मुकेश अंबानी के निवास के नजदीक विस्फोटक लदी गाड़ी मिलने का मामला : तिहाड़ इलाके में बना था जैश-उल-हिंद का टेलीग्राम चैनल;मुंबई पुलिस ने बताया attacknews.in

 

मुंबई, 11 मार्च । महाराष्ट्र में उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के पास एक एसयूवी में विस्फोटक रखने की जिम्मेदारी लेने का दावा करने वाले जैश-उल-हिंद संगठन का ‘टेलीग्राम’ चैनल दिल्ली के ‘‘तिहाड़ इलाके में’’ बनाया गया। मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को इस बारे में बताया।

उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस को इस बारे में सूचित कर दिया गया है।

अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने एक निजी साइबर एजेंसी की मदद से उस फोन का लोकेशन पता किया, जिस पर टेलीग्राम का चैनल बनाया गया था।

उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि फोन का लोकेशन दिल्ली की तिहाड़ जेल के पास है।

गौरतलब है कि 25 फरवरी को दक्षिण मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के बाहर विस्फोटक से लदी एक एसयूवी मिली थी।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक 26 फरवरी को टेलीग्राम ऐप पर चैनल शुरू किया गया और अंबानी के आवास के बाहर गाड़ी लगाने के लिए जिम्मेदारी लेने वाला संदेश 27 फरवरी की रात को ऐप पर पोस्ट किया गया।

संदेश में क्रिप्टोकरेंसी में भुगतान करने की मांग की गयी और एक लिंक भी उसमें दिया गया था।

अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान पाया गया कि लिंक उपलब्ध नहीं था जिसके बाद जांच करने वाले अधिकारियों को संदेह हुआ कि किसी ने शरारत की।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जैश-उल-हिंद का एक और संदेश 28 फरवरी को आया जिसमें दावा किया गया कि घटना में संगठन की कोई भूमिका नहीं थी।

आरंभ में मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने मामले में जांच शुरू की। कार के मालिक मनसुख हिरन की संदिग्ध हालात में मौत के बाद मामले को महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) को स्थानांतरित किया गया।

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने विस्फोटक लदी गाड़ी की बरामदगी के मामले में जांच का जिम्मा सोमवार को अपने हाथ में ले लिया।

अमरोहा में बड़े पैमाने पर बीमा राशि हड़पने वाला संगठित अपराध गिरोह पनपा;लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद हड़प लेता है बीमा राशि attacknews.in

अमरोहा 11 मार्च ।उत्तर प्रदेश का अमरोहा अबतक आंतकवादी स्लीपर सेल, साइबर ठगी, सीबीएसई बोर्ड की नकली पुस्तकों के जखीरा बरामद होने, अवैध रूप से भारी मात्रा में चंदन की लकडी बरामद होने जैसे मामलों में काफी चर्चित रहा है, वहीं अब बडे पैमाने पर लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद बीमा राशि हडपने वाले संगठित अपराध पनप रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के अमरोहा से इतने बड़े नेटवर्क का संचालन किया जा रहा है, लेकिन स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियों को उनकी भनक तक नहीं लगी।संगठित अपराधियों के ऐसे तमाम सक्रिय जालसाज गिरोह लोगों की हत्या ,कहीं बीमाधारक व्यक्ति की स्वाभाविक मौत को हादसा बता कर बीमा की रकम हडप रहे हैं। रकम पर दावा कर मृतकों के परिवारों और अन्य लोगों से सांठगांठ कर अलग अलग बीमा कंपनियों के समक्ष करोड़ों रुपए के बजरिये दावे रकम हडप चुके हैं।

बताया जाता है कि ऐसे संगठित जालसाज गिरोह ,बीमार और शराब के लती लोगों को निशाना बनाते हैं,और उनके परिवार के सदस्यों को भी इसके लिए राजी करते हैं, और फिर उनकी तरफ से रकम अदा कर टर्म पालिसी खरीद लेते रहे हैं।पालिसी धारक की हत्या के बाद जालसाज आरोपी इसे हादसे में मौत का रुप देकर बीमा कंपनी की रकम पर दावा ठोकते हैं।बीमा की रकम मिलने के बाद मृतक के परिवार के सदस्यों और पुलिस प्रशासन समेत अन्य लोगों को भी हिस्सेदारी दी जाती थी।

“प्रेमविवाह” का बहा दिया खून:गुस्से की धधकती आग में बहन के पति विजेत का कर दिया सिर धड़ से अलग,खबर सुनकर पूजा लटक गई फांसी के फंदे पर attacknews.in

प्रेम विवाह से नाराज युवक ने बहन के पति की हत्या की, कटा सिर लेकर पहुंचा थाने

जबलपुर, 11 मार्च । मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले के तिलवारा घाट थाना क्षेत्र में प्रेम विवाह से नाराज एक युवक ने आज अपनी बहन के पति की हत्या कर, कटा हुआ सिर लेकर थाने पहुंचा गया, जिसे पुलिस ने अभिरक्षा में ले लिया है। उधर बहन ने भी मायके में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

नगर पुलिस अधीक्षक बरगी रवि चौहान ने धीरज शुक्ला और उसके परिजनों को शक था कि उसकी बेटी को अन्य जाति के युवक विजेत कश्यप ( बृजेश बर्मन ) ने अपने प्रेम जाल में फंसाया है। आज सुबह धीरज शुक्ला तथा बृजेश का घर से कुछ दूर खेत में विवाद हो गया।

इसके बाद धीरज घर गया और कुल्हाड़ी लेकर आया। धीरज ने पहले बृजेश के हाथों पर कुल्हाड़ी से हमला किया। इसके बाद उसका सिर धड़ से अलग कर दिया।

इसके बाद मृतक का कटा हुआ सिर तथा रक्त रंजित कुल्हाड़ी लेकर थाने पहुंच गया। घटना की जानकारी मिलने पर आरोपी युवक की बहन ने मायके में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

तिलवारा घाट थाना प्रभारी सतीश पटेल ने बताया कि 26 फरवरी को युवती थाने में अपने प्रेमी पति के साथ उपस्थित हुई थी। युवती ने बृजेश के साथ विवाह करने के संबंध में हलफनामा के साथ दस्तावेज भी दिए थे। बालिग होने के कारण उसे पति के साथ थाने से जाने दिया गया। 4 दिन पहले ही युवती अपने मायके गई थी।

पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई के बाद दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा कर आरोपी को अभिरक्षा में ले लिया है।

पुलिस ने बताया कि दर्शल रमनगरा निवासी बृजेश बर्मन (35) लगभग 2 माह पूर्व क्षेत्र में रहने वाले धीरज शुक्ला की बहन पूजा (20) को अपने साथ भगा कर ले गया था। इस दौरान दोनों छत्तीसगढ़ में रहते थे और प्रेम विवाह कर लिया था। युवती के परिजनों ने उसके लापता होने की शिकायत तिलवाराघाट थाने में दर्ज करवाई गई थी।

हत्या की वारदात से तिलवारा क्षेत्र में सनसनी फैल गई, देखते ही देखते गांव के लोग एकत्र हो गए, जिनके बीच घटना को लेकर तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त रही.

पुलिस अधिकारियों के अनुसार शंकरघाट तिलवारा निवासी धीरज शुक्ला उम्र 35 वर्ष की बहन पूजा से विजेत कश्यप ने कुछ दिन पहले प्रेम विवाह कर लिया था, इस बात को लेकर धीरज काफी आक्रोश में रहा, झगड़ा होने के चलते विजेत कश्यप अपनी पत्नी पूजा को लेकर गढ़ा क्षेत्र में किराए का मकार लेकर रहने लगा, लेकिन धीरज अपने जीजा विजेत से हर वक्त बदला लेने की फिराक में रहता था, आज सुबह 9.30 बजे के लगभग विजेत तिलवारा स्थित रमनगरा के बर्मन मोहल्ला आया, इस बात की जानकारी लगते ही धीरज कुल्हाड़ी लेकर विजेत की तलाश में निकल गया, खेत में जैसे ही विजेत दिखा तो उसकी कुल्हाड़ी से गर्दन काटकर हत्या कर दी, इसके बाद विजेत का सिर बोरी में रखकर सात किलोमीटर दूर तिलवारा थाना लेकर पहुंच गया, थाना में बोरी से रिसते खून को देख पुलिस कर्मी भी हतप्रभ रह गए, वे कुछ पूछते इससे पहले धीरज ने विजेत का सिर निकालकर टेबल पर रख दिया, जिससे पुलिस कर्मियों के होश ही उड़ गए।

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंच गए, देखा तो खून से लथपथ विजेत का धड़ खेत में पड़ा रहा, विजेत की हत्या की खबर से गांव में सनसनी फैल गई, देखते ही देखते परिजनों सहित गांव के लोगों की भीड़ जमा हो गई, वे भी घटना को लेकर स्तब्ध रहे।

इधर पति विजेत की हत्या की खबर से पत्नी पूजा को लगी तो उसने भी घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, पुलिस अभी मामले की जांच में जुटी रही, इस बीच खबर मिली कि पूजा ने फांसी लगा ली है, जिसपर गढ़ा स्थित घर पहुंची और दरवाजा तोड़ा तो देखा कि पूजा भी फांसी के फंदे पर झूल रही है. पति की हत्या के बाद पूजा द्वारा आत्महत्या किए जाने की खबर से परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल रहा।

13 दिसम्बर 2020 को किया था प्रेम विवाह-

पुलिस को पूछताछ में जानकारी लगी कि विजेत कश्यप 13 दिसम्बर 2020 को पूजा शुक्ला को भगाकर ले गया और शादी कर ली थी, इसके बाद से दोनों घर से बाहर ही रहे, इधर परिजनों ने पूजा के लापता होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी, इसके बाद 27 फरवरी को पुलिस ने दोनों को पकड़ा और थाना लेकर पहुंची, जहां पर पूजा ने अपने पति विजेत के साथ जाने की बात कही थी, विजेत विवाद से बचने के लिए पूजा को लेकर गढ़ा में किराए का मकान लेकर रहने लगा लेकिन पूजा का भाई धीरज इस बात का बदला लेने के लिए हर वक्त विजेत की तलाश में रहता था, जिसने मौका पाकर वारदात को अंजाम दिया.

दोनों परिवार के बीच रहे गहरे संबंध-

पुलिस का कहना है कि दोनों ही परिवार एक ही कारोबार करते रहे, जिसके चलते दोनों परिवार के बीच गहरे संबंध रहे, एक दूसरे के घर आना जाना होता रहा, इस बीच पूजा व विजेत के प्रेम संबंध हो गए.

परिजनों की मर्जी के खिलाफ की शादी-

पुलिस को यह भी जानकारी लगी कि दोनों के परिजन इस शादी के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन पूजा व विजेत हर हाल में शादी करना चाहते थे, जिसके चलते दोनों ने भागकर शादी करने का निर्णय लिया।

गाजीपुर में जन्मदिन मनाने गये विकास अधिकारी को ढाबे वाले ने पीट पीट कर मार डाला,भाई की हालत गंभीर,खाना खाते समय ढाबा मालिक से हो गया था विवाद attacknews.in

गाजीपुर ,11 मार्च । उत्तर प्रदेश में गाजीपुर सदर कोतवाली इलाके में ढाबे पर जन्मदिन मनाने गए ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) की मामूली विवाद पर वहा मौजूद लोगों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी,जबकि उसके बड़े भाई की हालत गंभीर है , इस मामले में पुलिस ने ढाबा मालिक समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस अधीक्षक डा0 ओमप्रकाश सिंह यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नायब तहसीलदार पद से सेवानिवृत्त गोराबाजार निवासी महेंद्र यादव का 26 वर्षीय पुत्र विजय यादव का बुधवार को जन्मदिन था। कल रात वह अपने दोस्तों के साथ जन्मदिन मनाने के लिए कोतावली इलाके में तुलसीपुर स्थित कालिका ढ़ाबे पर गया था। उन्होंने बताया कि खाना खाते समय ढाबा मालिक और विजय यादव के बीच विवाद हो गया था और उसी दौरान दोनों पक्षों के बीच मारपीट हो गई।

मारपीट में ग्राम विकास अधिकारी विजय यादव गंभीर रुप से घायल हो गया था, जिनकी वाराणसी में इलाज के दौरान मृत्यु हो गयी थी। इस घटना में विजय यादव का बड़ा भाई सोम यादव भी गंभीर रूप से घायल हो गया था,जिसका इलाज जारी है।

ढाबे के वेटर से किसी बात को लेकर विवाद के बाद आपस में मारपीट हो गई। इसमें विजय यादव और उसका बड़ा भाई सोम यादव गंभीर रूप से घायल हो गया था।जिसके सेलिब्रेशन के लिए वह परिजनों व मित्रों के साथ नगर क्षेत्र के एक चर्चित कालिका ढाबा पर खाना खाने गए थे। जहां खाना सर्व करने को लेकर ढाबा कर्मियों से उनकी कुछ विवाद हो गया ।

इसके बाद ढाबा कर्मियों ने एक साथ मिलकर लाठी-डंडे से हमला कर दिया जिसमें ग्राम विकास अधिकारी विजय यादव की मौत हो गई वहीं उनका बड़ा भाई सोम यादव गंभीर रूप से घायल है, जिसका ट्रामा सेंटर वाराणसी में इलाज चल रहा है।

कानपुर सामूहिक बलात्कार के बाद पिता की हत्या मामले में 2 पुलिस SI समेत 3 निलंबित,पीड़ित बेटी को न्याय दिलाने के लिए भटक रहे पिता को पुलिस ने साथ ले जाकर तेज वाहन के सामने धक्का देकर मार डाला और दे दिया घटना का नाम”सड़क हादसा attacknews.in

कानपुर,11 मार्च । उत्तर प्रदेश में कानपुर के सजेती इलाके में किशोरी के साथ किए गये सामूहिक बलात्कार एवं पीड़ित के पिता की सड़क हादसे में मौत के मामले में दो उपनिरीक्षकों समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं उप महानिरीक्षक डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि तीन दिन पहले सजेती इलाके में किशोरी के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना पहुई थी, जिसमें गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया था। इस मामले में पुलिस दो आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है जबकि एक की तलाश जारी है।, जिले जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

किशोरी बलात्कार मामले में दरोगा का छोटा पुत्र गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के कानपुर में सजेती क्षेत्र में किशोरी के साथ सामूहिक बलात्कार के मामले में दरोगा के छाेटे पुत्र को पुलिस ने गुरूवार को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि गैंगरेप मामले में पुलिस ने दरोगा के बेटे दीपू यादव को गिरफ्तार कर लिया है जबकि उसके साथी गोली यादव को बुधवार को ही गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस को अब दरोगा के बड़े बेटे सौरव यादव व अन्य आरोपियों की तलाश है जिसके लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।

पिता को पुलिस ने साथ ले जाकर तेज वाहन के सामने धक्का देकर मार डाला; दे दिया घटना का नाम”सड़क हादसा”

उत्तर प्रदेश में कानपुर के सजेती इलाके में सामूहिक दुष्कर्म पीड़ित बेटी को न्याय दिलाने के लिए भटक रहे पिता की कल यहां सड़क हादसे में मृत्यु हो गई।

पुलिस सूत्रों के अनुसार मंगलवार रात एक व्यक्ति ने सजेती थाने में नाबालिग बेटी के साथ बांदा में तैनात एक दरोगा के बेटे और उसके दोस्त पर गैंगरेप का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी। पिता का आरोप था कि दरोगा के बड़े बेटे पर मुकदमा दर्ज न कराने का दबाव बनाते हुए थानेदार ने उसके साथ गाली गलौज व जान से मारने की धमकी दी।

उन्होंने बताया कि गैंगरेप की जानकारी होते ही मौके पर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ब्रजेश श्रीवास्तव के साथ सीओ गिरीश कुमार भी थाने पहुंच गए और उन्होंने पीड़िता किशोरी के पिता से बातचीत करते हुए आरोपी दीपू और उसके साथी गोलू की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के पांच टीमों का गठन करते हुए जल्द से जल्द गिरफ्तारी के आदेश दिए । पुलिस ने कल सुबह एक आरोपी गोलू यादव को गिरफ्तार भी कर लिया । वही दरोगा का बेटा दीप अभी भी पकड़ में नहीं आया है।

पुलिस के अनुसार गैंगरेप पीड़ित बेटी को न्याय दिलाने के लिए भटक रहे पिता की बुधवार सजेती के अनूपूर चौराहे पर तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने से मौके पर ही मृत्यु हो गई। हादसे की जानकारी गांव पहुंचते बड़ी संख्या में गुस्साए ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और कानपुर-सागर राजमार्ग जाम कर हंगामा शुरू कर दिया और पीड़ित के परिवार वालों ने आरोपितों व पुलिस की मिलीभगत से किशोरी के पिता की हत्या का आरोप लगाया है।

सूचना पर मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन भीड़ ने एक नहीं सुनी। पुलिस के आला अफसर भी घटनास्थल पर पहुंच गए और बेटे की मौत की खबर मिलते ही उसके वृद्ध पिता भी मौके पर पहुंच गया और कहा कि मेरा बेटा और गैंगरेप पीड़ित किशोरी का पिता मंगलवार रात पुलिस के साथ था। कानपुर में मेडिकल परीक्षण के बाद किशोरी और उसके माता-पिता को पुलिस सजेती थाने ले गई थी। रात को किशोरी को घाटमपुर के सरकारी अस्पताल में लाया गया,जिस समय घटना हुई पुलिस साथ में थी। पुलिस ने दारोगा के दबाव में आकर पीड़िता के पिता को बीच सड़क पर धक्का दे दिया,जिससे ट्रक की चपेट में आने से उसी मौत हो गई। वृद्ध पिता का आरोप है कि उसके बेटे की हत्या की गई है और हादसे का रूप देने का प्रयास किया जा रहा है।

इस बीच पुलिस उपमहानिरीक्षक डा0 प्रीतिंदर सिंह डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने आज बताया कि पंजीकृत अभियोग धारा.376डी (ए), 504, 506 आईपीसी व 5 जी/6पॉक्सो अधिनियम के तहत दर्ज मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी गोलू यादव को गिरफ्तार कर लिया जबकि शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गयी है। उन्होंने बताया कि जिस ट्रक की चपेट में आने से पीड़िता के पिता की मृत्यु हुई,उसके चालक को गिरफ्तार कर लिया है।

उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी आलोक तिवारी ने पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने के साथ घटना की जांच के लिए प्रशासनिक कमेटी गठित कर दी है। उन्होंने बताया कि दुर्घटना में अपर पुलिस अधीक्षक के अधीन टीमें गठित कर तथ्यो के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।

गौरतलब है कि कानपुर के थाना सजेती के तहत गैंगरेप का एक मामला मंगलवार को थाने पहुंचा था जिसमें गैंगरेप की पीड़िता किशोरी के पिता ने बांदा में तैनात एक दरोगा के बेटे व उसके दोस्त के ऊपर बेटी के गैंगरेप का आरोप लगाया था और वही दरोगा के बड़े बेटे पर मुकदमा दर्ज न कराने का दबाव बनाते हुए गाली गलौज व जान से मारने की धमकी का आरोप भी लगाया था वही गैंगरेप की जानकारी होते ही मौके पर एसपी ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव के साथ सीओ गिरीश कुमार भी थाने पहुंच गए थे।

सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस के हाथ एक आरोपी गोलू यादव लग गया लेकिन दरोगा का बेटा दीप पुलिस की पकड़ से भी बाहर है ।

हादसे की जानकारी पर गुस्साए ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और कानपुर-सागर राजमार्ग जाम कर हंगामा शुरू कर दिया और पीड़ित के परिवार वालों ने आरोपितों व पुलिस की मिलीभगत से किशोरी के पिता की हत्या का आरोप लगाया है।

परिजनों का कहना है कि पीड़ित पिता पुलिस के साथ था और सुबह भी दबिश के लिए पुलिस उन्हें साथ लेकर गई थी। ऐसे में ट्रक से कुचलकर उनकी मौत होने से संदेह बना है। परिजनों ने आरोप लगाया कि आरोपियों से मिल रही धमकी के तहत ही पीड़िता के पिता की हत्या की गई है।

परिजनों का कहना है कि पीड़ित पिता पुलिस के साथ था और सुबह भी दबिश के लिए पुलिस उन्हें साथ लेकर गई थी। ऐसे में ट्रक से कुचलकर उनकी मौत होने से संदेह बना है।परिजनों ने आरोप लगाया कि आरोपितों से मिल रही धमकी के तहत ही पीड़िता के पिता की हत्या की गई है।

क्या बोले डीआईजी

घटना को लेकर डीआईजी कानपुर डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि पंजीकृत अभियोग धारा.376डी (ए), 504, 506 IPCव 5G/6पॉक्सो अधि0 में मुख्य अभि.गोलू यादव को गिरफ्तार किया गया व शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु टीमें गठित की गयी है। एवं ट्रक से हुई दुखद: दुर्घटना में अपर पुलिस अधीक्षक के अधीन टीमें गठित कर तथ्यो के आधार पर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।

क्या है मामला –

उत्तर प्रदेश के कानपुर में थाना सजेती के अंतर्गत गैंगरेप का एक मामला देर रात थाने पहुंचा है जिसमें गैंगरेप की पीड़िता के पिता ने बांदा में तैनात एक दरोगा के बेटे व उसके दोस्त के ऊपर बेटी के गैंगरेप का आरोप लगाया है और वही दरोगा के बड़े बेटे पर मुकदमा दर्ज न कराने का दबाव बनाते हुए गाली गलौज व जान से मारने की धमकी का आरोप भी लगाया है।

वही गैंगरेप की जानकारी होते ही मौके पर एसपी ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव के साथ सीओ गिरीश कुमार भी थाने पहुंच गए और उन्होंने गैंगरेप पीड़िता किशोरी के पिता से बातचीत करते हुए आरोपी दीपू और उसके साथी गोलू की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के पांच टीमों का गठन करते हुए जल्द से जल्द गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं।जिसके बाद आज सुबह गोलू यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

उत्तरप्रदेश सरकार को करोडों रुपयों का चूना लगाने वाले बहुजन समाज पार्टी नेता इकबाल बल्ला की 1097 करोड़ की सम्पत्ति ED ने की जब्त attacknews.in

सहारनपुर 10 मार्च । बहुजन समाज पार्टी के पूर्व विधान परिषद सदस्य इकबाल बाल्ला की प्रर्वतन निदेशालय ने 1097 करोड़ की संपत्ति जब्त की है ।

प्रर्वतन निदेशालय के संयुक्त निदेशक राजेश्वर सिंह ने आज यहां कहा कि इकबाल बाल्ला की 1097 करोड़ की सात चीनी मिलों को जब्त कर लिया गया है ।उसने सुश्री मायावती के कार्यकाल 2011-12 में इकबाल ने सात चीनी मिलों को 60 करोड़ 28 लाख रूपये में खरीदा था जिससे राज्य सरकार को 1030 करोड़ का राजस्व का घाटा हुआ था ।

ईडी ने धनशोधन के मामले में बसपा के पूर्व एमएलसी के उप्र, दिल्ली के परिसरों पर मारे थे छापे :

गत 14 अक्टूबर 2020 को  प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धनशोधन से संबंधित जांच के सिलसिले में उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व विधान पार्षद मोहम्मद इकबाल के दिल्ली और सहारनपुर परिसरों पर बुधवार को छापे मारे थे।

अधिकारियों ने बताया था कि छापेमारी की कार्रवाई अब भी जारी है। तलाशी के दौरान दस्तावेज तथा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए थे ।

एजेंसी के लखनऊ जोन ने छापेमारी की कार्रवाई एएमबी बिल्डप्रोप प्राइवेट लिमिटिड के दिल्ली और सहारनपुर में स्थित पांच परिसरों पर की थी। यह कंपनी उत्तर प्रदेश विधान परिषद के पूर्व सदस्य इकबाल से संबंधित थी।

यह कार्रवाई ईडी ने धनशोधन से संबंधित जांच के सिलसिले में उत्तर दिल्ली और सहारनपुर परिसरों पर  छापे मारे थे।

अधिकारियों ने बताया था कि छापेमारी की कार्रवाई में  तलाशी के दौरान दस्तावेज तथा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए । एजेंसी के लखनऊ जोन ने छापेमारी की कार्रवाई एएमबी बिल्डप्रोप प्राइवेट लिमिटिड के दिल्ली और सहारनपुर में स्थित पांच परिसरों पर की गई थो। यह कंपनी उत्तर प्रदेश विधान परिषद के पूर्व सदस्य इकबाल से संबंधित है। यह कार्रवाई धनशोधन रोकथाम अधिनियम के तहत की गई ।

ईडी ने गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) की ओर से दर्ज कराई गई आपराधिक शिकायत और अवैध बालू खनन तथा चीनी मिल बेचने के संबंध में सीबीआई द्वारा दर्ज मामलों का संज्ञान लेते हुए इकबाल और अन्य के खिलाफ धनशोधन का मामला दर्ज किया था ।

दमन दीव के सांसद मोहन डेलकर की आत्महत्या का रहस्य गहराया;प्रफुल्ल पटेल के खिलाफ पुलिस प्रकरण दर्ज;परिजनों ने की हैं गहराई से जांच की मांग attacknews.in

मुंबई, 10 मार्च । महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बुधवार को कहा कि मुंबई पुलिस ने दादरा और नगर हवेली और दमन दीव के सांसद मोहन डेलकर की आत्म हत्या मामले में वहां के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

श्री डेलकर की पत्नी कलाबेन, पुत्र अभिनव और पुत्री श्री देशमुख से मुलाकात की थी और श्री डेलकर की मृत्यु की गहराई से जांच करने की मांग की थी।

मुंबई मुठभेड़ विशेषज्ञ सचिन वाजे के मनसुख हिरेन की की मौत में शामिल होने के खुलासे की रिकॉर्डिंग देवेन्द्र फड़नवीस के पास होने पर नाना पटोले,अनिल देशमुख ने लिया निशाने पर attacknews.in

मुंबई, 10 मार्च । वाहनों के कल पुर्जों के व्यापारी मनसुख हिरन की रहस्यमय मौत को लेकर मंगलवार को विधानसभा में तीखी बहस के बीच कांग्रेस ने सवाल किया कि विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस को मामले की ‘कॉल डिटेल रिकॉर्ड’ (सीडीआर) कैसे मिली?

विधायक और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने इस बात की जांच की मांग की कि भाजपा नेता को सीडीआर कैसे मिले।

इससे पहले, फडणवीस ने मामले में सहायक पुलिस निरीक्षक (एएसआई) सचिन वाजे की गिरफ्तारी की मांग की थी और इसके लिए हिरन की पत्नी के इस बयान का हवाला दिया था कि वाजे ने उनके पति की हत्या की हो सकती है।

गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) हिरन की मौत की जांच कर रहा है और अगर फडणवीस के पास अधिक जानकारी है तो भाजपा नेता को यह उन्हें या एटीएस को देनी चाहिए।

सीडीआर पर पटोले के सवाल पर फडणवीस ने राज्य सरकार को उनकी जांच करने की चुनौती दी।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस की सरकार वाजे को बचाने के लिए धमकी दे रही है, क्योंकि वह एक पार्टी से संबंधित हैं।

वाजे 2008 में शिवसेना में शामिल हुए थे।

फडणवीस ने कहा, “ जी हां, मेरे पास सीडीआर है और विधानसभा के सदस्य के तौर पर यह मेरा अधिकार है।”

शिवसेना के भास्कर जाधव ने कहा कि भाजपा वाजे को इसलिए निशाना बना रही है, क्योंकि उन्होंने इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक की कथित खुदकुशी मामले में पत्रकार अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार किया था।

गृह मंत्री देशमुख ने कहा कि इस मामले को ‘दबाने’ में मुख्यमंत्री रहने के दौरान फडणवीस की भूमिका की जांच की जाएगी।

फडणवीस ने कहा कि सरकार वाजे को बचाने के लिए धमकी दे रही है और सरकार को चुनौती दी कि वह जांच का आदेश दे।

दक्षिण मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास 25 फरवरी को एक स्कॉर्पियो गाड़ी मिली थी, जिसमें जिलेटिन की छड़ें रखी हुई थीं।

पुलिस ने बताया कि गाड़ी को 18 फरवरी को हिरन के कब्जे से चुराया गया था। यह रहस्य तब और गहरा गया जब ठाणे से पिछले शुक्रवार को हिरन का शव बरामद हुआ।

मुकेश अंबानी के निवास के नजदीक जिलेटिन लदी कार और उसके मालिक मनसुख हिरेन की मौत गर्माने के बाद सचिन वजे को पुलिस अपराध शाखा से हटाया गया attacknews.in

मुंबई, 10 मार्च । मुंबई पुलिस के मुठभेड़ विशेषज्ञ सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वजे का अपराध शाखा पुलिस से साइड ब्रांच में बुधवार को तबादला कर दिया गया।

भारतीय जनता पार्टी ने मनसुख हिरेन आत्महत्या मामले में सचिन वजे की गिरफ्तारी की मांग की थी जिसके बाद उनका तबादला किया गया।

वाजे ने मुंबई पुलिस आयुक्त से मुलाकात की

मनसुख हिरेन की मौत के मामले में विवादों में घिरे सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे ने बुधवार को मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह से शहर पुलिस मुख्यालय में मुलाकात की।

इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने आज दिन में वाजे का तबादला मुंबई अपराध शाखा से करने की घोषणा की थी। भाजपा ने हिरेन की रहस्यमयी परिस्थिति में मौत के मामले में वाजे की कथित संलिप्तता के सिलसिले में उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि वाजे ने दोपहर करीब एक बजे पुलिस आयुक्त से मुलाकात की थी। अपराध शाखा के प्रमुख और संयुक्त पुलिस आयुक्त मिलिंद भरांबे भी इस मुलाकात के दौरान मौजूद थे।

वाजे ने मीडिया से कहा कि वह बृहस्पतिवार को अपना पक्ष रखेंगे।

उन्होंने दोबारा शाम करीब 4.30 बजे और शाम को एक बार फिर पुलिस आयुक्त से मुलाकात की।

कानपुर में गैंगरेप पीड़ित बेटी को न्याय दिलाने के लिए भटक रहे पिता को पुलिस ने साथ ले जाकर तेज वाहन के सामने धक्का देकर मार डाला और दे दिया घटना का नाम”सड़क हादसा”,बलात्कारी दरोगा के बेटे को पुलिस नहीं कर सकी गिरफ्तार attacknews.in

कानपुर,10 मार्च । उत्तर प्रदेश में कानपुर के सजेती इलाके में सामूहिक दुष्कर्म पीड़ित बेटी को न्याय दिलाने के लिए भटक रहे पिता की आज यहां सड़क हादसे में मृत्यु हो गई।

पुलिस सूत्रों के अनुसार मंगलवार रात एक व्यक्ति ने सजेती थाने में नाबालिग बेटी के साथ बांदा में तैनात एक दरोगा के बेटे और उसके दोस्त पर गैंगरेप का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी। पिता का आरोप था कि दरोगा के बड़े बेटे पर मुकदमा दर्ज न कराने का दबाव बनाते हुए थानेदार ने उसके साथ गाली गलौज व जान से मारने की धमकी दी।

उन्होंने बताया कि गैंगरेप की जानकारी होते ही मौके पर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ब्रजेश श्रीवास्तव के साथ सीओ गिरीश कुमार भी थाने पहुंच गए और उन्होंने पीड़िता किशोरी के पिता से बातचीत करते हुए आरोपी दीपू और उसके साथी गोलू की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के पांच टीमों का गठन करते हुए जल्द से जल्द गिरफ्तारी के आदेश दिए । पुलिस ने आज सुबह एक आरोपी गोलू यादव को गिरफ्तार भी कर लिया । वही दरोगा का बेटा दीप अभी भी पकड़ में नहीं आया है।

पुलिस के अनुसार गैंगरेप पीड़ित बेटी को न्याय दिलाने के लिए भटक रहे पिता की बुधवार सजेती के अनूपूर चौराहे पर तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने से मौके पर ही मृत्यु हो गई। हादसे की जानकारी गांव पहुंचते बड़ी संख्या में गुस्साए ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और कानपुर-सागर राजमार्ग जाम कर हंगामा शुरू कर दिया और पीड़ित के परिवार वालों ने आरोपितों व पुलिस की मिलीभगत से किशोरी के पिता की हत्या का आरोप लगाया है।

सूचना पर मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन भीड़ ने एक नहीं सुनी। पुलिस के आला अफसर भी घटनास्थल पर पहुंच गए और बेटे की मौत की खबर मिलते ही उसके वृद्ध पिता भी मौके पर पहुंच गया और कहा कि मेरा बेटा और गैंगरेप पीड़ित किशोरी का पिता मंगलवार रात पुलिस के साथ था। कानपुर में मेडिकल परीक्षण के बाद किशोरी और उसके माता-पिता को पुलिस सजेती थाने ले गई थी। रात को किशोरी को घाटमपुर के सरकारी अस्पताल में लाया गया,जिस समय घटना हुई पुलिस साथ में थी। पुलिस ने दारोगा के दबाव में आकर पीड़िता के पिता को बीच सड़क पर धक्का दे दिया,जिससे ट्रक की चपेट में आने से उसी मौत हो गई। वृद्ध पिता का आरोप है कि उसके बेटे की हत्या की गई है और हादसे का रूप देने का प्रयास किया जा रहा है।

इस बीच पुलिस उपमहानिरीक्षक डा0 प्रीतिंदर सिंह डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने आज बताया कि पंजीकृत अभियोग धारा.376डी (ए), 504, 506 आईपीसी व 5 जी/6पॉक्सो अधिनियम के तहत दर्ज मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी गोलू यादव को गिरफ्तार कर लिया जबकि शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गयी है। उन्होंने बताया कि जिस ट्रक की चपेट में आने से पीड़िता के पिता की मृत्यु हुई,उसके चालक को गिरफ्तार कर लिया है।

उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी आलोक तिवारी ने पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने के साथ घटना की जांच के लिए प्रशासनिक कमेटी गठित कर दी है। उन्होंने बताया कि दुर्घटना में अपर पुलिस अधीक्षक के अधीन टीमें गठित कर तथ्यो के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।

गौरतलब है कि कानपुर के थाना सजेती के तहत गैंगरेप का एक मामला मंगलवार को थाने पहुंचा था जिसमें गैंगरेप की पीड़िता किशोरी के पिता ने बांदा में तैनात एक दरोगा के बेटे व उसके दोस्त के ऊपर बेटी के गैंगरेप का आरोप लगाया था और वही दरोगा के बड़े बेटे पर मुकदमा दर्ज न कराने का दबाव बनाते हुए गाली गलौज व जान से मारने की धमकी का आरोप भी लगाया था वही गैंगरेप की जानकारी होते ही मौके पर एसपी ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव के साथ सीओ गिरीश कुमार भी थाने पहुंच गए थे।

सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस के हाथ एक आरोपी गोलू यादव लग गया लेकिन दरोगा का बेटा दीप पुलिस की पकड़ से भी बाहर है ।

हादसे की जानकारी पर गुस्साए ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और कानपुर-सागर राजमार्ग जाम कर हंगामा शुरू कर दिया और पीड़ित के परिवार वालों ने आरोपितों व पुलिस की मिलीभगत से किशोरी के पिता की हत्या का आरोप लगाया है।

परिजनों का कहना है कि पीड़ित पिता पुलिस के साथ था और सुबह भी दबिश के लिए पुलिस उन्हें साथ लेकर गई थी। ऐसे में ट्रक से कुचलकर उनकी मौत होने से संदेह बना है। परिजनों ने आरोप लगाया कि आरोपियों से मिल रही धमकी के तहत ही पीड़िता के पिता की हत्या की गई है।

परिजनों का कहना है कि पीड़ित पिता पुलिस के साथ था और सुबह भी दबिश के लिए पुलिस उन्हें साथ लेकर गई थी। ऐसे में ट्रक से कुचलकर उनकी मौत होने से संदेह बना है।परिजनों ने आरोप लगाया कि आरोपितों से मिल रही धमकी के तहत ही पीड़िता के पिता की हत्या की गई है।

क्या बोले डीआईजी –

घटना को लेकर डीआईजी कानपुर डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि पंजीकृत अभियोग धारा.376डी (ए), 504, 506 IPCव 5G/6पॉक्सो अधि0 में मुख्य अभि.गोलू यादव को गिरफ्तार किया गया व शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु टीमें गठित की गयी है। एवं ट्रक से हुई दुखद: दुर्घटना में अपर पुलिस अधीक्षक के अधीन टीमें गठित कर तथ्यो के आधार पर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।

क्या है मामला –

उत्तर प्रदेश के कानपुर में थाना सजेती के अंतर्गत गैंगरेप का एक मामला देर रात थाने पहुंचा है जिसमें गैंगरेप की पीड़िता के पिता ने बांदा में तैनात एक दरोगा के बेटे व उसके दोस्त के ऊपर बेटी के गैंगरेप का आरोप लगाया है और वही दरोगा के बड़े बेटे पर मुकदमा दर्ज न कराने का दबाव बनाते हुए गाली गलौज व जान से मारने की धमकी का आरोप भी लगाया है।

वही गैंगरेप की जानकारी होते ही मौके पर एसपी ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव के साथ सीओ गिरीश कुमार भी थाने पहुंच गए और उन्होंने गैंगरेप पीड़िता किशोरी के पिता से बातचीत करते हुए आरोपी दीपू और उसके साथी गोलू की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के पांच टीमों का गठन करते हुए जल्द से जल्द गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं।जिसके बाद आज सुबह गोलू यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

सेना के कैप्टन ने फौज में भर्ती करवाने के लिए लोगों से इकट्ठा कर लिए लाखों रुपये:पत्नी ने ही FIR दर्ज करवा दी कि,यह तो नकली है,ठगोरा हैं जो सिपाही की परीक्षा में असफल हो गया था attacknews.in

लखनऊ, 09 मार्च ।उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल ने (एसटीएफ) ने सेना का कैप्टन और पुलिस अधिकारी बनकर फौज में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने के एक आरोपी को मंगलवार को वाराणसी कैण्ट इलाके से गिरफ्तार कर लिया।

एसटीएफ प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एसटीएफ को पिछले कुछ दिनों से वाराणसी एवं आस-पास के जिलों में आर्मी में भर्ती करानेे के नाम पर एक गिरोह के सक्रिय होने की इनपुट ‘मिलिट्री इन्टेलीजेन्स’ (एमआई) वाराणसी को प्राप्त हुआ था। इस सम्बन्ध में वाराणसी एसटीएफ फील्ड इकाई, वाराणसी को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। इस क्रम में वाराणसी एसटीएफ फील्ड इकाई ने अभिसूचना संकलन एवं छानबीन प्रारम्भ की।

अभिसूचना संकलन के दौरान ज्ञात हुआ कि राजवीर सिंह उर्फ आनन्द कुमार नाम का व्यक्ति है, जो अपने को आर्मी का फर्जी कैप्टन बताकर आर्मी में भर्ती कराने के नाम पर व आर्मी कैण्टीन में सामान निकलवाने का कार्य कर रहा है ।

एसटीएफ के सूत्रों ने यहां बताया, ‘‘खुद को सेना में कैप्टन बता कर लोगों को फौज में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने के आरोपी आनंद कुमार उर्फ राजवीर सिंह रघुवंशी को एसटीएफ ने वाराणसी के कैंट इलाके में गिरफ्तार किया।’’

उन्होंने बताया कि आनंद के पास से सेना की वर्दी, पांच मुहर, कैप्टन की वर्दी पहनकर खिंचवाई गई तस्वीर, पुलिस उपाधीक्षक के पद पर चयन की झूठी खबर की पेपर कटिंग तथा कुछ अन्य सामान बरामद किया गया है।

सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ एवं खुफिया जानकारी से पता चला है कि आनंद वकालत की पढ़ाई करता है। उसने वर्ष 2008 में सेना में सिपाही की भर्ती के लिये प्रयास किया था, मगर वह सफल नहीं हुआ था। इसके बाद उसने बेरोजगार युवकों को सेना में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने की साजिश रची।

उन्होंने बताया कि आनंद ने अपनी योजना के मुताबिक पहले सेना के कैप्टन की वर्दी बनवायी और अपने आस-पास के लोगों को विश्वास दिलाया कि वह फौज में कैप्टन है। इसके बाद उसने वाराणसी के भिटारी गांव के रहने वाले अमरनाथ यादव तथा कुछ अन्य अभ्यर्थियों को बहला-फुसलाकर नौकरी दिलाने का झांसा दिया और कुल सात लोगों से 14 लाख रुपए ठग लिए।

सूत्रों ने बताया कि आनंद ने सुधाकर वर्मा, रजनीश और दिव्या नामक अभ्यर्थियों से भी भर्ती के नाम पर 10 लाख रुपए लिए। इसके अलावा उस पर सेना की कैंटीन से डेढ़ लाख रुपए का सामान निकालने के नाम पर भी ठगी करने का आरोप लगा है।

सूत्रों के मुताबिक बाद में आनंद की पत्नी और आस-पास के लोगों को उसके फर्जी कैप्टन होने का संदेह होने लगा। इसी दौरान वर्ष-2020 में पीसीएस-2017 का परिणाम आया था, जिसमें वाराणसी के ही रहने वाले किसी आनंद कुमार की 62वीं रैंक आई थी और उसे पुलिस उपाधीक्षक के पद पर नियुक्ति मिली थी। इसकी जानकारी होने पर आनंद ने अपने नाम का फायदा उठाया और समाचार पत्र के कार्यालय में जाकर अपनी फोटो तथा पता देकर समाचार छपवाया कि उसकी पुलिस उपाधीक्षक के पद पर नियुक्ति हुई है। इसके बाद वह सेना का कैप्टन और पुलिस उपाधीक्षक बनकर ठगी करने का प्रयास करने लगा।

सूत्रों ने बताया कि आनंद ने अपनी शादी भी धोखे से ही की थी और इस सिलसिले में उसकी पत्नी ने ही उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।

उन्होंने बताया कि आनंद के खिलाफ वाराणसी के कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

सैकड़ों लोगों काे चूना लगाकर करोडों रूपये के वारे-न्यारे कर चुका है उत्तरप्रदेश में पकड़ाया साइबर क्रिमिनल करने वाला बड़ा गिरोह  attacknews.in

इटावा ,09 मार्च । उत्तर प्रदेश के इटावा में गिरफ्तार पांच साइबर अपराधी अब तक दुनिया भर के सैकड़ों लोगो को चूना लगा कर करोड़ों रूपये के बारे न्यारे कर चुके है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने मंगलवार को बताया कि कोतवाली पुलिस की गिरफ्त में आये साइबर क्राइम गिरोह के पांच सदस्य पिछले एक साल मे छह करोड़ रूपये से अधिक रकम को इधर से उधर कर चुके है। ठगों ने दुनिया भर मे करेंसी एक्सचेंज का काम करने वाली ग्लोब पे बेबसाइट के नाम से फर्जी बेबसाइट बनाई है जिसके जरिये लोगो को ठगने का काम करते है।

उन्होंने बताया कि फर्जी वेबसाइट के जरिए आठ लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया था, जिसके बाद पुलिस ने गहनता के साथ पड़ताल शुरू की और आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी कम कमीशन में विदेशी करेंसी को कन्वर्ट करने लालच देकर लोगों को अपना शिकार बनाती थीं।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि साइबर क्रिमनिल गैंग के कुलजीत सिंह पुत्र सरदार दर्शन सिंह निवासी 178 हरीहरगंज थाना हरीहर गंज जनपद फतेहपुर, सौरभ शुक्ला पुत्र विजय नारायण शुक्ला निवासी हरवंशपुर थाना सजैती जनपद कानपुर नगर, राजकुमार दिवाकर पुत्र कामता प्रसाद निवासी रामनगर न्यू कॉलोनी थाना फ्रेंड्स कॉलोनी इटावा, दीपक शर्मा पुत्र श्याम बिहारी निवासी नौरंगाबाद थाना कोतवाली इटावा और चरन सिंह पुत्र ज्वाला प्रसाद निवासी वीरनगर जनपद आगरा को गिरफ्तार किया है।

आरोपियों के कब्जे से एक लैपटाप, एक टैबलेट एमआई, 4 मोबाइल फोन (वीवो) , 4 चेक बुक और एक पासपोर्ट बरामद किया गया है. ठग गैंग के अपराधी बिटकाइन और अन्य क्रफ्टोंकरेंसी में लेनदेन था. इस गैंग के अपराधियों को गिरफतार करने वाली पुलिस टीम को आईजी मोहित अग्रवाल ने 50, 000 का इनाम देने का ऐलान किया है।

उन्होने बताया कि 5 मार्च को थाना कोतवाली पर एटा के रहने वाले यशोदा नन्दन ने मामला दर्ज कराया कि उसके साथी मोहम्मद सामीन दीवान इंटरनेशनल में साझेदार है।एक मार्च को कुलजीत सिहं एवं सौरभ शुक्ला ने पक्का तालाब चैराहे पर मिलने के लिए बुलाया था, जिनके ग्लोब-पे पर मेरे मित्र को कम कीमत पर उसके साथ ऑनलाइन रुपए को डाॅलर में परिवर्तित करने का लालच देकर 8 लाख रुपए की साइबर ठगी की.
इस बाबत धारा 406, 420, 467, 468, 471 व 66 (सी ), 66 (डी) आईटी एक्ट मामला दर्ज किया गया।

पकडे़ गये साइबर क्रमिनलों ने बताया कि वह कई विदेशी डार्कबेव हैकर्स के संपर्क में रहते हैं जो उन्हें सभी साइटों  के उपयोगकर्ता के नाम और पासवर्ड उपलब्ध कराते हैं और वह वास्तविक निवेशकों को 50 प्रतिशत की दर से विदेशी मुद्रा प्रदान करने का लालच देकर रुपयों की ठगी करते हैं और जाली जमा रशीद जारी करते हैं. जो हुबहू वास्तविक लेनदेन की प्राप्ति की रशीद लगती है।

गिरफ्तार आरोपियो ने दीवान इंटरनेशनल फर्म के मालिक के साथ आठ लाख रुपयों की ठगी की थी. इन अपराधियों ने यह भी बताया कि पूरा लेन-देन ब्लाॅकचैन तकनीकी पर आधारित है एवं पुलिस निगरानी से बचने के लिए बिटक्वाइन व डाॅगक्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को उपयोग में लाया जाता है. ठगी के बाबत आरोपियों से मिले लैपटाॅप, टैबलेट, मोबाइल एवं बैंक खातों के बारें में जानकारी जुटाई जा रही है।

मुरैना में दिनदहाड़े लाखों रुपयों से भरी कैश वैन को लूटने के लिए लूटेरों और वैन सुरक्षा कर्मियों संग कैश अधिकारी के बीच मुठभेड़ में लूटपाट से बच गई वैन, लूटेरे हुए फरार attacknews.in

मुरैना, 09 मार्च । मध्यप्रदेश के मुरैना जिला मुख्यालय के एम-एस रोड स्थित एक एटीएम के समीप आज दोपहर कैश वेन से रुपए लूटने के प्रयास में अज्ञात बदमाशों की सुरक्षा कर्मियों से हुयी झड़प में दो सुरक्षा कर्मी घायल हो गए, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार एम-एस रोड़ पर स्थित एक एटीएम में रुपए डालने के लिए पहुंची कैश वैन पर मोटर साइकिल सवार तीन नकाबपोश बदमाशों ने हमला कर उसमें रखे रुपए लूटने का प्रयास किया। इस बीच कैश वेन की सुरक्षा में तैनात जवानों की बदमाशों से झड़प हो गयी। झड़प के दौरान बदमाशों ने एक सुरक्षा कर्मी पर कट्टे की बट से प्रहार किया तथा दूसरे सुरक्षा कर्मी पर फायर कर दिया, जिससे दोनों घायल हो गए।

मुरैना में दोपहर में बदमाशों द्वारा एसपी बंगले के पास खड़ी एटीएम कैश वैन को लूटने का प्रयास किया। इस दौरान बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर सुरक्षा गार्ड का सिर फोड़ दिया। एक कैश ऑफिसर की कमर में गोली के छर्रे लग गए। घायल सुरक्षा गार्ड और निहत्थे कैश अधिकारियों ने हथियारबंद बदमाशों को पकड़ लिया और कैश वैन में रखे साढ़े 8 लाख रुपये लुटने से बचा लिए, लेकिन बदमाश उनकी चंगुल से छूटकर फरार हो गए। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई, इसी के आधार पर पुलिस बदमाशों की पहचान में जुट गई है।

मुरैना कोतवाला थाना पुलिस के अनुसार, घटना मंगलवार दोपहर 12.30 बजे के करीब एक्सिस बैंक के एटीएम में रुपये डालने के लिए सीएमएस एजेंसी की कैश वैन आई थी। इस वैन में एक्सिस बैंक के अलावा एलआइसी की सैटेलाइट शाखा एवं इंडस एटीएम के करीब साढ़े 8 लाख रुपये थे। जैसे ही वैन नगर के एमएस रोड पर एसपी बंगले और एक्सिस बैंक के बीच वाली सडक़ पर रुकी और रुपयों की थैली लेकर कैश ऑफिसर दीप सिंह तोमर और लोकेन्द्र सिंह तोमर, सुरक्षा गार्ड किशनवीर सिंह सिकरवार गाड़ी से उतरे, तभी बाइक पर सवार होकर वहां तीन हथियारबंद बदमाश आए और दो ने बाइक से उतरकर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।

सुरक्षा गार्ड किशनवीर सिंह ने अपनी रायफल लोड करने का प्रयास किया तो एक बदमाश ने उनके सिर पर रिवाल्वर से वार कर दिया। इसके बाद बदमाश ने गार्ड की रायफल छीनने का प्रयास किया, तो सुरक्षा गार्ड ने बदमाश को पकडक़र सडक़ पर पटक लिया।

इसी बीच दूसरे बदमाश ने कैश ऑफिसरों के हाथ से रुपयों का बैग छीनने के लिए रिवाल्वर तानी तो दोनों कैश ऑफिसरों ने उसे दबोच लिया। खुद को कमजोर पड़ता देख बदमाश रिवाल्वर से फायरिंग कर भागने में सफल हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और तीनों घायल कैश वैन कर्मियों को अस्पताल पहुंचाया। वहीं, अज्ञात बदमाशों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उनकी तलाश की जा रही है। पुलिस उनकी पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।

उत्तरप्रदेश में मुर्दों को लूटने वाला गिरोह सक्रिय:इटावा पुलिस ने मुर्दों को लूटने वाले एंबुलेंस चालक व परिचालक को किया गिरफ्तार attacknews.in

इटावा ,08 मार्च । उत्तर प्रदेश की इटावा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का खुलासा करने का दावा किया है कि जो मुर्दो को लूटने का काम करता था।

इस सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने आज यहां बताया कि तीन मार्च को कुंवर रविंद्र सिंह ने पुलिस में शिकायत दी थी कि उनके भतीजे सुनील कुमार सिंह बोलेरो गाड़ी नंबर यूपी 35 एक्स 1700 अपने परिवार के साथ उन्नाव से ग्वालियर जा रहे थे। रास्ते में इटावा के बढ़पुरा इलाके मे रामकृष्ण होटल के नजदीक एक ट्रैक्टर के चालक की लापरवाही से दुर्घटना हो गई थी और हादसे में उनके भतीजे की मौत हो गई तथा अन्य परिजन घायल हो गए थे ।

उन्होंने बताया कि इस बाबत शिकायतकर्ता ने पुलिस को जानकारी दी कि मृतक के पास एटीएम कार्ड,डीएल, पर्स मे रखे 20000 रुपये और सोने की चेन के साथ सभी सामान गायब मिला।

उन्होंने बताया कि हादसे के दूसरे दिन 28 फरवरी को मृतक सुनील कुमार के पे-टीएम से कुल 45000 रुपये निकाल भी लिए गए थे । पुलिस ने जब शव के पास से लूटे गए सामान की जांच शुरू की तो बेहद चैंकाने वाले खुलासे हुए ।

तोमर ने बताया कि पुलिस ने सबसे पहले उस एम्बुलेंस चालक की तलाश शुरू की जिसमें घायल को जिला अस्पताल पहुंचाया था । पुलिस को शक था कि इस लूटपाट में एम्बुलेंस चालक का हाथ हो सकता है। पुलिस ने एम्बुलेंस की तलाश करते करते पुलिस चालक संजीव और परिचालक शोभित तक पहुंची और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक मोबाइल,एक एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, डीएल, बिग बाजार कार्ड, एक दिल्ली मेट्रो कार्ड और 44700 रुपये नकद बरामद कर लिए हैं । पुलिस पूछताछ में दोनो आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने ही मृतक सुनील कुमार के कीमती सामान और नकदी की चोरी की थी। जिससे दोनो के पास से बरामद कर लिया गया है ।

उन्होंने बताया कि गिरफतार संजीव कुमार बढ़पुरा का ही रहने वाला है जबकि परिचालक शोभित कुमार कन्नौज का रहने वाला है । इन दोनों पर आरोप है कि एम्बुलेंस में शव ले जाते वक्त वे मृतक के कीमती सामान, कैश, घड़ी, अंगूठी आदि पर हाथ साफ कर देते थे। इस सिलसिले में विधिक कार्रवाई की जा रही है।

एकतरफा प्यार में आगरा के बाह में सिरफिरे युवक ने मां-बेटी की चाकू से कर दी हत्या attacknews.in

आगरा,08 मार्च । उत्तर प्रदेश के आगरा से जिले के बाह क्षेत्र के जरार कस्बे में आज तड़के एक सिरफिरे युवक ने मां-बेटी पर चाकू से प्रहार कर उनकी हत्या कर दी और फरार हो गया।

पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) अशोक के वैंकट ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आगरा देहात के बाह इलाके कस्बा जरार में तड़के करीब तीन बजे पड़ासे में रहने वाले गोविंद नामक युवक ने 50 वर्षीय शारदा देवी और उसकी 19 वर्षीय पुत्री कामिनी की चाकू से प्रहार करके हत्या कर दी।

शुरुआती जांच में पता चला कि हत्यारा कामिनी से एकतरफा प्यार करता था। कामिनी कक्षा 11 की छात्रा थी और हत्यार बीएसी दूसरे वर्ष का छात्र था। इस घटना में कामिनी की भाभी कमलेश भी घायल हुई हैं। मां-बेटी की हत्या के बाद आरोपी भाग गया।