पन्ना जिले में उत्तर वन मंडल क्षेत्र के जंगल में बीते कई दिनों लगी आग ने शहर के निकट चोपड़ा मंदिर,पुराना पन्ना क्षेत्र को भी चपेट में ले लिया;बुझाने के प्रयास में जुटा वन अमला attacknews.in

पन्ना, 30 मार्च । मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में उत्तर वन मंडल क्षेत्र के जंगल बीते कई दिनों लगी आग ने आज सुबह पन्ना शहर के निकट चोपड़ा मंदिर और पुराना पन्ना वाले क्षेत्र को भी अपनी गिरफ्त में ले लिया है। तेज हवा चलने के कारण तमाम प्रयासों के बावजूद आग नियंत्रित नहीं हो पा रही, वन अमला आग बुझाने के प्रयासों में जुटा हुआ है।

वन मंडलाधिकारी उत्तर पन्ना गौरव शर्मा ने बताया कि बिश्रमगंज वन परिक्षेत्र के कई हिस्सों में आग लगी हुई है। उन्होंने बताया कि जंगल की अवैध कटाई में लिप्त लोग जानबूझकर आग लगा रहे हैं। ये अपराधी तत्व वन विभाग के प्लांटेशन को निशाना बना रहे हैं। श्री शर्मा ने बताया कि पुराना पन्ना व चोपड़ा मंदिर की पहाड़ी सहित पुरुषोत्तमपुर झलाई बीट में आग लगने की घटनाएं हुई हैं।

खंडवा में वीभत्स सड़क हादसे में बालिका का सिर हुआ धड़ से अलग:बस की खिड़की से झांक रही बालिका का शरीर बाजू से गुजर रहे ट्रक की चपेट में आया attacknews.in

 

खंडवा, 30 मार्च । मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में आज खंडवा इंदौर मार्ग पर एक दिल दहलाने वाले हादसे में बस की खिड़की से झांक रही बालिका का शरीर बाजू से गुजर रहे ट्रक की चपेट में आ गया और उसका सिर, धड़ से अलग हो गया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार जिले के देशगांव थाने के समीप रोशिया गांव में यह हादसा एक मोड़ पर हुआ।

रोशिया पुलिस चौकी प्रभारी रमेश गवले ने बताया कि बस में सवार 11 वर्षीया तमन्ना अपनी माँ रुखसाना और बड़ी बहन हिना के साथ इंदौर जा रही थी।

खंडवा से लगभग 20 किलोमीटर दूर रोशिया गांव के समीप पुलिया पर एक ट्रक बस से रगड़ खाकर निकल गया।इस दौरान तमन्ना खिड़की से बाहर झांक रही थी और वह इसकी चपेट में आ गई।उसका सिर धड़ से अलग हाे गया और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

घटना के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया।

इधर पुलिस ने आरोपी ट्रक चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का प्रकरण दर्ज़ कर ट्रक जब्त कर लिया है।

बालिका का शव पोस्टमार्टम के लिए देशगांव ले जाया गया।

सार्वजनिक जलाई गई होलिका की आग को पुनः प्रज्वलित करने ज्वलनशील पदार्थ डालते ही लपटें अचानक तेजी से भभकने पर चारों युवक आग में जले attacknews.in

भरतपुर 29 मार्च । राजस्थान के भरतपुर से लगते उत्तरप्रदेश के गोवर्धन कस्बे में ज्वलनशील पदार्थ डालने से भभकी होलिका की आग में चार लोगों के झुलस जाने का मामला सामने आया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार रात होलिका दहन के काफी देर बाद ये चारों जब अपने होलिका जलाने के लिए मेवाती मोहल्ले पहुंचकर सार्वजनिक रूप से जलाई गई होलिका की आग को पुनः प्रज्वलित करने के लिए उसमें ज्वलनशील पदार्थ डाल दिया जिससे आग की लपटें अचानक तेजी से भभक उठी और इन चारों को अपनी चपेट में ले लिया और झुलस गए।

इनमें से एक युवक ने आग को तेज करने के लिए होलिका की अग्नि में ज्वलनशील पदार्थ डाल दिया था, जिससे अचानक लपटें तेजी से उठी और चारों युवकों को लपेटे में ले लिया।

घटना देर रात की मेवाती मोहल्ले की बताई जाती है। होलिका दहन तो शाम को ही हो गया था, लेकिन वे शगुन के लिए होलिका की अग्नि लेने के लिए देर रात वहां पहुंचे थे। जब वे वहां पहुंचे तो होलिका की अग्नि लगभग ठंडी पड़ चुकी थी।

उन्होंंने उस ठंडी पड़ती अग्नि की मामूली चिंगारी को तेज करने के लिए ज्वलनशील पदार्थ का प्रयोग किया और उसमें डाल दिया।

जैसे ही ऐसा किया गया, अंदर की ओर धधक रही आग ने बड़ा रूप ले लिया और आग की लपटों से चारों युवक झुलस गए। घटना के दौरान तुरंत ही स्थानीय लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया। हालांकि तब तक वे काफी झुलस गए थे।

इनमें दो की हालत गंभीर है, जिन्हें भरतपुर के अस्पताल ले जाया गया, जबकि दो का इलाज गोवर्धन के अस्पताल में चल रहा है। घटना मे गोवर्धन के पंकज मित्तल व डीग के उमेशचंद अग्रवाल सहित दो अन्य युवक झुलसे। सूचना पर थाना प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने आसपास के सीसीटीवी निकलवाए हैं, जिसके आधार पर जानकारी जुटाई जा रही है।

भीषण दुर्घटनाओं में 16 की मौत: नालंदा में ट्रक से कुचलकर आठ की मौत, कई घायल;  आंध्र प्रदेश में मिनी बस, लॉरी की टक्कर में आठ श्रद्धालुओं की मौत attacknews.in

 

राजगीर(बिहार)/नेल्लोर (आंध्रप्रदेश), 28 मार्च । बिहार में नालंदा जिले के तेल्हाड़ा थाना क्षेत्र में रविवार को ट्रक से कुचलर आठ लोगों की मौत हो गयी तथा कई अन्य घायल हो गये।इसी तरह आंध्र प्रदेश में नेल्लोर जिले के बुचिरेड्डीपालेम मंडल के दामारामदुगु गांव में रविवार को मिनी बस और लॉरी की टक्कर में पांच महिलाओं सहित आठ श्रद्धालुओं को मौत हो गयी और छह अन्य घायल हो गए।

पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि जहानाबाद से ट्रक नालंदा की ओर आ रहा था उसी समय तेल्हाड़ा थाना गेट के समीप ट्रक ने अनियंत्रित होकर दुकानों के पास खड़े लोगों को कुचल दिया। इस दुर्घटना में आठ लोगों की मौत हो गयी जबकि कई अन्य घायल हो गये।

सूत्रों ने बताया कि घटना से आक्रोशित लोगों ने मौके पर पुलिस पर पथराव कर दिया, जिससे एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। मृतकों की पहचान नहीं की जा सकी है। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस के वरीय अधिकारी मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने में लगे रहे ।

आंध्र प्रदेश में मिनी बस, लॉरी की टक्कर में आठ श्रद्धालुओं की मौत

उधर आंध्र प्रदेश में नेल्लोर जिले के बुचिरेड्डीपालेम मंडल के दामारामदुगु गांव में रविवार को मिनी बस और लॉरी की टक्कर में पांच महिलाओं सहित आठ श्रद्धालुओं को मौत हो गयी और छह अन्य घायल हो गए।

पुलिस ने कहा कि तमिलनाडु के रहने वाले एक समूह के 16 लोग तीर्थ यात्रा पर जा रहे थे। सभी श्रद्धालु श्रीसेलम के दर्शन करने के बाद नेल्लोर की ओर जा रहे थे। मिनी बस ने पेट्रोल पंप पर खड़ी लॉरी को टक्कर मार दी जिसमें सात लोगों की मौके पर मौत हो गई जबकि एक अन्य व्यक्ति की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई।

मृतकों की पहचान जगदीश, पद्मीनी, नंदकुमार, रेवती, सुजाता, आशा, देवी और गुर्नाधा रेड्डी (वाहन चालक) के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा कि वाहन चालक नींद में था जिसके कारण यह दुर्घटना हुई।

क्षेत्रीय पुलिस निरीक्षक सुरेश बाबू घटनास्थल पर पहुंचे और सभी घायलों को अस्पताल भिजवाया और दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को वहां से हटाकर यातायात जाम खुलवाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और शव पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भिजवा दिया गया है।

आंध्र प्रदेश के राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया। रविवार को यहां अपने संदेश में उन्होंने सड़क दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। इस दौरान एक अन्य सड़क दुर्घटना में तीन लोगाें की मौत हो गयी और अन्य छह घायल हो गए।

कानपुर के हार्ट हॉस्पीटल में लगी भीषण आग, कार्डियोलाजी में अग्निकांड से अफरातफरी;पुरानी बिल्डिंग में करीब 140 मरीज थे,सभी को सुरक्षित निकाला गया attacknews.in

कानपुर, 28 मार्च । उत्तर प्रदेश में कानपुर के स्वरूपनगर क्षेत्र में स्थित हृदय रोग संस्थान में रविवार को आग लगने से अफरातफरी मच गयी। अस्पताल प्रशासन के अनुसार सभी मरीजों को सुरक्षित निकाल लिया गया है हालांकि कुछ मरीजों के हताहत होने की सूचना है लेकिन इसकी पुष्टि फिलहाल नहीं हो सकी है। आग पर काबू पा लिया गया है और हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन से सभी घायलों को समुचित इलाज कराने तथा इस संबंध में तथ्य प्रस्तुत करने के निर्देश दिया है इसके साथ साथ जाँच के लिए उन्होंने एक उच्च स्तरीय समिति डी. जी.फ़ायर सर्विस, आयुक्त कानपुर मंडल और प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य की गठित की है जो तत्काल मौक़े पर जाकर संपूर्ण तथ्यों की जाँच करेगी।

उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि पूर्व में सभी अस्पतालों में अग्निशमन सेवाओं को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए गए थे पर पुनः से सभी अस्पतालों में जाँच करा ली जाए ताकि इस तरह की दुर्घटना कहीं अन्य अस्पताल में न हो।

अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि संस्थान में प्रथम तल पर बने आईसीयू के जनरल वार्ड में सुबह करीब साढ़े आठ बजे धुआं देखा गया जो देखते ही देखते आग की लपटों में तब्दील हो गया। आनन फानन में सभी मरीजों को उनके परिजन बाहर निकालने का प्रयास करने लगे। इससे वार्ड में अफरातफरी मच गयी और पूरे वार्ड में दम घोंटू धुआं पसर गया।

संस्थान के कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी और आग बुझाने का प्रयास करते हुए मरीजों को बाहर निकालने का प्रयास करने लगे। दमकल के कर्मचारियों ने तेजी दिखाते हुए आग बुझाने का प्रयास करते हुए खिड़कियां तोड़ कर सभी मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाला। आग लगने की वजह का पता नहीं चल पाया है।

पूरे मामले को लेकर एसीपी महेंद्र सिंह ने बताया कि ग्राउंड फ्लोर के सभी मरीजों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। पहली मंजिल पर नौ मरीजों के फंसे होने की सूचना मिली है। उन्हें उसी मंजिल पर ट्रीटमेंट दिया जा रहा है।खिड़कियों के शीशे तोड़कर वेंटीलेशन की व्यवस्था कर दी गई है। धुआं कम होने पर ग्राउंड फ्लोर चेक किया जाएगा। ग्राउंड फ्लोर पर अभी किसी के फंसे होने की सूचना नहीं है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि ग्राउंड फ्लोर पर स्थित स्टोर में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी थी। फायर सर्विस के लोग जांच कर बताएंगे कि आग लगने की क्या वजह रही।

हादसे के बाद कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण भी मौके पर पहुंचे गए हैं। उन्होने बताया कि पुरानी बिल्डिंग में करीब 140 मरीज थे। सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया है। बिल्डिंग की जांच की जा रही है अभी तक किसी के फंसे होने की सूचना नहीं मिली है। आग की वजह से किसी की मौत और जख्मी होने की सूचना नहीं मिली है। एहतियात के तौर पर 10 एंबुलेंस लगाई गई हैं। नई बिल्डिंग में अस्थाई तौर पर मरीजों को शिफ्ट कर दिया गया है।ऑक्सीजन स्कोप एंड सिस्टम भी पहुंचा दिए गए हैं।

महाराष्ट्र में पुणे के फैशन स्ट्रीट मार्केट में आग लगने से 500 दुकानें जल कर खाक attacknews.in

पुणे, 27 मार्च । महाराष्ट्र में पुणे के फैशन स्ट्रीट मार्केट में शनिवार को तड़के आग लगने से लगभग 500 दुकानें जल कर खाक हो गयीं।

अग्निशमन दल के अधिकारियों के अनुसार आग बुझाने के लिए दमकल की 16 गाड़ियां घटनास्थल पर भेजी गयीं और 60 कर्मचारी आग बुझाने में लगे। घंटों के कड़े प्रयास के बाद आग पर काबू पाया जा सका।

एमजी रोड पर फैशन स्ट्रीट एक लोकप्रिय शॉपिंग डेस्टिनेशन है जिसमें कपड़ों, जूतों और अन्य फैशन के सामान बेचने वालों की छोटी-छोटी दुकानें थीं।

इस दुर्घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है

मुंबई में माॅल की तीसरी मंजिल पर पिछले साल बना दिया अस्पताल अग्निकांड की चपेट में आने से 11 मरीजों की मौत में कोरोनावायरस पीड़ित मरीजों की भी मौत attacknews.in

मुंबई, 26 मार्च । मुंबई में एक मॉल में स्थित अस्पताल में आग लगने के बाद 11 मरीजों की मौत हो गई। इस अस्पताल में कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज चल रहा था। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी।

अभी यह स्पष्ट नहीं है कि जिन लोगों की मौत हुई है उनमें से कितने कोविड-19 के मरीज थे। नगर निकाय के अधिकारियों ने अभी यह नहीं बताया कि अस्पताल से जिन मरीजों को बाहर निकाला गया उनमें से कितने मरीजों का कारोना वायरस के लिए इलाज चल रहा था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘मुंबई में एक अस्पताल में आग लगने की घटना में लोगों की मौत से दुखी हूं। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र के मुंबई में एक कोविड देखभाल अस्पताल में आग लगने की घटना में लोगों की मौत से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’

अधिकारी ने बताया कि भांडुप इलाके में स्थित ड्रीम्स मॉल इमारत में सनराइज अस्पताल में आधी रात के कुछ देर बाद आग लग गई।

दोपहर को घटनास्थल पर पहुंच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि वहां कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज के वास्ते अस्थायी केंद्र बनाने के लिए मंजूरी ली गई थी।

अस्पताल ने अभी तक दो लोगों की मौत की पुष्टि की है और दोनों कोरोना वायरस के मरीज थे जिनकी आग लगने से पहले ही मौत हो चुकी थी। उसने कहा कि आग लगने के कारण किसी की मौत नहीं हुई है। अस्पताल और दमकल अधिकारियों के अलग-अलग बयानों का अभी मिलान नहीं किया जा सका है।

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि यह अस्पताल चार मंजिला मॉल की सबसे ऊपरी मंजिल पर स्थित है और जब आग लगी तब वहां 76 मरीज मौजूद थे जिनमें से ज्यादातर कोविड-19 का इलाज करा रहे थे।

मुंबई में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के बीच यह घटना हुई है। शहर में बृहस्पतिवार को संक्रमण के 5,504 नए मामले सामने आए जो इस महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक एक दिन में सर्वाधिक मामले हैं।

बीएमसी नियंत्रण कक्ष के सूत्रों ने बताया कि आग लगने की वजह का अभी पता नहीं चला है।

अधिकारी ने बताया कि दमकल की 20 गाड़ियां, पानी के 15 टैंकर और एम्बुलेंस को घटनास्थल पर भेजा गया। आग पर काबू पाने की कोशिश चल रही है।

उन्होंने बताया कि दमकल कर्मियों ने 70 मरीजों को बाहर निकाल लिया और उन्हें एक अन्य अस्पताल में भेजा गया है। दमकलकर्मी इस बात की जांच कर रहे हैं कि कहीं कोई मरीज अब भी अस्पताल के अंदर तो फंसा नहीं है।

मुंबई की महापौर किशोरी पेडनेकर घटनास्थल पर पहुंचीं और उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि मॉल के अंदर अस्पताल है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पहली बार किसी मॉल के अंदर अस्पताल देखा है।’’ उन्होंने कहा कि अगर यहां अस्पताल चलाने में किसी तरह की अनियमितता पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी।

अस्पताल ने एक बयान में कहा, ‘‘ड्रीम्स मॉल, भांडुप की पहली मंजिल पर आग लगी और धुआं सबसे ऊपरी मंजिल पर बने सनराइज अस्पताल तक पहुंच गया। जब आग लगने का अलार्म बजा तो सभी मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया क्योंकि धुआं अस्पताल तक पहुंच रहा था।’’

इसमें कहा गया है, ‘‘दो शवों को भी बाहर निकाला गया। अन्य मरीजों को नजदीक के कोविड-19 केंद्र और निजी अस्पतालों में भेजा गया।’’

बयान में कहा गया है कि महामारी की ‘‘असाधारण परिस्थितियों’’ में पिछले साल यह अस्पताल शुरू हुआ और इसने कई जिंदगियां बचाने में मदद की। यह अस्पताल दमकल विभाग से मिले लाइसेंस, नर्सिंग होम लाइसेंस समेत सभी अन्य नियमों का पालन करते हुए चल रहा है।

नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि बीएमसी ने अग्नि सुरक्षा नियमों का कथित उल्लंघन करने को लेकर पिछले साल नवंबर में मॉल को नोटिस भेजा था।

राकांपा के पूर्व सांसद संजय पाटिल ने कहा कि उन्होंने भी बीएमसी आयुक्त को पिछले साल पत्र लिखकर वहां अग्नि सुरक्षा नियमों के उल्लंघन की ओर ध्यान दिलाया था।

मुंबई नगर निगम के अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान निसार जावेदचंद (74), गोविंद दास (80), मंजुला बथारिया (65), अंबाजी पाटिल (65) और उनकी पत्नी सुनंदा पाटिल (58), सुधीर लाड (66) शामिल हैं कुछ अन्य मृतकों की अभी तक पहचान नहीं हुई है।

बड़वानी में कार दुर्घटनाग्रस्त होने से नर्स की मृत्यु, आरक्षक पति व पुत्र घायल attacknews.in

 

बड़वानी 25 मार्च । मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के जुलवानिया थाना क्षेत्र में आज सायं खंडवा वड़ोदरा मार्ग पर एक कार के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के चलते एक नर्स की मृत्यु हो गई और उसका आरक्षक पति व पुत्र घायल हो गए।

पुलिस सूत्रों के अनुसार जुलवानिया से 3 किलोमीटर दूर कार अनियंत्रित हो जाने के चलते शासकीय स्वास्थ्य केंद्र जुलवानिया में पदस्थ नर्स 25 वर्षीय प्रिया पाटीदार की मृत्यु हो गई। जबकि उनके पति सतीश पाटीदार व 6 वर्षीय पुत्र अनिकेत घायल हो गए। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

जुलवानिया थाने में पदस्थ आरक्षक सतीश पाटीदार अपने परिवार के साथ खरगोन जिले के डालका जा रहे थे, और जुलवानिया से 3 किलोमीटर दूर ही कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई।

रेलवे स्टेशन पर ईसाई युवतियों के धर्मांतरण मामले ने पकड़ा तूल,जांच के लिए एसपी रेलवे लखनऊ पहुंचे झांसी attacknews.in

 

झांसी 25 मार्च। उत्तर प्रदेश के झांसी रेलवे स्टेशन पर धर्मपरिवर्तन की सूचना पर दो नन और दो युवतियों को ट्रेन से उतारे जाने के मामले के तूल पकड़ने के बाद रेलवे महानिरीक्षक (आईजी) लखनऊ ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) रेलवे लखनऊ को गुरूवार को मामले की जांच के लिए यहां भेजा।

रेलवे आईजी के आदेश पर एसपी रेलवे सौमित्र यादव आज यहां पहुंच गये और उन्होंने मामले की बारीकी से जांच भी शुरू कर दी है।सूत्रों के अनुसार आज शाम तक इस मामले में किसी कड़ी कार्रवाई के आदेश में आ सकते हैं।

केरल की चार ईसाई ननों को उत्तर प्रदेश के झांसी रेलवे स्टेशन पर एक संगठन के लोगों ने जबरन धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगा कर ट्रेन से उतरवा दिया। वे सभी दोबारा तभी ट्रेन पर सवार हो सकीं, जब पुलिस ने उन्हें धर्म परिवर्तन न कराने की क्लीन चिट दी।

यह घटना 19 मार्च की है, जब हरिद्वार से पुरी जा  रही उत्कल एक्सप्रेस में कुछ लोगों ने नन्स को घेर लिया और जबरन ट्रेन से उतरवा लिया। इस वाकये से जुड़े ट्रेन के अंदर 25 सेकंड का एक वीडियो सामने आया,जिसमें नन्स कुछ लोगों से घिरी नज़र आती हैं. उनमें से कुछ पुलिस वाले हैं. वीडियो में एक आवाज़ आती है, “अपना सामान लेकर आओ. आप को भिजवा दिया जाएगा. ऐसी बात नहीं है..आप चिंता मत करो.”

वीडियो में आगे कहा गया है, “अगर आप सही हैं तो आपको भिजवा दिया जाएगा.” यह पुलिस वाले की आवाज है.  फिर नन की आवाज़ आती है, “ऐसे देश में चलेगा.” इसके बाद फिर संभवतः पुलिस की आवाज़ आती है जो शायद संगठन के लोगों से कह रही है, “अरे बाहर चलो, नेतागिरी कर रहे हो.” इसके बाद संभवतः संगठन के शख्स की आवाज़ आती है, जिसमें वह कहता है, ” अरे नेतागिरी नहीं करते तो कैसे पता चलता?” संभवतः फिर दूसरे पुलिस वाले की उन्हें घुड़कने की आवाज़ आती है, “जल्दी आओ रे।

दूसरे वीडियो में महिलाएं झांसी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म और फिर पुलिस स्टेशन में नज़र आती हैं. रेलवे पुलिस के डिप्टी एसपी नईम खान मंसूरी ने इस वाकये पर कहा, “संगठन के कुछ सदस्य  जो ऋषिकेश से ट्रेनिंग कैम्प से वापस आ रहे थे.. उसी ट्रेन में हज़रत निज़ामुद्दीन से राउरकेला के लिए चार क्रिश्चिन लेडीज यात्रा कर रही थीं, जिनमें दो नन्स थीं और दो लेडीज अंडर ट्रेनिंग थीं, जो दिल्ली में ट्रेनिंग कर रही थीं. सदस्यों को ऐसा शक हुआ कि शायद ये दो नन्स जो हैं वे दो अन्य लेडीज को धर्म परिवर्तन के लिए ले जा रही हैं क्योंकि वे आपस में बात कर रही थीं।”

मंसूरी ने बताया, “इस शक पर संगठन के लोगों ने आरपीएफ कंट्रोल रूम को सूचना दी. RPF ने GRP को बताया।संगठन के अजय शंकर तिवारी ने इसकी लिखित तहरीर दी।हम लोग मौके पर पहुंचे तो पता चला कि नन्स के साथ सादे लिबास वाली लड़कियां भी जन्म से ईसाई हैं और वे नन बनने की ट्रेनिंग ले रही थीं. बाद में उन्हें जाने दिया गया।

बहराइच में भीषण अग्निकांड में आग से तीस घर जल कर राख attacknews.in

बहराइच, 24 मार्च ।उत्तर प्रदेश के बहराइच ज़िले के जरवल विकासखण्ड क्षेत्र के तपेसिपाह गांव निवासी एक ग्रामीण के घर में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई जिसने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया और 30 मकान जलकर राख हो गए जबकि 25 मवेशियों के भी जलकर मौत हो गई।

पुलिस ने आज यहां कहा कि आज तड़के एक घर में आग लगी जिसने देखते देखते विकराल रूप ले लिया ।

अग्निकांड की सूचना पाकर उप जिलाधिकारी समेत अन्य राजस्व कर्मी आज मौके पर पहुंचे ।

ग्रामीणों के मुताबिक आग लगने की सूचना के 2 घंटे बाद दमकल पहुंचा।आग बुझाने में कम से कम 5 घंटे लग गए।पीड़ित परिवार खुले आसमान तले रहने को मजबूर हैं।

पुलिस सूत्रों के अनुसार जरवल विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत तपे सिपाह में डाक बंगला के पीछे बाढ़ व कटान पीड़ित रहते हैं।ग्रामीणों के अनुसार जीरा के घर बुधवार की सुबह बैटरी से शॉर्ट सर्किट से आग लग गई।

ग्रामीण जब तक आग बुझाने की कोशिश करते, तब तक लपटों ने पड़ोस के अन्य मकानों को आगोश में ले लिया।अग्निकांड में गांव निवासी तीन ग्रामीणों के मकान जलकर राख हो गए।

वही आग में झुलस कर 25 मवेशियों की भी जलकर मौत हो गई।

ग्रामीणों के मुताबिक अग्निकांड में तीस लाख से अधिक की संपत्ति का नुकसान हुआ है।

उप जिला अधिकारी महेश कुमार कैथल का कहना है कि राजस्व कर्मियों की रिपोर्ट मिलने के बाद पीड़ितों को आर्थिक सहायता दी जाएगी।तत्कालीन सहायता के रूप में त्रिपाल और कोटेदार द्वारा खाद्यान्न उपलब्ध कराया गया है।

वही आग लगने से 30 परिवार के डेढ़ सौ से अधिक लोग खुले आसमान के नीचे रहने को विवश है।

गुजरात के COVID19 अस्पतालों में पिछले साल से लग रही आग में वडोदरा का एक ओर अस्पताल भीषण अग्निकांड की चपेट में आया,17 कोरोना मरीज सलामत attacknews.in

वडोदरा, 18 मार्च । गुजरात में वडोदरा शहर के सिटी क्षेत्र के एक अस्पताल में बुधवार को लगी भीषण आग पर काबू पा लिया गया है। इस दौरान अस्पताल में भर्ती कोरोना वायरस के 17 मरीजों सहित 23 को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।

अग्निशमन विभाग के कर्मी ने गुरुवार को बताया कि विजयवल्लभ अस्पताल में बुधवार देर रात अचानक आग लग गयी थी। सूचना मिलते ही दमकल की 18 गाड़ियों के साथ दमकल कर्मी मौके पर पहुंच गए। दमकल कर्मियों ने करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मध्य रात्रि आग पर काबू पा लिया तथा अस्पताल में भर्ती 17 कोरोना मरीजों समेत 23 मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। आग में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।

आग में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।पुलिस ने मामला दर्ज करके आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है।

मेयर केयूर रोकाडिया ने बताया कि अस्पताल के तीसरे और चौथे फ्लोर से 17 मरीजों को रेस्क्यू किया गया है और इन्हें एसएसजी हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया है. इनमें से कोई भी कोरोना मरीज नहीं है. अब तक कोई घायल नहीं हुआ है. विजय वल्लभ अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए नामित है.

वडोदरा की जिलाधिकारी शालिनी अग्रवाल ने बताया कि शहर के मांडवी क्षेत्र में स्थित श्री विजय वल्लभ सार्वजनिक अस्पताल में आग लग गई. उन्होंने कहा कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है. अग्रवाल ने कहा, ‘‘कोविड-19 के 17 मरीजों समेत सभी 23 मरीजों को सुरक्षित निकाल लिया गया और अन्य अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया. कोई भी मरीज या अस्पताल कर्मी हताहत नहीं हुआ है.’’

पिछले साल भी कोविड अस्पताल में आग लगी थी,हुई थी पांच कोरोना मरीज़ों की मौत

पिछले साल 27 नवम्बर 2020 को कोविड-19 अस्पताल में लगी आग से पहले अगस्त महीने में भी अहमदाबाद के एक निजी कोविड-19 अस्पताल के आईसीयू वार्ड में आग लगने के बाद आठ कोरोना मरीज़ों की मौत हो गई थी।

पिछले साल 27 नवम्बर को गुजरात के राजकोट शहर में बृहस्पतिवार देर रात कोविड-19 अस्पताल के आईसीयू में आग लगने से पांच मरीजों की मौत हो गई थी और छह अन्य घायल हो गए थे ।

-दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया था कि अस्पताल में कोरोना वायरस से पीड़ित जिन 28 अन्य मरीजों का इलाज चल रहा था, उन्हें सुरक्षित बचा लिया गया था ।

दमकल विभाग के अधिकारी जेबी थेवा ने बताया था कि मावडी इलाके के उदय शिवानंद अस्पताल के आईसीयू में बृहस्पतिवार देर रात करीब एक बजे आग लगी।यहां कुल 33 मरीज भर्ती थे, जिनमें से सात उस समय आईसीयू में भर्ती थे।

उन्होंने बताया था कि ‘हम आग लगने की जानकारी मिलते ही तुंरत मौके पर पहुंचे और 30 मरीजों को सुरक्षित वहां से निकाला।ICU में भर्ती तीन मरीजों की वहीं मौत हो गई और अन्य दो ने थोड़ी देर बाद दम तोड़ दिया।’उन्होंने बताया था कि आग पर काबू पा लिया गया ।

अधिकारी ने बताया कि वहां से बचाए गए मरीजों को कोविड-19 के अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया था ।

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, राजकोट सिटी पुलिस कमिश्नर मनोज अग्रवाल ने बताया था कि हादसे में छह अन्य मरीज घायल हुए थे ।उन्होंने यह भी बताया था कि आग पर आधे घंटे के अंदर ही काबू पा लिया गया था.राजकोट नगरपालिका आयुक्त उदित अग्रवाल ने कहा, ‘हमारी जानकारी के मुताबिक आईसीयू में चिंगारी फूटी थी जिससे आग लग गई. अस्पताल के कर्मचारियों ने पहले आग को बुझाने की कोशिश की थी, लेकिन वह तेजी से फैल गई. बाद में उन्होंने अग्निशमन दस्ते को सूचना दी।

’राजकोट मेयर बीना आचार्य ने कहा था कि अस्पताल में आग बुझाने के सारे उपकरण मौजूद थे, साथ ही समय पर अग्निशमन दस्ते को सूचित कर एक बड़े जानमाल की हानि को रोका जा सका।

रिपोर्ट के मुताबिक, उदय शिवानंद कोविड-19 अस्पताल का संचालन गोकुल लाइफ केयर प्रा. लि. के द्वारा किया जाता है. यह एक निजी संस्था है जिसके कई अस्पताल गोकुल ब्रांड के नाम से चलाए जाते हैं.

बता दें कि इससे पहले अगस्त महीने में अहमदाबाद के एक निजी कोविड-19 अस्पताल के आईसीयू वार्ड में आग लगने के बाद आठ कोरोना मरीजों की मौत हो गई थी.अहमदाबाद में नवरंगपुर इलाके के श्रेय अस्पताल के आईसीयू वार्ड में आग लगी थी. इस हादसे के वक्त अस्पताल में 40-45 मरीज यहां भर्ती थे. मृतकों में पांच पुरुष और तीन महिलाएं शामिल थीं।

मध्यप्रदेश के छतरपुर और मण्डला में 2 बस अनियंत्रित होकर पलटने व बारातियों से भरी खाईं में गिरने से 7 की मौत,64 से ज्यादा घायल attacknews.in

छतरपुर/मण्डला, 18 मार्च । मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित महोबा बाइपास मार्ग पर एक बस के अनियंत्रित होकर पलट जाने से उसमें सवार दो यात्रियों की मौत हो गयी और 30 से अधिक घायल हो गए हैं।

पुलिस सूत्रों के अनुसार सागर से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जा रही बस कल देर रात्रि महोबा बाइपास मार्ग पर एक पुल के समीप अनियंत्रित होकर पलट गयी। दुर्घटना में बस सवार एक व्यक्ति की मौके पर मौत हो गयी, जबकि एक अन्य ने अस्पताल में इलाज के दौरान दमतोड़ दिया। हादसे में 30 से अधिक लोग घायल हैं, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बस में लगभग 60 यात्री सवार थे।

मंडला जिले में बस खाई में गिरने से पांच लोगों की मौत

इसी तरह मंडला जिले में आज एक बस के बिजली के खंबे से टकराने के बाद खाई में गिरने से एक बच्चें सहित पांच लोगों की मौत हो गई।

पुलिस सूत्रों के अनुसार जिले के नारायणगंज के समीप ग्राम पोतला में बारातियों से भरी एक बस के अंनियंत्रित होकर बिजली के खंबे से टकराकर खाई में गिरने से एक बच्चें सहित छह लोगों की मौत हो गई। करीब 34 लोग घायल हो गये है। गंभीर रुप से घायल आधा दर्जन लोगों को मंडला स्थित जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बस तेज गति से चल रही थी।

बस जुआरी ग्राम पंचायत के देवडोंगरी से बारात, चंदेहरा (शंकरगंज) गयी थी। लौटते समय हादसा हो गया।
इस घटना में मृतकों की शिनाख्त नही हो पायी है।

दिल्ली से देहरादून जा रही शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन की बोगी आग लगने से जलकर खाक, ट्रेन में आग लगने से मच गया था हड़कम्प attacknews.in

देहरादून 13 मार्च । नयी दिल्ली से उत्तराखंड के देहरादून जा रही शताब्दी एक्सप्रेस संख्या 02017 में शनिवार मध्याह्न भीषण आग लग गई। जंगल के बीच अचानक लगी आग में एक पूरा कोच खाक हो गया। चालक और गार्ड की तत्परता से कोच सवार सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।

देहरादून रेलवे स्टेशन के परिचालन अधीक्षक सीताराम शंकर ने बताया कि रोजाना की तरह आज सुबह शताब्दी एक्सप्रेस नयी दिल्ली से देहरादून के लिए चली थी। रायवाला पास करने के बाद देहरादून की ओर जाते समय राजाजी नेशनल पार्क में घने जंगल के मध्य लोको पायलट और गार्ड ने कोच सी-5 में अचानक धुंआ निकलते देख आपातकाल ब्रेक लगा दिए। साथ ही कोच में सवार सभी 35 यात्रियों को आनन-फानन में सकुशल बाहर निकाल लिया।

आग लगने से हड़कम्प मच गया:

उत्तराखंड के देहरादून और नई दिल्ली के बीच चलने वाली शताब्दी ट्रेन में शनिवार को आग लग गई। ट्रेन नई दिल्ली से देहरादून आ रही थी।

रेलवे के सूत्रों ने बताया कि आज मध्याह्न लगभग 12 बजकर 20 मिनट के आसपास ट्रेन के कोच सी-5 में अकस्मात आग लग गई। लोको पायलट और गार्ड ने सूझबूझ दिखाते हुए ट्रेन को कांसरो रेलवे स्टेशन पर रोक दिया। इसके बाद राजाजी टाइगर रिजर्व और रेलवे के अधिकारियों को सूचना दी गई। कोच में 35 लोग सवार थे। जिन्हें दूसरे कोच में स्थानांतरित किया गया। आग प्रभावित कोच अलग कर ट्रेन को देहरादून रवाना किया गया। आग लगने का कारण शॉट सर्किट माना जा रहा है।

मौके पर रेलवे के अधिकारी और राजाजी नेशनल पार्क के अधिकारी पहुंच गए और आग को बुझाने की कार्रवाई की जाती रही  तथा शेष कोचों को देहरादून भेज दिया गया है जबकि दो डिब्बे नजदीक के स्टेशन पर पहुंचा दिये जहाँ उतारे गये यात्रियों को देहरादून भेजने की व्यवस्था की गई ।

कोलकाता में पूर्वी रेलवे के कार्यालय की 13वीं मंजिल पर भीषण आग की चपेट में आने से 9 लोगों की मौत,2 लापता,मृतकों में चार अग्निशामक, दो रेलवे कर्मी और पुलिस के एक सहायक उप-निरीक्षक शामिल attacknews.in

कोलकाता, 08 मार्च । पश्चिम बंगाल के कोलकाता में स्ट्रैंड रोड पर स्थित पूर्वी रेलवे के कार्यालय की 13 वीं मंजिल पर आग लगने से कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई है।दो अन्य लोग लापता बताएं गये हैं ।

आग लगने की घटना सोमवार शाम करीब 1810 बजे घटी। मृतकों में चार अग्निशामक, दो रेलवे कर्मी और पुलिस के एक सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) शामिल हैं।

पूर्वी रेलवे के एक कर्मचारी ने बताया कि 13वीं मंजिल पर लेखा कार्यालय है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रात 2215 बजे घटनास्थल का निरीक्षण किया और मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रूपये और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की।

इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपये देने की घोषणा की है।।

पुलिस ने आज यहां बताया कि शाम को करीब 6.10 बजे हुगली नदी के किनारे स्थित कोइलघटा इमारत में आग लगी।

कोलकाता के स्ट्रैंड रोड इलाके में सोमवार की शाम एक बहुमंजिला इमारत की 13 वीं मंजिल पर आग लग गयी । इस इमारत में रेलवे के कार्यालय हैं । पुलिस ने इसकी जानकारी दी ।

दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आग बुझाने के लिये मौके पर 10 दमकल गाड़ियों को भेजा गया ।

कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आग लगने की यह घटना शाम छह बजकर 10 मिनट पर हुयी।

पूर्व रेलवे के प्रवक्ता कमल देव दास ने बताया कि न्यू कोयलाघाट बिल्डिंग में आग लगी। इसमें पूर्व रेलवे और दक्षिण पूर्व रेलवे का जोनल कार्यालय है और भूतल पर एक कंप्यूटराइज टिकट बुकिंग केंद्र है।

पुलिस ने बताया कि आग बुझाने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिये स्ट्रैंड रोड पर यातायात को रोक दिया गया.था ।

उन्होंने बताया, ‘‘हमलोग आग पर काबू करने का प्रयास कर रहे हैं, हमने इमारत को खाली करा लिया है।’’

इंदौर में कमलनाध के टपकने वाली लिफ्ट हादसे की जांच के लिए तकनीकी समिति बनाने की घोषणा शिवराज सिंह चौहान ने की attacknews.in

भोपाल, 22 फरवरी । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज विधानसभा में कहा कि इंदौर में एक अस्पताल में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और अन्य नेताओं द्वारा लिफ्ट का उपयोग करने के दौरान हुए हादसे की जांच के लिए तकनीकी समिति बनायी जाएगी।

श्री चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के सुझाव पर तकनीकी समिति बनाने की घोषणा करते हुए कहा कि यह समिति राज्य में लिफ्ट संचालन से संबंधित आवश्यक मापदंडों का परीक्षण करेगी। इसकी रिपोर्ट के आधार पर इस तरह के हादसे रोकने के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

श्री चौहान ने कहा कि कल भोपाल में भी एक लिफ्ट हादसा हुआ है, जिसमें कुछ लोग घायल भी हुए हैं। ये सब नहीं होना चाहिए।

इसके पहले सदन की कार्यवाही प्रारंभ होने पर श्री चौहान ने नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ के स्वस्थ और सुरक्षित रहने पर ईश्वर के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कल इंदौर में हुई लिफ्ट दुर्घटना की जांच की जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संतोष की बात है कि ईश्वर की कृपा से लिफ्ट दुर्घटना के दौरान श्री कमलनाथ और विधायक सज्जन सिंह वर्मा को चोट नहीं पहुंची और वे स्वस्थ एवं सुरक्षित हैं।

इसके पहले श्री कमलनाथ ने श्री चौहान के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उन्होंने सद्भावनाएं प्रकट की हैं और एक घंटे के अंदर ही जांच के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि लिफ्ट में हादसा हुआ और वह बेसमेंट तक चली गयी, जो नहीं जाना चाहिए थी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि एक तकनीकी समिति बनायी जाना चाहिए, जो जांच करे और भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकने के लिए भी कदम उठाए।

उन्होंने कहा कि लिफ्ट के निरीक्षण इंजीनियर्स द्वारा प्रत्येक छह माह में होना चाहिए और उस पर अंतिम निरीक्षण की तिथि भी दर्ज होना चाहिए।