अहमदाबाद, 30 मार्च । भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि वह जो कुछ भी है वह पार्टी की ही बदौलत है तथा अगर उनकी जिंदगी से इसे निकाल दिया जाये तो केवल एक बड़ा शून्य ही बचेगा।
गांधीनगर लोकसभा सीट पर पार्टी प्रत्याशी के तौर पर नामांकन से पहले यहां सरदार पटेल चौक पर आयोजित रैली में उन्होंने कहा कि 1982 में एक सामान्य बूथ कार्यकर्ता से आज विश्व की सबसे बड़ी पार्टी का अध्यक्ष भाजपा ने ही उन्हें बनाया है। उन्होंने जो भी सीखा और पाया है वह पार्टी की ही देन है। अगर उनके जीवन से भाजपा को निकाल दिया जाये तो केवल शून्य बचेगा।
उन्होंने कहा कि गांधीनगर सीट पर पी वी मावलकर, आडवाणी और अटल जी जैसे लोग सांसद रहे हैं और उनका सौभाग्य कि इसी क्षेत्र से भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है। वह देश के सबसे विकसित इस क्षेत्र में आडवाणी जी के विरासत को विनम्रता से आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे। वह इस क्षेत्र के तहत आने वाले विधानसभा क्षेत्र के भी पांच बार विधायक रह चुके हैं।
श्री शाह ने कहा कि वह राज्यसभा के भी सदस्य है पर वह राज्यसभा में इसलिए गये क्योंकि तब लोकसभा चुनाव नहीं हो रहा था। वह लोगों के बीच रहने वाले आदमी है और पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए अनुमति दी है।
उन्होंने कहा कि अगला लोकसभा चुनाव एक ही मुद्दे पर लड़ा जायेगा कि इस देश का नेतृत्व कौन करेगा। इस मामले में पूरे देश में एक ही आवाज आती है। मोदी मोदी। पांच साल में यह विश्वास इसलिए बना क्योंकि 70 साल से जनता जिस नेता की राह देख रही थी उसे वह मोदी मे दिखा।
श्री शाह ने कहा कि आज देश का सामने यह सवाल है कि देश को सुरक्षा कौन दे सकता है। ऐसा एक ही व्यक्ति मोदी जी कर सकते हैं। भाजपा और राजग की सरकार कर सकती है। मोदी जी का दोबारा प्रधानमंत्री बनना निश्चित है और वह गुजरात की जनता से अपील करते हैं कि राज्य की सभी 26 सीटें भाजपा की झोली में डाल दे ताकि गुजरात के बेटे को शान से सरकार बनाने का मौका मिले।
शिवसेना प्रमुख उध्दव ठाकरे ने कहा: अब देश में भगवा, भगवा और भगवा ही होगा और कोई नहीं आएगा:
शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज कहा कि उनकी पार्टी और भाजपा की विचारधारा एक है और दोनो के बीच जो मत मिन्नता और मनमुटाव था वह अब पूरी तरह समाप्त हो चुका है।
श्री ठाकरे ने आज यहां भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के गांधीनगर सीट पर नामांकन से पहले अहमदाबाद के सरदार पटेल चौक पर हुई सभा मे विपक्षी दलो पर प्रहार करते हुए कहा कि एक विचारधारा वाली दो पार्टियों के लड़ने झगड़ने से कुछ लोग खुशी मना रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘ कुछ लोगों को मेरे यहां पहुंचने से आनंद हुआ पर कुछ को पेट मे दर्द हो रहा होगा। कुछ लोग खुशी मना रहे थे कि एक विचारधारा वाले दल लड़ झगड़ रहे थे।। हममे मत भिन्नता मनमुटाव जरूर था पर जब अमितभाई मेरे घर आये और बात हुई तो यह सब खत्म हो गया। शिवसेना और भाजपा की विचारधारा एक है जो हिन्दुत्व है। मेरे पिताजी (स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे) कहते थे कि हिन्दुत्व हमारी सांस है। यह रूक जाये तो कैसे चल सकते हैं।’
उन्होने कहा कि विपक्ष के गठबंधन में दिल मिले या न मिले वे हाथ मिला रहे हैं पर भाजपा शिवसेना का दिल मिल गया है।
श्री ठाकरे ने कहा, ‘ हमने यही सोचा कि पिछले पांच साल में जो हुआ हो गया। पर उससे पिछले 25 से30 साल में क्या हो रहा था। अकाली दल को छोड़ कर अन्य सभी दल भाजपा और शिवसेना को अछूत मानते थे। पता नहीं कैसे 25 साल गुजर गया। हमारा सपना सच्चाई बना। दिल्ली के तख्त पर भगवा लहरा गया। हमारा नेता एक है। विपक्ष को पूछना चाहता हूं कि आपका नेता कौन है। हमे भी सत्ता चाहिए पर हम कुर्सी के लिए पागल नहीं हो गये है। यहां जैसे भीड़ मोदी मोदी जी के नारे लगा रही है वैसे विपक्ष से बोलो कि एक नेता का नारा लगाये। उनमे न कोई सोच एक जैसी है और न एकता। हर नेता सोचता है कि वही प्रधानमंत्री बने। जब पहले ही ऐसी टांग खिंचाई होगी तो वे आगे कैसे बढ़ सकते हैं।’
शिवसेना प्रमुख ने कहा, ‘अमित भाई मै आया हूं मेरे पिता जी ने सिखाया है कि जिसकी भी मदद करो दिल खोल कर करो। हमने मत भिन्नता मिटा दिया है। पीछे से वार के हमारे संस्कार नहीं है। मै दिल से यहां आया हूूं।’
भाजपा-शिवसेना की एकजुटता की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास अब माहौल गर्म करने के लिए कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि अब देश में भगवा भगवा और भगवा ही होगा और कोई नहीं आयेगा। श्री ठाकरे ने कहा, ‘हम देश को साथ मिल कर आगे बढ़ायेंगे।’
सभा मे शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष प्रकाश सिंह बादल, केंद्रीय मंत्री और लोकजनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नीतिन गडकरी ओर पियूष गोयल तथा गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल भी उपस्थित थे।
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