पटना 27 अप्रैल। तिलकामांझी विश्वविद्यालय की पार्ट-3 परीक्षा में जमकर नकल होने की तस्वीरें लगातार सामने आ रही है। एक तरफ नीचे बैठकर परीक्षा देने वालों की कमी नहीं है तो स्टडी टेबल पर बैठकर आराम से नकल कर रहे छात्रों के चेहरे पर ऐसी व्यवस्था के खिलाफ कोई शिकन नहीं है।
लॉ कॉलेज में आरएस कॉलेज शंभुगंज, ताड़र कॉलेज व मुस्लिम माइनॉरिटी कॉलेज की परीक्षा हो रही है। तीनों एफिलिएटेड कॉलेज हैं जहां पढ़ाई-लिखाई न के बराबर होती है।
टीएनबी लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसके पांडेय ने बताया की सभी छात्र जबरन तय जगह से अलग बैठ गए। वहीं दो छात्रों को एक्सपेल्ड भी किया है।
बता दें की बिहार के जमुई जिले में गुरुवार को जिले के दो केंद्रों पर स्नातक तृतीय वर्ष की परीक्षा शुरू हुई। लेकिन सभी परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षार्थी समूह द्वारा जमीन पर बैठकर परीक्षा दी जा रही है, जाहिर है परीक्षा के सारे नियम-कायदे को केंद्र संचालक द्वारा ताक पर रख दिया गया है।
परीक्षा के लिए तिलकामांझी विश्वविद्यालय द्वारा जिला मुख्यालय स्थित केकेएम कॉलेज और झाझा के डीएसएम कॉलेज को केंद्र बनाया गया है।
जहां पहले दिन परीक्षार्थियों ने साइंस की परीक्षा के दौरान कदाचारमुक्त संचालित करने की कवायद के दावे किये जा रहे थे लेकिन यहां अजीब नजारा देखने को मिला।
महिला कॉलेज जमुई, एकलव्य कॉलेज जमुई और केकेएम कॉलेज के परीक्षार्थी बीए पार्ट थ्री की परीक्षा दे रहे हैं। पहले दिन 1270 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए।
इस संबंध में बताया जा रहा है कि करीब 200 परीक्षार्थी जमीन पर बैठकर परीक्षा दे रहे थे।
इधर, मुख्यालय स्थित केकेएम कॉलेज में फाल्गुनी प्रसाद यादव कॉलेज चकाई, धनराज सिंह कॉलेज सिकंदरा और धनराज सिंह कॉलेज झाझा के 1438 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए।
इस बाबत डीएसएम कॉलेज झाझा के प्राचार्य सुमन कुमार सिंह ने बताया की महाविद्यालय के सभी कमरों में बेंच पर परीक्षार्थियों को बिठाया गया है। जमीन पर वैसे परीक्षार्थियों को बैठाया गया है, जिनके पांव में चोट थी और वे कभी दुर्घटना के शिकार हुए थे।attacknews.in