वैक्सीन की अग्रिम जानकारी:केंद्र सरकार,राज्यों को 1 मई, से 15 जून.तक 5 करोड़, 86 लाख, 29 हजार खुराकें निशुल्क देगी जबकि कंपनियों द्वारा सीधी खरीद में जून में 4 करोड़, 87 लाख, 55 हजार खुराकें उपलब्ध करवाई जाएगी attacknews.in

केंद्र सरकार द्वारा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 15 जून, 2021 तक उपलब्ध वैक्सीन खुराकों की अग्रिम सूचना

राज्यों को सलाह कि कोविड वैक्सीन की अग्रिम जानकारी और प्रचार के लिये वे जिलावार कोविड वैक्सीन केंद्र (सीवीसी) के बारे में योजना बनायें

सीवीसी को अग्रिम रूप से कोविन परसमय-सारिणी प्रदर्शित करनी होगी, ताकि वैक्सीन केंद्रों पर भीड़ न जमा हो

नईदिल्ली 19 मई । कोविड-19 टीकाकरण का उदार मूल्य-निर्धारण और टीकाकरण के तेज तीसरे चरण की रणनीति पर अमल किया जा रहा है। यह रणनीति एक मई, 2021 से शुरू हो गई थी।

रणनीति के अंग के रूप में हर महीने केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला से मान्यता प्राप्त वैक्सीनों में से 50 प्रतिशत वैक्सीन केंद्र सरकार खरीदेगी।

केंद्र सरकार लगातार केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला से मान्यता प्राप्त वैक्सीनों का 50 प्रतिशत हिस्सा राज्य सरकारों को निशुल्क प्रदान करती रहेगी, जैसा कि पहले भी किया जा रहा था। इसके अलावा, हर महीने 50 प्रतिशत वैक्सीन राज्य सरकारों और निजी अस्पतालों के लिये सीधी खरीद के लिये उपलब्ध कराई जायेंगी।

स्वास्थ्य मंत्रालय कोविड वैक्सीन की खुराकों के बारे में अग्रिम सूचना राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को देता रहा है।

यह सूचना महीने के दो पखवाड़ों में दी जाती है कि कितनी खुराकें दी जायेंगी। यह भी सूचना दी जाती है कि राज्य और निजी अस्पताल वैक्सीन निर्माता से किस कीमत पर सीधी खरीद कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री ने राज्यों और जिलाधिकारियों के साथ कल कोविड-19 के हालात पर चर्चा में इस बात को रेखांकित किया था।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बार फिर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड वैक्सीन खुराकों (कोविशील्ड और कोवैक्सीन) के आबंटन के बारे में लिखा है। यह आबंटन मई 2021 और जून 2021 के पहले पखवाड़े की अवधि में केंद्र सरकार द्वारा किया जाना है, जो निशुल्क है।

इसके अलावा मई और जून, 2021 के दौरान राज्यों और निजी अस्पतालों द्वारा कोविशील्ड व कोवैक्सीन की सीधी खरीद भी इसमें शामिल है।

पहले से जानकारी होने से राज्य ज्यादा और बेहतर तरीके से टीकाकरण की योजना बना सकेंगे।

अग्रिम जानकारी के आधार पर केंद्र सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक मई, 2021 से 15 जून, 2021 तक पांच करोड़, 86 लाख, 29 हजार खुराकें निशुल्क प्रदान करेगी।

वैक्सीन निर्माताओं से प्राप्त सूचना के अनुसार राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा सीधी खरीद के लिये जून 2021 के अंत तक कुल चार करोड़, 87 लाख, 55 हजार खुराकें उपलब्ध रहेंगी।

वैक्सीन के बारे में उपरोक्त अग्रिम जानकारी के आधार पर जून 2021 तक की स्पष्ट आपूर्ति समय-सारिणी और कोविड-19 टीकाकरण अभियान के कामयाब क्रियान्वयन के हवाले से खुराकों की उपलब्धता के कारगर और तर्कसंगत इस्तेमाल को सुनिश्चित करने के लिये राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को निम्नलिखित सलाह दी गई हैः

जिलावार कोविड टीकाकरण केंद्रों की योजना की
तैयारी, ताकि वैक्सीन लगाई जा सके।

लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिये ऐसी योजनाओं का तमाम मीडिया प्लेटफार्मों के जरिये प्रचार किया जाये।

राज्य सरकारों और निजी कोविड टीकाकरण केंद्रों, दोनों को कोविन डिजिटल प्लेटफार्म पर टीकाकरण समय-सारिणी प्रदर्शित करें।

राज्य और निजी कोविड टीकाकरण केंद्र एक-एक दिन वाली टीकाकरण समय-सारिणी की जानकारी देने से बचें।

कोविड टीकाकरण केंद्रों पर भीड़-भाड़ न हो।

कोविन पर बुकिंग प्रक्रिया में किसी तरह की अड़चन न होने पाये।

राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी जाती है कि वे सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दें कि 15 जून, 2021 तक के कोविड टीकाकरण की अग्रिम योजना तैयार करें।

टीकाकरण से देश की जोखिम वाली आबादी को कोविड-19 से सुरक्षा मिलती है। इस प्रक्रिया की समय-समय पर समीक्षा की जाये और उच्च स्तर पर निगरानी की जाये।

अमेरिकन अधिकारी ने कहा:अमेरिका में उपलब्ध कोविड-19 के टीके भारत में मिले कोरोना वायरस के घातक स्वरूप के खिलाफ प्रभावी attacknews.in

वाशिंगटन, 19 मई । अमेरिका में उपलब्ध कोविड-19 के टीके भारत में मिले कोरोना वायरस के घातक स्वरूप के खिलाफ प्रभावी हैं। अमेरिका के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

पिछले साल पहली बार भारत में पहचाने गए वायरस के बी.1.617 प्रकार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने वैश्विक स्तर पर ‘चिंतित करने वाला स्वरूप” बताया है।

अमेरिका के राष्ट्रीय एलर्जी एवं संक्रामक रोग संस्थान (एनआईएआईडी) के निदेशक एवं राष्ट्रपति के मुख्य चिकित्सा सलाहकार डॉ एंथनी फाउची ने कहा, “ 617 एंटीबॉडी के प्रति मामूली निष्प्रभावीकरण प्रतिरोध दर्शाता है कि मौजूदा टीके जो हम सब इस्तेमाल कर रहे हैं जिनके बारे में हम बात कर रहे हैं वे कुछ हद तक या संभवत: काफी हद तक सुरक्षा प्रदान करने वाले हैं।”

इस मुद्दे पर अपने हालिया अनुसंधान एवं आंकड़ों को प्रस्तुत करते हुए डॉ फाउची ने कहा कि दोनों प्रकार बी617 और बी1618 जिनकी भारत में पहचान हुई है, उनको अनुमापन (टाइट्रेशन) में केवल ढाई गुना कमी के साथ निष्प्रभावी किया गया है।”

उन्होंने कहा, “यह संक्रमण के खिलाफ और निश्चित तौर पर गंभीर रोग के खिलाफ बचाव करने की क्षमता के अस्थायी प्रभाव को दिखाता है।”

डॉ फाउची ने कहा, “इसलिए, कुल मिलाकर यह एकत्रित वैज्ञानिक आंकड़ों का एक और उदाहरण है, जो इस बात के ठोस कारण देता है कि हमें टीका क्यों लगवाना चाहिए।”

व्हाइड हाउस के कोविड-19 पर वरिष्ठ सलाहकार एंडी स्लैविट ने कहा कि अमेरिका में उपलब्ध टीके कोरोना वायरस के भारतीय स्वरूप के खिलाफ प्रभावी हैं।

पूरे एशिया के कई देशों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले फिर से फैलने के कारण प्रतिबंध लगाए गए attacknews.in

ताइपे, 19 मई (एपी) पूरे एशिया में कोरोना वायरस के मामले फिर से बढ़ रहे हैं। एशिया के ऐसे कई देशों में संक्रमण फिर से बढ़ गया है, जहां यह पहले नियंत्रण में लग रहा था। उन देशों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं, होटल व रेस्तरां सेवा प्रतिबंधित है, टैक्सी चालकों को ग्राहक नहीं मिल रहे हैं, शादियां अचानक रद्द कर दी गई हैं।

कम आबादी वाले मंगोलिया में मरने वालों की संख्या 15 से बढ़कर 233 तक बढ़ गई है, जबकि ताइवान में पिछले सप्ताह से संक्रमण के 1,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 6,00,000 से अधिक लोगों को दो सप्ताह के चिकित्सा पृथकवास में रखा गया है। ताइवान ने इससे पहले वायरस को सफलतापूर्वक नियंत्रित कर लिया था।

हांगकांग और सिंगापुर ने दूसरी बार क्वारंटीन-मुक्त यात्रा स्थगित कर दी है।

चीन में स्थानीय संक्रमण के मामले खत्म हो चुके हैं, लेकिन विदेश से आने वाले लोगों के संपर्क में आने से नए मामले सामने आ रहे हैं।

भारत और यूरोप के कुछ हिस्सों में संक्रमण बड़े पैमाने पर फैल रहे हैं, मास्क लगाने के सख्त आदेश, मामलों का तेजी से पता लगाना, बड़े पैमाने पर जांच और व्यापक टीकाकरण के बावजूद संक्रमण का प्रसार खतरनाक स्तर पर हो रहा है।

कई देशों में सामाजिक और आर्थिक जीवन को फिर से सामान्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं, विशेष रूप से स्कूलों और आतिथ्य-सत्कार उद्योग जैसे क्षेत्र बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

एक महामारी विज्ञानी और द्वीपीय देश के पूर्व उपराष्ट्रपति चेन चिएन-जेन के अनुसार, ब्रिटेन में पहली बार सामने आए वायरस के अधिक आसानी से प्रसारित होने वाले स्वरूप के कारण ताइवान में मामले बढ़े हैं।

ताइपे में स्कूल, जिम और पूल बंद हैं और घर के अंदर पांच से अधिक लोगों और 10 से अधिक लोगों के बाहर इकट्ठा होने पर प्रतिबंध है। द्वीप में बुधवार से सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है।

ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने जनता से सार्वजनिक स्थलों से दूर रहले की अपील की है।

त्साई ने कहा, “हम अपनी चिकित्सा क्षमता को मजबूत करना जारी रखेंगे।”

उन्होंने कहा कि टीके विदेशों से आ रहे हैं।

मलेशिया में मामलों में तेज वृद्धि के बीच अप्रत्याशित रूप से सात जून तक एक महीने का लॉकडाउन लगाया गया है।

यह महज एक साल में दूसरा देशव्यापी लॉकडाउन है और जनवरी के बाद से देश में संक्रमण के मामलों में चार गुना वृद्धि हुई है, जिसके बाद देश में अब कुल मामले 47,400 से अधिक हो गए।

वहां अंतरराज्यीय यात्रा और सामाजिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, स्कूल बंद हैं और रेस्तरां केवल टेकआउट सेवा प्रदान कर सकते हैं।

सिंगापुर ने सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए 13 जून तक कड़े उपाय लागू किए हैं, सार्वजनिक समारोहों को दो लोगों तक सीमित कर दिया है और रेस्तरां में बैठकर खाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।

चीन ने लियाओनिंग प्रांत में टोल बूथों, हवाई अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर चौकियां स्थापित की हैं, जहां मंगलवार को चार और मामले सामने आए।

थाईलैंड में मंगलवार को संक्रमण से 35 मौतें हुईं, जो प्रकोप शुरू होने के बाद से सबसे अधिक है।

देश में इससे मरने वालों की संख्या 649 हो गई, जिनमें से 555 नवीनतम लहर में हुई हैं। थाईलैंड के कुल 1,16,000 मामलों में से लगभग तीन-चौथाई मामले अप्रैल से सामने आए हैं।

मनीला में मामले बढ़ने के कारण अप्रैल में लॉकडाउन लगाया गया। फिलीपीन में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 11 लाख के अधिक मामले आ चुके हैं, जबकि 18,800 से अधिक मौतें हो चुकी हैं।

भारतीय दवा कंपनी डॉ रेड्डीज दूसरे देशों में भी स्पुतनिक वी वैक्सीन को बेचने का अधिकार पाने के लिए आरडीआईएफ से कर रही है बात attacknews.in

हैदराबाद, 19 मई । डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज भारत के अलावा दूसरे देशों में स्पुतनिक वी वैक्सीन को बेचने का अधिकार पाने के लिए आरडीआईएफ के साथ बातचीत कर रही है।

कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।

डॉ रेड्डीज ने रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) के साथ भारत में कोविड-19 की वैक्सीन स्पुतनिक की 12.5 करोड़ लोगों के लिए 25 करोड़ खुराक बेचने का समझौता किया है।

डॉ रेड्डीज को हाल में आरडीआईएफ से वैक्सीन की दो लाख से अधिक खुराक मिली हैं और उनसे हाल में अपोलो हॉस्पिटल के साथ मिलकर वैक्सीन लगाने की शुरुआत की है।

डॉ रेड्डीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी इरेज इजराइली ने कहा, ‘‘हम उनके (आरडीआईएफ) साथ दूसरे देशों के लिए भी मात्रा और अधिकारों, संपत्ति परमिट के बारे में चर्चा कर रहे हैं।’’

एक सवाल के जवाब में इजराइली ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो 12 महीनों के भीतर 12.5 करोड़ खुराक की आपूर्ति पूरी हो जाएगी।

कर्नाटक सरकार लॉकडाउन से प्रभावित लोगों को बांटेंगी राहत राशि: इसके लिए 1,250 करोड़ रुपये के कोविड राहत पैकेज की घोषणा की attacknews.in

बेंगलुरु, 19 मई । कर्नाटक महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है, ऐसे में मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने बुधवार को उन लोगों के लिए 1,250 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की, जिनकी आजीविका कोविड-19 के कारण लगे लॉकडाउन से प्रभावित हुई है।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वर्तमान लॉकडाउन को 24 मई को समाप्त होने से कुछ दिन पहले आगे बढ़ाने पर निर्णय लिया जाएगा।

येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘हमारी सरकार ने कोविड की पहली लहर के दौरान विभिन्न क्षेत्रों को वित्तीय पैकेज दिए थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मौजूदा प्रतिबंधों ने असंगठित क्षेत्र और किसानों की आजीविका को प्रभावित किया है, इसके प्रभाव को कम करने के लिए हम 1,250 करोड़ रुपये से अधिक के राहत पैकेज की घोषणा कर रहे हैं।’’

यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार राज्य के वित्तीय बाधाओं का सामना करने के बावजूद पैकेज की घोषणा कर रही है और इस कठिन समय में लोगों के साथ खड़ी है।

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, “हमने मौजूदा वित्तीय सीमाओं के भीतर अपना सर्वश्रेष्ठ काम किया है और भविष्य में और कुछ करने की आवश्यकता पर विचार करेंगे।”

राज्य सरकार ने शुरू में 27 अप्रैल से 14 दिनों के लिए “बंद” करने की घोषणा की थी, लेकिन कोविड के मामले लगातार बढ़ने के कारण बाद में 10 मई से 24 मई तक पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया।

केन्द्र ने बताया;अप्रैल से लेकर अभी तक कोरोना मरीजों के लिए 12 नए एम्स में 1300 से अधिक ऑक्सीजन बेड,530 ICUबेड की व्यवस्था की गई attacknews.in

नयी दिल्ली, 19 मई । केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि अप्रैल के दूसरे सप्ताह से लेकर अभी तक कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए 12 नए एम्स में 1300 से अधिक ऑक्सीजन के बेड (बिस्तर) और 530 आईसीयू बेड की व्यवस्था की गई और अब यहां करीब 1900 ऑक्सीजन बेड और 900 आईसीयू बेड हैं।

मंत्रालय के अनुसार, एम्स भुवनेश्वर, एम्स भोपाल, एम्स जोधपुर, एम्स पटना, एम्स रायपुर, एम्स ऋषिकेश, एम्स मंगलगिरी, एम्स नागपुर, एम्स रायबरेली, एम्स बठिंडा, एम्स बीबीनगर और एम्स गोरखपुर में अभी कुल 1925 बिना आईसीयू वाले ऑक्सीजन बेड और 908 आईसीयू बेड हैं।

प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तहत अभी तक 22 नए एम्स को मंजूरी दी गई है।

बयान के अनुसार, इनमें से छह भोपाल, भुवनेश्वर, जोधपुर, पटना, रायपुर और ऋषिकेश में पहले से ही पूरी तरह शुरू हो चुके हैं। अन्य सात एम्स में ओपीडी सेवा और एमबीबीएस की कक्षाएं शुरू की गई हैं और पांच अन्य एम्स में केवल एमबीबीएस की कक्षाएं हो रही हैं।

मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘ इन क्षेत्रीय एम्स, जिनकी स्थापना पीएमएसएसवाई के तहत की गई है या की जा रही है, इन्होंने पिछले साल वैश्विक महामारी की शुरुआत से ही कोविड-19 के प्रबंधन में अहम भूमिका निभाई है। यह योगदान और महत्वपूर्ण हो जाता, जब इस तथ्य पर गौर किया जाए कि इन्होंने उन इलाके में काफी मदद की जहां स्वास्थ्य तंत्र का ढांचा कमजोर है।’’

उसने कहा, ‘‘ मध्यम और गंभीर कोविड रोगियों के इलाज के लिए बिस्तर क्षमता का विस्तार करके दूसरी लहर की चुनौती को एक कड़ा जवाब दिया है।’’

बयान में कहा कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर अप्रैल-मई में रायबरेली और गोरखपुर में एम्स की शुरुआत की गई, जिसने उत्तर प्रदेश के दूर-दराज जिलों फतेहपुर, बाराबंकी, कौशांबी, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, बस्ती, संत कबीर नगर, महाराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, बलिया, मऊ और आजमगढ़ के कोविड-19 के मरीजों का इलाज करने में मदद की ।

बयान के अनुसार, केवल रायपुर में एम्स में ही 19 मई तक कोविड-19 के 9,664 मरीजों का इलाज किया गया।

मंत्रालय ने कहा कि रायपुर, जोधपुर, पटना, ऋषिकेश, भुवनेश्वर और भोपाल एम्स पुरी तरह शुरू हो गए हैं वहीं बाकी पूरी तरह अभी शुरू नहीं हुए हैं।

हिमाचल पुलिस के 2750 जवान भी कोरोना की चपेट में आए attacknews.in

शिमला, 18 मई । हिमाचल प्रदेश में कोरोना का फैलाव रोकने के लिये लागू कर्फ्यू के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने में जद्दोजहद कर रही राज्य पुलिस के अब तक लगभग 2750 जवान इस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं।

पुलिस विभाग के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुये बताया कि बद्दी में 99, बिलासपुर 149, चम्बा 107, हमीरपुर 92, कांगड़ा 241, किन्नौर 65, लाहौल-स्पीति 50, कुल्लू 67, मंडी 196, शिमला 267, सिरमौर 160, सोलन 114 और ऊना में 84 जवान अब तक कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इनके अलावा प्रथम पुलिस बटालियन जुनगा के 18, प्रथम रिजर्व बटालियन के 105, दूसरी रिजर्व बटालियन के 116, तीसरी रिजर्व बटालियन के 271, चौथी रिजर्व बटालियन के 146, पांचवी रिजर्व बटालियन के 65, छठी रिजर्व बटालियन के 109 जवान भी संक्रमित हुये हैं। साथ ही सीआईडी और पुलिस मुख्यालय समेत अन्य विभागों के 229 पुलिसकर्मी/कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित हुये हैं।

भारतीय रेल के अस्पतालों के लिए 86 ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना की व्यवस्था की मंजूरी,4 संयंत्र कार्यरत, 52 को मंजूरी और 30 संयंत्रों का कार्य अंतिम चरणों में हैं attacknews.in

पूरे भारत में 86 रेल अस्पतालों में व्यापक क्षमता वृद्धि की गयी

कोविड के इलाज के लिए बिस्तरों की संख्या 2539 से बढ़ाकर 6972 कर दी गयी है

इवन्वेसिव वेंटिलेटर जोड़े गए हैं और उनकी संख्या 62 से बढ़ाकर 296 कर दी गयी है

महाप्रबंधकों को हर और अधिकार दिए गए हैं, वे हर मामले में दो करोड़ रुपए तक की लागत के साथ ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों को मंजूरी दे सकते हैं

नईदिल्ली 18 मई । भारतीय रेल कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। वह एक तरफ ऑक्सीजन से लदी ऑक्सीजन एक्सप्रेस को तेजी से अलग-अलग हिस्सों में पहुंचा रही है, वहीं दूसरी ओर यात्री और माल ढुलाई की आवाजाही जारी है। भारतीय रेल ने अपनी आंतरिक चिकित्सा सुविधाओं को भी चाक-चौबंद कर लिया है।

पूरे भारत में 86 रेलवे अस्पतालों में व्यापक क्षमता वृद्धि की योजना है।4 ऑक्सीजन संयंत्र काम कर रहे हैं, 52 को मंजूरी दे दी गयी है और 30 प्रसंस्करण के विभिन्न चरणों में हैं। सभी रेल कोविड अस्पतालों को ऑक्सीजन संयंत्रों से लैस किया जाएगा।

चार मई 2021 की तारीख वाले रेलवे बीडी पत्र संख्या 2020/एफ(एक्स)II/पीडब्ल्यू/3/पीटी के तहत एमएंडपी (मशीनरी एंड प्लांट) के अंतर्गत महाप्रबंधकों को और अधिकार दिए गए हैं, वे हर मामले में दो करोड़ रुपए तक की लागत के साथ ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों को मंजूरी दे सकते हैं।

बहुत सारे उपाय किए गए हैं। कोविड के इलाज के लिए बिस्तरों की संख्या 2539 से बढ़ाकर 6972 कर दी गयी है। कोविड अस्पतालों में आईसीयू बिस्तरों की संख्या 273 से बढ़ाकर 573 कर दी गयी है।

इन्वेसिव वेंटिलेटर जोड़े गए हैं और उनकी संख्या 62 से बढ़ाकर 296 कर दी गयी है। रेल अस्पतालों में महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरण जैसे बीआईपीएपी मशीन, ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि की सुविधा जोड़ने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। भारतीय रेल ने यह भी निर्देश जारी किया है कि कोविड प्रभावित कर्मचारियों को पैनल में शामिल अस्पतालों में जरूरत के अनुसार रेफरल आधार पर भर्ती किया जा सकता है।

रेलवे अस्पतालों में इस विशाल क्षमता वृद्धि से चिकित्सा आपात स्थितियों से निपटने के लिए बेहतर बुनियादी ढांचे की शुरुआत करने में मदद मिलेगी।

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद और केंद्रीय टास्क फोर्स ने कोरोना के उपचार प्रोटोकाल से प्लाज्मा थैरेपी को हटाया attacknews.in

नयी दिल्ली,17 मई। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद(आईसीएमआर) और कोविड 19 पर केन्द्र सरकार की ओर से गठित टास्क फोर्स ने कोरोना के उपचार में अपने पुराने दिशा निर्देशों में संशोधन करते हुए प्लाज्मा थैरेपी के इस्तेमाल को हटाने की अनुशंसा की है।

पहले कोरोना के लक्ष्णों के सामने आने के सात दिनों के भीतर व्यस्क मरीजों पर इस पद्धति के इस्तेमाल को मंजूरी दी गई थी।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार यह पद्धति कोरोना रोग की गंभीरता को कम करने या कोरोना मरीजों की मौत को रोकने में कारगर नहीं पाई गई है।

उत्तरप्रदेश में जल्द उपलब्ध होगी फाइजर और मार्डना की भी वैक्सीन;सरकार ने ग्‍लोबल टेंडर की अर्नेस्ट राशि आधी करने के साथ कई शर्तों में रियायत दी attacknews.in

लखनऊ 17 मई । वैक्सीनेशन के मामले में देश में अव्वल उत्तर प्रदेश में सरकार वैक्सीन की उपलब्‍धता और बढ़ाने जा रही है। इसके लिये ग्‍लोबल टेंडर की शर्तों में बदलाव का बड़ा फैसला लिया है।

आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि सरकार ने ग्‍लोबल टेंडर की अर्नेस्ट राशि आधी करने के साथ कई शर्तों में रियायत दी है। इस बदलाव के बाद फाइजर और मार्डना समेत कई अन्‍य ग्‍लोबल वैक्‍सीन कंपनियां भी यूपी में वैक्‍सीन उपलब्‍ध कराने की प्रक्रिया में शामिल हो सकेंगी।

योगी सरकार के इस फैसले के बाद यूपी में बहुत जल्‍द वैक्‍सीन की उपलब्‍धता बढ़ना तय माना जा रहा है । नई कंपनियों के निविदा में शामिल होने से यूपी के लोगों के पास पसंदीदा वैक्‍सीन चुनने के सबसे ज्‍यादा विकल्‍प भी मौजूद होंगे।

मध्यप्रदेश में रविवार को कोरोना के 7106 नए मामले सामने आए, 79 की मृत्यु;अबतक संक्रमितों की संख्या 7,31,385 और मृतकों की संख्या 6992 हुई attacknews.in

भोपाल, 16 मई । मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के 7106 नए मामले सामने आने के साथ ही 79 संक्रमितों की मृत्यु दर्ज की गयी है।

राज्य के स्वास्थ्य विभाग की ओर से शाम को जारी किए गए बुलेटिन के अनुसार आज 66,517 सैंपल की जांच में 7106 की रिपोर्ट पॉजीटिव और 59411 की रिपोर्ट निगेटिव आयी। 169 सैंपल रिजेक्ट किए गए और पॉजीटिविटी रेट (संक्रमण दर) 10़ 6 प्रतिशत रही। इस तरह राज्य में अब तक 7,31,385 व्यक्ति संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से आज के 79 मृतकों समेत कुल 6992 की मृत्यु हो चुकी है।

जन-समर्थन से संक्रमण की चेन तोड़ने में मिल रही है सफलता : चौहान

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में ‘किल कोरोना अभियान’ को मिल रहे जन-सहयोग से कोरोना की संक्रमण की चेन तोड़ने में सफलता मिल रही है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर (पॉजिटिविटी रेट) घटकर आज 10.68 प्रतिशत रह गई है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार श्री चौहान ने एक वीडियो संदेश में बताया कि प्रदेश के कुछ जिलों में तो पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत से कम रह गई है। आज 7 हजार 106 नये कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। लगभग 12 हजार 345 कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ्य हुए हैं। रिकवरी दर आज 86.10 प्रतिशत रही।

श्री चौहान ने कहा कि किल कोरोना अभियान के अंतर्गत घर-घर सर्वे टीम पहुँच रही है। सर्दी-जुखाम और बुखार से पीड़ित मरीज अपने इन लक्षणों को छुपाये नहीं बल्कि बतायें, ताकि उनका समुचित इलाज किया जा सके, जिससे दवाइयों की किट उन्हें उपलब्ध कराई जा सके। इस समय रिकवरी दर अधिक है। प्रदेश के 52 जिलों में कुल 354 कोविड केयर सेंटर प्रारंभ किए जा चुके हैं, जिसमें थोड़े लक्षण वाले रोगियों को रखा जा रहा है। इनमें वर्तमान में कुल 21 हजार 988 बेड्स हैं। इनमें से 3 हजार 240 ऑक्सीजन बेड्स स्थापित किए जा चुके हैं। बेड्स की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है।

उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक कुल 22 हजार 404 संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटर्स बनाए जा चुके हैं, जिसमें 2 लाख 69 हजार 309 से अधिक बेड्स स्थापित किए गए हैं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित सभी कोविड केयर सेंटर्स और संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटर्स में रहने वाले शत-प्रतिशत मरीजों को मेडिकल किट और हेल्थ ब्रोशर्स प्रदान किए जा रहे हैं।
प्रदेश के 313 विकासखंडों में और 50 हजार 546 ग्रामों में संकट प्रबंधन समूहों का गठन किया जा चुका है। शहरी क्षेत्र में 407 स्थानीय निकायों और 7 हजार 568 वार्ड में वार्ड स्तरीय संकट प्रबंधन समिति का गठन किया जा चुका है। पोर्टल पर अपडेशन का कार्य किया जा रहा है। जिलों में भाप केन्द्रों की व्यवस्था भी की गई है। 46 जिलों में 2 हजार 158 भाप केन्द्र क्रियाशील है।
कोरोना वायरस से बचाव को दृष्टिगत रखते हुए महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ राज्य एवं मध्यप्रदेश राज्य के बीच अंतर्राज्यीय बस परिवहन सेवा को 23 मई तक स्थगित रखने के आदेश जारी किए गए हैं। ब्लैक फंगस के उपचार के लिये कम से कम 24 हजार एम्फोटेरिसिन बी-50 एमजी दवा प्रदेश को आवंटित करने के लिए केन्द्रीय राज्य मंत्री, रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय से अनुरोध किया गया है।

रूस की कोरोना वायरस वैक्सीन “स्पूतनिक वी”’ की दूसरी खेप भारत पहुंची attacknews.in

नयी दिल्ली, 16 मई । रूस की कोरोना वायरस वैक्सीन ‘स्पूतनिक वी’ की दूसरी खेप रविवार को भारत पहुंची।

भारत में रूस के राजदूत निकाेले कुदाशेव ने यह जानकारी दी। ‘स्पूतनिक वी’ की दूसरी खेप आज भारत के हैदराबाद पहुंची।

श्री कुदाशेव ने ट्वीट कर कहा, “स्पूतनिक वी’ की दूसरी खेप आज हैदराबाद पहुंच गई है। हम हम यह देखकर खुश हैं कि कोविड-19 के खिलाफ रूस-भारत की संयुक्त लड़ाई मजबूती से आगे बढ़ रही है।”

रूसी राजदूत ने कहा कि ‘स्पूतनिक वी’ कोरोना के नये स्ट्रेन के खिलाफ भी प्रभावी है और वैक्सीन की दूसरा खेप समय पर भारत पहुंच गई है।

‘स्पूतनिक वी’ की पहली खेप एक मई को भारत पहुंची थी। इसके बाद 14 मई को हैदराबाद में इस वैक्सीन की पहली खुराक दी गई।

राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को कह दिया ” मुझे गिरफ्तार करो” attacknews.in

नयी दिल्ली, 16 मई ।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोरोना टीके को विदेश भेजने को लेकर सवाल पूछते पोस्टर लगाने के आरोप में 25 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने से भड़के कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार को उन्हें गिरफ्तार करने की चुनौती दी है।

श्री गांधी ने रविवार को ट्वीट किया, “मुझे भी गिरफ्तार करो।” इसी तरह से पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी सरकार के खिलाफ चिपके इस पोस्टर को अपने ट्विटर पर शेयर कर लिखा “मोदीजी हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश क्यों भेज दी।”

श्रीमती वाड्रा यहीं नहीं रुकी और उन्होंने अपने ट्विटर प्रोफाइल की तस्वीर बदलकर इसी पोस्टर को प्रोफाइल फोटो बनाया है। पार्टी के अन्य कई नेताओं ने इसी तरह से अपने प्रोफाइल फोटो की जगह यह पोस्टर लगाए है।

पश्चिम रेलवे ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के टैंकरों द्वारा राजकोट से महाराष्ट्र, हरियाणा, राजस्थान, उप्र, आंध्र, तेलंगाना व दिल्ली में 23 ट्रेनों में 2257 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की attacknews.in

राजकोट, 16 मई ।पश्चिम रेलवे में राजकोट डिवीजन से कोविड मरीजों को राहत प्रदान के लिए महाराष्ट्र, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना व दिल्ली में ऑक्सीजन टैंकरों के जरिये कुल 23 ट्रेनों में करीब 2257.12 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) की सुपुर्दगी की जा चुकी है।

सीनियर डीसीएम अभिनव जेफ ने बताया कि कोविड मरीजों को राहत प्रदान के लिए लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) के परिवहन के लिए लगातार ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनें चलायी जा रही हैं।

इसी क्रम में पश्चिम रेलवे के राजकोट डिविजन द्वारा हापा के बाद अब कानालूस रेल साईडिंग से भी ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन चलाई गई है।

लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए टैंकर मेसर्स रिलायंस इंडस्ट्रीज, जामनगर द्वारा उपलब्ध कराये गए हैं।

पश्चिम रेलवे द्वारा 14 मई को पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस हापा से दिल्ली कैंट के लिए मध्य रात्रि में 01.25 बजे रवाना हुई, जिसमें पांच टैंकरों के जरिये 89.33 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का परिवहन किया गया।

दूसरी ऑक्सीजन एक्सप्रेस रिलायंस रेल साईडिंग-कानालूस से तेलंगाना व आंध्रप्रदेश के लिए रात्रि में 08.30 बजे चलायी गयी जिसमें कुल आठ ऑक्सीजन टेंकरों में कुल 157.43 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का परिवहन किया गया।

तीसरी ऑक्सीजन एक्सप्रेस हापा से दिल्ली कैंट के लिए 15 मई को दोपहर में 12.45 बजे रवाना हुई जिसमें पांच टेंकरों में कुल 99.08 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का परिवहन किया गया।

राजकोट डिविजन द्वारा 15 मई तक महाराष्ट्र, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना व दिल्ली में ऑक्सीजन टैंकरों के जरिये कुल 23 ट्रेनों में करीब 2257.12 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) की सुपुर्दगी की जा चुकी है।

घर-घर की रसोई घरों में उपलब्ध हैं इम्युनिटी बढ़ाने के उपाय;रसोई घर में मौजूद मसाले रामबाण हैं,इसे चाय या दूध में पकाकर भी पिया जा सकता है attacknews.in

औरैया, 16 मई । कोरोना काल में इम्युनिटी यानि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में आयुर्वेद अहम भूमिका निभा रहा है। घरेलू उपाय इसमें अधिक कारगर साबित हो रहे हैं। वर्तमान में संक्रमण से बचने के लिए रोग प्रतिरोधिक क्षमता का मजबूत होना बेहद जरूरी है। इसे सिर्फ दवा ही नहीं, बल्कि घरेलू उपायों से भी बढ़ाया जा सकता है।

जिले के क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डॉ कप्तान सिंह लोगों को कोविड-19 से सुरक्षा एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के टिप्स दे रहे हैं।

डा. सिंह बताते हैं कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए घर के रसोई घर में मौजूद मसाले रामबाण हैं। इसे चाय या दूध में पकाकर भी पिया जा सकता है। मसाले में सोंठ 50 ग्राम, छोटी पीपर 30 ग्राम, काली मिर्च 30 ग्राम, दालचीनी 100 ग्राम, तेजपत्ता 50 ग्राम, लौंग 20 ग्राम व मुलेठी 50 ग्राम शामिल कर लें। सोंठ और मुलेठी को कूटकर व तेजपत्ते के डंठल तोड़कर तथा छोटी इलायची को छिलका सहित उक्त सारी सामग्री को दरदरा पीस लें। जब भी चाय बनाएं या दूध पकाएं इस पाउडर को एक चम्मच जरूर डालें। साथ में तुलसी, अदरक और हल्दी भी डालें।

डा. सिंह का कहना है कि खाने में तरल और गर्म पदार्थ जैसे सूप इत्यादि का अधिक से अधिक प्रयोग करना चाहिए। सब्जी में देशी पका लाल टमाटर, सहजन (मुनगा), मूंग दाल , परवल, तरोई, सोयाबीन, पनीर, करेला आदि को प्राथमिकता दें। साथ ही सफेद नमक के स्थान पर सेंधा या काला नमक तथा चीनी के स्थान पर पुराना गुड या शहद का प्रयोग ज्यादा से ज्यादा करें।

कोरोना उपचाराधीन को गाढ़ा सूप बेहद जरूरी

डा. सिंह का कहना है कि कोरोना संक्रमण सभी के लिए बेहद खतरनाक है, लेकिन कम इम्युनिटी वाले लोगों को यह आसानी से अपना शिकार बनाता है।

डा. सिंह ने बताया कि कोरोना उपचाराधीन व्यक्ति को टमाटर और मुनगा के गाढ़े सूप में जीरा व सौंफ भूनकर, काला नमक व काली मिर्च डालकर दिन में दो बार दें। इसके आलवा मांसाहारी व्यक्ति अंडा और चिकन या मटन सूप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

लोग इम्‍यूनिटी बढ़ाने के लिए तरह-तरह की दवाओं, विटमिन सप्‍लीमेंट और आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का धड़ल्‍ले से प्रयोग कर रहे हैं। मौसम में बदलाव के कारण अन्‍य संक्रामक बीमारियों के साथ-साथ कोरोना का भी खतरा बढ़ा है। अगर घरेलू नुस्‍खों को ही अपनी लाइफ स्‍टाइल में शामिल कर लें तो बिना खर्च और बिना किसी साइड इफेक्‍ट्स के ही अपनी इम्‍यूनिटी को बढ़ा सकते हैं।”

यह कहना है कृषि विज्ञान केंद्र, अनौगी, कन्नौज की वैज्ञानिक डॉ. पूनम सिंह का।

पूनम बताती हैं कि प्रोटीन युक्त आहार का सेवन शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए जरूरी है। ये कोरोना वायरस या किसी दूसरे तरह के वायरस से शरीर को लड़ने में मदद करता है। वैसे शरीर को इम्यूनिटी बचपन से ही मिलना शुरू हो जाती है, जिसे जेनेटिक या मेटरनल इम्युनिटी कहते है। इसके बाद हमारी इम्यूनिटी हमारे खानपान पर निर्भर करती है।

ऐसे बढ़ाएं इम्युनिटी

ग्रीन-टी का करें सेवन-

ग्रीन-टी में एंटीऑक्सीडेंट के साथ कैटेचिन नामक पॉलीफेनॉल पाया जाता है, जो हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। इसमें एंटीमाइक्रोबियल प्रॉपर्टीज भी पाई जाती है जो बैक्टीरिया और वायरस को बढ़ने नहीं देती हैं। रोजाना दो कप ग्रीन टी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद रहेगी।

काढ़े का करें सेवन –

कोरोनाकाल में काढ़ा काफी लाभदायक है। काढ़ा से खांसी-जुकाम में राहत मिलती है। साथ ही गले में खराश, कमजोर इम्यूनिटी, शरीर के अंदर गर्माहट महसूस ना होने जैसी समस्याएं भी दूर हो जाती है, लेकिन जिन लोगों को अल्सर, किडनी की समस्या, पाइल्स आदि है, उन्हें काढ़ा पीने से परहेज करना चाहिए।

धूप में बिताएं समय –

बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच ज्यादातर लोग घर से ही काम कर रहे हैं। ऐसे में छत पर थोड़ी देर के लिए जाकर धूप ले सकते हैं। धूप शरीर में मौजूद इंफेक्शन से लड़ने करने वाली कोशिकाओं को एनर्जी देती है।

ड्राई फ्रूट्स का करें सेवन –

अगर अपनी इम्यूनिटी बढ़ाना चाहते है या कोरोना वायरस की बीमारी से जल्दी रिकवर होना चाहते है तो आपको जिंक लेना बहुत जरूरी है। इसके लिए ड्राई फ्रूट्स, बादाम, रोस्टेड मूंगफली, कद्दू के बीज, दलिया, अखरोट आदि लें सकते है। इससे आपके शरीर में जिंक की मात्रा बढ़ती है।

प्रोटीन युक्त आहार लें –

अगर आप कोरोना मरीज हैं तो सुबह 8 से 9 बजे के बीच नाश्ते का सेवन कर लेना चाहिए। इसमें आप दलिया, उबली हुई दाल, ग्रीन सलाद, साबुत अनाज, टमाटर की चटनी, आटे वाली ब्रेड, दूध और अंकुरित दालों का सेवन कर सकते हैं।

डॉक्टरी की सलाह

जुकाम, बुखार, थकावट कोरोना के मुख्य लक्षण है, जिससे शरीर में विटामिन की कमी हो जाती है इसलिए हर इंसान को आंवला, पपीता, अमरूद, आम और पालक का सेवन करना चाहिए। यह शरीर में एंटी-ऑक्सीडेंट की तरह काम करती है और बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करती हैं। इसके साथ ही रेड ब्लड सेल की संख्या बढ़ने लगती है। साथ ही ये थकावट को दूर कर शरीर को पूरे दिन एक्टिव रखने में मदद करता है।