पटना 21 अप्रैल । बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाईटेड (जदयू) ने लोकसभा चुनाव के दौरान ही बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के जेल से ही अपनी पार्टी का संचालन करने और उनके हस्ताक्षर से उम्मीदवारों को टिकट दिये जाने का नया खुलासा कर राजद के लिए मुश्किलें और बढ़ा दी है।
जदयू प्रवक्ता एवं विधान परिषद् सदस्य नीरज कुमार ने चुनाव आयोग को आज लिखे पत्र में राजद अध्यक्ष श्री यादव पर आरोप लगाया है कि वह झारखंड की राजधानी रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल से ही अपनी राजनीतिक पार्टी का संचालन कर रहे हैं। यही कारण है कि वे आज भी राजद के अध्यक्ष बने हुए हैं। उन्हाेंने जेल मैनुअल के प्रावधानों का हवाला देते हुये कहा कि जब कोई कैदी राजनीति से संबंधित पत्र नहीं लिख सकता है। लेकिन, श्री यादव ने तो वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए अपने हस्ताक्षर से उम्मीदवारों के टिकट जारी किए हैं।
श्री कुमार ने कहा कि सतरहवें आम चुनाव (2019) में राजद अध्यक्ष श्री यादव के हस्ताक्षर से पार्टी के उम्मीदवारों को टिकट दिये गये, जो पूरी तरह राजनीतिक कार्य है। उन्होंने चुनाव से आग्रह किया है कि श्री यादव की यह गतिविधि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है इसलिए उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाये।
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