फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप और अभिनेत्री तापसी पन्नू के पास निकली अरबों रुपयों की संपत्ति;अनुराग- तापसी से देर रात तक चली इनकम टैक्स की पूछताछ, 30 से अधिक ठिकानों पर हुई छापेमारी attacknews.in

मुुुंबई, 03 मार्च ।आयकर विभाग (आईटी) के अधिकारियों बुधवार को जाने-माने फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप, अभिनेत्री तापसी पन्नू, फिल्म निर्माता विकास बहल और कन्नन टैलेंट मैनेजमेंट के अधिकारी के मुंबई और पुणे में 30 से अधिक ठिकानों की तलाशी ली।

आईटी विभाग के सूत्रों के अनुसार, मुंबई और अन्य स्थानों में पन्नू, कश्यप और बहल के परिसरों में तलाशी जारी है।

अनुराग और तापसी से देर रात तक चली इनकम टैक्स की पूछताछ

बॉलीवुड डॉयरेक्टर और एक्टर अनुराग कश्यप और अभिनेत्री तापसी पन्नू के घर पर बुधवार को इनकम टैक्स की टीम ने छापेमारी की है।

तापसी और अनुराग के मुंबई और पुणे स्थित घर पर इनकम टैक्स ने छापेमारी की।जानकारी के मुताबिक दोनों बॉलीवुड सितारों से आयकर विभाग की पूछताछ देर रात करीब 11 बजे तक चली. वहीं गुरूवार को भी दोनों बॉलीवुड सितारों से पूछताछ हो सकती है।

बता दें कि बुधवार को मुंबई और पुणे के करीब 20 ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की।

अनुराग कश्यप और अभिनेत्री तापसी पन्नू के अलावा इनकम टैक्स ने साथ ही एक टैलेंट एजेंसी, अनुराग कश्यप की फेंटम फिल्म्स और प्रोड्यूसर मधु मंटेना के ठिकानों पर भी छापेमारी की।

आयकर विभाग की तलाशी कल गुरुवार को भी इन सितारों के घर जारी रहेगी।साथ ही विभाग ने चार कंपनियों फैंटम फिल्म, क्वान, एक्सीड, रिलायंस एंटरटेनमेंट के यहां भी छापे डाले. बता दें कि तापसी पन्नू और और अनुराग कश्यप से पुणे के एक होटल में आयकर विभाग की टीम पूछताछ की।

यह भी कहा जा रहा है कि आयकर विभाग की ओर से अनुराग कश्यप के एक ऑफिस समेत कई स्थानों पर सर्च ऑपरेशन कई दिनों तक चल सकती है।वहीं तापसी पन्नू और अनुराग कश्यप के खिलाफ टैक्स रेड पर सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि इनकम टैक्स विभाग को जिसके बारे में जो भी जानकारी मिलती है वह उसके आधार पर उसकी जांच करती है. और बाद में मामला कोर्ट में जाता है।

वहीं इस रेड के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गयी है. वहीं तेजस्वी यादव ने अनुराग कश्यप और तापसी पन्नू के घरों पर इनकम टैक्स के छापों को लेकर सरकार को निशाना बनाया है।

तापसी और अनुराग के पास कितनी संपत्ति है चौंक जाएंगे:

तापसी और अनुराग के पास दोनों की संपत्ति की बात की जाए तो वेबसाइट सीएनॉलेज के मुताबिक, तापसी पन्नू के पास छह मिलियन डॉलर यानी 44 करोड़ की संपत्ति है।

तापसी की सालाना आय 4 करोड़ से ज्यादा तो महीने की आमदनी 30 लाख से ज्यादा है। वहीं अनुराग उनके मुकाबले ज्यादा अमीर हैं। अनुराग के पास 110 मिलियन यूएस डॉलर यानी 806 करोड़ की संपत्ति है। अनुराग की मासिक आय 6 करोड़ तो सालाना आमदनी 60 करोड़ से ज्यादा है।

दोनों ने साथ की हैं कई फिल्में, सोशल मीडिया पर भी एक्टिव

तापसी पन्नू और अनुराग कश्यप कई फिल्मों में साथ काम कर चुके हैं। दोनों एक दूसरे के दोस्त भी हैं। इस समय भी दोनों फिल्म ‘दोबारा’ में साथ काम कर रहे हैं। थ्रिलर फिल्म ‘दोबारा’ को अनुराग कश्यप निर्देशित कर रहे हैं तो तापसी इसमें मुख्य भूमिका निभा रही हैं। दोनों सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय रहते हैं और दोनों ही मौजूदा केंद्र सरकार और भाजपा की विचारधारा और कामकाज के आलोचक भी माने जाते हैं।

तापसी पन्नू कर चुकी हैं कई हिट फिल्में

32 साल की तापसी पन्नू दिल्ली में जन्मीं और पली बढ़ी हैं। इंजीनयरिंग की पढ़ाई करने के बाद तापसी ने फिल्म एक्टिंग और मॉडलिंग का रुख किया। तापसी ने हिंदी के अलावा कन्नड़, तमिल, तेलगु में भी फिल्मों में काम कर चुकी हैं। मॉडलिंग में नाम कमाने के बाद तापसी ने 2010 में तेलगु फिल्म झूमंडी नादम से करियर शुरू किया था। उनकी पहली तमिल फिल्म आदुकलम धनुष के साथ थी, जो ब्लॉकबस्टर हिट हुई थी। बॉलीवुड में तापसी की पहली फिल्म 2013 में आई चश्मेबद्दूर थी। तापसी थप्पड़, सांड की आंख, पिंक जैसी कई हिट फिल्मों में काम कर चुकी हैं।

अनुराग के बारे में जानिए ;

अनुराग कश्यप फिल्‍म निर्देशक होने के साथ-साथ स्‍क्रीनराइटर, एक्टर और निर्माता हैं। उत्तर प्रदेश में जन्में 48 साल के कश्यप को लीक से हटकर फिल्म बनाने के लिए जाना जाता है। उन्‍हें कई पुरस्‍कारों से अपनी फिल्मों के लिए सम्‍मानित किया जा चुका है। निर्देशक के तौर पर फिल्‍म ‘पांच’ से कश्यप ने करियर शुरू किया था, हालांकि ये फिल्म रिलीज नहीं हुई थी। अनुराग की पहचान गैंग ऑफ वासेपुर पार्ट, मसान, क्वीन, उड़ता पंजाब, सांड की आंख, गुलाल, देव डी जैसी फिल्मों से है।

बैतूल के आधा दर्जन ठगोरे सूरत से गिरफ्तार:मोबाइल से फर्जी बैंक मैनेजर बनकर,लकी ड्रा खुलने के नाम पर लोगो के साथ कर रहे थे ठगी attacknews.in

बैतूल, 03 मार्च । मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में मुलताई पुलिस ने मोबाइल के माध्यम से फर्जी बैंक मैनेजर बनकर एवं लकी ड्रा खुलने के नाम पर क्षेत्र के लोगो के साथ ठगी करने वाले छह आरोपियों को सूरत से गिरफ्तार किया।

मुलताई अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (एसडीओपी) नम्रता सोधिया ने आज बताया कि क्षेत्र के भोले-भाले लोगों से मोबाइल पर बात कर लकी ड्रा के नाम पर, ओएलएक्स पर सामान खरीदने के नाम पर तथा एटीएम बंद होने के नाम पर फर्जी बैंक मैनेजर बनकर करीब डेढ लाख रूपये की ठगी की थी।

पुलिस अधीक्षक सिमाला प्रसाद ने जिले में बैंक धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर आरोपियों की मोबाइल लोकेशन के आधार पर टीम गुजरात प्रदेश के सूरत भेजी, जहॉ घेराबंदी कर शफ्फार मोहम्मद अंसारी (22) निवासी मधुपुर झारखंड, मोहम्मद मेहताब अंसारी (33), अब्दुल गफ्फार वसीर (25), मोहम्मद अब्दुल अंसारी (25), मोहम्मद सिराजुद्दीन अंसारी एवं अकबर असांरी (33) साल सभी निवासी थाना मधुपुर जिला देवगढ झारखंड हाल मुकाम भाटपोरगाम सूरत गुजरात को गिरफ्तार किया। एक फरार आरोपी अजीम की तलाश की जा रही है।

एसडीओपी ने बताया कि आरोपियों के पास से करीब चार लाख रुपए के अलावा 30 फर्जी मोबाइल सिम, छह मोबाइल एटीएम एवं पेनकार्ड बरामद हुए। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि अलग-अलग नंबरो से गूगल से मोबाइल नंबर सर्च कर अपने को बैंक मैनेजर बताकर एटीएम लॉक होने एवं खाता बंद होने, लकी ड्रा, ओएलएक्स पर सामान बेचने-खरीदने आदि बातो का मोबाइल के माध्यम से प्रलोभन देकर लोगों के खाते से पैसे निकाल लेते थे। आरोपियों ने बताया कि मुलताई के अलावा जिले के कोतवाली थाना, गंज थाना, थाना बोरदेही , चोपना, चिचोली शाहपुर मोहदा एवं झल्लार थाना क्षेत्र के लोगों के साथ इसी तरह फर्जीवाड़ा करना स्वीकार किया।आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।

हाथरस में बेटी से छेड़छाड़ मामले में पिता की हत्या में समाजवादी पार्टी का गुण्डा नेता के आरोपी होने पर उत्तरप्रदेश विधानसभा में गर्माई राजनीति;मुख्य आरोपी पर एक लाख का इनाम घोषित attacknews.in

हाथरस 03 मार्च । उत्तर प्रदेश में हाथरस के सासनी इलाके के गांव नोजलपुर में किसान की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या करने वाले आरोपी गौरव सोंगरा पर पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया है।

पुलिस के अनुसार अन्य दो आरोपियों पर भी 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। मामले में अब तक एक आरोपी गिरफ्तार किया गया है।

हाथरस घटना में दो इनामी गिरफ्तार,मुख्य आरोपी की तलाश जारी

हाथरस जिले के सासनी इलाके में नौजरपुर निवासी एक किसान की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या करने के मामले में 25-25 हजार रुपये के इनामी दो आरोपियों को आज गिरफ्तार कर लिया जबकि मुख्य आरोपी एक लाख के इनामी गौरव शर्मा की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।

पुलिस अधीक्षक विनित जायसवार के अनुसार सोमवार शाम खेत में आलू की खुदाई करवा रहे किसान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी । करीब ढाई साल पहले किसान ने मुकदमा दर्ज कराया था कि गौरव शर्मा ने उसके घर में घुसकर उसकी बेटी से छेड़छाड़ की थी। अब गौरव इस मुकदमे को वापस लेने और उनकी बेटी से शादी करने के लिए दबाव बना रहा था।

हाथरस की घटना ने ‘टोपी’ को फिर से कठघरे में खड़ा किया : योगी

समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा धारण की जाने वाली ‘टोपी’ पर पूर्व में तल्ख टिप्पणी कर चुके उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि हाथरस में हाल में हुई घटना ने इस टोपी को एक बार फिर कठघरे में खड़ा कर दिया है।

मुख्यमंत्री ने विधानसभा में बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए हाथरस की घटना का जिक्र किया। उन्होंने कहा “कल हाथरस में भी साबित हुआ है। दिनभर सोशल मीडिया पर यह चला कि टोपी वाला कौन था? हाथरस की घटना ने इस टोपी को फिर से कटघरे में खड़ा किया है।”

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा “कल हाथरस में जो दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटित हुई, क्या समाजवादी पार्टी का उस अपराधी से कोई संबंध नहीं है? हर अपराधी के साथ समाजवादी शब्द क्यों जुड़ जाता है। मैं यह पूछना चाहता हूं यह कौन सी स्थिति है, कौन सी मजबूरी है?”

इस पर नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने मुख्यमंत्री के बयान का विरोध किया और एक फोटो दिखाते हुए कहा कि हाथरस मामले का आरोपी भाजपा के सांसद के साथ बैठा है।

योगी ने इसका जवाब देते हुए कहा “आज अलीगढ़ में समाजवादी पार्टी की एक रैली है और रैली के पोस्टर उस अपराधी द्वारा लगाए गए हैं। वह भी समाजवादी पार्टी के नेताओं के साथ लगाए गए हैं। यह क्या साबित करता है? वह पीड़ित लड़की भी चिल्ला चिल्ला कर कह रही है कि उस अपराधी का संबंध किससे है?”

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने पिछली 24 फरवरी को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान एक वाकये का जिक्र करते हुए कहा था कि दो ढाई साल का एक बच्चा भी टोपी पहने व्यक्ति को गुंडा समझता है। उनका इशारा मुख्य रूप से विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के सदस्यों की तरफ था जो लाल टोपी पहनकर सदन की कार्यवाही में हिस्सा ले रहे थे।

सोमवार को हाथरस के सासनी क्षेत्र स्थित नोजल पुर गांव में कथित रूप से बेटी के साथ हुई छेड़छाड़ का मुकदमा वापस नहीं लेने पर अंबरीश शर्मा नामक किसान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले का मुख्य आरोपी गौरव शर्मा सपा का नेता बताया जा रहा है। हालांकि सपा ने इससे इंकार करते हुए उसे भाजपा का नेता बताया है।

हाथरस फिर सुर्खियों में:बेटी अपने आंखों के सामने देखती रही गुण्डों के हाथों बाप की हत्या इस बात के लिए कि, “तेरी बेटी के साथ छेड़छाड़ का मामला वापस लें” attacknews.in

हाथरस, 02 मार्च ।उत्तर प्रदेश में हाथरस जिले के सासनी क्षेत्र में बेटी से छेड़छाड़ की शिकायत वापिस ना लेने पर उसके पिता की गोली मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने आज एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जबकि मुख्य आरोपी समेत अन्य की तलाश की जा रही है।

पुलिस अधीक्षक विनित जायसवाल ने मंगलवार को आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया है कि सासनी इलाके के नौजरपुर गांव में सोमवार शाम करीब साढ़े तीन बजे करीब 50 वर्षीय अमरीश अपने खेत में आलू की खुदाई करवा रहा था। उसी दौरान चार हमलावरों ने उनपर ताबड़तोड फायरिंग कर दी। गंभीर हालत में अस्पताल ले जाते समय अमरीश ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया था। उन्होंने बताया कि घटना के बाद अमरीश की पुत्री ने बताया कि उसके साथ छेड़छाड़ की गई थी मुख्य आरोपी गौरव शर्मा जेल में रहा था।

हाथरस जिले के सासनीगेट क्षेत्र में बेटी से छेड़छाड़ की शिकायत वापिस ना लेने पर आरोपियों ने खेत में काम कर रहे उसके पिता की गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गये।

इलाके की पुलिस उपाधीक्षक रूचि गुप्ता ने बताया है कि सासनी इलाके के नौजरपुर गांव में सोमवार शाम करीब साढ़े तीन बजे करीब 50 वर्षीय अमरीश अपने खेत में आलू की खुदाई करवा रहा था। उसी दौरान चार हमलावरों ने उनपर ताबड़तोड फायरिंग कर दी। गंभीर हालत में अस्पताल ले जाते समय अमरीश ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।

उन्होंने बताया कि घटना के बाद अमरीश की पुत्री ने बताया कि उसके साथ की छेड़छाड़ की गई थी और उसकी शिकायत पिता ने थाने में कर दी थी।

लड़की के पिता अंबरीश शर्मा (50) ने आरोपी गौरव के खिलाफ 2008 में अपनी बेटी के साथ छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया था और वह जेल भी गया था, लेकिन एक महीने बाद ही वह जमानत पर रिहा हो गया था।

अंबरीश की बेटी ने प्राथमिकी में आरोप लगाया कि वह अपने पिता अंबरीश के साथ आलू के खेत में थी, जब गौरव अपने एक साथी के साथ सफेद कार में आया और अंबरीश को उसके खिलाफ मामला वापस लेने को कहने लगा।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ इससे पहले कि मेरे पिता कुछ कह पाते, उसने उन पर गोलियां चला दीं। हम उन्हें लेकर अस्पताल गये, जहां उनकी मौत हो गई।’’

वहीं, हाथरस के पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने कहा, ‘‘ यह घटना सोमवार दोपहर हाथरस के नोजरपुर गांव के सासनी क्षेत्र में हुई, जब अंबरीश शर्मा (50) की बेटियां मंदिर गई थीं। आरोपी गौरव शर्मा की पत्नी और एक रिश्तेदार भी वहां मौजूद थीं। इन महिलाओं के बीच बहस हो गयी और तभी आरोपी गौरव तथा लड़कियों के पिता अंबरीश भी वहां पहुंच गए।’’

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गौरव और अंबरीश के बीच भी बहस हो गयी, जिसके बाद गौरव ने अपने कुछ रिश्तेदारों को बुला लिया और फिर अंबरीश को गोली मार दी।

उन्होंने बताया कि अंबरीश की बेटी की शिकायत के आधार पर भादंवि की धारा 302 (हत्या) तथा संबंधित धाराओं के तहत गौरव शर्मा, ललित शर्मा, रहितेश शर्मा, निखिल शर्मा और दो अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इनमें से ललित को गिरफ्तार कर लिया गया है।

घटना का संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं और आरोपियों के खिलाफ रासुका लगाने का भी निर्देश दिया है।

दिल्ली में जीएसटी अधिकारियों ने फर्जी कंपनियों के नेटवर्क का खुलासा करते हुए आईटीसी घोटाले में वकील को किया गिरफ्तार attacknews.in

नयी दिल्ली, 28 फरवरी । माल एवं सेवा कर (जीएसटी) अधिकारियों ने एक व्यक्ति को फर्जी कंपनी बनाने और 50.03 करोड़ रुपये के इनपुट टैक्स क्रेडिट धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। वित्त मंत्रालय ने रविवार को इसकी जानकारी दी।

एक बयान में कहा गया कि केंद्रीय माल एवं सेवा कर (सीजीएसटी) आयुक्तालय, दिल्ली पूर्व के अधिकारियों ने फर्जी कंपनियों के एक नेटवर्क का खुलासा किया है, जिन्हें विशाल नाम के एक व्यक्ति के द्वारा संचालित किया जा रहा था। विशाल पेशे से एक वकील है और कड़कड़डूमा कोर्ट, दिल्ली में अभ्यास कर रहा है।

विशाल ने अपने नाम से एक फर्जी कंपनी बनाकर इस जीएसटी धोखाधड़ी की शुरुआत की। उक्त कंपनी को विशाल ने अपने निवास के पते पर पंजीकृत करवाया। इसके बाद, उसने फर्जी फर्म बनाने के लिये अलग-अलग व्यक्तियों के विभिन्न केवाईसी की व्यवस्था की, जिनमें कोई भी व्यावसायिक गतिविधि नहीं थी। इन्हें नकली इनपुट टैक्स क्रेडिट के लिये बनाया गया था।

बयान में कहा गया, ‘‘उसके आवास की तलाशी के दौरान कई केवाईसी और चेक पाये गये। उसने अपने ग्राहकों को चालान राशि के दो प्रतिशत कमीशन के बदले में फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट प्रदान किया। कुल नकली इनपुट टैक्स क्रेडिट अभी तक की गणना के आधार पर 50.03 करोड़ रुपये का है, जो जांच के साथ बढ़ सकता है।

आरोपी को 13 मार्च तक के लिये 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

बैंक घोटालों के भगोड़े नीरव मोदी को भारत में मुंबई की आर्थर रोड़ जेल में उसे पर्याप्त चिकित्सा और मानसिक स्वास्थ्य देखभाल उपलब्ध कराई जाएगी attacknews.in

लंदन, 25 फरवरी । ब्रिटेन की एक अदालत ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले में आरोपी नीरव मोदी को भारत प्रत्यर्पित करने का गुरुवार को आदेश दिया।यह भी कहा कि मुंबई की आर्थर रोड़ जेल में उसे पर्याप्त चिकित्सा और मानसिक स्वास्थ्य देखभाल उपलब्ध कराई जाएगी।

वह पीएनबी के दो अरब अमेरिकी डालर के घोटाले का आरोपी है। यह घोटाला फरवरी 2018 में सामने आया था और इसके बाद वह ब्रिटेन भाग गया था, जहां उसने राजनीतिक शरण दिए जाने की अर्जी दी थी।

वेस्टमिंस्टर की एक अदालत ने काफी दिनों से जारी कानूनी विवाद के बाद आखिरकार भारत के इस केस को स्वीकार कर लिया कि नीरव मोदी ने गवाहों को धमकाया है और सबूतों के साथ छेड़छाड़ की है।

ड्रिस्टिकट जज सैमुअल गोजे ने मानसिक हालत संबंधी उसकी अर्जी को ठुकराते हुए अदालत में उसे भारत को प्रत्यर्पित किए जाने का फैसला सुनाया और यह भी कहा कि मुंबई की आर्थर रोड़ जेल में उसे पर्याप्त चिकित्सा और मानसिक स्वास्थ्य देखभाल उपलब्ध कराई जाएगी।

एनआईए ने जासूसी को लेकर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के भारतीय एजेंट के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया attacknews.in

नयी दिल्ली, 26 फरवरी । एनआईए ने जासूसी में कथित तौर पर संलिप्त रहने को लेकर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के एक भारतीय एजेंट के खिलाफ एक पूरक आरोपपत्र दाखिल किया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

गुजरात के पश्चिम कच्छ जिला निवासी राजाभाई कुंभर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून (यूएपीए) की संबद्ध धाराओं के तहत बृहस्पतिवार को पूरक आरोपपत्र दाखिल किया गया।

पाकिस्तान स्थित आईएसआई एजेंटों को सामरिक महत्व की संवेदनशील जानकारी, तस्वीरें और वीडियो भेजने के आरोप में उत्तर प्रदेश के चंदोली निवासी मोहम्मद राशिद को लखनऊ में गिरफ्तार किये जाने के बाद शुरूआत में पिछले साल जनवरी में एक मामला दर्ज किया गया था।

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने इसके बाद पिछले साल अप्रैल में मामला दर्ज किया और जांच की जिम्मेदारी अपने हाथों में ले ली।

इससे पूर्व, महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों एवं सुरक्षा बलों की गतिविधियों से संबंधित संवेदनशील और सामरिक रूप से अहम सूचनाएं पाकिस्तान स्थित आईएसआई के अपने आकाओं को भेजने में राशिद की भूमिका को लेकर पिछले साल जुलाई में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था।

एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि कुंभर को पिछले साल 30 सितंबर को गिरफ्तार किया गया। वह वैध दस्तावेजों पर दो बार पाकिस्तान गया था और अपनी दूसरी यात्रा से लौटने के दौरान वह पाकिस्तानी आईएसआई एजेंट हामिद के संपर्क में आया था और साजिश में भीगीदार बना था।

अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच जारी है।

बैतूल में कांग्रेस विधायक के व्यावसायिक समूह के यहां आयकर की कार्रवाई पूरी:छापे के दौरान आठ करोड़ रुपयों की नगदी और विदेशी मुद्रा भी मिली attacknews.in

बैतूल, 23 फरवरी । मध्यप्रदेश के बैतूल जिला मुख्यालय पर आयकर विभाग भोपाल की टीम का यहां के कांग्रेस से जुड़े एक विधायक के व्यावसायिक समूहों एवं निवास पर जारी छापे की कार्रवाई पूरी हो गयी है।

जिला आयकर अधिकारी आर के चौहान ने आज बताया कि आयकर भोपाल की अलग-अलग टीमों ने विधायक के व्यावसायिक समूह के यहां छापे की कार्रवाई की। समूह के बैंक लॉकर सील कर टीम वापस भोपाल लौट गयी है। टीम जब फिर वापस आएंगी तो सील किए बैंक लॉकर खोलकर उसका सत्यापन किया जाएगा। तेल व्यवसाय से जुड़े इस समूह के बैतूल के अलावा सतना, सोलापुर, मुंबई तथा कोलकाता में आयकर विभाग की टीम ने 18 फरवरी की सुबह एक साथ छापे की कार्रवाई प्रारंभ की थी।

बैतूल में छापे के दौरान आठ करोड़ रुपयों की नगदी और विदेशी मुद्रा भी मिली

बैतूल जिला निवासी एक व्यावसायिक समूह के ठिकानों पर पिछले पांच छह दिनों से जारी आयकर विभाग की छापे की कार्रवाई के दौरान आठ करोड़ रुपयों की नगदी और 44 लाख रुपयों से अधिक मूल्य की विदेशी मुद्रा मिली है। समूह के कर्ताधर्ता कांग्रेस से भी जुड़े हुए हैं।

आयकर विभाग की ओर से मुहैया करायी गयी जानकारी के अनुसार डागा समूह के बैतूल, सतना, मुंबई, सोलापुर और कोलकाता में की गयी छापे की कार्रवाई के दौरान आठ करोड़ रुपयों की नगदी मिली है, जिसका कोई हिसाब किताब नहीं है। मुख्य रूप से तेल व्यवसाय से जुड़े इस समूह के कब्जे से 44 लाख रुपये मूल्य की विदेशी मुद्रा भी मिली है। यह राशि जब्त कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। छापे की कार्रवाई 18 फरवरी को प्रारंभ हुयी थी।

छापे के दौरान मिले नौ बैंक लॉकर भी खोले जाने की कार्रवाई प्रचलन में है। समूह पर छापे के दौरान अब तक लगभग 450 करोड़ रुपयों की अघोषित आय संबंधी दस्तावेज मिले हैं। विभाग ने लेपटॉप, हार्ड ड्राइव्स, पेन ड्राइव्स आदि भी जब्त किए हैं। माना जा रहा है कि इनमें समूह के लेनदेन संबंधी जानकारी है। छापे के दौरान हवाला के जरिए लेनदेन करने संबंधी दस्तावेज भी हाथ लगे हैं।

विधायक से जुड़े व्यावसायिक समूह पर 18 फरवरी को मारा गया था आयकर छापा

बैतूल जिला मुख्यालय पर कांग्रेस के एक विधायक से जुड़े लगभग छह व्यावसायिक समूहों पर आयकर विभाग भोपाल की सर्च की कार्रवाई 19 फरवरी को दूसरे दिन भी जारी रही।

जिला आयकर अधिकारी आर के चौहान ने बताया था कि आयकर भोपाल की अलग-अलग टीमें विधायक से जुड़े व्यावसायिक समूहों में सर्च कार्रवाई में लगी हुई हैं। संभवत एक-दो दिन में सर्च कार्रवाई पूरी होने की उम्मीद है। जिन ठिकानों पर कार्यवाही चल रही है, उसके सामने पुलिस तैनात है और किसी को भी अंदर आने और बाहर जाने नही दिया जा रहा है।

बैतूल में कांगेस विधायक से जुड़े व्यावसायिक समूह पर आयकर का छापा

18 फरवरी को बैतुल जिला मुख्यालय पर कांग्रेस के विधायक से जुड़े व्यावसायिक समूह के लगभग आधा दर्जन ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापे की कार्रवाई प्रारंभ की।

अायकर विभाग के सूत्रों के अनुसार अलग अलग दलों ने डागा समूह के एक स्कूल परिसर, दो निवासस्थलों, एक बीज केंद्र और एक अन्य परिसर में छापे की कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था लगायी गयी ।

बैतूल के कांग्रेस विधायक और उद्योगपति निलय डागा के घर और ऑफिस पर इनकम टैक्स की रेड से हड़कंप मच गया। आयकर विभाग ने विधायक के निवास ,ऑइल मिल और वेयरहाउस पर छापा मारा। टीम ने विधायक के नवनिर्मित बहुमंजिला घर की छानबीन की।

आयकर विभाग की दूसरी टीम कोसमी औद्योगिक क्षेत्र में संचालित बैतूल ऑयल मिल पर मौजूद रही । इसके अलावा ग्राम भडूस स्थित डागा ग्रुप के एक वेयरहाउस पर भी इनकम टैक्स टीम की जांच जारी रही । हालांकि अब तक इस रेड को लेकर अधिक डिटेल्स उजागर नहीं हुई ,लेकिन इस रेड से शहर के व्यावसायिक और राजनैतिक गलियारों में हड़कम्प मचा हुआ है।

गौरतलब है कि फिलहाल फैक्टरी प्रबंधन ने कुछ भी बोलने से इनकार किया ।टीमें विधायक के ठिकानों से मिले दस्तावेज को खंगाले ।आयकर विभाग को बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की सूचना मिली थी।

तीन महीने पहले भी मारी थी रेड:

भोपाल में तीन महीने पहले भी इनकम टैक्स टीम ने इवेंट मैनेजमेंट और पब्लिसिटी से जुड़े 4 कारोबारियों पर छापा मारा था. उस वक्त करीब 42 घंटे तक टीम ने मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में 30 जगहों पर एक साथ छापे की कार्रवाई की थी. एक साथ 4 कारोबारी समेत 7 लोगों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति से जुड़े दस्तावेजों को जब्त किए गए. इस दौरान टीम को रायपुर और भोपाल में 50 से अधिक बेनामी संपत्ति से जुड़े दस्तावेजों का पता चला था. भोपाल में यह कार्रवाई 15 से अधिक ठिकानों पर रही. टीम को करीब ढाई करोड़ रुपए कैश और जेवर मिले थे।

इनके ठिकानों पर पड़ी थी रेड:

आयकर विभाग की टीम कोविड-19 लिखी गाड़ियों से वहां पहुंची थी. इसमें इवेंट मैनेजर संजय प्रगट, फर्म संचालक मुकेश श्रीवास्तव, मोहम्मद जावेद उर्फ कंजे मियां (टेंट कारोबारी), होर्डिंग कारोबारी सत्य नारायण, कारोबारी अजय जैन, मोहम्मद इस्माइल कंजे मियां के समर्थक और माध्यम से करीब डेढ़ साल पहले रिटायर्ड हुए अधिकारी जीपी मानकर शामिल थे. यह कार्रवाई मुख्य रूप से नेहरू नगर में 3 जगह, कोटरा सुल्तानाबाद, एमपी नगर में तीन जगह, एयरपोर्ट रिपोर्ट, कोहेफिजा, इतवारा, अरेरा कॉलोनी और श्यामला हिल्स स्थित हिंदी भवन के पास हुई थी।

किसान आंदोलन के दौरान ट्रैक्टर रैली में लाल किला हिंसा भड़काने के मामले में दिल्ली पुलिस ने जम्मू से किया किसान नेता सहित दो को गिरफ्तार attacknews.in

जम्मू, 23 फरवरी । दिल्ली पुलिस की एक टीम ने जम्मू पुलिस की सहायता से 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले में हुई हिंसा के आरोपी एक किसान नेता सहित दो लोगाें को यहां से गिरफ्तार किया है।

पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को यहां बताया कि दोनों को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की टीम ने सोमवार रात हिरासत में ले लिया और उन्हें पूछताछ के लिए तुरंत राष्ट्रीय राजधानी ले जाया गया।

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किये गये लोगों की पहचान जम्मू शहर के चाथा इलाके के निवासी एवं जम्मू-कश्मीर संयुक्त किसान मोर्चा के अध्यक्ष मोहिंदर सिंह (45) और जम्मू के गोले गुजराल निवासी मंदीप सिंह (23) के रूप में की गयी है।।

किसान आंदोलन के समर्थन मे “टूलकिट” मामले में गिरफ्तार दिशा रवि पर्याप्त सबूत के अभाव में जमानत के बाद तिहाड़ जेल से बाहर आई;शांतनु मुकुल ने अग्रिम जमानत के लिए दायर की याचिका attacknews.in

नयी दिल्ली, 23 फरवरी।पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि को मंगलवार को स्थानीय अदालत से जमानत मिलने के बाद रात को तिहाड़ जेल से रिहा कर दिया गया।

उन्हें किसान आंदोलन का समर्थन करने से जुड़ा टूलकिट सोशल मीडिया पर साझा करने के मामले में गिरफ्तार किया गया था।

अधिकारी ने बताया, ‘‘जेल प्रशासन ने रिहाई संबंधी सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली, जिसके बाद दिशा रवि को रिहा कर दिया गया।’’

आज दिन में दिल्ली की एक अदालत ने 22 वर्षीय रवि को जमानत देते हुए कहा कि पुलिस द्वारा पेश साक्ष्य ‘‘कम और ठोस नहीं हैं।’’

रवि को बेंगलुरु से 13 फरवरी को दिल्ली पुलिस के साइबर सेल ने गिरफ्तार किया था।

पर्याप्त सबूत के अभाव में दिशा रवि की जमानत मंजूर

दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को टूलकिट मामले में बेंगलुरु की पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि की जमानत मंजूर करते हुए कहा कि सुश्री रवि के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं हैं।

अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र राणा ने जमानत मंजूर करते हुए कहा,“अस्पष्ट साक्ष्यों को देखते हुए मुझे जमानत मंजूर करने से इनकार करने का कोई ठोस कारण दिखाई नहीं दे रहा है।”

उन्होंने सुश्री रवि की जमानत को मंजूर करने का आदेश देते हुए सुश्री रवि से एक लाख रुपये के जमानती बांड और तथा दो अतिरिक्त मुचलके प्रस्तुत करने को कहा।

सुश्री रवि की ओर से न्यायालय में पेश हुए वकील अभिनव शेखरी ने न्यायाधीश से जमानत राशि घटाकर 50 हजार रुपये करने की अपील की, जिसे न्यायाधीश ने नामंजूर कर दिया।

इससे पहले पुलिस ने सुश्री रवि को अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत ने पेश और एक स्थानीय अदालत में याचिका दायर कर सुश्री रवि की पुलिस हिरासत चार दिन और बढ़ाने की मांग की, जिसे मजिस्ट्रेट ने रद्द कर दिया।

दिल्ली पुलिस ने 20 फरवरी को कहा था कि सुश्री रवि खालिस्तान की वकालत करने वालों के साथ मिलकर टूलकिट तैयार कर रहीं थी। यह भारत को बदनाम करने वाले वैश्विक षडयंत्र तथा किसानों के आंदोलन की आड़ में देश में अशांति फैलाने की कोशिश करने का हिस्सा है।

इससे पहले स्थानीय अदालत ने 14 फरवरी को सुश्री रवि को पांच दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेजा था। उस समय जांच एजेंसी ने कहा था कि केंद्र सरकार के खिलाफ बड़े षडयंत्र तथा खालिस्तान आंदोलन में उनकी भूमिका की जांच के लिए पुलिस हिरासत जरूरी है।

सुश्री रवि को दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने 13 फरवरी को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था और दिल्ली की अदालत में पेश कर सात दिन की पुलिस हिरासत की मांग की थी।

टूलकिट मामला: मुकुल ने अग्रिम जमानत के लिए दायर की याचिका

इधर टूलकिट मामले में आरोपी अभियंता शांतनु मुकुल ने अग्रिम जमानत के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय में मंगलवार को याचिका दायर की।

श्री मुकुल बेंगलुरु की पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि तथा वकील निकिता जैकब के साथ इस मामले में आरोपी हैं।

10 मिनट पहले ममता बनर्जी आकर चली जाती हैं,इसके बाद कोयला चोरी मामले में तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी रूजिरा बनर्जी से सीबीआई करती हैं पूछताछ attacknews.in

कोलकाता, 23 फरवरी । सीबीआई की एक टीम ने मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी के दक्षिण कोलकाता स्थित आवास पर उनकी पत्नी रुजिरा से कथित कोयला चोरी मामले में पूछताछ की।

अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

सीबीआई की टीम के वहां पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने भतीजे एंव तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी के दक्षिण कोलकाता में हरीश मुखर्जी रोड स्थित आवास पर उनसे मुलाकात करने पहुंची,ममता यहां केवल 10 मिनट ही रुकी थीं।

सूत्रों ने बताया कि सीबीआई दोपहर लगभग 12 बजे अभिषेक के आवास पहुंची और करीब एक घंटे उन्होंने पूछताछ की।

उन्होंने बताया कि भारी सुरक्षा बल की मौजूदगी के बीच दल दोपहर करीब सवा एक बजे करीब वहां से रवाना हुआ।

सीबीआई टीम ने करीब 80 मिनट तक श्रीमती रुजिरा बनर्जी से पूछताछ की। इससे पहले सीबीआई ने इस मामले में श्री बनर्जी की रिश्तेदार मेनका गंभीर से भी ईएम बायपास के पास पंचसयार स्थित उनके आवास पर पूछताछ की थी।

सीबीआई टीम के आज सुबह श्री बनर्जी के आवास पर पहुंचने से कुछ समय पहले ही सुश्री ममता बनर्जी कुछ मिनटों के लिए अपने भतीजे के आवास पर गईं।

सुश्री बनर्जी के जाने के बाद सीबीआई टीम करीब 1136 बजे वहां पहुंची और 0115 बजे वहां से बाहर निकली।

पुलिस अधीक्षक विश्वजीत दास एवं अपर पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार के नेतृत्व में सीबीआई टीम ने रुजिरा बनर्जी से पूछताछ की। इससे दो दिन पहले सीबीआई ने पूछताछ के लिए श्रीमती रुजिरा बनर्जी को नोटिस जारी किया था।

तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी ने सोमवार को सीबीआई के समन का जवाब देते हुए कहा कि कथित कोयला चोरी घोटाले में पूछताछ के लिए वह 23 फरवरी 2021 को पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक उपलब्ध रहेंगी।

सूत्रों ने बताया कि अवैध कोयला उत्खनन मामले में सीबीआई ने रुजिरा के बैंक लेनदेन का विवरण मांगा है।

सीबीआई ने सोमवार को रुजिरा की बहन मेनका गंभीर से भी इस मामले में पूछताछ की थी।

सीबीआई की दो महिला अधिकारी पूछताछ के लिए सोमवार को रुजिरा की बहन मेनका गंभीर के कोलकाता स्थित आवास पहुंची थी और उनसे करीब तीन घंटे तक पूछताछ की थी।

सत्तारूढ पार्टी ने आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों से पहले तृणमूल कांग्रेस के नेता के रिश्तेदारों से एजेंसी पूछताछ कर रही है। राज्य में अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।

केन्द्रीय जांच एजेंसी ने गत नवम्बर में चोरी रैकेट के कथित सरगना मांझी उर्फ लाला, ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (ईसीएल) के महाप्रबंधकों-अमित कुमार धर (तत्कालीन कुनुस्तोरिया क्षेत्र और अब पांडवेश्वर क्षेत्र) तथा जयेश चंद्र राय (काजोर क्षेत्र) , ईसीएल के सुरक्षा प्रमुख तन्मय दास, क्षेत्र सुरक्षा निरीक्षक, कुनुस्तोरिया, धनंजय राय और एसएसआई एवं काजोर क्षेत्र के सुरक्षा प्रभारी देबाशीष मुखर्जी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।

आरोप है कि मांझी उर्फ लाला कुनुस्तोरिया और काजोर क्षेत्रों में ईसीएल की पट्टे पर दी गईं खदानों से कोयले के अवैध खनन और चोरी में लिप्त हैं।

महाराष्ट्र की टिकटॉक स्टार पूजा चव्हाण की आत्महत्या के पीछे मंत्री संजय राठौड़ के साथ प्रेम प्रसंग ऐंगल के बाद 15 दिन लापता होकर सामने आए मंत्री ने मौत से संबंध होने से किया इनकार attacknews.in

यवतमाल, 23 फरवरी । महाराष्ट्र के वन मंत्री संजय राठौड़ वाशिम जिले के एक मंदिर का दर्शन करने के बाद मंगलवार को पुणे की एक लड़की की मृत्यु मामले में उनका कोई संबंध होने से इनकार किया है।

वाशिम जिले में पोहरादेवी मंदिर का दर्शन करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, श्री राठौड़ ने कहा कि लड़की की दुर्भाग्यपूर्ण मौत के बाद गंदी राजनीति की जा रही है

आरोपों से घिरने के बाद पहली बार सामने आए मंत्री संजय राठोड, बताया पिछले 15 दिनों से कहां थे:

महाराष्ट्र में पूजा चव्हाण आत्महत्या मामले में मंत्री संजय राठोड ने बयान जारी किया. उन्होंने कहा कि सीएम ने इस मामले में जांच शुरू करवाई है, जांच के बाद सारी बातें साफ हो जाएंगी. वहीं राठोड की सफाई पर विपक्ष ने भी पलटवार किया है.

टिकटॉक स्टार पूजा चव्हाण की मृत्यु को लेकर शक के घेर में आए मंत्री संजय राठोड ने 15 दिनों गायब रहने के बाद पहली बार चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा है कि उन पर लगे आरोप निराधार हैं. वे गंदी राजनीति के शिकार हुए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें बदनाम कर के उनका राजनीतिक करियर तबाह नहीं किया जाए. पूजा चव्हाण की मौत पर शुरू से ही संजय राठोड का नाम सामने आ रहा था, जिसके बाद उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया है.

महाराष्ट्र सरकार में वन मंत्री और शिवसेना नेता ने अपनी यह बात प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करके रखी. इससे पहले वे पोहरा देवी का दर्शन करने मंदिर गए. वहां उनके समर्थकों की भारी भीड़ इकट्ठी हुई थी. जिन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस को भीड़ पर लाठी चार्ज करना पड़ा. मंत्री संजय राठोड की सफाई पर भाजपा प्रवक्ता चित्रा वाघ ने पलटवार करते हुए कहा कि चाहे लाखों समर्थक भी इकट्ठे हो जाएं, तब भी वे यही कहेंगी कि पूजा चव्हाण के हत्यारे संजय राठोड ही हैं।

राठोड ने कहा- मेरी छवी खराब करने की कोशिश
शिवसेना नेता संजय राठोड ने अपने ऊपर लगे आरोप को पूरी तरह से नकारते हुए कहा, “पूजा चव्हाण की मृत्यु पर संपूर्ण बंजारा समाज दुखी है. चव्हाण परिवार के दुख में मैं सहभागी हूं. लेकिन इस प्रकरण पर गंदी राजनीति की जा रही है, और मेरे सामाजिक, राजनीतिक और व्यक्तिगत छवि को तबाह करने की कोशिश की जा रही है. मुख्यमंत्री ने जांच शुरू करवाई है. जांच के बाद सारी बातें साफ हो जाएंगी. अपना पक्ष रखते हुए संजय राठोड ने पिछले दस दिनों से उनका नाम उछाले जाने पर भी अपनी नाराजगी जताई.

दस दिनों से कंहा थे संजय राठोड ?

संजय राठोड ने आगे अपनी बात रखते हुए कहा, “ सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में जो दिखाया जा रहा है वो सच नहीं है, यह मैं दावे से कह सकता हूं. मुख्यमंत्री ने जो जांच शुरू करवाई है, उसी से सच सामने आएगा. पिछले दस दिनों से मेरी बदनामी की जा रही है. मैं आप सबसे विनती कर रहा हूं कि जब तक पुलिस की जांच चल रही है तब तक मेरे और मेरे समाज की बदनामी ना की जाए. इसके अलावा जब उनसे पूछा गया कि इतने दिनों तक वे कहां गायब थे तो उन्होंने जवाब दिया कि वे कहीं गायब नहीं थे. वे मुंबई के अपने ऑफिस में काम कर रहे थे।

संजय राठोड की सफाई पर विपक्ष का पलटवार

पूजा चव्हाण मौत मामले में संजय राठोड के बयान के बाद सबसे आक्रामक प्रतिक्रिया भाजपा नेता चित्रा वाघ की सामने आई. उन्होंने कहा कि पहले गुनाह करके बाद में अपने समाज के समर्थकों का सहारा लेने का नया ट्रेंड चल निकला है. लाखों समर्थक भी संजय राठोड ले आएं लेकिन यह सच नहीं छुपाया जा सकता कि पूजा चव्हाण ने आत्महत्या नहीं की और संजय राठोड उनके हत्यारे हैं. विधान परिषद में विपक्षी पार्टी के नेता प्रवीण दरेकर ने कहा कि ऐसा लगा था कि वे जांच पूरी होने तक अपना इस्तीफा देने की बात कहने वाले हैं लेकिन यहां तो सच को छुपाने की कोशिश नजर आई.

यह है पूरा मामला ?

महाराष्ट्र के बीड जिले में रहने वाली टिकटॉक स्टार पुणे आकर स्पोकन अंग्रेजी का कोर्स कर रही थी. पिछले दिनों उसने तीसरी मंजिल से कूद कर आत्महत्या कर ली. इस मृत्यु प्रकरण में शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के वन मंत्री संजय राठोड़ का नाम सामने आया है।

आरोप है कि पूजा चव्हाण की आत्महत्या के पीछे मंत्री के साथ प्रेम प्रसंग का ऐंगल है. इस आत्महत्या प्रकरण को लेकर ग्यारह क्लिप्स वायरल हुए. उन क्लिप्स के बारे में भाजपा नेता चित्रा वाघ ने शिवसेना नेता और वन मंत्री संजय राठोड़ की आवाज होने की बात कहते हुए उन पर तुरंत कार्रवाई की मांग की. इससे पहले नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने भी पूरी जांच करने की मांग की. फिलहाल पुणे पुलिस इस केस की जांच कर रही है।

कर्नाटक में भाजपा नेताओं की पत्थर खदान में विस्फोट से 6 लोगों के चिथड़े उड़े:खनन अधिकारी द्वारा वैन से जिलेटिन छड़ों के परिवहन की कोशिश में हुआ विस्फोट attacknews.in

चिकबलपुर (कर्नाटक), 23 फरवरी । पत्थर की एक खदान में जिलेटिन की छड़ों को हटाते समय मंगलवार तड़के हुए विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई।

मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के गृह निवास शिवमोगा में 22 जनवरी को भी एक ऐसे ही हादसे में छह लोगों की ही मौत हो गई थी।

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री एवं चिकबलपुर से विधायक के. सुधाकर घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि शव बेहद बुरी हालत में थे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी घटना पर दुख जताया है।

उन्होंने कहा, ‘‘ कर्नाटक के चिकबलपुर में लोगों के हताहत होने की खबर से दुखी हूं। मैं मृतकों के परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’

मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने भी हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं और अधिकारियों को दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश भी दिया गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘ घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’’

पुलिस के अनुसार, घटना पेरसेंड्रा के पास हिरणागवल्ली में हुई।

स्थानीय लोगों द्वारा जिलेटिन की छड़ों के अधिक इस्तेमाल की शिकायत किए जाने के बाद पुलिस ने सात फरवरी को यहां उत्खनन रोक दिया था, लेकिन यहां अवैध रूप से काम जारी था। कुछ दिन पहले यहां छापा भी मारा गया था और ठेकेदार को जिलेटिन का इस्तेमाल ना करने को लेकर चेतावनी दी गई थी।

उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह यह हादसा उस समय हुआ, जब ये लोग जिलेटिन की छड़ें हटाने की कोशिश कर रहे थे।

घटना में घायल हुए एक वाहन के चालक ने पुलिस से कहा, ‘‘ उन्होंने (मारे गए लोगों ने) एक थैला पकड़ रखा था और उन्होंने मुझसे उन्हें वाहन से जंगल तक ले जाने को कहा था। वे एक सुनसान जगह पर गए और फिर अचानक एक विस्फोट हुआ।’’

चालक के पैरों और हाथ में गंभीर चोटें आई हैं।

पुलिस ने बताया कि खनन अधिकारी जब खदान से एक वैन के जरिये जिलेटिन के परिवहन की कोशिश कर रहे थे, तभी रासायनिक प्रतिक्रियाओं के कारण इनमें विस्फोट हो गया। विस्फोट में पांच लोगाें की मौत हो गयी लेकिन वैन का ड्राइवर बच गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। धमाका इतना जबरदस्त था कि शव घटनास्थल से 1000 मीटर दूर तक बिखरे हुए पाये गये।

मृतकों की पहचान इंजीनियर उमाकांत, कंप्यूटर ऑपरेटर गंगाधर, चौकीदार महेश, एकाउंटेंट रामू और एक अन्य व्यक्ति के रूप में की गयी ।

घायल को चिकबल्लापुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पेरेसांद्रा पुलिस ने इस सिलसिले में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

खदान का स्वामित्व गुडुबांडे के भारतीय जनता पार्टी के नेता नागराज रेड्डी, आंध्र प्रदेश के राघवेंद्र रेड्डी और शिवा रेड्डी के पास है।

गौरतलब है कि करीब एक माह पहले शिमोगा जिले में हुए इसी तरह के विस्फोट में सात लोगों की मौत हो गयी थी।

कर्नाटक के खनन और भूविज्ञान मंत्री मुरुगेश आर निरानी ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि सरकार अवैध खनन गतिविधियों, परिवहन और खनन के लिए उपयोग किए जाने वाले विस्फोटकों के भंडारण के खिलाफ कड़े कदम उठा रही हैं।

निरानी ने कहा, ‘‘ शिवमोगा में हुए हादसे के जख्म अभी भरे ही नहीं थे कि चिकबलपुर में यह दुर्भाग्यपूर्ण विस्फोट हो गया।’’

उन्होंने कहा कि जहां खनन किया जाता है, उन इलाकों में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। विस्फोट के कारण का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जाएगी और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को सजा दी जाएगी।

निरानी ने कहा कि मृतकों के परिवार और घायलों को सरकार सभी आवश्यक मदद मुहैया कराएगी।

उन्होंने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा कि वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं और स्थिति का आकलन कर रहे हैं।

इस बीच, कांग्रेस ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि भाजपा नेता इस अवैध गतिविधि में उसी तरह शामिल हैं, जिस तरह वे शिवमोगा में शामिल थे।

पार्टी ने ट्वीट किया, ‘‘ शिवमोगा विस्फोट के बाद नींद से उठने की बजाए, अवैध उत्खनन तथा विस्फोटकों के इस्तेमाल को खत्म करने के बजाए सरकार ऐसी गतिविधियों के समर्थन में खड़ी है, जिसके कारण जिलेटिन की वजह से एक और विस्फोट हुआ।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ शिवमोगा की तरह, यहां भी भाजपा शामिल थी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर सीधी तौर पर इसके लिए जिम्मेदार हैं ।

कोयला घोटाले में पूछताछ के लिए अभिषेक बनर्जी की रिश्तेदार मेनका गंभीर के घर पहुंची सीबीआई;रुजिरा बनर्जी ने CBIके समन पर कहा, मंगलवार को मेरे घर आएं attacknews.in

कोलकाता, 22 फरवरी । केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारी साेमवार को कोयला घोटाला मामले में पूछताछ करने के लिए तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी की रिश्तेदार मेनका गंभीर के घर पहुंचे।

एक दिन पहले रविवार को इस सिलसिले में पूछताछ के लिए श्री अभिषेक की पत्नी रुजीरा बनर्जी को नोटिस दिया गया था। सीबीआई ने श्रीमती रुजीरा को कोयला घोटाला मामले में कथित तौर पर पैसों की लेन-देन को लेकर रविवार को कोलकाता के कालीघाट स्थित उनके आवास पर जाकर नोटिस थमाया था। साथ ही दक्षिण कोलकाता में ही अलग रहने वाली मेनका गंभीर को भी नोटिस दी गयी थी। सीबीआई इन दोनों से तृणमूल के युवा नेता विनय मिश्रा के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के सिलसिले में पूछताछ करेगी।

उधर, श्रीमती रुजीरा ने सीबीआई को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने सीबीआई को पूछताछ के लिए मंगलवार को कालीघाट स्थित अपने आवास पर पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक का समय दिया है।

डायमंड हार्बर लोकसभा सीट से सांसद श्री बनर्जी ने पत्नी को सीबीआई द्वारा नोटिस जारी किए जाने के बाद कहा,“ हमें कानून-व्यवस्था पर पूरा भरोसा है। यदि वे लोग सोचते हैं कि इससे वे हमें डरा देंगे, तो वे गलती कर रहे हैं। हम उन लोगों में से नहीं हैं, जिन्हें डराया जा सकता है।”

रुजिरा बनर्जी ने सीबीआई के समन पर कहा, मंगलवार को मेरे घर आएं

रुजिरा बनर्जी ने सीबीआई के समन का जवाब देते हुए कहा कि कथित कोयला चोरी घोटाले में पूछताछ के लिए केन्द्रीय एजेंसी अपना एक दल मंगलवार को उनके घर पर भेजे।

सीबीआई ने रविवार को जांच में शामिल होने के लिए रुजिरा को समन भेजा था।

केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो की एक टीम रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे एवं तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा को कथित कोयला चोरी मामले की जांच में शामिल होने के लिए नोटिस देने कोलकाता स्थित घर गई थी। रुजिरा घर पर मौजूद नहीं थीं।

रुजिरा ने सोमवार को समन का जवाब देते हुए सीबीआई से मंगलवार को पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न तीन बजे के बीच अपने आवास पर आने को कहा।

उन्होंने सीबीआई को लिखे एक पत्र में कहा, ‘‘ हालाकि मैं इस कारण से अनभिज्ञ हूं कि मुझे पूछताछ के लिए क्यों बुलाया जा रहा है या जांच का विषय क्या है, आप अपनी सुविधानुसार कल 23 फरवरी 2021 को पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न दोपहर तीन बजे के बीच मेरे आवास पर आ सकते हैं।’’

उन्होंने कहा,‘‘ आप कब आएंगे कृपया इसकी जानकारी मुझे दे दें।

किसानों के आंदोलन से हिंसा भड़काने वाली’टूलकिट’ मामले की आरोपी निकिता जेकब और शांतनु ने पुलिस जांच की पूछताछ में खोले कई राज attacknews.in

नयी दिल्ली, 22 फरवरी । गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर परेड के दौरान राजधानी में हुई हिंसा से संबंधित टूलकिट मामले की आरोपी निकिता जैकब और शांतनु दिल्ली पुलिस की साइबर सेल के दफ्तर पहुंचकर जांच में शामिल हुए जहां दोनों से पूछताछ हूई।

दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने आज बताया कि टूलकिट की कड़ियों को जोड़ने के लिए जांच दल निकिता जैकब और शांतनु को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। दोनों आज द्वारका स्थित साइबर सेल के दफ्तर पहुंचकर जांच में शामिल हुई। इस मामले की एक अन्य आरोपी पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि को पहले को पहले ही गिरफ्तार किया गया है।

दिल्ली पुलिस का दावा है कि टूलकिट बनाकर किसानों को भड़काकर हिंसा फैलाने के पीछे खालिस्तान से जुड़े संगठनों की साजिश थी। कनाडा के पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन से जुड़ा एमओ धालीवाल भारत में किसानों की आड़ में माहौल खराब करने की फिराक में था।

पुलिस के अनुसार किसानों को उकसाने के लिए साजिशकर्ताओं ने टूलकिट तैयार की थी जिसमें सरकार का विरोध करने के लिए कार्यक्रम बताया गया था। इसे निकिता जैकब और पर्यावरण कार्यकर्ता शांतनु ने तैयार किया था। उसके बाद दिशा रवि ने इस संबंध में ट्वीट करने के लिए स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग से भी संपर्क साधा था।

गौरतलब है कि केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की किसान संगठनों की मांग के समर्थन में 26 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर परेड निकाली थी और इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच हिंसक झड़पें हुई थीं। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारी लाल किले तक पहुंच गए थे और उन्होंने वहां प्राचीर पर किसानों के झंडे और धार्मिक झंडा लगा दिया था। पुलिस ने 26 जनवरी को हुई हिंसा मामले में 44 मामले दर्ज किए हैं। इनमें अभी तक 143 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।