साइबर ठगों ने सेवानिवृत्त बैंक प्रबंधक के खाते से निकाल लिए लाखों रुपये;एक ही नाम के चार खाते खोलकर कर दिया था खाता हैक और निकालते रहे राशि attacknews.in

सोनीपत, 07 मार्च । हरियाणा में सोनीपत के गोहाना कस्बे में एक सेवानिवृत्त बैंक प्रबंधक के खाते से साइबर ठगों द्वारा 15.53 लाख रुपये निकालने का मामला सामने आया है।

उत्तम नगर निवासी सेवानिवृत्त बैंक प्रबंधक राजेंद्र सिंह ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया है कि समता चौक स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में खाता है।

राजेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि अपने बैंक खाते को वह नेट बैंकिंग से भी संचालित करते हैं। कई दिन से नेट बैंकिंग सही तरीके से काम नहीं कर रहा था, जिस पर उन्होंने तीन मार्च को गूगल पर कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया था। उस पर बात करने के बाद उसे 72 घंटे में पीएनबी फंड ट्रांसफर का मैसेज मिला था। बाद में पांच मार्च को उन्हें पता लगा कि उनके खाते से अलग-अलग समय में दो लाख रुपये, दो लाख रुपये तथा 8380 रुपये निकाले गए हैं। इसके साथ ही उन्हें चार अन्य बैंक खातों के मैसेज भी मिले थे, लेकिन वह खाते उसके नहीं होने के कारण उन्होंने उन मैसेज पर ध्यान नहीं दिया।

बाद में पांच मार्च को वह बैंक में पहुंचे और शाखा प्रबंधक से मुलाकात की,तो पता लगा कि किसी ने चार अन्य खाते उनके नाम से खोल रखे है। सभी बैंक खाते साइबर ठगों द्वारा उनका खाता हैक कर खोले गए हैं।

जांच करने पर पता लगा कि चार मार्च तथा पांच मार्च को अलग-अलग समय में उसके बैंक खातों से कुल 15 लाख 53 हजार 480 रुपये निकाले गए हैं। इस सिलसिले में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी हुयी है।

गैंगस्टर विकास दुबे ने बिकरू कांड वारदात में जिन हथियारों का इस्तेमाल किया था, दो बंदूकों के साथ  मध्यप्रदेश के भिण्ड में दो आरोपी गिरफ्तार attacknews.in

भिण्ड,7 मार्च । मध्यप्रदेश के भिंड जिले में पुलिस ने उत्तरप्रदेश पुलिस द्वारा मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे की दो बंदूकों के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि गैंगस्टर विकास दुबे की एक राइफल के साथ आरोपी अभिषेक शर्मा और 12 बोर की दुनाली बंदूक के साथ आकाश कुशवाह को पुलिस ने कल गिरफ्तार किया है।

एक आरोपी द्वारा इससे पहले भी भिण्ड जिला न्यायालय के मालखाने से 14 बंदूकों की चोरी की घटना को अंजाम दिया जा चुका है। दोनों आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। इन पर पहले से ही कई मामले दर्ज हैं। दोनों आरोपी पहले भी आर्म्स तस्करी के मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

उत्तर प्रदेश के बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे  ने वारदात में जिन हथियारों का इस्तेमाल किया था, उनमें से दो हथियार मध्य प्रदेश  के भिंड  जिले से बरामद हुए हैं।भिंड पुलिस ने अभिषेक शर्मा और आकाश कुशवाह नाम के दो हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया है,जिनके पास विकास दुबे के हथियार मिले हैं।

इन हथियारों में अमेरिकन सेमी ऑटोमेटिक रायफल और 12 बोर दुनाली बंदूक बरामद हुई है।विकास दुबे को जुलाई 2020 में उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था, उत्तर प्रदेश ले जाते वक्त गाड़ी पलटने पर विकास दुबे ने भागने की कोशिश की थी, जहां एसटीएफ ने उसे एनकाउंटर में मार गिराया था।

दरअसल, यह पूरी कार्रवाई भिंड जिले के एसपी मनोज सिंह के निर्देश पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने की है। पुलिस ने बताया कि भिंड के शास्त्री नगर के बी ब्लॉक में रहने वाले हथियार तस्कर अभिषेक शर्मा और आकाश कुशवाह के पास विकास दुबे के हथियार होने की जानकारी मिली थी. जिसके बाद पुलिस ने दोनों के घरों पर छापा मारकर इन हथियारों को जब्त किया है।

बताया जा रहा है कि बिकरू कांड में विकास दुबे ने इन हथियारों का इस्तेमाल किया था।घटना में विकास दुबे के साथ शामिल रहे लोगों ने इन हथियारों को भिंड जिले के इन दोनों तस्कर अभिषेक और आकाश को बेचा था।फिलहाल पुलिस ने दोनों से पूछताछ में जुटी है।माना जा रहा है कि दोनों से पूछताछ के दौरान कई अहम सबूत पुलिस के हाथ लग सकते हैं।

यह कोई पहला मौका नहीं है जब विकास दुबे के हथियार भिंड जिले से बरामद किए गए हो।इससे पहले बिकरू कांड के बाद उत्तरप्रदेश एसटीएफ की तरफ से भिंड जिले की पुलिस को सूचना दी गई थी कि विकास दुबे के हथियार और कारतूस को भिंड जिले के निवासी युवक को बेचे जा रहे हैं. जिनकी डिलीवरी भौंती पनकी पड़ाव चौराहा के पास सर्विस रोड से पहले पड़ने वाले अंडरपास के नीचे होगी।यह सूचना मिलने के बाद पुलिस ने यहां से भिंड जिले के कुछ हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया था, जो विकास दुबे के हथियार खरीदने जा रहे थे।इन तस्करों के पास से पुलिस ने हथियार और कारतूसों का जखीरा बरामद किया था. अब एक बार फिर पुलिस को दो हथियार मिले हैं।

क्या है बिकरू कांड

2 जुलाई 2020 को उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के बिकरू गांव में रहने वाले गैंगस्टर विकास दुबे को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस टीम पर विकास दुबे और उसके साथियों ने हमला किया था।इस घटना में सीओ देवेंद्र मिश्र सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई थी।घटना को अंजाम देने के बाद विकास दुबे फरार हो गया था।वारदात के सात दिन बाद उसे मध्य प्रदेश के उज्जैन में बाबा महाकाल के मंदिर में पकड़ा गया था। जहां उज्जैन से कानपुर ले जाते वक्त विकास दुबे ने पुलिस की गिरफ्त से भागने की कोशिश की इस दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में विकास दुबे मारा गया था।

आबकारी अधिकारियों और कर्मचारियों ने डिस्टलरी में कर दिया 100 करोड़ ₹ से ज्यादा का टैक्स घोटाला: टपरी टैक्स चोरी मामले में उप-आबकारी आयुक्त समेत 12 निलंबित,SIT को सौंपी जांच attacknews.in

लखनऊ,07 मार्च । उत्तर प्रदेश सरकार ने सहारनपुर के टपरी कोऑपरेटिव डिस्टलरी में आबकारी विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से करीब 100 करोड़ रुपए की टैक्स और एक्साइज ड्यूटी की चोरी का मामला उजागर होने पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उप-आबकारी आयुक्त समेत 12 को निलंबित करते हुए मामले की जांच एसआईटी को सौंप दी है।

राज्य के आबकारी विभाग के अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भूसरेड्डी ने बताया कि टपरी शराब फैक्ट्री मामले में आबकारी विभाग के 10 कर्मचारियों को निलंबित करते हुए टपरी डिस्टलरी के सम्बंधित सभी लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया गया है।

उन्होंने बताया कि इस मामले में सहारनपुर मंडल के उप आबकारी आयुक्त राकेश कुमार चतुर्वेदी, सहायक आबकारी आयुक्त रामपाल सहित आबकारी विभाग के दस अधिकारी व कर्मचारी निलंबित किए गए। उन्होंने बताया कि इसके अलावा सहारनपुर समेत पांच जिलों कानपुर, उन्नाव, बदायूं और संभल के देशी शराब की थोक आपूर्ति के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं।

गुजरात में रिश्तेदार पुलिस कांस्टेबल ने प्रेमी जोड़े के भागने के विवाद में जमकर उत्पात मचाया और गोलीबारी के बाद हो गया फरार ,3 घायल attacknews.in

अहमदाबाद, सात मार्च । गुजरात के अहमदाबाद में दो समूहों के बीच किसी विवाद को लेकर हुए संघर्ष के दौरान एक कांस्टेबल ने कथित तौर पर गोलीबारी की, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया जबकि दो अन्य पर एक तलवार से हमला किया गया। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।

वटवा के पुलिस निरीक्षक एच वी सिसारा ने बताया कि यह घटना यहां वटवा क्षेत्र में शनिवार की शाम को हुई।

उन्होंने बताया कि एक ही समुदाय के एक पुरुष और एक महिला लगभग तीन सप्ताह पहले भाग गये थे। इसके बाद महिला के रिश्तेदारों ने हमला किया, जिसमें पुरुष के परिवार के सदस्य घायल हो गये।

अधिकारी ने बताया कि इस सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार भी किया गया और बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।

पुरुष के एक रिश्तेदार कांस्टेबल और कुछ अन्य लोगों की शनिवार को महिला के रिश्तेदारों के साथ झड़प हो गई थी।

उन्होंने बताया कि कांस्टेबल ने कथित तौर पर गोलीबारी की, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया। उन्होंने बताया कि पीड़ित को शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी स्थिति स्थिर है।

उन्होंने बताया कि संघर्ष के दौरान तलवार से किये गये हमले में घायल दो अन्य लोगों की स्थिति खतरे से बाहर बताई गई है।

अधिकारी ने बताया कि कांस्टेबल और पांच अन्य लोग इस घटना के बाद फरार हो गये और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि उनके खिलाफ हत्या के प्रयास और दंगे समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।

उन्होंने बताया कि कांस्टेबल शहर के गोमतीपुर पुलिस थाने में तैनात है, लेकिन पिछले पांच महीनों से वह ड्यूटी पर नहीं आया है।

लुधियाना में पकड़ी गई अंतरराज्यीय देह मंडी में सैक्स रैकेट के 14 लोग गिरफ्तार:नेपाल, केरला, हिमाचल, हरियाणा, उत्तराखंड, चंडीगढ़ और अमृतसर की जरूरतमंद बेरोजग़ार लड़कियों को देह-व्यापार के धंधे में धकेला जाता था attacknews.in

लुधियाना, 06 मार्च । पंजाब पुलिस ने अंतरराज्यीय सैक्स रैकेट का पर्दाफाश कर चौदह लोगों को गिरफ्तार किया है।

यह जानकारी एडीसीपी रूपिंदर कौर सरां ने आज यहां दी । उन्होंने बताया कि कोविड के दौरान जरूरतमंद बेरोजग़ार लड़कियों को देह-व्यापार के धंधे में धकेला जाता था। देह व्यापार में शामिल ये लड़कियाँ नेपाल, केरला, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, चंडीगढ़ और अमृतसर की रहने वाली हैं । मामले की जांच जारी है।

उन्होंने बताया कि पकड़े गये लोगों के पास नशीले पदार्थ ईटीजोलम और ऐसकीटलोपरम ऑकज़लेट की गोलियाँ भी बरामद की हैं जिनको डॉक्टर की अनुमति के बिना इस्तेमाल करने पर पाबंदी है और सप्लाई के स्रोत का पता लगाने के लिए इनसे पूछताछ की जा रही है।

सरां ने बताया कि प्राथमिक जांच के दौरान दूसरे शहरों में भी इसी तरह के गुर्गों के नाम सामने आए हैं जिनमें मुख्य दोषी और सम्बन्धित लड़कियाँ एक दूसरे के संपर्क में थे। सभी पक्षों की पड़ताल की जा रही है और जल्द ही और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।

ऐटीजोलम और ऐसकीटलोपराम ऑकज़लेट की 20 गोलियों के अलावा स्पनिशे फ्लिग सैक्स ड्रॉप्स के 5 पीस भी ज़ब्त किये गए। मौके से 7 मोबाइल फ़ोन, 28 पैकेट कंडोम के अलावा 3630 रुपए की नकदी और दो शराब की बोतलें भी ।

मऊ किला मजार बाबा जमील अहमद ने नाबालिग के साथ झाड़फूंक से ठीक करने का झांसा देकर कर दिया  बलात्कार;सोनभद्र की अदालत ने सुनाई उम्रकैद की सजा attacknews.in

सोनभद्र 06 मार्च । उत्तर प्रदेश में सोनभद्र के अपर सत्र न्यायाधीश/ विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट पंकज श्रीवास्तव की अदालत ने शनिवार को दुष्कर्म के जुर्म में मऊ किला मजार के बाबा जमील अहमद को उम्रकैद एवं 50 हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई। अर्थदंड न देने पर एक साल की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी।

अभियोजन पक्ष के मुताबिक रामपुर बरकोनिया थाना क्षेत्र के एक गांव की पीड़िता ने थाने में दी तहरीर में कहा था कि 3 अक्तूबर 2018 को उसकी तबियत खराब थी। उसके घर पर मऊ किला मजार के बाबा जमील अहमद आए थे। उन्होंने कहा कि मऊ किला मजार पर झाड़फूंक कराने आना पड़ेगा तब ठीक हो जाओगी।

उसके बाद अपनी मां से पूछकर 4 अक्तूबर 2018 को मऊ किला मजार पर अकेले चली गई।

जहां पर मजार के बाबा जमील अहमद मिले।

बाबा ने कहा कि यहां पर 40 दिनों तक रुकना पड़ेगा तभी बीमारी सही होगी।

बाबा की बातों पर विश्वास करके रुक गई।

10 अक्तूबर 2018 को रात में बाबा ने डरा धमकाकर जबरन दुष्कर्म किया।

किसी तरह शौच के बहाने 12 अक्तूबर 2018 को भागकर अपने घर आई और सारे इसकी जानकारी अपनी मां को दी।

उसने जमील अहमद विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराया ।

अदालत ने गवाहों के बयान एवं पत्रावली का अवलोकन करने पर दोषसिद्ध पाकर दोषी मऊ किला मजार के बाबा जमील अहमद को उम्रकैद एवं 50 हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई।

अर्थदंड न देने पर एक साल की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी।

इक तरफा प्यार करने वाली पत्नी आयशा का आत्महत्यारा पति आरिफ को न्यायिक हिरासत में भेजा जेल;इस शौहर की ख्वाहिश को पूरा करने कर लिया अपने आप को खत्म attacknews.in

अहमदाबाद, 06 मार्च । पूरे देश को झकझोर कर रख देने वाले आयशा आत्महत्या कांड में पकड़े गए मृतका के पति आरिफ़ को आज यहां पुलिस हिरासत की अवधि पूरी होने पर अदालत में पेश किया गया और उसे जेल भेज दिया गया।

पुलिस ने बताया कि आरिफ़ खान को पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया था। आज अदालत में और रिमांड की मांग नहीं करने पर उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

कभी प्यार एकतरफा मत करना, प्यार हमेशा दो तरफा हो तभी जिंदगी खुशहाल होगी। मैं लड़ाई झगड़े के लिए नहीं बनीं हूं… मैं हवा हूं हमेशा उड़ना चाहती हूं। किसी के दुख का कारण नहीं बनना चाहती। आरिफ मैं तुम्हें हमेशा के लिए आजाद कर रही हूं। ये शब्द किसी किताब के नहीं बल्कि आयशा खान के सुसाइड करने से पहले के हैं।

अपने शोहर आरिफ को आयशा बहुत प्यार करती थी आरिफ ने आयशा से शादी की लेकिन प्यार कभी नहीं किया। आयशा ने तीन साल तक एकतरफा प्यार निभाने की कोशिश की लेकिन आखिर में वह हार गयी। आयशा के शोहर आरिफ को आयशा से आजादी चाहिए थी अपने शोहर की इस ख्वाहिश को पूरा करने के लिए आयशा ने अपने आप को खत्म कर लिया।

आत्महत्या से पहले आयशा खान से बनाई वीडियो

सुसाइड करने से पहले आयशा खान ने एक वीडियो बनाया और चेहरे पर मुस्कान और दिल में दर्दों का पहाड़ लेकर उसने पानी में कूदकर आत्महत्या कर ली। आयशा की इस वीडियो ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। 2 मिनट की वीडियो देखकर आप अपने आंसू रोक नहीं पाएंगे। एक लड़की की वो क्या मजबूरी रही होगी जो उसने ये कदम उठाया। इसके अलावा आयशा ने आत्महत्या करने से पहले अपने माता-पिता से भी बात की थी जिसका ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। एक पिता और मां के आवाज में अपनी बेटी को खो देने का दर्द सुनाई पड़ रहा हैं। उन्हें पता है कि उनकी बेटी मरने वाली है लेकिन वह अपनी बेटी को रोकने की जो कोशिश कर रहे हैं आप उस डर के एहसास को महसूस कर सकते हैं।

क्या है पूरा मामला

गुजरात के अहमदाबाद में एक महिला ने कथित तौर पर नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने से पहले उसने अपने मोबाइल फोन में एक वीडियो रिकॉर्ड किया जिसके बाद उसके पति पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।

यह जानकारी सोमवार को पुलिस ने दी। एक अधिकारी ने बताया कि घटना 25 फरवरी की है और पुलिस ने महिला की पहचान आयशा खान (23) के तौर पर की। उन्होंने कहा कि आत्महत्या करने से पहले उसने अपने पति और माता-पिता से भी बात की थी। महिला के पिता लियाकत अली मकरानी द्वारा साबरमती रिवरफ्रंट (पश्चिम) थाने में दर्ज कराई गई प्राथमिकी के अनुसार आयशा के पति आरिफ बाबूखान उसका मानसिक उत्पीड़न करता था और उससे कहा, ‘‘अगर चाहती हो तो मर जाओ और मुझे एक वीडियो भेज दो।’’ सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में आयशा को यह कहते सुना जा सकता है कि वह किसी दबाव में यह कदम नहीं उठा रही है।

आरोपी आरिफ गिरफ्तार

गुजरात पुलिस ने अहमदाबाद की रहने वाली आयशा बानो मकरानी (23) के पति और फरार आरोपी आरिफ खान को राजस्थान के पाली से गिरफ्तार कर लिया । साबरमती रिवरफ्रंट वेस्ट पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक वीएम देसाई ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “आरिफ खान को राजस्थान के पाली से गिरफ्तार किया गया । इससे पहले, एक पुलिस टीम जालोर अपने निवास पर पहुंची थी जहां वह नहीं मिला था। बाद में तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से, हमने आरोपी को पाली से पकड़ लिया। उसे ट्रांजिट रिमांड पर मंगलवार को अहमदाबाद लाया जाएगा। ”

अहमदाबाद के वातवा में अल्मीना पार्क की रहने वाली आयशा बानू ने एक वीडियो संदेश रिकॉर्ड किया था और फिर 25 फरवरी की दोपहर को साबरमती नदी में कूद गई, कथित तौर पर अपने पति द्वारा उत्पीड़न का सामना कर रही थी। आरिफ और आयशा की शादी 2018 में हुई थी। शादी के बाद आरिफ ने दो बार आयशा के परिवार से पैसे मांगे। बेटी की खुशी के लिए आयशा के माता पिता ने 1-2 लाख दिए भी लेकिन आरिफ लगातार मांग कररहा था जिसके बाद आयशा के परिवार ने शिकायत भी दर्ज करवायी।

उत्तरप्रदेश में शराब तस्करी का सरगना निकला पुलिस कांस्टेबल;चन्दौली में शराब तस्करों के साथ वायरल ऑडियो मामले में 2 सिपाही निलंबित, 20 लाइन हाजिर attacknews.in

चन्दौली 06 मार्च । उत्तर प्रदेश के चंदौली में सोशल मीडिया पर शराब तस्कर और पुलिस कर्मी की बातचीत का ऑडियो वायरल होने पर पुलिस मोहकमे में हलचल मच ई ।

मामला पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के संज्ञान में आते ही जांच के आदेश दिये गये हैं । शुक्रवार को ऑडियो वायरल होने के बाद पुलिय अधीक्षक ने दो सिपाही को निलंबित तथा 20 को लाइन हाजिर कर दिया है ।

उत्तर प्रदेश के चंदौली में पुलिस ने शराब तस्करी के एक गैंग का पर्दाफाश किया है. हैरान करने वाली बात यह है कि गैंग को कुछ पुलिस वालों का संरक्षण मिला हुआ था. गैंग के सदस्यों के साथ ही दो सिपाहियों को भी गिरफ्तार किया गया है. कुल चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है।

वहीं गैंग का सरगना यूपी पुलिस का एक कांस्टेबल है जो अभी फरार है।चंदौली पुलिस ने तस्करों के पास से भारी मात्रा में शराब बरामद की,साथ ही तस्करी में इस्तेमाल होने वाली लग्जरी कार भी जब्त कर ली गई।

चंदौली जिले की मुगलसराय कोतवाली पुलिस ने गैंग के दो अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया,इनके पास से अंग्रेजी शराब की 566 बोतलें भी बरामद की गई, जिनकी कीमत करीब 5 लाख रुपये बताई जा रही है।

वहीं गिरफ्तार सिपाही वाराणसी जिले के रामनगर थाना में तैनात था, जिसके तार हरियाणा में स्थित शराब फैक्ट्री से जुड़ते हैं।

दरअसल चंदौली की पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि नेशनल हाईवे 2 से लग्जरी कार में शराब भरकर बिहार भेजी जा रही है।

सूचना के आधार पर पुलिस ने नाकेबंदी की और कार को कब्जे में ले लिया।पकड़े गए दोनों युवकों ने मुगलसराय पुलिस को बताया की शराब की इस खेप को हरियाणा से लेकर आ रहे थे।

पुलिस ने जब हरियाणा में संपर्क साधा तो पता चला कि इस खेल में वाराणसी के रामनगर थाने में तैनात तीन सिपाही शामिल हैं, जिनमें से दो रामनगर थाने में कार्यरत हैं और एक सिपाही को कुछ दिन पहले रामनगर थाने से ही लाइन हाजिर कर दिया गया था।जानकारी मिलने के बाद दोनों सिपाहियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

मामले को लेकर चंदौली के एसपी हेमंत कुटियाल ने बताया, “हमें सूचना मिली थी कि लग्जरी कार में हरियाणा से शराब की तस्करी बिहार में की जा रही थी. इसमें सीओ कोतवाली लगे हुए थे. गाड़ी पकड़ी गई जो क्रेटा गाड़ी थी।गाड़ी में शराब भरी हुई थी।जांच में पता लगा कि इसमें कुछ पुलिस वाले भी शामिल थे. एक और सिपाही का नाम सामने आया है जो हरियाणा में शराब सप्लाई करता है.” सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

पुलिस के मुताबिक मामले में संलिप्त पुलिस वालों के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं. पुलिसकर्मियों सहित कुल चार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है. वहीं चंदौली पुलिस फरार आरोपी पुलिसकर्मी की तलाश में जुट गई है।

दमोह विधायक के जन्मदिन की पार्टी में  अचानक गोली चलने  की घटना से दो लोगों की मौत attacknews.in

दमोह, 06 मार्च । मध्यप्रदेश के दमोह जिले के नोहटा थाना क्षेत्र के बनवार गांव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के क्षेत्रीय विधायक के जन्मदिन की पार्टी में हुए विवाद पर गोली चलने की घटना में दो युवकों की मौत हो गयी है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार जिले के नोहटा थाना क्षेत्र के ग्राम बनवार में कल रात्रि भाजपा के क्षेत्रीय विधायक के जन्मदिन की पार्टी चल रही थी। उसी बीच किसी बात को लेकर हुए विवाद में अचानक गोली चलने से दो युवकों की मौत हो गयी। इस घटना में विधायक प्रतिनिधि अरविंद्र जैन (30) तथा मोनू राजपूत (30) की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी। घटना की जानकारी लगते ही तत्काल ही पुलिस द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की जा रही है। लेकिन अभी तक इस मामले में किसी भी आरोपी की शिनाख्त नहीं हो पायी है।

पुलिस मामले में प्रकरण दर्ज कर जांच कर रही है।

उत्तरप्रदेश में “लव जेहाद” :मुन्ना खान ने हिंदू बनकर फंसाया,अपहरण करके  बलात्कार के बाद जबरन धर्मं परिवर्तन के लिए दबाव बनाने पर लड़की को पता चला attacknews.in

महोबा (उप्र), पांच मार्च । उत्तर प्रदेश के महोबा जिले की शहर कोतवाली पुलिस ने उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध कानून के तहत मामला दर्जकर शुक्रवार को एक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इसकी जानकारी दी ।

पुलिस ने बताया कि दूसरे समुदाय के युवक मुन्ना खां पर आरोप है कि उसने हिन्दू बनकर पिछड़े वर्ग की 21 वर्षीय विवाहित युवती को पहले अपने प्रेम जाल में फंसाया, फिर उसका अपहरण कर उसके साथ बलात्कार किया और ब्लैकमेल करके जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया।

महोबा शहर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) अनूप कुमार दुबे ने शुक्रवार को बताया, “बृहस्पतिवार को 21 वर्षीय युवती की शिकायत पर उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध कानून के तहत मामला दर्ज कर शुक्रवार को महोबा शहर निवासी आरोपी युवक मुन्ना खां (25) गिरफ्तार कर लिया गया और उसे संबंधित अदालत में पेश किया गया।”

प्राथमिकी के आधार पर उन्होंने बताया, “शहर के एक मुहल्ले में रहने वाली पिछड़े वर्ग की 21 साल की एक युवती ने अपनी शिकायत में कहा कि मुन्ना खां नामक युवक ने हिन्दू बनकर उसे प्रेम जाल में फंसा लिया था। इसी दौरान आठ दिसंबर 2020 को बिरादरी के लड़के से उसकी शादी हो गयी और वह अपने पति के साथ दिल्ली में रहने लगी।”

पीड़िता के अनुसार उन्होंने बताया कि 18 फरवरी को वह दिल्ली से अपने मायके आयी और उसी दिन मुन्ना उसे अपहृत कर उरई स्थित अपनी बहन के घर ले गया और वहां उसे 14 दिन रखकर उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता ने आरोप लगाया कि वहीं (उरई में) पर उसे खां के हिन्दू न होने का पता चला।

एसएचओ ने कहा, “युवती का आरोप है कि युवक ने दुष्कर्म की घटना का वीडियो भी बनाया है और उसे सोशल मीडिया पर डालने की धमकी देकर उस पर धर्म बदलने का दबाव बनाया।” दुबे ने बताया कि आरोपी मुन्ना खां के खिलाफ अपहरण, दुष्कर्म, मारपीट, जान से मारने की धमकी और उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत मामला दर्जकर आज उसे अदालत के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

एस्सेल समूह ने फर्जी कंपनियों से सरकार को 392 करोड़ ₹ से अधिक का चूना लगाया: किसी भी वस्तु या सेवाओं की वास्तविक आपूर्ति के बिना 3,000  करोड़ ₹ की फर्जी इनवॉइस जारी किए attacknews.in

सीजीएसटी पूर्वी दिल्ली कमिश्नरेट ने सरकारी खजाने की 392 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी के आरोप में दो को गिरफ्तार किया

नईदिल्ली 5 मार्च । केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) आयुक्तालय, दिल्ली (पूर्व) के अधिकारियों ने फर्जी बिलिंग मामलों को जड़ से उखाड़ फेंकने के अपने सतत प्रयास में एक और सफलता हासिल की जब जांच के बाद फर्जी फर्मों के बड़े पैमाने पर चल रहे नेटवर्क का पता चला और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का फायदा उठाने का मामला सामने आया ।

नरेश ढौंडियाल नाम के शख़्स द्वारा पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट  देवेंद्र कुमार गोयल की मदद से फर्जी कंपनियों का यह नेटवर्क संचालित किया जा रहा था ।

नरेश ढौंडियाल और देवेंदर कुमार गोयल दोनों ही एस्सेल ग्रुप के पूर्व कर्मचारी हैं ।वर्तमान में हालांकि वे एस्सेल समूह के साथ आधिकारिक तौर पर काम नहीं कर रहे हैं, किंतु यह लोग इस समूह को अमान्य आईटीसी पर पारित कर रहे हैं।

जांच से पता चलता है कि वास्तविक दिखने वाली फर्जी मध्यस्थ कंपनियों की एक श्रृंखला गैर-मौजूद और फर्जी फर्मों से किसी भी माल या सेवाओं की वास्तविक आपूर्ति के बग़ैर फ़र्ज़ी आईटीसी एस्सेल समूह की कंपनियों को देने के लिए बनाई गई थी ।

यह जाहिर तौर पर एस्सेल समूह को जीएसटी के अमान्य इनपुटटैक्स क्रेडिट का लाभ उठाने, आयकर से बचने के लिए तथा अपनी सूचीबद्ध कंपनियों के शेयर मूल्यों को बढ़ाने हेतु अपने कारोबार को बढ़ाकर सक्षम बनाने के लिए किया गया था ।

नरेश ढोंडियाल ने एस्सेल समूह के लिए कई फर्जी मध्यस्थ कंपनियों को शामिल किया जबकि देवेंद्र कुमार गोयल, चार्टर्ड अकाउंटेंट ने ऐसी फर्जी मध्यस्थता कंपनियों के लिए विभिन्न अन्य फर्जी और गैर-मौजूद फर्मों के फर्जी इनवॉइस का इंतज़ाम किया ।

ऐसी फर्जी मध्यस्थ कंपनियों द्वारा पास किए गए कुल फर्जी इनपुटटैक्स क्रेडिट की मात्रा 92.18 करोड़ रुपये होना निर्धारित किया गया है, जबकि समूचे विशाल नेटवर्क से संबंधित अन्य फर्जी और गैर-मौजूद फर्मों द्वारा पास कुल फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट 300 करोड़ रुपये से अधिक होने की बात सामने आई है ।

इस तरह सिंडिकेट ने किसी भी वस्तु या सेवाओं की वास्तविक आपूर्ति के बिना 3,000 करोड़ रुपये की फर्जी इनवॉइस जारी कर सरकारी खजाने को 392 करोड़ रुपये से अधिक का चूना लगाया है, जिसकी मात्रा जांच में और बढ़ने की संभावना है ।

यह बताना प्रासंगिक है कि मेसर्स वर्टिलिंक मीडिया सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड ने चोरी की बात स्वीकार की है और स्वेच्छा से 2.5 करोड़ रुपये जमा किए हैं ।

नरेश ढौंडियाल और चार्टर्ड अकाउंटेंट  देवेंदर कुमार गोयल ने सरकारी खजाने को चूना लगाने की नीयत से गहरी आपराधिक साज़िश रची एवं जानबूझकर सीजीएसटी अधिनियम कीधारा 132 (1) (बी) (बी) (सी) के अंतर्गत निर्दिष्ट अपराध किया जो कि धारा 132(5) के प्रावधानों के अनुसार संज्ञेय एवं ग़ैर जमानती अपराध है तथाअधिनियम की धारा 132 की उप धारा 1 के खंड (i) के तहत दंडनीय है ।

नरेश ढौंडियाल और चार्टर्ड अकाउंटेंट देवेंदर कुमार गोयल को सीजीएसटी अधिनियम, 2017 की धारा 69 (1) के तहत गिरफ्तार किया गया है और 04-03.2021 को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया है, जिन्हें 18-03-2021 तक 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है । मामले में आगे की जांच की जा रही है ।

यहां यह बताना प्रासंगिक है कि जीएसटी केंद्रीय कर की शुरुआत से लेकर अब तक दिल्ली जोन ने 4,450.86 करोड़ रुपये से अधिक की जीएसटी चोरी से जुड़े विभिन्न मामलों में 30 गिरफ्तारियां की हैं ।

जहरीली शराब पर बहुत बड़ा फैसला: बेचने वाले 9 अपराधियों को फांसी और 4 महिलाओं को उम्र कैद: बिहार के गोपालगंज के खजुरबानी में जहरीली शराब कांड मे डेढ़ दर्जन से ज्यादा की मौत और आधा दर्जन अंधे हो गए थे attacknews.in

गोपालगंज, 05 मार्च । बिहार में गोपालगंज की एक अदालत ने शुक्रवार को जिले के बहुचर्चित जहरीली शराब कांड मामले में नौ लोगों को फांसी और चार महिलाओं को उम्रकैद की सजा सुनाई।

द्वितीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायाधीश (उत्पाद) लवकुश कुमार की अदालत ने जिले के नगर थाना के खजुरबानी इलाके से भारी मात्रा में जहरीली शराब बरामद किए जाने के मामले में नौ लोगों को फांसी की सजा सुनाई है। सभी दोषियों को बिहार मद्य निषेध अधिनियम की धारा 34 बी (वन) के तहत फांसी दी गयी है। इसके अलावा चार महिलाओं को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गयी ।

अदालत ने सभी महिलाओं पर दस-दस लाख रुपये के आर्थिक दण्ड की सजा सुनाई। सजा सुनाए जाने के बाद सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया।

गौरतलब हो कि कि 5 साल पहले 2016 में गोपालगंज के नगर थाना के खजुरबानी में जहरीली शराब कांड में लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. जबकि आधा दर्जन लोग अंधे हो गए थे. शराबबंदी के अगले ही साल हुए इस जहरीली शराब कांड ने उस वक्त सनसनी फैला दी थी. आपको बता दें कि गोपालगंज नगर थाना कांड संख्या 347/2016 में खजूरबानी में अवैध शराब रखने, बेचने और भंडारण करने के मामले में कोर्ट ने सभी 13 आरोपितों को दोषी पाया था।

इस शराब कांड के बाद नगर थाना पुलिस ने खजुरबानी गांव के मुख्य अभियुक्त नगीना पासी, रुपेश शुक्ला सहित कुल 14 लोगों को अभियुक्त बनाया था. इस मामले में नामजद एक आरोपी की ट्रायल के दौरान ही मौत हो गई थी. फिलहाल सिर्फ 13 नामजद अभियुक्त जिन्दा हैं, जिनमें से 9 लोगों को एडीजे 2 की कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है. जबकि 4 महिला दोषियों को आजीवन कारावास की सजा दी गई है।

हर किसी की निगाहें कोर्ट के फैसले पर टिकी हुई थीं. गोपालगंज के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय लवकुश कुमार की उत्पाद स्पेशल कोर्ट 13 आरोपितों को दोषी करार कर चुकी थी. दोषी करार होने के बाद सजा के बिंदु पर शुक्रवार को फैसला आया है. इस शराबकांड दोषी झठू पासी, रंजय पासी, मुन्ना पासी, कन्हैया पासी, राजेश पासी, लालबाबू पासी, नगीना पासी, संजय पासी और सनोज पासी को फांसी की सजा सुनाई गई है. जबकि रिता देवी, इंदू दंवी, लालझरी देवी और कैलासों देवी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।

ताजमहल में बम रखने वाला गिरफ्तार,पुलिस को सूचना भी दे दी थी;हड़कंम्प मचने पर तलाशी के बाद पर्यटकों के लिए फिर खोला गया ताज महल attacknews.in

दिल्ली/ आगरा 04 मार्च । उत्तर प्रदेश की ताज नगरी में स्थित ताजमहल में बम रखने की झूठी सूचना से कुछ समय के लिये हड़कंप मच गया। झूठी सूचना देने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि गुरूवार सुबह पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर एक गुमनाम फोन से सूचना मिली कि ताजमहल में बम लगाया गया है जो कभी भी फट सकता है। इसके बाद ताजमहल परिसर से पर्यटकों को बाहर निकाला जाने लगा और सुरक्षा की दृष्टि ये सारे द्वार सील कर दिये गये। विश्व प्रसिद्ध स्मारक का कोना कोना ताज की सुरक्षा में लगी सीआईएसएफ और आगरा पुलिस के जवानो में खंगाला।

बम की सूचना मिलने पर बृहस्पतिवार सुबह ताजमहल को पर्यटकों से खाली कराकर बंद कर दिया गया। हालांकि जांच के दौरान ताजमहल में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली और बम की सूचना अफवाह साबित हुई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

आगरा के पुलिस अधीक्षक (शहर) बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि जांच अभियान पूरा होने के बाद करीब 11.23 बजे ताज महल को फिर पर्यटकों के लिए खोल दिया गया। उन्होंने बताया कि इस मामले में एक युवक को पकड़ा गया है जिससे पूछताछ की जा रही है।

ताज महल भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा संरक्षित धरोहर है और केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के सशस्त्र कर्मी इसकी सुरक्षा में तैनात है।

अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस के आपात सेवा नंबर 112 नंबर पर एक अज्ञात व्यक्ति ने सुबह करीब नौ बजे फोन कर दावा किया कि ताज महल में बम है।

उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने तत्काल सीआईएसएफ के कर्मियों को इसकी जानकारी दी, जिसने आंगुतकों को इमारत खाली करने को कहा और सवा नौ बजे परिसर की तलाशी शुरू की।

दिल्ली में सीआईएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘ तलाशी लगभग पूरी हो गई है और कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।’’

वहीं, आगरा के पुलिस अधीक्षक (शहर) बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि करीब एक घंटे तक तलाशी की गई और कोई भी विस्फोटक नहीं मिला। किसी व्यक्ति ने फर्जी सूचना दी थी। तलाशी पूरी होने के बाद ताज महल को पूर्वाह्न 11:23 बजे फिर खोल दिया गया।

उन्होंने बताया कि बम होने की फर्जी सूचना देने वाले की पहचान फिरोजाबाद जनपद में हुई है। एक युवक को पकड़ा गया है और उससे पूछताछ की जा रही है।

उत्तरप्रदेश पुलिस ने शार्पशूटरों को ही कर दिया ढेर:मुन्ना बजरंगी और दिलीप मिश्रा गैंग के दो खतरनाक निशानेबाजों वकील पाण्डेय व अमजद को मुठभेड़ में मार गिराया attacknews.in

प्रयागराज लखनऊ, 04 मार्च। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने प्रयागराज के नैनी क्षेत्र के अरैल इलाके में मुठभेड़ में माफिया मुन्ना बजरंगी व दिलीप मिश्रा गिरोह के कुख्यात शार्प शूटरों को ढेर कर दिया।

एसटीएफ के पुलिस महानिरीक्षक अमिताभ यश ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रयागराज के नैनी क्षेत्र के अरैल में कल रात करीब डेढ़ बजे सोमेश्वर महादेव मन्दिर कछार वाली रोड पर हुई मुठभेड़ में 50 हजार के इनामी कुख्यात दुर्दान्त अपराधी हिस्ट्रीशीटर भदोही वकील पाण्डेय उर्फ राजीव पाण्डेय उर्फ राजू और उसका साथी कुख्यात एवं दुर्दान्त अपराधी हिस्ट्रीशीटर अमजद उर्फ अंगद उर्फ पिण्टू उर्फ डाक्टर साहसिक पुलिस मुठभेड़ में मारे गये। उनके कब्जे से एक पिस्टल 9 एमएम, 13 जिन्दा एवं खोखा कारतूस 9 एमएम, एक मैगजीन 9 एमएम, एक पिस्टल .30 बोर और एक मैगजीन और नौ कारतूस आदि बरामद किए।

उन्होंने बताया कि ये बदमाश करीब डेढ़ दशक से प्रयागराज, भदोही, मीरजापुर, सोनभद्र, वाराणसी एवं झारखण्ड आदि जगहों में आतंक का पर्याय बने हुए थे।

उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने प्रयागराज के अरैल इलाके में हुई मुठभेड़ में मुन्ना बजरंगी एवं मुख्तार अंसारी गिरोह के दो कुख्यात शार्प शूटरों को ढेर कर दिया।

एसटीएफ के पुलिस महानिरीक्षक अमिताभ यश ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एसटीएफ ने सूचना मिलने पर कल आधी रात के समय प्रयागराज के अरैल इलाके में बाइक सवार बदमाशों के साथ हुई मुठभेड़ में दो कुख्यात शर्प शूटरो को ढेर कर दिया।

उन्होंने बताया कि बदमाशों की शिनाख्त माॅफिया डॉन मुन्ना बजरंगी और दिलीप मिश्रा गिरोह के कुख्यात शार्प शूटर व 50 हजार रुपये के इनामी अपराधी वकील पाण्डेय के अलावा हिस्ट्रीशीटर अमजद के रुप में की गई। उनके कब्जे से 30 और 9 एमएम की पिस्टल, कुछ जिन्दा एवं खोखा कारतूस बरामद किए गये।

उन्होंने बताया कि सूचना मिलने पर प्रयागराज एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक नवेन्दु कुमार के नेतृत्व में ठगित एक टीम मूखबिर के बताये गये स्थान अरैल इलाके के कछार में पहुंची। उसी समय बदमाशों के साथ हुई मुठभेड़ में दोनों बदमाश मारे गये।

उन्होंने बताया कि वकील पाण्डेय को लोग राजीव पाण्डेय उर्फ राजू के तौर पर भी जानते थे। वहीं हिस्ट्रीटर अमजद को अंगद उर्फ पिन्टू उर्फ डाक्टर के रूप में भी पहचाना जाता था । दोनों मुन्ना बजरंगी एवं बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी गिरोह के शूटर थे, लेकिन पिछले कुछ समय से दिलीप मिश्रा के लिए काम करते थे।

श्री यश ने बताया कि दोनों अपराधी ने वर्ष 2013 में माफिया मुन्ना बजरंगी व मुख्तार अंसारी के इशारे पर बनारस के तत्कालीन डिप्टी जेलर अनिल कुमार त्यागी की दिनदहाड़े गोली मारकर कर इलाके में सनसनी फैला दी थी।

उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल लेटर में ज्ञानपुर, भदोही से वर्तमान विधायक विजय मिश्रा वकील उर्फ राजीव पाण्डेय से अपनी जान को खतरा बता चुके हैं। ये दोनों बदमाश प्रयागराज में किसी की हत्या के इरादे से आए थे।

श्री यश ने बताया कि दोनों शूटरों को पकड़ने के एसटीएफ की प्रयागराज फील्ड इकाई को लगाया गया था। इसी क्रम में अभिसूचना सूचना संकलन के दौरान मुखबिर से ज्ञात हुआ कि 50 रूपये का इनामी अपराधी कुख्यात अपराधी वकील पाण्डेय उर्फ राजीव पाण्डेय उर्फ राजू अपने साथी अमजद उर्फ अंगद उर्फ पिण्टू उर्फ डाक्टर के साथ मिलकर प्रयागराज के नैनी इलाके के लवायनकला की तरफ से मोटरसाइकिल से चलकर अरैल मार्ग से प्रयागराज शहर में किसी सम्भ्रान्त/राजनीतिक व्यक्ति की हत्या की घटना घटित करेंगे। साथ ही यह बताया कि वह दोनों घातक हथियारों से लैस है।

मुठभेड़ में मारा गया अमजद कभी था हस्तकला का माहिर

उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने भदोही जिले के जिन दो बदमाशों को प्रयागराज में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया है, उसमें से एक कालीन कारोबारी हफिजुल्लाह का सबसे छोटा बेटा एचएस अमजद उर्फ अंगद उर्फ पिंटू उर्फ डाॅक्टर किसी समय से रंग-बिरंगी मखमली कालीनों की बुनाई करता था।

बुनाई करने वाली उंगलियां कब नौ एमएम की पिस्टल चलाने में माहिर हो गयी,परिजनो का पता भी नहीं चला। चार भाईयों में अमजद उर्फ डाॅक्टर सबसे छोटा था। शरीर से तंदरूस्त अमजद पढ़ाई भी करता था। उसके दादा किसी समय में एक माने-जाने दारोगा थे और भदोही के कालीन कारोबार में उसे पिता हफीजुल्लाह का अच्छा-खासा मुकाम था।

पश्चिम बंगाल में कोयला घोटाले में तीन रेलवे अधिकारियों से सीबीआई ने की पूछताछ attacknews.in

कोलकाता, 04 मार्च । पश्चिम बंगाल में कोयला घोटाला के संबंध में रेलवे के तीन वरिष्ठ अधिकारियों से केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को पूछताछ की।

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि प्रमुख आरोपी अनूप मांझी उर्फ लाला और राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेता विनय मिश्रा से पूछताछ की गयी है। इससे पहले तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा और उनकी बहन मेनेका गंभीर से सीबीआई ने पहले ही पूछताछ कर ली है।

सीबीआई ने गुरुवार को निजाम पैलेस स्थित अपने कार्यालय में इन अधिकारियों से पूछताछ की। सीबीआई ने।आसनसोल डिवीजन के मुख्य नियंत्रक, एक उप-विभागीय प्रबंधक और बारबोनी स्टेशन प्रबंधक को कोयला घोटाला मामले में पेश होने के लिए बुलाया था।

यह पहली बार है कि किसी जांच एजेंसी के सवालाें का सामना करने के लिए भारतीय रेलवे के अधिकारियों को बुलाया गया था।