विहिप और विधार्थी परिषद की गणतंत्र दिवस की बाइक रैली पर हमले के बाद भड़की हिंसा,कासगंज कर्फ्यू के साये में Attack News

कासगंज (उत्तर प्रदेश), 27 जनवरी । जिले में गणतंत्र दिवस पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं द्वारा निकाली गयी मोटरसाइकिल रैली पर कल हुए पथराव के बाद उत्पन्न तनाव अभी भी बना हुआ है और असामाजिक तत्वों ने आज भी कुछ दुकानों में तोड़फोड़ और आगजनी की।

जिले में रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और पीएसी के जवानों ने चौकसी बढा दी है।

घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

इस बीच अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों ने आज शहर के बाहर एक छोटी दुकान में आग लगाने की कोशिश की। कुछ दुकानों में तोड़फोड़ भी की गयी । पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात काबू किये। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘कानून व्यवस्था बनाये रखने के अलावा हमारा प्रयास है कि समुदायों में परस्पर भाईचारा कायम रहे।’’ attacknews.in

उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।

कासगंज के पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने बताया कि असामाजिक तत्वों ने घंटाघर बाजार में जूतों की दो दुकानों को आग लगा दी । दमकल की गाडियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। एक छोटी दुकान को भी आग लगायी गयी। उपद्रवियों ने एक बस को भी क्षतिग्रस्त कर आग के हवाले कर दिया। मौके पर पहुंची दमकल की गाडियों ने आग पर काबू किया।

इस बीच उत्तर प्रदेश पुलिस ने ट्वीट किया कि घटना के सिलसिले में कम से कम नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस के अनुसार कासगंज थाने में शिकायत दर्ज कर ली गयी है। हिंसा में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।attacknews.in

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि कासगंज में निषेधाज्ञा लागू है। हालांकि उन्होंने कर्फ्यू हटाये जाने के बारे में स्पष्ट नहीं किया।

विहिप और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं द्वारा निकाली जा रही मोटरसाइकिल रैली पर कल पथराव के बाद हिंसा भडक उठी थी। इसके बाद हुई आगजनी एवं फायरिंग में एक किशोर की मौत हो गयी जबकि दो अन्य घायल हो गये।

जिला प्रशासन ने हिंसाग्रस्त इलाके में कल कर्फ्यू लगा दिया था।

जिलाधिकारी आर पी सिंह ने बताया कि फायरिंग में चंदन (16) की मौत हो गयी थी जबकि पथराव में दो अन्य घायल हुए।attacknews.in

पुलिस ने बताया कि कुछ अज्ञात असमाजिक तत्वों ने गणतंत्र दिवस के मौके पर निकाली गयी मोटरसाइकिल रैली पर पथराव कर दिया था।

अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने कल कहा था कि पथराव की घटना सुनियोजित नहीं लगती बल्कि ये सब कुछ अचानक हुआ है ।attacknews.in

Attack News का वीडियो लोगो

उज्जैन 29 अक्टूबर।  Attack News ने वीडियो समाचार और अन्य हलचल के प्रसारण के लिए यह लोगो जारी किया है ।इस कार्य  के लिए उप सम्पादक आदित्य सिंह सेंगर और महेन्द्र सिंह लोधी सम्पादन करेंगे ।

करवा चौथ पर साधना सिंह ने शिवराज सिंह चौहान का ऐसे किया दीदार 

भोपाल 8 अक्टूबर । करवा चौथ पर पर्व प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहन की पत्नी ने भी करवा चौथ का व्रत रखकर अपने पति की लम्बी उम्र की कामना की है।
इस दौरान साधना सिंह ने अपने पति सीएम शिवराज सिंह का छलनी से दीदार किया। और पति का आशीर्वाद लिया। वहीं सीएम शिवराज ने भी धर्मपत्नी साधना को करवा चौथ पर जल पिलाकर व्रत का पारण करवाया। इस पावन पर्व पर मां करवा से प्रार्थना की है कि, देश-प्रदेश की हर मां, बहन, बेटी की मनोकामना पूरी हो। प्रत्येक घर में सुख, समृद्धि और मंगल का वास हो।

इंदौर में सायं भाग की शाखाओं का पथ संचलन निकाला गया Attack News

इंदौर 8 अक्टूबर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सायं भाग के स्वयंसेवकों ने पथ संचलन निकाला। शहर के मध्य से निकला पथ संचलन विभिन्न मार्गों से होता हुआ चिमनबाग मैदान पर समाप्त हुआ। इस पथ संचलन में हजारों की तादाद में स्वयंसेवक शामिल हुए, जिनका स्वागत जगह-जगह पुष्प वर्षा कर किया गया।
संघ ने कार्य को सरल बनाने के लिए और हर वर्ग तक पहुंचने के लिए अपनी शाखाओं को दो समय लगाना शुरू किया है, जिसमें सुबह प्रभात भाग ओर शाम को सायं भाग की शाखाएं कहलाई थी। हर साल दशहरे पर संघ द्वारा पथ संचलन निकाला जाता है। प्रभात भाग का संचलन पहले ही निकाला जा चुका था। रविवार सुबह सायं भाग के स्वयंसेवकों ने संचलन निकाला।
यह संचलन चिमनबाग मैदान से शुरू हुआ और राजवाड़ा होते हुए वापस चिमनबाग पर समाप्त हुआ। इस संचलन में लगभग 1500 स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में शामिल हुए, जिन्होंने करीब साढ़े 3 किलोमीटर की दूरी तय की। इस दौरान संचलन में दंड वाहिनी, घोष वाहिनी और शस्त्र वाहिनी भी शामिल रही। हर साल निकलने वाले पथ संचलन को देखने के लिए लोग सड़कों के किनारे जमा हो जाते थे। ये दूसरा संचलन है, जिसमें स्वयंसेवक गणवेश में शामिल हुए।

शिवराज सिंह चौहान केरल में जनरक्षा यात्रा में शामिल होंगे Attack News 

भोपाल 8 अक्टूबर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी द्वारा केरल में निकाली जा रही जनरक्षा यात्रा में मंगलवार को हिस्सा लेंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने रविवार को एक बयान जारी कर बताया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान 10 अक्टूबर को भोपाल से केरल जाएंगे और जनरक्षा यात्रा में शामिल होंगे। वे मंगलवार को सुबह 10 बजे केरल के पलक्कड़ पहुंचेंगे और पलक्कड़ से ममूथी तक वाहन रैली में शामिल होंगे। इसके अलावा वे बड़क्कन चौरी त्रिशूर में आयोजित जनसभा को संबोधित करने के बाद देर रात भोपाल लौट आएंगे।
अग्रवाल ने कहा, “जनरक्षा यात्रा केवल केरल भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की नहीं है, बल्कि देश भर में फैले हुए 11 करोड़ पार्टी कार्यकर्ताओं की यात्रा है। भाजपा यह जनरक्षा यात्रा केरल में सीपीआई (एम) गठबंधन की सरकार आने के बाद भाजपा एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 13 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में निकाली जा रही है।”
उन्होंने कहा कि केरल में राजनीतिक हिंसा के विरोध में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने तीन अक्टूबर को टाउन स्क्वायर, पयान्नूर से जन रक्षा यात्रा की शुरुआत की थी जो 17 अक्टूबर को तिरुअनंतपुरम में समाप्त होगी। केरल में जनरक्षा यात्रा के हर दिन भाजपा के जिम्मेदार नेता अपने कार्यकर्ताओं के साथ कम्युनिस्ट हिंसा के खिलाफ जनता में जागृति लाने का काम कर रहे हैं। 15 दिनों के इस कार्यक्रम के दौरान हर राज्य की राजधानी में भी जनरक्षा पदयात्रा निकालना सुनिश्चित हुआ है ताकि देश को वामपंथी गठबंधन की राजनीतिक हिंसा की नीति के खिलाफ जागृत किया जाए।

मुरैना में अविश्वास प्रस्ताव की राजनीति में भाजपा नेता ने की जिला पंचायत सदस्य के भतीजे की हत्या Attack News

मुरैना 8अक्टूबर । मुरैना जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ लाये जा रहे संभावित अविश्वास प्रस्ताव को लेकर न सिर्फ सदस्य का अपहरण किया गया, बल्कि उसके भतीजे की हत्या कर दी गई। 9 लोगों पर FIR दर्ज की गई है।
इस मामले में भाजपा नेता इंदर हर्षाना उनकी पत्नी गीता हर्षाना सहित 9 लोगों पर अपहरण, हत्या, बलवा सहित कई संगीन धाराओं के तहत मुकदमा कोतवाली पुलिस ने दर्ज किया है। शनिवार को जिला पंचायत सदस्य जगदीश टैगोर का अपहरण करते समय विरोध करने पर अपहरणकर्ताओं ने उसके भतीजे विनय टैगोर को गोली मार दी थी, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गयी, ग्वालियर में उसका पोस्टमार्टम किया गया।
पुलिस अधीक्षक एपी सिंह ने बताया कि वार्ड 13 से जिला पंचायत सदस्य जगदीश टैगोर को कई दिनों से जिला पंचायत अध्यक्ष गीता हर्षाना के पति और परिजन अपने साथ रखे हुए थे। गीता हर्षाना के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है। ये सोचकर गीता के पति इंदर आदि ने जगदीश को अपने कब्जे में रखा था। जगदीश किसी के बहकावे अथवा पैसे की लालच में उनके खिलाफ न चला जाये, इसलिए अध्यक्ष के परिवार के लोग ऐसी कवायद में जुटे थे। चूंकि जगदीश की चाची का देहांत हो गया था। इसलिए अध्यक्ष पति और उनके समर्थक गोपालपुर पहुंचे थे।
वहां पहुंचने के कुछ देर बाद वे दोबारा जगदीश को अपने साथ ले जाने के लिए दबाव बनाने लगे, तब उसने साफ इनकार कर दिया। जगदीश ने कहा कि उनकी चाची का देहांत हुए चार दिन नही हुए हैं। अब वे उनकी तेरहवीं तक कहीं नहीं जाएंगे। यह सुनकर बदमाश उन्हें ले जाने लगे। इस पर परिजनों ने विरोध किया, तो बदमाशों ने जगदीश के साथ मारपीट की और दहशत फैलाने के लिए आठ से दस राउंड फायर किए। इसी दौरान एक गोली जगदीश के भतीजे विनय पुत्र रमेशचंद टैगोर (20) के सिर में जा लगी। उसे गंभीर स्थिति में ग्वालियर ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने अपहृत जिला पंचायत सदस्य जगदीश टैगोर को आगरा के सैयां कस्बे से मुक्त करा लिया है। जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, उनमे गीता हर्षाना, इन्दर हर्षाना, जेठ बीरेंद्र हर्षाना, भतीजे और पार्षद मंडलेश्वर हर्षाना, खन्ना हर्षाना और बंटी हर्षाना सहित 9 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। घटना के बाद से सभी आरोपी फरार हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयासरत है।

दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा से कांग्रेस नेताओं ने बनाई दूरी,कई बड़े नेता खिलाफ थे Attack News

भोपाल 8 अक्टूबर।मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ‘नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा’ के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह नर्मदा परिक्रमा पर निकले हैं। इनकी यात्रा में बड़ा अंतर है। मुख्यमंत्री चौहान को सत्ता व संगठन का समर्थन हासिल था, दिग्विजय सिंह से पार्टी दूरी बनाए हुए हैं।कई बड़े नेताओं ने तो परिक्रमा का हाईकमान के सामने विरोध तक दर्ज कराया था।
मुख्यमंत्री चौहान की सेवा यात्रा लगभग छह माह चली , वे प्रमुख स्थानों पर पहुंचकर यात्रा में शामिल हो जाया करते थे। यात्रा का शुभारंभ और समापन दोनों ही भव्य था, इन आयोजनों में केंद्र सरकार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से लेकर तमाम धर्मगुरुओं ने भी हिस्सेदारी की । यह यात्रा नर्मदा नदी को प्रदूषण मुक्त, प्रवाहमान बनाए रखने के लिए थी।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपनी पत्नी अमृता सिंह के साथ दश्हरे के दिन ‘नर्मदा परिक्रमा’ की शुरुआत की। अपने गुरु शंकराचार्य स्वरुपानंद सरस्वती से आशीर्वाद लेकर परिक्रमा पर निकले। यह यात्रा छह माह चलेगी,इस दौरान लगभग 3,300 किलोमीटर से ज्यादा चलेंगे। हर रोज वे 15 से 20 किलोमीटर का रास्ता तय कर रहे हैं। सिंह ने अपनी इस यात्रा को आध्यात्मिक व धार्मिक बताया है।
सिंह अपनी नर्मदा परिक्रमा के दौरान 100 से ज्यादा विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेंगे। उनका आम लोगों के साथ अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ संवाद भी होगा। वे राज्य के 10 साल मुख्यमंत्री रहे हैं, लिहाजा उनके समर्थक अब भी हैं। वर्ष 2003 में सत्ता में आई भारतीय जनता पार्टी 14 साल से प्रदेश में राज कर रही है।
कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि दिग्विजय सिंह की इस यात्रा को लेकर कई बड़े नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी व उपाध्यक्ष राहुल गांधी के सामने सवाल उठाए थे। उनका कहना था कि यह यात्रा पार्टी को लाभ कम और नुकसान ज्यादा पहुंचाएगी, क्योंकि भाजपा को वर्ष 1993 से 2003 के सिंह के कार्यकाल की याद दिलाने का भरपूर मौका मिलेगा।
सूत्र बताते हैं कि पार्टी हाईकमान ने भी सिंह से इस यात्रा को लेकर चर्चा की थी, जिस पर उन्होंने इस यात्रा को धार्मिक व आध्यात्मिक बताया था। इस पर हाईकमान ने न तो सहमति जताई और न ही असहमति। यही कारण है कि सिंह यात्रा के दौरान किसी तरह की राजनीतिक बयानबाजी नहीं कर रहे हैं।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर भी सिंह की परिक्रमा पर सवाल उठा चुके हैं। उनका कहना है कि दिग्विजय सिंह को अपनी यात्रा का उद्देश्य साफ करना चाहिए, उनके पास करने के लिए कुछ है नहीं, इसलिए सन्यासी बनने जा रहे हैं।
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा का कहना है कि, ‘‘दिग्विजय सिंह ने इस परिक्रमा के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी से अनुमति ली है और छह माह के राजनीतिक अवकाश पर हैं, उनकी यह यात्रा पूरी तरह धार्मिक व आध्यात्मिक है।’’
राजनीति के जानकारों का मानना है कि राज्य में विधानसभा चुनाव के लगभग एक साल पहले हो रही इस यात्रा के कई मायने हैं, भले ही इसे गैर राजनीतिक बताया जा रहा हो, मगर यह कैसे संभव हो सकता है कि दिग्विजय सिंह जैसा धुर राजनीतिज्ञ छह माह तक गैर राजनीतिक रहे। जब यात्रा खत्म होगी तब विधानसभा चुनाव में महज छह माह बचे होंगे। इस तरह दिग्विजय इस यात्रा के जरिए प्रदेश की राजनीति की नब्ज समझ चुके होंगे और उसके बाद ही अपना दाव खेलेंगे।
दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा पर उठ रहे सवालों का जवाब उनके पुत्र और विधायक जयवर्धन सिंह ने फेसबुक वाल और ट्विटर के जरिए दिया। उसमें उन्होंने लिखा, ‘‘3,300 किलोमीटर की पैदल नर्मदा परिक्रमा किसी तप से कम नहीं है और इस परिक्रमा पर राजनीतिक कीचड़ उछालने से बड़ा कोई अधार्मिक कार्य हो ही नहीं सकता है।’’
उन्होंने आगे लिखा है, ‘‘मंदिर जाने की बात पर बस यही कहना चाहता हूं कि हम लोग जूतों के साथ-साथ राजनीति को भी मंदिर के बाहर ही रखते हैं।’’
दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा भले ही गैर राजनीतिक हो, मगर राज्य की राजनीति को तो गर्मा ही दिया है। कांग्रेस के बड़े नेता जहां इस यात्रा से किनारा करते नजर आ रहे हैं, वहीं भाजपा की पूरी नजर इस यात्रा पर है।

टेल रोटर के अलग होने की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हुआ एमआई-17 हेलिकॉप्टर : धनोआ Attack News

हिंडन (उत्तर प्रदेश), 8 अक्तूबर । वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ ने आज कहा कि तवांग में एमआई-17 हेलीकॉप्टर की दुर्घटना उसके टेल रोटर के अलग हो जाने की वजह से हुई हो सकती है जिसमें सात सैनिक मारे गये।
तवांग के पास पिछले शुक्रवार को एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और आग लग गयी थी। दुर्घटना में दो पायलट समेत वायु सेना के पांच जवान और थलसेना के दो कर्मी मारे गये।
वायु सेना प्रमुख ने कहा, ‘‘प्रथमदृष्टया लगता है कि हेलीकॉप्टर का टेल रोटर अलग हो गया था। मेरे लिए यह बताना उचित नहीं होगा कि यह क्यों अलग हो गया क्योंकि दुर्घटना की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश दे दिया गया है।’’ उन्होंने दुर्घटना में मारे गये सात सैन्य कर्मियों को श्रद्धांजलि भी दी।
धनोआ ने कहा कि विमान के इंजन में कोई तकनीकी समस्या नहीं है क्योंकि एमआई 17 वी5 का बेड़ा अब भी उड़ान भर रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मशीन में कोई समस्या नहीं है क्योंकि हेलीकॉप्टर आज भी उड़ान भर रहा है।’’ वह वायु सेना दिवस के मौके पर आयोजित एक समारोह से इतर संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
रूस द्वारा निर्मित हेलीकॉप्टर भारत-चीन सीमा के पास पर्वतीय क्षेत्र में भारतीय सेना की अग्रिम चौकी पर आपूर्ति करता है।
इससे पहले वायु सेना की पुस्तिका में एक संदेश में एयर चीफ मार्शल ने लिखा कि वायु सेना की संपत्तियां दुर्लभ और महंगी हैं और किसी ‘लापरवाही, अनभिज्ञता या गैर-पेशेवर तरीकों की वजह से’ उन्हें खोने नहीं दिया जा सकता।

मैने यशवंत सिन्हा को भाजपा में जगह दिलाई ,वे अब पद के लालची हैं: कैलाशसारंग Attack News

नई दिल्‍ली 8 अक्टूबर। बीजेपी के वरिष्‍ठ नेता यशवंत सिन्‍हा को भाजपा में जगह दिलाने वाले पूर्व सांसद कैलाश सारंग ने एक बड़ा खुलासा किया है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद कैलाश सांरग ने पार्टी सांसद और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा पर बड़ा हमला बोला है। सिन्हा को पत्र लिखकर सारंग ने उन्हें पद का लालची और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ षडयंत्र करने वाला बताया है।
डेढ़ पन्ने के पत्र में सारंग ने खुद को कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर एक कायस्थ होने के नाते यशवंत सिन्हा को सलाह दी है कि वो अपने बेटे और केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा की भलाई और भविष्य के लिए चुप रहें। सारंग ने सिन्हा को सलाह दी है कि वो अपने बेटे के रास्ते में रोड़ा न बनें।
इंडिया टुडे के मुताबिक सारंग ने कहा है कि उन्होंने यशवंत सिन्हा को लाल कृष्ण आडवाणी से मिलवाकर बड़ी गलती की है। सारंग ने कहा है कि अगर यशवंत सिन्हा पार्टी के खिलाफ बोलना बंद नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ पार्टी को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
सारंग ने यह भी लिखा है कि यशवंत सिन्हा मोदी सरकार के खिलाफ बयान देकर उन लोगों की मदद कर रहे हैं जो राष्ट्रवाद को कमजोर कर रहे हैं। उन्होंने लिखा है कि पार्टी नेता होने के नाते वो अपनी बात पार्टी फोरम में भी कह सकते थे।
सारंग ने लिखा कि अगर प्रधानमंत्री ने उन्हें मिलने का समय नहीं दिया तो इससे उद्वेलित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि पीएम बहुत व्यस्त रहते हैं और यह बात आप भी समझते हैं।
उन्होंने लिखा है कि भाजपा की बदौलत ही यशवंत सिन्हा को पद, प्रतिष्ठा और सम्मान मिला। बावजूद इसके वो हमलावर बने हुए हैं।
सारंग को मध्य प्रदेश में शिवराज खेमे का भरोसेमंद नेता माना जाता है।
बता दें कि पिछले दिनों यशवंत सिन्हा ने इंडियन एक्सप्रेस में एक आलेख लिखकर गिरती अर्थव्यवस्था पर मोदी सरकार की आलोचना की थी और लिखा था को पहले नोटबंदी फिर जीएसटी लागू कर केंद्र सरकार ने देश के औद्योगिक विकास की राह में बड़ा रोड़ा अटकाया है। उन्होंने कम जीडीपी के लिए मोदी सरकार के आर्थिक सुधारों को जिम्मेदार ठहराया था। इसके अलावा उन्होंने पीएम मोदी के जवाब पर दोबारा हमला बोलते हुए कहा कि वो अर्थव्यवस्था का चीरहरण होने नहीं देंगे।
सिन्हा ने यह भी कहा कि आपको गिरती हुई अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए जनादेश मिला था, ना कि पिछली सरकारों पर आरोप मढ़ने के लिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगले चुनाव में आपको लोग आपके प्रदर्शन और आपके द्वारा किए गए वादों से जज करेंगे। सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि हम लोग निराशा फैला रहे हैं तो उन्होंने सुधारात्मक कदम उठाने का फैसला क्यों किया?

आज के एग्जिट पोल देखिये जरुर ,कभी भी भरोसे लायक नहीं रहे Attack News

            नई दिल्ली 9 मार्च । ताबड़तोड़ रैलियों, बयानबाजी और नेताओं के आपस में आरोप-प्रत्यारोप के बीच दो सीटों (अलापुर और कर्णप्रयाग) को छोड़कर देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुका है। अब देशभर को बेसब्री से इंतजार है आज शाम 5:30 बजे के बाद आने वाले एग्जिट पोल का। Continue reading “आज के एग्जिट पोल देखिये जरुर ,कभी भी भरोसे लायक नहीं रहे Attack News”

दुनिया की सबसे ज्यादा वजनी महिला की मुंबई में हुई सर्जरी Attack News


मुंबई 9 मार्च | दुनिया की सबसे ज्यादा वजनी 500 किलोग्राम की महिला इमान अहमद की मुंबई में एक अस्पताल में सर्जरी की गयी. उसे गत महीने इलाज के लिए मिस से मुंबई लाया गया था.

सैफी अस्पताल ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि चिकित्सकों के एक दल ने सात मार्च को वजन कम करने के लिए इमान का लैप्रोस्कोपिक स्लीव गैस्ट्रिकटोमी किया. 36 वर्षीय इमान को अभी तरल भोजन दिया जा रहा है.

अस्पताल ने कहा कि उनका इलाज कर रही मेडिकल टीम उनसे जुड़ी हर बीमारी का इलाज करने और जल्द से जल्द उनके मिस वापस जाने तक उन्हें फिट करने की कोशिश करेगी.

इमान को विशेष चार्टर्ड विमान से मुंबई लाया गया था. मुंबई आने से पहले वह पिछले 25 वर्षों से अपने घर से बाहर नहीं निकली थी. उनकी इस यात्रा के लिए विशेष रूप से एक बेड बनवाया गया था.

अभी इमान की शहर के बेरिएट्रिक सर्जन मुफ्फजल लकड़ावाला और उनकी टीम के नेतृत्व में देखरेख की जा रही है |