वाराणसी, 10 मई । भारतीय जनता पार्टी का 2014 के लोकसभा चुनाव से बेहतर प्रदर्शन होने का भरोसा जताते हुए अध्यक्ष अमित शाह ने भविष्यवाणी की है कि पार्टी राष्ट्रीय सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करके 55 नई सीटों पर जीत हासिल करेगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर सत्ता संभालने जा रहे हैं ।
शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को उनके पिता स्वर्गीय राजीव गांधी पर हमला करने के लिए मोदी की आलोचना का भी तिरस्कार करते हुए कहा कि “वे अपने अतीत से दूर नहीं भाग सकते, हालांकि वे बहुत कोशिश करते हैं” ।
2014 के बाद से सत्तारूढ़ दल के शीर्ष पर चल रहे शाह ने एक साक्षात्कार में उच्च दबाव वाले चुनावों के विभिन्न पहलुओं के बारे में बात की, जहां एक खंडित विपक्ष भाजपा नीत राजग पर काबिज हो रहा है, जो अपने राष्ट्रवाद और विकास पर सवार होकर सत्ता बनाए रखने की उम्मीद करता है।
भाजपा ने 2014 में 543 लोकसभा सीटों में से 282 जीतकर पूूर्ण बहुमत पाया ।
इस बात पर जोर देते हुए कि भाजपा को अपने दम पर बहुमत मिलेगा, 54 वर्षीय शाह ने कहा कि वे इसमें सफल रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि पार्टी पश्चिम बंगाल में 23 से अधिक सीटें और ओडिशा में 13-15 सीटों पर जीत हासिल करेगी । भाजपा ने इन दोनों राज्यों में क्रमश दो और एक सीट 2014 में जीती थी ।
भाजपा प्रमुख के रूप में पदभार संभालने के बाद शाह ने संभावित रूप से देश भर में फैली 120 सीटों की पहचान भी की थी । पार्टी ने उन्हें 2014 में खोया था ।
उन्होंने कहा, “भाजपा उन निर्वाचन क्षेत्रों में से 55 से अधिक जीत हासिल करेगी ।
यह पूछे जाने पर कि जब उत्तर और पश्चिम भारत बह रहा था तो भाजपा 2014 का प्रदर्शन दोहरा पाएगी, उन्होंने कहा कि कुछ सीटें इस तरह या इस तरह से जा सकती हैं, लेकिन उनकी पार्टी को समग्र बहुमत मिलेगा ।
कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के साथ राजीव गांधी पर तीखे हमले के लिए मोदी को लेकर शाह ने सवाल किया कि ‘ वह या जवाहरलाल नेहरू की आलोचना सिर्फ इसलिए नहीं की जा सकती कि वे गांधी परिवार से हैं ।
“क्या बोफोर्स घोटाला उनके (राजीव गांधी) के अधीन नहीं हुआ था? क्या भोपाल गैस त्रासदी का आरोपी तब नहीं भागा था जब वह सत्ता में था? इन मुद्दों को लेकर बहस क्यों नहीं होनी चाहिए । उन्होंने कहा, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा अपने अतीत से दूर नहीं भाग सकते हैं लेकिन वे बहुत कोशिश करते हैं ।
मोदी ने दिवंगत प्रधानमंत्री को ‘ भिंडरावाले नंबर 1 ‘ के रूप में डब किया था, जिसमें कांग्रेस के कई शीर्ष नेताओं के साथ-साथ अन्य विपक्षी दलों का गुस्सा आकर्षित किया था ।
भाजपा अध्यक्ष ने राहुल गांधी के इस दावे पर भी खिल्ली उड़ाई कि मोदी अपना बैग पैक करें, और कहा चलो 23 मई आ रही हैं और “हम देखेंगे कि कौन अपना बैग पैक करने के लिए जाता है” । सात चरणों में होने वाले आम चुनाव के लिए वोटों की गिनती 23 मई को होगी ।
राष्ट्रीय सुरक्षा को भाजपा के अभियान का केंद्रीय विषय बताते हुए शाह ने कहा कि राष्ट्रवाद अपनी शुरुआत से ही उनकी पार्टी की प्रेरणा रहा है ।
उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट हवाई हमलों के बाद मोदी के नेतृत्व में लोग सुरक्षित और गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि आतंकवाद के जरिए 1990 से भारत के खिलाफ छद्म युद्ध छेड़ रहा है लेकिन भारत “थोड़ा नरम” था , इसके साथ ।
“सर्जिकल स्ट्राइक और हवाई हमलों के बाद अब लोग सुरक्षित और गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं । उन्होंने कहा, वे इस मुद्दे पर चट्टान की तरह मोदी सरकार के साथ खड़े हैं ।
यह पूछे जाने पर कि चुनाव में राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे से भाजपा को कितना मदद मिल रही है, उन्होंने कहा कि इससे उनकी पार्टी को लाभ हो रहा है और उन्होंने यह जोड़ा है कि इसके वास्तविक प्रभाव का मूल्यांकन राजनीतिक पंडितों को करना है ।
शाह ने कहा, ‘ भाजपा के लिए राष्ट्रवाद, राष्ट्रीय सुरक्षा चुनावी नुकसान का मामला नहीं है और जीत है लेकिन विश्वास का मुद्दा है ।
उन्होंने विपक्ष की इस आलोचना को खारिज कर दिया कि भाजपा सशस्त्र बलों के पराक्रम का राजनीतिकरण कर रही है, उनका कहना है कि उनकी पार्टी ने अपनी सरकार के काम को लोगों के सामने रखा है ।
उन्होंने कहा, मोदी सरकार ने फैसला लिया और सशस्त्र बलों ने कार्रवाई को अंजाम दिया ।
एक सवाल के रूप में अगर भाजपा चुनाव के बाद संभावित सहयोगियों के रूप में क्रमशः के. सी. राव और नवीन पटनायक, तेलंगाना और ओड़िशा के मुख्यमंत्री जैसे क्षेत्रीय सत्ताधारियों को देख रही है, तो शाह ने कहा कि वे सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल होने का स्वागत करते हैं, लेकिन उन्होंने जोर दिया कि भगवा पार्टी को अपने दम पर बहुमत मिलेगा ।
आम चुनाव के पांच चरणों के साथ उन्होंने अपने इस दावे को भी दोहराया कि भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में 80 में से 72 से अधिक सीटें जीतेगी ।
सबसे बड़े राज्य में समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी गठबंधन के पक्ष में मजबूत सामाजिक गणित के बारे में पूछे जाने पर शाह ने पीछे मुड़कर कहा, आप लोग अंकगणित को देखते हैं । मैं लोगों की भावनाओं को देखता हूं और वे पूरी तरह से मोदी के साथ हैं ।
एक सवाल के रूप में जो मुद्दा जनता के बीच सबसे ज्यादा गूंज रहा था, उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में मुद्दे अलग हैं लेकिन हर जगह लोग मोदी के नाम पर वोट कर रहे हैं ।
उन्होंने कहा, ५० करोड़ से अधिक लोगों का मानना है कि पहली बार उनके पास एक ऐसा प्रधानमंत्री है जो उनके बारे में सोचता है और उनके जीवन में सुधार हुआ है ।
उन्होंने कहा, उन्हें यह भी लगता है कि मोदी ने देश को सुरक्षित कर लिया है और यह सुनिश्चित किया है कि उसकी अर्थव्यवस्था लगातार पांच साल तक सबसे तेजी से बढ़ती रही ।
तीन दशक में पहली बार शाह ने कहा, महंगाई विपक्ष के अभियान में कोई मुद्दा नहीं है और इसका श्रेय मोदी सरकार को जाता है, क्योंकि उसने महंगाई को नियंत्रण में रखा हुआ है ।
कांग्रेस नेतृत्व पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए शाह ने कहा कि विपक्षी पार्टी ने मोदी के लिए कई अपशब्द इस्तेमाल किये लेकिन जब राजीव गांधी की आलोचना हुई तो उसे बुरा लग गया।
उन्होंने कहा, ‘‘आप मौजूदा प्रधानमंत्री के लिए हर तरह के अपशब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन एक पूर्व प्रधानमंत्री की आलोचना होते नहीं देखना चाहते। ये किस तरह के दोहरे मानदंड हैं। लोकतंत्र में यह स्वीकार्य नहीं हो सकता।’’ भाजपा अध्यक्ष ने राहुल गांधी के इस दावे के लिए भी उन पर चुटकी ली कि मोदी को अपना बोरिया-बिस्तर बांध लेना चाहिए। शाह ने कहा कि 23 मई आने दीजिए और तब देखेंगे कि कौन बोरिया-बिस्तर बांधता है?
सात चरणों में चल रहे लोकसभा चुनाव का अंतिम चरण 19 मई को संपन्न होगा और मतगणना एक साथ 23 मई को होगी।
भाजपा के चुनाव प्रचार में राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रमुख मुद्दा बनाये जाने के संदर्भ में शाह ने कहा कि उनकी पार्टी की स्थापना के समय से ही राष्ट्रवाद उसकी प्रेरणा के रूप में रहा है।
उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद जनता मोदी के नेतृत्व में सुरक्षित तथा गौरवान्वित महसूस कर रही है। पाकिस्तान आतंकवाद के माध्यम से 1990 से भारत के खिलाफ छद्म युद्ध छेड़ रहा है लेकिन भारत इससे निपटने में थोड़ा नरम रहा।
चुनाव में राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे से भाजपा को किस तरह की मदद मिल रही है, इस प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि इससे पार्टी को लाभ हो रहा है और वास्तविक प्रभाव का आकलन राजनीतिक पंडित कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के लिए राष्ट्रवाद, राष्ट्रीय सुरक्षा चुनावी हार जीत के विषय नहीं हैं बल्कि आस्था के विषय हैं।’’
लोकसभा चुनाव के पांच चरण संपन्न हो चुके हैं और अमित शाह ने अपने इस दावे को दोहराया कि भाजपा उत्तर प्रदेश में 73 से ज्यादा सीटें जीतेगी जो उसने 2014 में अपने सहयोगी अपना दल के साथ मिलकर जीती थीं।
उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा के गठबंधन के पक्ष में मजबूत सामाजिक गणित की संभावना के प्रश्न पर भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘आप लोग गणित देखिए। मैं लोगों की भावनाओं को देखता हूं और वे पूरी तरह मोदी के साथ हैं।’’
क्या भाजपा तेलंगाना राष्ट्र समिति और बीजू जनता दल जैसी पार्टियों को चुनाव के बाद संभावित गठबंधन सहयोगी के तौर पर देखती है, इस पर शाह ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में उनका स्वागत है।
जब भाजपा अध्यक्ष से पूछा गया कि जनता के बीच सबसे ज्यादा कौन सा मुद्दा चर्चा में है तो उन्होंने कहा कि देश के अलग-अलग हिस्सों में भिन्न-भिन्न मुद्दे हैं लेकिन हर जगह जनता मोदी के नाम पर वोट डाल रही है।
शाह ने कहा कि 50 करोड़ से अधिक लोग मानते हैं कि पहली बार देश में ऐसा प्रधानमंत्री है जो उनके बारे में सोचता है और जिसने उनकी जीवनशैली को उन्नत बनाया है।
उन्होंने कहा कि वे लोग यह भी मानते हैं कि मोदी ने देश को सुरक्षित बनाया है और लगातार पांच साल तक देश की अर्थव्यवस्था को सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनाये रखा है।
शाह ने कहा कि तीन दशक में पहली बार विपक्ष के प्रचार अभियान में महंगाई कोई मुद्दा नहीं है और इसका श्रेय मोदी सरकार को जाता है जिसने महंगाई को काबू में रखा है।
पिछले साल दिसंबर में मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत के बावजूद शाह ने विश्वास जताया कि भाजपा 2014 के प्रदर्शन को दोहराएगी जब उसने इन राज्यों में 65 में से 62 सीटों पर जीत हासिल की थी।
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