रही है।एनसीबी की ओर से बताया गया है कि एनसीबी मुंबई के कई जगहों पर छापेमारी कर रही है।कल समीर खान की गिरफ्तारी के बाद एनसीबी ने ड्रग्स मामले में अपनी जांच तेज कर दी है. एनसीबी की कई टीमें कल रात से ही मुंबई में छापेमारी कर रही हैं।

सूत्रों के मुताबिक ड्रग्स केस के एक आरोपी और उनके बीच 20000 रुपये के कथित ऑनलाइन लेनदेन का मामला सामने आने के बाद एनसीबी ने समीन खान को तलब किया था. इस मामले में ब्रिटिश नागरिक करण सजनानी और दो अन्य को पिछले सप्ताह 200 किलोग्राम गांजा के साथ गिरफ्तार किया गया था।

इंदौर में जेआरजी ग्रुप के ठिकानों पर 3 दिनों से आयकर छापामारी में 70 करोड़ से अधिक की अघोषित आय उजागर,अब तक 12 बैंक लॉकर, 100 से ज्यादा बैंक खाते,नगदी और सोने-चांदी के आभूषण मिले attacknews.in

इंदौर, 14 जनवरी । मध्यप्रदेश के इंदौर के एक व्यावसायिक समूह के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापे की कार्रवाई के दौरान 70 करोड़ रुपयों से ज्यादा की अघोषित आय सामने आयी है।

आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार विभाग की लगभग एक दर्जन टीम तीन दिनों से कार्रवाई में जुटी हुई हैं। अब तक 12 बैंक लॉकर, 100 से ज्यादा बैंक खाते, एक करोड़ रुपयों से अधिक की नगदी और सोने-चांदी के आभूषण मिले हैं।

सूत्रों ने बताया कि अब तक 70 करोड़ रुपयों से ज्यादा की अघोषित आय सामने आई हैं। बैंक लॉकर से जमीनों में निवेश संबंधी कागजात मिले हैं। लगभग एक दर्जन ठिकानों पर छापे की कार्रवाई की गयी।

अनुमान है कि कार्रवाई आगामी एक दो दिनों तक जारी रहेगी। व्यावसायिक समूह मुख्य रूप से ‘रीयल ईस्टेट’ कारोबार से जुड़ा हुआ है।

आयकर विभाग की जांच में जेआरजी ग्रुप पर 70 करोड़ से अधिक की आयकर चोरी का पता चला है।जेआरजी ग्रुप के 50 से अधिक बैंक खाते हैं।आयकर विभाग को यह भी पता चला है कि 40 करोड़ की सांवेर में खरीदी जमीन का सौदे के दौरान 30 फीसदी राशि का चेक और 70 फीसदी राशि का भुगतान नकद में किया गया था।आयकर विभाग द्वारा ऑपरेशन का कोड ‘इंसान चाहता क्या है’ रखा गया था।

आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग ने मंगलवार को ग्रुप के एक दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर छापा मार कार्रवाई की थी, जो देर रात तक चलती रही।

जेआरजी ग्रुप और उससे जुड़े पार्टनरों के यहां पड़े इन छापों में करोड़ों के बेनामी लेन-देन के साथ 50 से अधिक बैंक खाते, एक दर्जन लॉकर के साथ कई डायरियां और अन्य दस्तावेज, लैपटॉप, पेन ड्राइव जब्त की गई है।

काली कमाई खपाने के कई तरीके थे:

जेआरजी रियलिटी और उससे जुड़ी कंपनियों के कर्ताधर्ताओं के यहां जांच शुरू की गई, जिसमें घनश्याम गोयल, तिलक गोयल, अनिल धाकड़, रोशन पोरवाल के ठिकाने प्रमुख रूप से शामिल थे।

सूत्रों के मुताबिक, जमीनी कारोबार के साथ-साथ अनाज, दलहन के सौदों के जरिए भी काली कमाई को खपाया गया. आयकर विभाग की टीम अभी और भी जांच करेगी।

ध्यान शिविर का स्टीकर लगा रखा था गाड़ियों पर :

बिंल्डर अनिल धाकड़ के पॉश इलाके टेलिफोन नगर और साकेत में आलीशान बंगले हैं।टेलिफोन नगर में धाकड़ के बेटे अंशुल धाकड़ रहते हैं।अनिल धाकड़ भी यहां आते जाते रहते हैं।वह कुछ समय पहले ही साकेत स्थित बंगले में शिफ्ट हुए हैं।

आयकर की टीम जिन लक्जरी वाहनों से सर्वे की कार्रवाई करने धाकड़ के घर पहुंची थी उस पर एक ध्यान शिविर का स्टीकर लगाया गया था, ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि छापे की कार्रवाई की किसी को भनक न लग पाए इसलिए इस तरह के स्टीकर लगाए गए थे।

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार के मंत्री नवाब मलिक का दामाद समीर खान 200 किलो ड्रग्स की बड़ी खेप के साथ गिरफ्तार attacknews.in

मुंबई,14 जनवरी ।महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के दामाद समीर खान को नशीले पदार्थ के मामले में
एक स्थानीय अदालत ने गुरुवार को 18 जून तक नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की हिरासत में भेज दिया गया।

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक के दामाद को गिरफ्तार किया है।

बताया जा रहा है कि समीर खान को मुंबई में जब्त 200 किलो ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार किया गया है।

एनसीबी ने बुधवार को समीर खान को पूछताछ के लिए बुलाया था। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

समीर खान एनसीपी नेता नवाब मलिक की बेटी निलोफर के पति हैं। वहीं, एनसीबी मुंबई के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेडे ने बताया था कि सूत्रों से मिली जानकारी के बाद एनसीबी ने मुंबई के बांद्रा में कूरियर से गांजा जब्त किया था। इस दौरान जांच में समीर खान का नाम सामने आया था। उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया था।

ये लोग हुए गिरफ्तार

समीर वानखेडे ने बताया था कि एनसीबी ने खार में करण सजनानी के घर से गांजे की खेप बरामद की थी। इसके बाद करण सजनानी, राहिला फर्नीचरवाला, शाइस्ता फर्नीचरवाला और राम कुमार तिवारी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। इस मामले में एनसीबी ने मंगलवार को मुच्छड़ पानवाला को भी गिरफ्तार किया था।

200 किलोग्राम मादक पदार्थों को जब्त करने और मुंबई के प्रसिद्ध ‘मुच्छड़ पानवाला की गिरफ्तारी के बाद नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी ने यह एक और बड़ी कार्रवाई की ।

NCB ने किया था समन जारी

एनसीबी का कहना है कि समीर खान और करन सजनानी के बीच गूगल पे के जरिए 20 हजार रुपये की लेन-देन हुई । एनसीबी को संदेह था कि ड्रग्स की इस खरीद के लिए ही यह लेन-देन हुई । इसी बात की सच्चाई जानने के लिए जांच एजेंसी ने समीर खान को बुलाया था। एजेंसी ने 200 किलोग्राम मादक पदार्थों की जब्ती के मामले में ही समीर खान को समन जारी किया था।

बता दें कि पिछले सप्ताह एक इस मामले में खार और बांद्रा इलाके से 200 किलोग्राम मादक पदार्थों के साथ एक ब्रिटिश नागरिक करन सजनानी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया ।

अमेरिका से लाये गए नशीले पदार्थ भी मिले-

जांच के दौरान मुंबई में प्रसिद्ध ‘मुच्छड़ पानवाला’ की दुकान के एक मालिक रामकुमार तिवारी का नाम सामने आया था, जिसे पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया। दक्षिण मुंबई के केंप्स कॉर्नर में स्थित पान की यह दुकान बहुत प्रसिद्ध है, क्योंकि यहां कुछ मशहूर हस्तियां अक्सर आती रहती हैं।

अधिकारी ने बताया कि जब्त किए गए नशीले पदार्थों में गांजा, ‘ओजी कुश’ (एक प्रकार का भांग) और मारिजुआना जैसे मादक पदार्थ शामिल थे। उनमें से कुछ अमेरिका से लाए गए थे।

तिवारी को एनसीबी ने सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया था और उसका बयान दर्ज किया गया था। अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के बाद उसे मंगलवार को हिरासत में ले लिया गया।

IAS और SAS में सबसे बड़ी रिश्वत लेने की लगी होड़:लाखों रुपये की रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार दोनो कलेक्टरी वाले  एसडीएम को भेजा जेल और दलाल को सौंपा पुलिस रिमांड पर;एक SDM पांच लाख की रिश्वत लेते हुए एवं दूसरे SDM दस लाख रूपये मांगने के आरोप में और एक SDM के दलाल को 38 लाख की राशि के साथ किया था गिरफ्तार attacknews.in

जयपुर 14 जनवरी । राजस्थान के जयपुर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अदालत ने रिश्वत लेते पकड़े गए बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीणा और दौसा एसडीएम पुष्कर मित्तल को आज न्यायिक हिरासत में भेज दिया वहीं दलाल नीरज मीणा को दो दिन की पुलिस रिमांड़ पर भेज दिया।

एसीबी सूत्रों के अनुसार ब्यूरो ने गुरुवार को दोनों आरोपी एसडीएम को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम-2 के मजिस्ट्रेट सचिन गुप्ता के आवास पर पेश किया। पेशी के बाद जज ने दोनों अफसरों को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। वहीं, दलाल नीरज मीणा को वैशाली नगर में मजिस्ट्रेट के आवास पर पेश किया, जहां से उसे दो दिन की पुलिस रिमांड पर सौंप दिया।

यह था मामला:

राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने दौसा जिले में एसडीएम पुष्कर मित्तल को पांच लाख रूपये की रिश्वत लेते एवं बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीना को दस लाख रूपये की रिश्वत की मांग करते हुये गरफ्तार किया गया था ।

ब्यूरो टीम ने इसके साथ ही दलाल नीरज मीणा को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक दौसा के नाम से 38 लाख रूपये रिश्वत राशि की मांग किये जाने पर गिरफ्तार किया ।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने बुधवार को दौसा में बड़ी कार्रवाई करके दो आरएएस अधिकारियों को रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किया। इसमें दौसा के एसडीएम पुष्कर मित्तल को 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। जबकि बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीणा को 10 लाख रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।

एसीबी ने पुष्कर मित्तल को दौसा स्थित सिविल लाइंस स्थित घर पर रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया, जबकि, बांदीकुई एसडीएम ऑफिस से पिंकी मीणा को रिश्वत की मांग करते गिरफ्तार किया गया। बाद में एसीबी एसडीएम पिंकी मीणा को दौसा एसडीएम के आवास पर लेकर आई। यहां बंद कमरे में दोनों अधिकारियों को आमने-सामने बैठाकर एसीबी पूछताछ की गई।। वहीं एक दलाल नीरज मीणा को दौसा के पूर्व अधीक्षक के नाम से 38 लाख रुपए की रिश्वत की मांग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।

ठेकेदार से मांगी थी रिश्वत

एसीबी डीजी बीएल सोनी और एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि दोनों एसडीएम ने भारतमाला परियोजना (दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाइवे) के ठेकेदार से रिश्वत मांगी थी। इस मामले की जानकारी एसीबी तक पहुंच गई थी। इसके बाद एसीबी ने दोनों अधिकारियों को ट्रैप का जाल बिछाया और बुधवार को दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। एएसपी नरोत्तम वर्मा और सीआई नीरज भारद्वाज के नेतृत्व में इस कार्रवाई को अंजाम दिया।

CBI ने दिल्ली पुलिस के दो हेड कांस्टेबल को किया गिरफ्तार;एक ने दुकान लगाने तो दूसरे हेड कांस्टेबल ने चोरी के मुकदमे में सहयोग देने के नाम पर ली थी रिश्वत attacknews.in

नयी दिल्ली 13 जनवरी । केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने घूसखोरी के कथित दो अलग-अलग मामलों में एक दिल्ली पुलिस के दो हेड कांस्टेबल और दो अन्य व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।

सीबीआई प्रवक्ता आर सी जोशी ने बुधवार को बताया कि जांच एजेंसी ने नयी दिल्ली स्थित कनॉट प्लेस इलाके में फुटपाथ पर दुकान लगाने के लिए 25 हजार रुपये घूस मांगने की शिकायत पर एक मामला दर्ज किया था। सीबीआई ने जाल बिछाया और कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में तैनात हेड कांस्टेबल की ओर से एक निजी व्यक्ति द्वारा 25 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

उस व्यक्ति की निशानदेही पर सीबीआई ने संबंधित हेड कांस्टेबल और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार हेड कांस्टेबल का नाम अजीत शर्मा, जबकि दो निजी व्यक्तियों का नाम राकेश गुप्ता और लाला है।

एक अन्य मामले में सीबीआई ने चोरी के एक मुकदमे में सहायता पहुंचाने के नाम पर भजनपुरा पुलिस स्टेशन में तैनात हेड कांस्टेबल संजीव कुमार को 25 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। सभी अभियुक्तों को संबंधित अदालत के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

मध्यप्रदेश के मुरैना में जहरीली शराब से 10 लोगों की मौत,सोमवार से शुरू हुआ मौत का कहर मंगलवार को भी जारी attacknews.in

मुरैना 12 जनवरी । मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। सोमवार को जहरीली शराब पीने के चलते 7 लोगों की मौत हुई थी जो आंकड़ा बढ़कर 10 हो गया है। मुरैना जिले के दो अलग-अलग गांव में जहरीली शराब पीने से मौत होने का यह मामला सामने आया है।

मुरैना के सुमावली थाना इलाके के पहावली गांव में 3 और बागचीनी इलाके के मानपुर गांव में 7 लोगो की मौत जहरीली शराब पीने से हो चुकी है। जबकि मुरैना जिला चिकित्सालय में जहरीली शराब से बीमार हुए 7 लोगों का इलाज जारी है। वही गंभीर हालत में 1 व्यक्ति को ग्वालियर भेजा गया है। जबकि अब तक हुई मौतों में ग्वालियर में 2 शव, मुरैना में हें 7 शव, वही मानपुर पृथ्वी में कल दोपहर एक व्यक्ति का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। वही जहरीली शराब पीने से जिन लोगों की मौत हुई है उन सभी का होगा पोस्टमार्टम किया जाएगा।

दूसरी तरफ जहरीली शराब पीने से हुई लोगों की मौत के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। वही पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया का कहना है कि मौके पर पुलिस बल भेजकर मामले की जांच की जा रही है।

इससे पहले पिछले साल उज्जैन में अक्टूबर माह में जहरीली शराब पीने से 16 लोगों की मौत हो गई थी। लेकिन पुलिस कार्यवाही के बाद मामला ठंडे बस्ते में चल गया था। वही अब मुरैना में जहरीली शराब पीने से हुई 10 लोगों की मौत ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए है। इस घटना के बाद आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया है।हालांकि घटना की सूचना मिलने ही स्थानीय थाना पुलिस मौके पर पहुंची और बीमार लोगों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

जानकारी के मुताबिक, बागचीनी थाना स्थित छेरा मानपुर गांव और सुमावली थाना के पहवाली गांव का मामला है। इन दोनों गांव में जहरीली शराब का सेवन करने से अबतक कुल 10 लोगों की मौत हो चुकी है। फिलहाल गंभीर रूप से बीमार पांच लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

बुलंदशहर में जहरीली शराब पीने से 5 लोगों की मौत

गौरतलब है कि, करीब चार दिन पहले यानी 8 जनवरी को उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बुलंदशहर में जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत हो गई थी, जबकि करीब 16 से 17 लोग बीमार हुए थे। इस मामले में पुलिस की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई भी की गई थी। थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया था। गांव वालों ने आरोप लगाया था, शराब माफिया और आबकारी विभाग की साठगांठ से जहरीली शराब बेची जा रही थी।

CBI ने सोशल मीडिया पर ” चाइल्ड पोर्न” बेचने वालों को किया गिरफ्तार:इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों बच्चों के यौन शोषण और चाइल्ड पोर्नोग्राफी का कर रहे थे धंधा attacknews.in

नयी दिल्ली, 10 जनवरी । केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इंस्टाग्राम एवं अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बाल यौन उत्पीड़न संबंधी अश्लील सामग्रियों की खरीद/ बिक्री में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

सीबीआई ने बाल यौन उत्पीड़न संबंधी आपत्तिजनक सामग्रियों की बिक्री के लिए इंस्टाग्राम अकाउंट पर विज्ञापन देने के आरोपों पर एक व्यक्ति को बाल यौन अपराध नियंत्रण अधिनियम की धारा 14 तथा सूचना प्रौद्योगिकी कानून, 2000 की धारा 67-बी के तहत मुकदमा दायर किया है।

सीबीआई ने इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मो पर बाल यौन शोषण सामग्री की कथित बिक्री और खरीद से जुड़े एक मामले की चल रही जांच के दौरान दो लोगों को गिरफ्तार किया है। नीरज कुमार यादव और कुलजीत सिंह माकन के रूप में पहचाने गए आरोपियों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया और इन्हें शनिवार को यहां सीबीआई की विशेष अदालत ने 22 जनवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

सीबीआई ने एक व्यक्ति के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (पोक्सो) 2012 और सूचना एवं प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के तहत मामला दर्ज किया, जिसमें आरोप लगाया गया कि आरोपी आपत्तिजनक सामग्री की बिक्री के लिए इंस्टाग्राम अकाउंट पर विज्ञापन दे रहा था, जिसमें बच्चों से संबंधित अश्लील सामग्री भी थी।

आगे आरोप लगाया गया कि आरोपी ने एक अन्य व्यक्ति से बड़ी मात्रा में डेटा खरीदा था, जिसे क्लाउड-बेस्ड वेबसाइटों पर संग्रहीत किया गया था, जिसमें आपत्तिजनक सामग्री थी, जिसमें चाइल्ड पोर्नोग्राफी सामग्री भी शामिल थी और उसी के लिए पेटीएम के माध्यम से उसे भुगतान किया गया था।

सीबीआी ने कहा कि इसके बाद, आरोपी ने कथित रूप से इंस्टाग्राम पर उक्त सामग्री की बिक्री के लिए एक विज्ञापन पब्लिश किया।

इसने कहा कि ग्राहकों से पेटीएम या गूगल पे के माध्यम से भुगतान प्राप्त करने पर, अभियुक्त कथित रूप से व्हाट्सएप, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से उनके साथ आपत्तिजनक सामग्री साझा कर रहा था। यह भी आरोप है कि वह 2019 से इन गतिविधियों में शामिल है।

इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों बच्चों के यौन शोषण और चाइल्ड पोर्नोग्राफी के धंधे पर सीबीआई ने यह बड़ा प्रहार किया है।

गिरफ्तार किए गए शख्स का नाम नीरज कुमार यादव और कुलजीत सिंह माकन है। सीबीआई के मुताबिक ये लोग इंस्टाग्राम के जरिए चाइल्ड पोर्नोग्राफी मटेरियल का प्रचार करते थे। और ग्राहकों को व्हाट्सएप टेलिग्राम और अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को यौन सामग्री उपलब्ध कराते थे और इसके बदले पेटीएम और गूगल पे पेमेंट लेते थे। सीबीआई ने इन लोगों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और आईटी कानून की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पकड़े गए दोनों आरोपियों को नई दिल्ली के साकेत स्थित सक्षम न्यायालय के समक्ष पेश किया गया और उन्हें 22.01.2021 तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

ऐसे चलता था गंदा धंधा

सीबीआई के अनुसार आरोपी चाइल्ड पोर्नोग्राफिक सामग्री सहित आपत्तिजनक सामग्री की बिक्री के लिए इंस्टाग्राम अकाउंट पर विज्ञापन दे रहा था। उक्त आरोपी ने एक अन्य आरोपी व्यक्ति से बड़ी मात्रा में डेटा खरीदा था। जिसे क्लाउड आधारित वेबसाइटों पर स्टोर किया गया था। यह डेटा चाइल्ड पोर्नोग्राफी सामग्री सहित आपत्तिजनक सामग्री का था। इसके लिए पेटीएम के माध्यम से उसे भुगतान किया गया था। इसके बाद, आरोपी ने कथित रूप से इंस्टाग्राम पर उक्त सामग्री की बिक्री के लिए एक विज्ञापन प्रकाशित किया। ग्राहक पेटीएम अथवा गूगल पे आदि के माध्यम से भुगतान करते थे। भुगतान मिलने के बाद आरोपी कथित रूप से व्हाट्सएप, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से उनके साथ कथित रूप से आपत्तिजनक सामग्री साझा कर रहा था। यह 2019 से इन गतिविधियों में शामिल हैं।

हरियाणा के करनाल में सरकार की कृषि कानूनों के ‘‘फायदे’’ बताने के लिए आयोजित ‘किसान महापंचायत‘ से पहले उपद्रवी किसानों द्वारा कार्यक्रम स्थल पर तोड़फोड़ मचाने के बाद महापंचायत की गई रद्द attacknews.in

चंडीगढ़, 10 जनवरी । केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन के बीच हरियाणा के करनाल के कैमला गांव में किसानों के हंगामे के कारण मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को ‘किसान महापंचायत‘ रद्द करनी पड़ी।

कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों की कार्यक्रम स्थल पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थकों व पुलिस से झड़प हुई। प्रदर्शनकारी पुलिस के लगाये बेरीकेड पार कर हैलीपैड पहुंच गये जहां श्री खट्टर का हेलीकॉप्टर उतरना था। प्रदर्शनकारियों ने वहां तोड़फोड़ की। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस व वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। बाद में मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम रद्द कर दिया।

किसानों ने खट्टर के किसान महापंचायत कार्यक्रम स्थल पर तोड़फोड़ की

हरियाणा में करनाल जिले के कैमला गांव में प्रदर्शनकारी किसानों ने ‘किसान महापंचायत’ के कार्यक्रम स्थल पर तोड़फोड़ की जहां मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर लोगों को केंद्र के तीन कृषि कानूनों के ‘‘फायदे’’ बताने वाले थे।

इससे पहले पुलिस ने कैमला गांव की ओर किसानों के मार्च को रोकने लिए उन पर पानी की बौछारें कीं और आंसू गैस के गोले छोड़े।

बहरहाल, प्रदर्शनकारी कार्यक्रम स्थल तक पहुंच गए और ‘किसान महापंचायत’ कार्यक्रम को बाधित किया।

उन्होंने मंच को क्षतिग्रस्त कर दिया, कुर्सियां, मेज और गमले तोड़ दिए।

किसानों ने अस्थायी हेलीपेड का नियंत्रण भी अपने हाथ में ले लिया जहां मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर उतरना था।

भाजपा नेता रमण मल्लिक ने बताया कि बीकेयू नेता गुरनाम सिंह चरूनी के कहने पर किसानों के हुड़दंगी व्यवहार के कारण कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है।

पुलिस ने गांव में मुख्यमंत्री की यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए थे। इस गांव में खट्टर लोगों को केंद्र के तीन कृषि कानूनों के “फायदे’’ बताएंगे।

भारतीय किसान यूनियन (चरूनी) के तत्वावधान में किसानों ने पहले घोषणा की थी कि वे ‘किसान महापंचायत’ का विरोध करेंगे। वे तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।

किसान काले झंडे लिए हुए थे और भाजपा नीत सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कैमला गांव की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे थे।

पुलिस ने गांव के प्रवेश स्थानों पर बैरीकेड लगा दिए ताकि वे कार्यक्रम स्थल तक नहीं पहुंच पाएं।

स्थिति तब तनावपूर्ण हो गई जब किसान इस बात पर अड़ गए कि वे मुख्यमंत्री को कार्यक्रम नहीं करने देंगे।

पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारी किसानों को शांत करने की कोशिश करते दिखाई दिए लेकिन वे मंच पर कब्जा करने के लिए आगे बढ़ गए।

एक प्रदर्शनकारी ने बताया, “ हम सरकार को यह कार्यक्रम नहीं करने देंगे।“

कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने किसानों पर पानी की बौछारें छोड़ने और आंसू गैस के गोले दगवाने के लिए मुख्यमंत्री खट्टर की आलोचना की।

देशद्रोह मामले में मुंबई के बान्द्रा पुलिस थाना पहुंचकर बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत और उनकी बहन रंगोली ने दर्ज कराये बयान attacknews.in

मुंबई, 08 जनवरी । बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत और उनकी बहन रंगोली चंदेल ने शुक्रवार को बान्द्रा पुलिस के समक्ष देशद्रोह और अन्य आरोपों को लेकर दर्ज मामले में अपने बयान दर्ज कराये।

गौरतलब है कि पिछले वर्ष नवंबर में न्यायमूर्ति एस एस शिंदे और न्यायमूर्ति एम एस कार्णिक की खंडपीठ को रनौत बहनों के वकील रिजवान सिद्दीकी ने बताया था कि उनके मुवक्किल आठ जनवरी को मुंबई पुलिस के समक्ष हाजिर होंगी जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया था।

न्यायालय ने हालांकि दोनों बहनों को उनके खिलाफ एफआईआर के संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कोई भी उकसाने वाले बयान देने से रोक दिया था।

बंबई उच्च न्यायालय में कंगना और रंगोली ने एक याचिका दायर करके बांद्रा मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट जे.वाई के निर्देश से सत्रह अक्टूबर को दर्ज पुलिस प्राथमिकी को रद्द करने की मांग की थी और उच्च न्यायालय के आदेश के बाद आज दोनों बहनों ने पुलिस के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया।

एफआईआर के बाद दोनों बहनों को बांद्रा पुलिस ने तीन अलग-अलग तारीखों पर पेश होने के लिए समन जारी किया गया था, लेकिन विभिन्न कारणों से वे हाजिर नहीं हुयी। तीसरे सम्मन के बाद वे उच्च न्यायालय में चली गयीं और आज पुलिस के समक्ष हाजिर होने पर सहमत हो गयीं।

सीआरपीएफ जवानों की ‘वाई प्लस’ श्रेणी सुरक्षा प्राप्त कंगना मुंबई के उपनगर स्थित पुलिस थाने अपने वकील के साथ दोपहर करीब एक बजे पहुंची। उस समय वहां मीडिया का भारी जमावड़ा था।

अधिकारी ने बताया कि बांद्रा पुलिस ने कंगना रनौत और उनकी बहन रंगोली चंदेल के खिलाफ अक्टूबर में अपनी टिप्पणी के जरिये कथित तौर पर समुदायों में द्वेष पैदा करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की थी।

उन्होंने बताया कि यह प्राथमिकी बांद्रा की मजिस्ट्रेट अदालत के आदेश पर दर्ज की गई ।

अदालत ने पुलिस को निर्देश दिया था कि वह कंगाना रनौत और उनकी बहन के खिलाफ जांच करे। अदालत ने यह आदेश उस शिकायत पर दिया जिसमें आरोप लगाया था कि कंगना और रंगोली सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट के जरिये नफरत फैला रही हैं और सांप्रदायिक तनाव पैदा कर रही हैं।

कास्टिंग डायरेक्टर और फिटनेस ट्रेनर मुनव्वर अली सयैद ने कंगना और उनकी बहन के ट्वीट एवं बयान का संदर्भ देते हुए शिकायत दर्ज कराई थी।

उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा- 153ए (अलग-अलग धार्मिक, जातीय समूहों में द्वेष को बढ़ावा देना), धारा-295 ए (जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को भड़काना), धारा-124 ए (देशद्रोह) और धारा-34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

इससे पहले मुंबई पुलिस ने तीन बार नोटिस जारी कर उन्हें मामले में बयान दर्ज कराने के लिए पुलिस के समक्ष उपस्थित होने को कहा था।

बंबई उच्च न्यायालय ने गत वर्ष नंवबर में कंगना रनौत एवं उनकी बहन रंगोली चंदेल को गिरफ्तारी से सुरक्षा देते हुए और आठ जनवरी को पुलिस के समक्ष उपस्थित होने का निर्देश दिया था।

बदायूं में 50 वर्षीय महिला के साथ दरिंदगी से बलात्कार और हत्याकांड का मुख्य आरोपी इनामी महंत गिरफ्तार,तत्कालीन थाना प्रभारी एवं हल्का इंचार्ज के खिलाफ धारा 166A के तहत मुकदमा दर्ज attacknews.in

बदायूं ,08 जनवरी । उत्तर प्रदेश की बदायूं जिला पुलिस ने आंगनवाड़ी महिला कार्यकर्ता की कथित सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या के मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी 50 हजार रुपये के इनामी महंत को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस अधीक्षक ( देहात) सिद्धार्थ वर्मा ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आंगनवाड़ी महिला कार्यकर्ता के साथ कथित सामूहिक बलात्कार और उसकी हत्या के मामले में फरार मुख्य आरोपी महंत सत्य नारायण को बृहस्पतिवार देर रात उघैती क्षेत्र के मवेली गांव में उसके एक अनुयायी के घर से गिरफ्तार किया गया ।

बदायूं के तत्कालीन थाना प्रभारी एवं हल्का इंचार्ज के खिलाफ धारा 166A के तहत मुकदमा

बदायूं के उघैती क्षेत्र के एक गांव में मंदिर गई एक महिला के साथ हैवानियत के बाद हत्या किए जाने के मामले में उघैती थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी एवं हलका इंचार्ज पर लापरवाही बरतने और अधिकारियों को घटना की सूचना देने में देरी करने के अपराध में धारा 166A के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कराया गया है ।

बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने आज कहा कि उघैती थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी राघवेंद्र सिंह एवं हलका इंचार्ज अमरजीत सिंह ने घटना के 17 घंटे बाद अधिकारियों को अवगत कराया।

प्रशासनिक प्रणाली और बदजुबानी को माफ नहीं करेंगी महिलायें: प्रियंका

उत्तर प्रदेश के बदायूं में बलात्कार के बाद हत्या की घटना को लेकर महिला आयोग की एक सदस्य के बयान की भर्त्सना करते हुये कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को कहा कि महिलायें इस प्रशासनिक प्रणाली और बदजुबानी को माफ नहीं करेंगी।

श्रीमती वाड्रा ने शुक्रवार को अपने फेसबुक वाल पर पोस्ट किया “ क्या इस व्यवहार से हम महिला सुरक्षा सुनिश्चित कर पाएंगे। महिला आयोग की सदस्य बलात्कार के लिए पीड़िता को दोषी ठहरा रही हैं। बदायूं प्रशासन को ये चिंता है कि इस केस का सच सामने लाने वाली पीड़िता की पोस्टमार्टम लीक कैसे हुई।”

उन्होने चेतावनी भरे लहजे में कहा “याद रखिए कि इस समय एक और भयावह बलात्कार के मामले में मुरादाबाद की पीड़िता मौत से जंग लड़ रही है। महिलाएं इस प्रशासनिक प्रणाली को व इस बदजुबानी को माफ नहीं करेंगी। ”

महिला आयोग सदस्या ने दिया था यह बयान:

गौरतलब है कि राष्‍ट्रीय महिला आयोग की सदस्‍य चंद्रमुखी देवी ने गुरुवार को बदायूं में पीड़ित परिवार के घर का दौरा किया था और पुलिस अधिकारियों से जानकारी हासिल की थी। बाद में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होने कहा था कि यदि शाम के समय महिला मंदिर जाते समय परिवार के किसी सदस्य को साथ ले जाती तो इस जघन्य वारदात को टाला जा सकता था। हालांकि उन्होने कहा कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिये। उन्‍होंने कहा थाा कि मामले में पुलिस की लापरवाही उजागर हुयी है। अगर पुलिस सक्रिय होती तो यह घटना नहीं हो सकती थी।

होगी SIT से जांच:

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार शाम हुयी इस घटना की जांच एसआईटी से कराने के निर्देश दिये हैं। इस मामले में मुख्य आरोपी समेत सभी तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में संबधित क्षेत्र के थानाध्यक्ष को निलंबित किया गया है।

मानवता शर्मसार: उत्तरप्रदेश के हरदोई में 75 साल की वृद्धा के साथ बलात्कार attacknews.in

हरदोई 08 जनवरी । उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना में एक कामांध युवक ने शराब के नशे में एक 75 साल की वृद्ध महिला के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दे डाला।

घटना के दौरान वृद्ध महिला घर में अकेली थी। आरोपी युवक महिला के गांव का ही रहने वाला है। कामांध युवक ने वृद्ध महिला के साथ दुष्कर्म की वारदात के दौरान उससे बेरहमी भी की जिससे महिला को चोटे भी आयी है।

घटना की जानकारी तब हुई जब उसका बेटा घर वापस लौटा तब वृद्ध महिला ने घटना की जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई मौके पर पहुंची पुलिस ने वृद्ध महिला को उपचार के लिए अस्पताल में भेज कर आरोपी युवक की तलाश शुरू कर दी है।

अपर पुलिस अधीक्षक कपिल देव ने कहा कि मल्लावां कोतवाली के एक गांव की रहने वाली वृद्धा कल रात अपने घर में अकेली थी। उसी दौरान गांव का कमलेश नाम का युवक वृद्धा के घर उसके बेटे को पूछने पहुंचा और जब वृद्धा ने बेटे के घर पर ना होने की बात बताई तो आरोपी युवक ने घर में घुसकर वृद्ध महिला के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। कामांध युवक की करतूत से महिला को कई जगह चोटें भी आई हैं।

उत्तरप्रदेश में एकबार फिर जहरीली शराब का कहर : बुलंदशहर जिले के सिकंदराबाद में अवैध शराब के सेवन से पांच मरे,16 गंभीर,मौत का आंकड़ा बढ़ने की संभावना;मेरठ के संयुक्त आबकारी आयुक्त समेत तीन का तबादला,चार निलंबित attacknews.in

बुलंदशहर 08 जनवरी । उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर जिले के सिकंदराबाद क्षेत्र में जहरीली शराब के सेवन से कम से कम पांच लोगों की मृत्यु हो गयी जबकि 16 अन्य की हालत गंभीर बनी हुयी है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने शुक्रवार को बताया कि इस सिलसिले में लापरवाही बरतने के आरोप में सिकंदराबाद के प्रभारी निरीक्षक, एक दरोगा और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। मुख्य आरोपी फिलहाल फरार है हालांकि उसके परिवार के तीन सदस्यों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि ग्राम जीत गड़ी में बीती रात नौ लोगों ने गांव के ही एक व्यक्ति से शराब खरीदी और सभी ने एक साथ बैठकर शराब का सेवन किया। देर रात में गांव के सतीश (35), कलुआ (40), रंजीत (41) और सुखपाल (60) की हालत बिगड़ने शुरू हो गई। परिजन चारों को अस्पताल ले गए लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले चारों ने दम तोड़ दिया वहीं शराब पीने वाले पांच लोगों को भी आज भाेर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां एक की उपचार के दौरान मौत हो गयी।

उन्होने बताया कि शराब का सेवन करने वालों में आठ अन्य गांव के लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आबकारी विभाग की टीम भी ग्राम जीत गड़ी में पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। जिला मजिस्ट्रेट रविंद्र कुमार और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह आज सुबह मौके पर पहुंच गए।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मृत्यु हुई है वही 16 लोगों की हालत खराब है जिनको सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

ग्रामीणों ने डीएम एसएसपी के सामने पुलिस की मिलीभगत से गांव में अवैध शराब बिक्री का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस के संरक्षण में शराब माफिया खुलेआम अवैध रूप से शराब की बिक्री कर रहे हैं।

डीएम ने स्वीकार किया कि इस धंधे में गांव के ही कुलदीप का नाम सामने आया है। उसके घर की तलाशी से मिस इंडिया मार्का शराब की बोतलें बरामद हुई है।

जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि प्रशासन की प्राथमिकता शराब पीने से बीमार लोगों की जान बचाना है इसी उद्देश्य से 16 लोगों को आसपास के निजी व सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

दूसरी ओर एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने अवैध शराब बिक्री में प्रथम दृष्टया पुलिस की लापरवाही मानते हुए सिकंदराबाद के प्रभारी निरीक्षक दीक्षित कुमार त्यागी चौकी इंचार्ज अनोखे पुरी और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया है।

जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि मरने वाले चारों ग्रामीणों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी गांव में ही कैंप कर रहे हैं।

मेरठ के संयुक्त आबकारी आयुक्त समेत तीन का तबादला,चार निलंबित

उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर के सिकंदराबाद क्षेत्र में जहरीली शराब के मामले में सरकार ने सख्त कार्रवाई करते हुये मेरठ के संयुक्त आबकारी आयुक्त समेत तीन को आबकारी आयुक्तालय से संबद्ध कर दिया जबकि आबकारी निरीक्षक समेत चार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।

अपर मुख्य सचिव आबकारी श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि बुलन्दशहर के जीतगढ़ी गांव की घटना की गम्भीरता को संज्ञान में लेते हुए सरकार ने संयुक्त आबकारी आयुक्त मेरठ जोन राजेश मणि त्रिपाठी एवं उप आबकारी आयुक्त मेरठ सुरेश चन्दा पटेल तथा जिला आबकारी अधिकारी, बुलन्दशहर संजय कुमार त्रिपाठी के विरूद्ध पर्यवेक्षणीय कार्य में शिथिलता बरतने के आरोप में तत्काल प्रभाव से विभागीय कार्यवाही संस्थित करते हुए आबकारी आयुक्तालय से सम्बद्ध् कर दिया गया है।

राजस्थान में पूर्व सरपंच पति को अपने हनीट्रेप के जाल में फंसाकर सामरिक एवं सैन्य गोपनीय सूचनाएं हासिल की attacknews.in

जैसलमेर 7 जनवरी । पाकिस्तानी खुफिया एजेन्सी आईएसआई के जैसलमेर जिले के लाठी थाना क्षेत्र में एक पूर्व सरपंच पति को अपने हनीट्रेप के जाल में फंसाकर पिछले एक साल से भी ज्यादा समय से सामरिक, सैन्य गोपनीय दस्तावेज एवं सेना के मूवमेन्ट के बारे में जानकारी हासिल करने की एक सनसनीखेज मामले का भारतीय खुफिया एवं सुरक्षा एजेंसियों ने खुलासा किया हैं।

खुफिया एजेन्सी इंटेलीजेन्स ब्यूरो से मिले इनपुट के आधार पर राजस्थान की सीआईडी पुलिस ने आज एक संयुक्त ऑपरेशन में इस पूर्व सरपंच पति सत्यनारायण पालीवाल को डिटेन कर उससे पूछताछ शुरू की हैं जिसमें उसने कुछ गोपनीय डॉक्युमेन्ट्स सोशल मीडिया के जरिए शेयर करने की बात स्वीकारी हैं उससे और गहन जांच पड़ताल के लिये जयपुर ले जाया जा रहा है।

अधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जैसलमेर की पोकरण फायरिंग रेन्ज में 12 महिना सेना एवं वायुसेना की सैन्य व सामरिक गतिविधियां चलती रहती हैं, पोकरण रेन्ज तीन हिस्सों में बटी हुई हैं जिसमें लाठी क्षेत्र में टैंक व गन्स की फायरिंग होती रहती हैं पूरे देश से सेना की विभिन्न रेजीमेन्टें समय समय पर अपने फायरिंग प्रेक्टिस के लिये यहां आती रहती हैं इसके करण यह रेन्ज देश की सुरक्षा के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है।

उधर पाकिस्तान लाठी व खेतोलई फायरिंग रेन्ज से सैन्य गतिविधियों की जानकारी हासिल करने की जोरदार कोशिशें करता रहता हैं इसी कड़ी में पाकिस्तानी खुफिया ऐजेन्सी आई.एस.आई की महिला विंग ने जैसलमेर जिले के लाठी क्षेत्र के रहने वाले तत्कालीन सरपंच के पति सत्यनारायण पालीवाल को फ्रेण्ड रिक्वेस्ट भेज कर उसे अपनी हनीट्रेप के जाल में फंसाया।

सूत्रों ने बताया कि लाठी क्षेत्र में तैनात सरपंच पति को वहां पर आने वाली रेजीमेन्ट को फायरिंग तथा अन्य गतिविधियों के लिए एनओसी, सर्टिफिकेट एवं अन्य जानकारियां देनी होती हैं। ऐसे में उक्त सरपंच के पास उस क्षेत्र में सभी सैन्य मूवमेन्ट की जानकारी होती हैं जिसका पाक खुफिया एजेन्सी आईएसआई ने फायदा उठाकर इस सरपंच पति को हनीट्रेप के जाल में फंसाया।

उसके बाद सैन्य डॉक्युमेन्ट व जानकारी हासिल करने शुरू किए व सीमा पार से बैठी यह महिलाएं चिकनी चुपड़ी बातें कर इस पूर्व सरपंच से कई गोपनीय जानकारी हासिल करने में कामयाब हो गई।

राजस्थान इंटेलीजेन्स के अतिरिक्त महानिदेशक उमेश मिश्रा ने इस मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि हमनें जैसलमेर जिले के लाठी क्षेत्र से हनीट्रेप में फंसकर सीमा पार सामरिक सूचना भिजवाने के संदेह में एक संदिग्ध व्यक्ति सत्यनारायण पालीवाल को डिटेन किया हैं उससे पूछताछ जारी हैं एवं गहन जांच पड़ताल के लिए जयपुर लाया जा रहा है।