इंदौर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में 5 गिरफ्तार; कमलनाध ने कालाबाज़ारी के मामलों व शामिल रसूखदार, सत्ताधारी लोगों की संलिप्तता की उच्चस्तरीय जाँच की घोषणा की मांग की attacknews.in

खरगोन/भोपाल 19 मई । मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के बलकवाड़ा थाना पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोप में इंदौर स्थित दो अस्पतालों के कर्मचारियों समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान ने आज पत्रकार वार्ता में बताया कि शुक्ला अस्पताल इंदौर में कार्यरत मुख्य आरोपी दिलीप पाटीदार, सीएचएल अस्पताल इंदौर में कार्यरत ओटी टेक्नीशियन रोहित पाटीदार, सचिन शितोले निवासी ठीकरी, अभिषेक कनासे निवासी जुलवानिया थाना तथा हर्ष महाजन निवासी ठीकरी को गिरफ्तार कर उनसे विभिन्न कंपनियों के 12 रेमडेसिविर इंजेक्शन जब्त किये गये। उन्हें आज खरगोन स्थित एक न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से 3 दिन का पुलिस रिमांड प्राप्त किया गया है।

प्रदेश सरकार जीवन रक्षक दवाई की कालाबाजारी के मामले में जांच की घोषणा करे-कमलनाथ

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश सरकार से कोरोना महामारी में जीवन रक्षक दवाई और इंजेक्शनों की कालाबाजारी को लेकर उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।

श्री कमलनाथ ने ट्वीट के माध्यम से कहा ‘मध्यप्रदेश में इस कोरोना महामारी में एक तरफ़ जीवन रक्षक दवाइयों, इंजेक्शनो, उपकरणो के अभाव में कई लोगों की जाने जा रही है, इसके लिये लोग आज भी दर- दर भटक रहे है, वही दूसरी तरफ़ आपदा की इस घड़ी में प्रदेश भर में भाजपा व उसके नेताओ से जुड़े हुए लोगों के नाम निरंतर इसकी कालाबाज़ारी में, नक़ली इंजेक्शन सप्लाई में प्रतिदिन सामने आ रहे है। मै सरकार से माँग करता हूँ कि इन कालाबाज़ारी के सभी मामलों की व इसमें सामने आये रसूखदार, सत्ताधारी ज़िम्मेदार लोगों की संलिप्तता की उच्चस्तरीय जाँच की घोषणा हो ’।

श्री कमलनाथ ने लिखा है कि इन मिलावटी नरपिशाचो के ख़िलाफ़ कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो, इन्हें बख्शा नहीं जावे।यह मानवता के दुश्मन है, इंसानियत के दुश्मन है। संकट की इस घड़ी में भी इनके लिये पैसा ही भगवान है। यह आपदा में भी अवसर तलाश रहे है। जनता इनको कभी माफ़ नहीं करेगी ’।

CBI द्वारा भ्रष्टाचार मामले में इफको, आईपीएल के अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी attacknews.in

नयी दिल्ली, 19 मई । केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) भ्रष्टाचार के मामले में इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लि. (इफको) और इंडियन पोटाश लिमिटेड (आईपीएल) के पूर्व अधिकारियों के 12 ठिकानों पर बुधवार को छापे मार रही है।

सीबीआई प्रवक्ता आर सी जोशी ने बुधवार को बताया कि इफको के तत्कालीन प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) यू एस अवस्थी और आईपीएल के तत्कालीन प्रबंध निदेशक परविन्दर सिंह गहलौत एवं कई अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

सीबीआई ने इसी मामले में एक निजी कंपनी के दो प्रोमोटरों, दुबई की एक कंपनी के अध्यक्ष, प्रोमोटर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष तथा इसके कर्मचारियों, अन्य निजी कंपनी के एक चार्टर्ड अकाउंटेंट तथा प्रोमोटर तथा इफको के अज्ञात निदेशकों सहित कई अन्य लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।

प्रवक्ता ने बताया कि जांच एजेंसी इन अधिकारियों के दिल्ली, गुड़गांव और मुंबई सहित देश के 12 ठिकानों पर छापे मार रही है।

मामले की जांच जारी है।

जबलपुर में युवती द्वारा शादी से इंकार करने के बाद युवक ने मचाया खूनी तांडव,युवती का भाई गंभीर,विरोध करने वाले बुजुर्ग की मौत attacknews.in

जबलपुर, 19 मई ।मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में एक युवती के शादी करने से इंकार के बाद नाराज युवक ने अपने साथियों के साथ मिलकर जमकर आतंक मचाया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार पनागर थाना क्षेत्र के राम बचौड़ा में काजल नामक युवती से जबलपुर निवासी अनुज पटेल शादी करना चाहता था।युवती ने शादी से इंकार कर दिया।

इस बात से नाराज होकर कल अनुज अपने साथी बंटू पांडे, रूपेश पटेल, राज ठाकुर, राजेश बंगाली, कृष्णा सतनामी, कुणाल रैकवार कार, स्कूटी व बाईक से पहुंचे और युवती के घर के सामने आकर गालीगलौज करने लगे।

इस बीच कुंजीलाल पाठक ने विरोध किया तो सभी ने मिलकर धारदार हथियार व डंडे और चाकू से उन पर हमला कर दिया।

इसके साथ ही युवती के भाई विवेक के साथ मारपीट करते हुए चाकू से हमला कर दिया।

पुलिस ने बताया कि दोनों घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुंजीलाल की उपचार के दौरान मौत हो गई।

पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही है।

मध्यप्रदेश कांग्रेस पार्टी के आदिवासी नेता उमंग सिंघार के खिलाफ प्रेमिका द्वारा आत्महत्या करने पर धारा 306 में पुलिस प्रकरण दर्ज attacknews.in

भोपाल 27 मई।मध्यप्रदेश कांग्रेस पार्टी के आदिवासी नेता और पूर्व मंत्री उमंग सिंघार पर अपनी प्रेमिका को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला, आईपीसी की धारा 306 के तहत पुलिस ने दर्ज चर लिया है ।

पुलिस ने सुसाइड नोट, महिला के बेटे और नौकर के बयानों के आधार पर धारा 306 के तहत यह मामला दर्ज किया गया ।

महिला के बेटे और नौकरों ने माना कि सिंघार और महिला के बीच नोकझोक होतीं रहती थी ।

पुलिस को मिले है प्रताड़ना के आरोप

सुसाइड नोट में भी लिखी थी महिला ने ऐसी ही कुछ बातें जिसके कारण उमंग सिंघार के खिलाफ ठोस प्रमाण सामने आये ।

पूर्व मंत्री के निवास पर महिला द्वारा आत्महत्या के मामले की जांच जारी

मध्यप्रदेश के शाहपुरा थाना क्षेत्र में कांग्रेस विधायक एवं पूर्व मंत्री उमंग सिंघार के निवास पर हरियाणा निवासी एक महिला द्वारा आत्महत्या का मामला उलझता हुआ नजर आ रहा है।

इस मामले में पुलिस ने पूर्व मंत्री से पूछताछ की बात से इंकार नहीं किया है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश भदौरिया ने आज बताया कि कल की इस घटना की पुलिस जांच कर रही है।

महिला का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

सुसाइड नोट आदि के संबंध में भी जांच की जा रही है।

इस घटना के संबंध में संबंधित लोगों के बयान लेने की प्रक्रिया भी चल रही है।

इस बीच शाहपुरा थाना पुलिस ने बताया कि 39 वर्षी सोनिया भारद्वाज नाम की महिला ने कल यहां शाहपुरा कॉलोनी स्थित पूर्व मंत्री उमंग सिंघार के निजी निवास पर आत्महत्या कर ली।

यह महिला हरियाणा के अंबाला की रहने वाली है और पिछले कुछ दिनों से यहां पूर्व मंत्री के निवास पर ही रह रही थी।

कल उसने मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

घटनास्थल से एक पत्र लिखा है।

इस पत्र के संबंध में भी जांच की जा रही है।

पुलिस का कहना है कि इस संबंध में आवश्यकता हुयी तो पूर्व मंत्री के बयान भी लिए जाएंगे।

पुलिस का कहना है कि घटना के वक्त पूर्व मंत्री के बंगले पर उनका एक कर्मचारी और उसका परिवार भी मौजूद था।

इनसे प्रारंभिक पूछताछ की गयी है और पता चला है कि यह महिला कुछ दिनों से यहां रह रही थी और पहले भी आयी है।

महिला विवाहित बतायी गयी है और उसका परिवार अंबाला में रहता है।

दूसरी ओर सत्तारूढ़ दल भाजपा इस मामले को एक मुद्दा बनाता हुआ नजर आ रहा है।

प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने आज ट्वीट करते हुए लिखा है कि पूर्व मंत्री के बंगले पर मृत पायी गयी युवती के सुसाइट नोट से स्पष्ट होता है कि उसे प्रेम जाल में फंसाकर उससे जीवन भर साथ निभाने का वादा किया गया था।

लेकिन ऐसा नहीं हो सका।

और वह मर गयी या मार दी गयी।

उन्होंने सवालिया अंदाज में कहा कि क्या मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री के बंगले पर ”भंवरीदेवी हत्याकांड पार्ट टू” हुआ है।

श्री पाराशर ने सिलसिलेवार ट्वीट में श्री सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को संबोधित करते हुए लिखा है कि कांग्रेस नेता के घर पर मरी पायी गयी महिला भी किसी की मां, बहन, बेटी और पत्नी थी।

लाशों को चीन्ह चीन्ह कर बोलना बंद करिए।

इस बीच राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आज यहां मीडिया से कहा कि इस मामले की पुलिस जांच कर रही है और शीघ्र ही स्थिति स्पष्ट होने की संभावना है।

लॉकडाऊन में बंद दुकान हड़पकर किसी ने ‘बेच‘ दी,त्रस्त व्यापारी ने बीवी-बच्चों समेत पुलिस आयुक्तालय में खुदकुशी की कोशिश की attacknews.in

लुधियाना, 17 मई ।लॉकडाऊन के दौरान बंद दुकान हड़पकर बेच दिये जाने व पुलिस के कोई कार्रवाई न करने से आहत एक व्यापारी ने आज पत्नी व दो बच्चों के साथ पुलिस आयुक्त कार्यालय में खुदकुशी की कोशिश की।

सीआरपीएफ कालोनी निवासी सतिंदरपाल सिंह ने पत्रकारों को अपनी व्यथा सुनाते हुए खुद पर और बीवी-बच्चों पर पेट्रोल डाल दिया था और आग लगाने जा रहा था कि पत्रकारों में से ही किसीने माचिस छीन ली। मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन पर पानी डाला गया और पुलिस आयुक्त के कमरे में ले जाया गया।

लॉकडाउन के दौरान बंद दुकान हड़पकर बेच दिये जाने व पुलिस के कोई कार्रवाई न करने से आहत एक व्यापारी ने आज पत्नी व दो बच्चों के साथ पुलिस आयुक्त कार्यालय में खुदकुशी की कोशिश की।

सतिंदरपाल सिंह के अनुसार काली सड़क पर उनकी भाटिया ऑटो पार्ट्स नाम से दुकान है। पिछले साल 22 मार्च को कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन लग गया तो उनकी दुकान बंद हो गई थी। इस दौरान वह कुछ और काम करने लगे हालांकि बीच-बीच में वह दुकान पर जाते थे और सफाई आदि कर लेते थे। आखिरी बार 28 जनवरी को गये थे और 28 मार्च को उन्हें भाई का फोन आया कि दुकान कोई पेंट करवा रहा है। पड़ोसी खोके वाले ने बताया कि दुकान किराए पर दे दी गई है। बाद में उन्हें पता चला कि दुकान विक्की नामक किसी आदमी को बेच दी गई है।

सिंह ने थाना बस्ती जोधेवाल में एसआई जसविंदर सिंह को शिकायत दी। अगले दिन जांच के बाद उनके बयान हुए पर उसके बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई। एसीपी से बात की गई तो उन्होंने जांच के बाद थाना प्रभारी गोल्डी वीर्दि को जांच के आदेश जारी कर दिए। उसके बाद कुछ अकाली नेता बीच बचाव के लिए आ गए। कोई कार्रवाई नहीं हुई और उन पर समझौता करने का दबाव डाला जाने लगा।

सिंह का आरोप है कि थाना प्रभारी ने उनके साथ बदजुबानी भी की। उन्होंने पुलिस आयुक्त से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है।

नारद स्टिंग ऑपरेशन मामले में अवैधानिक रूप से धन इकट्ठा करने पर मंत्रियों की गिरफ्तारी के बाद ममता बनर्जी ने खुद की गिरफ्तारी का प्रयास किया attacknews.in

कोलकाता ,17 मई । तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केन्द्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) से उन्हें भी गिरफ्तार करने की मांग की है।

नारद स्टिंग ऑपरेशन मामले में सीबीआई ने सुश्री बनर्जी के दो वरिष्ठ कैबिनेट सहयोगियों फिरहाद हकीम और सुब्रत मुखर्जी को शहर के निज़ाम पैलेस में गिरफ्तार किया था।

सीबीआई द्वारा नारद मामले में विधायक मदन मित्रा सहित तृणमूल कांग्रेस के तीन नेताओं को गिरफ्तार करने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री बनर्जी मध्य कोलकाता में निजाम महल पहुंचीं।

सूत्रों ने दावा किया कि सुश्री बनर्जी ने सीबीआई अधिकारी को स्पष्ट तौर पर कहा कि कि अगर तीनों को गिरफ्तार किया गया तो उन्हें भी गिरफ्तार करना होगा। इस मामले में पूर्व शहर मेयर सोवन चटर्जी को भी गिरफ्तार किया गया है।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री निजाम पैलेस की 15वीं मंजिल पर थी जहां तृणमूल नेताओं को गिरफ्तार कर रखा गया हैं। सुश्री बनर्जी ने कहा कि तृणमूल नेताओं को गैरकानूनी ढंग से गिरफ्तार किया गया है और उन्हें भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि जब तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाता तब तक वह यहां से बाहर नहीं जाएंगी। उन्होंने कहा कि विधायक को गिरफ्तार करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष की अनुमति लेना जरूरी है, जो कि इस मामले में नहीं ली गई है।
उन्होंने कहा कि आरोप पत्र को राज्यपाल की मंजूरी दिया जाना एक प्रकार से अवैध है।

पश्चिम बंगाल में नारद स्टिंग ऑपरेशन में कैमरे पर अवैध धन लेते हुए पकड़े गये ममता बनर्जी के म॔त्री फरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी,मदन मित्रा,शोभन चटर्जी गिरफ्तार,IPS अधिकारी एसएमएच मिर्जा पांचवे आरोपी जमानत पर हैं attacknews.in

कोलकाता/नयी दिल्ली, 17 मई (भाषा) नारद स्टिंग मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने तृणमूल कांग्रेस के तीन विधायकों और पार्टी के एक पूर्व नेता को गिरफ्तार किया है।

जांच एजेंसी इन नेताओं और एक अन्य आरोपी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल करेगी। अधिकारियों ने इस बारे में बताया।

नारद स्टिंग मामले में कुछ नेताओं द्वारा कथित तौर पर धन लिए जाने के मामले का खुलासा हुआ था।

केंद्रीय जांच एजेंसी ने मामले के संबंध में तृणमूल कांग्रेस के नेता फरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी और मदन मित्रा के साथ पार्टी के पूर्व नेता शोभन चटर्जी को कोलकाता में सोमवार सुबह गिरफ्तार किया।

उन्होंने बताया कि ये सभी चार नेता 2014 में कथित अपराध के दौरान मंत्री थे।

आईपीएस अधिकारी एसएमएच मिर्जा मामले में पांचवे आरोपी हैं और फिलहाल वह जमानत पर हैं।

केंद्रीय जांच ब्यूरों द्वारा गिरफ्तार किये जाने के तुरंत बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता में निजाम पैलेस स्थित सीबीआई के दफ्तर पहुंचीं और तृणमूल नेताओं को रिहा करने की मांग की, जो 2019 में तत्कालीन कोलकाता पुलिस के तत्कालीन आयुक्त राजीव कुमार से पूछताछ करने के सीबीआई के कदम के खिलाफ उनके विरोध की याद ताजा करती है।

सीबीआई सूत्रों ने बताया कि बनर्जी की कार्रवाई जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपे जाने के कलकत्ता उच्च न्यायालय के फैसले में दखल के समान है।

दिल्ली में सीबीआई के प्रवक्ता आर सी जोशी ने कहा, ‘‘सीबीआई ने आज पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री रहे चार (पूर्व) नेताओं को नारद स्टिंग ऑपरेशन मामले में गिरफ्तार किया…। आरोप है कि इन लोकसेवकों को स्टिंग ऑपरेशन के दौरान कैमरे पर गैरकानूनी रूप से धन लेते हुए पकड़ा गया था।’’

उन्होंने बताया कि अभियोजन के लिए मंजूरी मिलने के बाद पांचों आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया जा रहा है।

सीबीआई ने हकीम, मुखर्जी, मित्रा और चटर्जी के अभियोजन की मंजूरी के लिए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से संपर्क किया था।

उन्होंने बताया कि धनखड़ ने सात मई को सभी चारों नेताओं के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दी थी जिसके बाद सीबीआई ने अपने आरोप पत्र को अंतिम रूप दिया और उन्हें गिरफ्तार किया।

हकीम, मुखर्जी और मित्रा हाल में हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में विधायक चुने गये हैं जबकि चटर्जी ने भाजपा में शामिल होने के लिए तृणमूल को छोड़ा और उनके दोनों पार्टियों से संबंध हैं।

नारद टीवी न्यूज चैनल के मैथ्यू सैमुअल ने 2014 में कथित स्टिंग ऑपरेशन किया था जिसमें तृणमूल कांगेस के मंत्री, सांसद और विधायक लाभ के बदले में कंपनी के प्रतिनिधियों से कथित तौर पर धन लेते नजर आए।

जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि हकीम ने स्टिंग ऑपरेटर से पांच लाख रुपये रिश्वत लेने की बात स्वीकारी जबकि मित्रा और मुखर्जी को कैमरे पर पांच-पांच लाख रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। चटर्जी को स्टिंग ऑपरेटर से चार लाख रुपये लेते हुए देखा गया।

सीबीआई के अनुसार मिर्जा को भी कैमरे पर पांच लाख रुपये लेते हुए पकड़ा गया।

यह टेप पश्चिम बंगाल में 2016 के विधानसभा चुनाव के ठीक पहले सार्वजनिक हुआ था।

कलकत्ता उच्च न्यायालय ने स्टिंग ऑपरेशन के संबंध में मार्च 2017 में सीबीआई जांच का आदेश दिया था।

विश्वविद्यालय को मिले ₹ 48 लाख सरकारी अनुदान को अवैध तरीके से निकालने पर कुलपति,कुलसचिव, विधायक और स्टाफ समेत 11 के खिलाफ पुलिस प्रकरण दर्ज attacknews.in

रांची, 16 मई । झारखंड के बड़कागांव से कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद, विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति सहित 11 लोगों के खिलाफ बड़कागांव थाना में मामला दर्ज किया गया है।

कर्णपुरा कॉलेज के पूर्व प्राचार्य रामसेवक महतो द्वारा दायर किए गए मामले में कोर्ट के आदेश के बाद बड़कागांव थाना में यह प्राथमिकी दर्ज की गई है। बड़कागांव थाना में मुकदमा संख्या 113/21 में बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद, विनोबा भावे विश्वविद्यालय के वीसी डॉ. मुकुल नारायण देव, रजिस्ट्रार बंशीधर प्रसाद रुखैयार, डॉ. कौशलेंद्र कुमार, सुरेश महतो, संजय कुमार, कृति नाथ, विशेश्वर नाथ चौबे, कुमार महतो और अरविंद कुमार को अभियुक्त बनाया गया है।

झारखंड के बड़कागांव से कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के खिलाफ बड़कागांव थाना में एफ आई आर दर्ज हुई है।अंबा प्रसाद की उम्र 31 साल की हैं।उन्होंने 29 साल की उम्र में बड़कागांव विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर झारखंड की सबसे कम उम्र की विधायक बनने का खिताब हासिल किया और अब विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति सहित 11 लोगों के खिलाफ बड़कागांव थाना में मामला दर्ज किया गया है।

कर्णपुरा कॉलेज के पूर्व प्राचार्य रामसेवक महतो द्वारा दायर किए गए मामले में कोर्ट के आदेश के बाद बड़कागांव थाना में यह प्राथमिकी दर्ज की गई है।

बड़कागांव थाना में मुकदमा संख्या 113/21 में बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद, विनोबा भावे विश्वविद्यालय के वीसी डॉ. मुकुल नारायण देव, रजिस्ट्रार बंशीधर प्रसाद रुखैयार, डॉ. कौशलेंद्र कुमार, सुरेश महतो, संजय कुमार, कृति नाथ, विशेश्वर नाथ चौबे, भोगेश्वर कुमार महतो और अरविंद कुमार को अभियुक्त बनाया गया है. इससे पहले भी एक अन्य मामले में कॉलेज प्रबंधन बड़कागांव थाना में दर्ज केस संख्या 54/21 में आरोपी हैं।

ये है पूरा मामला

कॉलेज के शासी निकाय जिसमें अंबा प्रसाद, इंद्रजीत कुमार, टुकेश्वर प्रसाद, ज्योति जलधर समेत अन्य लोग थे, उन लोगों ने शासी निकाय के कार्य अवधि के समाप्ति के बाद भी बैठक की और 2019–20 में कॉलेज को मिलने वाले 48 लाख के सरकारी अनुदान की निकासी की।

इस बैठक की अध्यक्षता अंबा प्रसाद ने की थी।आरोप है कि शासी निकाय ने वित्तीय अनियमितता की है।इसी को लेकर झारखंड उच्च न्यायालय में एक मामला दायर किया गया था. जिसके बाद इस मामले में कोर्ट के आदेश के बाद एफआईआर दर्ज की गई है।

तैयार किए गलत दस्तावेज

अगठित वैधानिक संस्था में भाग लेकर गलत दस्तवेज तैयार किए गए. इसके साथ ही सरकारी पैसे की अवैध निकासी सहित अन्य आरोप की धाराओं में सभी को आरोपी बनाया गया है. मामले के अधिवक्ता अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि कॉलेज के शासी निकाय के गलत तरीके से चयन और उसी शासी निकाय के वित्तीय अनुमोदन से जुड़ा हुआ है।

यूनिवर्सिटी एक्ट के हिसाब से कोई भी शासी निकाय 3 साल तक ही कार्यरत रह सकता है, लेकिन इस पूरे मामले में इसका उल्लंघन हुआ है. साथ ही यह भी आरोप है कि इस शासी निकाय के जो सचिव हैं उनका भी चयन गलत तरीके से हुआ है।

मध्यप्रदेश कांग्रेस पार्टी के आदिवासी नेता उमंग सिंघार की प्रेमिका ने बंगले पर फांसी लगाकर दी जान,सुसाइड नोट में लिखा “जिंदगी में शामिल होना चाहती थी” attacknews.in

 

भोपाल 16 मई ।मध्यप्रदेश कांग्रेस पार्टी के आदिवासी नेता, विधायक और पूर्व मंत्री उमंग सिंगार के ऑफिस में उनकी फ्रेंड ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस तलाकशुदा महिला ने सुसाइड नोट में लिखा है कि उमंग अब मैं इंतजार नहीं कर सकती तुम्हारी जिंदगी में शामिल होना चाहती थी।

शाहपुरा पुलिस के अनुसार बी सेक्टर 238 में उमंग सिंगार का ऑफिस है। इसी में उन्होंने एक बेडरूम और सर्वेंट क्वार्टर भी बना रखा है। अंबाला की रहने वाली 38 वर्षीय सोनिया भारद्वाज उमंग सिंगार की मित्र थी। वह पहले भी तीन बार यहां आकर रुक चुकी थी। वह आएगी और यहां रुकेगी इसके लिए खुद उमंग सिंगार ने यहां काम करने वाले नौकर गणेश सिंह और उसकी पत्नी को बोल रखा था। कई बार उमंग सिंगार भी यहां आते थे।

यहां के कर्मचारी गणेश सिंह की पत्नी रविवार की दोपहर सफाई करने जब बेडरूम में गई तो दरवाजा अंदर से बंद था। सुबह से ही है दरवाजा नहीं खुला था यह बात उसने गणेश सिंह को बताई और गणेश सिंह ने उमंग सिंगार को। विधायक उमंग सिंघर ने अपने किसी परिचित को भेजा और जब दरवाजा खोला गया तो महिला फांसी पर लटकी थी। इसकी सूचना शाहपुरा पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट बरामद किया है। इस सुसाइड नोट में महिला ने उमंग सिंघार को संबोधित करते हुए लिखा है कि वह और इंतजार नहीं कर सकती। वाह उनकी जिंदगी में शामिल होना चाहती है। उसमें लिखा है कि उमंग तुम चीजों को समझ नहीं रहे हो। तुम गुस्से के तेज हो। उसने अपने बेटे आर्यन को यह भी लिखा है कि वह उसके लिए कुछ कर नहीं पाई है। बताया जाता है कि इस पत्र में तीन जगह उसने उमंग का नाम लिखा है।

पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। शाहपुरा पुलिस मर्ग कायम कर जांच कर रही है।

महिला के मिले सुसाइड नोट में थाना प्रभारी शाहपुरा के अनुसार सुसाइड नोट में महिला ने अपनी इच्छा से सुसाइड करना बताया है !।सुसाइड नोट में परेशान होकर आत्महत्या करने की बात कही है।यह महिला
दिल्ली से आकर रह रही थी पिछले 25 दिनों से महिला बंगले में  ही थी।

सोनभद्र में मंगेतर को बांधकर उसके सामने युवती के साथ जंगल में लकड़ी काटने वाले तीन युवकों ने किया सामूहिक बलात्कार attacknews.in

सोनभद्र, 16 मई । उत्तर प्रदेश में सोनभद्र जिले के बीजपुर क्षेत्र में धरतीडा़ड़ जंगल के पहाड़ी पर स्थित मंदिर पर मंगेतर के साथ दर्शन करने गयी युवती के साथ सामूहिक बलात्कार किये जाने का मामला प्रकाश में आया है, इस मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने आज यहां बताया की शनिवार दोपहर को बभनी क्षेत्र की रहने वाले युवती अपने मंगेतर के साथ बीजपुर क्षेत्र के धरतीड़ाड़ जंगल के मोटकी पहाड़ी स्थित एक मंदिर में दर्शन करने गई थी। उसी समय जंगल में लकड़ी काटने आये तीन युवकों ने युवती और उसके मंगेतर को बंधक बना लिया और उसे निर्जन स्थान पर ले गये और उसके साथ बलात्कार किया।

आरोपी जंगल में लकड़ी काटने आये थे. जोड़े को अकेला देखकर व सुनसान इलाका होने का फायदा उठाते हुए लड़की को तीनों ने जंगल मे ले जाकर दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया,वहीं लड़की के मंगेतर के साथ मारपीट भी की,किसी तरह दोनों वहां से बच कर भागने के बाद इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को दी।

पुलिस ने मामला दर्ज कर रविवार को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया ।पुलिस ने आरोपियों पर धारा 376 के तहत मामला दर्ज किया।

बता दें कि बभनी थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती शनिवार को अपने मंगेतर के साथ धरतीडाड़ गांव के मोटकी पहाड़ी पर स्थित हनुमान मंदिर में दर्शन पूजन करने आई थी।पूजन के बाद दोनों मंदिर से नीचे जंगली रास्ते से आ रहे थे, तभी कुल्हाड़ी से लैस तीन युवक मौके पर पहुंच गए।युवती के मंगेतर को कुल्हाड़ी के बल पर धमकाकर बंधक बना लिया और युवती को कुछ दूर झाड़ियों में खींच ले गए. जान से मार देने की धमकी देकर तीनों युवकों ने युवती के साथ सामूहिक दुष्‍कर्म की घटना को अंजाम दिया और फरार हो गए।

युवती के पिता ने पुलिस को आज सुबह तहरीर देकर बताया कि उसकी बेटी की शादी जिस व्यक्ति से लगी है वह उसी के साथ हनुमान मंदिर दर्शन पूजन करने गई थी. जहां लकड़ी लेने आए तीन लोगों ने सामूहिक दुष्‍कर्म किया. मामले की गम्भीरता को देखते हुए
सोनभद्र एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने घटना स्थल का मुआयना किया और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का आदेश दिया. विवेचना कर रहे दुद्धी सर्किल के सीओ अभिनव यादव की अगुवाई वाली टीम ने जंगल के पास से ही आरोपी तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया लिया. तीनों आरोपियों से पूछताछ जारी है।

CBI ने चिकित्सकीय उपकरण बनाने वाली कम्पनी से साढ़े तीन लाख की रिश्वत लेने वाले गुजरात के दो मेडिकल डिवाइस ऑफ़िसर को गिरफ़्तार किया attacknews.in

अहमदाबाद, 16 मई । सीबीआई ने चिकित्सकीय उपकरण बनाने वाली एक कम्पनी से कथित साढ़े तीन लाख की रिश्वत लेने वाले गुजरात के दो मेडिकल डिवाइस ऑफ़िसर को गिरफ़्तार कर लिया है।

सीबीआई की ओर से आज जारी विज्ञप्ति के अनुसार अहमदाबाद में सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन के मेडिकल डिवाइस ऑफ़िसर पराग भूषण गौतम और इसी पद पर कार्यरत उनके सहयोगी आर मोहन को एक प्रकार का चिकित्सीय उपकरण लाइसेन्स जारी करने के एवज़ में उक्त रिश्वत लेते हुए जाल बिछा कर पकड़ा गया।

भूषण के आवास से 13 लाख 90 हज़ार की नक़दी और कुछ दस्तावेज़ तथा मोहन के आवास से 11 लाख 40 हज़ार की नक़दी बरामद की गयी है।

पंजाब के अबोहर सेक्टर से करीब 13 करोड़ रुपये की ढाई किलो हेरोइन जब्त,पाकिस्तानी घुसपैठियों ने दिखाया अंजाम attacknews.in

जालंधर, 16 मई।सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने आज अबोहर सेक्टर में ढाई किलो हेरोइन जब्त की।

बीएसएफ पंजाब फ्रंटियर मुख्यालय के यहां जारी एक बयान के अनुसार जवानों ने कल सीमा पर कुछ संदिग्ध गतिविधि देखी थी। जवानों के चुनौती के बाद शरारती तत्व पाकिस्तानी सीमा में चले गये।

आज सुबह उस इलाके की तलाशी ली गई तो तीन पैकेट मिले जिनमें 2.580 किलो हेरोइन थी। हेरोइन की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 12.54 करोड़ रुपये बताई जाती है। इसके अलावा एक पिस्तौल व एक मैगजीन भी बरामद की गई है।

उत्तरप्रदेश पुलिस ने दावा किया कि गंगा में बहते हुए शवों की सात आठ साल पुरानी है तस्वीर से जनता को भड़काने पर उन्नाव में रिटायर्ड आईएएस सूर्य प्रताप सिंह पर मुकदमा दर्ज attacknews.in

उन्नाव 15 मई । उत्तर प्रदेश के उन्नाव में गंगा नदी के तट पर शवों को दफनाने को लेकर योगी सरकार पर लगातार हमले कर रहे सेवानिवृत्त आईएएस सूर्य प्रताप सिंह के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने अफवाह फैला कर जनमानस को भड़काने का मुकदमा दर्ज किया गया है।

दरअसल, श्री सिंह पिछले कुछ दिनो से सरकार की नीतियों के विरोध में ट्विटर पर अभियान छेड़े हुये थे। इसी कड़ी में पिछली 13 मई को उन्होने एक वीडियो शेयर कर उन्नाव में गंगा तट पर शवों को दफनाने का आरोप लगाया था। उन्होने कहा था कि शवों का अंतिम संस्कार हिन्दू रीति रिवाज से न करना हिंदुओ के लिए कलंक जैसा है।

उन्नाव पुलिस ने ट्वीट का संज्ञान लेते हुये दावा किया कि गंगा में बहते हुए शवों की तस्वीर सात आठ साल पुरानी है। थाना प्रभारी दिनेश चन्द्र मिश्र ने इस सिलसिले में श्री सिंह के खिलाफ महामारी एक्ट, आपदा प्रबंधन एक्ट व आईटी एक्ट के तहत कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।

हालांकि इसके बाद भी रिटायर्ड आईएएस ने सरकार पर हमला करना जारी रखा है। शनिवार को उन्होने ट्वीट कर कहा “ क्या उन्नाव में कोई लाशें नहीं तैर रही। क्या मुझपर मुक़दमा कर देने से सच बदल जाएगा। एक अन्य ट्वीट में उन्होने कहा “ बात सच हो गयी, धारा 153, 465, 505, 21, 54 और आईटी Act 67 के तहत मेरे ऊपर उन्नाव पुलिस ने मुक़दमा लिख दिया है।”

प्रभारी निरीक्षक कोतवाली सदर द्वारा दर्ज कराई गयी एफआईआर में आरोप है कि सूर्य प्रताप सिंह ने जिले के परियर घाट में सात साल पहले उतराते मिले 100 शवों की फोटो को बलिया की बता कर योगी सरकार के इशारे पर दफनाए जाने की अफवाह फैलायी जिससे जनभावनाओं को ठेस पहुंची। इसी आधार पर पुलिस ने धारा 153, 465, 505, 21, 54 और आईटी एक्ट 67 के तहत मामला दर्ज किया है।

एफआईआर दर्ज होने के बाद रिटायर्ड आईएएस ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर लिखा कि उन्नाव पुलिस का कहना है की ‘तैरती लाशों’ पर मेरे द्वारा किया गया ट्वीट भ्रामक है। फिर लिखा योगी जी ने दो दिन में लगातार दो ‘मुक़दमे’ तोहफ़े में दिए हैं। ये ‘यूपी मॉडल’ की पोल खोलने का इनाम है। फिर अगले ट्वीट में लिखा जब 25 साल में 54 ट्रान्सफ़र मेरी सदनीयत व नीतियाँ नहीं बदल सके तो एक एफआईआर क्या बदलेगी। सत्य पक्ष हमेशा सत्ता पक्ष पर भारी पड़ता है।

सदर कोतवाली प्रभारी दिनेश चंद्र मिश्र की ओर से दर्ज कराई गयी प्राथमिकी में कहा गया है कि शहर के कई संभ्रात नागरिकों द्वारा बताया गया कि सोशल मीडिया पर यूपी कैडर के सेवानिवृत्त आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने एक ट्विट किया है। जिसमें लिखा है कि 67 शवों को सरकार ने गंगा तट पर जेसीबी से गड्ढा खोदकर दफन करा दिया है। शवों का अन्तिम संस्कार हिन्दू वैदिक रीति रिवाज से न करना हिंदुओं के लिए कलंक जैसा है। यूपी का यह योगी मॉडल जीवित का इलाज नहीं मृतक का अंतिम संस्कार नहीं यह सब सेवानिवृत्त आईएएस ने लिखा है।

उन्‍होंने प्राथमिकी में कहा है कि इस ट्यूट से जिले का माहौल तनावपूर्ण हो गया है। जांच में ट्विट भ्रामक भी निकला है। पूर्व आईएसएस द्वारा पुरानी फोटो को बलिया जिले की खबर के साथ जोड़ा गया है।

श्री मिश्र ने बताया कि सूचना मिलने पर उनके द्वारा सोशल मीडिया सेल उन्नाव से संपर्क किया गया तो मीडिया सेल द्वारा सोशल मीडिया में वायरल हो रहे सूर्य प्रताप सिंह के ट्यूट तथा उनसे सम्बन्धित फोटोग्राफ को 13 जनवरी 2014 का बताया गया है, जिसमें 100 शव गंगा नदी में बहते हुए पाए गए थे।

उन्‍होने बताया कि प्राप्त अभिलेखीय सूचना के अनुसार सूर्य प्रताप सिंह ने जनमानस में भ्रम पैदा करने के उद्देश्य से आठ वर्ष पुराने फोटो को कूटरचना के द्वारा बलिया जिले की खबर के साथ जोड़कर तैयार किया है। इससे उन्नाव में विभिन्न समुदायों के बीच तनाव तथा वैमनष्यता में वृद्धि परिलक्षित हो रही है।

कोरोना महामारी के मध्य एक सेवा निवृत्त प्रशासनिक अधिकारी द्वारा इस प्रकार जानबूझकर सोशल मीडिया में ट्यूट करके अफवाह फैलाने के कारण कोरोना मरीजों में भय व दहशत का माहौल ब्‍याप्‍त हुआ है तथा विभिन्न समुदायों के बीच ईर्ष्या, दुर्भावना तथा कलुषित भाव फैला है।

उन्‍होंने कहा कि सूर्य प्रताप सिंह का यह कृत्य धारा 153/465/505 भादवि व धारा 21 उ०प्र० लोक स्वास्थ्य एवं महामारी रोग निवारण अध्यादेश 2020, धारा 54 डिजास्टर मैनेजमेन्ट एक्ट 2005 तथा 67 सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 का अपराध है ।

चित्रकूट जेल में गैंगवार,मजदूर से कुख्यात अपराधी बना मुकीम काला और मेराजुद्दीन को अपराधी अंशुल दीक्षित ने ढेर कर दिया,बाद में अंशुल को पुलिस ने मार गिराया attacknews.in

चित्रकूट 14 मई । उत्तर प्रदेश की चित्रकूट जेल में शुक्रवार को हुयी गैंगवार में कुख्यात अपराधी मुकीम काला समेत तीन दुर्दांत मारे गये।मुकीम काला करीब 15 साल की उम्र में चिनाई मिस्त्रियों के साथ मजदूरी करता था. मुकीम ने 50 करोड़ से ज्यादा की लूटपाट की थी.

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आतंक का पर्याय बन चुका मुकीम काला चित्रकूट जेल में बंद था जिसका जेल में अंदर एक अन्य अपराधी अंशु दीक्षित से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था।

इस बीच अंशु ने मुकीम काला और उसके साथी मेराजुद्दीन की हत्या कर दी। जेल में हुयी इस दुस्साहसिक घटना के बाद पुलिस ने अंशु को आत्मसमर्पण करने को कहा मगर उसके पुलिस पर गोली चलानी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में वह भी पुलिस की गोली से मारा गया।

चित्रकूट जेल में हुई गैंगवार में पश्चिम यूपी का कुख्यात बदमाश मुकीम काला ढेर, कभी करता था मजदूरी

कुख्यात बदमाश मुकीम काला गैंग के कारण साल 2013 में रंगदारी, डकैती और व्यापारियों की दिनदहाड़े हत्या से पश्चिम यूपी का कैराना देशभर में बदनाम हो गया था, मुकीम काला के नाम से व्यापारियों सहित आमजन थर्रा जाते थे. गैंग के लीडर के इशारे पर गैंग के बदमाश दिनदहाड़े व्यापारियों से रंगदारी मांगते थे और रंगदारी ना देने पर व्यापारियों की हत्या कर दी जाती थी।

2015 में कुख्यात बदमाश मुकीम काला और उसके साथी साबिर जंधेडी को नोएडा और मेरठ की स्पेशल टास्क फोर्स ने नोएडा गेट के पास से गिरफ्तार कर लिया था।उस दौरान दोनों बदमाशों से एक एके 47 रायफल, एक पिस्टल, एक रिवॉल्वर और भारी मात्रा में कारतूस भी बरामद किए थे. दोनों बदमाशों को जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया था।करीब 3 साल पहले कुख्यात बदमाश मुकीम काला गैंग का शार्प शूटर साबिर को उसके गांव जंधेडी में पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान मार गिराया था जिसके बाद मुकीम काला का गैंग बुरी तरह बिखर गया।

मुठभेड़ में साबिर के ढेर होने के बाद मुकीम काला को हरियाणा सहित अन्य राज्यों की जेलों में शिफ्ट किया जाता रहा. हाल के दिनों में कुख्यात बदमाश चित्रकूट की जेल में बंद था।ईद के दिन दोपहर के समय जेल के अंदर बदमाशों के बीच गैंगवार हुई, जिसमें मुकीम काला को मार दिया गया. मुकीम काला को मारने वाले बदमाश अंशुल दीक्षित को भी पुलिस ने मार गिराया है।

कैराना कोतवाली क्षेत्र के गांव जहानपुरा में मुकीम काला का मकान खंडहर बना हुआ है. जैसे ही मुकीम काला की चित्रकूट जेल के अंदर मौत की सूचना गांव पहुंची तो गांव में पूरी तरह सन्नाटा छा गया। कुछ ही ग्रामीण मुकीम के घर के आसपास एक दूसरे से जानकारी लेते नजर आए. गांव के रहने वाले महताब और इकराम ने बताया कि मुकीम काला करीब 15 साल की उम्र में चिनाई मिस्त्रियों के साथ मजदूरी करता था।

कुछ समय बाद मुकीम काला सहारनपुर क्षेत्र के कुख्यात बदमाश रहे मुस्तफा उर्फ कग्गा के संपर्क में आया. तभी से मुकीम काला जरायम की दुनिया का बेताज बादशाह बन गया. जिस पर हरियाणा, उत्तराखंड सहित उत्तर प्रदेश के सहारनपुर और शामली व कैराना थानों में करीब 61 मुकदमे दर्ज हैं।

गांव वालों का कहना है कि उसका परिवार कई साल से गांव में नहीं रहता, जबकि उसके बराबर में मौजूद उसके दो चाचा के मकान भी बंद पड़े हुए हैं. वहीं, कुख्यात बदमाश मुकीम काला की मौत के बाद व्यापारियों सहित आमजन ने भी राहत की सांस ली है।

मुकिम की गिरफ्तारी के दौरान इसकी निशानदेही पर कैराना से एके 47, 30 बोर पिस्टल मय दो मैगजीन तथा 65 कारतूस, रिवॉल्वर 38 बोर मय 34 कारतूस, 15 कारतूस 9 एमएम, एक मोबाइल फोन बरामद हुए थे. मुकीम पर हत्या के 16, लूट के 22 मामलों समेत कुल 61 दर्ज मामले संज्ञान में आए हैं।

शामली के जहानपुरा में रहने वाले मुस्तकीम का बेटा मुकीम बहुत जल्द जरायम की दुनिया का बादशाह बन गया था. मामूली वारदातों से अपराध की दुनिया में कदम रखा फिर पैसे की चाह में राहजनी की राह पर चल पड़ा. कुछ समय बाद कई साथियों के साथ पश्चिम उत्तर प्रदेश में आतंक बरपाने वाले कग्गा गिरोह में शामिल हो गया. शातिर कग्गा गिरोह में रहकर उसने कई जघन्य वारदातों को अंजाम दिया. कग्गा के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद उसने खुद का गिरोह बना लिया और अपने क्षेत्र के साथियों की मदद से हरियाणा, पश्चिम उत्तर, दिल्ली और उत्तराखंड में अपराध को अंजाम दिया.

सिपाही राहुल ढाका की हत्या

मुकीम पर 50 करोड़ से ज्यादा की लूटपाट और अनगिनत हत्याओं का आरोप था. सात साल पहले पांच जून को हरियाणा में दो पेट्रोल पंपों से डकैती करके भागते हुए मुकीम काला ने दिनदहाड़े सहानपुर में हसनपुर रजवाहे पर सिपाही राहुल ढाका की हत्या कर उसकी कारबाइन लूट ली थी. तनिष्क ज्वेलरी शॉप में करोड़ों की डकैती डालने के बाद सहारनपुर पुलिस ने गैंग के सभी शार्प शूटरों और उसकी पत्नी को जेल भेजा था।

सहारनपुर किए गए अपराध

सिपाही राहुल ढाका की हत्या कर कारबाइन लूटी, देवबंद में सर्राफा कारोबारी की हत्या कर लाखों की लूट. देवबंद में गोल्ड सप्लायर से एक करोड़ का सोना लूटा. तनिष्क ज्वेलरी शॉप में करोड़ों की डकैती. बेहट में एक दर्जन से ज्यादा बार रायल्टी चेक पोस्ट पर लूट. गंगोह में मीट सप्लायर से 25 लाख की लूट. गंगोह में सर्राफा कारोबारी के यहां 80 लाख का डाका. एक दर्जन से ज्यादा व्यापारियों से रंगदारी वसूली।

मुकीम के गैंग में थे 16 शूटर

मुकीम काला के गिरोह में शामली, कैराना, सहारनपुर और मुजफ्फरनगर के युवक शामिल थे. मुकीम ने अपने गैंग के साथ हरियाणा, पश्चिम उत्तर, दिल्ली और उत्तराखंड में अपराधों को इस कदर अंजाम दिया कि उत्तर प्रदेश में डेढ़ लाख और पड़ोसी राज्य ने पचास हजार का इनाम घोषित कर दिया।

मध्यप्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में लगभग 80 आरोपी गिरफ्तार;सबसे ज्यादा 30 आरोपी इंदौर और 08 भोपाल से गिरफ्तार attacknews.in

भोपाल, 13 मई । मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी की खबरों के बीच इनकी कालाबाजारी के मामले में लगभग 80 आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं। इन आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) और चाेरबाजारी निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।

राज्य के गृह विभाग की ओर से आज बताया गया कि इंजेक्शन की कालाबाजारी के संबंध में इंदौर जिले के 09, उज्जैन के 09, ग्वालियर के 04, जबलपुर के 04, शहडोल के 04, भोपाल के 02, धार के 02 और मंदसौर, छिंदवाड़ा तथा रतलाम के 01-01, इस तरह कुल 37 आरोपियों के खिलाफ गृह विभाग ने रासुका की कार्रवाई को अनुमोदित कर दिया है।

रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में रासुका में इंदौर जिले में 30 और भोपाल जिले में 08 आदेश संबंधित कलेक्टरों ने जारी किए हैं। इस तरह ये 38 आरोपी भी गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं।

शहडोल में चार आरोपियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई

शहडोल जिला प्रशासन ने रेमडेसिविर इंजेक्शन अवैध तरीके से मनमाने दामों पर बेचने के चार आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कलेक्टर सतेंद्र सिंह ने कल देर शाम इस संबंध में आदेश जारी किया। इसके अनुसार यहां के मेडिकल कालेज की लेब में कार्य करने वाले कर्मचारी दीपक गुप्ता और उज्जवल द्धिवेदी के अलावा नर्स सुषमा साहू और एक मेडिकल स्टोर संचालक अमित मिश्रा के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गयी है।