कोयला घोटाला मामले में CBI पहुंची ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की पत्नी रूजिरा बनर्जी के दरवाजे,पूछताछ करना चाहती है,पश्चिम बंगाल की सियासत गर्माई attacknews.in

कोलकाता 21 फरवरी । पश्चिम बंगाल में कोयला घोटाले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी से पैसों के लेन-देन समेत को लेकर पूछताछ करना चाहती है।

स्थानीय मीडिया के अनुसार सीबीआई की पांच सदस्यीय टीम ने रविवार को अपराह्न में दक्षिण कोलकाता के कालीघाट स्थित अभिषेक बनर्जी के घर रुजिरा बनर्जी को फोन किया था, लेकिन सीबीआई अधिकारियों को बताया गया कि इस समय घर पर कोई नहीं है। सीबीआई के अधिकारियों को यह बात श्री अभिषेक बनर्जी के घर पर पहरा दे रहे राज्य पुलिस के जवानों ने बतायी थी।

अभी तक हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सीबीआई अधिकारियों ने पूछताछ के लिए कोई नोटिस दिया है या नहीं।

इस मामले में सीबीआई संदिग्ध कोयला माफिया अनूप माझी उर्फ लाला के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर चुकी है। आरोप है कि कोयला माफिया ने नियमित रूप से राज्य के प्रभावशाली नेताओं को रिश्वत दी। यह पैसा कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस के युवा नेता विनय मिश्रा के जरिये पहुंचा, जिसकी इस मामले में जांच की जा रही है। मौजूदा समय में विनय फरार है।

सीबीआई ने मेरी पत्नी को जारी किया नोटिस : अभिषेक

इसी बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी के भतीजे एवं सांसद अभिषेक बनर्जी ने रविवार को कहा कि उनकी पत्नी रूजिरा बनर्जी ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से जारी एक नोटिस प्राप्त किया है।

दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर लोकसभा सीट से तृणमूल के सांसद श्री बनर्जी ने कहा,“आज दोपहर के बाद करीब दो बजे सीबीआई की ओर से मेरी पत्नी के नाम पर जारी नोटिस मिला।”

श्री बनर्जी ने कहा,“हमें कानून पर पूरा भरोसा है। हालांकि, अगर वे सोचते हैं कि वे इन हथकंडों का उपयोग कर हमें डरा-धमका सकते हैं तो वे गलत हैं। हम उन लोगों में शामिल नहीं हैं जिन्हें कभी भी खत्म किया जा सकता है।”

गौरतलब है कि बंगाल में विवादास्पद कोयला घोटाले की जांच कर रही सीबीआई श्रीमती रुजिरा बनर्जी से पैसों के लेन-देन समेत को लेकर पूछताछ करना चाहती है।
इस मामले में सीबीआई संदिग्ध कोयला माफिया अनूप माझी उर्फ लाला के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर चुकी है। आरोप है कि कोयला माफिया ने नियमित रूप से राज्य के प्रभावशाली नेताओं को रिश्वत दी। यह पैसा कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस के युवा नेता विनय मिश्रा के जरिये पहुंचा, जिसकी इस मामले में जांच की जा रही है। मौजूदा समय में विनय फरार है।

गुना में महिला के कंधों पर जैठ को बैठाकर 3 किमी तक घुमवाकर मारपीट करने वाले ससुरालियों के 5 सदस्य गिरफ्तार attacknews.in

गुना, 17 फरवरी । मध्यप्रदेश के गुना जिले के सिरसी थाना क्षेत्र के दगडफला गांव में एक महिला से दुर्व्यवहार और मारपीट का मामला सामने आने के बाद से पुलिस ने आज शाम तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार मिश्रा ने आज बताया कि यह घटना 9 फरवरी की है, जिसका वीडियो 15 फरवरी को वायरल हुआ है। घटना जिले के सिरसी थाना क्षेत्र के दगडफ़ला गांव में सामने आयी है। उन्होंने बताया कि यहां एक महिला को ससुराल वालाे ने उसकी इच्छा के विपरीत ससुराल ले जाने का दबाव बनाया। महिला ने जब इंकार किया तो ससुराल वालों ने उसके साथ जबर्दस्ती करते हुए मारपीट की तथा उसके साथ दुर्व्यवहार किया। पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को अब तक गिरफ्तार किया है, जबकि एक आरोपी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।

गुना में महिला के साथ अमानवीय व्यवहार को शर्मनाक बताया कमलनाथ ने

इसी तरह कल मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गुना जिले के बांसखेड़ी गांव में एक गर्भवती महिला के साथ अमानवीय और आपराधिक व्यवहार की घटना को आज शर्मनाक बताते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

श्री कमलनाथ ने ट्वीट के जरिए कहा कि यह घटना मानवता को तार तार करने वाली है। एक गर्भवती महिला के कंधे पर एक युवक को बैठाकर उसे सार्वजनिक स्थान पर घुमाया गया। इस दौरान महिला को लाठियों से पीटा गया।

उन्होंने पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इस संबंध में सवाल किए हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषी अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाना चाहिए और दोषी अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई हो। उन्होंने महिला को पूर्ण सुरक्षा मुहैया कराने और उसके समुचित इलाज की व्यवस्था करवाने की मांग भी की है।

गुना से प्राप्त समाचार के अनुसार सिरसी थाना क्षेत्र के सनायी गांव में एक महिला के साथ यह घटना 09 फरवरी को घटित हुयी। बताया गया है कि महिला अपने पहले पति को छोड़कर किसी दूसरे व्यक्ति के साथ रहती थी। उसकी पुरानी ससुराल के कुछ लोग 09 फरवरी को महिला के घर पहुंचे और किसी बात को लेकर हुए विवाद के चलते उन्होंने महिला के कंधे पर परिवार के एक सदस्य को बैठा दिया और इसके बाद महिला को गांव में घुमाया गया। इस दौरान उस पर हमले भी किए गए।

इस घटना के सिलसिले में पुलिस ने महिला की शिकायत पर उसी दिन मामला दर्ज कर 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया । शेष आरोपियों की तलाश की जा रही है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया।

पश्चिम बंगाल में देसी बम हमले में श्रममंत्री जाकिर हुसैन गंभीर घायल,तृणमूल कांग्रेस की अंदरूनी कलह का नतीजा होता है “मौत के घाट उतार दो?” attacknews.in

मुर्शीदाबाद 17 फरवरी । पश्चिम बंगाल के श्रम मंत्री जाकिर हुसैन बुधवार को बम हमले में घायल हो गए।

कथित तौर पर अज्ञात अपराधियों ने बुधवार को उन पर देसी बम फेंका, जिसके कारण वह घायल हो गए। यह घटना रघुनाथगंज जिला में घटित हुई। घायल अवस्था में श्री हुसैन को उपचार के लिए जंगीपुर अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया।

पश्चिम बंगाल के श्रम राज्य मंत्री जाकिर हुसैन बम से हुए हमले में घायल हो गए हैं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। उन पर यह हमला बुधवार को रात करीब 9:45 बजे मुर्शिदाबाद जिले के निमतिता रेलवे स्टेशन के बाहर हुआ। कुछ अज्ञात लोगों ने एक के बाद एक कई बम उन्हें निशाना बनाते हुए फेंके, जिसमें वह गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। उनके अलावा करीब एक दर्जन समर्थक भी जख्मी हुए हैं। मंत्री जाकिर हुसैन के शरीर के बाएं हिस्से में ज्यादा चोट आई है। खासतौर पर पैर में ज्यादा जख्म है।

पुलिस की ओर से अब तक इस पर कोई बयान नहीं आया है, लेकिन टीएमसी के मुर्शिदाबाद जिले के अध्यक्ष अबू ताहिर खान ने बताया है कि जाकिर हुसैन को जंगीपुर सरकारी अस्पताल में एडमिट कराया गया है। यही नहीं, उन्हें जल्दी ही कोलकाता शिफ्ट किया जाएगा।

बीते कुछ सालों में यह पहला मौका है, जब पश्चिम बंगाल में किसी मंत्री पर इस तरह से हमला हुआ है। खूनी राजनीतिक संघर्ष के गवाह रहे पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले इस हमले से सियासत तेज हो सकती है। हमले की जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। ताहिर हुसैन ने 2016 में जंगीपुर विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता था।

इससे पहले वह कांग्रेस में थे। अबू ताहिर खान ने जाकिर हुसैन की सेहत के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वह बुरी तरह जख्मी हुए हैं। खान ने कहा, ‘हुसैन के कई टांके लगे हैं। डॉक्टरों का कहना है, ज्यादा जख्मी होने के चलते उनका काफी खून बहा है।’

खान ने इस हमले का आरोप बीजेपी पर लगाया है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने इन आरोपों को खारिज करते हुए उल्टे टीएमसी को ही इसके लिए जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद अपराधियों का गढ़ हो गया है। घोष ने कहा, ‘ऐसा हो सकता है कि चुनाव से ठीक पहले टीएमसी में छिड़े आंतरिक संघर्ष के चलते ताहिर हुसैन को निशाना बनाया गया हो।’

पश्चिम बंगाल में इस साल मार्च-अप्रैल में चुनाव होने वाले हैं। उससे पहले राज्य के कई हिस्सों में हिंसक झड़प की घटनाएं सामने आई हैं। मुर्शिदाबाद की बात करें तो सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के लिहाज से यह जिला काफी अहम है। इस जिले को सूबे के सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले इलाकों में से एक माना जाता है। यहां 66.28 फीसदी आबादी मुस्लिम है।

कांग्रेस ने भी आंतरिक कलह को बताया वजह: कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी ताहिर हुसैन पर हमले को टीएमसी की आंतरिक कलह का नतीजा बताया है। चौधरी ने कहा, ‘ताहिर हुसैन बेहद ईमानदार और मेहनती बिजनेसमैन रहे हैं। उन्होंने मेहनत के साथ अपने करियर को स्थापित किया है। टीएमसी में संघर्ष की बातें मैंने सुनी हैं। पुलिस ही सच्चाई बता सकती है। मैं इस मामले की गहनता से जांच और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग करता हूं।’

उतर प्रदेश में गिरफ्तार पाॅपुलर फ्रंट आफ इंडिया के कमांडर अन्सद बदरुद्दीन ने देशभर में आतंक फैलाने के उगले कई राज,हाई अलर्ट के बाद कई स्थानों पर दविश, जांच एटीएस करेगी attacknews.in

लखनऊ,17 फरवरी । उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) द्वारा लखनऊ से पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया(पीएफआई) के कमांडर समेत दो सदस्यों को गिरफ्तार करने के बाद प्रदेश में हाई अलर्ट करने के बाद कई स्थानों पर दविश दी जा रही है और मामले की जांच आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) को सौंप दी है।

राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक(कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बुधवार को बताया कि मंगलवार देर शाम एसटीएफ ने पीएफआई के कमांडर अन्सद बदरुद्दीन और हथियारों की ट्रेनिंग देने वाले फिरोज खान को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया था। इनके कब्जे से भारी मात्रा में विस्फोटक,डेटोनेटर के साथ 16 डिवाइस, रिवाल्वर, कारतूस, 12 रेलवे टिकट,दो डीएम और चार एटीएम कार्ड भी मिले थे।

उन्होंने बताया कि पूछताछ पर दोनों ने कबूला था कि वह लोग बसंती पंचमी पर पूरे देश में एक साथ कई स्थानों पर आतंकी हमला करने के लिये आये थे। इन हमलों में कई हिन्दूवादी संगठनों के नेता भी निशाने पर थे। इनके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि इनकी गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश में अलर्ट कर दिया गया है।

श्री कुमार ने बताया कि दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में भी पीएफआई के सदस्यों का हाथ हो सकता है। इस बारे में भी पता किया जा रहा है। अभी सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। इस बिन्दु पर वे लोग जांच कर रहे हैं। पीएफआई के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश में हाई अलर्ट के बाद कानपुर समेत अन्य स्थानों पर ताबड़तोड़ दबिश दी जा रही हैं।

उन्होंने बताया कि कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि पीएफआई के कुछ सदस्य देश में शांति व्यवस्था बिगाड़ने के इरादे से आधुनिक हथियार व विस्फोटक जुटा चुके हैं। ये लोग देश के कई हिस्सों में हमला करने की साजिश रच रहे हैं। इनके निशाने पर मुख्य रूप से प्रदेश के 15 से 20 जिले थे और बसंत पंचमी के आसपास हिन्दूवादी संगठनों के कार्यक्रम होने थे। इन कार्यक्रमों में संगठनों के बड़े पदाधिकारियों को निशाना बनाना भी इनका मुख्य उद्देश्य था।

इस बीच एसटीएफ के अपर पुलिस महानिदेशक अमिताभ यश ने बताया कि पता चला था कि पीएफआई के मुख्य सदस्य 11 फरवरी को रेलमार्ग से यूपी के अंदर प्रवेश करने वाले हैं। तब भी अलर्ट हुआ था और कई टीमें लगी थी ,लेकिन उस समय उनके बारे में पता नहीं चल सका था। लेकिन एसटीएफ की टीम लगी रही थी।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में भी पीएफआई के सदस्यों का हाथ हो सकता है,इस बारे में भी पता किया जा रहा है। अभी सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। इस बिन्दु पर वे दिल्ली पुलिस जांच कर रही हैं।

गौरतलब है कि प्रदेश के कई हिस्सों में सीएए आन्दोलन के दौरान हिंसा भडकाने के आरोप में मेरठ, बिजनौर, शामली,लखनऊ और वाराणसी समेत अन्य स्थानों से पीएफआई के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था ।

पिछले दिनों हाथरस जाते समय मथुरा पुलिस ने भी पीएसफ आई के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर ने के बाद हाल ही केरल से पीएफआई के सदस्य रऊफ को गिरफ्तार किया गया था। लखनऊ से गिरफ्तार किए गये सदस्यों के बारे में आगे की जांच एटीएस करेगी।

गिरफ्तारी के बाद कानपुर में हाई अलर्ट;

लखनऊ में कल देर शाम पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के कमांडर समेत दो सक्रिय सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद कानपुर में हाई अलर्ट कर दिया गया है।

पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि जिले में पूर्व में हुए सीएए व एनआरसी के विरोध के दौरान भी पीएफआई का कनेक्शन सामने आया था। साथ ही सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता को पीएफआई ने जान से मारने की धमकी भी दी थी। इसे देखते हुए जिले की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। साथ ही खुफिया एजेंसियों को भी जिले के बस अड्डे, मंदिर, रेलवे स्टेशन, मॉल आदि भीड़भाड़ वाली जगहों पर पैनी नजर रखने के लिए लगा दिया गया है।

किसानों की ट्रैक्टर रैली हिंसा में गणतत्रंत दिवस पर लाल किले पर तलवारबाजी करने वाला मैकेनिक मनिंदर सिंह गिरफ्तार attacknews.in

नयी दिल्ली, 17 फरवरी। गणतत्रंत दिवस पर लाल किले पर तलवारबाजी करने वाले 30 वर्षीय एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस ने बताया कि कार का ‘एसी’ ठीक करने वाले मैकेनिक मनिंदर सिंह को मंगलवार रात पौने आठ बजे उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के पीतमपुरा के सीडी ब्लॉक बस स्टॉप से गिरफ्तार किया गया। सिंह अपने घर के पास तलवारबाजी का प्रशिक्षण स्कूल भी चलाता है।

पुलिस उपायुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) प्रमोद सिंह कुशवाह ने कहा, ‘‘ सिंह को एक वीडियो में लाल किले पर दो तलवारों से कलाबाजी करते देखा गया था, जिसका मकसद तलवारों, ‘खंडों’, लोहे की छड़ों, कुल्हाड़ियों, डंडों आदि से पुलिसकर्मियों पर क्रूर हमले करने या हिंसा करने वाले राष्ट्रविरोधी तत्वों और गणतंत्र दिवस पर ऐतिहासिक स्मारक लाल किले को क्षतिग्रस्त करने वालों को भड़काना या उकसाना था।’’

अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में 26 जनवरी को हुई हिंसा के मामले में अभी तक 120 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर परेड में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी। वहीं कई किसान लाल किला परिसर में भी दाखिल हो गए और वहां धार्मिक झंडा भी लगा दिया था।

पुलिस ने बताया कि वह फेसबुक पर विभिन्न समूहों के भड़काऊ ‘पोस्ट’ देखने के बाद उत्तेजित हो गया था। वह कई बार सिंघू बॉर्डर भी गया और वहां नेताओं के भाषण से बेहद प्रेरित हुआ।

पुलिस के अनुसार, सिंह ने अपने पड़ोस के छह लोगों को भी ‘‘उकसाया’’। ये सभी अपनी मोटरसाइकिल पर सवार होकर गंणतंत्र दिवस पर सिंघू बॉर्डर से मुकरबा चौक जा रही ट्रैक्टर परेड में शामिल हुए थे।

पुलिस ने बताया कि ट्रैक्टर परेड में शामिल होने से पहले सिंह ने अपने पास दो तलवार और 4.3 फुट का एक खंडा अपने पास रखा था, जिसका इस्तेमाल उसने लाल किले पर तलवारबाजी करने में किया। उसके घर से तलवार भी बरामद कर ली गई है।

योजना के तहत संदिग्ध, उसके पांच साथी और कुछ अन्य असामाजिक तत्व लाल किले में दाखिल हुए और सिंह ने वहां तलवारबाजी की।

कुशवाह ने कहा, ‘‘ तलवारबाजी ने हिंसक प्रदर्शनकारियों को लाल किले पर हाथापाई करने सहित ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों समेत जन सेवकों के साथ हिंसक व्यवहार करने और ऐतिहासिक धरोहर लाल किले को क्षतिग्रस्त करने के लिए उकसाया।’’

पुलिस ने बताया कि 26 जनवरी को लाल किले पर तलवारबाजी करने की उसकी अपनी एक काफी लंबी वीडियो सिंह के फोन से मिली है। उसके सिंघू बॉर्डर जाने से जुड़ी कुछ तस्वीरें भी उसके फोन में मिली। मामले की जांच जारी है।

हरियाणा की चर्चित भाजपा नेता सोनाली फोगाट के घर लाखों रुपये की चोरी,चोर पिस्तौल से गोलियां भी चुरा ले गए attacknews.in

हिसार, 16 फरवरी । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेेता और टिकटॉक, बिग बॉस फेम सोनाली फोगाट के हिसार स्थित घर में घुसकर अज्ञात चोर 10 लाख रुपए नकद, सोने चांदी आभूषण और लाइसेंसी रिवाल्वर चोरी कर गये।

पिछले विधानसभा चुनाव में आदमपुर से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी फोगाट ने बताया कि वह नौ फरवरी को संतनगर स्थित अपने घर को बंद करके चंडीगढ़ गई थी। कल जब वह वापस लौैटीं तो उन्होंने देखा कि उनके मकान का ताला टूटा हुआ है और घर से अलमारी में रखे दस लाख रुपए की नकदी, सोने के गहने, चांदी के बर्तन, घड़ियां, एक लाइसेंसी रिवॉल्वर और 8 जिंदा कारतूस चोरी चले गये हैं। चोर सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग (डीवीआर) भी ले गये हैं।

‘बिग बॉस 14’ से चर्चा में आई बीजेपी नेता सोनाली फोगाट एक बार फिर चर्चाओं में हैं।उनके हिसार स्थित घर में चोरी की घटना हुई है।उनके घर से चोर 10 लाख ज्वेलरी, नकदी और लाइसेंसी रिवॉल्वर ले गई। फिलहाल मामले की जांच पुलिस कर रही हैं ।

सोनाली फोगाट 9 फरवरी को अपने घर में ताला लगाकर चंडीगढ़ गई थीं. जब वह 15 फरवरी को चंडीगढ़ से हिसार वापस आईं तो मकान का ताला टूटा मिला. जिसके बाद उन्होंने घर के अंदर जाकर चेक किया तो देखा कि उनके घर से बहुत सारी चीजें चोर ले गए ।10 लाख रुपये की ज्वेलरी, सोने और चांदी के बर्तन, घड़ियां, 22 बोर लाइसेंसी एक रिवॉल्वर गायब मिले जिसमें 8 गोलियां लोड थीं. इसके अलावा एक डीवीआर भी चोरी हुआ है. हालांकि इस मामले में पुलिस चोरों का पता लगाने में लगी है।

गौरतलब है कि उनके पति की 2016 में रहस्यमय हालात में मौत हुई थी।संजय की फॉर्म हाउस में मौत की खबरें आई थी. पति की मौत के वक्त सोनाली मुंबई में थी। Bigg Boss 14 के घर में सोनाली ने पति की मौत के बारे में बताया था।

छह महीने पहले सोनाली ने हिसार के बालसमद मार्केट कमिटी के सेक्रेटरी को थप्पड़ और चप्पल से पीटा था। जिसका वीडियो बहुत वायरल हुआ था।सोनाली ने कहा था कि सेक्रेटरी ने उनसे अपशब्द कहे थे जिससे उन्होंने आपा खो दिया था. सूत्रों की माने तो यही वायरल वीडियो बिग बॉस में उनकी एंट्री की वजह बना था।

बता दें कि पंजाबी के साथ हरियाणवी फिल्मों और म्यूजिक वीडियो का हिस्सा रह चुकीं सोनाली ने 2019 में ‘छोरियां छोरों से कम नहीं होती’ फिल्म से डेब्यू किया था. उनके TikTok अकाउंट पर पोस्ट हर वीडियो खूब वायरल भी होते थे।

ईडी ने जब्त की एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और मैसर्स इंडियंस फॉर एमनेस्टी इंटरनेशनल ट्रस्ट की 17.66 करोड़ रुपये की विभिन्न अचल सम्पत्तियां attacknews.in

नयी दिल्ली 16 फरवरी । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को बताया कि धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 (पीएमएलए) के तहत कार्रवाई करते हुए अंतराष्ट्रीय गैर सरकार संस्था एमनेस्टी इंटरनेशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के बैंक अकाउंट को जब्त करने के लिए प्रोविजनल अटैचमेंट ऑर्डर जारी किया गया है।

ईडी ने बताया कि एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और मैसर्स इंडियंस फॉर एमनेस्टी इंटरनेशनल ट्रस्ट की 17.66 करोड़ रुपये की विभिन्न अचल सम्पतियों की कुर्की की जा रही है।

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज की गयी प्राथमिकी के आधार पर ईडी इंडियंस फॉर एमेनेस्टी इंटरनेशनल ट्रस्ट, एमेनस्टी इंडरनेशनल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड तथा एमनेस्टी इंटरनेशनल साउथ एशिया फाउंडेशन के खिलाफ जांच कर रही है।

प्रवर्तन निदेशालय  ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले  में मंगलवार को ह्यूमन राइट ऑर्गनाइजेशन एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया की 17.66 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की।

जांच एजेंसी ने बयान जारी कर कहा कि अब तक एमनेस्टी इंटरनेशनल की 19.54 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। एनजीओ पर पिछले दो सालों में ईडी और सीबीआई ने छापेमारी की थी, जिसके बाद उसके बैंक अकाउंट्स को भी फ्रीज कर दिया गया था। बाद में एनजीओ ने भारत में अपनी सेवाओं को बंद कर दिया था।

ईडी ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, ”प्रवर्तन निदेशालय  ने मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम, 2002 (PMLA) के तहत एक प्रोविजनल अटैचमेंट ऑर्डर जारी किया जिसके तहत मैसर्स एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और मैसर्स इंडियंस फॉर एमनेस्टी इंटरनेशनल ट्रस्ट के बैंक खातों को अटैच किया जा रहा है। दोनों ही संस्थाओं पर अपराध का आरोप है। प्रोविजनल अटैचमेंट ऑर्डर में 17.66 करोड़ की चल संपत्तियों की कुर्की भी शामिल है।”

बयान में आगे कहा गया है कि प्रथम दृष्टया पाया गया है कि मैसर्स एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया प्रा. लिमिटेड और अन्य को विदेश से धन मिला है। एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया के पेरेंट बॉडी एमनेस्टी इंटरनेश्नल यूके से 51.72 करोड़ रुपये लेने का आरोप है।

एमनेस्टी इंटरनेशन इंडिया पर अक्टूबर से ही जांच चल रही है। इसके बाद, पिछले साल 29 सितंबर 2020 को भारत में ऑपरेशंस को बंद कर दिया गया था। एमनेस्टी इंटरेशनल इंडिया ने अपनी वेबसाइट पर जारी एक बयान में कहा था कि भारत सरकार द्वारा एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया के बैंक खातों को पूरी तरह से फ्रीज कर दिया गया है, जिसकी जानकारी 10 सितंबर 2020 को हुई। इससे संगठन द्वारा किए जा रहे सभी कामों पर ब्रेक लग गया है। संस्था ने आरोप लगाया कि भारत सरकार की कार्रवाई के बाद उसे अपने कर्मचारियों को निकालने पर मजबूर होना पड़ा।

साल 2018 में ईडी ने एनजीओ के बेंगलुरु स्थित हेडऑफिस पर छापेमारी की थी और उसके बैंक खातों को फ्रीज कर दिया था। इसके बाद साल 2019 में सीबीआई ने छापेमारी की, जिसके बाद एनजीओ ने कहा कि उन्होंने कोई कानून नहीं तोड़ा है और उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। ग्रुप की ओर से कहा गया कि जब भी हमने भारत में मानवाधिकार उल्लंघन के खिलाफ कुछ बोला है तब हमें प्रताड़ित किया गया।

मुंबई में एक ओर अभिनेता ने कर ली आत्म-हत्या: अक्षय कुमार और सुशांत सिंह राजपूत के साथ किया था काम;बाॅलीवुड की राजनीति और पत्नी से थे परेशान attacknews.in

मुम्बई, 16 फरवरी । पुलिस की प्राथमिक जांच के अनुसार अभिनेता संदीप नाहर ने मुम्बई के उपनगरीय इलाके गोरेगांव में अपने फ्लैट में फांसी लगाकर खुदकुशी की थी और अभिनेता ने फेसबुक पर पोस्ट किये एक वीडियो में इसके लिए अपनी पत्नी को जिम्मेदार ठहराया तथा ‘सुसाइड नोट’ में बॉलीवुड की ‘राजनीति’ का भी उल्लेख किया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

पुलिस के अनुसार सोमवार शाम नाहर को उनकी पत्नी कंचन और दोस्तों ने बेहोश पाया और वे उन्हें एसवीआर अस्पताल ले गये जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

नाहर की उम्र 30 के करीब थी। उन्होंने अक्षय कुमार की फिल्म ‘केसरी’ और सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म ‘एम एस धोनी’ जैसी फिल्मों में काम किया था।

अपनी मौत से कुछ घंटे पहले अभिनेता ने फेसबुक पर एक वीडियो और ‘सुसाइड नोट’ पोस्ट किया था जिनमें उन्होंने इस अतिवादी कदम के लिए कथित रूप से अपनी पत्नी को जिम्मेदार ठहराया और बॉलीवुड में ‘‘राजनीति’’ से जूझने का भी जिक्र किया ।

अधिकारी ने कहा, ‘‘ नाहर को उनकी पत्नी और उनके दोस्तों ने बेडरूम में पंखे से लगे फंदे से लटका पाया। उन्होंने उन्हें नीचे उतारा और वे उन्हें गोरेगांव के एसवीआर अस्पताल ले गये। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। ’’

अधिकारी ने बताया कि नाहर का बेडरूम अंदर से बंद था और जब बार बार दरवाज पीटने पर कोई जवाब नहीं मिला तब उनकी पत्नी ने अपने दोस्तों, फ्लैट के मालिक और चाबी बनाने वाले को बुलाया एवं फिर नकली चाबी से कमरा खोला गया।

उन्होंने बताया कि मंगलवार को नाहर के पिता और भाई अंतिम संस्कार के वास्ते शव पर दावा करने के लिए गोरेगांव थाना पहुंचे।

पुलिस के अनुसार अब तक किसी ने कोई शिकायत नहीं दर्ज करायी है लेकिन उसने दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया है और वह पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।

अधिकारी ने बताया कि पुलिस नाहर की पत्नी का बयान दर्ज करेगी क्योंकि सबसे पहले उन्होंने ही उन्हें फांसी के फंदे पर देखा था। अन्य लोगों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे जो नाहर को अस्पताल ले गये थे।

पोस्ट किये गये वीडियो में नाहर यह कहते हुए सुने जा सकते हैं कि वह पत्नी के साथ निरंतर लड़ाई से ‘आजिज’ आ गये हैं तथा पत्नी और उनकी सास उन्हें परेशान एवं ब्लैकमेल कर रही हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ मैं बहुत पहले ही खुदकुशी कर लेता लेकिन मैंने अपने आप को समय देना पसंद किया और उम्मीद की कि चीजें बेहतर हो जाएंगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब मैं कहां जाऊं। मैं नहीं जानता कि यह कदम उठाने के बाद क्या होगा… लेकिन इस जीवन में मैं नरक में रहा हूं। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘ मेरा एक ही अनुरोध है कि मेरे जाने के बाद कंचन को कुछ मत कहिए बल्कि उनका उपचार कराइए।’’

पुलिस के अनुसार नाहर ने सोमवार को अपनी मौत से करीब तीन घंटा पहले यह वीडियो पोस्ट किया।

नाहर ने अपने कथित सुसाइड नोट में लिखा है कि बॉलीवुड में उन्होंने ‘राजनीति’ का सामना किया । इसके साथ ही उन्होंने ‘‘ कामकाज के गैर- पेशेवर तरीके और यहां के लोगों में संवेदना की कमी’’ का भी जिक्र किया।

गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली में लालकिले पर हिंसा के उगलेगा कई राज दीप सिद्धु;दिल्ली की अदालत ने पुलिस हिरासत ओर सात दिन के लिए बढ़ाई attacknews.in

नयी दिल्ली, 16 फरवरी । दिल्ली की एक अदालत ने 26 जनवरी को, तीन कृषि कानूनों के विरोध में निकाली गई किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले में हिंसा होने के मामले में मंगलवार को अभिनेता- कार्यकर्ता दीप सिद्धू की पुलिस हिरासत की अवधि सात दिन के लिए बढ़ा दी है।

इस मामले में पुलिस की हिरासत की अवधि समाप्त होने के बाद सिद्धू को मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया था।

पुलिस ने सिद्धू से हिरासत में पूछताछ के लिए और समय दिए जाने की अपील की थी और कहा था कि इस मामले में आगे की जांच और अन्य आरोपियों की पहचान के लिए हिरासत अवधि को बढ़ाए जाने की जरूरत है।

अदालत ने नौ फरवरी को सिद्धू को सात दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया था। पुलिस का आरोप है कि सिद्धू किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा को उकसाने के मुख्य आरोपियों में से एक है।

पुलिस ने कहा था कि ऐसे वीडियो हैं, जिसमें सिद्धू को कथित तौर पर घटना स्थल पर देखा जा सकता है।

पुलिस ने आरोप लगाया, ‘‘ वह भीड़ को उकसा रहा था। वह हिंसा करने वालों में से एक है। सह-षडयंत्रकारियों की पहचान के लिए कई सोशल मीडिया अकाउंटों की जांच जरूरी है। वहीं उसका स्थायी पता नागपुर दिया गया है जबकि आगे के खुलासों के लिए पंजाब और हरियाणा के कई स्थानों पर जांच करने के लिए जाने की जरूरत है।’’

पुलिस ने आरोप लगाया, ‘‘ वह उन लोगों के साथ बाहर निकलता देखा जा सकता है जिन्होंने लाल किले पर धार्मिक झंडे लगाए और उसे बधाई दी। वह बाहर आया, ऊंचे स्वर में भाषण दिया और भीड़ को उकसाया। वह लोगों को भड़काने का मुख्य आरोपी है। उसने भीड़ को उकसाया, जिसकी वजह से हिंसा हुई। इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हुए।’’

वहीं सिद्धू के वकील ने कहा कि हिंसा से सिद्धू का कोई लेना-देना नहीं है और ‘‘वह केवल गलत वक्त पर गलत जगह पर था।’’

भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत सिद्धू पर मामला दर्ज किया गया है।

गणतंत्र दिवस के दिन राष्ट्रीय राजधानी में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान किसानों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हुई थी। इस बीच, कुछ प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर लेकर लाल किले पहुंचे। इनमें से कुछ अंदर गए और इस ऐतिहासिक इमारत की प्राचीर पर धार्मिक झंडा लगा दिया। हिंसा में करीब 500 पुलिसकर्मी घायल हो गए और एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी।

मध्यप्रदेश में mob lynching की बड़ी घटना होने से बची:बड़वानी में बच्चा चोर समझकर ग्रामीणों द्वारा पीटे जा रहे 2 युवाओं की जान शिक्षक ने बचायी attacknews.in

बड़वानी, 15 फरवरी । मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के सेंधवा निवासी दो युवा ट्रेकरों को बच्चा चोर समझकर पीटे जाने के दौरान एक शासकीय शिक्षक ने पुलिस को फोन कर उनकी जान बचायी है।

सेंधवा निवासी प्रशिक्षित ट्रैकर और रॉक क्लाइंबर हर्षित भावसार और तुषार मेहता ने बताया कि वे 7 फरवरी को ट्रैकिंग का समस्त सामान लेकर सांकड़ से भूरापानी ट्रैकिंग करने निकले थे। उन्होंने भूरापानी पहुंचने के ठीक पहले बीजासन पुलिस चौकी क्षेत्र के जोडमोडा ग्राम में प्यास लगने पर पूनिया के घर से पानी मांगा और पानी पीने के बाद जैसे ही वह निकले, पूनिया के द्वारा बुलाये करीब 40 दुपहिया वाहनों से आए आदिवासी ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया और बच्चा चोर समझकर मोबाइल और सामान छीनने के बाद उनकी पिटाई कर दी।

कटनी,जबलपुर और डिंडोरी में वन्य प्राणियों के अवयवों की तस्करी के मामले में 16 आरोपियों को गिरफ्तार,पन्ना में सांभर का शिकार करने वाले पांच आरोपी गिरफ्तार attacknews.in

भोपाल/पन्ना ,15 फरवरी । मध्यप्रदेश के वन विभाग की टीम ने वन्य प्राणियों के अवयवों की तस्कारी करने के मामले में कटनी, जबलपुर और डिंडौरी जिले में व्यापक कार्रवाई करते हुए 16 लोगों को गिरफ्तार किया है।

उप वन संरक्षक (वन्य-प्राणी) रजनीश कुमार सिंह ने बताया कि वन विभाग के राज्य-स्तरीय टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने कटनी, जबलपुर और डिण्डोरी जिले में व्यापक कार्रवाई कर तेंदुए के शिकार, उनके अवयवों के व्यापार और पैंगोलिन के स्केल के व्यापार में लिप्त 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों से 25 किलो पैंगोलिन स्केल और 4 मृत तेंदुओं की खाल बरामद की गई है। तेंदुओं के अवयवों को यह आरोपी तंत्र-मंत्र, जादू-टोना के लिये लोगों को बेचा करते थे।

सांभर का शिकार करने के मामले में पांच आरोपी गिरफ्तार

इसी तरह पन्ना जिले में वन्य प्राणी सांभर का शिकार करने के आरोपी में पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

वन परिक्षेत्राधिकारी वन परीक्षेत्र सलेहा राम सिंह पटेल ने बताया कि कल मुखबिर से सूचना मिली थी कि दक्षिण वन मंडल पन्ना के खिलसारी गांव में सांभर का शिकार कर आरोपी अपने घरों में मांस पका रहे हैं। इसके वन मंडलाधिकारी दक्षिण पन्ना मीना कुमारी मिश्रा के निर्देशन पर छापामार कार्यवाही की गई और गांव के उत्तम सिंह, मंगल सिंह, होशियार सिंह, चन्नू सिंह और राम सिंह के घर में सांभर का मांस जप्त किया गया। इन पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके विरुद्ध वन्य प्राणी अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है।

बैतूल में “धाकड़” बनने आई कंगना रनौत पर उत्पात करने वाले पत्थरबाजों कांग्रेसियो के खिलाफ बलवा- पुलिस पर हमला करने समेत कई धाराओं में प्रकरण दर्ज attacknews.in

बैतूल,14 फरवरी । मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के सारणी में बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत का विरोध कर रहे कांग्रेसियों पर पुलिस ने बलवा करने और पुलिस पर हमला करने समेत कई धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) श्रद्धा जोशी ने आज बताया कि सारणी मार्ग के गुणवंत बाबा मंदिर के पास कल रात को प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आगे बढ़ने से रोकने पर पुलिसकर्मियों पर पथराव एवं बेरिकेड्स तोड़कर पुलिसकर्मियों पर ट्रेक्टर चढ़ाने का प्रयास किया। प्रदर्शनकारियों द्वारा किए गए पथराव से शाहपुर के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व (एसडीएम) अनिल सोनी, पटवारी हरिओम चौरे, आरक्षक भजनलाल, विक्रम और धीरज घायल हो हुए हैं।

सारणी में कंगना रनौत की फिल्म का विरोध, कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हुई थी कल झड़प

कल कांग्रेस कार्यक्रताओं और पुलिस के बीच कई घंटों की झड़प हुई।पुलिस का कहना है कि बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के विरोध में प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसी उग्र हो रहे थे।

बैतूल जिले के सारणी में बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत का विरोध करने पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई. इस दौरान पुलिस ने कांग्रेसियों को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज और वॉटर केनन का इस्तेमाल किया।दो घंटे तक चले इस हंगामे में छह से ज्यादा कांग्रेसी घायल हुए।यह प्रदर्शन कंगना के किसान आंदोलन के विरोध में किए गए ट्वीट को लेकर हुआ।

दरअसल, किसान आंदोलन को लेकर कंगना रनौत के विवादित ट्वीट पर मध्य प्रदेश से लेकर दिल्ली तक सियासी बवाल मचा हुआ है।इसी को लेकर बैतूल में कांग्रेसियों ने कंगना के विरोध में ट्रैक्टर रैली निकाली।

कांग्रेस कार्यकर्ता ने सारणी में चल रही कंगना रनौत की फिल्म ‘धाकड़ गर्ल’ की शूटिंग का विरोध किया।इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोकझोंक हुई।

लगातार विवादों में बनी हुई कंगना रनौत किसानों के आंदोलन के खिलाफ लगातार ट्वीट कर रही हैं।पिछले दिनों भी किसान आंदोलन पर एक ट्वीट कर अभिनेत्री सुर्खियों में आ गईं।इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कंगना की फिल्म धाकड़ की शूटिंग का विरोध करने की रणनिती बनाई।

इसी के तहत शनिवार को हुए इस विरोध में कांग्रेसी धाकड़ फिल्म के सेट की तरफ बढ़ रहे थे तो पुलिस ने उन्हें रोकने का कोशिश की।कांग्रेसियों के उग्र होने पर पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज कर दिया।भीड़ को भगाने के लिए पुलिस को वॉटर कैनन का भी सहारा लेना पड़ा।

वहीं, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि उन्होंने पुलिस पर पथराव किया और ट्रैक्टर पुलिस पर चढ़ाने की कोशिश की।पुलिस के मुताबिक मनोज आर्य समेत मौके पर मौजूद तमाम प्रदर्शनकारियों ने पत्थर फेंके. ये सब बिना पुलिस की अनुमति के किया गया. पथराव के दौरान एसडीएम अनिल सोनी को चोट लगने का आरोप भी लगाया गया है।

पन्ना में वन विभाग के गश्ती दल पर सागौन तस्करों द्वारा कुल्हाड़ी और लाठियों से किए गए हमले में तीन वनकर्मी घायल,एक की हालत गंभीर attacknews.in

पन्ना,14 फरवरी । मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में वन विभाग के एक गश्ती दल पर सागौन तस्करों द्वारा किए गए हमले में तीन वनकर्मी घायल हो गए हैं, जिसमें एक वनकर्मी की हालत गंभीर बताई गई है।

वन परिक्षेत्राधिकारी विश्रामगंज अजय बाजपेयी ने आज बताया कि पन्ना जिले के उत्तर वन मंडल तहत विश्रामगंज रेंज के कौवा सेहा बीट में 13 फरवरी की शाम वनकर्मी गश्त कर रहे थे। इसी दौरान लगभग एक दर्जन सागौन तस्करों ने कुल्हाड़ी और लाठियों से उन पर हमला किया और जमकर मारपीट की।

सुरक्षा समिति के सुरक्षाकर्मी गोविंद सिंह यादव ने किसी तरह बचकर रात 9 बजे घटना की सूचना दी। इसके बाद घायल वनकर्मियों को जंगल से ढूंढकर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

उन्होंने बताया कि वनरक्षक छत्रपाल सिंह को घातक चोटें आई हैं।

स्थाई वनकर्मी स्वामीदीन कुशवाहा और वन सुरक्षा समिति के सुरक्षाकर्मी गोविंद सिंह यादव भी घायल हुए हैं।

सभी घायलों को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।

इस मामले में पुलिस ने खजरी गांव के निवासी तीन आरोपियों को कल रात में ही गिरफ्तार कर लिया है।

शेष आरोपियों की तलाश की पुलिस द्वारा की जा रही है।

जौनपुर पुलिस थाने में बर्बरता से हुई किशन यादव की मौत के आरोपी SHO समेत 4 पुलिस कर्मी पर FIR के बाद 300 लोगों पर बलवा आदि का दर्ज किया मामला attacknews.in

जौनपुर,14 फरवरी । उत्तर प्रदेश में जौनपुर में पुलिस अभिरक्षा में कृष्ण कुमार यादव किशन उर्फ पुजारी की मौत की घटना को लेकर शुक्रवार को रास्ता जाम व पुलिस पर पथराव के मामले में बक्शा थाने में 300 अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार शनिवार देर रात लाइन बाजार थाना प्रभारी निरीक्षक योगेंद्र यादव की तहरीर पर बक्शा थाने पर यह मुकदमा दर्ज किया गया। मुकदमे में आरोपितों पर बलवा, रास्ता जाम कर आवागमन बाधित करने, पुलिस पर हमला आदि धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस आरोपितों को चिह्नित करने के बाद विधिक कार्रवाई करेगी।

पुलिस कस्टडी में हुई थी किशन यादव की मौत, SHO समेत 4 पुलिसकर्मियों पर दर्ज हुई थी FIR

जौनपुर में पुलिस हिरासत में युवकी की मौत के मामले में मृतक युवक के भाई ने थानाध्यक्ष समेत चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है।

जौनपुर जिले में कृष्ण कुमार यादव नाम का एक युवक लूटमार के एक मामले में पुलिस की गिरफ्त में था। लेकिन इसी दौरान उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. जिसके बाद मृतक के भाई अजय यादव ने बक्सा के थानाध्यक्ष अजय सिंह समेत चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया ।

इन पुलिसकर्मियों पर आईपीसी की धारा 302,394,452, 504 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।इस घटना के बाद से ही इलाके में हड़कंप मच गया ।

प्रदर्शन के बीच हुए पथराव में इंस्पेक्टर संतोष श्रीवास्तव समेत 4 पुलिसकर्मी हुए थे घायल :

जानकारी के मुताबिक जौनपुर के बक्शा थाना में लूट के मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने गुरुवार को किशन यादव उर्फ पुजारी समेत चार युवकों को पकड़ा था।

पूछताछ के लिए सभी को बक्शा थाने लाया गया।देर रात पूछताछ के दौरान किशन की हालत खराब हो गई. पुलिसकर्मियों ने आनन-फानन में बक्शा सीएचसी उसे पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे परिजन आक्रोशित हो गए।

आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों ने इब्राहिमाबाद गांव में रास्ता जाम कर जौनपुर-रायबरेली हाईवे पर आवागमन ठप कर दिया. अधिकारियों ने कई थानों की फोर्स मौके पर लगा दी. इसी बीच आक्रोशित लोगों ने पथराव कर दिया. पथराव के दौरान लइंस्पेक्टर संतोष श्रीवास्तव समेत 4 पुलिसकर्मी बुरी तरह से घायल हो गए।

जौनपुर में किशन यादव मौत मामले की हो न्यायिक जांच : रामगोविंद

इधर उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने राज्य सरकार से मांग की है कि जौनपुर जिले के किशन यादव उर्फ पुजारी की पुलिस हिरासत में हुई मौत की न्यायिक जांच उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से कराई जाए और घटना में आरोपित पुलिसकर्मियों की तत्काल गिरफ्तारी की जाए ।

समाजवादी पार्टी (सपा) नेता श्री चौधरी ने रविवार को जौनपुर जिले के बक्सा थाना क्षेत्र के चक मिर्जापुर गांव में स्थित किशन यादव के आवास पर 11 सदस्य जांच दल के साथ जाकर घटना की जानकारी प्राप्त की और परिजनो को न्याय की दिलासा दिलायी।

सपा नेता ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि प्रदेश की पुलिस इस समय जिसको चाह रही है जब चाह रही है मार दे रही है जबकि गुंडे सड़कों पर घूम रहे हैं।

उन्होंने प्रदेश में खराब कानून व्यवस्था और आए दिन हो रहे जघन्य अपराधों को देखते हुए मांग किया है कि प्रदेश सरकार को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए ।

एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लीपापोती होती है मगर साक्षात लोगों ने देखा है कि किशन यादव के शरीर पर इतनी चोटें थी कि उसी से उसकी मौत हुई है ।

उन्होंने कहा कि किशन यादव के परिवार को सरकार 20 लाख रुपये मुआवजा साथ ही साथ नगर पालिका के सभासद बाला लखंदर यादव की हत्या के बाद उनके परिजनों को 10 लाख की आर्थिक सहायता और शव जला कर लौट रहे दुर्घटना में मारे गए सात लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए ।

भोपाल में भाजपा के पूर्व विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह ने साथियों के साथ किलोल पार्क स्थित कैफे में जमकर की तोड़फोड़,पुलिस ने किया गिरफ्तार attacknews.in

भोपाल, 14 फरवरी । मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के श्यामला हिल्स थाना क्षेत्र स्थित एक कैफे में तोड़फोड़ करने के मामले में आज पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह और उनके सात समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार नारियलखेड़ा निवासी विशाल कुमार का किलोल पार्क स्थित एक कैफे है, जिसमें पूर्व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह के लगभग एक दर्जन समर्थक दोपहर में घुस गए और तोड़तोड़ की। विरोध करने पर इन लोगों ने कैफे के कर्मचारियों से मारपीट भी की।

विशाल ने इस मामले की शिकायत श्यामला हिल्स थाने की, जिसके बाद पुलिस ने पूर्व विधायक और उनके सात समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया है।