लोकायुक्त में केस दर्ज होने पर बैतूल का शिक्षक पंकज श्रीवास्तव निलंबित,शिक्षक को 23 साल में मिली 36 लाख सैलरी,छापामारी में निकला करोड़ों का मालिक, 11 घंटे चली कार्रवाई attacknews.in

बैतूल, 19 मार्च । मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में एक शिक्षक पंकज श्रीवास्तव के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस भोपाल में केस दर्ज होने पर जनजातीय कार्य विभाग की सहायक आयुक्त ने आज निलंबित कर दिया गया।

आधिकारिक जानकारी अनुसार जिले के विकासखण्ड घोड़ाडोंगरी के प्राथमिक शाला रेंगाढाना में पदस्थ शिक्षक पंकज श्रीवास्तव पर पुलिस अधीक्षक, विशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त भोपाल ने अपराध पंजीबद्ध किया था। इसके कारण सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग शिल्पा जैन ने उक्त शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय चिचोली में अटैच कर दिया।

शिक्षक को 23 साल में मिली 36 लाख सैलरी, जब लोकायुक्त ने रेड मारी तो निकला करोड़ों का मालिक, 11 घंटे चली कार्रवाई:.

16 मार्च 2021 को भोपाल लोकायुक्त पुलिस ने बैतूल के एक प्राइमरी शिक्षक पंकज श्रीवास्तव के दो ठिकानों पर एक साथ छापेमार कार्रवाई की . कार्रवाई के दौरान शिक्षक के घर में मिले दस्तावेजों को देख पुलिस भी हैरान रह गई. 23 साल में 36 लाख सैलरी पाने वाला शिक्षक करोड़ों की संपत्ति का मालिक निकला है।पुलिस अधिकारियों के अनुसार दोनों ठिकानों पर हुई कार्रवाई में 5 करोड़ से अधिक की संपत्ति का खुलासा हुआ है।

बैंक लॉकर की भी जानकारी मिली

मंगलवार सुबह 7 बजे लोकायुक्त पुलिस टीम ने भोपाल के मिनाल और बैतूल की एमजीएम कॉलोनी बगडोना स्थित शिक्षक के निवास पर एक साथ छापा मारा था. दोनों जगहों से एक लाख रुपए से ज्यादा की नगदी बरामद की गई जबकि एक बैंक लॉकर की जानकारी भी पुलिस को मिली ।इसके अलावा करीब 25 संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए गए ।

कुल वेतन 36 लाख 50 हजार, छापे में मिली 5 करोड़ की संपत्ति

साल 1998 में संविदा शिक्षक से भर्ती हुए पंकज ने 23 साल में ही 5 करोड़ से अधिक की संपत्ति जमा कर ली, जबकि इस अवधि में उन्हें वेतन से महज 36 लाख 50 हजार रुपए मिले।

11 घंटे चली कार्रवाई

मंगलवार शाम 6 बजे तक करीब 11 घंटे कार्रवाई चली. पुलिस टीम शिक्षक के ठिकानों से तीन सूटकेस में दस्तावेज भरकर ले गई है, जिनमें प्रॉपटी, चेकबुक, पासबुक समेत कई दस्तावेज शामिल हैं. शिक्षक के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति होने की शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने उसके भोपाल और बैतूल स्थित ठिकाने पर भी छापा मारा ।

पुलिस अधिकारियों ने कही ये बात

बैतूल के बगडोना में दल का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर सोहिल शर्मा के मुताबिक प्रारंभिक तौर पर संपत्तियों के दस्तावेज से आकलन लगाया गया है कि यह संपत्ति 5 करोड़ से ज्यादा की है. उन्होंने बताया कि दल ने जब्त किए गए सभी कागजातों की एक सूची बनाई है. अब इनकी जांच की जाएगी।

इन इलाकों में खरीदी है जमीन

दोनों ठिकानों से मिले कागजातों के अनुसार शिक्षक ने मिनाल रेजीडेंसी भोपाल में डुप्लेक्स, समर्दा में एक प्लॉट, पिपलानी में 1 एकड़ जमीन, छिंदवाड़ा में 6 एकड़ जमीन, बैतूल में 8 आवासीय प्लॉट, 6 दुकानें खरीदी हुई हैं. इसके अलाव बागडोना के आसपास 25 एकड़ जमीन के दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं. जिनकी जांच की जा रही है ।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए गृह विभाग ने जारी किए नए दिशानिर्देश:सभी जिला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठकों में होगी समीक्षा,महाराष्ट्र के सीमावर्ती जिलों में थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य attacknews.in

भोपाल 14 मार्च ।राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम और बचाव के लिये नवीन दिशा-निर्देश जारी कर उनका कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं। अपर मुख्य सचिव, गृह, डॉ. राजेश राजौरा ने बताया है कि नवीन निर्देशों के पालन के लिये प्रदेश के समस्त कलेक्टर्स को अवगत करवाया गया है।

डॉ. राजौरा ने बताया है कि भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, बालाघाट, सिवनी, बैतूल, छिंदवाड़ा, खण्डवा, खरगौन, बड़वानी, बुरहानपुर, रतलाम एवं उज्जैन में पुलिस तथा नगर निगम के वाहनों से सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, रोको-टोको संबंधी जन-जागरण की सूचनाएँ सतत् रूप से प्रसारित करने के निर्देश दिये गये हैं।

उन्होंने बताया कि भोपाल और इंदौर जिलों तथा महाराष्ट्र राज्य के सीमावर्ती जिलों बालाघाट, सिवनी, बैतूल, छिंदवाड़ा, खण्डवा, खरगौन, बड़वानी और बुरहानपुर में बंद हॉल में जो भी कार्यक्रम आयोजित हो, उसमें समस्त प्रकार के कार्यक्रमों में क्षमता के 50 प्रतिशत और अधिकतम 200 व्यक्ति ही शामिल हो सकेंगे।

महाराष्ट्र के सीमावर्ती जिलों में थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य

डॉ. राजौरा ने बताया कि महाराष्ट्र राज्य के सीमावर्ती समस्त जिलों में आवागमन करने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग को अनिवार्य किया गया है। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र राज्य के सीमावर्ती जिले छिंदवाड़ा, बालाघाट, सिवनी, खण्डवा, खरगौन, बड़वानी, बुरहानपुर और बैतूल में महाराष्ट्र से आने-जाने वाले मालवाहक ट्रकों तथा वाहनों के आवागमन को निर्बाध रखा जायेगा। महाराष्ट्र से आने वाले समस्त यात्रियों को 7 दिन के लिये आवश्यक रूप से क्वारेंटाइन करने की सलाह देने के भी निर्देश दिये गये हैं। इसके लिये नगरीय निकायों एवं ग्राम पंचायतों में व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने को कहा गया है।

व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को कड़ाई से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना होगा

कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये प्रदेश के समस्त जिलों में व्यावसायिक प्रतिष्ठानों एवं दुकानों के संचालनकर्ताओं से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये गये हैं। पालन नहीं करने वाले प्रतिष्ठानों पर जिला प्रशासन वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित करेगा। दुकान संचालकों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन रस्सी के माध्यम से या चूने के गोले बनाकर कराना होगा।

जिला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठकों में होगी समीक्षा

डॉ. राजौरा ने बताया है कि जिलों को क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठकें आयोजित कर कोविड-19 की स्थिति एवं रोकथाम के उपायों की आवश्यक समीक्षा करने के निर्देश दिये गये हैं। जिला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, रोको-टोको अभियान, कार्यक्रमों के आयोजन, उसमें अधिकतम व्यक्तियों की संख्या और क्वारेंटाइन पीरियड के संबंध में उपयुक्त निर्णय ले सकेंगे।

प्रदेश में वैक्सीन डोज की नहीं होगी कमी- शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में वैक्सीन डोज की कमी नहीं होगी। प्रदेश में कोरोना संक्रमण में बढाेत्तरी को देखते हुए सरकार मास्क के उपयोग को लागू करते हुए जुर्माना लगाने पर भी विचार किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि पर चर्चा करते हुए लोगों से अपील की है कि फेस मास्क के उपयोग के प्रति बिल्कुल लापरवाही नहीं बरतें। सरकार जन जागरण और आवश्यक हुआ तो सख्ती के माध्यम से मास्क के उपयोग को लागू करते हुए जुर्माना लगाने पर भी विचार कर रही है।

श्री चौहान ने कहा कि इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में पॉजिटिव प्रकरण बढ़े हैं जो चिंता का विषय है। महाराष्ट्र की सीमा से लगे जिलों में भी संक्रमण बढ़ा है। महाराष्ट्र से आने जाने वालों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जा रहा है।

उन्हाेंने कहा कि जन सहयोग से कोरोना को पूरी तरह नियंत्रित करना है। पैनिक होने की नहीं लेकिन सावधानी बरतने की आवश्यकता है। प्रत्येक व्यक्ति सैनिटाइजर और साबुन से हाथ धोने के प्रति भी सजग रहे। सावधानी में ही पूरी सुरक्षा है। फेस मास्क ही संक्रमण से बचने की गारंटी है, इसलिए इसके उपयोग में ढील न बरतें। प्रदेश में पर्याप्त वेक्सीन उपलब्ध है। सभी को लगेगी। केंद्र सरकार से इस संबंध में आवश्यक आपूर्ति हो रही है।

इंदौर जिले में कोरोना के 263 नए मरीज, एक की मौत

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के कारण सबसे अधिक प्रभावित इंदौर जिले में 263 नए काेरोना मरीज मिले हैं और एक की मृत्यु हुयी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार शनिवार को 3253 सैंपल की जांच में 263 व्यक्ति संक्रमित पाए गए। जबकि एक उपचाररत संक्रमित मरीज की मौत दर्ज की गई है। इसके अलावा 211 संक्रमितों को स्वस्थ करार दिए जाने के उपरांत उपचाररत मरीजों की संख्या (एक्टिव केस) 1629 हो गई है।

कोरोना के प्रकोप की शुरूआत से लेकर अब तक जिले में कुल 8,64,541 नागरिकों की जांच की जा चुकी है। इनमें 62,152 व्यक्ति संक्रमित पाए गए हैं। हालाकि उपचार के बाद 59,581 को स्वस्थ करार दिया गया है। उपचार के दौरान 942 संक्रमित दम तोड़ चुके हैं।

सूत्रों के अनुसार जिले में अब तक 1,47,285 लोगों को कोरोना वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है। मार्च माह में जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।

बुहरानपुर में हॉट बाजार प्रतिबंधित

बुरहानपुर जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए संपूर्ण हॉट बाजार पूर्णत: प्रतिबंधित रखने का आदेश जारी किया गया है।

कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी प्रवीण सिंह ने जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत जनसामान्य के स्वास्थ्य एवं लोक शांति को बनाये रखने के उद्देश्य से बुरहानपुर जिले की राजस्व सीमा क्षेत्र में संपूर्ण हॉट बाजार पूर्णत: प्रतिबंधित रखने का आदेश जारी किया है।

यह आदेश 13 मार्च को रात 12 बजे लागू हो गया है और आगामी आदेश तक प्रभावशील होगा। आदेशों का उल्लघंन करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कानूनी कार्यवाही करने के साथ आईपीसी की धाराओं तहत भी कार्यवाही की जाएंगी।

स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए‘सिंगल नॉन लैप्सेबल रिजर्व फंड’ के रूप में ‘प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा निधि’ बनाया;इसमें स्वास्थ्य और शिक्षा उपकर से प्राप्त राशि भेजी जायेगी attacknews.in

नईदिल्ली 11 मार्च । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने वित्त अधिनियम 2007 के सेक्सन 136 बी के तहत लिए जाने वाले स्वास्थ्य एवं शिक्षा उपकर से प्राप्त होने वाली राशि से स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए एक ‘सिंगल नॉन लैप्सेबल रिजर्व फंड’ के रूप में ‘प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा निधि’ (पीएमएसएसएन) बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी।

पीएमएसएसएन की मुख्य बातें

सार्वजनिक खाते में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए एक ‘सिंगल नॉन लैप्सेबल रिजर्व फंड’ स्वास्थ्य एवं शिक्षा उपकर से प्राप्त राशि में से स्वास्थ्य का अंश पीएमएसएसएन में भेजा जाएगा।

पीएमएसएसएन में भेजी गई इस राशि का इस्तेमाल स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की इन महत्वपूर्ण योजनाओं में किया जाएगा:-

आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई)

· आयुष्मान भारत-स्वास्थ्य एवं देखभाल केंद्र (एबी-एचडब्ल्यूसी)

· राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन

· प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई)

· स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थितियों में आपातकाल एवं आकस्मिक विपत्ति काल में तैयारी एवं प्रतिक्रिया

· कोई भी अन्य भावी कार्यक्रम/योजना जिसका लक्ष्य एसडीजी की दिशा में प्रगति हासिल करना और राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 के तहत तय लक्ष्यों को प्राप्त करना हो

पीएमएसएसएन को लागू करने और उसकी रखरखाव की जिम्मेदारी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की होगी।

किसी भी वित्तीय वर्ष में, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की उक्त योजनाओं का व्यय प्रारंभिक तौर पर पीएमएसएसएन से लिया जाएगा और बाद में सकल बजट सहायता (ग्रॉस बजटरी स्पोर्ट) से लिया जाएगा।

लाभः

इसके मुख्य लाभ यह होंगे कि तय संसाधनों की उपलब्धता के जरिए सार्वभौमिक और वहनीय स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच मुहैया कराई जा सकेगी और इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जा सकेगा कि किसी भी वित्तीय वर्ष के अंत में इसके लिए तय राशि समाप्त (लैप्स) नहीं होगी।

पृष्ठभूमि:-

संशोधित विकास निष्कर्षों को प्राप्त करने के लिए स्वास्थ्य बहुत महत्वपूर्ण है। आर्थिक दृष्टि से देखें तो स्वास्थ्य उत्पादकता में सुधार करता है और असामयिक मौत, लम्बे समय तक चलने वाली अपंगता और जल्द अवकाश लेने से होने वाले नुकसान को कम करता है। स्वास्थ्य और पोषण सीधे तौर पर पठन-पाठन की उपलब्धियों पर असर डालता है और इसका उत्पादकता और आय पर भी प्रभाव पड़ता है। स्वास्थ्य निष्कर्ष पूरी तरह स्वास्थ्य क्षेत्र में किए जाने वाले सार्वजनिक व्यय पर निर्भर करते हैं। आबादी की जीवन आकांक्षा के एक अतिरिक्त वर्ष बढ़ने से सकल घरेलू उत्पाद में प्रति व्यक्ति 4 प्रतिशत की वृद्धि होती है। स्वास्थ्य में निवेश से लाखो नौकरियां सृजित होती हैं, खासतौर से महिलाओं के लिए, क्योंकि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की जरूरत बढ़ने से उनके लिए नौकरियां बढ़ती हैं।

2018 के बजट भाषण में वित्त मंत्री ने आयुष्मान भारत योजना की घोषणा करते हुए मौजूदा 3 प्रतिशत शिक्षा उपकर के स्थान पर 4 प्रतिशत स्वास्थ्य और शिक्षा उपकर लगाने की घोषणा की थी।

देर रात तक शिवराज सिंह चौहान ने दो सत्रों में ली कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस:अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई का अभियान जारी रखने के निर्देश के साथ कहा “रोजगार अभियान में रस्म अदायगी नहीं चलेगी” attacknews.in

भाेपाल, 10 मार्च । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिए की कालाबाज़ारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। गरीबों का हक़ मारने वालों को किसी भी हाल में छोड़ा न जाये।

श्री चौहान ने कलेक्टर और कमिश्नर कांफ्रेस में अधिकारियों से कहा कि प्रदेश में लॉ एंड ऑडर के मामले में हम बेहद गंभीर है। सभी ज़िलों में अच्छी कार्रवाई हुई है। अपराधियों को किसी भी कीमत पर छोड़ना नहीं है, उन्हें समूल खत्म करना है। जिन ज़िलों ने अच्छी कार्रवाई की, उनको बधाई और बाकी ज़िले भी तेज़ी लाएँ।

अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई का अभियान जारी रहे:

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि अच्छी-कानून व्यवस्था सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। चिन्हित अपराधों में अपराधियों को सख्त से सख्त और जल्द से जल्द सजा दिलवायी जाये। पुलिस द्वारा ऐसे मामलों की सतत् समीक्षा की जाये।

श्री चौहान ने राज्य शासन द्वारा प्रारंभ किये गये विभिन्न अभियानों और विकास कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रशासनिक अधिकारी आम जन की पूरी चिंता करें, यह हमारा मंत्र होना चाहिए। इसलिए ही हम शासन-प्रशासन में हैं।

कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस: प्रथम सत्र

अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई का अभियान जारी रहे,कानून-व्यवस्था है सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अच्छी-कानून व्यवस्था सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। चिन्हित अपराधों में अपराधियों को सख्त से सख्त और जल्द से जल्द सजा दिलवायी जाये। पुलिस द्वारा ऐसे मामलों की सतत् समीक्षा की जाये। मासिक समीक्षा के साथ ही योजनाओं के अमल और कानून-व्यवस्था की स्थिति की साप्ताहिक समीक्षा भी की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इंदौर में प्रशासन द्वारा भू-माफिया के विरूद्ध उठाये गये कदमों की खुली प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा अन्य जिले इंदौर में की गई कार्रवाई को आदर्श मानकर अपना सकते हैं। यह जरूर सुनिश्चित किया जाये कि किसी निर्दोष पर कार्रवाई न हो।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज मासिक कलेक्टर-कमिश्नर्स कॉन्फ्रेंस में निर्देश दिए कि प्रशासनिक अधिकारी आम-जन की पूरी चिंता करें, यह हमारा मंत्र होना चाहिए। इसलिए ही हम शासन-प्रशासन में हैं। कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी गई कि प्रदेश में रबी सीजन के लिए उपार्जन संबंधी आवश्यक तैयारियाँ पूरी हो गई हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में हुए निर्बाध धान उपार्जन कार्य की प्रशंसा की और अन्य फसलों के उपार्जन के लिए भी ऐसी ही व्यवस्थित कार्य-शैली अपनाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज मंत्रालय से वीडियो कॉन्फ्रेंस के प्रथम सत्र में जिलों के कलेक्टर्स, पुलिस अधीक्षकों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर राज्य शासन द्वारा प्रारंभ किये गये विभिन्न अभियानों और विकास कार्यों की विस्तृत समीक्षा की।

बेटियों के अपहरण की रोकथाम के लिए पुख्ता कदम

कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में पुलिस मुख्यालय और अटल बिहारी वाजपेई सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के मध्य अनुबंध पर हस्ताक्षर हुए। यह अनुबंध प्रदेश में बालिकाओं के अपहरण और व्यपहरण के मामलों की रोकथाम का अध्ययन कर सुझाव देने के लिए किया गया है। संस्थान ऐसे प्रकरणों के संबंध में प्रतिवेदन प्रस्तुत करेगा। पुलिस मुख्यालय की महिला अपराध शाखा की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीमती प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव और अटल सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के निदेशक श्री गिरीश शर्मा ने अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश में जनवरी माह में ऑपरेशन मुस्कान के अंतर्गत 2 हजार 444 और फरवरी माह में 885 बेटियाँ प्रदेश और प्रदेश के बाहर से दस्तयाब की गई हैं। इन अपहरण और व्यपहरण के लंबित मामलों में बालिकाओं के अभिभावकों को अधिकार-पत्र दिए जा रहे हैं। यह अधिकार-पत्र इन मामलों की विवेचना के बारे में संबंधित परिवार को अवगत करवाते रहेंगे। सुशासन संस्थान द्वारा अध्ययन के आधार पर बेटियों के अपहरण, व्यपहरण के कारणों, बालिकाओं के सामाजिक और आर्थिक परिवेश का अध्ययन किया जाएगा। इसके लिए वर्तमान कानून-व्यवस्था में संशोधन के सुझाव और विभागों की सहभागिता पर भी सुझाव प्राप्त होंगे। यह संस्थान प्रथम प्रतिवेदन 4 माह में प्रस्तुत करेगा।

वीडियो कॉन्फ्रेंस है सुशासन का अस्त्र, माफिया पर हुई प्रभावी कार्रवाई

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि माफिया के विरूद्ध अभियान के अंतर्गत कुछ मामलों में बहुत अच्छा कार्य हुआ है। वीडियो कॉन्फ्रेंस, जो सुशासन देने का बड़ा हथियार है, की वजह से भी यह कार्य संपन्न हो सका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्य कुशल पुरस्कृत होंगे। सुशासन देना ही मूल उद्देश्य है। अच्छे कार्य की प्रतिस्पर्धा हो। इससे परफार्मेंस बेहतर होगा। वास्तव में इंदौर प्रशासन ने माफिया के विरुद्ध प्रभावी और बेहतरीन कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कल इंदौर में उन लोगों की खुशी देखी जिन्हें लम्बे इंतजार के बाद अपने प्लाट मिल गए। भू-माफिया भागता फिर रहा है। जिन्हें न्याय मिला उनकी आँखों में चमक दिखाई देती है। मुख्यमंत्री ने इस उपलब्धि और लोगों को प्राप्त हुई राहत के लिए इंदौर प्रशासन को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि माफिया के विरूद्ध अभियान का सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है। कॉन्फ्रेंस के दौरान कलेक्टर इंदौर श्री मनीष सिंह ने प्रेजेंटेशन द्वारा भू-माफिया के विरूद्ध की गई कार्रवाई का विवरण दिया।

भू-माफिया सहित किसी माफिया को न छोड़ें

कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसी माफिया को न छोड़ा जाये। मुख्यमंत्री ने इंदौर कलेक्टर के प्रेजेंटेशन की सराहना की और बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जरूरी है कि वास्तविक व्यक्ति को कब्जा दिलवाया जाए। जहाँ सरकार खड़ी हो जाती है तो किसी माफिया की यह हिम्मत नहीं होती कि कब्जा करे और जनता को धमकाए। उन्होंने इंदौर में प्रथम चरण में हुई कार्यवाही की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुक्त करवाई गई अन्य भूमि का उपयोग भी सुनिश्चित करें।

कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि फरवरी माह में प्रदेश में भू-माफिया से 2480 एकड़ जमीन मुक्त करवाई गई है, जिसकी अनुमानित लागत 563 करोड़ रूपये है। अतिक्रमण हटाने और अवैध निर्माण तोड़ने का कार्य हो रहा है। पुलिस ने अन्य जिलों में भी कार्यवाही की है।

चिटफंड कंपनियों पर शिकंजा

चिटफंड कंपनियों के विरुद्ध कार्यवाही में इस माह पुलिस द्वारा 14 करोड़ 28 लाख रूपये की राशि वापस करवाई गई है। प्रदेश में कुल 31 अपराध पंजीबद्ध किये गये। निवेशित राशि वापस करवाने में दमोह जिला प्रथम है। सिवनी, भोपाल, छिंदवाड़ा और अशोकनगर क्रमशः दूसरे से पाँचवें क्रम पर हैं। कुल 35 आरोपी गिरफ्तार किए गए। प्रदेश में फरवरी में 4,327 निवेशकों को चिट फंड कंपनियों से ठगे जाने के बाद राहत दिलवाने के प्रशासन के प्रयास सफल हुए हैं। नागरिकों को 16 करोड़ 41 लाख रूपये की राशि वापिस मिली हैं। छिंदवाड़ा में सहारा इंडिया के 303 निवेशकों को 1 करोड़ 14 लाख 82 हजार रूपये वापस मिले। पन्ना में 277 निवेशकों को 1 करोड़ 2 लाख 55 हजार रूपये वापिस मिले। उज्जैन में ग्लोरियो प्रॉपर्टी के 10 संचालकों की 3 करोड़ 50 लाख की सम्पत्ति कुर्क करने के लिए न्यायालय ने आदेश दिया है।

अवैध शराब के कारोबार पर नियंत्रण

कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि इंदौर, बुरहानपुर, जबलपुर, बैतूल और छिंदवाड़ा को अवैध शराब के कारोबार के विरुद्ध फरवरी माह में श्रेष्ठ कार्य करने वाले जिलों में शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इन जिलों में किए गए श्रेष्ठ कार्य के लिए बधाई दी। इसी तरह अच्छा कार्य करने वाले अन्य जिलों में दमोह, धार, सतना, ग्वालियर, दतिया, नीमच, रतलाम, कटनी और टीकमगढ़ शामिल हैं।

रेत परिवहन पर नजर

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अवैध परिवहन में लगे वाहन अनिवार्य रूप से राजसात किए जाएं। कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि रेत खनिज के अवैध परिवहन पर वाहन राजसात की कार्रवाई की जा रही है। फरवरी माह में भिंड जिले में सर्वाधिक 25 वाहन राजसात किये गये। इसके लिए कलेक्टर भिण्ड को मुख्यमंत्री से बधाई मिली। अन्य जिलों में ग्वालियर, सागर, छिंदवाड़ा और गुना में भी अच्छा कार्य हुआ है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अन्य जिलों में की गई कार्यवाही की भी जानकारी प्राप्त करते हुए अच्छे कार्य करने वालों को बधाई दी और अन्य जिलों में अवैध परिवहन करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही के निर्देश दिए।

मिलावट और अवैध शराब विक्रय

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मिलावटी खाद्य पदार्थ के प्रकरणों के दोषियों के विरुद्ध निरंतर कार्यवाही के निर्देश दिए। कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि फरवरी माह में पुलिस और अन्य संबंघित विभागों द्वारा 1 करोड़ 15 लाख रूपये के मिलावटी पदार्थ जप्त किये गये। इनमें एनएसए के 7 प्रकरण शामिल हैं। जिन जिलों में अच्छा कार्य हुआ है उनमें मुरैना, विदिशा, इंदौर, जबलपुर, सिवनी, अशोकनगर, बालाघाट, भिण्ड, और बड़वानी शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने अवैध शराब के विरुद्ध कार्यवाही की जानकारी प्राप्त की। काँफ्रेंस में बताया गया कि प्रदेश में ऐसे कार्य में संलिप्त 143 वाहन राजसात हुए हैं। भोपाल में भी 33 वाहन राजसात हुए हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री ने बधाई दी। उन्होंने गुना, अलीराजपुर, इंदौर, बैतूल और ग्वालियर को भी अच्छे कार्य के लिए बधाई दी।

चिन्हित अपराधों के अपराधियों को सबक सिखायें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि चिन्हित अपराधों के अपराधियों को सबक सिखायें ताकि ऐसा कृत्य करने का दुस्साहस कोई न करें।कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि प्रदेश में चिन्हित अपराध के अंतर्गत अपराधियों के विरुद्ध की गई कार्यवाही में पन्ना जिला प्रथम है। पन्ना में 3 प्रकरण में दोष सिद्धि के साथ 100 प्रतिशत कार्य हुआ है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इसके लिए पन्ना जिला प्रशासन को बधाई दी। प्रदेश में गत माह 30 अपराधियों को आजीवन कारावास की सजा मिली है। जो जिले चिन्हित अपराधों पर कार्रवाई के लिए श्रेष्ठ कार्य कर रहे हैं उनमें सीधी, सतना, रतलाम, देवास और बुरहानपुर शामिल हैं। इन जिलों में 2-2 प्रकरण के साथ दोष सिद्धि 100 प्रतिशत हैं। यह रैंकिंग फरवरी माह की प्रगति के आधार पर की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चिन्हित अपराधों के अपराधियों को बचना नहीं चाहिए। पुलिस महानिदेशक ने बताया कि सीधी जिले में नाबलिग के साथ बलात्कार के आरोपियों को 20 वर्ष के सश्रम कारावास से दण्डित किया गया है। इसी तरह देवास और बैतूल जिलों में आरोपी को आजीवन कारावास और अर्थदण्ड से दण्डित किया गया।

जिलों में हरियाली बढ़ायें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिलों में पेड़ लगाने की अपील की। उन्होंने हर शहर और कस्बे में एक स्थान तय कर रोज एक पेड़ लगाने की अपील की। उन्होंने कहा कि मैं खुद प्रतिदिन पौधा लगा रहा हूँ। यह पर्यावरण रक्षा और मानव अस्तित्व के लिए आवश्यक है। इंदौर स्वच्छता में प्रकाश स्तंभ है, यह नगर अन्य नगरों के लिए प्रेरणा का कार्य करता है। इंदौर सहित सभी नगरों और ग्रामों में विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाये जाये।

उपार्जन और राशन वितरण में गड़बड़ियाँ न हों

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खाद्य उपार्जन में अनियमितताओं पर सख्त कार्रवाई की जाये। कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि प्रदेश भर में इस तरह की कार्रवाई की जा रही है। इसके अंतर्गत रीवा में 15, सिंगरौली में 12, दतिया, ग्वालियर में 5-5 और सीधी में 2 वाहन जप्त किये गये हैं। कुल 48 प्रकरणों में एफआईआर हुई है। इसी तरह पीडीएस में कालाबाजारी पर कार्यवाही की जा रही है। मुख्यमंत्री ने बालाघाट में अवैध कार्य में उपयोग हुए वाहन को जप्त करने की कार्यवाही एवं मध्यप्रदेश चोर बजारी अधिनियम 1980 में 4 लोगों को निरूद्ध करने के लिए कलेक्टर बालाघाट को बधाई दी। प्रदेश में 10 जिलों में 15 अन्य एफआईआर दर्ज हुईं हैं और सामग्री जप्त की गई। मुख्यमंत्री ने जिलों में ऐसे प्रकरणों में कालाबाजारी एक्ट में कार्यवाही के निर्देश दिए।

गरीबों को राशन से वंचित न होने दें

कॉन्फ्रेंस में अन्न उत्सव की भी समीक्षा की गई। जनवरी 2021 में प्रदेश में 22 हजार 532 उचित मूल्य दुकानों पर अन्न उत्सव सम्पन्न हुआ। जन-प्रतिनिधि भी आमंत्रित किये गये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में उपभोक्ताओं को समय पर खाद्यान्न मिले। यह गरीब का राशन है, जिससे वो वंचित न हों। मुख्यमंत्री ने साफ निर्देश दिए कि राशन पहुँचाना शासन की प्राथमिकता है। यह कर्मकांड नहीं है। राशन के वितरण का कार्य ठीक से न होने पर मैं कोई तर्क नहीं सुनूंगा। राशन वितरण की विस्तृत समीक्षा की जाए। मुख्यमंत्री ने पात्र परिवारों को पात्रता पर्ची देने के कार्य की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इस कार्य में विलंब न हो। कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि प्रदेश में गत पाँच माह में जारी 9 लाख 43 हजार लाख पात्रता पर्चियों में से 9 लाख 24 हजार (98 प्रतिशत) पात्रता पर्चियों का वितरण हो चुका है।

उपार्जन कार्य : अन्न का एक-एक दाना खरीदेंगे

मुख्‍यमंत्री श्री चौहान ने उपार्जन कार्य के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रबी उपार्जन में समिति/स्‍व-सहायता समूह तथा एफ.सी.ओ./ एफ.सी.सी. के साथ-साथ बड़े गोदाम मालिकों द्वारा भी किसानों से सीधे उपार्जन किया जाए। रबी उपार्जन 2021-22 में पंजीकृत कृषकों को निर्धारित समय में सत्‍यापन करवा कर सत्‍यापन रिपोर्ट दी जाए। गत वर्ष उपार्जन कार्य के दौरान जिन संस्‍थाओं/समितियों द्वारा गंभीर अनियमितताएँ की गई हैं, उनको ब्लैक लिस्टेड किया जाए। पूर्व वर्षों में जिन कृषकों को उपार्जन के बाद भुगतान नहीं किया गया है, उनका भुगतान कर, दोषियों पर प्रकरण दर्ज करवाएँ। संबंधित समिति के कर्मचारियों के निवास स्‍थान से उनकी सम्‍पत्ति की जानकारी प्राप्‍त कर उनके विरूद्ध वसूली/कुर्की कर राशि प्राप्‍त करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाये। मुख्यमंत्री ने जिलों में स्व-सहायता समूह की भागीदारी की जानकारी प्राप्त की। पन्ना, सतना और जबलपुर कलेक्टर्स ने बताया कि स्व-सहायता समूह हमारे जिलों में भागीदारी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों से अनाज का एक-एक दाना खरीदा जाएगा। एक भी किसान वंचित न हो। किसानों के पसीने को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।

धान उपार्जन एक उपलब्धि रही

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में धान उपार्जन कार्य व्यवस्थित रूप से हुआ। यह एक उपलब्धि रही। इसके लिए उन्होंने खाद्य, नागरिक आपूर्ति विभाग को बधाई दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रबी उपार्जन की तैयारियों की समीक्षा भी की। काँफ्रेंस में बताया गया कि प्रदेश में 15 मार्च से 15 मई तक चना, सरसों और 22 मार्च और एक अप्रैल से गेहूँ उपार्जन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने सभी उचित व्यवस्थाएँ करने के निर्देश दिए। उपार्जित स्कंध को बारिश से बचाने तथा अधिक उपार्जन वाले केन्द्रों में मनरेगा योजना के अंतर्गत कैप तैयार किये जाएंगे। कॉन्फ्रेंस में सतना कलेक्टर ने बताया कि उपार्जित खाद्यान्न का भुगतान न होने पर लापरवाही के दोषी पाए जाने पर सहकारिता निरीक्षक एम.पी. शर्मा को निलंबित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उपार्जन पश्चात सभी किसानों को सौ प्रतिशत भुगतान सुनिश्चित किया जाए।

कलेक्टर-कमिश्नर्स कॉन्फ्रेंस का द्वितीय सत्र

रोजगार अभियान में रस्म अदायगी नहीं चलेगी :

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि रोजगार दिलवाने के लिए जिला स्तर पर संचालित अभियान में रस्म अदायगी नहीं चलेगी। युवाओं को रोजगार दिलाना सरकार का टास्क भी है और जिम्मेदारी भी। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों द्वारा संचालित रोजगार तथा स्व-रोजगार योजनाओं और बैंकों को सम्मलित करते हुए जिला स्तर पर कार्य-योजना विकसित की जाये। स्किल गैप स्टडी करवाकर रोजगार मेलों के माध्यम से प्रतिमाह प्रदेश में एक लाख युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जाये। इसकी व्यवस्था और समन्वय के लिए राज्य स्तर पर एजेंसी गठित करे, जिसकी प्रतिमाह मेरे द्वारा समीक्षा की जाएगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यह निर्देश कलेक्टर-कमिश्नर्स कॉन्फ्रेंस के द्वितीय सत्र में दिये।

301 रोजगार मेले हुए आयोजित

वीडियो कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी गई कि जनवरी, फरवरी 2021 में 301 रोजगार मेलो का आयोजन किया गया। प्रदेश में 33 हजार 948 युवाओं को रोजगार और 1 लाख 60 हजार 942 आवेदकों को स्व-रोजगार से जोड़ा गया। रोजगार और स्व-रोजगार योजनाओं में इंदौर, सतना, राजगढ़, विदिशा और धार का प्रदर्शन बेहतर रहा। जबकि बड़वानी, रायसेन, होशंगाबाद, रतलाम और शहडोल जिलो को परफामेंस सुधारने के निर्देश दिये गये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिकारियों द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के लिए भेजे गए आकडों और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान प्रस्तुत आकड़ों में भिन्नता होने पर अप्रसन्नता व्यक्त की।

थर्ड पार्टी वेरिफिकेशन आवश्यक

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि घटिया सामग्री या कार्य की गुणवत्ता में कमी के कारण कोई भी नल जल योजना असफल नहीं होनी चाहिए। जल जीवन मिशन तथा अटल भू-जल योजना में चल रहे कार्यों पर ग्राम स्तरीय समितियाँ निगरानी रखे। सभी ग्राम पंचायतों में जन अभियान परिषद के माध्यम से जागरूकता अभियान, समुदाय की भागीदारी और डाटा कलेक्शन की कार्रवाई आरंभ की जाये। गुणवत्ता के लिए थर्ड पार्टी वेरीफिकेशन के निर्देश भी दिए गए।

कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि बुरहानपुर और निवाड़ी में मार्च माह के अंत तक जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर में नल से जल पहुँचाने का लक्ष्य है। बुरहानपुर में 31 मार्च से पूर्व ही यह लक्ष्य प्राप्त कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संपूर्ण जिले के सभी घरों को नल से जल देना बड़ी उपलब्धि होगी। इसका आरंभ उत्साह और उल्लास पूर्वक किया जायेगा।

मिलावट से मुक्ती अभियान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मिलावट से मुक्ति अभियान में विशेष कर ग्रीष्म ऋतु में दूध से बनी सामग्री पर विशेष ध्यान दिया जाये। खाद्य पदार्थों में मिलावट मानव जीवन से खिलवाड़ है। ऐसे मामलों में कडाई से कार्रवाई की जाये।

कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि अभियान के अंतर्गत 10 हजार 176 सैम्पल लिये गये। न्यायालय में 965 प्रकरण दर्ज है। कुल 255 व्यक्तियों पर एफआइआर और 32 एनएसए की कार्रवाई की गई है। अभियान के अंतर्गत 9.25 करोड़ रूपये की सामग्री जप्त की गई और 1.83 करोड़ रूपये का अर्थदण्ड वसूला गया। इसके साथ ही मिलावट करने वाले 7 प्रतिष्ठान तोड़े गये तथा 128 प्रतिष्ठान सील किये गये है। मिलावटी सामग्री की जांच के लिए 3 नई प्रयोग शालाएँ बनी है और निजी लैब का सहयोग भी लिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नीमच, गुना, मुरैना, रीवा और धार में मिलावट के अधिक प्रकरण मिलने पर चिंता जाहिर की।

गौण खनिज के अवैध परिवहन में जप्त वाहनों को नीलाम करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गौण खनिज के अवैध परिवहन के मामलों में अर्थदण्ड लगाना ही काफी नहीं है। इसकी शत-प्रतिशत वसूली भी सुनिश्चित की जाए। जप्त वाहनों को नीलाम कर राशि शासकीय कोष में जमा कराना सुनिश्चित करे। कॉन्फ्रेंस में ईटीपी में दिये गये समय और रूट पर नजर रखने और इसकी सतर्कता पूर्वक जाँच के निर्देश भी दिये गये।

मुख्यमंत्री स्वयं जाएंगे वनाधिकार पट्टों की वास्तविकता जानने

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वनाधिकार पट्टों के निराकरण की वास्तविकता जानने के लिए वे स्वयं कुछ जिलों का दौरा करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पट्टों के वितरण में संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टीकोण अपनाया जाए। एसडीएम सहित वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर भेजे, निचले स्तर के अमले पर निर्भर न रहे। कॉन्फ्रेंस में मण्डला कलेक्टर द्वारा पट्टा वितरण के लिए अपनायी गई प्रक्रिया का प्रस्तुतीकरण किया गया। जिला कलेक्टरों को इस प्रक्रिया का अनुसरण करने के निर्देश भी दिये गये। बड़वानी, रतलाम, सिंगरौली और धार में निराकृत दावों का प्रतिशत अधिक रहा जबकि खरगौन, सीधी, शहडोल, उमारिया और बुरहानपुर इसमें सबसे पीछे रहे।

मातृ मृत्यु दर में कमी लाना राज्य शासन के लिए विशेष टास्क

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मातृ मृत्यु दर में कमी लाना राज्य शासन के लिए विशेष टास्क है। इसे चुनौती के रूप में स्वीकार करना होगा। उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं के लिए महिला बाल विकास तथा स्वास्थ्य विभाग इस दिशा में संयुक्त रूप से कार्य करे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्वयं प्रतिमाह इसकी समीक्षा करेंगे। पूरक पोषण आहार वितरण में कमजोर बड़वानी, बुरहानपुर एवं दमोह के अधिकारियों से स्वयं मुख्यमंत्री ने बात की और बच्चों के पोषण प्रबंधन, पोषण सरकार, पोषण वाटिका के संबंध में जानकारी ली गई। पोषण स्तर में सुधार करने वाले प्रथम पाँच जिले निवाड़ी, मुरैना, उमरिया, राजगढ़ और रायसेन तथा अंतिम पाँच जिले देवास, अशोकनगर, सागर, मंडला और आगर रहे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बच्चों तथा महिलाओं के पोषण व स्वास्थ के संबंध में जिले वास्तविक स्थिति सामने रखें। आंकड़ों से खिलवाड़ उनके जीवन से खिलवाड़ है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मैदानी अधिकारियों की कार्य क्षमता और निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए।

पानी के लिए हाहाकार न हो

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गर्मी के मौसम में किसी बसाहट में पानी के लिए हाहाकार नहीं होना चाहिए। पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के पास पर्याप्त साधन तथा बजट उपलब्ध है। यदि किसी कारण से पानी समस्या बनता है तो वह अमले की निष्क्रियता मानी जायेगी। बताया गया स्थापित 16 हजार 389 नल-जल योजनाओं में से 15 हजार 117 कार्यरत हैं, जबकि 1272 बंद है। बंद नल-जल योजनाओं को हर हालत में चालू करवाने के निर्देश दिए गए।

कॉन्फ्रेंस में कोरोना की स्थिति तथा टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा गई। अनूपपुर के सी.एम.एच.ओ. को बदलने के निर्देश दिए गए।

सर्वोच्च प्राथमिकता सुशासन

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सुशासन राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। आज इंदौर कलेक्टर द्वारा किये गये बेहतर कार्यों का प्रस्तुतीकरण बैठक में हुआ। यह क्रम जारी रहेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संभागायुक्त और पुलिस महानिरीक्षकों को निर्देश दिये कि भ्रष्टाचार पर प्रभावी अंकुश लगायें। ऐसे मामलों को बारीकी के साथ और गम्भीरता से लें। कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक भी अपने अधीनस्थ विभागों में भ्रष्टाचार को पूरी तरह रोकें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लोकतंत्र में निर्वाचित जन-प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शासकीय कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में सांसद, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों का पूरा सहयोग लिया जाए। विधायक के साथ एस.डी.एम. स्तर पर हर तीन माह में योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करें। लोगों की समस्याओं का निराकरण पूरी मानवीय संवेदनाओं के साथ किया जाए। जनता को सुशासन देकर उनका विश्वास प्राप्त किया जाए।

मुरैना के अपर कलेक्टर पर कार्यवाही के निर्देश

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जन समस्याओं के निराकरण के लिए आये ग्रामीणों और जन-प्रतिनिधियों के साथ उचित व्यवहार नहीं करने पर मुरैना जिले के अपर कलेक्टर के प्रति अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने अपर कलेक्टर को स्थानान्तरित करने के निर्देश दिए।

उपार्जन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गेहूँ उपार्जन के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि किसानों का पंजीयन का सत्यापन कार्य 12 मार्च तक पूरा कर लिया जाए। उपार्जन के बाद किसानों के बैंक खाते में तीन दिन के भीतर विक्रय राशि का भुगतान सुनिश्चित किया जाए। बैठक में बताया गया कि चना, मसूर और सरसों का उपार्जन 15 मार्च से 15 मई तक चलेगा। उपार्जन एजेंसी मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ है।

आजादी का अमृत महोत्सव

संस्कृति, पर्यटन और जनसंपर्क विभाग के प्रमुख सचिव श्री शिवशेखर शुक्ल ने बताया कि 15 अगस्त 2022 को आजादी के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। आगामी 12 मार्च 2021 को प्रदेश के 75 स्थानों पर 75 सप्ताह तक चलने वाले आजादी के अमृत महोत्सव का शुभारंभ होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि आजादी के अमृत महोत्सव में जन-प्रतिनिधियों का पूर्ण सहयोग लिया जाए।

सार्थक अटेण्डेंस सिस्टम

शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों की कार्यालय में उपस्थिति-अनुपस्थिति से संबंधित सार्थक अटेण्डेंस सिस्टम का प्रस्तुतीकरण किया गया।

नरेन्द्र मोदी ने भारत और बांग्लादेश को जोड़ने वाले ‘मैत्री सेतु’ का किया उद्घाटन;अब अगरतला, अंतरराष्ट्रीय समुद्री बंदरगाह से भारत का सबसे नज़दीकी शहर बना attacknews.in

नयी दिल्ली, नौ मार्च । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को भारत और बांग्लादेश के बीच फेनी नदी पर बने ‘मैत्री सेतु’ का उद्घाटन किया। साथ ही प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर के राज्य त्रिपुरा में कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का भी उद्घाटन और शिलान्यास किया।

वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से ‘मैत्री सेतु’ का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि मैत्री सेतु के खुल जाने से अगरतला, अंतरराष्ट्रीय समुद्री बंदरगाह से भारत का सबसे नज़दीकी शहर बन जाएगा।

उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण से जुड़़ी जिन परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है, उनसे पूर्वोत्तर का बंदरगाह से संपर्क और सशक्त होगा।

मोदी ने कहा कि 2107 में त्रिपुरा की जनता ने भाजपा पर भरोसा जताकर ‘‘डबल इंजन’’ की सरकार बनाई आज वह पुरानी सरकार के 30 साल और डबल इंजन की तीन साल की सरकार में आए बदलाव को स्पष्ट अनुभव कर रही है।

उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती वामपंथी शासन में त्रिपुरा में जहां कमीशन और भ्रष्टाचार के बिना काम होने मुश्किल थे, वहां आज सरकारी लाभ लोगों के बैंक खाते में सीधे पहुंच रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘जो कर्मचारी समय पर सैलरी पाने के लिए भी परेशान हुआ करते थे, उनको सातवें वेतन आयोग के तहत सैलरी मिल रही है। जहां किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए अनेक मुश्किलें उठानी पड़तीं थीं, वहीं पहली बार त्रिपुरा में किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद सुनिश्चित हुई।’’

उन्होंने कहा कि जिस त्रिपुरा को हड़ताल की संस्कृति ने बरसों पीछे कर दिया था, आज वो व्यवसाय की सुगमता के लिए काम कर रहा है और जहां कभी उद्योगों में ताले लगने की नौबत आ गई थी, वहां अब नए उद्योगों और नए निवेश के लिए जगह बन रही है।

इस अवसर पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना का एक वीडियो संदेश भी प्रसारित किया गया।

कार्यक्रम में त्रिपुरा के राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब भी उपस्थित थे।

फेनी नदी त्रिपुरा और बांग्लादेश में भारतीय सीमा के बीच बहती है।

इस सेतु का निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड ने किया है। इस पर 133 करोड़ रुपये की लागत आई है।

1.9 किलोमीटर लंबा यह पुल भारत में सबरूम को बांग्लादेश के रामगढ़ से जोड़ता है। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार और परस्पर संपर्क बढ़ेगा।

मैत्री सेतु के उद्घाटन से बंग्लादेश के चट्टगांव बंदरगाह तक पहुंचने के लिए त्रिपुरा, पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार बन गया है। यह सबरूम से केवल 80 किलोमीटर की दूरी पर है।

प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर सबरूम में एकीकृत जांच चौकी स्थापित करने के लिए आधारशिला भी रखी।

प्रधानमंत्री ने कैलाशहर में उनाकोटी जिला मुख्यालय को खोवाई जिला मुख्यालय से जोड़ने वाले एचएच-208 की आधारशिला रखी और राज्य सरकार द्वारा विकसित राज्य राजमार्गों और अन्य जिला सड़कों का भी उद्घाटन किया।

उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत 40978 घरों और अगरतला स्मार्ट सिटी मिशन के तहत निर्मित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का भी उद्घाटन किया।

प्रधानमंत्री ने पुराने मोटर स्टैंड में मल्टी लेवल कार पार्किंग और वाणिज्यिक परिसर के विकास के लिए आधारशिला भी रखी।

महिला सफाई कर्मियों के साथ शिवराजसिंह चौहान ने झाडू लगाई:अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री की समस्त गतिविधियों का कार्य महिला अधिकारियों और कर्मचारियों ने किया attacknews.in

भोपाल 08 मार्च । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला सुरक्षा अधिकारियों और कर्मचारियों को महिला दिवस की बधाई दी।

आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सिर्फ महिला पुलिस अधिकारियों और निरीक्षकों को मुख्यमंत्री सुरक्षा के लिए दायित्व दिया गया।

श्री चौहान ने आज दिन की शुरुआत महिलाओं से चाय पर चर्चा करके की। निवास से सुबह नेहरू नगर जाने के लिए रवाना होते समय उन्होंने वाहन में बैठते ही महिला सुरक्षा अधिकारियों और कर्मचारियों को महिला दिवस की बधाई दी।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर श्री चौहान ने महिला सुरक्षाकर्मियों और महिला अधिकारियों के साथ कार द्वारा रवाना होकर नेहरू नगर चौराहे पर महिला सफाई कामगारों के साथ चर्चा की।

श्री चौहान ने कहा कि महिलाएं झाड़ू लगाने से लेकर अंतरिक्ष तक जा रही हैं। आज का दिन महिलाओं के लिए विशेष है। महिलाओं के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं की जानकारी भी मुख्यमंत्री ने महिला सफाई कामगारों को दी।

मुख्यमंत्री ने महिला सफाई कर्मियों के कार्य को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि आप लोग शहर को साफ स्वच्छ रखती हैं। मुख्यमंत्री ने उनके साथ उनके स्वच्छता कार्य में भी झाड़ू लगाकर हाथ बढ़ाया। महिलाओं का उत्साहवर्धन किया। महिला सशक्तिकरण के पहलुओं पर बातचीत की उनकी कठिनाइयों की जानकारी भी प्राप्त की।श्री चौहान ने महिला सफाई कर्मियों के साथ उनके स्वच्छता कार्य में भी झाड़ू लगाकर हाथ बंटाया।

उन्होंने कहा कि महिलाओं ने ही पुरुष को जन्म देने से लेकर उनके जीवन को आसान बनाने की जिम्मेदारी निभाई है। महिलाएं सभी कार्य कर सकती हैं कोई कार्य असंभव नहीं है। झाड़ू लगाने से लेकर अंतरिक्ष जाने तक सभी सभी कार्य महिलाएं करती हैं। मध्यप्रदेश में लाडली लक्ष्मी जैसी योजनाएं लागू की हैं। पंचायत राज संस्थाओं और नगरीय निकायों में महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रबंध किया गया।

मुख्यमंत्री ने बताया कि जन प्रतिनिधि के तौर पर 50 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था की गई। सरकारी नौकरियों में भी महिलाओं का प्रतिशत निरंतर बढ़ रहा है। महिलाओं की सुविधाओं और सम्मान के लिए सरकार निरंतर कार्य करेगी।

आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सिर्फ महिला पुलिस अधिकारियों और निरीक्षकों को मुख्यमंत्री सुरक्षा के लिए दायित्व दिया गया। जिन महिला अधिकारी और उपनिरीक्षक ने आज दायित्व निभाया उनमें डीएसपी बिट्टू शर्मा, उप निरीक्षक भावना शर्मा, टी आई योगिता सातनकर, रेनु मुराब, उपनिरीक्षक निशा अहिरवार, कंचन राजपूत, रिचा त्रिपाठी मेघा गोहिया, मोनिका, रूपा मिश्रा ,अर्चना तिवारी, शैली थामस सोनम शर्मा गायत्री सिंह शामिल रहीं।

मुख्यमंत्री का वाहन आर आई सुश्री इरशाद ने ड्राइव किया। महिला कांस्टेबल सुश्री सपना और सीमा चंदावार के अलावा निवास पर सावित्री, बेबी चौरसिया ,गीता दांगी और नगीना मालवीय ने ड्यूटी की। अन्य महिला पुलिस निरीक्षक में आकांक्षा शर्मा, अर्चना तिवारी पीएसओ मुख्यमंत्री के साथ दिन भर ड्यूटी पर थीं। वर्षा सिंह, अर्शिया सिद्दीकी, कल्पना गुर्जर और योगिता जैन एसआई भी ड्यूटी पर रहीं। आर्म्स गार्ड में महिला कांस्टेबल मीरा सिंह और सोनल पाराशर को जिम्मेदारी दी गई । जनसंपर्क टीम में श्रीमती सुनीता दुबे और श्रीमती बबीता मिश्रा कवरेज ड्यूटी की।

श्री चौहान भ्रमण के समय एडीएम श्रीमती माया अवस्थी उपस्थित थीं। मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में उप सचिव वंदना मेहरा ने ओएसडी की ड्यूटी की।

भारतीय न्यायिक सेवा (आईजेएस) का होगा गठन :इसकी परीक्षा केंद्रीय लोकसेवा आयोग (UPSC) लेगा attacknews.in

पटना 27 फरवरी। केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज कहा कि भारतीय न्यायिक सेवा (आईजेएस) का शीघ्र गठन किया जाएगा और इसकी परीक्षा केंद्रीय लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) लेगा ।

श्री प्रसाद ने शनिवार को पटना उच्च न्यायालय के शताब्दी भवन के उद्घाटन समारोह में कहा कि भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की तर्ज पर ही भारतीय न्यायिक सेवा (आईजेएस) का गठन किया जाएगा ताकि इस सेवा से कुशाग्र युवा प्रतिभा जुड़ सकें ।

उन्होंने कहा कि इस अखिल भारतीय न्यायिक सेवा के लिए यूपीएससी परीक्षा लेगा, जो आईएएस और आईपीएस के लिए परीक्षा का आयोजन करता है ।

मध्यप्रदेश में पहली बार ऐसा हुआ जब किसी IAS अफसर के मुख्य सचिव रहते उनका बेटा कलेक्टर बना,इकबाल सिंह बैस के बेटे अमनवीर सिंह बैस कलेक्टर बैतूल पदस्थ attacknews.in

मध्यप्रदेश में भाप्रसे के दो अधिकारियों की नवीन पदस्थापना

भोपाल, 9 फरवरी । मध्यप्रदेश में राज्य शासन ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (भाप्रसे) के दो अधिकारियों की नवीन पदस्थापना की है।

सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार सतना के नगर निगम आयुक्त एवं स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अमनवीर सिंह बैंस को बैतूल में कलेक्टर बनाया गया है।

इसी तरह इंदौर के अपर कलेक्टर मयंक अग्रवाल को नीमच कलेक्टर बनाया गया है।

पिता मुख्य सचिव, बेटा बना कलेक्टर:

मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस के बेटे अमनवीर सिंह बैतूल के कलेक्टर, मयंक अग्रवाल को नीमच कलेक्टर बनाया।1985 में बैस बने थे आईएएस, 28 साल बाद 2013 में बेटा आईएएस बना हैं ।

राज्य सरकार ने मंगलवार को बैतूल और नीमच में कलेक्टर की पदस्थापना कर दी है। दोनों जिलों के कलेक्टर 8 फरवरी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर हटाए गए थे।

सोमवार को मुख्यमंत्री के निर्देश पर दोनों जिलों के कलेक्टरों को हटाया गया था।

राज्य सरकार ने बैतूल और नीमच में कलेक्टर की पदस्थापना कर दी है।

नगर निगम सतना में आयुक्त अमनवीर सिंह को बैतूल का कलेक्टर बनाया गया है।

अमनवीर 2013 बैच के IAS अफसर हैं और मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस के बेटे हैं।

इसी तरह इंदौर में अपर कलेक्टर मयंक अग्रवाल को नीमच का कलेक्टर बनाया गया है।

सामान्य प्रशासन विभाग ने मंगलवार को आदेश जारी कर दिया है।

प्रदेश में पहली बार हुआ जब किसी IAS अफसर के मुख्य सचिव रहते उनका बेटा कलेक्टर बना है।

हालांकि पूर्व मुख्य सचिव केएस शर्मा के बेटे IPS मनीष शंकर शर्मा वर्तमान में ADG हैं। जब शर्मा प्रदेश के मुख्य सचिव थे तब मनीष शंकर 1999 से 2001 तक रायसेन और सतना SP रहे।

इकबाल सिंह बैस की पहली पोस्टिंग 21 जनवरी 1993 को सीहोर में हुई थी, वे वहां 9 अगस्त 1993 तक पदस्थ रहे थे। अब उनके बेटे को कलेक्टर का पदभार सौंपा गया है।

सोमवार को हुई कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस में प्रदेश के मैदानी अफसरों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के तेवर देखने को मिले थे।

कॉन्फ्रेंस खत्म होने के तत्काल बाद मुख्यमंत्री ने दो कलेक्टर, दो SP और एक राज्य पुलिस सेवा की अफसर को हटाने के निर्देश दे दिए।

इसका असर यह हुआ कि CM के निर्देश मिलने के एक घंटे बाद हटाए जाने के आदेश जारी कर दिया था।

जिसके मुताबिक कलेक्टर बैतूल राकेश सिंह व नीमच जितेंद्र सिंह को मंत्रालय में उप सचिव में पदस्थ किया गया है। जबकि SP निवाड़ी वाहिनी सिंह व गुना राजेश सिंह को PHQ भोपाल में AIG बनाया गया है। इसी तरह गुना CSP नेहा पच्चीसिया को पुलिस मुख्यालय में DSP पदस्थ किया गया।

शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई का अभियान जारी रखने का मंत्रियों को सुनाया फरमान attacknews.in

भोपाल, 09 फरवरी । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में माफिया के खिलाफ अभियान निरंतर जारी है। चिटफंड कंपनियों की संपत्ति कुर्क कर प्रभावितों को पैसे वापस कराए जा रहे हैं। इसके साथ ही गुम बच्चों को खोजने के लिए प्रदेश के बाहर भी टीमें भेजकर बच्चों की रिकवरी कराई गई है।

श्री चौहान मंत्रि-परिषद की बैठक से पहले, मंत्री गण को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 1271 भू-माफियाओं से 2000 हेक्टर भूमि मुक्त कराई गई, जिसकी लागत 10 हजार करोड़ रूपये से अधिक है। उन्होंने जानकारी दी कि चिटफंड कंपनियों से 50 हजार लोगों की 800 करोड़ की राशि वापस कराई गई है। उन्होंने कहा कि मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत मिलावटी सामान बनाने वाले 6 कारखानों को ध्वस्त किया जा चुका है। इसी प्रकार राशन की कालाबाजारी में लिप्त अधिकारी की संपत्ति जप्त कर जनता में राशन वितरित किया गया। इंदौर में हुई इस कार्यवाही का प्रभावी असर हुआ है। राशन की कालाबाजारी में लिप्त 331 लोगों पर कार्यवाही हुई है।

विदेश मंत्री जयशंकर की स्वीकारोक्ति;पूर्वी लद्दाख में सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया को लेकर चीन के साथ 9 दौर की वार्ता बेनतीजा रही, जमीन पर कोई प्रभाव नहीं दिखा attacknews.in

अमरावती, छह फरवरी । विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि भारत और चीन की सेना के शीर्ष कमांडर पूर्वी लद्दाख में सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया को लेकर नौ दौर की वार्ता कर चुके हैं और भविष्य में भी ऐसी वार्ताएं की जाती रहेंगी।

जयशंकर ने विजयवाड़ा में पत्रकारों से कहा कि अब तक हुई वार्ताओं का जमीन पर कोई प्रभाव दिखाई नहीं दिया है।

उन्होंने कहा, ‘सैनिकों के पीछे हटने का मुद्दा बहुत पेचीदा है। यह सेनाओं पर निर्भर करता है। आपको अपनी (भौगोलिक) स्थिति और घटनाक्रम के बारे में पता होना चाहिये। सैन्य कमांडर इस पर काम कर रहे हैं। ‘

जयशंकर से पूछा गया था कि क्या भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुईं झड़पों को लेकर दोनों देशों के बीच मंत्रिस्तरीय वार्ता हो सकती है। इस सवाल पर विदेश मंत्री ने यह जवाब दिया।

भारत और चीन के बीच बीते साल पांच मई से पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध चल रहा है। गतिरोध खत्म करने लिये दोनों देशों के बीच कई दौर की सैन्य और राजनयिक स्तर की वार्ताएं हो चुकी हैं, लेकिन अब तक कोई हल नहीं निकल पाया है।

विदेश मंत्री ने कहा, ‘सेना के कमांडर अब तक नौ दौर की वार्ताएं कर चुके हैं। हमें लगता है कि कुछ प्रगति हुई है लेकिन इसे समाधान के तौर पर नहीं देखा जा सकता। जमीन पर इन वार्ताओं का प्रभाव दिखाई नहीं दिया है।’

जयशंकर ने कहा कि उन्होंने और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पिछले साल अपने-अपने समकक्षों से बात की थी और इस बात पर सहमति बनी थी कि कुछ हिस्सों में सैनिकों को पीछे हटना चाहिये।

गृह मंत्रालय की नई गाइडलाइन:कोरोना संक्रमित कंटेनमेंट जोन के बाहर सभी गतिविधियों को संचालित करने की अनुमति,केवल अंतर्राष्ट्रीय हवाई यात्रा पर नहीं हुआ निर्णय attacknews.in

नयी दिल्ली 27 जनवरी । केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने कोविड महामारी के खिलाफ देश भर में चलाये जा रहे अभियान के तहत निगरानी रखने , नियंत्रण तथा सतर्कता संबंधी दिशा निर्देश आज जारी कर दिये जिनके तहत कंटेनमेंट जोन के बाहर ऐहतियाती उपायों के साथ अब सभी गतिविधियों की अनुमति दे दी गयी है और राज्य सरकारों को पहले की तरह ही मानक संचालन प्रक्रिया तथा नियंत्रण उपाय लागू करने को कहा गया है।

गृह मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी किये गये दिशा निर्देश एक फरवरी से लागू होंगे। इनमें मौटे तौर पर पहले से लागू उपायों में ज्यादा फेरबदल नहीं किया गया है हालाकि अब सिनेमा हाल पूरी तरह खुल जायेंगे जबकि पहले इन्हें दर्शकों की आधी क्षमता के साथ संचालन की अनुमति दी गयी थी। स्विमिंग पुल भी अब पूरी तरह खोलने के आदेश दिये गये हैं जबकि पहले ये केवल खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए खोले गये थे। अंतर्राष्ट्रीय हवाई यात्रा सामान्य बनाये जाने के बारे में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस समारोह के समापन के बाद किसानों की ट्रैक्टर रैली को अनुमति दे दी;करीब एक सौ किलोमीटर दूरी तक ट्रैक्टर रैली दिल्ली के अंदर रहेगी attacknews.in

नयी दिल्ली, 24 जनवरी । दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस समारोह के समापन के बाद किसानों की ट्रैक्टर रैली को अनुमति दे दी है।

दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (खुफिया) दीपेंद्र पाठक ने रविवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली पुलिस ने किसान संगठनों से पांच से छह बार लंबे संवाद के बाद किसानों की इच्छाओं का सम्मान करते हुए गणतंत्र दिवस समारोह के बाद ट्रैक्टर रैली की अनुमति दे दी है। ट्रैक्टर रैली सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर से दिल्ली के अंदर कुछ किलोमीटर तक अंदर आएगी। करीब एक सौ किलोमीटर दूरी तक ट्रैक्टर रैली दिल्ली के अंदर रहेगी। सिंघु बार्डर से ट्रैक्टर परेड चलेगी जो संजय गांधी ट्रांसपोर्ट, कंझावला, बवाना, औचन्दी बॉर्डर होते हुए हरियाणा में चली जाएगी। टिकरी बार्डर से ट्रैक्टर परेड नागलोई, नजफगढ, झरोदा, ढांसा, बादली होते हुए केएमपी पर चली जाएगी। गाजीपुर यूपी गेट से ट्रैक्टर परेड अप्सरा बार्डर गाजियाबाद होते हापुड़ रोड पर परेड पर होगी।

श्री पाठक ने कहा कि किसानों की ट्रैक्टर रैली में बाधा उत्पन्न करने के लिए पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तान से 308 ट्विटर हैंडल से तरह तरह के संशय पैदा करने की कोशिश की गई है।

उन्होंने कहा कि किसानों की इस रैली में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न ना हो इसके लिए भी पुलिस का पूरा बंदोबस्त किया जाएगा। रैली के मार्ग में आपात चिकित्सा मुहैय्या कराने के साथ पूरी तरह शांति और सौहार्द्र के साथ इसे पूरा किया जाएगा। हर जगह एक पेशेवर तरीके से काम करने के लिये किसानों के साथ बातचीत के बाद अंतिम निर्णय लिया गया है।

हरियाणा और उत्तर प्रदेश के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक में निर्णय लिया गया कि नियम काननू को ध्यान में रखकर रैली को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने पर सहमति हुई है।

किसान संगठन पिछले दो माह से कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ और फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी दर्जा देने कि मांग को लेकर राजधानी की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। सरकार के साथ किसान संगठनों की ग्यारह दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन कोई निर्णय नहीं हो सका है।

देश में पेट्रोल और डीजल के दाम शनिवार को अब तक के सबसे रिकार्ड उच्चस्तर पर पहुंचें, एक सप्ताह में एक रुपये प्रति लीटर बढ़े दाम attacknews.in

नयी दिल्ली, 23 जनवरी । देश में पेट्रोल और डीजल के दाम शनिवार को अपने नए सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गए। पेट्रोलियम विपणन कंपनियों ने इस सप्ताह चौथी बार वाहन ईंधन कीमतो में बढ़ोतरी की है।

पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के अनुसार शनिवार को पेट्रोल और डीजल दोनों के दाम 25-25 पैसे प्रति लीटर बढ़ाए गए हैं। इससे दिल्ली में पेट्रोल 85.70 रुपये प्रति लीटर और मुंबई में 92.28 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है।

राष्ट्रीय राजधानी में डीजल 75.88 रुपये प्रति लीटर और मुंबई में 82.66 रुपये प्रति लीटर हो गया है।

वाहन ईंधन कीमतों में लगातार दूसरे दिन वृद्धि की गई है। इस सप्ताह चार बार में वाहन ईंधन के दाम एक रुपये प्रति लीटर बढ़ाए गए हैं। स्थानीय बिक्री कर या मूल्यवर्धित कर (वैट) की वजह से विभिन्न राज्यों में वाहन ईंधन कीमतों में अंतर होता है। इस समय देश में वाहन ईंधन के दाम अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर हैं।

पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इससे पहले इसी सप्ताह वाहन ईंधन कीमतों में बढ़ोतरी के लिए सऊदी अरब द्वारा कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती को जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि, उन्होंने वाहन ईंधन पर करों में कटौती को लेकर कुछ नहीं कहा था।

सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम विपणन कंपनियों….इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (एचपीसीएल) ने छह जनवरी से वाहन कीमतों में रोजाना संशोधन फिर शुरू किया था। इससे पहले करीब एक माह तक वाहन ईंधन कीमतों में बदलाव नहीं किया गया था।

उसके बाद से पेट्रोल 1.99 रुपये प्रति लीटर और डीजल 2.01 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है।

कोविशील्ड की पहली खेप स्पाइस जेट विमान से दिल्ली के केंद्रीय भंडारण केंद्र पहुंची; गोएयर ने भी वैक्सीन की आपूर्ति शुरू की, पुणे से चेन्नई के लिए सात लाख खुराकों के साथ उड़ान attacknews.in

नयी दिल्ली/मुंबई , 12 जनवरी । दिल्ली के केंद्रीय भंडारण केंद्र राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (आरजीएसएसएच) में मंगलवार दोपहर को कोविशील्ड टीके की पहली खेप पहुंच गयी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

आरजीएसएसएच के चिकित्सा अधीक्षक बी एल शेरवाल ने बताया कि ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के कोविड-19 टीके की करीब ढाई लाख खुराक अस्पताल पहुंचायी गयी है।

टीके की इस खेप को लेकर सुबह करीब दस बजे स्पाइसजेट की उड़ान दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरी। उसके बाद दिल्ली पुलिस ने दिल्ली सरकार के सबसे बड़े कोविड-19 अस्पताल तक उसे सुरक्षित ढंग से पहुंचाने में सहयोग के लिए ‘ग्रीन कोरिडोर’ (निर्बाध मार्ग) कायम किया। चार दिन बाद देशभर में कोरोना वायरस के विरूद्ध टीकाकरण अभियान शुरू होने वाला है।

सूत्रों ने कहा, ‘‘ टीके को लेकर ट्रक करीब तीन बजकर 10 मिनट पर अस्पताल पहुंचा।’’

आरजीएसएसएच में टीके के भंडारण के लिए समुचित व्यवस्था की गयी है।

पुलिस उपायुक्त (इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा) राजीव रंजन ने बताया कि भंडार स्थल पर पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं और पुलिस नियंत्रण कक्ष की गाड़ियां अपनी गश्त योजना के तहत उसके आसपास भी चक्कर लगाएंगी।

पुलिस उपायुक्त (शाहदरा) अमित शर्मा ने कहा, ‘‘ हमने राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के भंडारण क्षेत्र में कर्मी तैनात किये हैं।’’

आरजीएसएसएच से ये टीके कड़ी सुरक्षा में विशेष वाहनों से टीकाकरण केंद्रो पर पहुंचाये जायेंगे।

दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में सरकारी एवं निजी अस्पतालों समेत 89 स्थान निर्धारित किये हैं जहां टीकाकरण के पहले चरण में करीब तीन लाख स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जाएगा।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, सफदरजंग अस्पताल, एलएनजेपी अस्पताल, जीटीबी अस्पताल, अपोलो अस्पताल और मैक्स अस्पताल आदि उनमें शामिल हैं।

सूत्रों ने बताया कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में 16 जनवरी को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की मौजूदगी में सादे समारोह में टीकाकरण शुरू होने की संभावना है।

भारत के दवा नियामक ने कोविशील्ड और कोवैक्सीन को देश में सीमित आपात उपयोग की मंजूरी दी थी। कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय एवं ब्रिटिश स्वीडिश कंपनी आस्ट्रेजेनेका ने विकसित किया है और उसका उत्पादन सेरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने किया है। कोवैक्सीन भारत बायोटेक द्वारा विकसित स्वदेशी टीका है।

गोएयर ने कोविड-19 वैक्सीन की आपूर्ति शुरू की, पुणे से चेन्नई के लिए सात लाख खुराकों के साथ उड़ान

मुंबई,से खबर है कि ,विमानन कंपनी गोएयर के विमान ने मंगलवार को कोरोना वायरस वैक्सीन की सात लाख खुराक पहुंचाने के लिए पुणे से चेन्नई के लिए एक उड़ान संचालित की।

गोएयर के अनुसार उड़ान ने मंगलवार सुबह चेन्नई से पुणे के लिए वैक्सीन की 70,800 शीशियों (7,08,000 खुराक) को लेकर उड़ान भरी।

गोएयर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कौशिक खोना ने एक बयान में कहा, ‘‘गोएयर को जीवन रक्षक कोविड-19 टीकों के परिवहन की जिम्मेदारी मिलने से हम अभिभूत हैं। हम आभारी हैं कि हमें वैक्सीन अभियान में योगदान करने का अवसर मिला।’’

गोएयर ने कहा कि कंपनी देश के सभी संभावित हिस्सों तक वैक्सीन पहुंचाने के लिए हर संभव कदम उठा रही है।

पुणे से कोविड-19 की वैक्सीन देश के विभिन्न हिस्सों तक पहुंचाने के तहत पहले दिन स्पाइसजेट की एक उड़ान मंगलवार सुबह 10 बजे दिल्ली पहुंची।

नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि चार विमानन कंपनियां मंगलवार को पुणे से देश के 13 शहरों तक कोविड-19 वैक्सीन पहुंचाने के लिए नौ उड़ानें संचालित करेंगी।

वैक्सीन को लेकर अफवाहों को हवा न लेने दें : मोदी

इधर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि देश कोरोना महामारी के खिलाफ अभियान के निर्णायक चरण में है और सभी को यह सुनिश्चित करना है कि वैक्सीन को लेकर किसी तरह की अफवाह न फैले तथा शरारती तत्व में इसमें किसी तरह की बाधा न डालें।

देश भर में 16 जनवरी से कोरोना महामारी के खिलाफ टीकाकरण अभियान शुरू किये जाने से पहले श्री मोदी ने सोमवार को सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेन्स के माध्यम से वैक्सीन के सुचारू वितरण तथा अन्य मुद्दों पर चर्चा की।

उन्होंने कहा कि पहले चरण में तीन करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जायेगा जिनमें स्वास्थ्यकर्मी और अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मचारी शामिल हैं। सरकार ने आने वाले कुछ ही महीनों में 30 करोड़ लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा है।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि किसी भी हालत में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती जानी चाहिए और देश भर में कोरोना प्रोटोकाल का पूरी सख्ती से पालन किया जाना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह बड़े गौरव की बात है कि दो स्वदेशी वैक्सीन तैयार की गयी हैं और दोनों ही किफायती, प्रभावी तथा भारतीय परिस्थितियों के अनुकूल हैं। उन्होंने कहा कि अब टीकाकरण की शुरूआत हो रही है तो इस बात का ध्यान रखे जाने की जरूरत है कि इसे लेकर अफवाह हवा न ले पायें।

उन्होंने कहा कि टीकाकरण को लेकर किसी तरह की अगर मगर न हो और यह भी ध्यान रखा जाये कि शरारती तत्व इसमें किसी तरह की बाधा न डालें। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस मामले में कंपनियों के बीच टकराव भी हो सकता है लेकिन सरकार की सभी एजेन्सियों के साथ साथ हर नागरिक का की जिम्मेदारी है कि वह इसमें सहयोग करें।

श्री मोदी ने कहा कि विभिन्न सामाजिक संगठनों को भी इसमें अपना सक्रिय सहयोग करना चाहिए और उन्हें इस मुहिम से जोड़ा जाना जरूरी है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि सभी के एकजुट प्रयास से देश इस विकट स्थिति से निपटने में सफल रहेगा। उन्होंने कहा कि टीकारण का पहला चरण शुरू होने के बाद इसकी समीक्षा की जायेगी।

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे ने पत्नी के रिश्तेदार को “X” श्रेणी की सुरक्षा देकर पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस,राज ठाकरे की सुरक्षा घटाई,सरकार ने 2 की सुरक्षा बढ़ाई , 11 की कम की , 16 लोगों की वापस ली, वहीं 13 नए लोगों को सुरक्षा दी attacknews.in

मुंबई,10 जनवरी । महाराष्ट्र सरकार ने विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेन्द्र फडणवीस और उनके परिवार, उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाइक, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे की सुरक्षा घटा दी है, वहीं भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख चंद्रकांत पाटिल की सुरक्षा वापस ले ली है।

राज्य भाजपा प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने इसे ‘‘ बदले की राजनीति’’ करार दिया, वहीं फडणवीस ने कहा कि इससे यात्रा करने और लोगों से मिलने की योजना पर असर नहीं पड़ेगा।

आठ जनवरी को जारी सरकारी अधिसूचना के अनुसार फडणवीस को अब ‘जेड-प्लस’ श्रेणी के बजाए ‘एस्कॉर्ट के साथ वाई-प्लस श्रेणी’ की सुरक्षा मिलेगी। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री की पत्नी अमृता फडणवीस और बेटी दिविजा की सुरक्षा ‘एस्कॉर्ट के साथ वाई-प्लस’ श्रेणी से घटा कर ‘एक्स’ श्रेणी कर दी गई है।

उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाइक को अब ‘वाई-प्लस’ के बजाए ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा मिलेगी।

मनसे प्रमुख की सुरक्षा ‘जेड’ श्रेणी से घटा कर ‘एस्कॉर्ट के साथ वाई प्लस’ श्रेणी की कर दी गई है।

भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे, राज्य भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल और पार्टी के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार की सुरक्षा वापस ले लिए गई है। राणे के पास ‘वाई-प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा थी।

इसके अलावा राज्य लोकायुक्त एम एल टाहिलियानी की सुरक्षा ‘जेड’ श्रेणी से घटाकर ‘वाई’ श्रेणी की कर दी गई है।

अधिसूचना के अनुसार सरकार ने दो लोगों की सुरक्षा बढ़ाई है, 11 की सुरक्षा कम की गई है, 16 लोगों की सुरक्षा वापस ली गई है, वहीं 13 नए लोगों को सुरक्षा दी गई है।

सुरक्षा प्राप्त करने के लिए नए लोगों में राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार, और युवा सेना के सचिव वरुण सरदेसाई शामिल हैं। सरदेसाई मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे के रिश्तेदार हैं।

दोनों को ‘एक्स’ श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।