मुरैना में भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष के गोदाम से पुलिस ने पकड़ी लाखों रुपये की अवैध शराब, जनता कर्फ्यूमें अवैध रूप से लाई गई थी बेचने के लिए attacknews.in

मुरैना, 09 मई । मध्यप्रदेश के मुरैना जिले की सबलगढ़ थाना पुलिस ने एक गोदाम से पांच लाख रुपये की अवैध अंग्रेजी शराब मिलने के मामले में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के पूर्व जिलाध्यक्ष विजय जादौन सहित चार के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार सबलगढ़ कस्बे में स्थित एक गोदाम में कर्फ्यू के दौरान अवैध रूप से क्षेत्र में विक्रय करने के लाई गई पांच लाख रुपये कीमत की अवैध अंग्रेजी शराब का भंडारण किया गया था। पुलिस ने कल मुखबिर की सूचना के आधार पर गोदाम पर छापा मारकर उसे जप्त किया था। पुलिस ने जांच के बाद इस मामले में भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष विजय जादौन सहित चार लोगों पर आबकारी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।

मध्यप्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले 20 व्यक्तियों और ऑक्सीजन बेचने वालों के विरुद्ध रासुका के प्रकरण दर्ज,मरीजों से अधिक शुल्क वसूलने पर 61 स्वास्थ्य संस्थाओं पर कार्रवाई attacknews.in

भोपाल 7 मई । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के इलाज में आवश्यक इंजेक्शन रेमडेसिविर की कालाबाजारी और ऑक्सीजन की आपूर्ति को बाधित करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाही की जा रही है। रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में लिप्त 20 व्यक्तियों और ऑक्सीजन की कालाबाजारी पर एक व्यक्ति के विरुद्ध रासुका के प्रकरण दर्ज किये गये हैं। किसी भी दोषी व्यक्ति को बख्शा नहीं जायेगा।

रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी पर इंदौर जिले में 9 व्यक्तियों, उज्जैन जिले में 8 व्यक्तियों, जबलपुर जिले में 2 व्यक्तियों और ग्वालियर जिले में एक व्यक्ति के विरुद्ध रासुका के प्रकरण दर्ज किये गये हैं। इसी प्रकार ऑक्सीजन की कालाबाजारी पर एक व्यक्ति के विरुद्ध रासुका का प्रकरण दर्ज किया गया है।

61 स्वास्थ्य संस्थाओं/व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई

कोरोना मरीजों से अधिक शुल्क वसूलने पर 61 स्वास्थ्य संस्थाओं/व्यक्तियों के विरुद्ध भी कार्रवाई की गई है। इनसे 7 लाख 34 हज़ार रुपये की राशि मरीजों के परिजनों को वापस दिलाई गई है। इनमें से दो संस्थाओं का लाइसेंस निरस्त किया गया है तथा 22 व्यक्तियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है।

अस्पताल द्वारा वसूली गई अधिक राशि परिजनों को वापस कराई

भोपाल जिले में 9 प्रकरणों में 2 लाख 8 हज़ार, जबलपुर जिले में 3 प्रकरणों में 1 लाख 10 हजार, ग्वालियर जिले में 18 प्रकरणों में 1 लाख 15 हजार, बैतूल जिले में 2 प्रकरणों में 53 हजार तथा हरदा जिले में एक प्रकरण में अस्पताल द्वारा वसूली गई अधिक राशि 25 हजार रूपये मरीज के परिजनों को वापस करवायें गये हैं। इसी प्रकार भोपाल जिले में 3, इंदौर जिले में 7, जबलपुर में 3, ग्वालियर में 3, उज्जैन में 2, विदिशा, शाजापुर, सागर और गुना जिले में 1-1 व्यक्तियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है।

कालाबाजारी और अवैध विक्रय नहीं हो, इसके लिये प्रदेश के सभी औषधि निरीक्षकों को निर्देश जारी किये गये हैं। औषधि निरीक्षकों द्वारा निरंतर निरीक्षण किये जा रहे हैं। एम.आर.पी. से अधिक मूल्य पर बिक्री एवं कालाबाजारी पर प्रभावी नियंत्रण के प्रयास किये जा रहे हैं। रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति एवं वितरण पर सतत निगरानी रखी जा रही है। रेमडेसिविर इंजेक्शन का वितरण केवल अस्पताल एवं संस्थाओं में हो, ऐसी व्यवस्था की गई है, ताकि अस्पतालों में भर्ती मरीजों को सुगमता से इंजेक्शन उपलब्ध हो सकें।

एम्स में जिंदा है छोटा राजन,उसकी गैंग ने इटावा की कोर्ट में पुलिस कस्टडी मे की थी दो की हत्या, अदालत ने दी थी पांच शूटरो को एकसाथ फांसी की सजा attacknews.in

इटावा 07 मई । माफिया डाॅन छोटा राजन की कोरोना संक्रमण से मौत की अफवाह ने कुछ समय के हर किसी को सन्न किया हो लेकिन कभी इस गैंग के शूटरो ने उत्तर प्रदेश के इटावा मे दो हत्यारोपियो की हत्या कर खासी सुर्खियाॅ बटोरी थी ।

दिसंबर 2005 मे अपर जिला जज ने गैंग के पांच शूटरो को हत्या के मामले मे फांसी की सजा सुनाई थी। सभी आरोपियो ने इस बात को स्वीकारा था कि उनको दाउद गैंग के अपराधियो को मारने की सुपारी दी गई थी।

इटावा कचहरी परिसर मे 23 अक्टूबर 2002 को करीब पौने चार बजे के आसपास अंधाधुंध गोलियां बरसा कर पुलिस कस्टडी मे सुनील नाई और सुरेश पाल सिंह को मरणासन्न कर दिया था। इनमे से सुनील नाई की मौत तो मौके ए वारदात पर हो गई लेकिन सुरेश पाल सिंह की मौत मुख्यालय के डा.भीमराव अंबेडकर राजकीय सयुक्त चिकित्सालय मे उपचार के दौरान हो गई थी ।

इस सनसनीखेज हत्याकांड के एक प्रमुख चश्मदीदो मे से वरिष्ठ पत्रकार हेमकुमार शर्मा ने बताया कि जिस समय हत्याकांड को अंजाम दिया गया था वो उस समय एसएसपी आवास पर समाचार संकलन के लिए आये थे। एकाएक एसएसपी आवास के पीछे से अंधाधुंध फायरिंग शुरू हो गई । करीब 30 से लेकर 35 गोलियो के चलने की आवाजे सुनी गई। जब गोलियाॅ की आवाजे आ रही थी उसी समय तत्कालीन एसएसपी जे.के.गोस्वामी भी अपने आवास से बाहर निकल आये और उन्होने तुरंत वायरलैस के जरिये पूरे जिले भर मे हाईएर्लट करते हुए घेराबंदी करने का पुलिस को आदेश देते हुए कहा कि कोई भी गोली चलाने वाला किसी भी सूरते मे बचना नही चाहिए ।

एसएसपी खुद कही से गश्त से वापस लौटे थे। तब तक इस बात की खबर आ चुकी थी कि कचहरी मे पुलिस अभिरक्षा मे सुरेश पाल सिंह और उसके साथी सुनील नाई को गोली मार दी गई। इस गोली कांड मे इन दोनो आरोपियो को अदालत से वापस हवालात की ओर से लेकर एएसआई शिवबरन सिंह और अदालती कर्मी धनश्याम सिंह को गोली मार कर घायल कर दिया था। इन शूटरो का निशाना बेहद ही सटीक था क्यो कि हत्यारोपियो को गोलियाॅ उन्ही जगह लगी जहाॅ से उनकी मौत हो सकती थी जबकि अदालती कर्मी और पुलिसकर्मी को केवल घायल करने के इरादे से ही गोली मारी गई ।

इस वारदात के बाद पांच संग्दिध अपराधी एक कार में गिरफतार किये गये। पुलिस पूछताछ मे इस बात का खुलासा हुआ कि सभी छोटा राजन गैंग के खूंखार अपराधी है। सभी आरोपियो ने इस बात को स्वीकारा था कि उनको दाउद गैंग के अपराधियो को मारने की सुपारी दी गई थी।

दिसंबर 2005 मे अपर जिला जज ने छोटा राजन गैंग के पांच शूटरो को सूरेश पाल सिंह और सुनील नाई की हत्या के मामले मे फांसी की सजा सुना दी। एक साथ पांच लोगो को फांसी की सजा सुनाये जाने का पहला और इकलौता मामला अब तक का है ।

वहीं, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने अंडरवर्ल्ड डॉन और गैंगस्टर राजेन्द्र निखलजे उर्फ छोटा राजन की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत की खबरों का खंडन किया है। छोटा राजन को 26 अप्रैल को कोरोना संक्रमण के कारण एम्स में भर्ती किया गया था।

अंडरवर्ल्ड डॉन राजन पर 70 से अधिक आपराधिक मामले हैं। उसे 2015 में इंडोनेशिया में गिरफ्तार किया गया था और बाद में उसी साल भारत लाया गया। छोटा राजन वर्तमान में राजधानी दिल्ली की तिहाड़ जेल में उच्च सुरक्षा में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। उसे काेरोना संक्रमण के कारण 26 अप्रैल को एम्स में भर्ती किया गया था।

गैंगस्टर राजन ने छोेटे-छोटे अपराधों से आपराधिक वारदातों की शुरुआत की बाद में वह अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का दाहिना हाथ बन गया। राजन को 2018 में महाराष्ट्र मकोका अदालत ने दोषी ठहराया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई। इससे एक वर्ष पहले 2017 में एक विशेष सीबीआई अदालत ने नकली पासपोर्ट मामले में उसे सात साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई गयी थी।

एम्स ने किया मौत का खण्डन:

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने अंडरवर्ल्ड डॉन और गैंगस्टर राजेन्द्र निखलजे उर्फ छोटा राजन की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत की खबरों का खंडन किया है।

छोटा राजन को 26 अप्रैल को कोरोना संक्रमण के कारण एम्स में भर्ती किया गया था। एम्स सूत्रों ने यूनीवार्ता को बताया कि छाेटा राजन अभी जीवित है। इससे पहले दिन में कई मीडिया रिपोर्टों में सामने आया था कि छोटा राजन की कोरोना संक्रमण से मृत्यु हो गयी है।

अंडरवर्ल्ड डॉन राजन पर 70 से अधिक आपराधिक मामले हैं। उसे 2015 में इंडोनेशिया में गिरफ्तार किया गया था और बाद में उसी साल भारत लाया गया। छोटा राजन वर्तमान में राजधानी दिल्ली की तिहाड़ जेल में उच्च सुरक्षा में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। उसे काेरोना संक्रमण के कारण 26 अप्रैल को एम्स में भर्ती किया गया था।

गैंगस्टर राजन ने छोेटे-छोटे अपराधाें से आपराधिक वारदातों की शुरुआत की बाद में वह अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का दाहिना हाथ बन गया। राजन को 2018 में महाराष्ट्र मकोका अदालत ने दोषी ठहराया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई। इससे एक वर्ष पहले 2017 में एक विशेष सीबीआई अदालत ने नकली पासपोर्ट मामले में उसे सात साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई गयी थी।

छत्तीसगढ़ बनने लगा है सोना तस्करी का गढ़:रायपुर में 42 करोड़ की विदेशी सोना तस्करी मामले में पांच गिरफ्तार attacknews.in

रायपुर, 5 मई । छत्तीसगढ़ में राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) के अधिकारियों ने विदेशी सोने की तस्करी के आरोप में पांच लोगों को पकड़ा है तथा इनसे लगभग 42 करोड़ रुपए मूल्य का सोना, चांदी और नकद बरामद किया है।

डीआरआई ने सोमवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि निदेशालय की रायपुर इकाई ने कार्रवाई कर विदेशी सोने की तस्करी करने के आरोप में पांच लोगों को पकड़ा है। इस दौरान आरोपियों से 18.18 किलोग्राम सोना, 4545 किलोग्राम चांदी और 32 लाख रुपए नकद बरामद किया है। बरामद सोने, चांदी और नकद का मूल्य लगभग 42 करोड़ रुपए है।

विज्ञप्ति के अनुसार डीआरआई की रायपुर इकाई को क्षेत्र में भारी मात्रा में सोने की तस्करी होने की सूचना मिली थी। सूचना के बाद अधिकारियों ने कलकत्ता से राजनांदगांव जा रही रेलगाड़ी से दो व्यक्तियों को पकड़ा। उनकी तलाशी ली गई तो उनके पास से 13.53 किलोग्राम सोने के दो छड़ बरामद हुए। तस्करों ने सोने को कपड़ों में छिपा कर रखा था।

विज्ञप्ति में बताया गया है कि जब मामले की छानबीन की गई तब सोने को तस्करों से लेने वाले दो व्यक्तियों तथा आभूषण विक्रेता के बारे में भी जानकारी मिली।

डीआरआई के अधिकारियों ने सूचना के आधार पर एक आभूषण विक्रेता के परिसर में तलाशी अभियान चलाया जहां से 4545 किलोग्राम चांदी, 4.65 किलोग्राम सोना और 32.35 लाख रुपए नकद बरामद किया गया।

विज्ञप्ति में बताया गया है कि डीआरआई के अधिकारियों ने विदेशी सोने की तस्करी के आरोप में अभी तक पांच लोगों को पकड़ा है तथा जानकारी मिली है कि आरोपियों द्वारा पूर्व में भी भारी मात्रा में विदेशी सोने की तस्करी की गई है। डीआरआई ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

मानवाधिकार आयोग ने बंगाल में चुनाव बाद हुयी हिंसा की जांच का दिया आदेश:नरेन्द्र मोदी ने बंगाल में चुनाव बाद हिंसा पर जतायी गंभीर चिंता attacknews.in

नयी दिल्ली/कोलकाता 04 मई । पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों के बाद हुयीं हिंसा पर स्वतः संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मंगवार को एक टीम का गठन करने तथा सच्चाई का पता लगाने के लिए राज्य में भेजने का आदेश दिया।

आयोग ने अपने आदेश में कहा, “कथित तौर पर निर्दोष नागरिकों के जीवन के अधिकार का हनन करने के मामले पर आयोग ने स्वतः संज्ञान लिया है और अपने उप महानिरीक्षक (जांच) से आयोग के जांच विभाग डिवीजन के अधिकारियों की एक टीम गठित करने, मौके पर तथ्य की जांच करने और जल्द से जल्द या दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का अनुरोध किया है।”

पुलिस को राजनीतिक हिंसा खत्म करनी होगी: धनखड़

इधर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को कहा कि पश्चिम बंगाल पुलिस को लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली राजनीतिक हिंसा, बर्बरता, आगजनी, हत्याएं और डराने-धमकाने जैसी गतिविधियों को समाप्त करना होगा।

मोदी ने बंगाल में चुनाव बाद हिंसा पर जतायी गंभीर चिंता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव बाद हिंसा को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की और पीड़ा का इजहार किया है।

राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को बताया कि श्री मोदी ने उन्हें फोन करके इस आशय की प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा,“ प्रधानमंत्री ने फोन किया और राज्य की कानून-व्यवस्था की चिंताजनक स्थिति पर अपनी गंभीर पीड़ा और चिंता व्यक्त की। मैंने भी पीएमओ से गंभीर चिंताओं को साझा करते हुए कहा कि राज्य में हिंसक बर्बरता, आगजनी, लूट और हत्याएं बेरोकटोक जारी हैं। ”

अल्मोड़ा में कुछ न्यूज चैनलों के खिलाफ पोक्सो के तहत दर्ज मामला attacknews.in

नैनीताल 04 मई । उत्तराखंड में नाबालिग लड़की की पहचान उजागर करने और उससे अनर्गल सवाल पूछने के मामले में अल्मोड़ा पुलिस ने कुछ न्यूज चैनलों के खिलाफ सोमवार को पोक्सो तथा किशोर न्याय अधिनियम की गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

अल्मोड़ा की दन्या पुलिस ने बाल कल्याण समिति अल्मोड़ा की शिकायत पर यह कदम उठाया है। समिति की ओर से तीन मई को लिखे गये पत्र में कहा गया कि कुछ न्यूज चैनलों की ओर से नाबालिग लड़की का इंटरव्यू प्रचारित कर और उससे अनर्गल सवाल करके उसकी पहचान उजागर की गयी है। यह उच्चतम न्यायालय के आदेश का उल्लंघन है।

सतना में विंध्या इंजीनियरिंग के गोदाम में छापामार 400 से अधिक लिक्विड आक्सीजन सिलेंडर जब्त किए गए attacknews.in

सतना, 2 मई । मध्यप्रदेश केे सतना जिले में एक औद्योगिक इकाई के गोदाम में भारी मात्रा में लिक्विड ऑक्सीजन के भरे सिलेंडर मिले हैं।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि कोरोना के संकट के समय में आक्सीजन सिलेंडरों की जमाखोरी और मुनाफाखोरी रोकने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। यहाँ मुखबिर से मिली सूचना पर कोलगवां क्षेत्र में विंध्या इंजीनियरिंग के गोदाम में छापामार कर लगभग 400 से अधिक लिक्विड आक्सीजन सिलेंडर जब्त किए गए हैं। कार्यवाही अभी जारी है।

ईडी ने रोज वैली मामले में 304 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की,रोज वैली समूह की कंपनियों ने कई फर्जी योजनाएं बनाकर जनता से भारी-भरकम रकम लूटी थी attacknews.in

 

नयी दिल्ली, 30 अप्रैल । प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को कहा कि उसने पश्चिम बंगाल,त्रिपुरा और ओडिशा में कथित रोज वैली पोंजी घोटाले में धन शोधन के मामले के संबंध में 304 करोड़ रुपये की संपत्ति ‘‘जब्त’’ की है।

केंद्रीय जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और ओडिशा में रोज वैली समूह की कंपनियों की संपत्तियां धन शोधन निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत जब्त की गई है।’’

इसमें कहा गया है, ‘‘इनमें 47 करोड़ रुपये की 412 चल संपत्तियां और 257 करोड़ रुपये की 426 अचल संपत्तियां शामिल हैं।’’

रोज वैली समूह की कंपनियों ने कई फर्जी योजनाएं बनाकर जनता से भारी-भरकम रकम लूटी थी।

जांच एजेंसी ने बताया कि जांच में पाया गया कि आम जनता से लिए पैसों का अवैध तरीके से इस्तेमाल करते हुए समूह की विभिन्न कंपनियों के नाम पर पश्चिम बंगाल, ओडिशा, त्रिपुरा, असम, महाराष्ट्र, झारखंड और अन्य राज्यों में कई संपत्तियां खरीदी गई।

ईडी ने 2014 में कंपनी, उसके चेयरमैन गौतम कुंडु और अन्य के खिलाफ धन शोधन का आपराधिक मामला दर्ज किया और बाद में कुंडु को कोलकाता में गिरफ्तार कर लिया।

इस मामले में अब तक कई आरोपपत्र दायर किए जा चुके हैं और जांच अब भी चल रही है।

महाराष्ट्र में बिल्डर्स पर गोली चलाने और करोडों की रंगदारी मांगने के मामले में 10 साल बाद गिरफ्तार गैंगस्टर रवि पुजारी को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा attacknews.in

नासिक, 29 अप्रैल ।महाराष्ट्र में नासिक जिले के पाथर्डी फाटा में एक भवन निर्माता के कार्यालय में 10 वर्ष पूर्व गोली चलाने और 10 कराेड़ रुपये की मांग के मामले में जिला सत्र अदालत के न्यायाधीश जी पी देशमुख ने रवि पुजारी को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

इस मामले में पुजारी को गुरुवार को अदालत में पेश किया गया जहां उसे न्यायाधीश ने 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

पुजारी को वापस मुंबई के आर्थर रोड जेल में भेज दिया गया।

आरोपी ने भवन निर्माता से 10 कराेड़ रुपये की मांग की थी और उसे धमकी भी दी थी।

भवन निर्माता के कार्यालय में 25 नवंबर 2011 को गोली चलायी गयी थी और इसमें एक कर्मचारी घायल हो गया था।

इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था जिसमें से तीन लोगों को उम्रकैद की सजा वर्ष 2019 में सुनायी गयी।

नासिक के इंदिरानगर थाने में मारपीट का मामला दर्ज किया गया था और बाद में मामला राज्य आपराधिक जांच विभाग को सौंप दिया गया था।

इस मामले के चौथे आरोपी रवि पुजारी को कुछ दिन पहले पुलिस ने गिरफ्तार किया गया और नासिक की एक अदालत में पिछले शुक्रवार को मुंबई पुलिस द्वारा पेश किया गया था और अदालत ने सात दिन के लि पुलिस हिरासत में भेज दिया था।

पुजारी को पुलिस ने आज फिर अदालत में पेश किया जहां उसे 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

बांदा जेल में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी हुआ कोरोना संक्रमित,जेल के कई बंदी भी पॉजिटिव पाए गए attacknews.in

बांदा 25 अप्रैल । उत्तर प्रदेश के बांदा जिला जेल में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी कोरोना संक्रमित हो गया है।

शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जेल जाकर सैंपल लिया था। रविवार को आई रिपोर्ट में 291 लोग संक्रमित मिले हैं। इसमें मुख्तार अंसारी सहित जेल के कई बंदी पॉजिटिव पाए गए हैं।

बांदा जेल में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी कोरोना संक्रमित हो गया ।

फिलहाल मुख्तार की हालत स्थिर है। बता दें उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में मुख्तार अंसारी पर करीब 52 मुकदमें दर्ज हैं।

24 घंटे रखी जा रही नजर

मुख्तार की जेल और बैरक की निगरानी 24 घंटे की जा रही है। डीजी जेल के द्वारा लगातार मुख्तार की गतिविधियों के अपडेट जेल अधीक्षक से ली जा रही हैं। बताया जा रहा है कि CCTV कैमरे से बांदा जेल की हर गतिविधियों पर उनके द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही है।

बुंदेलखंड की गर्मी अंसारी को बांदा जेल में पंजाब जेल की अपेक्षा कम से कम 10 डिग्री अधिक तापमान बर्दाश्त करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि जहां पंजाब में 34 डिग्री तापमान था‚ वहीं बांदा में आज का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस रहा।

पिछली बार बैरक में उसे एसी नसीब था, लेकिन अब सिर्फ पंखे से ही काम चलाना पड़ रहा है। इस बार पुराने ठिकाने लौटे मुख्तार अंसारी की सभी सुविधाओं में सख्ती के साथ कटौती की गई है।

बता दें मुख्तार अंसारी के एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य महकमे की टीम ने आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए भी सेंपल लिया है। फिलहाल मुख्तार अंसारी की तबीयत स्थिर बताई जा रही है. हालांकि उन्हें कोई अभी दिक्कत नहीं हो रही है. जानकारी के मुताबिक कोरोना टेस्ट के लिए मुख्तार अंसारी का सैंपल 24 अप्रैल को लिया गया था।

इसी के साथ बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को बैरक में कोविड-19 नियमों के बीच ही रखा गया है. स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में आठवें नंबर पर उसका नाम है. जेल के दो अन्य कैदी भी कोरोना पॉजिटिव निकले हैं. सभी का एंटीजन टेस्ट हुआ है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जेल के कैदियों की कोरोना जांच लगातार तेजी के साथ की जा रही है.

जानकारी रिपोर्ट में बताया गया है कि आरटीपीसीआर व एंटी एंटीजन टेस्ट में 23 बंदियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का एंटीजन टेस्ट हुआ था।

CBI द्वारा महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के आवास और अन्य स्थानों पर छापे मारी;भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर मामला दर्ज करने के बाद की गई कार्रवाई attacknews.in

नागपुर, 24 अप्रैल । सीबीआई महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के आवास पर और यहां अन्य स्थानों पर छापे मार रही है। ये छापेमारी भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर उनके खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद की जा रही है।

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के सूत्रों ने बताया कि एजेंसी की एक टीम शुक्रवार रात नागपुर पहुंची थी और शनिवार सुबह से छापेमारी की जा रही है।

देशमुख का घर नागपुर के सिविल लाइन्स इलाके में जीपीओ स्कॉयर में है।

उन्होंने बताया कि सीबीआई की टीम देशमुख के निर्वाचन क्षेत्र कातोल कस्बे का भी दौरा कर सकती है जो नागपुर से 60 किलोमीटर दूर है।

सीबीआई ने देशमुख के खिलाफ मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच करने संबंधी बंबई उच्च न्यायालय के आदेश पर प्रारंभिक जांच शुरू करने के बाद एक प्राथमिकी दर्ज की थी।

सीबीआई मुंबई में देशमुख से जुड़े परिसरों के अलावा कई अन्य स्थानों पर तलाश कर रही है।

देशमुख ने इस महीने की शुरुआत में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था जब उच्च न्यायालय ने सीबीआई को उनके खिलाफ लगे आरोपों की जांच करने को कहा था।

NIA ने मनसुख हिरेन की हत्या में मुंबई पुलिस के अधिकारी सुनील माने को किया गिरफ्तार;सबूतों को मिटाने के साथ ही मनसुख पर दबाव डालने का भी आरोप attacknews.in

मुंबई 23 अप्रैल । एंटीलिया कांड और मनसुख हिरेन हत्या की जांच कर रही एनआईए ने आज मुंबई पुलिस के इंस्पेक्टर सुनील माने को गिरफ्तार किया।आरोप है कि सुनील माने ने सबूतों को मिटाने की कोशिश की थी. इसके साथ ही मनसुख पर दबाव डालने का भी आरोप उन पर था।

सुनील माने मुम्बई क्राइम ब्रांच की कांदिवली यूनिट यानि कि यूनिट नंबर 11 के इंचार्ज थे, इस मामले के सामने आने के बाद ही उनका ट्रांसफर लोकल आर्म्स विभाग में कर दिया गया था।

सूत्रों ने बताया कि इंस्पेक्टर सुनील माने 2, 3 और 4 मार्च को मुंबई कमिश्नर ऑफिस के कंपाउंड में स्थित सीआईयू कार्यालय गया था।3 मार्च के दिन सुनील माने भी सीआईयू में उस मीटिंग में था, जब मनसुख हिरण वहां बुलाया गया था।एनआईए को अपने जवाब में सुनील माने ने अपनी सफाई में बताया था कि वो उस समय कमिश्नर ऑफिस अपने पर्सनल बंदूक का लाइसेंस बनवाने गया था, उसे दो बंदूक के लिए लाइसेंस चाहिए था।

माने ने अपनी सफाई में बताया था कि 3 मार्च के दिन वो सीआईयू सिर्फ इसलिए गया था ताकि वो अपनी गन (बंदूक) का लाइसेंस रिन्यू करवा सके।

माने ने खुद पर लगे आरोपों को बताया था गलत;
सुनील माने ने गिरफ्तारी से पहले न्यूज चैनल से ऑफ रिकॉर्ड बातचीत में उन पर लगे आरोपों को गलत बताया था और कहा था कि वो एनआईए की जांच में सहयोग कर रहे हैं।जब महाराष्ट्र एटीएस ने सुनील माने को बुलाया था, तब सुनील माने ने बताया था कि उनकी यूनिट का नाम लिया गया था. इस वजह से एटीएस उन्हें यह जानने के लिए बुलाई थी कि उनके यहां कौन कौन काम करता है.उस समय सुनील माने ने वो लिस्ट एटीएस को दी थी।

सूत्र यह भी बताते हैं कि जिस दिन कोर्ट ने एटीएस को मनसुख हत्या मामले की जांच तुरंत रोकने और जांच एनआईए को ट्रांसफर करने का ऑर्डर दिया था, उस दिन भी एटीएस ने सुनील माने को पूछताछ के लिए बुलाया था. चूंकि कोर्ट का जांच रोकने का ऑर्डर आया तो एटीएस ने उसे ठाणे एटीएस के दरवाजे से ही लौटा दिया था।

मनसुख पर एंटीलिया कांड में गिरफ्तार होने का दबाव बनाया

सूत्रों ने यह भी बताया कि सुनिल माने 3 मार्च के दिन मनसुख को एंटीलिया कांड में गिरफ्तार होने को लेकर दबाव डाल रहे थे।हालांकि वहां और भी लोग थे जिसमें से दो लोग यानि कि सचिन वाझे और विनायक शिंदे गिरफ्तार हो चुके हैं.

हत्या के समय ठाणे गया या नहीं, जांच जारी

एनआईए को जांच में यह भी पता चला कि जब मनसुख गिरफ्तार होने के लिए राजी नही हो रहा था तब वाझे ने सुनील माने को कहा था कि मनसुख को कुछ दिनों के लिए गायब कर दिया जाए, बाकी आगे का देखा जाएगा. एनआईए कई दिनों से इस एंगल की जांच में थी, एनआईए इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि क्या सुनील माने हत्या के समय ठाणे गया था।

मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री के बेटे, बहू और पोती की हत्या;हत्यारा निकला घर का रिश्तेदार attacknews.in

रायपुर 21 अप्रैल। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री स्वं प्यारेलाल कंवर के पुत्र,उनकी बहू और मासूम पोती की आज भोर में हुई हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर एक नजदीकी रिश्तेदार को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जिले उरगा थाना क्षेत्र के भौसमा में आज भोर में स्वं प्यारेलाल कंवर के पुत्र हरीश कंवर,उनकी बहू सुमित्रा कंवर और मासूम पोती की हत्या के मामले में मृतक के बड़े भाई के साले को गिरफ्तार कर लिया।इस वारदात को अंजाम देने में एक व्यक्ति और शामिल था जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे है।

आज छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री स्वं प्यारेलाल कंवर के पुत्र,उनकी बहू और मासूम पोती की हत्यारों ने हत्या कर दी है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अज्ञात हत्यारे ने जिले उरगा थाना क्षेत्र के भौसमा में आज भोर में स्वं प्यारेलाल कंवर के पुत्र हरीश कंवर ,उनकी बहू सुमित्रा कंवर और मासूम पोती की हत्या कर दी।घटना की सूचना मिलते ही थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई।कुछ समय बाद पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा भी मौके पर पहुंच गए।

माफिया डान मुख्तार अंसारी को भाजपा नेत्री डा अलका राय ने “खास एम्बुलेंस” सेवा के लिए मुख्तार से जेल में मुलाकात स्वीकारी,अलका के खिलाफ पुलिस प्रकरण दर्ज attacknews.in

मऊ, 02 अप्रैल । उत्तर प्रदेश में मऊ विधानसभा क्षेत्र से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के पंजाब प्रांत के रोपड जेल से मोहाली न्यायालय तक यात्रा कराने वाली एंबुलेंस प्रकरण थमने का नाम नहीं ले रहा है औ शुक्रवार को यहां शहर कोतवाली में डॉ अलका राय ने मुख्तार अंसारी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।

गौरतलब हो कि गत दिनों पंजाब में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी द्वारा प्रयुक्त एंबुलेंस पर यूपी के बाराबंकी जिले का नंबर अंकित होने पर जांच की गई।

इस दौरान पंजाब जेल प्रशासन के साथ ही जिला प्रशासन ने उस एंबुलेंस को अपना होने से मना कर दिया।

इसके बाद जांच के दौरान वह “खास एंबुलेंस” मऊ जिले की वरिष्ठ भाजपा नेत्री डॉ अलका राय के अस्पताल के नाम से पंजीकृत पाया गया।

हालांकि उक्त एंबुलेंस का पंजीकरण बाराबंकी जिले से कराया गया था।

पुलिस जांच के दौरान पता चला कि बाराबंकी आरटीओ ऑफिस में डॉ अलका राय के नाम मतदाता पहचान पत्र व एड्रेस प्रूफ दिया गया था जो फर्जी निकला।

इस मामले में बाराबंकी जिले में डॉ अलका राय के खिलाफ 420 का मुकदमा दर्ज कराया गया।

दूसरी ओर मऊ के शहर कोतवाली में खुद डॉ अलका राय ने विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।

इस प्रकरण में सबसे बड़ी बात यह कि अपने बयान में डॉ अलका राय ने स्वीकार किया कि एक बार जब उनके किराए के मकान को तत्काल खाली करने का मौका आया उस समय वह जेल में विधायक मुख्तार अंसारी से मिली थी।

जिनके रहमों करम पर उनको काफी दिनों तक रहने की सहूलियत मिली थी।

उसके बाद वर्ष 2013 में विधायक के नुमाइंदों द्वारा विधायक निधि से एंबुलेंस खरीदने के नाम पर हॉस्पिटल से आवश्यक कागजात व हस्ताक्षर इत्यादि लिए गए थे।

लेकिन उसके बाद उन्हें कुछ जानकारी नहीं प्राप्त हो सकी।

ऐसे में उन्होंने विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराते हुए एंबुलेंस प्रकरण में किसी तरह की संलिप्तता से इंकार किया है।

मुख्तार की एंबुलेंस मामले मे परिवहन विभाग ने कराया मुकदमा दर्ज:

उधर बाराबंकी में माफिया सरगना मुख्तार अंसारी को पंजाब के मोहाली कोर्ट में पेश करने के लिए इस्तेमाल की गई एंबुलेंस के मामले में बाराबंकी के एआरटीओ ने शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
एआरटीओ ने अपनी तहरीर में कहा कि फर्जी वोटर आईडी के सहारे डॉ. अल्का राय ने वाहन का पंजीकरण कराया था।

सूत्रों के अनुसार पंजाब के रोपड़ जेल में बंद बसपा विधायक और माफिया मुख्तार अंसारी को मोहाली कोर्ट में पेश किए जाने के लिए बाराबंकी नंबर की एंबुलेंस का प्रयोग किया गया था।

एआरटीओ पंकज सिंह ने बताया कि एंबुलेंस संख्या यूपी 41 एटी 7171 श्याम संस हॉस्पिटल के डॉ. अल्का राय निवासी रफ़ी नगर बाराबंकी के पते पर पंजीकृत है।

जिसकी फिटनेस 2017 में समाप्त हो चुकी है।

इसे लेकर जनवरी 2020 में भेजी गई नोटिस का जवाब भी नहीं दिया गया और न ही फिटनेस का रिनीवल कराया गया।

कल देर रात कोतवाली में दी गयी तहरीर में कहा गया कि डॉ अल्का राय के पंजीकृत एंबुलेंस की पत्रावली देखी गई थी तो उसमें वोटर आईडी के आधार पर पंजीकरण कराया गया था।

वोटर आईडी का सत्यापन एसडीम नवाबगंज द्वारा कराए जाने पर वोटर आईडी फर्जी पाई गई।

यही नहीं दर्शाए गए पते का जब स्थलीय सत्यापन किया गया तो वहां पर संबंधित नंबर का कोई मकान ही नहीं मिला।

वोटर कार्ड में जो मकान नंबर 56 दर्शाया गया था वह रफी नगर में ना होकर अभय नगर में पाया गया लेकिन उस मकान में प्रदीप मिश्रा नामक व्यक्ति काफी वर्षों से रह रहे हैं।डॉ. अल्का राय वहां कभी नहीं रहती थी ।

एआरटीओ की तहरीर पर पुलिस ने डॉ. अल्का राय को नामजद करते हुए धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

इंदौर के सेल्स टैक्स विभाग के कर्मचारी द्वारा महिला कर्मचारी और पुरुष अधिकारियों के विरुद्ध आपत्तिजनक पोस्ट करने पर पुलिस ने किया गिरफ्तार attacknews.in

इंदौर, 02 अप्रैल । मध्यप्रदेश के इंदौर के महात्मा गांधी रोड़ थाना पुलिस ने वाणिज्यिक कर विभाग के एक कर्मचारी को अपने ही कार्यालय की महिला कर्मचारी और पुरुष अधिकारियों के विरुद्ध आपत्तिजनक पोस्ट व्हाट्सएप ग्रुप पर करने के आरोप में आज गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस सूत्रों ने बताया आरोपी अमित वर्मा राज्य के वाणिज्यिक कर विभाग के यहां के मोती बंगला स्थित मुख्यालय में सहायक ग्रेड तीन के पद पर पदस्थ है। अमित पर आरोप है कि उन्होंने एक व्हाट्सएप समूह बनाकर विभाग के 40 से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारी को इसमे जोड़ा और समूह में महिला कर्मियों के विरुद्ध आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट की। इसी के साथ उन पर समूह में ही अधिकारियों को धमकाने, उनका तबादला करा देने की धमकी देने के आरोप हैं। अमित के खिलाफ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।