नरेन्द्र मोदी को शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में कोविड 19 की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया और राज्य की आर्थिक स्थिति डगमगाने के बारे मे केंद्र से सहयोग मांगा attacknews.in

भोपाल, 16 जून । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उन्हें प्रदेश में कोविड 19 की वर्तमान परिस्थिति से अवगत कराया।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार श्री चौहान ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान प्रदेश की आर्थिक स्थिति के मुद्दे पर भी चर्चा की।

लगभग एक घंटे 20 मिनट तक चली मुलाकात के दौरान श्री चौहान ने प्रधानमंत्री से कहा कि कोरोना के कारण राज्यों की आर्थिक स्थिति डगमगा गयी है। कोरोना कर्फ्यू के कारण राज्यों को राजस्व क्षति काफी हुयी है। उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हुए कहा कि राज्यों को पिछले साल जीडीपी का 5़ 5 प्रतिशत तक ऋण लेने की छूट थी, जिसे घटाकर इस वर्ष 4़ 5 प्रतिशत किया गया है

आधिकारिक जानकारी में यहां बताया गया कि श्री चौहान ने श्री मोदी से चर्चा में कोरोना नियंत्रण को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा अब तक किए गए प्रयासों की जानकारी दी और तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियों पर भी चर्चा की।

श्री चौहान ने कहा कि कोविड 19 की ‘थर्ड वेव’ को हम लोग कंट्रोल कर पाएँ, इसमें हम पूरी ताकत से जुटे हैं। अधिकतम टेस्ट, पॉज़िटिव आए तो आइसोलेट करना, ट्रेसिंग करना, किल कोरोना अभियान चलाते रहना, कोविड केयर सेंटर्स को चालू रखना और जनता से कोविड एप्रोरप्रियेट बिहेवियर का पालन करवाना जारी रहेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 21 जून को मध्यप्रदेश में वे स्वयं, सारे मंत्री, सांसद, विधायक, क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटीज़, अलग-अलग क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियाँ वैक्सीनेशन महाअभियान के लिए निकलेंगे। निश्चित समयसीमा में वैक्सीनेशन का कार्य किया जाए, इसके लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी का मार्गदर्शन मिला।

उन्होंने कहा कि कोविड 19 को नियंत्रित करने के मध्यप्रदेश में जो अभिनव काम किए उन पर प्रधानमंत्री श्री मोदी से चर्चा हुई। विशेषकर हर स्तर क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी ने कोविड को कंट्रोल करने में जो महत्वपूर्ण काम किया उसके बारे में जानकारी दी। कल मध्यप्रदेश में केवल 107 पाज़िटिव केस आए हैं और पाज़िटिविटी रेट 0.2प्रतिशत, कोविड पूरी तरह से नियंत्रण में है। लेकिन आगे तीसरी लहर को हम कंट्रोल कर पाएं इसके लिए इसमें हम पूरी ताकत से जुटे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन के काम को अब भारत सरकार ने पूरी तरह से अपने हाथ में लिया है, इसके लिए वे प्रधानमंत्री श्री मोदी को धन्यवाद देते है। वैक्सीन ही सुरक्षा है, 21 जून से वैक्सीनेशन अभियान को हम मध्यप्रदेश में शुरू करेंगे। इसके साथ राशन भी प्रधानमंत्री ने कृपापूर्वक नवंबर तक राशन निशुल्क देने का फैसला किया है। ठीक से निशुल्क राशन सभी जरूरतमंद बहन और भाइयों तक पहुंचे, उस अभियान पर भी प्रधानमंत्री ने मार्गदर्शन दिया है।

राज्यों की आर्थिक स्थिति डगमगाई है, कोरोना कर्फ्यू के कारण राज्यों को रेवन्यू लॉस काफी हुआ है। उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि पिछले साल जीडीपी के 5.5 प्रतिशत तक राज्यों को ऋण लेने की छूट थी। यह इस साल घट के 4.5 प्रतिशत हो गयी है। उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि अधोसंरचना के विकास के काम न रुकें इसलिए जरूरी है कि जीडीपी का 5.5 प्रतिशत ऋण राज्य फिर से ले पाएं। केंद्र सरकार इस पर गंभीरता से विचार करेगी।

मध्यप्रदेश में मंगलवार को कोरोना के 224 नए मामले सामने आए, 528 हुए स्वस्थ:अबतक संक्रमितों की संख्या 7,88,649 और मृतकों की संख्या 8615 हुई attacknews.in

भोपाल, 15 जून । मध्यप्रदेश में कोरोना के सक्रिय मरीजों की लगातार घट रही संख्या के बीच आज प्रदेश भर में कोरोना के 224 नए मामले सामने आए, तो हुयी 528 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए।

राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा यहां जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों में जहां कोरोना के 224 नए मामले सामने आए, यह कल की तुलना में कम है।वहीं, 528 नए मरीज स्वस्थ हो गए।

इसके बाद प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर अब 3610 तक पहुंच गयी है।हालांकि पिछले चौबीस घंटों के दौरान 27 मरीजों ने इस बीमारी से जान गवां दी, जिसके बाद प्रदेश में अब तक 8615 लोगों की मौत हो चुकी है।

प्रदेश में अब तक 7,88,649 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके है, तो वहीं 7,76,424 मरीज इस बीमारी से ठीक हो गए हैं।संक्रमण दर 0़ 3 रही।

इस बीच प्रदेश में सर्वाधिक मामले राजधानी भोपाल में आए, जहां 83 लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव आयी है।

यहां 1147 एक्टिव मरीज है, जिनका इलाज किया जा रहा है।

वहीं, इंदौर में 47 नए मामले सामने आए।

वहां सक्रिय मरीजों की संख्या 632 रह गयी है।

इसके अलावा जबलपुर में 14 मरीज मिले हैं।

इन तीनों जिलों को छोड़कर अन्य जिलों में दस से नीचे मरीज सामने आए हैं।

वहीं प्रदेश के 14 ऐसे जिले है, जहां कोरोना के एक भी नए मामले सामने नहीं आए है।

महंगी दर पर ‘कोवैक्सीन’ बेचे जाने पर आलोचनाओं से घिरी ‘भारत बायोटेक’ ने कहा कि,उत्पादन की पूरी लागत वसूलने के लिए निजी बाजारों में वैक्सीन को अधिक कीमत पर बेचा जाना अनिवार्य attacknews.in

हैदराबाद, 15 जून। निजी अस्पतालों और बाजार को महंगी दर पर कोविड-19 की वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ बेचे जाने को लेकर चौतरफा आलोचनाओं से घिरी उत्पादक कंपनी ‘भारत बायोटेक’ ने मंगलवार को अपना बचाव करते हुए कहा कि वैक्सीन उत्पादन की पूरी लागत वसूलने के लिए निजी बाजारों में वैक्सीन को अधिक कीमत पर बेचा जाना आवश्यक है।

हैदराबाद स्थित दवा कंपनी केंद्र सरकार को 150 रुपये प्रति खुराक इस वैक्सीन की आपूर्ति कर रही है जबकि खुले बाजार में इसकी कीमत 1,200 रुपये रखी गयी है। केंद्र सरकार द्वारा इसकी खरीद और राज्यों को आपूर्ति किये जाने से पहले कंपनी राज्यों को 400 रुपये प्रति खुराक वैक्सीन बेच रही थी।
भारत बायोटेक उत्पादित वैक्सीन का दाम बाजार में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित उसकी प्रतिस्पर्धी कोविशील्ड की कीमत से दोगुना है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोविड-19 वैक्सीन की कीमतें 10 डॉलर से 37 डॉलर (730 रुपये से 2700 रुपये) प्रति खुराक के बीच हैं।

भारत बायोटेक ने एक बयान में कहा कि वैक्सीन की कीमत कई कारकों पर निर्भर करती है। सबसे पहले तो हर किसी को याद रखना चाहिए कि वैक्सीन और अन्य फार्मास्युटिकल उत्पादों की कीमत, माल और कच्चे माल की लागत, उत्पाद की विफलता , उत्पाद विकास परिव्यय जोखिम, पर्याप्त विनिर्माण सुविधाओं की स्थापना के लिए संपूर्ण पूंजीगत व्यय, बिक्री और वितरण व्यय, खरीद की मात्रा एवं प्रतिबद्धता तथा अन्य नियमित व्यावसायिक व्यय सहित कई कारकों पर निर्भर करती है।

कंपनी ने कहा, “हमारे प्रयासों को समझने और उनकी सराहना करने के लिए तथ्यों को बड़े पैमाने पर मीडिया और जनता के समक्ष रखा जाना जरूरी है। हमारी वैक्सीन की उत्पादन प्रक्रिया अत्याधुनिक, बहु स्तरीय रोकथाम और शुद्धिकरण के उच्च मानकों से लैस है। शुद्धिकरण के उच्च मानकों से वैक्सीन अत्यधिक शुद्ध और सुरक्षित बन जाती है लेकिन उत्पादन प्रक्रिया जटिल हो जाती है और उत्पादन भी अपेक्षाकृत कम होता है।”

कंपनी अब तक चार करोड़ से अधिक खुराक की आपूर्ति कर चुकी है और यहां उल्लेखनीय है कि भारत बायोटेक ने सरकार से कोवैक्सीन से किसी भी प्रतिकूल घटना के लिए भारत सरकार से क्षतिपूर्ति नहीं मांगी है।

कंपनी ने दावा किया कि वास्तव में, कोवैक्सीन की उत्पादन प्रक्रिया की जटिलता का अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि सालाना वैक्सीन की लगभग 20 करोड़ खुराक के उत्पादन के लिए लगभग 10,000 वर्ग मीटर क्षेत्र की आवश्यकता होती है, हालांकि इतनी ही मात्रा में जीवित वायरस टीकों का उत्पादन मात्र 1,500 वर्ग मीटर में किया जा सकता है। वैक्सीन की प्रत्येक खेप जारी होने से पहले 200 से अधिक गुणवत्ता नियंत्रण परीक्षणों से होकर गुजरती है।

मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र को छोड़ शेष तीन प्रतिबंधित राज्यों राजस्थान, उत्तर प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ राज्यों की सीमाओं पर बसों का आवागमन प्रारंभ attacknews.in

भोपाल 15 जून ।परिवहन एवं राजस्व मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण कारण बसों के आवागमन के लिए प्रतिबंधित चार राज्यों में से महाराष्ट्र को छोड़कर राजस्थान, उत्तर प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ राज्यों की सीमाओं पर बसों का आवागमन प्रारंभ कर दिया गया है। महाराष्ट्र की सीमा पर बसों का आवागमन फिलहाल 22 जून तक प्रतिबंधित रखा गया है।

मंत्री श्री राजपूत ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण इन राज्यों में आवागमन 15 जून तक के लिए प्रतिबंधित किया गया था। राज्य शासन द्वारा इस संबंध में आदेश जारी कर 3 राज्यों से प्रतिबंध हटा लिया गया है ।

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति के आधार पर 22 जून के बाद बसों के संचालन पर निर्णय लिया जा सकेगा।

कोरोना संक्रमण में मध्यप्रदेश देश में 27वें नंबर पर आया;कोरोना के 224 नए प्रकरण आए और पॉजिटिविटी दर 3% पर आ गई ,टीकाकरण के लिए महा-अभियान चलेगा attacknews.in

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की

भोपाल 15 जून ।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण अब न्यूनतम स्तर पर है। देश के 28 राज्यों में संक्रमण की दृष्टि से मध्यप्रदेश 27वें स्थान पर आ गया है। यहाँ कोरोना के 224 नए प्रकरण आए हैं और पॉजिटिविटी दर 3% पर आ गई है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में व्यापक टेस्टिंग अभियान निरंतर जारी रहे, जिससे एक भी संक्रमित व्यक्ति छुपा न रहे। कोरोना की तीसरी लहर से बचे रहने के लिए ‘एग्रेसिव टेस्टिंग’ जरूरी है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि टीकाकरण कोरोना से बचाव का सुरक्षा कवच है। हर व्यक्ति कोरोना का टीका लगवाए, इसके लिए प्रदेश में टीकाकरण का महा-अभियान चलाया जाएगा, जिसकी शुरूआत एक जुलाई से होगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस और स्वास्थ्य आयुक्त श्री आकाश त्रिपाठी आदि उपस्थित थे।

3 हजार 610 एक्टिव प्रकरण

प्रदेश में कोरोना के 3 हजार 610 एक्टिव प्रकरण हैं। पिछले 24 घंटे में 528 मरीज स्वस्थ हुए हैं। प्रदेश की साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 0.4% है और रिकवरी रेट 98.4% है।

केवल भोपाल में एक प्रतिशत से अधिक पॉजिटिविटी दर

प्रदेश के 50 जिलों में एक प्रतिशत से कम साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर है। इंदौर जिले में एक प्रतिशत साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर है। केवल भोपाल जिले में एक प्रतिशत से अधिक 1.4% साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर है।

15 जिलों में शून्य प्रकरण

प्रदेश के 15 जिलों अलीराजपुर, अशोकनगर, बालाघाट, भिंड, बुरहानपुर, गुना, खण्डवा, मंडला, नरसिंहपुर, नीमच, शिवपुरी, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया और निवाड़ी जिलों में कोरोना का कोई भी नया प्रकरण नहीं आया है।

3 जिलों में ही 10 से अधिक नए प्रकरण

प्रदेश के 3 जिलों में 10 से अधिक कोरोना के नए प्रकरण आए हैं। भोपाल में 83, इंदौर में 47 और जबलपुर में कोरोना के 14 नए प्रकरण आए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोपाल में प्रकरणों की संख्या अधिक होने पर यहाँ विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।

पूरे जिले से लिए जाएँ सैम्पल

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि कोरोना की टेस्टिंग के लिए सैम्पल हर जिले के ग्रामीण एवं नगरीय सभी क्षेत्रों से लिए जाने चाहिए। इसके साथ ही सार्वजनिक स्थलों, रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड, बाजार, कॉलोनियों आदि से भी सेम्पल लिए जाने चाहिए। हमें अधिक से अधिक टेस्टिंग करना है और किसी धोखे में नहीं रहना है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग ने बताया कि भोपाल में सेम्पल लेने के लिए 100 दल कार्य कर रहे हैं, जो कि स्थान-स्थान से सेम्पल ले रहे हैं।

वैक्सीनेशन के लिए हम निकल पड़े हैं

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना से हर व्यक्ति को बचाने के लिए वैक्सीनेशन आवश्यक है। हम वैक्सीनेशन के लिए निकल पड़े हैं। वैक्सीन हमें तीसरी लहर से सुरक्षा प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि प्रभारी मंत्री, प्रभारी अधिकारी, सांसद, विधायक, समाजसेवी, समाज के विभिन्न क्षेत्रों के विशिष्ट व्यक्ति आदि सभी टीकाकरण के लिए लोगों को जागरूक करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे स्वयं सड़कों पर जाकर लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करेंगे। आगामी एक से तीन जुलाई के बीच टीकाकरण के लिए महा-अभियान चलाया जाएगा।

ब्लैक फंगस के 969 एक्टिव प्रकरण

प्रदेश में ब्लैक फंगस के कुल 969 एक्टिव प्रकरण हैं। ब्लैक फंगस के मरीज लगातार ठीक हो रहे हैं। इलाज करने वाले सभी अस्पतालों में एम्फोटैरिसिन-बी इंजेक्शन सहित सभी दवाएँ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।

प्रदेश में 1696 मरीज अस्पतालों में

प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में वर्तमान में कोरोना के 1696 (47%) मरीज उपचाररत हैं। इनमें से 786 मरीज आई.सी.यू. बेड्स, 656 ऑक्सीजन बेड्स और 254 अन्य बेड्स पर हैं। सक्रिय प्रकरणों में से 1914 (53%) मरीज होम आयसोलेशन में हैं।

मध्यप्रदेश में कोरोना की नई गाइडलाइन:कर्फ्यू परिस्थिति आधार पर लगेगा,रविवार को जनता कर्फ्यू रहेगा,कार्यालयों में सौ प्रतिशत उपस्थिति रहेगी, ऑनलाईन क्लासेस चलेगी,सभी पूजा-स्थल खुलेंगें, दुकानें और निजी कार्यालय रात्रि 8 बजे तक खुलेंगें, सभी रेस्टोरेंट,क्लब रात्रि 10 बजे तक खुलेंगें attacknews.in

भोपाल 15 जून । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में कोविड-19 के संक्रमण की दर में कमी को दृष्टिगत रखते हुए कोरोना कर्फ्यू के प्रतिबंधों के संबंध में नवीन दिशा-निर्देश जिला कलेक्टर्स को दिये हैं।

उन्होंने कहा है कि इन्हें जिला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के समक्ष रखा जाये और कमेटी के परामर्श से जिला स्तर पर वहाँ की परिस्थिति के अनुसार लागू किया जाये। कोरोना कर्फ्यू के संबंध में कलेक्टर यथोचित आदेश जारी करें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा कोरोना कर्फ्यू के प्रतिबंधों के संबंध में आज समीक्षा की गई।

मुख्यमंत्री श्री चौहान के निर्देश पर राज्य शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि सभी सामाजिक, राजनैतिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक आयोजन और मेले आदि, जिसमें जनसमूह एकत्रित होता है, प्रतिबंधित रहें। स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक प्रशिक्षण, कोचिंग संस्थान बंद रहें। ऑनलाईन क्लासेस चल सकेंगी। सभी धार्मिक और पूजा-स्थल खुल सकेंगे, किन्तु एक समय में छह से अधिक व्यक्ति उपस्थित नहीं रह सकेंगे और उपस्थित जनों को कोविड प्रोटोकाल का पालन करना बंधनकारी होगा। सभी शासकीय, अर्द्धशासकीय, निगम और मण्डल के कार्यालय अधिकारी और कर्मचारियों की सौ प्रतिशत उपस्थिति के साथ खुलेंगे।

सभी प्रकार की दुकानें, व्यवसायिक प्रतिष्ठान और निजी कार्यालय प्रात: 9 बजे से रात्रि 8 बजे तक खुल सकेंगे। शॉपिंग मॉल और जिम भी प्रात: 9 बजे से रात्रि 8 बजे तक खुल सकेंगे। सभी सिनेमा-घर, थियेटर और स्वीमिंग पूल बंद रहेंगे। सभी वृहद, मध्यम, लघु एवं सूक्ष्म उद्योग अपनी पूर्ण क्षमता पर कार्य कर सकेंगे और निर्माण गतिविधियाँ सतत चल सकेंगी। जिम और फिटनेस सेंटर रात 8 बजे तक 50 प्रतिशत कैपेसिटी पर कोविड प्रोटोकाल की शर्त का पालन करते हुए खुल सकेंगे। सभी खेलकूद के स्टेडियम खुल सकेंगे, किन्तु खेल आयोजनों में दर्शक शामिल नहीं हो सकेंगे।

सभी रेस्टोरेंट एवं क्लब 50 प्रतिशत कैपेसिटी से रात्रि 10 बजे तक खुल सकेंगे। सभी होटल और लॉज पूर्ण क्षमता के अनुसार खुल सकेंगे। विवाह आयोजनों में दोनों पक्षों को मिलाकर अधिकतम 50 लोगों की उपस्थिति की ही अनुमति दी जा सकेगी। इस प्रयोजन के लिये आयोजक को जिला प्रशासन को अतिथियों के नाम की सूची आयोजन के पूर्व प्रदाय करना आवश्यक होगा। अधिकतम 10 लोगों के साथ ही अंतिम संस्कार की अनुमति दी जा सकेगी।

अनुमत्य गतिविधियों के अलावा किसी भी स्थान पर 6 से अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने पर प्रतिबंध रहेगा। अंतर्राज्यीय और राज्यांतरिक माल एवं सर्विसेज आवागमन निर्बाध रहेगा। जिन ग्रामों में कोविड-19 के एक्टिव केस की संख्या 5 या 5 से अधिक है, उन्हें रेड जोन ग्राम के रूप में चिन्हांकित किया गया है। रेड जोन ग्रामों में और नगरीय क्षेत्रों के माइक्रो कन्टेनमेंट जोन व कन्टेनमेंट जोन में कोविड-19 संक्रमण के संबंध में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार ही गतिविधियाँ संचालित हो सकेंगी। पूरे प्रदेश के सभी नगरीय क्षेत्रों में प्रत्येक रविवार को जनता कर्फ्यू रहेगा, जो शनिवार रात्रि 10 बजे से सोमवार प्रात: 6 बजे तक प्रभावी रहेगा। पूरे प्रदेश के सभी नगरीय क्षेत्रों में रात्रि 10 बजे से प्रात: 6 बजे तक नाईट कर्फ्यू रहेगा।

प्रत्येक नागरिक कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करें, इसके लिये व्यापक जन-जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। जिला प्रशासन कोविड-19 प्रोटोकाल का जिला में पालन सुनिश्चित करायेगा और इनका उल्लंघन करने वालों पर वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। यह सभी दिशा-निर्देश 30 जून, 2021 तक प्रभावशील रहेंगे। दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराया जायेगा।

कोविड-19 प्रोटोकाल एवं कोविड उपयुक्त व्यवहार-अनुशासन

मध्यप्रदेश के व्यक्तियों और वस्तुओं का अंतर राज्य एवं राज्यांतरिक आवागमन निर्बाध रूप से संचालित होगा। अंतर राज्य मार्गों पर राज्य की सीमा पर प्रदेश में प्रवेश कर रहे नागरिकों की थर्मल स्क्रीनिंग की जायेगी। दुकानों में गोले बनाकर ग्राहकों के मध्य पर्याप्त दूरी सुनिश्चित कर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जायेगा। ‘नो मास्क-नो सर्विस’ अर्थात जिस ग्राहक ने फेस मास्क नहीं पहन रखा होगा, तो उसको दुकानदार द्वारा कोई सामान विक्रय नहीं किया जायेगा। दुकानदार स्वयं भी मास्क का उपयोग करेंगे। यदि कोई दुकानदार ‘नो मास्क-नो सर्विस’ प्रोटोकाल का उल्लंघन करता पाया जाता है तो दुकान को नियमानुसार सील करने की कार्यवाही की जा सकेगी।

अनुमत्य सामाजिक कार्यक्रमों में सामाजिक दूरी का पालन करना होगा। हैण्डवॉश और सेनेटाइजेशन की व्यवस्था करनी होगी और सभी शामिल व्यक्तियों को फेस मास्क लगाना होगा। इसे आयोजक द्वारा सुनिश्चित किया जाना अनिवार्य होगा।

प्रत्येक नागरिक को फेस मास्क लगाना चाहिए, क्योंकि फेस मास्क पहनना एक आवश्यक निवारक उपाय है। आपस में सामाजिक दूरी बनाई जानी चाहिए, जिससे कि कोविड संक्रमण को प्रभावी रूप से रोका जा सके। सभी व्यक्ति को यह सलाह भी दी गई है कि वे किसी ऐसी सतह जो सार्वजनिक संपर्क में है, को छूने के उपरांत साबुन और पानी से हाथ धोएं या सेनेटाइजर का उपयोग करें।

कोरोना के दैनिक मामलों में कमी, 75 दिन बाद दर्ज किए गए करीब 60 हजार केस;देश में अब तक 25 करोड़ 90 लाख 44 हजार 072 लोगों का टीकाकरण attacknews.in

नयी दिल्ली 15 जून । देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के दैनिक मामलों में लगातार कमी आ रही है और पिछले 24 घंटों के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में संक्रमण के 60,471 नये मामले दर्ज किए, जो पिछले 75 दिनों में सबसे कम हैं।

इस बीच सोमवार को 39 लाख 27 हजार 154 लोगों को कोरोना के टीके लगाये गये। देश में अब तक 25 करोड़ 90 लाख 44 हजार 072 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में 60,471 नये मामले आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर दो करोड़ 95 लाख 70 हजार 881 हो गया। इस दौरान एक लाख 17 हजार 525 मरीज स्वस्थ हुए हैं जिसे मिलाकर देश में अब तक दो करोड़ 82 लाख 80 हजार 472 लोग इस महामारी को मात दे चुके हैं। सक्रिय मामले 59 हजार 980 कम होकर नौ लाख 33 हजार 378 रह गये हैं।
पिछले 24 घंटों के दौरान 2726 मरीज अपनी जान गंवा बैठे और इस बीमारी से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर तीन लाख 77 हजार 031 हो गयी है।

देश में सक्रिय मामलों की दर 3.09 फीसदी, रिकवरी दर 95.64 फीसदी और मृत्यु दर 1.28 फीसदी है।
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में सक्रिय मामले 8195 घटकर 150422 हो गये हैं। इसी दौरान राज्य में 14732 और मरीजों के ठीक हाेने के बाद कोरोनामुक्त होने वालों की तादाद बढ़कर 5654003 हो गयी है जबकि 1592 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 112696 हो गया है।

केरल में इस दौरान सक्रिय मामले 9185 कम हुए हैं और इनकी संख्या अब 114248 रह गयी है तथा 16743 मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोना को मात देने वालों की संख्या बढ़कर 2610368 हो गयी है जबकि 161 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 11342 हो गयी है।

खरगोन जिला अस्पताल के कोविड आईसीयू ऑक्सीजन सप्लाई सिस्टम में अचानक ब्लास्ट के साथ आग से हड़कंम मचा,मरीज सहित स्टाफ,में मची अफरा-तफरी attacknews.in

खरगोन, 14 जून ।मध्यप्रदेश के खरगोन जिला अस्पताल के कोविड-19 आईसीयू वार्ड में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले कक्ष में मामूली विस्फोट के बाद ऐहतियातन वहां से मरीजों को हटाना पड़ा।

खरगोन के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डीएस चौहान ने बताया कि कोविड आईसीयू में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले कक्ष में अचानक विस्फाेट हो जाने के चलते वहां मौजूद 4 मरीजों को दूसरे आईसीयू में स्थानांतरित किया गया। कक्ष की आग को शीघ्र ही नियंत्रित कर बड़े हादसे को टाल दिया गया।

खरगोन जिला अस्पताल के कोविड आईसीयू ऑक्सीजन सप्लाई सिस्टम में अचानक ब्लास्ट के साथ आग से हड़कंम मच गया. आईसीयू में भर्ती मरीज सहित ड्यूटी पर तैनात अस्पताल स्टाफ, डॉक्टर एवं सुरक्षा में मौजूद पुलिस में अफरा-तफरी मच गई. आग पर थोड़ी ही देर में काबू कर लिया गया।

आग के कारण प्रेशर एवं अधिक गर्मी होने से आईसीयू ऑक्सीजन सप्लाई सिस्टम की कंट्रोल पैनल का वॉल भी फट गया. जिससे ऑक्सीजन का धुंआ पूरी यूनिट में भर गया।जल्द ही डॉक्टर नर्सिंग स्टाफ एवं पुलिस डयूटी पर तैनात जवान ने यूनिट से ऑक्सीजन सिलेंडर हटाएं।

यूनिट के ब्लास्ट होने से कोई जनहानि नहीं हुई लेकिन ऑक्सीजन सप्लाई बन्द होने से कोविड के चार मरीजों कि जान जरूर खतरे में पड़ गई थी।मगर अस्पताल में मौजूद पुलिस लोगों ने सूझबूझ से काम लेते हुए ताबड़तोड़ चारो मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर पर लेकर दूसरे मिनी आईसीयू में शिफ्ट कर दिया. तब चारों मरीजों को बचाया जा सका।

घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय कांग्रेस विधायक रवि जोशी, सीएमएचओ एससी चौहान,एसडीएम, तहसीलदार एवं सिविल सर्जन पहुंचे।सब कुछ ठीक होने से सभी ने राहत की सांस ली।डयूटी पर तैनात रानू पाटीदार,पुलिस जवान राजेश पटेल एवं ऑक्सीजन सप्लाई पर तैनात विजय कि सभी ने तारीफ की है।वहीं कोविड आईसीयू में इस तरह के फाल्ट से क्षेत्रीय विधायक रवि जोशी ने गुणवत्ता पर सवाल उठाए है. जांच कर कार्रवाई की बात कहीं है।

मध्यप्रदेश में हवा से बनेगी ऑक्सीजन :30 सितंबर तक 111 पीएसए प्लांट मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल और कम्युनिटी हॉस्टिपटल में लगाने के आदेश attacknews.in

भोपाल, 14 जून । कोरोना की दूसरी लहर के दौरान इलाज के उपयोग में आने वाली ऑक्सीजन की अभूतपूर्व कमी का सामना कर चुके मध्यप्रदेश में 30 सितंबर तक 111 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो जाएंगे।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य को ऑक्सीजन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। इस क्रम में कोविड-19 के उपचार में प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति की समस्या के निराकरण के कारगर उपाय के तौर पर लगाये जा रहे पीएसए (प्रेशर स्विंग एडजॉर्पशन) ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो चुके हैं। राज्य सरकार की ओर से मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल और कम्युनिटी हॉस्टिपटल में 111 हवा से ऑक्सीजन बनाने की अनूठी टेक्नोलॉजी पर आधारित पीएसए ऑक्सीजन प्लांट लगाने के आर्डर दिये गये हैं।

शासन द्वारा जारी आदेश के अनुक्रम में अब तक 20 प्लांट लगाये जा चुके हैं

मध्यप्रदेश में रविवार को कोरोना के कारण 18 की मौत, 274 संक्रमित आए सामने,अबतक संक्रमितों की संख्या 7,88,183 और मृतकों की संख्या 8552 हुई attacknews.in

भोपाल, 13 जून । मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होेने के बीच 18 संक्रमितों की मृत्यु दर्ज होने के साथ ही 274 नए मामले सामने आए।
एक्टिव केस घटकर 4251 पर आ गए हैं।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार 76,880 सैंपल की जांच में 274 पॉजीटिव और 76,606 निगेटिव निकले।हालाकि 207 सैंपल रिजेक्ट भी हुए।संक्रमण दर 0़ 3 प्रतिशत रही।

आज सबसे अधिक संक्रमित भोपाल जिले में 88 मिले।इसके बाद इंदौर में 82, ग्वालियर में 0, जबलपुर में 18, उज्जैन में 6, रीवा में 5, खरगोन में 6, बैतूल में 6, धार में 3 और शिवपुरी तथा सतना में 0-0 मामले सामने आए।कुल 18 जिलों में एक भी नया प्रकरण सामने नहीं आया।

स्वस्थ होने वालों की संख्या 780 रही।

कुल 18 मौतों में से दो दो इंदौर, भोपाल, जबलपुर और बैतूल जिले में दर्ज की गयीं।

राज्य में कुल 8552 लोगों की मृत्यु अब तक कोरोना के कारण दर्ज की गयी हैं।

बुलेटिन के अनुसार राज्य में अब तक एक करोड़ नौ लाख छह हजार तीन सौ अठारह सैंपल की जांच में 7,88,183 पॉजीटिव पाए गए हैं अौर 7,75,380 व्यक्ति कोरोना संक्रमण को मात देने में सफल रहे।

वर्तमान में एक्टिव केस 4251 हैं, जिनमें से सबसे अधिक 1291 भोपाल में हैं।

इसके अलावा इंदौर में 695, ग्वालियर में 75 और जबलपुर में 145 हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच में चीन द्वारा असहयोग करने की बात को स्वीकार किया,चीन ने अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की वुहान यात्रा के दौरान उनसे अपना डेटा छुपाया था attacknews.in

लंदन, 13 जून । विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम गेब्रेयेसस ने चीन से कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच में सहयोग करने का आह्वान किया है।

‘द वाल स्ट्रीट जर्नल’ ने जी7 शिखर सम्मेलन के बाद डॉ. टेड्रोस के हवाले से कहा, “जैसा कि आप जानते हैं कि हमें चीनी पक्ष से सहयोग की आवश्यकता होगी। हमें इस वायरस की उत्पत्ति को समझने, जानने या खोजने के लिए पारदर्शिता की आवश्यकता है… रिपोर्ट जारी होने के बाद डेटा साझा करने में कठिनाइयां रहीं।”

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक के अनुसार, जी7 नेताओं ने शनिवार को महामारी के कारणों पर चर्चा की और कोविड-19 की उत्पत्ति की जांच के अगले चरण की तैयारी चल रही है।

डॉ. टेड्रोस ने कहा कि चीन से अधिक सहयोग और पारदर्शिता की उम्मीद है।

गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने हाल ही में अमेरिकी खुफिया समुदाय को नोवेल कोरोना वायरस की उत्पत्ति की फिर से जांच करने और यह निर्धारित करने में मदद करने के लिए एक रिपोर्ट तैयार करने का आदेश दिया कि क्या यह बीमारी किसी प्रयोगशाला से लीक हुई है या किसी संक्रमित जानवर से मानव में फैली है। चीन हालांकि प्रयोगशाला से इस वायरस के लीक होने के सिद्धांत को साजिश करार देता रहा है।

अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने इस वर्ष जनवरी में वुहान की यात्रा की, जहां उन्होंने कोविड-19 के वायरस की उत्पत्ति के सुराग के लिए एक प्रयोगशाला, अस्पतालों और बाजारों की जांच की। डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञ मिशन ने तब एक रिपोर्ट तैयार की थी जिसमें कहा गया था कि वुहान की एक प्रयोगशाला से नये कोरोनावायरस के लीक होने की संभावना बहुत कम है।

मार्च में जारी की गयी रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे अधिक आशंका है कि नया वायरस चमगादड़ों से मनुष्यों में एक मध्यस्थ के माध्यम से फैलता है। इस रिपोर्ट के प्रकाशन के बाद डॉ. टेड्रोस ने कहा कि चीन ने अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की वुहान यात्रा के दौरान उनसे अपना डेटा छुपाया था।

घरेलू मार्गों पर हवाई यात्रा करने वालों की संख्या एक बार फिर 1 लाख के पार पहुंचीं,कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान दैनिक संख्या घटकर 40 हजार से भी कम रह गई थी attacknews.in

नयी दिल्ली 13 जून । घरेलू मार्गों पर हवाई यात्रा करने वालों की संख्या शनिवार को एक बार फिर एक लाख के पार पहुंच गई।

कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान विमान यात्रा करने वालों की दैनिक संख्या घटकर 40 हजार से भी कम रह गई थी। कम से कम एक महीने बाद यह आंकड़ा एक लाख के पार पहुंच पाया है।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय के आज जारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को 1,124 उड़ानों में 1,07,371 यात्रियों ने अपने गंतव्यों के लिए प्रस्थान किया। महामारी की दूसरी लहर के कारण यात्रियों की संख्या में गिरावट के दो प्रमुख कारण थे — यात्रियों में संक्रमण का डर और कई राज्य सरकारों द्वारा हवाई यात्रियों के लिए लगाई गई कड़ी शर्तें।

पिछले साल 25 मार्च से दो महीने के लिए देश में नियमित यात्री उड़ानें पूरी तरह बंद रही थीं। उसके बाद 25 मई 2020 से घरेलू मार्गों पर नियमित उड़ानें दुबारा शुरू की गई थीं। फरवरी 2021 तक हर महीने यात्रियों की संख्या बढ़ती रही। फरवरी में यह आंकड़ा 78.27 लाख पर पहुंच गया। महामारी की दूसरी लहर की आहट से मार्च में मामूली गिरावट के साथ यह संख्या 78.22 लाख पर आ गई थी। अप्रैल में महामारी के विकराल रूप लेते ही इसमें 27 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।

फरवरी 2021 में रोजाना औसतन दो लाख 80 हजार लोगों ने हवाई सफर किया था। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण अप्रैल में यह संख्या घटकर 1.91 लाख के करीब रह गई थी। मई के आधिकारिक आंकड़े आने अभी बाकी हैं।

मध्यप्रदेश में 15 जून तक नई गाइड लाइन,तीसरी लहर की चेतावनी सामने,ब्लैक फंगस की चुनौती बनी हुई है,राजनैतिक,सामाजिक, जुलूस- जलसे,भीड़ वाली गतिविधियाँ, स्कूल-कॉलेज,खेलकूद,स्टेडियम में कार्यक्रम आदि पर भी प्रतिबंध attacknews.in

शादी-विवाह में दोनों पक्षों के 20-20 व्यक्ति सम्मिलित हो सकेंगे – शिवराज सिंह चौहान

प्रदेश में किल-कोरोना अभियान जारी रहेगा। सर्दी, खांसी, जुकाम के प्रकरण मिलते ही इलाज आरंभ किया जाएगा

जिन व्यक्तियों की कोरोना से मृत्यु हुई है, उनके प्रमाण पत्र के संबंध में भी राज्य सरकार शीघ्र निर्णय लेगी

विधायकगण अब विधायक निधि से 50 प्रतिशत तक का उपयोग जरूरतमंदों की मदद के लिए कर सकेंगे

भोपाल, 13 जून । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में होने वाले विवाह कार्यक्रमों में अब वर-वधु पक्ष के 20-20 व्यक्ति सम्मिलित हो सकेंगे और इसमें शामिल होने वाले सभी व्यक्तियों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य होगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश के जिलों की क्राइसिस मैनेजमेन्ट कमेटी के सदस्यों को निवास से वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों से प्राप्त सुझावों के आधार पर 15 जून तक नई गाइड लाइन जारी की जायेगी। कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों के साथ-साथ सभी अनाथ बच्चों के जीवन-यापन, आहार, शिक्षा और उनके आसरे की व्यवस्था सरकार और समाज द्वारा की जायेगी। सरकार संवेदशील है, किसी को भी मजबूर और बेबस नहीं रहने दिया जायेगा। कोरोना काल में बेसहारा हो गये परिवारों के संबंध में संवेदनशीलता के साथ निर्णय लिया जायेगा। इस दौरान जिन व्यक्तियों की कोरोना से मृत्यु हुई है, उनके प्रमाण पत्र के संबंध में भी राज्य सरकार शीघ्र निर्णय लेगी।
विधायकगण अब विधायक निधि से 50 प्रतिशत तक का उपयोग जरूरतमंदों की मदद के लिए कर सकेंगे।

श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण का संकट अभी गया नहीं है। तीसरी लहर की संभावना है। सावधानी और सतर्कता की आवश्यकता है। इसलिए प्रदेश में राजनैतिक, सामाजिक गतिविधियाँ, जुलूस-जलसे, भीड़ वाली गतिविधियाँ प्रतिबंधित रहेंगी। स्कूल-कॉलेज,खेलकूद, स्टेडियम में कार्यक्रम आदि पर भी प्रतिबंध रहेगा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में जन-भागीदारी मॉडल के प्रभावी क्रियान्वयन के परिणामस्वरूप कोरोना संक्रमण नियंत्रण में है। हमें तीसरी लहर को रोकने के लिए लगातार सक्रियता बनाए रखना होगी। कोरोना अनुरूप व्यवहार का पालन गंभीरता से करने से संक्रमण पुन: नहीं फैलेगा।

उन्होंने समिति सदस्यों से कोरोना संक्रमण नियंत्रण, बाजार और व्यापारिक गतिविधियों को खोलने और टीकाकरण के संबंध में सुझाव भी माँगे।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में संक्रमण नियंत्रण में है। ग्राम, वार्ड, नगर और जिला स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेन्ट कमेटियों द्वारा संभाले गए दायित्व, परिश्रम और सहयोग के कारण ही कोरोना पर नियंत्रण पाया जा सका है। अब स्थिति सुखद है। आज केवल 274 केस आए हैं। बीस जिलों में एक भी प्रकरण नहीं है। केवल भोपाल, इंदौर और जबलपुर में प्रकरण दो डिजिट में हैं। पॉजिटिविटी रेट 0.3 प्रतिशत पर पहुँच गयी है। यह सब लोगों के परिश्रम और जन-सहयोग से संभव हो पाया है।

उन्होंने कहा कि तीसरी लहर की चेतावनी सामने है और ब्लैक फंगस की चुनौती बनी हुई है। अभी क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों का काम समाप्त नहीं हुआ है। इन कमेटियों ने ग्राम, वार्ड, जिला और नगर स्तर पर बेहतर टीम के रूप में कार्य किया है। अभी आगे भी इन्हें जिम्मेदारी संभालनी है।

मुख्यमंत्री ने लोगों को चेताया कि इंग्लेंड में 90 दिन लॉकडाउन के बाद अनलॉक के साथ ही कोरोना के प्रकरण बढ़ने लगे हैं। अत: कोरोना की लहर को रोकने और उसकी तीव्रता को कम करने की व्यवस्था आवश्यक है। प्रदेश में 80 हजार टेस्ट प्रतिदिन होंगे। टेस्ट में पॉजिटिव आने पर प्रत्येक की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग कराई जाएगी। जो व्यक्ति पॉजिटिव आया है उसे होम आयसोलेशन में या कोविड केयर सेंटर में रखा जाएगा। प्रदेश में किल-कोरोना अभियान जारी रहेगा। सर्दी, खांसी, जुकाम के प्रकरण मिलते ही इलाज आरंभ किया जाएगा।

मध्यप्रदेश सरकार कोरोना संकटकाल के दौरान अनाथ हुए बच्चों की शिक्षा, आश्रय और भोजन की व्यवस्था करेगी,इससे संबंधित योजना शीघ्र घोषित की जाएगी attacknews.in

भोपाल, 13 जून । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि राज्य सरकार अनाथ हुए बच्चों की शिक्षा, आश्रय और भोजन की व्यवस्था करेगी और इससे संबंधित योजना शीघ्र ही घोषित की जाएगी।

श्री चौहान यहां वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी 52 जिलों में कोरोना की स्थिति की समीक्षा के साथ ही जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट समितियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान ने कहा कि सरकार ने कोरोना संकटकाल के दौरान कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों के संबंध में निर्णय लिए हैं, लेकिन ऐसे बच्चों की भी चिंता सरकार करेगी, जो कोविड के अलावा अन्य कारणों से अनाथ हुए हैं।

श्री चौहान ने कहा कि यह सरकार संवेदनशीलता के साथ कार्य करने वाली है। इसलिए हम कोविड के अलावा भी अनाथ हुए बच्चों की चिंता कर रहे हैं। सरकार इनके आश्रय, आहार और शिक्षा की व्यवस्था करेगी। इससे संबंधित योजना बनाकर शीघ्र ही घोषित की जाएगी।

उन्होंने संकेत दिए कि इस संबंध में समाज का सहयोग भी लिया जा सकता है।

इसके पहले श्री चौहान ने कहा कि राज्य में कोरोना की स्थिति और नियंत्रण में आ रही है। आज 274 नए काेरोना संक्रमित मिले। सिर्फ इंदौर, भोपाल और जबलपुर में ही दहाई की संख्या में प्रकरण हैं। संक्रमण दर घटकर 0़ 3 प्रतिशत हो गयी है। ब्लैक फंगस के इलाज की व्यवस्थाएं भी की गयी हैं। सरकार प्रतिदिन लगभग 80 हजार कोरोना जांच करने का प्रयास जारी रखेगी। राज्य के प्रत्येक कोने में जांच की जाएंगी। राज्य में कोविड केयर सेंटर चलते रहेंगे और किल कोरोना अभियान भी चलता रहेगा।

श्री चौहान ने कोरोना संक्रमण पर बेहतर काबू पाने के लिए वैक्सीनेशन अभियान पर भी जोर दिया और कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी भी इस दिशा में कार्य करें। जनजागरुकता भी इसके लिए जरुरी है। हम बार बार लॉकडाउन नहीं कर सकते हैं, इसलिए सभी इस बात को समझें और कोरोना रोकने के लिए आवश्यक सभी दिशानिर्देशों का पालन करें।
बैठक में विभिन्न जनप्रतिनिधि और सभी 52 जिलों के प्रशासन भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़े।

श्री चौहान ने कहा कि हमें संक्रमण को नियंत्रित भी करना है और रोजगार एवं व्यापार चलाना भी है। दुकानदारों, ग्राहकों, राहगीरों के लिए क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों को नियम बनाने होंगे। कोरोना से बचाव में मास्क रामबाण है, अत: मास्क के उपयोग, परस्पर दूरी बनाए रखने, बार-बार हाथ धोने और भीड़ न लगाने के संबंधी नियमों का हम सबको पालन करना होगा। जन-भागीदारी से यह व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करें और मध्यप्रदेश को देश में मॉडल राज्य के रूप में स्थापित करें।

उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना, मुख्यमंत्री कोविड-19 विशेष अनुग्रह योजना, मुख्यमंत्री कोविड योद्धा कल्याण योजना, मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना, मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकम्पा नियुक्ति योजना जैसी जन-हितैषी योजनाएँ लागू की गई हैं। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियाँ जिला स्तर पर इन योजनाओं का पूरी संवेदनशीलता और सक्रियता से क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।

अनलाॅक वाले स्थानों पर भीड़ को नियंत्रित करने क्राइसिस मैनेजमेंट दे अपना सुझाव- शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अनलाॅक वाले स्थानों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए क्राइसिस मैनेमेंट अपना सुझाव दें।

श्री चौहान ने आज ट्वीट के माध्यम से कहा कि “मैं देख रहा हूँ कि जहाँ हमने अनलॉक किया है, वहाँ कुछ-कुछ जगह भीड़ अनियंत्रित हो रही है। हमें यह नहीं होने देना है। हम बार-बार लॉकडाउन नहीं कर सकते। प्रदेश के हित को ध्यान में रखते हुए क्राइसिस मैनेजमेंट अपना सुझाव दें।

उन्हाेंने कहा है कि क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के लोग प्रदेश में संक्रमण की रोकथाम के साथ वैक्सीनेशन के लिए भी लोगों को जागरुक करें।

मध्यप्रदेश में शनिवार को 3 माह बाद कोरोना के मामले 400 से कम आये ,24 लोगों की मौत, अबतक संक्रमितों की संख्या 7,87,909 और मृतकों की संख्या 8,534 हुई attacknews.in

भोपाल, 12 जून । मध्यप्रदेश में आज कोरोना संक्रमण के 337 नये मामले सामाने आये है, वहीं इस महामारी से 24 लोगों की जान चली गयी।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से देर शाम जारी बुलेटिन के अनुसार आज 77,838 सैंपल की जांच में 337 लोगों में कोरोना संक्रमण के लक्षण मिले है। और वहीं 7,7501 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव पाये गये। वहीं 147 सैंपल को रिजेक्ट कर दिया गया। आज संक्रमण दर 0़ 4 प्रतिशत रही। इस तरह राज्य में अब तक 7,87,909 लोग संक्रमित हो चुके हैं, हालाकि इनमें से अब तक 7,74,600 लोग ठीक हो चुके हैं।

मध्यप्रदेश में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 337 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या 7,87,909 तक पहुंच गयी।

प्रदेश में तीन महीने से अधिक समय बाद कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 400 से कम आये हैं। दो मार्च को प्रदेश में 331 नये मामले आये थे, जबकि तीन मार्च को 417 नये मामले आये थे और उसके बाद नये मामलों में और बढ़ोतरी हुई थी।

राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से प्रदेश में 24 और व्यक्तियों की मौत हुई है। प्रदेश में अब तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 8,534 हो गयी है। यह जानकारी मध्यप्रदेश स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने दी है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के 52 जिलों में से 13 जिलों शिवपुरी, सीहोर, कटनी, सीधी, बालाघाट, झाबुआ, टीकमगढ़, सिवनी, मंडला, गुना, खंडवा, अलीराजपुर, एवं भिंड में पिछले 24 घंटों में एक भी नया कोरोना संक्रमित व्यक्ति नहीं पाया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शनिवार को कोविड-19 के 96 नये मामले इंदौर में आये, जबकि भोपाल में 93 एवं जबलपुर में 23 नये मामले आये।

अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में कुल 7,87,909 संक्रमितों में से अब तक 7,74,600 मरीज स्वस्थ हो गये हैं और 4,775 मरीजों का इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि शनिवार को कोविड-19 के 985 रोगी स्वस्थ हुए हैं।